युवाओं को दे नैतिकता एवं जीवन मूल्यों की सीख – मॉ अमितप्राणा जी

IMG_2095विद्यापीठ में विवेकानन्द एवं उनका आध्यात्म एवं चिंतन पर सेमीनार सम्पन्न

 उदयपुर, षिकागों धर्म सभा के 150 वें वर्ष पूर्ण होने पर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय के प्रतापनगर स्थिति आईटी सभागार मुख्य अतिथि प्रवाजिका मॉ अमित प्राणाजी ने युवाओे का आव्हान किया करते हुए कहा कि दुनिया में हिन्दू धर्म एवं भारत की प्रतिष्ठा स्थापित करने वाले स्वामी विवेकानन्द आज भी युवाओं के दिल में विद्यमान है। उन्होंने ने कहा कि विष्व मंच पर युवाओं को स्थापित करने हेतु हमें षिक्षा के साथ साथ भारतीय संस्कृति तथा विवेकानन्द के नैतिकता तथा उनके जीवन मूल्यों को अपनाना होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि विवेकानन्द भारत को एक ऐसा देष मानते थे जहां आध्यात्म जिवित है और जहा से सम्पूर्ण विष्व में अध्यात्म का प्रचार प्रसार किया जा सकता है। अवसर था विद्यापीठ में विवेकानन्द एवं उनका आध्यात्म एवं चिंतन पर सेमीनार का।

 IMG_2047अतित को पहचानना होगा: मॉ अमित प्राणाजी ने कहा कि अतित से भविष्य का निर्माण होता है। अतः हमें हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए कार्यो को पहचान कर वर्तमान संदर्भ में उनके द्वारा किए गए कार्यो से सीख लेकर आगे बढ़ना होगा।

 समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने नारी जागरण पर जोर देते हुए कहा कि हमें जन साधारण को जगाना होगा। तभी देष का कल्याण होगा और हमारे देष में नारियो की पूजा करके ही सभी धर्म व जातिया आगे बढी है। जिस देष में नारियो को पूजा नही जाता वह देष हमेषा से पिछे रहा है। साथ ही यदि जनता को आत्म निर्भर होने की षिक्षा देनी होगी। साथ ही षिक्षा कोरोजगारोन्मुखी से जोड़ा जाना होगा।

विषिष्ट अतिथि डॉ. विनया पेन्डसे, तथा श्रीमती मंजूला बोर्दिया थी। इस अवसर चांसलर प्रो. भवानीषंकर गर्ग का शुभकामना वाचन डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना किया। इस अवसर पर डॉ. एन.एस. राव, डॉ. ललित पाण्डेय, डॉ. आर.बी. सिंह, डॉ. मंजू मांडोत, डॉ. भारत सिंह, डॉ. जी.एम. मेहता, डॉ. गौरव गर्ग सहित अनेक छा? छात्राए उपस्थित थे।

 IMG_2054 IMG_2068प्रदर्षनी तथा सम्मान समारोह:

 इस अवसर पर विवेकानन्द के मूल्यों पर आधारिक चित्रों एवं उनके साहित्य की प्रदर्षनी लगाई गई। इस अवसर पर मॉ अमितप्राणा जी, डॉ विनय पेन्डसे, श्रीमती मंजूला बोर्दिया को प्रतीक चिन्ह एवं शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया गया।

समारोह का संचालन डॉ. हीना खां ने किया जबकि धन्यवाद रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाष शर्मा ने दिया।

 

राहुल की सभा में दिखा जबरदस्त उत्साह ( फोटो झलकियाँ )

पहाडो पर चढे:
आदिवासी युवकों और युवतियों की राहुल को देखने और उनका भाषण सुनने के प्रति ऐसी दीवानगी दिखी कि पांडाल में जगह नहीं मिलने पर युवक-युवतियां पास के पहाड पर चढे गये और भीड पूरे पहाडों चढे बैठी रही। जिसको देख राहुल गांधी भी खुश हुए और उन्होंने अपने भाषण में तीनबार पहाड पर बैठे लोगों का अभिवादन किया।

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मालवीया ने खेला गैर:
जनजाति विकास राजमंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने कार्यक्रम के दौरान मंच के संचालन की बागडोर संभाली। कार्यक्रम के दौरान दौरान वागड और अपने क्षेत्र से आये आदिवासी कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने जमकर गैर नृत्य किया। काफी देर तक मालवीया विशेष अंदाज में ढोल बजाते रहे और आदिवासी युवकों के साथ गैर नृत्य करते रहे। बाद में उन्होंने खुद भी ढोल के साथ गैर नृत्य किया।

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तीन घंटे तक जाम:
सभा समाप्त हो जाने के बाद बसों और छोटे वाहनों का आसपुर रोड पर करीब तीन घंटे जाम लगा रहा। सलूम्बर अंदर से बसों के लिये एक तरफ़ा रोड का बाईपास दिया था जहां ट्राफिक व्यवस्था गडबडा जाने से पार्किंग में बसे आमने-सामने हो गई और वाहन तीन घंटे तक जाम में फंसे रहे। आगे उदयपुर रोड मार्ग पर भी बसों का भारी जाम लग गया जो करीब ४५ मिनट बाद सुचारू हुआ।

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शान से पहनी मेवाडी पाग:
राहुल गांधी ने पांडाल में प्रवेश करते ही सेवादल ने नेहरू टोपी पहनाकर ’गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया। बाद में सभी मेवाड वागड के स्थानीय नेताओं से मिले और उनसे गुफ्तगू की। प्रदेश सचिव वीरेन्द्र वैष्णव ने उन्हें लाल चमकदार मेवाडी पाग पहनाई। जिसकी राहुल ने तारीफ़ की। मंच पर भी सांसद रघुवीर मीणा ने उनका मेवाडी पगडी पहनाकर स्वागत किया तो वागड से आये बांसवाडा-डूंगरपुर सांसद ने आदिवासियों का प्रतिक चिन्ह तीर कमान भेंट कर स्वागत किया।

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पानी पर झपटे वीआईपी:
भीषण गर्मी में पूरे पांडोल में पानी की कहीं कोई व्यवस्था नहीं थी। घंटो से बैठे मीडियाकर्मी और वीआईपी इधर-उधर पानी की व्यवस्था को टटोलते रहे। जैसे ही कार्यकर्ता एक डिब्बा पानी की बोतल लेकर आए सभी वीआईपी अपनी कुर्सी छोड पानी की बोतलों पर झपट प$डे और आपस में ही छीनाझपटी करने लगे। इसके बावजूद पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण कई वीआईपी को प्यासा ही रहना पडा।
लोगों में उत्साह देखने लायक: राहुल गांधी की सभा में आने वालों लोगों का उत्साह देखने लायक था। सभा में आते वक्त जीपों, बसों, मिनी बसों के ऊपर तक लोग बैठे हुए थे। जो हाथों में कांग्रेस का झंडा लहराते और ढोल बजाते रहे। वागड से आने वाले तो अपनी मस्ती में अपनी पारंपरिक आदिवासी अंचल के गीत गाते हुए आये। बसों की पार्किंग कार्यक्रम स्थल से करीब ३ किमी दूर की गई थी जहां से लोग पैदल ढोल की थाप पर नृत्य करते हुए सभास्थल पर पहुंचे। वहीं आस-पास के ग्रामीण को सभा एवं राहुल को देखने करीब १० से १२ किमी पैदल चलकर आए। सभा समाप्त होने के बाद सभा स्थल से सलूम्बर चौराहे तक सडक पर लोग ही लोग नजर आ रहे थे।

 

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सिटी पैलेस संग्रहालय देख फ्रांस के मेयर बोले ‘इट्स ग्रेट’

Photo1उदयपुर, स्ट्रॉसबर्ग के मेयर रॉलैण्ड राइज ने अपने प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को यहां सिटी पैलेस संग्रहालय का भ्रमण किया। मेयर रॉलैण्ड राइज ने यहां अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शहर के ऐतिहासिक धरोहर एवं विरासत संरक्षण संबंधित कार्य देखे।

उल्लेखनीय है कि महाराणा मेवाड़ चेटिरेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ के निर्देशन पर विश्व जीवंत विरासत के संरक्षण के संबंध में किए जा रहे कार्यों की दिशा में इंडियन हेरिटेज सिटी नेटवर्क, नगर निगम उदयपुर व स्ट्रॉसबर्ग के बीच तीन वर्ष का एमओयू हुआ था। उसके तहत गत तीन वर्षों में शहर में हुए कार्यों की फ्रांस की टीम द्वारा समीक्षा की गई। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा इस कार्य के लिए चयनित प्रतिनिधि डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फ्रांस की टीम ने पैलेस संग्रहालय एवं संग्रहालय स्थित म्यूजिक गैलरी, सिल्वर गेलैरी का अवलोकन किया। फ्रांस के मेयर रॉलैण्ड राइज एवं रेमण्ड लिमेयर इंटरनेशनल सेंटर की अध्यक्ष प्रोफेसर मिन्जा यांग ने फाउण्डेशन द्वारा विरासत संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

इससे पूर्व मंगलवार शाम को फ्रांस के प्रतिनिधियों ने महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ से मुलाकात कर दोनों ही देशों के विरासत संरक्षण पर वार्ता की। बुधवार को भ्रमण के दौरान फाउण्डेशन के अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर नगर निगम उदयपुर, यूआईटी के अधिकारी उनके साथ उपस्थित थे।

राहुल गांधी की सभा में भाग लेने जा रही ग्रामीणों की दो बसें दुर्घटना का शिकार

उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सभा में भाग लेने जा रही ग्रामीणों की दो बसें दुर्घटना का शिकार हो गई। एक हादसा बांसवाड़ा के पास हुआ, जबकि दूसरा हादसा धरियावद के पास हुआ है। दोनों ही हादसों में ७० लोगों के घायल होने के समाचार है।

सूत्रों के अनुसार बांसवाड़ से सलूंबर जा रही एक बस में १०० से अधिक लोग भरे थे। उसी दौरान समेड़ी गांव में बस का टायर फट गया, जिससे बस खड्डे में जा गिरी। हादसे में ६० से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे के बाद सभी को तत्काल ही नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया। जहां से पांच गंभीर घायलों को उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी तरह धरियावद क्षेत्र के मांडवी गांव के सरंपच वहां से छह बसें भरकर सलूंबर ले जा रहे थे। सभी बसें लोगों से खचाखच भरी थी। उसी दौरान मांडवी गांव से कुछ ही दूरी पर बस के ऊपर बैठे यात्री हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए।

इससे छह जने झुलस गए। बस की छत पर बैठे अन्य लोगों ने घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में सभी झुलसे लोगों को उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर धरियावद के एसडीएम विनोद पांड़े, तहसीलदार शांतिलाल जैन, थानाधिकारी भंवरसिंह भी मौके पर पहुंच गए।

यह झुलसे: हाईटेंशन लाइन छूने से मांडवी निवासी मीरा (१८) पुत्री रवानु मीणा (१७), गोती पुत्र भीमा १३), देवीलाल (३०) पुत्र मनु मीणा, इंद्रा (१८) पुत्री बतीश मीणा, काली (१७) पुत्र बाबूलाल, मनोज (३२) पुत्र अमरा मीणा, रूपी (२०) पुत्री काना मीणा, पिंटू (१८) पुत्री पायरी मीणा झुलस गए।

डॉ सूरजमल राव का भाषा सर्वेक्षण के लिए सम्मान

IMG_5707-243x300उदयपुर। यहां मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में पोस्ट डॉक्टरेल शोधकर्ता डॉ सूरजमल राव को राजस्थान के भाषा वैज्ञानिक सर्वेक्षण में उल्लेखनीय योगदान पर नई दिल्ली में केंद्रीय साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ$ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी के हाथों सम्मानित किया गया। बड़ौदा स्थित भाषा अनुसंधान केंद्र द्वारा अखिल भारतीय बोलियों के सर्वेक्षण करवाया गया। जॉर्ज अब्राहिम ग्रियर्सन के 1913 में किए गए सर्वेक्षण के बाद भारत में यह पहला नई सदी का जन भाषा सर्वेक्षण था। इसमें संपूर्ण भारत की लगभग आठ सौ बोलियों का सर्वेक्षण और अध्ययन किया गया। इसके लिए सारे देश में तीन हजार लोगों ने सहयोग किया। लगभग पचास खंडों में यह सर्वेक्षण हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद के रूप में प्रकाशित होता जा रहा है। इस सर्वेक्षण की प्रथम प्रकाशित पुस्तक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेंट की गई और शेष खंड़ों को महात्मा गांधी स्मृति स्थल या (बिडला भवन) में केंद्रीय कला संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच के सान्निध्य में देश हित में सौंपा गया। इनमें से राजस्थानी बोलियों पर आधारित खंड डॉ$ सूरजमल राव ने सौंपा है। इसमें राजस्थान की लगभग 36 उन बोलियों का वर्णन हैं, जिनका अस्तित्व खतरे के कगार पर है। पहली बार इस खंड में उदयपुर की ‘धावड़ी बोलीÓ को भी शामिल किया गया है। यह बोली सलंूबर क्षेत्र में बोली जाती है और प्रमुख जनजातीय बोली है और मीणा, रावत आदि समुदायों ने इसको आधुनिक प्रभाव से अलग सुरक्षित रखा है। इसका सर्वेक्षण डॉ श्रीकृष्ण ‘जुगनूञ्ज ने किया है। इसके साथ ही वागड़ से बागड़ प्रदेश तक, पाकिस्तानी सीमांत प्रदेश से अरावली की घाटियों में आबादी भील, गरासियों की बोली को भी इस सर्वेक्षण, अध्ययन में सोदाहरण शामिल किया गया है। सर्वेक्षण का निर्देशन हारवर्ड विश्व विद्यालय के पूर्व प्रोफेसर श्रीगणेश दैवीय ने किया है। नई दिल्ली की साहित्य अकादमी सभागार में इस उपलक्ष्य में हाल ही आयोजित एक समारोह मे अध्यक्ष डॉ तिवारी ने डॉ सूरजमल राव को प्रतीक चिह्न, प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

फायरिंग के तीन आरोपियों को जेल भेजा

उदयपुर। शहर के सेक्टर 11 स्थित जवाहर जैन स्कूल के बारह पिछले दिनों हुई। फायरिंग के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर एक और आरोपी सेक्टर छह निवासी शेरू को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद ली हैं। यह पिस्टल फरार आरोपी चेतन की बताई जा रही हैं, जो कि घटना के बाद से ही फरार चल रहा हैं। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रहीं हैं। मंगलवार को मुखबिर पर शेरू को परसाद स्थित मंदिर से गिरफ्तार किया गया। पूर्व में पुलिस ने इस वारदात के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिनको न्यायालय आदेश से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।

 

गरीब की ताकत कांग्रेस के साथ : राहुल गांधी

DSC_0270-300x199उदयपुर। राजस्थान में चुनावी शंखनाद करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के डवलपमेंट के साथ ही आम आदमी का विकास भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के डवलपमेंट को ही करवाना चाहता है, लेकिन जब तक इंफ्रास्ट्रक्चर को डवलप करने वाले आम आदमी का विकास नहीं होगा, तब तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई मतलब नहीं है।

राहुल गांधी आज दोपहर सलूंबर-बांसवाड़ा मार्ग पर गणेश घाटी में आयोजित कांग्रेस की ऐतिहासिक आदिवासी-किसान रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच है कि देश में पुल, एयरपोर्ट, सड़कें बने। उन्होंने कहा कि ये सबकुछ बनना चाहिए, लेकिन उसके साथ आम आदमी का पेट भी भरना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अंतिम व्यक्ति संतुष्ट नहीं है, वो भूखा है, तो ऐसी सरकार का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भोजन और निशुल्क दवा का अधिकार दिया है। उन्होंने गुरु-शिष्य की कहानी का उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्ष अगर हम पर गुस्सा करता है, तो करें। हम उनके गुस्से को स्वीकार नहीं करते हैं। कांग्रेेस का प्रत्येक सिपाही जनता के सपनों को साकार करने में जुटा हुआ है, जो होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में मजदूरों की हालत काफी खराब है, लेकिन कांग्रेस शासित प्रदेशों में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष पार्लियामेंट में फूड बिल के विरोध में था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह इस बिल को पास करवाने मेंं जुटे रहे और अंतत: जीत हुई। अब देश में कोई भूखा नहीं सोएगा। राहुल गांधी की सभा में करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग जुटे थे। मंच पर सांसद रघुवीर मीणा ने मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर राहुल गांधी का स्वागत किया, जबकि बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद ताराचंद भगोरा ने तीर-कमान भेंट किए।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए आम आदमी और अंतिम आदमी के लिए योजनाएं बनाई है, जिससे आम आदमी का भला हो रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को मुख्यधारा से जोडऩा सरकार का ध्येय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ने चहुंमुखी विकास किया है। समारोह को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, सांसद ताराचंद भगोरा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी आदि ने संबोधित किया। सभा में मंच पर कांग्रेसी नेता शीशराम ओला, केंद्रीय मंत्री सचिन पायलेट, नमोनारायण मीणा, प्रदेश के प्रभारी गुरदास कामत, देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला आदि मौजूद थे। समारोह का संचालन महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने किया।

सुराज सम्मेलन का जवाब : जयपुर में कल अमरूदों वाले बाग में हुए भाजपा के सुराज सम्मेलन से राज्य विधानसभा चुनाव का आगाज किया था। भाजपा के सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए काफी संख्या में भीड़ जुटी थी, वहीं कांग्रेस ने सलूंबर में आदिवासी किसान रैली आयोजित करके भाजपा को जवाब दिया है। सलूंबर में हुई राहुल गांधी की सभा के साथ ही राज्य में चुनावी बिगुल बज चुका है।

 

राहुल की ऐतिहासिक सभा

सलूंबर में आयोजित कांग्रेस के किसान-आदिवासी सम्मेेलन से पूर्व कांग्रेस ने सवा दो लाख लोगों को जुटाने की घोषणा की थी। सम्मेलन शुरू होने से पूर्व ही पूरा पांडाल खचाखच भर गया था और अंत तक सभास्थल पर जाने वाली सड़कों पर आदिवासियों का हुजूम उमड़ता देखा गया।

यादव को मारे धक्के

कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सचिव दिनेश यादव जब सभास्थल पर स्टेज की तरफ जाने लगे, तो एसपीजी ने उन्हें रोक दिया। सुरक्षा कारणों के कारण एसपीजी काफी सतर्क थी। इस दौरान यादव एसपीजी अधिकारियों से उलझ गए, तो उन्हें वहां से धक्के मारकर हटा दिया गया।

पानी के लिए मारामारी

सभास्थल पर बने वीआईपी पांडाल में भीषण गर्मी के दौरान जब पानी के कर्टन पहुंचे, तो पानी की बोतलों के लिए वीआईपी भी छीना झपट्टी करने लगे। सभास्थल के अंदर किसी को भी कोई भी चीज लेकर नहीं घुसने दिया गया।

चार किलोमीटर की पैदल यात्रा

राहुल गांधी की सभा के लिए बांसवाड़ा-सलूंबर मार्ग पर गणेश घाटी पर पांच लाख स्क्वायर फीट का पांडाल बनाया गया था। सभास्थल से चार किलोमीटर दूर ही वीआईपी को छोड़कर सभी वाहनों को रोक दिया गया, जिससे आदिवासियों को पैदल ही सभास्थल तक पहुंचना पड़ा।

सभी रास्ते पर जाम

सभास्थल तक पहुंचने के लिए सभी रास्तों पर आदिवासियों की भीड़ उमड़ रही थी। आदिवासी पारंपरिक तरीके से थाली-मादल बजाते हुए सभास्थल पर पहुंचे। वहां पर पहुंचने वाली सभी बदसे ओवरलोड थी। बसों की छतों पर भी आदिवासी थाली-मादल बजाते हुए नजर आए।

गिरिजा की बात नहीं समझे राहुल

सलूंबर में रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने कहा था कि पहले यह नारा था कि आधी रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे, लेकिन अब राइट टू फूड बिल लाकर बता दिया है कि चार-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे। इसको राहुल गांधी समझ नहीं पाए। राहुल को लगा कि डॉ. गिरिजा पुराना नारा ही लगा रही है। इसलिए राहुल ने अपने भाषण में कहा कि डॉ. गिरिजा जी ये नारा अब पूरा हो गया है। समय बदल गया है। अब चार-चार रोटी खाएंगे और कांग्रेस को लाएंगे। यह सही नारा है।

कुबूल है में एक और ‘जबरदस्त मोड़’

img1130911042_1_1जी टीवी का टॉप रेटेड शो ‘कुबूल है’ शुरुआत से ही दर्शकों का प्यार हासिल कर रहा है। इस शो में कई दिलचस्प मोड़ आए हैं। अब एक और जबरदस्त मोड़ आने वाला है। शो में चल रही वर्तमान कहानी में असद-जोया (करण सिंह ग्रोवर और सुरभि ज्योति) और अयान-हुमैरा (विक्रांत मैस्सी और केतकी कदम) की जोड़ियों के बीच सारी गलतफहमियां दूर हो चुकी हैं।

असद-जोया ने तनवीर के उनकी जिंदगी से चले जाने के बाद अपनी शादी की घोषणा कर दी है तो अयान-हुमैरा का प्लान है कि वे असद-जोया के निकाह वाले दिन अपनी शादी की घोषणा करेंगे, लेकिन तेजी से बदले घटनाक्रम में दर्शक ऐसी शादी से रूबरू होंगे जिसकी उन्होंने उम्मीद भी की नहीं होगी।

 

सारा नाटक तब शुरू होता है जब अयान-हुमैरा, नजमा-इमरान निकाह में शरीक होने के लिए निकलते हैं और रास्ते में उन पर विक्रम (नितिन गोस्वामी) हमला कर देता है। विक्रम इन दोनों से बदला लेने के लिए अपने साथ गुंडों की फौज लाता है।

जहां एक ओर अयान-हुमैरा गुंडों से बचते हुए मोती मस्जिद की ओर दौड़ पड़ते हैं, वहीं जोया, इमरान की जिंदगी में व्याप्त ‘टी’ की गुत्थी सुलझा लेती है। उस पर भी तनवीर (आम्रपाली गुप्ता) हमला करवा देती है। खुद को तनवीर द्वारा भेजे गए गुंडों से बचाने के लिए जोया भी मोती मस्जिद की दिशा में दौड़ने लगती है। मोती मस्जिद में एक सामुदायिक निकाह का कार्यक्रम चल रहा होता है, जहां अयान और जोया को शादी के लिबास में देख गलती से उन्हें ही दूल्हा-दुल्हन समझ लिया जाता है।

 

क्या दोनों एक बार फिर तकदीर के इस तमाशे का शिकार हो जाएंगे? या फिर दोनों इस उलझन से बाहर निकल पाएंगे? या फिर क्या तनवीर इस स्थिति का फायदा उठाते हुए उनकी जिंदगी दुश्वार बना देगी? यह रोमांचक मोड़ इसी हफ्ते प्रसारित हो रहा है। देखते रहिए ‘कुबूल है’ हर सोमवार से शुक्रवार रात 9.30 बजे जी टीवी पर।

सलूंबर पहुंचे राहुल गांधी

1307_1उदयपुर. आदिवासी किसान रैली और सभा के लिए राहुल गांधी सलूंबर पहुंच गए है। उनके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सलूंबर पहुंचे। सभा स्थल पर कांग्रेस सेवा दल ने राहुल को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया।

इससे पहले आदिवासी किसान रैली और सभा को संबोधित करने के लिए राहुल गांधी उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट से सलूंबर के लिए रवाना हो गए है। इससे पहले एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी की अगवानी की। सीएम के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता और अन्य नेता मौजूद थे।

आदिवासी किसान रैली और राहुल गांधी की सभा को लेकर सलूंबर कस्बे और आसपास के क्षेत्रों में बुधवार सुबह से ही मेले जैसा माहौल है। अल सुबह नेताओं और अफसरों ने सभा स्थल का जायजा लिया। सुरक्षा के लिहाज से चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। मंच और हेलीपैड से सभा स्थल के बीच मार्ग पर एसपीजी के जवान तैनात है।

उदयपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़-चित्तौडग़ढ़, डूंगरपुर से आने वाले मार्गों पर सुबह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। 9 बजे बाद से वाहनों की संख्या में अचानक इजाफा होने लगा। 11 बजे तक सभा स्थल की ओर जाने वाले मार्गों पर बसें, कारें और अन्य छोटे वाहनों की कतारें लगी थी।

आदिवासी महिलाएं भी पारंपरिक वेशभूषा में नाचते गाते हुए आ रहीं हैं। किसी हाथ में थाली और मांद है तो कुछ युवा तीर कमान लेकर साथ चल रहे हैं। सड़क के एक ओर वाहनों की कतारें हैं तो दूसरी ओर खेतों में होकर पैदल जाने वालों की लंबी कतारें दिखाई दे रही है। तेज धूप और गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है, लेकिन कई जगह पीने के पानी की व्यवस्था की गई है।

कांग्रेस सेवादल कार्यकर्ता जगह जगह व्यवस्थाओं को संभाल रहे हैं। व्यवस्था में लगे कार्यकर्ताओं के गले में वालंटियर के बैच टंगे हुए हैं। सभा स्थल के बाहर से पांडाल में प्रवेश करते हुए अलग अलग ब्लॉक में जाने के लिए बैरिकेड्स के जरिये रास्ते बनाए हुए हैं। मंच के नजदीक ब्लॉक तक पहुंचने के लिए कांग्रेस नेताओं के बीच होड़ लगी हुई है।

मंच के आसपास कुछ नेताओं ने व्यवस्था को संभाल रखा है। डॉक्टरों, पुलिस अधिकारियों की टीम को मंच के नजदीक ही तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित सभी नेता राहुल गांधी के सलूंबर पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राज्य और केंद्र में राजस्थान के तमाम मंत्री भी सलूंबर और उदयपुर पहुंच चुके हैं।

उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर सर्किट हाउस से डबोक एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। जहां वे राहुल गांधी का स्वागत करेंगे और हैलिकॉप्टर में राहुल के साथ सलूंबर जाएंगे। उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सीपी जोशी भी होंगे।

KBC-7 में ताज का शुभ आगाज, शुरुआत में ही बन गए उदयपुर के ताज मोहम्मद करोड़पति

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गणपति जी और गणेश उत्सव का शुभागमन हुआ है और रिद्धी-सिद्धी के दाता गणपति जी को शुभकारज करने वाला ही माना जाता है। ऐसे में पहला शुभ कारज हुआ है ताज मोहम्द के साथ जिन्हें कौन बनेगा करोड़पति-7 की शुरुआत में ही करोड़पति बनने का मौका मिल गया। ‘कौन बनेगा करोड़पति 7’-2103 का पहला एपिसोड, रविवार, 15 सितंबर रात 8:30 से प्रसारित किया जायेगा।

हर शख्स की ख्वाहिश होती है कि वह जीवन में एक बार बिग बी से मिले और यह प्रोग्राम जहां सिर्फ बिग बी से मिलवाता ही नहीं है, बल्कि उनके हाथों करोड़पति बनने का बेस्ट चांस भी दिलवाता है। अभी कई किस्मत वाले आने वाले बाकी हैं, लेकिन पहली लाटरी तो खुल ही गई।

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उदयपुर, राजस्थान के रहने वाले ताज मोहम्मद रंगरेज ने जीत लिए हैं एक करोड़ रूपये। ताज मोहम्मद को इस सिजन का पहला करोड़पति बनने का भी श्रेय मिला है।

ताज मोहम्मद फतेहगढ़ के एक स्कूल में इतिहास के अध्यापक हैं। वो लगभग दस सालों से पढ़ा रहे हैं। उन्होंने सभी सवालों का जवाब

निडरता से दिया। शुरू से ही उनकी आंखो में जीत की चमक साफ नजर आ रही थी। उन्होंने अपने नौवें सवाल तक किसी भी लाइफ

लाइन की भी मदद नहीं ली थी। शुरू में ही मोहम्मद ने साफ कर दिया था कि, वो ये गेम सिर्फ अपनी बेटी के इलाज के लिए खेल रहे हैं।
ताज मोहम्मद ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ग्यारह सवाल का जवाब बखुबी दिया। फिर उनके सामने आया बारहवां सवाल। कौन बनेगा

करोड़पति के होस्ट अमिताभ बच्चन भी ताज मोहम्मद के प्रदर्शन से काफी खुश नजर आ रहे थे। फिर उन्होंने अपने अंदाज में पेश

किया बारहवां सवाल। “बारहवां सवाल एक करोड़ के लिए ये रहा आप के सामने।…” ताज मोहम्मद ने इस सवाल का भी बखुबी जवाब दे कर जीत लिया एक करोड़।

ताज मोहम्मद ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है की मैं करोड़पति बन गया हूं। मुझे ये महशुश

करके अच्छा लग रहा है कि मैं इस सिजन का पहला करोड़पति हूं। मेरी पहली प्राथमिकता है की मैं अपनी बेटी के आंखों का इलाज करवाऊं। एक घर भी खरीदना चाहता हूं। और दो अन्य अनाथ लड़कियों का विवाह भी कराऊंगा।

इस खुशी के मौके पर ताज के साथ उनकी बड़ी बहन भी मौजूद थीं। आखिर में अमिताभ ने भी उनकी काफी तारीफ की और लोगों को बताया की कैसे ताज ने अपने मेहनत से जीत लिए एक करोड़।