तीन चोर गिरफ्तार, 11 वारदाते कबूली

photoहिरणमगरी पुलिस ने किया खुलासा
उदयपुर। हिरणमगरी पुलिस ने तीन चोरों को गिरफ्तार करके शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई चोरी की वारदातों का खुलासा किया है। हालांकि बड़ी वारदातों का खुलासा अब भी अछूता है। पुलिस इन तीनों चोरों से पूछताछ में लगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि चोरी की और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।
शहर में बढ़ती चोरियों की वारदातों के मद्देनजर एसपी अजय लांबा ने डिप्टी गोवर्धनलाल खटीक, थानाधिकारी गजेंद्रसिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। इस टीम को सवीना कच्ची बस्ती में ५ दिसंबर, २०१३ को सने मकान में हुई चोरी की वारदात का सुराग लगा। इससे भोपामगरी कच्चीबस्ती निवासी भाइला उर्फ लाला गमेती, ननू उर्फ नानूडिय़ा उर्फ चमनलाल गमेती और भाइला के बेटे शांतिलाल गमेती को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों ने शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई ११ वारदातों को कबूल किया है। पुलिस को इन चोरों से और भी वारदातों के खुलासे की उम्मीद है।
डीजे के घर हुई चोरी का खुलासा नहीं
सेक्टर तीन स्थित एकलिंगनाथ कॉलोनी में कोटा के जिला जज प्रकाशचंद्र के मकान में हुई तीस लाख की चोरी का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि इस वारदात को एक महीने से अधिक समय बीत गया है, लेकिन पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगा है। इस वारदात में तीस तोला सोना, आठ किलो चांदी और नकदी चोरी चली गई थी।

दुनिया बदलने के लिए 5 साल ही काफी होते हैं : नरेंद्र मोदी

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udaipur इंफाल। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन पर नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को विकास से महरूम रखने का आरोप लगाया। मोदी ने मनमोहन पर वार करते हुए कहा कि भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री 23 साल से यहां से चुनकर संसद में जाते हैं, लेकिन इतने साल में उन्होंने इस क्षेत्र के लिए क्या किया? उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए क्या किया।Ó प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, ‘दुनिया बदलने के लिए 5 साल ही काफी होते हैं, लेकिन यहां तो 23 साल में भी कोई बदलाव नहीं आया।Ó मोदी ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को देश के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जब नॉर्थ-ईस्ट का भला होगा, तभी हिंदुस्तान का भी भला होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों की नीतियों के अभाव के कारण हर्बल मेडिसीन को बढ़ावा नहीं दिया जा सका और इससे नॉर्थ ईस्ट के राज्य काफी तरक्की करने से महरूम रह गए, क्योंकि यहां औषधियों का खजाना है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट में करप्शन के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जब हम सत्ता में आएंगे, एक-एक पैसे का हिसाब मांगेंगे।Ó 2014 के चुनाव में बीजेपी की जीत की तरफ इशारा करते हुए ​उन्होंने कहा कि अब ज्यादा दिन बाकी नहीं है।

आसाराम जिंदगी भर रहेंगे सलाखों के पीछे

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udaipur। नाबालिग से यौन शोषण मामले में जोधपुर अदालत से आसाराम को बड़ा झटका मिला है। अदालत ने आसाराम पर पुलिस चार्जशीट के सभी गंभीर आरोप कायम रखे हैं, जिनमें ताउम्र या आजीवन कारावास तक की सजा मिल सकती है। अदालत ने मात्र एक धारा जस्टिस जुवेनाइल सेक्शन 26 को हटाया है। नाबालिग के शोषण के तहत लगने वाली इस धारा में अधिकतम तीन साल तक की सजा थी। इस मामले में आसाराम सहित सभी आरोपियों को औपचारिक रूप से आरोप 13 फरवरी को सुनाए जाएंगे। सेशन न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास की अदालत ने आसाराम सहित पांचों आरोपियों के खिलाफ चार्ज आदेश शुक्रवार को सुना दिए। आदेश में सभी आरोप यथावत रखे। इस दौरान अदालत में आसाराम समेत सभी आरोपी शिवा, शिल्पी, शरदचन्द्र्र और प्रकाश मौजूद थे।

निजी स्कूलों में एडमिशन फार्म के नाम पर लूट

Apply_Hand२०० से एक हजार रुपए कट रही है पेरेंट्स की जेब
उदयपुर। निजी अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में बच्चों का दाखिला होगा या नहीं, यह तो दूर की बात है। अपने नन्हे-मुन्नों के लिए दाखिले का आवेदन फ़ार्म खरीदने में ही लोगों को हजारों रुपए का झटका लग रहा है। किसी निजी स्कूल में 250 रुपए, तो कहीं 500 रुपए, कही फार्म और स्कूल के नियमों की बुक सहित 1000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। अगर कोई माता-पिता अपने बच्चे का एडमिशन अच्छी स्कूल में कराने के लिए तीन जगह से फार्म लेते है, तो उनकी जेब से अच्छी खासी रकम सिर्फ एडमिशन फार्म के नाम पर खर्च हो रही है। इन दिनों बच्चों के प्रवेश के लिए जुट हुए अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूलों में प्रवेश आवेदन फार्म विश्वविद्यालय के आवेदन फार्म से भी मंहगे हैं। फिर भी मजबूरी में उन्हें खरीदना पड़ रहा है।
लाखों की कमाई
नामचीन स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान लाखों रुपए के आवेदन फार्म बेच दिए जाते हैं, जबकि उनके पास सीटें 20 से 50 ही होती है।
ऐसी स्थिति में बाद में स्कूल प्रबंधन द्वारा यह कह दिया जाता है कि सीटें भर चुकी है। इसलिए अब एडमिशन नहीं हो सकता।
बड़ी परीक्षाओं से भी कम शुल्क
राज्य और संघ लोक सेवा आयोग, एसएससी, सहित अन्य बड़ी परीक्षाओं के आवेदन शुल्क भी 500 से कम होते है, जबकि इनमें तो परीक्षा तक शामिल होती हैं, जिसमें और कॉपियां जांचने का खर्च भी आता है, जबकि नर्सरी और पहली कक्षा में दाखिले के लिए इससे ज्यादा राशि वसूली जा रही है।
> प्रवेश के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। आवेदन फार्म की फीस इतनी है, की आम लोगों की कमर टूट जाती है। फार्म की कीमत ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए होनी चाहिए।
-स्नेहलता साबू, अभिभावक
> बेटे के लिए फिलहाल एक स्कूल के लिए आवेदन भरा है। जिसके लिए 700 रुपए तक देने पड़ गए। यह मनमानी है, लेकिन मजबूरी है, आखिर इन पर नकेल कौन कसेगा।
-रामप्रताप सैनी, अभिभावक
> स्कूलों की ओर से मंहगे आवेदन पत्र बेचे जाने की शिकायत आई है। संस्थाएं ऐसा नहीं कर सकती है। यह मुनाफाखोरी है आवेदन प्रपत्र का एक निर्धारित शुल्क ही होना चाहिए। आखिर इसमें कितना खर्च आता है।
-शिव कुमार शर्मा, अध्यक्ष राज्य स्तरीय फीस निर्धारित समिति

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीआईडी अधिकारी उदयपुर पहुंचे

पेसिफिक कॉलेज के हॉस्टल में छात्रा की संदिग्ध मौत की गुत्थी

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उदयपुर। पिछले वर्ष पेसिफिक कॉलेज के हॉस्टल में छात्रा की संदिग्ध मौत की गुत्थी अब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देश पर सीआईडी, सीबी सुलझाएगी। इसी संदर्भ में जांच करने के लिए सीआईडी (सीबी) की एक अधिकारी जांच करने के लिए शुक्रवार को उदयपुर पंहुची। गौरतलब है कि पिछले वर्ष पेसिफिक कॉलेज के हॉस्टल में गुजरात अहमदाबाद की छात्रा भव्या शाह की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले को खुदखुशी बताया, जबकि परिजनों ने हत्या होना बताया। इसी संदर्भ में ३० जनवरी को भव्या शाह की मां डिम्पल शाह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिली और सारी घटना से उन्हें अवगत कराया। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बुलाकर इस मामले की जांच सीआईडी (सीबी) से कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुक्रवार को जयपुर से सीआईडी की एक जांच अधिकारी सरिता सिंह उदयपुर पहुंची और उन्होंने प्रतापनगर थाने से मामले की पूरी जांच लेकर पेसिफिक डेंटल कॉलेज भी पूछताछ के लिए पहुंची। सूत्रों के अनुसार उन्होंने इस मामले की जांच अधिकारियों से भी पूछताछ की

300 साल पुराने 31 करोड़ के वायलिन का सुराग देने वाले को मिलने थे 62 लाख

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udaipur अमेरिका में पिछले हफ्ते हथियारबंद लुटेरों ने एक बेशकीमती स्ट्राडिवारियस वायलिन लूट लिया था। पुलिस ने गत गुरुवार को मिलवाकी के एक घर की अटारी में एक सूटकेस में छिपे करोड़ों रुपए के कीमती इस वायलिन को जब्त कर लिया है।
एक अनुमान के अनुसार 300 साल पुराने इस वायलिन की कीमत 31 करोड़ रुपये से अधिक है। बदमाशों ने पिछले महीने इसे एक कंसर्ट के बाद वायलिन वादक फ्रैंक अलमोंड से छीन लिया था। एक व्यक्ति ने इस वायलिन का पता बताने वाले को 62 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
अनुमान है कि इस वायलिन की कीमत 5 मिलियन डॉलर (करीब 31 करोड़, 20 लाख रुपये) है। अलमोंड ने इस लिपिंस्की स्ट्राडिवारियस वायलिन को इसके मालिक से 2008 से उधारी पर लिया था। इसे 1715 में बनाया गया था।
लिपिंस्की उन 600 वायलिन, विओलास और सेलोस में से एक है, जिनहें इटली के कलाकार एंटोनिया स्ट्राडिवारियस ने बनाया था। बीबीसी के अनुसार पिछले दिसंबर में इसी तरह का एक स्ट्राडिवारियस वायलन की नीलामी 2.3 मिलियन डॉलर (14 करोड़ 35 लाख रुपए)में हुई थी।

मैडम हम तो भाई-बहन हैं… इसके बाद आई जोरदार तमाचे की आवाज…

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udaipur इंदौर लगातार महिलाओं एवं युवतियों के साथ हो रही वारदात को रोकने के लिए पुलिस भी अब गंभीर हो गई है। महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस अब तत्काल एक्शन ले रही है। पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए निर्भया टीम भी गठित की है। निर्भया टीम यदि इस प्रकार की कोई शिकायत मिलती है तो उस पर कार्रवाई करती है। इसी कड़ी में गत माह उज्जैन टीम ने दो गार्डनों पर दबिश दी थी। इसमें पहली दबिश के दौरान गार्डन में करीब दो दर्जन से ज्यादा प्रेमी युगल को पुलिस ने पकड़ा था। इनमें से अधिकतर स्टूडेंट्स थे जो क्लास से बंक मारकर गार्डन में आए थे।इसके बाद पुलिस ने परिजनों को फोन कर इसकी जानकारी दी थी और जोड़ों को फिर से ऐसा नहीं करने की हिदायत देते हुए परिजनों को सौंप दिया था।

इसके तीन दिन बाद फिर से टीम ने दूसरे गार्डन में दबिश दी थी। यहां पर कई जोड़े मौजूद थे जो टीम के आते ही भाग निकले थे। दो जोड़े पकड़ में आए थे, जिनमें से एक गार्डन के बारह कार में तो दूसरा झाडिय़ों के पीछे अंधेरे का फायदा उठा रहा था। गार्डनों में युवाओं द्वारा लगातार की जा रही हरकतों से तंग आकार आम लोगों ने पुलिस टीम को इसकी जानकारी दी थी।

अब एक और गार्डन में पुलिस ने दबिश देकर दो जोड़ों को पकड़ा है। इस बार यह कार्रवाई रतलाम की निर्भया टीम ने की है। टीम को गार्डन में युवाओं द्वारा हरकतें करने की कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद कार्रवाई की गई। पुलिस शहर स्थित कालिकामाता गार्डन में गुरुवार शाम करीब 5.30 बजे पहुंची तो दो जोड़े मिले। पुलिस ने जब इनसे जानकारी चाही तो वे बहन-भाई होने की बात कहते हुए गुमराह करने लगे। इसके बाद पुलिस ने जोरदार थप्पड़ लगाते हुए थाने चलने की बात कही।

मल्टी में घुसकर छेड़ा था छात्रा को, पुलिस नहीं ढूंढ पाई तो लड़की ने दिखाई हिम्मत

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इंदौर बिल्डिंग में घुसकर छेड़छाड़ करने वाले एसजीएसआईटीएस के छात्रों को पुलिस आखिर नहीं ढूंढ पाई। गुरुवार को लड़की ने ही छात्रों को चौराहे पर खड़ा देख पुलिस को सूचना दी। गिरफ्तारी के बाद छात्रों को हाथोहाथ जमानत मिल गई।
तुकोगंज टीआई मनोज रत्नाकर ने बताया इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष के छात्र नानक पिता शुभंत कुमार निवासी जबलपुर, शुभम पिता सुनील कुमार निवासी गोविंदपुरी ग्वालियर, अमित पिता रामकुमार राजपूत निवासी लश्कर ग्वालियर और राघवेंद्र पिता आभारसिंह तोमर निवासी टोंकखुर्द, मुरैना को गिरफ्तार किया।
2 फरवरी की रात चारों आरोपियों ने प्रकाश टॉवर में घुसकर लिफ्ट में जा रही युवती से छेड़छाड़ की कोशिश की थी। बाद में इन छात्रों ने होस्टल से 70 और साथियों को बुलाकर रहवासियों पर पथराव किया था।
फिर पुलिस का ढुलमुल रवैया- पुलिस ने पहले रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की। फिर ढूंढ भी नहीं पाई। गुरुवार को लड़की पिता के साथ जा रही थी तभी चारों लड़के थाने से कुछ दूर नाश्ता करते दिखे। उसने तत्काल थाने में सूचना दी। एसआई सीएल चौहान ने आरोपियों को पकड़ लिया।

अपनों ने ही ‘महारानी’ से की बगावत, बोले : सजा भुगतने के लिए तैयार

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जयपुर. सिर्फ बहुमत होने से काम नहीं चलता, एकमत होना भी जरूरी है। यह सीख भाजपा को विधानसभा सत्र में गुरुवार को मिली। हुआ यूं कि राजस्थान गुड्स बिल पर चर्चा के दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बिल तो पास हो गया लेकिन हंगामा खूब हुआ।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री हेमसिंह भड़ाना ने राजस्थान माल (उत्पादन, प्रदाय, वितरण और व्यापार और वाणिज्य का नियंत्रण) विधेयक 2014 चर्चा के लिए पेश किया। कटारिया ने इसका विरोध किया। घनश्याम तिवाड़ी, राव राजेंद्र सिंह, प्रहलाद गुंजल, जोगाराम पटेल और कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह भी बिल के खिलाफ बोले। यह पहला मामला है जब सत्ता पक्ष के विधायक ही सरकार के खिलाफ हो गए। अपनी सरकार के विधेयक पर मंत्री के विरोध का यह पहला मामला है।
विरोध
अधिकारी लोगों को लूट खाएंगे: कटारिया
आश्चर्य है, आपने तो सारे व्यापारियों को चोर और बेईमान बता दिया। संकल्प पत्र में मूल्य नियंत्रण की बात है लेकिन इसकी आड़ में इस प्रकार का कानून लाया जाए, मैं व्यक्तिगत रूप से सहमत नहीं। कौनसी ऐसी वस्तु है जिसके मूल्य पर 90 दिन में कंट्रोल नहीं किया तो आसमान टूट पड़ेगा। यदि ये कानून केवल बजरी को लेकर लाया गया है तो सिर्फ बजरी के नाम से लाते। सभी वस्तुओं पर लागू करेंगे तो अधिकारी लोगों को लूट खाएंगे।

खाना नहीं मिला तो पायलट ने ट्रेन चलाने से किया इनकार

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hdfhsdudaipur जोधपुर रेलवे प्रशासन की ओर से गुरुवार को जैसलमेर स्टेशन पर रनिंग रूम में भोजन की व्यवस्था नहीं करने पर भूखे लोको पायलटों ने ट्रेन चलाने से ही इनकार कर दिया। इस कारण जैसलमेर-दिल्ली इंटरसिटी पौने दो घंटे तथा एक मालगाड़ी लगभग 12 घंटे अटकी रही। नाराज यात्रियों ने स्टेशन पर जमकर विरोध जताया। बाद में रेलवे प्रशासन की ओर से कुक बुलवाया गया लेकिन चालकों ने इसे रोजाना की परेशानी बताते हुए कुक से ही खाना बनवाने की मांग की। बाद में कुक ने आकर खाना बनाया तथा इसे खाकर लोको पायलट ट्रेन लेकर रवाना हुए।
शाम तक भूखे रहे लोको पायलट
जैसलमेर स्टेशन के रनिंग रूम में सुबह से ही अलग-अलग ट्रेनों के गार्ड, लोको पायलट व सहायक पहुंचने लगे। वहां इनके लिए खाना बनाने वाला कोई ठेकाकर्मी मौजूद नहीं था। कर्मचारियों ने स्टेशन मास्टर से शिकायत की पर कोई नतीजा नहीं निकला। लोको पायलट व गार्ड शाम तक भूखे बैठे रहे। शाम को जैसलमेर-दिल्ली इंटरसिटी का समय होने पर कंट्रोल ने लोको पायलट से ट्रेन पर पहुंचने को कहा तो उसने भूखा होने की बात कही।
कंट्रोल ने दूसरे लोको पायलट को कहा तो उसने भी यही बात कही। ट्रेन चलने का टाइम निकल गया तो यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरु कर दिया। उन्होंने स्टेशन मास्टर के कमरे को बाहर से घेर लिया। काफी देर यही मशक्कत चलती रही। बाद में होटल से खाने के पैकेट मंगवाए गए लेकिन कर्मचारी अड़े रहे। रनिंग रूम में खाना बनने के बाद अपने निर्धारित समय से 1:37 घंटे की देरी से शाम 6:52 बजे ट्रेन जोधपुर की ओर रवाना हो सकी।