विश्वविद्यालय वाणिज्य महाविद्यालय की मेजबानी में आयोजित अंतर महाविद्यालयी टेबल टेनिस पुरुश महिला प्रतियोगिता के दोनों वर्गो में मेजबान महाविद्यालय फाइनल में प्रवेष किया। सुबह खेले गए पहले मुकाबले में मेजबान महाविद्यालय ने पी एस पी महाविद्यालय को 3-0 से परास्त किया। वहीं दुसरे मुकाबले में कला महाविद्यालय ने राजकीय महाविद्यालय खेरवाडा को परास्त किया। सांय कालिन सत्र में खेले गए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मेंजबान वाणिज्य महाविद्यालय ने सघंर्श पूर्ण मुकाबले में गत उपविजेता विधि महाविद्यालय को 3-2 से परास्त कर फाईनल में जगह बनाई वहीं दुसरे सेमीफाईनल में बी एन कालेज ने कला महाविद्यालय को परास्त कर फाईनल में जगह बनाई। वहीं महिला वर्ग में मेजबान वाणिज्य महाविद्यालय ने एक तरफा मुकाबले में गुरु नानक कालेज को 3-0 से हराकर फाईनल में जगह बनाई वहीं दुसरे मुकाबले में बी एन कन्या महाविद्यालय ने लॉ कालेज को हराकर फाईनल में जगह बनाई।
आयोजन सचिव हेमराज चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रातः फाईनल मुकाबले खेले जाएगें एवं पारितोशिक वितरण 11ः00बजे विष्वविद्यालय जिम्नेजियम हॉल में आयोजित किया जाएगा। पारितोशिक वितरण के मुख्य अतिथि प्रो. विजय श्रीमाली, अधिश्ठाता वाणिज्य महाविद्यालय एवं विषिश्ट अतिथि डॉ. दीपेन्द्र सिंह चौहान होंगे।
अंतर महाविद्यालयी टेबल टेनिस प्रतियोगिता में मेजबान वाणिज्य महाविद्यालय पुरुश व महिला वर्ग के फाईनल में।
जन्मदिवस पर अरविन्द सिंह मेवाड़ उदयपुर में नहीं
उदयपुर, महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविन्द सिंह मेवाड़ दिनांक 13 दिसंबर 2013, शुक्रवार सुबह उनके जन्म दिवस पर इस वर्ष उदयपुर से बाहर प्रवास के कारण उनको बधाई देने आने वाले स्वजन एवं परिजनों से भेंट नहीं कर पाएंगे।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि प्रतिवर्ष श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ प्रात: अपने मित्र, परिजनों एवं अन्य चाहने वालों की जन्मदिवस पर शुभकामनाएं स्वीकार करने के लिए शंभू निवास में उपलब्ध रहते हैं किन्तु इस वर्ष पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में वचन दिए जाने के कारण श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ उदयपुर के बाहर प्रवास पर होंगे। एत्दर्थ उनको बधाई देने आने वाले स्नेहीजनों से वे भेंट नहीं कर पाएंगे। श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ ने शुक्रवार सुबह शंभूनिवास में स्वयं उपस्थित नहीं होने पर खेद व्यक्त किया है।
वरिष्ठ नागरिक- समस्याएं एवं चुनौतियां
विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी 22 व 23 को
उदयपुर, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद् यालय, वरिष्ठ नागरिक परिषद विज्ञान समिति तथा इंडियन सोसायटी फोर U3As के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ नागरिक- समस्याएं एवं चुनौतियां विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी 22 व 23 दिसम्बर को यहां सुखाडिया विवि सभागार में आयोजित की जाएगी।
कार्यक्रम संयोजक प्रो सजंय लोढा ने बताया कि इस सगोष्ठी में वरिष्ठ जनों की मनोवैज्ञानिक समस्याओ वित्तीय संससाधन, उपेक्षा व दुवयर्वहार,तथा देखभाल से जुडे कई मुद्दों पर चर्चा की जागी। वरिष्ठ जनों से जुडे विषयों में रुचि रखने वाले लोग इस में भागीदार बन सकते है। इस सम्बन्ध में सोमवार को एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमे कार्यक्रम से जुडे सभी लोगागें ने हिस्सा लिया तथा इसकी रुपरेखा पर चर्चा की गई।
कई ने चुना ‘इनमें से कोई नहीं’

इन विधानसभा चुनावों में पहली बार चुनाव आयोग ने ‘इनमें से कोई नहीं’ यानी ‘नोटा’ का प्रावधान किया था जिसका असर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के इलाकों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में देखा गया.
लेकिन विश्लेषकों को लगता है कि बस्तर संभाग के विधानसभा क्षेत्रों में ‘नोटा’ का रुझान काफी चौंका देने वाला है.
अब तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, दंतेवाड़ा सीट पर सबसे ज्यादा 9677 मत ‘नोटा’ के पक्ष में पड़े. दंतेवाड़ा के बाद नक्सल प्रभावित बीजापुर में भी 7179 लोगों ने नोटा का चुनाव किया.
दंतेवाड़ा में भाजपा के मौजूदा विधायक भीमा मंडावी का कड़ा मुकाबला दर्भा घाटी में हुए माओवादी हमले में मारे गए कांग्रेस के वरिष्ट नेता और सलवा जुडूम के जन्मदाता महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा से था.
इस सीट पर सबसे ज़्यादा नोटा का इस्तेमाल होना इस बात के संकेत हैं कि एक तबका ऐसा भी है जो दोनों ही प्रमुख दलों के साथ साथ चुनाव में शामिल सभी दलों को नकार रहा है.
ये सब तब जबकि बस्तर के जंगली इलाकों में नोटा के बारे में ढंग से प्रचार नहीं हो पाया. कई इलाके ऐसे रहे हैं जहाँ चुनाव अधिकारी पहुँच नहीं पाए और ना ही मतदान में तैनात कर्मचारियों को ही इसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया.
सलवा जुडूम को नकारा
कुछ समीक्षकों का कहना है कि दंतेवाड़ा में नोटा पर इतना रुझान इस बात का भी संकेत है कि लोगों ने सलवा जुडूम को नकार दिया है. वहीँ समीक्षकों का एक तबका ऐसा भी है जिसका मानना है कि नोटा का इस्तेमाल ज़्यादातर नक्सली विचारधारा से सहानुभूति रखने वालों ने किया है.

बस्तर में ही दूसरे नक्सल प्रभावित इलाके, जैसे बीजापुर में 7179 मत नोटा के पक्ष में पड़ने की बात से भी इस मान्यता को बल मिलता है. हालांकि चुनाव के अंतिम आंकड़ों के उपलब्ध होने पर ही बताया जा सकता है कि नोटा का रुझान शहरी इलाकों में ज़्यादा रहा या फिर जंगल के क्षेत्रों में.
बस्तर में नक्सल प्रभावित सीट नारायणपुर में भी नोटा के पक्ष में 6 हज़ार से ज्यादा मत पड़े. उसी तरह बस्तर विधान सभा सीट पर भी पांच हज़ार से ज्यादा मत पड़े.
यही हाल चित्रकोट, कोंटा, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ विधानसभा सीटों का भी रहा जहाँ नोटा के पक्ष में पांच हज़ार के आसपास मत पड़े.
हालांकि बस्तर में नोटा के लिए जागरूकता उतनी नहीं हो पाई, दूसरे राज्यों में जैसे कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में भी नोटा के पक्ष में वोट पड़े.
राजस्थान में भाजपा का करिश्मा, 162 सीटें जीतकर रचा इतिहास
उदयपुर . राजस्थान में भाजपा का करिश्मा ऎसा चलेगा ऎसा तो खुद भारतीय जनता ने नहीं सोचा होगा। प्रदेश की जनता ने एकपक्षीय बहुमत उनके हाथ में सौंप दिया है। कांग्रेस के अशोक गहलोत सरकार की ओर से किए गए तमाम विकास के दावों को नकारते हुए प्रदेश में 5 वर्ष बाद फिर कमल को खिला दिया। भाजपा ने वर्ष 1998 के रिकॉर्ड को तोड़कर 161 सीटों पर जीत दर्ज की और राज्य के चुनावी इतिहास में नाम दर्ज करा दिया।
प्रदेश की जनता ने इस नतीजे के बाद अपनी “रणनीति” को भी स्पष्ट कर दिया कि वे हर 5 साल में नई सरकार को अवसर देना चाहते हैं। वर्ष 1998 में भाजपा को हटाकर प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के हाथों में जनादेश सौंपा था। इसके बाद से यह तीसरा चुनाव है जिसमें प्रदेशवासियों ने भाजपा और कांग्रेस की सरकार को एक के बाद एक करके मौका दिया है।
प्रदेश में मतगणना के दौरान प्राप्त हुए अब तक के नतीजों को देखें तो भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर दिया है। 198 सीटों के शाम 4.30 बजे तक आए परिणामों में भाजपा ने 161 सीटों अपना कब्जा जमाया। वहीं कांग्रेस को सिर्फ 21 सीटें मिलीं। 16 सीटें अन्य के खाते में गई, इनमें किरोड़ी लाल मीणा की पार्टी राजपा को 4, बसपा को 3 और 9 सीटें निर्दलीयों के खाते में गए हैं। सिर्फ एक सीट का परिणाम बाकी है। इस पर राजपा बढ़त बनाने हुए है।
54 सीटों पर अब भी भाजपा के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। ऎसे में यह भी साफ दिख रहा है कि भाजपा के खाते में कितनी सीटें और आ सकती हैं। प्रदेश की जनता ने इस बार प्रदेश में रिकॉर्ड 75.20 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके पीछे मतदाता जागरूकता अभियान को बड़ा कारण माना गया। वहीं जनता ने भी अपने मतदान से साबित किया कि वे परिवर्तन चाहते हैं।
आम चुनाव पर पड़ेगा सीधा असर
भाजपा की इस जीत से आम चुनाव के लिए उत्साह दोगुना होगा। साथ ही चुनाव के दौरान पार्टी के उठाए गए मुद्दे भी सही साबित हुए। राजस्थान में भाजपा की लहर का बड़ा फायदा नरेंद्र मोदी को भी मिलेगा। वहीं वसुंधरा राजे की पार्टी में छवि और दमदार क्षत्रप के रूप में स्थापित होगी।
ये रहे चुनावी मुद्दे
कांग्रेस सरकार नि:शुल्क दवा, जांच, वृद्धावस्था पेंशन, छात्रों को लैपटॉप जैसी लोकलुभावन योजनाओं के दम पर चुनाव मैदान में उतरी थी। वहीं, भाजपा ने कानून व्यवस्था और गवर्नेस को मुद्दा बना चुनाव लड़ा है।
राजपा फैक्टर की निकली हवा
कांग्रेस व भाजपा के बागियों को पनाह देने वाले सांसद किरोड़ी लाल मीणा की पार्टी राजपा का हश्र इस चुनाव में काफी बुरा हुआ। प्रदेश में 150 उम्मीदवारों को उतारने वाली इस पार्टी को प्रदेश की जनता ने नकार दिया। अलग फैक्टर के रूप में देखे जाने वाले सभी अनुमान जनता ने खारिज कर दिए।
भाजपा के इन उम्मीदवारों को मिला जनता का आशीर्वाद
डॉं फूलचन्द भिंडा-विराटनगर
बहादुर सिंह कोली-वैर
गुरजंट सिंह-
सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी-करणपुर
शिमला बावरी-पीलीबंगा
कृष्ण कड़वा-
डॉ. राम प्रताप-हनुमानगढ़
द्रोपदी मेघवाल-पीलीबंगा
अभिषेक मटोरिया-नोहर
गोपाल जोशी-बीकानरे पश्चिम
सिद्धि कुमारी-बीकानेर पूर्व
जय नारायण पुनिया-तारानगर
राजकुमार रिणवा-रतनगढ़
खेमाराम मेघवाल-सुजानगढ्
गोरधन-धोद
रतन जलधारी-सीकर
प्रेम सिंह बाजौर-नीम का थाना
झाबर सिंह खर्रा-श्रीमाधोपुर
रामलाल शर्मा-चौमूं
प्रेम चंद बैरवा -दूदू
नरपत सिंह राजवी-विद्याधर नगर
अरूण चतुर्वेदी-सिविल लाइंस
मोहन लाल गुप्ता -किशनपोल
कालीचरण सराफ-मालवीय नगर
कैलाश वर्मा-बगरू
लक्ष्मीनारायण बैरवा-चाकसू
ममन सिंह-तिजारा
धर्मपाल-मुंडावर
जयराम जाटव-अलवर ग्रामीण
जगत सिंह-कामां
अनिता गुर्जर-नगर
बहादुर सिंह-वैर
बच्चू सिंह बंशीवाल-बयाना
जितेन्द्र गोठवाल-खंडार
कन्हैया लाल-मालपुरा
अजीत मेहता-टोंक
राजेन्द्र गुर्जर-देवली-उनियारा
भागीरथ चौधरी-किशनगढ़
वासुदेव देवनानी-अजमेर
अनिता भदेल-अजमेर दक्षिण
शंकरसिंह-ब्यावर
शत्रुघ्न गौतम-केकड़ी
सुखराम नेतडिया-मेड़ता
विजय सिंह चौधरी-नावां
सुरेन्द्र गोयल-जैतारण
संजना आगरी-सोजत
ज्ञानप्रकाश पारख-पाली
मदन राठौड़-सुमेरपुर
भैरा राम-ओसियां
कैलाश भंसाली-जोधपुर शहर
सूर्यकांता व्यास-सूरसागर
जोगाराम पटेल-लूणी
छोटूसिंह-जैसलमेर
शैतानसिंह-पोकरण
मानवेन्द्र सिंह-शिव
कैलाश चौधरी-बायतू
हमीर सिंह-सिवाना
शंकर सिंह राजपुरोहित-आहौर
अमृता मेघवाल-जालौर
नारायणसिंह देवल-रानीवाड़ा
समाराम-आबू-पिंडवाड़ा
जगसीराम-रेवदर
गुलाबचंद कटारिया-उदयपुर शहर
दली चंद डांगी-मावली
अमृत लाल मीणा-सलूम्बर
गौतम मीणा-धरियावद
देवेन्द्र कटारा-डूंगरपुर
गोपीचंद मीणा-आसपुर
सुशील कटारा-चौरासी
नवनीत निनामा-घाटोल
अर्जुन लाल जीनगर-कपासन
श्रीचंद कृपलानी-निंबाहेड़ा
गौतम-बड़ी सादड़ी
नंदलाल मीणा-प्रतापगढ़
किरण माहेश्वरी-राजसमंद
रामलाल गुर्जर-आसींद
कालूलाल गुर्जर-मांडल
बालूराम जाट-सहाड़ा
विट्ठलशंकर अवस्थी-भीलवाड़ा
कीर्ति कुमारी-मांडलगढ़
विद्याशंकर नन्दवाला
हीरालाल नागर-सांगोद
प्रहलाद गुंजल-कोटा दक्षिण
भवानीसिंह राजावत-लाडपुरा
चंद्रकांता मेघवाल-रामगंजमंडी
प्रभुलाल सैनी-अंता
रामपाल मेघवाल-हनुमानगढ़
प्रताप सिंह सिंघवी-छबड़ा
वसुंधरा राजे-झालरापाटन
मनोहर सिंह-लाडनूं
भवानीसिंह राजावत-लाडपुरा
कांग्रेस
अशोक चांदना-बूंदी
हीरालाल डह्वारंगी-
मेवाराम जैन-बाड़मेर
महेंद्र सिंह-बागीदौरा
प्रद्धुमन सिंह-राजाखेड़ा
गिर्राज सिंह मलिंगा-बाड़ी
शकुंतला रह्वाव-बानसूर
गोविंद सिंह डोटासरा-लक्ष्मणगढ़
भंवरलाल शर्मा-सरदारशहर
सुरेन्द्र बामणिया-सागवाड़ा
राजेन्द्र यादव-कोटपूतली
सुखराम विश्नोई-सांचौर
अशोक गहलोत-सरदारपुरा
डूंगरपुर, बांसवाड़ा में कांग्रेस का सफाया, खिला भाजपा का कमल
वागड़ में डूंगरपुर की चार सीटों में से एक पर भी कांग्रेस का कोई प्रत्याशी विजयी नहीं हुआ वही भाजपा कि पांच विधान सभा क्षेत्र में से सिर्फ बागीदोरा में कांग्रेस जीत पायी ।
डूंगरपुर जिले की चार विधान सभा क्षेत्र में –
आसपुर से भाजपा गोपीचंद मीणा 669236 मत लाकर कोंग्रेस के रिया मीणा से 10504 मतों से विजयी हुए
चौरासी विधान सभा क्षेत्र में भाजपा के शुशील कटारा 72247 मत लाकर कांग्रेस के महेंद्र कुमार बरजोड़ 20313 मतों से विजयी हुए
डूंगरपुर शहर विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के देवेन्द्र कटारा 58531 मत लाकर कांग्रेस के लाल शंकर घाटिया से 3845 मतों से विजयी हुए है ।
सागवाड़ा विधान सभा क्षेत्र से भाजपा कि अनीता कटारा 69065 मत लाकर कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार से 640 मतों से विजयी हुई ।
बांसवाड़ा जिले में पांचविधान सभा क्षेत्र में
बांसवाड़ा शहर में भाजपा के धन सिंह रावत 86620 मत लाकर कांग्रेस के अर्जुन सिंह से 24450 वोटो से विजयी हुए ।
बागीदौरा से कांग्रेस के महेंद्र जीत सिंह मालवीय 81016 मत लाकर भाजपा के खेमराज से 14325 वोटो से विजयी हुए ।
गडी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के जीतमल खाट 91929 वोट लाकर कांग्रेस की कांटा भील से 24450 वोटो से विजयी रहे ।
कुशल गढ़ से भाजपा भीमा 63979 मत लाकर कांग्रेस के हुरतिंग मीणा से 708 वोटों से विजयी रहे ।
उदयपुर जिले में 8 विधान सभा में भाजपा की 6 पर कांग्रेस 1 और भाजपा के बागी 1 पर विजयी
उदयपुर विधानसभा की 8 सीटों में से 6 पर भाजपा 1 पर कांग्रेस और 1 पर वल्लभ नगर से भाजपा के बागी रणधीर सिंह भिंडर चुनाव जीते
उदयपुर शहर भाजपा के गुलाबचंद कटारिया 78446 मत लाकर दिनेश श्रीमाली ( 53838 ) 24608 मतों से चुनाव जीते
उदयपुर ग्रामीण से भाजपा फूल सिंह मीणा 78561 वोट प्राप्त कर सज्जन कटारा 64797 से 13764 वोटों से जीते
मावली से भाजपा के दली चंद डांगी 84558 वोट लाकर 23465 मतों से पुष्कर डांगी 61093 से चुनाव जीते
गोगुन्दा से भाजपा के प्रताप भील 69210 मत लाकर मांगीलाल गरासिया 65865से 3345 मतों से विजयी
खेरवाड़ा से भाजपा के नाना लाल अहारी 84845 मत लाकर बसंती देवी 73679 से 11166 मतों से विजयी
वल्लभ नगर के निर्दलीय भाजपा के बागी रणधीर सिंह भिंडर 74899 मत लाकर कांग्रेस के गजेन्द्र सिंह शक्तावत 61732 से 13167 मतों से विजयी
झाड़ोल से कांग्रेस के हीरालाल दरांगी 67354 मत लाकर भाजपा के बाबू लाल खराड़ी 62670 से 4684 मतों से विजयी
सलूम्बर से भाजपा के अमृत लाल मीणा 91930 मत ला कर बसंती देवी 55279 से 36651 मतों से विजयी हुए
नारायण सेवा संस्थान ने निशक्त जनो का सामूहिक विवाह करवाया
उदयपुर । नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में सेवा महातीर्थ बड़ी में शनिवार को दो दिवसीय 21 वां विकलांग विवाह निःशुल्क सामूहिक विकलांग विवाह एवं निर्धन युवक-युवती विवाह समारोह शुभ मुहूर्त में गणपति जी की स्थापना के साथ प्रारम्भ हुआ। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 500 से अधिक दानदाताओं व समाजसेवियों ने भाग लिया। इस अवसर पर अतिथियों, भामाशाहों व उन धर्म माता-पिताओं को सम्मानित किया गया। जिन्होंने इस समारोह में कन्यादान के इस अनुष्ठान में सहयोग किया। संस्थान संस्थापक श्री कैलाश ‘मानव’ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जन्म और मृत्यु के बीच जो जीवन हमें उपलब्ध हुआ है उसका उपयोग समाज के वंचित वर्ग की सेवा कर सार्थक करें। निःशक्तजन की सेवा और हित चिन्तक से प्रभु की कृपा सहज प्राप्त हो सकती है। उन्होंने 6 दिसम्बर को जयपुर में नारायण सेवा संस्थान द्वारा फिजियोथैरेपी हॉस्पीटल एवं रिचर्स सेन्टर के शुभारम्भ की जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर के रामप्रकाश वैद परिवार द्वारा निर्मित इस हॉस्पीटल में निर्धन, निःशक्त एवं वृद्ध लोगों को निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध करवाई जाऐगी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हंसमुख भाई गोहिल लंदन, रिलायंस ग्रुप के प्रकाश कोठारी, शांतिलाल मोर पाचोरा, प्रेमसागर गुप्ता, चिमन भाई मुम्बई, करणीसिंह बीकानेर, भगवानदास हैदराबाद, अल्का चौधरी हैदराबाद, राशि पाठक दिल्ली आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए नारायण सेवा संस्थान जिस मिशन को लेकर चला है वह निःसंदेह समाज के कमजोर वर्ग के लिए काफी लाभप्रद है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि 21 वें इस विकलांग विवाह समारोह में- जोड़े परिणय सूत्र में बंधने जा रहे है। उन्होंने संस्थान की 28 वर्षीय सेवा यात्रा की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान अब तक 1 लाख 72 हजार निःशक्तजनों की निःशुल्क ऑपरेशन करने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षणों का संचालन भी कर रहा है। उन्होंने अतिथियों व दानदाताओं का मेवाड़ी परम्परानुसार पाग, श्रीनाथ जी उपरणा व स्मृति चिन्ह से सम्मान किया।
मेहन्दी रस्म –
कार्यक्रम के पश्चात संस्थान निदेशक श्रीमती वंदना अग्रवाल के सान्निध्य में परिणय सूत्र में बंधने वाली युवतियों के मेहन्दी मांडने की रस्म पूरी की गई। संस्थान साधिकाओं व विभिन्न राज्यों से आई महिला अतिथियों ने ढोलक की थाप पर मेहन्दी के परम्परागत गीत प्रस्तुत किये।
बिन्दौली –
शाम 4 बजे नगर निगम परिसर से सजी-धजी बग्गियों में परिणय सूत्र में बंधने वाले युगलों की बाजे-गाजे के साथ बिन्दौली निकाली गई। संस्थान संस्थापक कैलाश ‘मानव’ व सहसंस्थापिका श्रीमती कमला देवी अग्रवाल ने बिन्दौली को अपने आशीष के साथ रवाना किया। यह बिन्दौली निगम परिसर से रवाना होकर सूरजपोल, बापू बाजार, देहली गेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल होते हुए चेटक सर्कल मोहता पार्क पहुंची। यहां से बसों द्वारा सभी युगल व अतिथि विवाह स्थल सेवा महातीर्थ बड़ी पहुंचे। बिन्दौली में संस्थान साधक व बाहर से आये अतिथि नाचते-गाते चल रहे थे।
महिला संगीत –
रात्रि 8 बजे सेवा महातीर्थ बड़ी में निर्मित विशाल विवाह पाण्डाल में महिला संगीत एवं नृत्य का आयोजन किया गया। जो देर रात तक चलता रहा।
विवाह समारोह 8 को –
संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने पाणिग्रहण संस्कार रविवार को प्रातः 11.15 बजे तोरण एवं वरमाला की रस्म अदायगी के साथ सम्पन्न होगा। प्रत्येक जोड़े के विवाह के लिए वैदियां बनाई गई है। विवाह के पश्चात् दोपहर 3 बजे नव-युगलों को गृहस्थी के सामान के साथ अलग-अलग वाहनों में उन्हंे अपने-अपने घरों के लिए देव पूजन के पश्चात विदा किया जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन श्री प्रशान्त अग्रवाल व महिम जैन ने किया।
डायबिटीज जांच शिविर में उमडी भीड़
आरोग्य दिवस अन्तर्गत 52 वां शीविर
डायबिटीज जांच शिविर में उमडी भीड़
अत्यधिक तनाव एवं खान पान में अनियमितता का परिणाम डायबिटीज-औदिच्य
उदयपुर , राजकीय आदर्ष आयुर्वेद औशधालय सिंधी बाजार, फूटा दरवाजा, उदयपुर में आरोग्य दिवस के अन्तर्गत आज 52वां षिविर प्रातः 9 बजे से 11.45 बजे तक निःषुल्क डायबिटीज जांच औशधालय मे की गई जिसमें 164 महिला पुरूशों रोगियों ने जांच करवाई।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी विद्यावारिधि वैद्य (डॉ.) षोभालाल औदिच्य ने बताया कि अत्यधिक चावल, दही, मिठाई, ज्युस व खान पान मे अनियमितता, षारीरिक श्रम का अभाव ही डायबिटीज का मुख्य कारण है। यह रोग पाचन संस्थान संबंधी दोश के कारण होता है तथा मस्तिश्क से अधिक काम लेने से भी अक्सर यह रोग हो जाता है। इस समय व्यक्ति को चलने की बजाय खडा रहना? खडे रहने की बजाय बैठना? बैठने की बजाय लेटना? लेटने की बजाय सोना? आदि लक्षण नजर आने लगे तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें। अतः भारतीय जीवनषैली अपनाकर एवं खान पान पर नियंत्रण कर डायबिटीज से बचा जा सकता है।
वैद्य औदीच्य ने बताया कि आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं अपने खान-पान में आंवला, हल्दी, करेला, जामुन की गुठली, विजयासार, मैथी, गुड़मार, दारू हल्दी, बेहड़ा, हरड़, देवदारू आदि का प्रयोग कर डायबिटीज रोग से बचा जा सकता है।
शीविर में विशय विषेशज्ञ डॉ. विश्णु बंषीवाल, नर्स रूकमणी खराडी, अमृतलाल परमार, नर्स इन्दिरा डामोर, पुष्कर मीणा, रामसिंह ठाकुर ने अपनी निःशुल्क सेवाएं प्रदान की।