आगरा के कबाड़खानों में और भी हो सकते हैं धमाके!

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25-taj-mahalआगरा में ताज महल के पास हुए जोरदार धमाके में दो लोगों की मौत हो गई। खबर फैलते ही पुलिस की जांच टीमें मौके पर पहुंच गईं और सरकार ने यह कहकर संतुष्टि कर ली, कि ताज को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। लेकिन अगर सरकार समय पर नहीं चेती, तो आगरा के कबाड़खानों में ऐसे धमाके और भी हो सकते हैं। यही नहीं पश्चिम उप्र खासतौर पर गाजियाबाद के इलाके में इस तरह के विस्फोट होने की आशंका लगातार बनी रहती है। दरअसल भारत में लोहे का काम करने वाली कई बड़ी कंपनियां विदेशों से स्क्रैब मंगाती है।

लोहे का यह कबाड़ ज्यादातर पश्चिमी देशों खासतौर पर इजराइल से आता है। यह वहां सेना द्वारा प्रयोग में लाए गए बम और मोर्टार होते हैं। गाजियाबाद के आसपास खासतौर पर गाजियाबाद मेरठ रोड पर पुलिस ने सड़कों के किनारे ऐसे कई बम और मोर्टार बरामद किए है जो जिंदा होते हैं। विदेशों से जब लोहे का कबाड़ भारत में समुद्र के रास्ते लाया जाता है तो भारत पहुंचने पर उसकी बारीकी से जांच नहीं होती।

भारत पहुंचे सैकड़ों टन लोहे के इस कबाड़ को जब बड़ी कंपनियां खरीद लेती है तो वह चुपचाप इस कबाड़ के साथ आए जिंदा बमों को सड़क किनारे फिंकवा देती है या लोकल मार्केट में किसी एंजेट के माध्यम से बेच देती है। आगरा में जो युवक इस कबाड़ को खरीद कर लाया था शायद वह इस सच से वाकिफ नहीं था मोर्टार को तोड़ कर लोहा निकालने के लिए की गई कोशिश उसके लिए जानलेवा साबित हुई।

ज्ञात हो कि ताजगंज क्षेत्र में ताजमहल से कुछ किमी. दूर भीषण धमाके में गुरुवार को दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक वृद्धा गंभीर रूप से घायल है। ताजगंज थाना क्षेत्र के गोबर चौकी में रहकर कबाड़ का काम करने वाला छोटू सेना में प्रयुक्त होने वाले मोर्टार को हथौड़े से तोडऩे की कोशिश कर रहा था। जैसे ही मोर्टार की पिन निकली जोरदार धमाका हुआ और छोटू हवा में उछल गया। उसका शव क्षत विक्षत होकर बीस फूट दूर तक जा गिरा। हादसे में पास बैठे राम निवास की भी मौत हो गई कबाड़ कहां से खरीदा गया था, इसकी जांच की जा रही है। साथ ही अन्य कबाड़ का काम करने वालों के यहां भी जांच पड़ताल की जा रही है।

 

‘पवन पुत्र’ हनुमान के जन्म की खुशियां गुरूवार को शहरभर में छाइ रही

hanuman jayantiउदयपुर ,’पवन पुत्र’ हनुमान के जन्म की खुशियां गुरूवार को शहरभर में छाइ रही । चैत्र पूर्णिमा के मौके पर शहर के सभी हनुमान और राम मंदिरों में हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है।

सुबह से हनुमान चालीसा, हनुमाष्टक और सुंदरकांड पाठ की गूंज उठने लगी । सभी मंदिरों में हनुमान प्रतिमाओं को आकर्षक शृंगार धराया गया। मंदिरों में हनुमान भक्तों की आवाजाही सुबह से ही शुरू हो गई, जो देर रात तक जारी रही।मंदिरों में विभिन्न पूजा मनोरथ एवं अनुष्ठान किए गए, वहीं भक्तों की भीड़ हनुमानजी के दर्शनों के लिए लालायित नजर आई। दूसरी ओर हनुमान जयंती की पूर्व संध्या पर शहर के विभिन्न मंदिरों में रातभर भजन-कीर्तन का दौर चला जो गुरुवार तक जारी रहा। शहर में निरंजनी अखाड़ा हनुमान मंदिर, चतुर्भुज हनुमान मंदिर, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर, फतेह बालाजी मंदिर आदि में भक्तजन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड आदि के पाठ कराये गए । हनुमानजी को ५६ भोग धराएं गए एवं प्रसाद का वितरण किया गया। सूरजपोल बाहर स्थित निरंजनी अखाड़ा बालाजी हनुमान मंदिर में सुबह 5.30 बजे मंगला आरती, 6.15 बजे तेलाभिषेक के बाद 10.30 बजे सुंदरकांड पाठ शुरू हुआ।

5933_9 (1)बजरंग बली प्रचार समिति की ओर से पंचदेवरिया हनुमान मंदिर में अभिषेक और पाठ पूजन का दौर सुबह से ही शुरू हो गया।

निरंजनी अखाड़ा, फतेह स्कूल के सामने भी सुबह से भक्तों की कतारे लगी जो देर तक चलती रही

शोभायात्रा : शाम ५ बजे हनुमान जयंती के मौके पर टाउन-हॉल से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा में राममंदिर,राम दरबार आदि झांकियों के साथ बजरंग दल के सैंकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। इस दौरान ऊंकारेश्वर व्यायामशाला के पहलवानों द्वारा अखाड़ा प्रदर्शन भी किया गया।

राजस्थान को पंचायती राज क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिये मिला सम्मान

TADmin_25Apr13_10अजमेर जिला परिषद, दो पंचायत समितियों और पांच

ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार

जयपुर। राजस्थान को पंचायती राज क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने राज्य के पंचायती राज मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया को डेढ करोड रुपए की नगद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।

राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में बुधवार को आयोजित तीसरे पंचायती राज सम्मेलन में राजस्थान के पंचायती राज मंत्री श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र एवं चैक ग्रहण किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय जनजाति मामले एवं पंचायती राज मंत्री श्री वी. किशोर चंद्र देव राज्य की पंचायती राज विभाग की आयुक्त व सचिव सुश्री अपर्णा अरो$डा और राज्य के राज संस्थाओं से जुडे जन प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

समारोह में क_द्रीय पंचायती राज मंत्री ने राजस्थान में पंचायती राज क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये अजमेर जिला परिषद कीे जिला प्रमुख सुश्री सुशीला कंवर को 40 लाख रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार टोंक पंचायत समिति के प्रधान श्री खेमराज मीणा और दौसा पंचायत समिति की प्रधान सुश्री शांति गुर्जर को 20-20 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य की 5 ग्राम पंचायतों को भी 15-15 लाख रुपए का राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

समारोह में प्रदेश की ओर से पंचायती राज संस्थाओं से जुडे 75 जन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें जयपुर के जिला प्रमुख श्री हजारी लाल नागर, पाली के जिला प्रमुख श्री खुशवीर सिंह, बांसवा$डा की जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीय, अजमेर की जिला प्रमुख सुश्री सुशीला कंवर, जैसलमेर के जिला प्रमुख श्री के.अब्दुला फकीर, सीकर की जिला प्रमुख सुश्री रीटा सिंह, डूंगरपुर के जिला प्रमुख श्री भगवती लाल रोत, करौली के जिला प्रमुख श्री सीताराम जांगिड, उदयपुर की जिला प्रमुख सुश्री मधु मेहता, बाडमेर की जिला प्रमुख सुश्री मदन कौर और प्रतापगढ के जिला प्रमुख श्री के. बद्रीलाल भाग ले रहे हैं। इसी प्रकार राज्य की पंचायत समिति के प्रधानों एवं ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी भाग लिया।

संग तराशों ने पत्थरों में जान डाल दी

Symposium_2उदयपुर, झीलों की नगरी उदयपुर में आयोजित प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय मुर्तिशिल्प प्रतियोगिता में देश-विदेश के जाने-माने कलाकारों ने विशाल पत्थरों में अपनी कल्पनाओं को साकार करते हुए विभिन्न आकृतियां देकर इनमें मानों प्राण फूंक दिये हैं।

करीब एक माह तक चली इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के जाने-माने मूर्तिशिल्पकारों ने पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित प्रतियोगिता में तपती धूप में कलाकारों ने 40-50 टन के विशाल प्रस्तरों पर अपनी कला का जादू बिखेरा। आयोजित समारोह में सभी कलाकारों का परम्परागत रूप से साफा पहनाकर उनकी कला की सराहना की गई। निर्मित इन कलाकृतियां को शहर के सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किया जाएगा।

जिला कलक्टर विकास एस. भाले ने आयोजित समारोह में भामाशाहों एवं कलाकारों का सम्मान करते हुए कहा कि उदयपुर शहर में पहली बार प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय मुर्तिशिल्प प्रतियोगिता आयोजित करवाने के पीछे इस पर्यटन नगरी को मूर्तिशिल्प के माध्यम से आकर्षित करना भी एक कारण रहा है। इन कलाकृतियोंं को उदयपुर शहर के प्रसिद्घ फतहसागर झील किनारे, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, बस स्टेण्ड, सहित सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किया जाएगा। इसमें करीब 3 से 4 माह का समय लगेगा । उन्होंने कहा कि शहर को साफ एवं सुन्दर बनाये रखने के लिए वे शीघ्र ही अगले माह से ‘‘स्वच्छ उदयपुर‘‘ अभियान चलाएंगे जिसमें उदयपुरवासियों का भी सहयोग जरूरी है।

Symposium_1भोपाल के वरिष्ठ शिल्पकार एवं समन्वयक रॉबिन डेविड ने कहा कि उदयपुर में पहली बार किया गया है जिसमें नौ विदेशी, सात भारतीय एवं पांच युवा शिल्पकारों ने विविध आकृतियां उकेरी है जिसमें से एक आकृति की ऊंचाई तो करीब 40 फीट होगी जिसे स्थापित करने के लिए विदेश से क्रेन मंगवाने की आवश्यकता पड सकती है।

सबसे ऊंची कलाकृति 40 फीट की-

Symposium_3इस प्रतियोगिता में भूवनेश्वर के विश्व प्रसिद्घ मुर्तिकार अद्वेत गणनायक द्वारा निर्मित कलाकृति सबसे विशाल एवं सबसे ऊंची हे जिसकी ऊंचाई करीब 40 फीट है । इसमें 6 विशाल प्रस्तरों को विभिन्न आकृतियों में ढाला गया है। कलाकार ने इस कलाकृति के माध्यम से समुन्द्र मंथन को दर्शाने का प्रयास किया। ग्रेनाईट से निर्मित इस कलाकृति का वजन करीब 200 टन है।

जापान के कुंजी टोडा ने दो पत्थरों को जोडने के लिए एक ही पत्थर को तराशकर विशाल कडी बनाईकर इन्हें जोडा है। यह कलाकृति अपने आप में अनूठी रही है। इसके अलावा बडोदा के नागजी पटेल द्वारा ब्लेक ग्रेनाईट एवं सफेद मार्बल पर उकेरा गया सिंघासन सहित विभिन्न कलाकृतियां लोगों को आकृर्षित करे।

टर्की की आइला तुरान द्वारा निर्मित कलाकृति को लोगों ने खुब सराहा। आईला ने अपनी इस विशाल कलाकृति को फिल्मरोल में ढाल कर पुराने जमाने की फिल्मों की याद दिला दी।

इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल ने जिला कलक्टर विकास एस. भाले एवं भामाशाहों का इस तरह के आयोजन पर तहेदिल से धन्यवाद दिया और जिला कलक्टर की पहल पर अगले माह से शुरू किये जा रहे ‘‘स्वच्छ उदयपुर‘‘ में भी शहरवासियों से आगे आकर भागीदारी निभाने की बात कही। समारोह को नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रूप कुमार खुराना, नगर निगम महापोर श्रीमती रजनी डांगी, उदयपुर ग्रामीण विधायक श्रीमती सज्जन कटारा, आबकारी आयुक्त्त श्री दिनेश कुमार, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक शेलेन्द्र दशोरा, खान एवं भू-विज्ञान विभाग के निदेशक श्री देथा भी उपस्थित रहे।

इनका हुआ सम्मान-

प्रतियोगिता के समापन अवसर पर सभी कलाकारों का अतिथियों ने माल्यार्पण, साफा पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके अलावा प्रस्तर सहित विभिन्न सुविधांए उपलब्ध करवाने पर भामाशाह घनश्याम कृष्णावत, अरविन्द्र सिंघल, बन्नारामजी, मुकेश मोदी, शंकर सिंह , खेमसिंह , गुलाब बोहरा, आदि को भी सम्मानित किया गया।

प्रतियोगिता में इन कलाकारों ने पेश की अपनी कला-

एक महीने तक चली इस कार्यशाला में शिल्पकार ग्रेनाइट्स, रेड सेंड स्टोन, व्हाइट व ब्लेक मार्बल पर अपनी कला का प्रदर्शन किया। कलाकार दल में जॉर्ज डे सेंटिगो (मेक्सिको), सारावुथ डुऑगजुम्पा (थाइलेण्ड), रफेल बेल (जर्मनी) ऐला तुरन (टर्की), अकिरा यामामोटो (जापान), क_जी टोडा (जापान), दुमित्रु लॉन सर्बन (इटली),रेनाटे वेरब्रग (न्यूजीलेंड), नगजी पटेल (ब$डोदा), राजेन्द्र टिक्कु (जम्मु), राजशेखर नेयर (चेन्नई), अद्वेत गढनायक (भुवनेश्वर), श्री निवासन रेड्डी (हेदराबाद), राजीव नयन पांडे (लखनऊ), भूपेश कावड़िया (उदयपुर), रॉबिन डेविड (भोपाल) नवोदित युवा प्रतिभाओं में राकेश कुमार सिंह (उदयपुर),रतन सिंह (हरियाणा) ,भूपत डूडी (जोधपुर), नीरज अहीरवार (भोपाल) दीपक रसैली (बडौदा) आदि शामिल हैं।

 

शहर के चौराहे अपना रूप निखरने के इंतजार में है

IMG_0170उदयपुर , जिला प्रशासन यु.आई.टी और नगर निगम पिछले दो सालों से शहर के चोरहों गोद देने की बाते कर चुके है लेकिन शहर के सभी प्रमुख चोराहे अपने रूप निखरने के इंतज़ार में और बाद से बदतर हो गए है किसी भी चौराहे पर कोई विकास का कार्य शुरू नहीं हो पाया है । साडी योजनाये सरे प्रस्ताव सिर्फ फाइलों और बैटन तक ही अटक कर रह गए है ।

यु.आई.टी. नगरनिगम जिला प्रशासन में जब कभी शहर के विकास को लेकर बैठके होती है तो शहर के सोन्दर्य कारन के लिए चौराहों के विकास की बात सबसे पहले होती है और फिर अदिखारियों और जनप्रतिनिधि बढ चढ़ कर चौराहों को कंपनियों और उद्योग समूह को गोद देने की बात करते है और एक साथ सभी हामी भी भर लेते है और ये सिलसिला पिछले दो सालों से चल रहा है लेकिन अभी तक एक दो चोरहों को छोड़ किसी चोराहे का विकास नहीं हो पाया । मात्र उदियापोल चौराहे को छोड़ दिया जाए तो गोद दिए गए अन्य किसी चौराहें पर कोई काम नहीं हुए हैं। शहर के सभी प्रमुख चौराहे जस की तस स्थिति में ही है।

 

IMG_0171यह चौराहे देने थे गोद : जिला प्रशासन, नगर परिषद व यूआईटी ने उदियापोल, देहली गेट, सूरजपोल, कोर्ट चौराहा, शास्त्री सर्कल, चेटक सर्कल, हाथी पोल, सुखाडिया सर्कल, ठोकर चौराहा आदि को गोद देने की योजना बनाई थी। इनमें बहुत ही कम चौराहों के लिए योजना पर कार्य किया जा सका है। नगर परिषद सिर्फ दो चौराहों को ही गोद दे पाई है। इनमें उदियापोल चौराहा व सुखाडिय़ा सर्कल शामिल है। शेष चौराहे विकास की राह देख रहे हैं।

 

केवल प्रचार का जरिया न बने चौराहे : अगर निकाय चौराहों को गोद दे रहे है तो संबंधित कंपनियों को चौराहों की नियमित देखरेख के लिए बाध्य किया जाना चाहिए। अन्यथा वे केवल कंपनियों के प्रचार का माध्यम ही बन कर रह जाएंगे। सुखाडिय़ा सर्कल व उदियापोल पर कंपनियों ने प्रचार के अपने बोर्ड तो लगा दिए लेकिन नियमित देखभाल व विकास कार्यों का अभी भी अभाव देखा जा रहा है। उदियापोल चौराहे को जरुर नया स्वरूप दिया गया है। चौराहें पर ग्रीनरी का अभाव : चौराहों के विकास के अंतर्गत वहां पर हरियाली विकसित किए जाने का भी प्रावधान यूआईटी परिषद की योजना में किया गया है लेकिन किसी भी चौराहे पर हरियाली के इंतजाम नहीं किए गए हैं। जयपुर व जोधपुर में हर चौराहे को विकसित करने के साथ ही वहां हरियाली का इंतजाम सबसे प्रमुखता के साथ किया गया है।

 

कॉलोनियों के बाग बगीचों के हाल खराब : शहर की कॉलोनियों व विभिन्न क्षेत्रों में स्थिति बागबगीचों की तरफ भी नगर परिषद व यूआईटी का कोई ध्यान नहीं है। कॉलोनियों व प्रमुख क्षेत्रों में विकसित किए गए बाग बगीचें उजाड़ स्थिति में है। बगीचों में लगाए गए बच्चों के मनोरंजन के साधन झूले, रिपस पट्टियां ज्यादातर बगीचों में क्षतिग्रस्त अवस्था में है। कई बगीचे को पूरी तरह के उजड़ पर केवल मैदानों में तब्दील हो गए हैं।

ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन किया

images (8)उदयपुर,। झामरकोटडा माइन्स परिसर में निजी विद्यालय खोलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर राज्यसरकार के नाम ए जी एम को ज्ञापन दिया

सूत्रों के अनुसार वर्षो से झामर कोटडा माइन्स प्रबंधक एवं विद्याभव सोसायटी के अनुबंध आधार पर माइन्स परिसर में संचालित निजी विद्यालय को सरकार द्वारा अधिग्रहित करने के विरोध में बुधवार को झामर कोट$डा एवं आस पार के ग्रामीणों सैंकडों ग्रामीणों ने विद्यालय को निजी करण करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सवेरे ११ बजे से सांय ४ बजे तक सैकडों ग्रामीण एक होकर माइन्स परिसर में निजी विद्यालय संचालित करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने माइन्स प्रबंधन पर निजी विद्यालय संचालिक करने की माग पर अडे रहे। इसकी सूचना मिलने पर कुराबड थानाधिकारी रमेश कविया मय टीम मोके पर पहुचे। जहां दिन भर हुए प्रदर्शन के बाद सांय चांसदा सरपंच शंकर, झामरकोटडा सरपंच देवीलाल, के अलावा लकडवास सरपंच सहित आस पास की पंचायतों के सरपंचों के प्रतिनिधी मण्डल ने माइन्स के ए जी एम लक्खू सिंह राठौड को सरकार के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में ग्रामीणोंने माइन्स परिसर में संचालित विद्याभवन सोसायटी विद्यालय को निजी तौर पर संचालित करने अथवा अन्य निजी विद्यलय खोलने की मांग की। माइन्स एवं सोसायटी बी अनुबंध समाप्त होने एवं वर्तमान में संचालित सोसायटी के विद्यालय में सरकारी अध्यापकों की नियुत्ति* से ग्रामीणों में आक्रोष था।

 

’’इम्पिटस-2013‘‘ में छात्र-छात्राओं ने की जमकर मस्ती

दुग्ध एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव का सम्पन्न, बांटे पुरस्कार

उदयपुर, । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय दुग्ध एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी के छात्र-छात्राओं ने बुधवार शाम को महाविद्यालय के प्रांगण में वार्षिकोत्सव ’’इम्पिटस-२०१३‘‘ मे जमकर मस्ती लूटी।

सह अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. अरुण कुमार ने बताया कि विद्यार्थियो ने प्रस्तुति से भक्तिरस की धारा को बहाया, तो फिल्मी गीतो में जमकर ठुमके लगाए, शास्त्रीय संगीत से भारतीय संस्कृति को जीवन्त कर दिया तो संगीत से माहौल में रूमानिय भर दी। इस बीच राजस्थानी गीत-संगीत व नृत्य ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया। अंत मे इस वार्षिकोत्सव में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक के ४०, खेलकूद के ३२ तथा शैक्षणिक परिक्षाओं में उत्कृष्ट रहे २१ छात्र-छात्राओं को पारितोषिक प्रदान किये गये।

समारोह के मुख्य अतिथि एवं महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ.पी. गिल ने महाविद्यालय के विकास के कार्य एवं गतिविधियों पर सन्तोष व्यक्त करते हुए इसे आगे बढाने के लिये विश्वविद्यालय से हर संभव सहयोग प्रदान करवाने का आश्वासन दिया ।

 

मां पर वही कलमकार कलम चला पाता जिसे मां का स्नेह एवं आशीर्वाद मिला हो: राणावत

उदयपुर, । ’मॉ सृजन की संवाहक है । वह सृष्टि बनाती भी है और उसे सफलतापूर्वक संचालित भी करती है । मां पर वही कलमकार कलम चला पाता है जिसे मां का स्नेह एवं आशीर्वाद दोनो ही मिला हो।’’

यह विचार मेदपाट साहित्य संगम के संस्थापक अध्यक्ष चावण्ड सिंह राणावत विद्रोह की राजस्थानी काव्य कृति थपक्या देती मावडी की समीक्षा गोष्ठी में विद्वानों द्वारा प्रस्तुत विमर्श में उभर कर आए । मेदपाट साहित्य संगम की और से मंगलवार को यहां नेहरू छात्रावास स्थित तिलक सभागार मे आयोजित गोष्ठी मे मुख्य अतिथि राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति डॉ. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि यह काव्य कृति उनके मन को छू गई है। जिंदगी के झरोखे से झांकती वात्सल्य की स्मृतियां पुस्तक पढकर जीवन्त हो गई । वे प्रयास करेगे कि इस कालजयी काव्य कृति को राजस्थान विद्यापीठ के पाठ्यक्रम मे शामिल किया जाए । डॉं. भगवती व्यास ने इस अवसर पर कहा कि इन सौ दोहों मे माटी की गन्ध और मेवाडी परिवेश की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। विशिष्ट अतिथि देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष लाल सिंह झाला ने कवि विद्रोही को शुभकामनाए प्रेषित करते हुए काव्य कृति को कालजयी बताया । इतिहासविद डॉ. औकार सिह राठौड केलवा ने थपक्यां देती मावडी काव्य कृति को मेवाडी संस्कृति का प्रतिबिम्ब और मां के प्रति सहज उदगार का प्रतिनिधित्व बताया। समीक्षा गोष्ठी में प्रस्तक की समीक्षा करते हुए सुखाडिया विश्वविधालय मे पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुंजन आचार्य ने कहा की इस पुस्तक मे राजस्थानी दोहों का हिन्दी भावार्थ व अग्रेजी मे अनुवाद भी किया गया है ।

 

झोला छाप डॉक्टर की करतूत से महिला की मौत

उदयपुर, इन्जेक्शन लगाने के बाद हालत बिगडने पर जोला छाप डाक्टर महिला को उपचार के लिए ले गया । जहां उसकी मृत्यु होने पर छोड भागा।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सेमारी थानाक्षैत्र गातोड(३५) निवासी नंदू पत्नी बाबूलाल मीणा को जोला छाप डाक्टर द्वारा गलत इजेक्शन लगाने पर उसकी मृत्यु हो गई। नंदू सोमवार को फ़ोडे का उपचार कराने सेमारी स्थित गुजराती दवाखाने पर गई। जहां जोला छाप चिकित्सक मयंक पटेल ने उसे इंजेक्शन लगाया। कुछ देर बाद उसकी हालत बिगडने पर वह उसे उपचार कराने अपनी कार में डाल कर खेरवाडा चिकित्सालय ले कर गया। जहां चिकित्सकों ने नंदू को मृत घोषित कर दिया। इस को देख जोलाछाप डाक्टर कार छोड मोके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर अंतिम संस्कार कराया। मृतका का पति यात्रा बसों में रसोइये का काम करता है। घटना के दौरान वह जम्मु कश्मीर में थे। हादसे की सूचना मिलने पर वह घर आने के लिए रवाना हो गया जो बुधवार सांय तक पहुचेगा। पुलिस ने मृतका के जेठ गडवाडा निवासी शंकर मीणा की रिपोर्ट पर जोला छाप चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की।

 

धमकी देने वाला गिरफ्तार

उदयपुर, गवाह को धमकाने के आरोपी बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

भुपालपुरा थाना पुलिस ने गत दिनों मारपीट के मामले में गवाह अलीपुरा निवासी आदिल पुत्र अब्दुल मजिद को धमकाने के आरोप में रजा नगर कोलोनी किशनपोल निवासी सद्दाम खां पुत्र इस्माईल खां को गिरफ्तार किया। अलीपुरा निवासी नईम के खिलाफ दर्ज मामले में आदिल ने गवाह दी थी। इस पर ४ अप्रेल को आरोपी व अलीपुरा निवासी नईम, चन्दन व लालमगरी हिरणमगरी निवासी विनोद उर्फ़ बकरी ने आदिल को गवाह नहीं देने की धमकी दी थी। इस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी नईम, चन्दन को गिरफ्तार कर जेल भिजवा चुकी है तथा विनोद बकरी की खेरोदा थाना क्षेत्र में हत्या हो चुकी है। इस मामले में आरोपी फरार था।