उदयपुर, अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय स्काउट जम्बूरी कोलम्बो (श्रीलंका) में 01 से 08 अगस्त 2014 तक आयोजित हुई इस जम्बूरी में उदयपुर जिले का प्रतिनित्व करने पहुंचे दो स्काउटर्स पुन: उदयपुर लौट चुके है।
सी.ओ. स्काउट एम.आर. वर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय स्काउट जम्बूरी में जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे राउप्रावि हवालाकला के मोहनलाल मेघवाल, एवं सेन्ट जेवियर मा.वि. के पुष्करलाल चौधरी द्वारा जम्बूरी स्थल पर मेवा$ड की परम्परा, संस्कृति, लोक नृत्य व लोक गीत तथा मेवा$ड के इतिहास का परिचय दिया। साथ ही कोलम्बो के दर्शनीय स्थल चिल्लावा ब्रीज, मुनेश्वर मन्दिर, मेडम्वे, आदि का भ्रमण भी किया। दोनों स्काउटर्स के मंगलवार को पुन: लौटेने पर जिला मुख्यालय उदयपुर द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर सहायक राज्य संगठन आयुक्त देवानन्द पुरोहित, सी.ओ. गाइड सुभिता गिल, स्काउटर्स सोहनलाल मेघवाल व सोहनलाल सुवालका आदि उपस्थित थे।
उदयपुर के दो स्काउटर्स अन्तर्राष्ट्रीय स्काउट जम्बुरी कोलम्बो (श्रीलंका) से लौटे
राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस सांस्कृतिक संध्या ‘स्पंदन-2014‘ गुरुवार को
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे मुख्य अतिथि होंगी
उदयपुर, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राज्य स्तरीय सांस्कृतिक संध्या ‘स्पंदन-2014‘ गुरूवार 14 अगस्त की शाम 6.30 बजे रेलवे प्रशिक्षण केन्द्र के मैदान पर आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह में उपस्थित रहेंगी।
राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह पूर्व संध्या सांस्कृतिक समारोह ‘स्पंदन-2014‘ के समन्वयक एवं राजसीको के पूर्व अध्यक्ष मेघराज लोहिया ने बताया कि इस समारोह की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। समारोह स्थल पर 40 गुणा 80 आकार का भव्य मंच जिसका स्वरूप उदयपुर के सिटी पैलेस आकार का है सज-धज कर आजादी की दुल्हन की तरह निखार पर है। कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करते ही त्रिपेालिया का स्वरूप लिए स्वागत द्वार की छटा दर्शकों को लुभाती नजर आएगी। लाईट एण्ड साउण्ड का विशेष प्रभाव लिए इसका संयोजन देखने वाले को मंत्रमुग्ध कर देगा।
कलाकारों की कला की भव्य गैलेक्सी सजेगी इस संध्या में –
समन्वयक ने बताया कि देश के महान कलाकारों और राजस्थान की धरती के कलाकारों से भव्य तारामण्डल (गैलेक्सी) से सजने वाली इस सांझ में दर्शक अभिभूत हो जाएंगे। नृत्य संयोजन, संगीतमय सुरीली स्वर लहरियों से एक फैंटेसी की तरह इस सांझ मेें देवादिदेव गणपति की आराधना की पहली प्रस्तुति ही लोगों का मंत्रमुग्ध कर देगी। इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, शहीदों की शहादत, कारगिल युद्घ के रोमांचकारी दृश्य, वन्दे मातरम के साथ देशभक्ति की विविध दृश्यावली यादों में समा जाएगी। कृष्णावतार के साथ कलाकार कान्हा की बांसुरी से अलौकिकता पैदा करेंगे। समारोह के दौरान लघु आतिशबाजी के साथ आकाशीय दीपक स्वतंत्रता दिवस का स्वागत करेंगे। कार्यक्रम में काम आने वाली कला सामग्रियां भी तैयार कर ली गई है।
शहीद परिवार एवं आर्मी के जवान भी कार्यक्रम में आमंत्रित
श्री लोहिया ने बताया कि देशभक्ति की भावनाओं के साथ शहीदों के परिवार भी इस कार्यक्रम में अपनी पुनित उपस्थिति प्रदान करेंगे। सेना ही देश की सबसे ब$डी रक्षक है इसलिए इन्हे विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
लेजर स्क्रोल से मिलेगा देशभक्ति शुभकामनाओं का संदेश
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर किनारे ख$डे वृक्षों की हरियाली पर लेजर स्क्रोल के साथ स्वतंत्रता की शुभकामनाएं और अभिनंदन के संदेश तैरते दिखाई देंगे। इसके लिए मुम्बई से विशेषज्ञ पहुंच रहे है।
कलाकार दल उदयपुर पहुंचे
इस चित्ताकर्ष प्रस्तुति के लिए राजस्थान और देश के विभिन्न हिस्सों से कलाकार पहुंच गए है। आज भी करीब सभी कलाकार यहॉ पहुंच जाएंगे। इस रंगारंग संध्या में मंच पर प्रस्तुति देने वाले करीब 400 कलाकार यहॉ अपनी कला की अभिव्यक्ति करेंगे।
राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस सांस्कृतिक संध्या ‘स्पंदन-2014‘ गुरुवार को
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे मुख्य अतिथि होंगी
उदयपुर, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राज्य स्तरीय सांस्कृतिक संध्या ‘स्पंदन-2014‘ गुरूवार 14 अगस्त की शाम 6.30 बजे रेलवे प्रशिक्षण केन्द्र के मैदान पर आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह में उपस्थित रहेंगी।
राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह पूर्व संध्या सांस्कृतिक समारोह ‘स्पंदन-2014‘ के समन्वयक एवं राजसीको के पूर्व अध्यक्ष मेघराज लोहिया ने बताया कि इस समारोह की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। समारोह स्थल पर 40 गुणा 80 आकार का भव्य मंच जिसका स्वरूप उदयपुर के सिटी पैलेस आकार का है सज-धज कर आजादी की दुल्हन की तरह निखार पर है। कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करते ही त्रिपेालिया का स्वरूप लिए स्वागत द्वार की छटा दर्शकों को लुभाती नजर आएगी। लाईट एण्ड साउण्ड का विशेष प्रभाव लिए इसका संयोजन देखने वाले को मंत्रमुग्ध कर देगा।
कलाकारों की कला की भव्य गैलेक्सी सजेगी इस संध्या में –
समन्वयक ने बताया कि देश के महान कलाकारों और राजस्थान की धरती के कलाकारों से भव्य तारामण्डल (गैलेक्सी) से सजने वाली इस सांझ में दर्शक अभिभूत हो जाएंगे। नृत्य संयोजन, संगीतमय सुरीली स्वर लहरियों से एक फैंटेसी की तरह इस सांझ मेें देवादिदेव गणपति की आराधना की पहली प्रस्तुति ही लोगों का मंत्रमुग्ध कर देगी। इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, शहीदों की शहादत, कारगिल युद्घ के रोमांचकारी दृश्य, वन्दे मातरम के साथ देशभक्ति की विविध दृश्यावली यादों में समा जाएगी। कृष्णावतार के साथ कलाकार कान्हा की बांसुरी से अलौकिकता पैदा करेंगे। समारोह के दौरान लघु आतिशबाजी के साथ आकाशीय दीपक स्वतंत्रता दिवस का स्वागत करेंगे। कार्यक्रम में काम आने वाली कला सामग्रियां भी तैयार कर ली गई है।
शहीद परिवार एवं आर्मी के जवान भी कार्यक्रम में आमंत्रित
श्री लोहिया ने बताया कि देशभक्ति की भावनाओं के साथ शहीदों के परिवार भी इस कार्यक्रम में अपनी पुनित उपस्थिति प्रदान करेंगे। सेना ही देश की सबसे ब$डी रक्षक है इसलिए इन्हे विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
लेजर स्क्रोल से मिलेगा देशभक्ति शुभकामनाओं का संदेश
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर किनारे ख$डे वृक्षों की हरियाली पर लेजर स्क्रोल के साथ स्वतंत्रता की शुभकामनाएं और अभिनंदन के संदेश तैरते दिखाई देंगे। इसके लिए मुम्बई से विशेषज्ञ पहुंच रहे है।
कलाकार दल उदयपुर पहुंचे
इस चित्ताकर्ष प्रस्तुति के लिए राजस्थान और देश के विभिन्न हिस्सों से कलाकार पहुंच गए है। आज भी करीब सभी कलाकार यहॉ पहुंच जाएंगे। इस रंगारंग संध्या में मंच पर प्रस्तुति देने वाले करीब 400 कलाकार यहॉ अपनी कला की अभिव्यक्ति करेंगे।
मुख्यमंत्री आज से उदयपुर दौरे पर
उदयपुर, मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे 14 अगस्त से उदयपुर दौरे पर रहेंगी तथा महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगी।
जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि श्रीमती राजे गुरुवार को दोपहर सवा एक बजे हेलीकॉप्टर से चारभुजा (राजसमन्द) पहुंचेंगी। वे तीन बजे चारभुजाजी से हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर 3.30 बजे उदयपुर पहुंचेंगी तथा शाम 4 बजे बीएन संस्थान मैदान पर केमल टेटू शो कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगी। वे शाम 5.45 बजे सहेलियों की बाडी में आयोजित एट होम तथा शाम 7.50 बजे जोनल रेलवे ट्रेनिंग इन्स्टीट्यूट मैदान पर सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। उनका रात्रि विश्राम उदयपुर में होगा।
मुख्यमंत्री अगले दिन 15 अगस्त को प्रात: 9 बजे स्थानीय महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप मेें उपस्थित रहेंगी तथा प्रात: 11.30 बजे मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में भामाशाह योजना का शुभारंभ करेंगी। मुख्यमंत्री 16 अगस्त को प्रात: 11.30 बजे देबारी चौराहा पर आजीविका स्किल प्रोग्राम के तहत कौशल विकास सेन्टर का उद्घाटन करेंगी । इसके पश्चात वे दोपहर दो बजे राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय सभागार में ‘सरकार आपके द्वार‘ कार्यक्रम की ब्रिफिंग बैठक लेंगी।
प्रदेशाध्यक्ष ने बताई भाजपा पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी
उदयपुर | भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने अपने एक दिवसीय उदयपुर प्रवास के दौरान सभाग भर के जनप्रतिनिधि और पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक ली साथ ही सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान जनता की आवाज़ सरकार तक पहुचाने के निर्देश दिए |
बैठक के दौरान प्रदेशाध्यक्ष ने संभाग स्तरीय पदाधिकारियों विधयकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आने वाले दस दिनों तक जनता की सरकार मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में सभी मंत्री व अधिकारीगण उदयपुर संभाग में प्रवास कर जनता की समस्याओं के समाधान हेतु प्रयत्नशील रहेंगे। इस अभियान में हम संगठन के कार्यकर्ता जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने एक सेतु का कार्य करेंगे। इस कार्य को अंजाम देने ही यह बैठक बुलाई है। उन्होने कहा कि हम वातानुकुलित कमरों में बैठकर सरकार नहीं चलाना चाहते इसलिये पहले भरतपुर फिर बीकानेर ओर अब उदयपुर संभाग में सरकार ढेठ गांव के अन्तिम व्यक्ति तक रूबरू होने जा रही है। हमारा मकसद अधिकारी को उस शोषित, अंतिम व्यक्ति जो समस्याओं से ग्रसित है से रूबरू कराना उसकी समस्या का मौके पर ही हल करना है। उन्होने कहा कि इस दौरे में मिलने वाली प्रत्येक समस्या को सुचिबद्ध करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा इस हेतु बनाई विशेष सेल द्वारा मोनिटरिंग व समस्याओं के समाधान तक पहुंचने की कारगर योजना बनाई है। हर समस्या का हल होगा। उन्होने कार्यकर्ताओं से सकारात्मक रवैया अपनाने का निर्देश दिया। एक भी पंचायत ऐसी नहीं छुटेगी जहां मंत्री या अधिकारी नहीं जायेगे। कार्यकर्ताओं की सहभागिता आवश्यक है। जनता को लगना चाहिये कि कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनकी समस्या का समाधान हो रहा है। संगठन में सदैव संवाद बना रहना चाहिये। परनामी ने कहा कि कोई भी समस्या हो पत्र लिखकर या फोन पर सुचित करें कार्यवाही की जायेगी। अधिकारी वर्ग यदि जुल्म ढोते है तो भी सुचित करें परिणाम मिलेगा। उन्होने कहा कि कार्यकर्ता किसी व्यक्ति का नहीं होता वह संगठन की पूंजी है। जो अच्छा कार्य करें उसे उसके हिसाब से दायित्व दें। हर कार्यकर्ता की अपनी शक्ति होती है, बुथ स्तर की ईकाई को मजबुत बनाये। प्रधानमंत्री ने हाल ही में प्रत्येक बुध पर 50-100 कार्यकर्ताओं के गठन की आवश्यकता बताई। उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य देश के साथ कार्यकर्ताओं का भी विकास हो।
बैठक के दौरान संभाग के कई जान प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने अपनी बात राखी जिसमे राजसमन्द विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि सत्ता और संगठन में उत्कृष्ट तालमेल रखते हुये मेवाड़ वागड़ को विकास की राह पर लाने पुरी सरकार आ रही है। सभी कार्यकर्ता पुरी एकजुटता से इस कार्य को सम्पन्न कराने अपना सहयोग दें। नवमनोनित प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुये उन्हें अपनी टीम में स्थान देने पर मेवाड़ की ओर से धन्यवाद अर्पित किया। नवमनोनित महामंत्री कुलदीप धनकड़ ने कहा कि सरकार आपके द्वार के समय ऐसी कार्य योजना बनाये कि सरकार को विकास के कार्य में कोई बाधा ना आयें। इस अवसर पर सभी विधायकों को अपनी समस्याओं की जानकारी देने की बारी बारी मौका दिया गया जिसमें अर्जुन जीनगर, सुरेश धाकड़, चन्द्रभानसिंह आक्या, फुलसिंह मीणा, गौतम दक, धनसिंह रावत, अनीता कटारा, गणपत मेनारिया, देवेन्द्र कटारा, गोपी मीणा, सुशील कटारा, जीतमल खांट, नवनीत लाल निनामा, दलीचंद डांगी, प्रताप गमेती ने अपने विचार प्रदेशाध्यक्ष के सम्मुख रखें।
बैठक से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष के उदयपुर आने पर ठोकर चौराहे पर भाजपा युवा मोर्चा द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष गजपालसिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। पार्टी कार्यालय पर प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा उपाध्यक्ष इकराम कुरेशी, जिलाध्यक्ष जाकीर हुसैन घाटवाला, ईरशाद चैनवाला ने प्रदेश अध्यक्ष का इस्तकबाल किया।
यहां ही घरेलू तो वाणिज्यिक कौन ले काम में!
उदयपुर। राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस व सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत शहर की सड़कों के बीच लगे डिवाइडर और जालियों को रंगने में घरेलू गैस के सिलेंडर धड़ल्ले से काम में लिए जा रहे हैं, जबकि उपभोक्ता घरेलू सिलेण्डरों के लिए मारा मारी करते रहते हैं। डिवाइडर रंगने का काम कम्प्रेशर से किया जा रहा है, जिसमें गैस की आवश्यकता होती है। ठेकेदार बजाय वाणिज्यिक उपयोग वाली टंकियों के घरेलू सिलेंडर काम में ले रहा है। शहर में करीब छह-सात जगह रंगरोगन का काम चल रहा है, जिसमें यही घरेलू गैस काम में ली जा रही है। चित्र में कलर फर्निशिंग के लिए हाथ गाड़ी में लदी टंकिया और साथ चल रही ट्रक में लदी घरेलू गैस की टंकियां स्पष्ट दिखाई दे रही है।
नारायण सेवा की लापरवाही से गई युवती की जान
निमोनिया में कर दिया पोलियो का ऑपरेशन, तबीयत बिगडऩे पर नाम बदलकर गीतांजलि में भर्ती कराया, जहां कल शाम युवती ने दम तोड़ा
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान की घोर लापरवाही से महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले की निवासी एक युवती की कल शाम मौत हो गई। युवती के हाथ में पोलियो था, जिसका एक माह पूर्व संस्थान में ऑपरेशन किया गया था। आश्चर्य की बात यह कि ऑपरेशन के दौरान युवती निमोनिया से ग्रस्त थी। ऑपरेशन के बाद युवती की तबीयत बिगड़ गई और उसे डबल निमोनिया हो गया, इस पर उसका नाम बदलकर गीतांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कल शाम उसकी मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार ज्योति सिनकर (१८) पुत्री मोतीलाल सिनकर निवासी औरंगाबाद (महाराष्ट्र) को एक माह पूर्व हाथ में पोलियो के ऑपरेशन के लिए नारायण सेवा संस्थान में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि ज्योति को निमोनिया था। फिर भी लापरवाही बरतते हुए संस्थान में उसका ऑपरेशन किया गया। इससे उसके अपर चेस्ट में इंफेक्शन हो गया।
इंफेक्शन का असर फेंफड़ों तक पहुंचा। सही उपचार नहीं मिलने के कारण ज्योति को डबल निमोनिया हो गया।
नाम बदलकर कराया भर्ती : ज्योति की जब ज्यादा तबीयत बिगड़ गई तो नारायण सेवा संस्थान ने ज्योति का नाम बदल कर भारती किया और बिना मेडिकल हिस्ट्री लगाए उसे गीतांजलि हॉस्पीटल में भर्ती करवा दिया। सवाल ये है कि बिना मेडिकल हिस्ट्री के गीतांजलि हॉस्पीटल में उसको क्या इलाज दिया गया। बहरहाल ज्योति की बीमारी से लड़ते हुए कल शाम गीतांजलि हॉस्पीटल में मौत हो गई। शव उसके पिता को सौंप दिया गया। बताया जा रहा है कि ज्योति के पिता ने ही उसे गीतांजलि हॉस्पीटल में भर्ती कराया था, जहां ज्योति के उपचार का खर्च करीब एक लाख रुपए आया था, जिसका भुगतान नारायण सेवा संस्थान ने किया है।
मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। पता करके बताता हूं।
-प्रशांत अग्रवाल, निदेशक, एनएसएस
इबोला से डरने का नहीं
॥ इस बीमारी का डर दिखाकर इंटरनेशनल ड्रग कंपनियां उतारने वाली है महंगी दवाइयां
॥ हमारे आयुर्वेद में इस बीमारी का है कारगर इलाज, घर-घर में है इबोला का उपचार
इसके साथ ही इबोला की चपेट में आने वाले को नाक पर गाय का घी या नारियल का तेल लगाना चाहिए, वहीं उबला पानी, हल्का भोजन और गाय के दूध का सेवन करना चाहिए। यदि दवा कड़वी लगे तो शहद के साथ सेवन करना उपयुक्त होगा।
डरने की जरूरत नहीं : आयुर्वेद चिकित्सकों का मानना है कि भले ही इबोला से पूरी दुनिया दहशत में हो लेकिन भारत में इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है। उनके अनुसार हमारे खान-पान से लेकर साफ-सफाई तक में संक्रमण न फैलने देने का पूरा इंतजाम है। तुलसी के पत्ते से दिन की शुरुआत होने सहित भोजन में पडऩे वाले मसाले के वनौषधियुक्त होने का फायदा मिलता है। यह इंसान को भीतर से मजबूत बना देता है। इससे संक्रमण का प्रभाव नहीं पड़ता है।
इबोला से डरने का नहीं
॥ इस बीमारी का डर दिखाकर इंटरनेशनल ड्रग कंपनियां उतारने वाली है महंगी दवाइयां
॥ हमारे आयुर्वेद में इस बीमारी का है कारगर इलाज, घर-घर में है इबोला का उपचार
उदयपुर। शहरों से लेकर गांवों तक इबोला की चर्चा है। दहशत का एक माहौल तैयार किया जा रहा है, ताकि इस बीमारी का डर दिखाकर इंटनेशनल ड्रग कंपनियां महंगी दवाइयां भारतीय बाजारों में उतारकर भारी धन कमा सके। घर-घर में टीवी से चिपके लोग अफ्रीकी देशों में कहर बरपा रहे इबोला पर ही नजरें गड़ाए हुए हैं। इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी किया गया है, तब से भारतीयों की धड़कनें और तेज हो गई है, लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। इस बीमारी का हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में कारगर इलाज मौजूद है। जिस इबोला के आगे मॉडर्न मेडिसिन नतमस्तक है, उसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। वल्र्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन का पूरा अमला बेबस है। उस डिजीज का आयुर्वेद कारगर ट्रीटमेंट करने में सक्षम है। इस चिकित्सा पद्धति के जानकारों का कहना है कि यदि सही समय पर इसका इलाज शुरू किया जाए तो मात्र कुछ दिनों में ही रोगी को ठीक किया जा सकता है। अगर किसी कारणवश इसने भयानक रूप भी ले लिया तो भी आयुर्वेद के माध्यम से इस डिजीज पर काबू पाया जा सकता है। कुल मिलाकर यह लाइलाज नहीं है।
हर घर में है इलाज : आयुर्वेद के मर्मज्ञों का कहना है कि हमारे यहां घर-घर में उपयोग में आने वाली तुलसी इस संक्रमण फैलाने वाले रोग से लडऩे के लिए सक्षम है। बस इसके लिए सही मात्रा का होना जरूरी है। यदि नियमित रूप से तुलसी और काली मिर्च का सेवन किया जाए तो इबोला से बचा जा सकता है। जानकारों का कहना है कि तुलसी, गुरुच और पारिजात का काढ़ा तो इसके लिए रामबाण है, क्योंकि इबोला की शुरुआत बुखार और जुकाम से होती है, जिसे रोकने के लिए हमारे यहां सदियों से तुलसी का काढ़ा दवा के रूप में पीने का प्रचलन है।
रामबाण इलाज : संक्रमण को रोकने के लिए तुलसी के अलावा भी कई दवाइयां है, जिनका आयुर्वेद चिकित्सक आवश्यकतानुसार उपयोग करते हैं। भट्टियानी चौहट्टा स्थित प्राकृतिक चिकित्सालय के वैद्य रतनलाल मिश्रा का कहना है कि इबोला नामक बीमारी में अन्य दवाइयों में ज्वरांतक बटी, भिलवां से बनी औषधि व सप्तपर्ण घन बटी का सेवन बेहतर रहेगा।
इसके साथ ही इबोला की चपेट में आने वाले को नाक पर गाय का घी या नारियल का तेल लगाना चाहिए, वहीं उबला पानी, हल्का भोजन और गाय के दूध का सेवन करना चाहिए। यदि दवा कड़वी लगे तो शहद के साथ सेवन करना उपयुक्त होगा।
डरने की जरूरत नहीं : आयुर्वेद चिकित्सकों का मानना है कि भले ही इबोला से पूरी दुनिया दहशत में हो लेकिन भारत में इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है। उनके अनुसार हमारे खान-पान से लेकर साफ-सफाई तक में संक्रमण न फैलने देने का पूरा इंतजाम है। तुलसी के पत्ते से दिन की शुरुआत होने सहित भोजन में पडऩे वाले मसाले के वनौषधियुक्त होने का फायदा मिलता है। यह इंसान को भीतर से मजबूत बना देता है। इससे संक्रमण का प्रभाव नहीं पड़ता है।
भू-माफिया को सौंपी विद्यापीठ की जमीन
उदयलाल डांगी को बनाया डबोक परिसर का प्रभारी
उदयपुर। जनार्दन रॉय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर की डबोक स्थित अरबों रुपए की भू संपत्ति जमीनों का धंधा करने वाले एक समूह को सौंप दी गई है, जिससे संस्था के हित चिंतकों में चिंता की लहर व्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान विद्यापीठ कुल के अध्यक्ष भवानीशंकर गर्ग ने दो दिन पहले ११ अगस्त को एक आदेश जारी कर उदयलाल डांगी को डबोक परिसर का प्रभारी नियुक्त किया है। आदेश में लिखा गया है कि डांगी राजस्थान विद्यापीठ कुल की अचल संपत्ति का रख रखाव करेंगे, संस्था की खेती योग्य जमीन में कृषि कार्य का संपादन करेंगे, परिसर को हराभरा रखने के लिए पौधरोपण तथा पर्यावरण संरक्षण का कार्य करेंगे, विद्यापीठ कुल द्वारा डबोक परिसर में निर्मित दुकानों की गिरवी के मसले का नियमानुसार निस्तारण करेंगे, कुल की संस्थाओं के कर्मचारियों में अनुशासन बनाए रखने में सहयोग करेंगे तथा परिसर की सुरक्षा के लिए कुल एवं विश्वविद्यालय द्वारा की गई व्यवस्था का सुचारू रूप देगेें। आदेशानुसार उक्त सभी कार्यों के क्रियान्वयन के लिए एक कमेटी गठित की गई है जिसमें कुल प्रमुख भंवर गुर्जर, परिसर प्रभारी उदयलाल डांगी, संस्थापन शाखा इंचार्ज और आंगनवाड़ी प्रभारी को मनोनीत किया गया है। इनमें कुल प्रमुख व परिसर प्रभारी को विभिन्न कार्यों के लिए इस्टीमेट बनाकर बजट आवंटन करके बताने के लिए कहा गया है। इस आदेश से साफ हो गया है कि विद्यापीठ में वही होगा, जो भवानी शंकर गर्ग तय करेंगे।
सरकार आपके द्वार 16 से
उदयपुर। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस के भव्य आयोजन के साथ ही 16 अगस्त से उदयपुर संभाग में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने मंत्रियों के साथ सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आगा$ज करेंगी।
जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने बताया कि संभाग के सभी 6 जिलों में 47 पंचायत समितियों की ग्राम पंचायतों में होने वाले दौरों एवं जनसुनवाई कार्यक्रमों हेतु 24 दल गठित किए गए हैं जिनका नेतृत्व मंत्रीगण, एसीएस, प्रमुख शासन सचिव एवं सचिव करेंगे। 16 अगस्त को कृषि विश्वविद्यालय में एक ब्रीफिंग बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव पूरे कार्यक्रम से संबंधित जानकारी व निर्देश देंगे। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं उपस्थित रहकर ग्रामवासियों की पीड़ा व परिवेदनाओं को सुनेगी। जनमानस की छोटी से छोटी समस्याओं का निराकरण करने हेतु संबंधित मंत्रियों व अधिकारीगणों की उपस्थिति में हर संभव प्रयत्न किए जाएंगे। 22 अगस्त को सभी दल जन-सुनवाई कार्यक्रम के दौरान दर्ज शिकायतों व समस्याओं की रिपोर्ट तैयार करेंगे।
तीन दिन की अवधि के विशेष जन-सुनवाई कैम्प होंगे जिनमें 22 अगस्त को प्रिपरेटरी कैम्प (तैयारी शिविर) कार्य करना शुरू कर देगा जहां आम जनता की समस्याओं व शिकायतों को दर्ज किया जाएगा। 23 अगस्त को ‘मैन कैम्पÓ में सभी मंत्री, एसीएस एवं मुख्य सचिव उपस्थित रहेंगे।
सभी शिकायतों को आवश्यक रूप से राजस्थान संपर्क पोर्टल पर फीड किया जाएगा। 24 अगस्त को कृषि विश्वविद्यालय में दोपहर को सभी मंत्रियों व अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक होगी जिसमें तैयार रिपोर्टों के आधार पर महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए जाएंगे। 25 अगस्त को उदयपुर में केबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री की मोजूदगी में 18 को खेरवाड़ा, 19 को सागवाड़ा, 20 को घाटोल, 21 को छोटी सादड़ी, 22 को राशमी तथा 23 अगस्त को खमनोर में जनसुनवाई होगी।
उदयपुर संभाग में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को देखते हुए सभी जिला मुख्यालयों पर कलेक्ट्रेट में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो प्रात: 8.00 बजे से रात्रि 11.00 बजे तक नियमित कार्य करेंगे। राज्यस्तरीय कन्ट्रोल रूम उदयपुर में स्थापित किया गया है जो प्रात: 8.00 बजे से रात्रि 12.00 बजे तक कार्य करेगा।
कानून व्यवस्था हेतु कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त
उदयपुर। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह 2014 के लिए कानून एवं व्यवस्था की दृष्टि से प्रशासन द्वारा कार्यपालक मजिस्टे्रट नियुक्त किये गये हैं। इनमें उदयपुर में पदस्थापित अमूमन सभी आरएएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसी प्रकार 14 अगस्त से मुख्यमंत्री के उदयपुर प्रवास के दौरान विभिन्न प्रस्तावित उद्घाटन एवं शिलान्यास कार्यक्रमों के लिए भी कानून व्यवस्था की दृष्टि से भी कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
जिला कलक्टर ने लिया कार्यक्रम स्थलों का जायजा
उदयपुर। जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर एवं अन्य आला अधिकारियों ने फतहसागर पाल पर लगने वाली आर्मी शस्त्र प्रदर्शनी, कायाकिंग केनोइंग प्रतियोगिता स्थल, ले$जर शो, सहेलियों की बा$डी में एट होम स्थल की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
पेड़ों के झुरमुट पर तैरेंगे शुभकामना संदेश
रेलवे प्रशिक्षण केन्द्र ग्राउण्ड मैदान में हरे पे$डो के सुहावने झुरमुट पर जब स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं रंग-बिरंगी रोशनी के साथ तैरेंगी तो एक अलग समां बन जाएगा।
यह नजारा होगा राज्यस्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह पूर्व संध्या ‘स्पंदन-2014′ में जब कार्यक्रम स्थल पर हरे पे$डो पर लेजर स्क्रोल बोर्ड से शुभकामनाएं संदेश झिलमिलाते दिखाई देंगे। कार्यक्रम समन्वयक मेघराज लोहिया ने बताया कि लेजर किरणों की विशेष तकनीक पर आधारित प्रस्तुति के लिए 14 अगस्त को मुंबई से विशेष टीम पहुंचेगी। यह टीम सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता दिवस की 68वीं सालगिरह मुबारकबाद सहित विविध तरह के संदेशों का बहाव लेजर लाइट से पेड़ों पर करेंगे।
रेडियम से बने रिस्ट बेंड दर्शकों के हाथों में चमकेंगे
समन्वयक मेघराज लोहिया ने बताया कि रेडियम आधारित कलाई पर बंधने वाले विशेष बेंड सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रवेश करने वाले दर्शकों में वितरित किये जायेंगे। इस रिस्ट बेंड पर ‘आई लव इंडिया’ लिखा होगा तथा हाथ ऊपर करते ही यह बेंड चमक के साथ दिखाई देगा। इससे पूरे मैदान में दर्शकों के हाथ पर बेंड की चमक दिखाई देगी।
राष्ट्रीय केनोई पोलो होगा आकर्षण
उदयपुर। फतहसागर पाल पर राष्ट्रीय केनोई पोलो का भव्य आयोजन किया जा रहा है। केनोई पोलो में आठ टीमें भाग ले रही है, जिसमें प्रमुखत: मध्यप्रदेश, दिल्ली, बिहार, छत्तीसग$ढ व गुजरात की टीमों के 20 अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिला$डी भाग लेंगे, जो कयाकिंग व केनोइंग बोट रेस का प्रदर्शन करेंगे। इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन नगर निगम से सौजन्य से किया जा रहा है। इस ‘ नेशनल लेवल केनाई पोलो प्रतियोगिता के लिए भारतीय कयाकिंग एवं केनोई संघ के पदाधिकारी, अंपायर व रेफरी देश के कोने-कोने से आ रहे हैं।