उदयपुर। उदयपुर के सांसद रघुवीर मीणा और उनकी पत्नी सलूंबर विधायक श्रीमती बसंती देवी मीणा ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में समय-समय पर भरे शपथ पत्रों में अलग-अलग क्रपेन कार्डञ्ज नंबर अंकित किए हैं। दस्तावेजों की छानबीन में यह गड़बड़झाला सामने आया है। आयकर विभाग किसी भी व्यक्ति को एक PAN कार्ड आबंटित करता है। यदि PNA कार्ड गुम हो जाए, तो पुलिस थाने में रिपोर्ट करके निर्धारित अवधि के बाद आयकर विभाग के सक्षम अधिकारी के समक्ष डुप्लीकेट पेन कार्ड के लिए आवेदन किया जा सकता है। यह कार्ड डुप्लीकेट बनेगा, न कि दूसरा। कार्ड के नंबर वहीं पुराने वाले होंगे। नंबर नहीं बदलेंगे। यदि कोई दूसरा पेन कार्ड बनवा लेता है, तो वह आयकर विभाग से धोखाधड़ी का दोषी है। विभाग इस आर्थिक अपराध में दस हजार रुपए की पैनल्टी लगा सकता है। विभाग चाहे तो उसके खिलाफ धारा 420 में केस दर्ज करवा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सांसद रघुवीर मीणा ने सात नवंबर 2008 को सलूंबर विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के सामने प्रस्तुत नामांकन पत्र में परमानेंट अकाउंट नंबर एजेएलपीएम ४९३० डी बताए, जबकि १२ नवंबर २०१३ को श्री मीणा की पत्नी बसंती देवी मीणा ने सलूंबर क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में विधायक पद के लिए प्रस्तुत किए गए नामांकन पत्र में अपने पति रघुवीर मीणा के पेन कार्ड नंबर एजेएपीएम ५७४२-जे दर्शाए हैं। इस प्रकार सरकारी दस्तावेजों में अंकित जानकारी में आयकर विभाग से छल किया गया यह सामने आया है, जिसके जरिए आय छिपाए जाने का अंदेशा होता है।
दूसरी और यदि किसी त्रुटिवश ऐसा हुआ है, तो नामांकन की तिथि समाप्त होने से यह गलती सुधारने की गुंजाइश भी समाप्त हो गई है। ऐसे में गलत जानकारी की वजह से नामांकन रद्द होने का खतरा भी पैदा हो गया है। इस बारे में सांसद और उनकी पत्नी से काफी कोशिश के बाद भी बात नहीं हो पाई, जिससे उनका पक्ष नहीं जाना जा सका।
छत्तीसगढ़: कांग्रेस ने उतारी सबसे ज़्यादा महिलाएं
छत्तीसगढ़ में 19 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 72 सीटों पर किस्मत आज़मा रहे उम्मीदवारों में से 98 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म नाम की संस्था ने दूसरे चरण में हिस्सा ले रहे कुल 843 उम्मीदवारों में से 840 की ओर से दिए गए शपथ पत्रों का विश्लेषण किया.
अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामलों की जानकारी देने वाले उम्मीदवारों में से 60 के ख़िलाफ़ हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के विरुद्ध अपराध से जुड़े गंभीर अपराधों के आरोप हैं.
कांग्रेस ने आपराधिक मामलो में घिरे सबसे ज़्यादा 16 उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं जबकि भाजपा ने ऐसे 10 उम्मीदवार उतारे हैं.
अमीर उम्मीदवार
इनमें 12 उम्मीदवार बहुजन समाज पार्टी के है जबकि नौ उम्मीदवार छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के हैं.
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र और मारवाही सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अमित ऐश्वर्य जोगी ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़ा मामला होने की बात कही है.
840 उम्मीदवारों में से 188 करोड़पति हैं. बात सभी उम्मीदवारों की औसत आमदनी की करें तो ये 1.56 लाख रुपए के आसपास है.
इस चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार अंबिकापुर सीट से कांग्रेस के त्रिभुनेश्वर शरण सिंह है जिन्होंने अपनी 561.50 करोड़ की संपत्ति घोषित की है.
इसके बाद सक्ती सीट से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुरेंद्र बहादुर सिंह 46.10 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं और इस सूची में तीसरा स्थान कसडोल सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार राजकमल सिंघानिया को मिला है जिन्होंने 33.31 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है.
महिला उम्मीदवार
इन 840 उम्मीवारों में से 275 उम्मीदवारों के पास स्नातक या उससे ऊंची डिग्री है जबकि 537 उम्मीदवारों की शिक्षा बारहवीं या उससे कम है.
इस चरण में कुल 70 महिलाएं किस्मत आजमा रही हैं. सबसे ज़्यादा 11 महिलाओं को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है जबकि भाजपा के टिकट पर नौ महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं.
पहले चरण के मतदान में 11 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं जिनमें कांग्रेस की ओर से तीन और भाजपा की ओर से दो महिलाओं को टिकट दिए गए हैं.
पहले चरण में राज्य विधानसभा की 12 सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले गए थे.
सो. बी बी सी
पार्टी प्रत्याशियों को नहीं मिली राहत, टक्कर देने मैदान में उतरे बागी
उदयपुर। नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को मेवाड़ में कई जगह बागियों ने ताल ठोक कर प्रमुख पार्टियों को मुश्किल में डाल दिया है। उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट खासी चर्चा में है। यहां पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा।
इस सीट पर कांग्रेस से आए गणपतलाल मेनारिया को भाजपा का टिकट देने से भींडर समर्थकों में नाराजगी है। राजसमंद की भीम सीट से पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने भी बागी होकर हजारों समर्थकों की भीड़ जुटाकर नामांकन भरा। यहां कांग्रेस ने लक्ष्मणसिंह का टिकट काटकर गोपालसिंह पीटीआई को टिकट दिया है।
प्रतापगढ़ की धरियावद सीट पर नारायणलाल ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा। यहां भाजपा ने पूर्व विधायक गौतमलाल मीणा को टिकट दिया है। प्रतापगढ़ से लगी बड़ीसादड़ी सीट से पूर्व प्रधान भगवती झाला ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा है। बेगूं में जितेंद्रसिंह ने ताल ठोक दी है।
वल्लभनगर : बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ आए भींडर
वल्लभनगर सीट से भाजपा के बागी पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने भोपालपुरा के समीप बेड़च नदी के किनारे से समर्थकों की भारी भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन किया। यहां से पत्नी दीपेन्द्र कंवर के साथ जुलूस के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जुलूस में 10 हजार से ज्यादा समर्थक थे। भींडर के समर्थक भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ आरोप लगाते हुए नाराजगी जताते रहे।
उदयपुर के ये नेता भी साथ दिखे
भींडर के नामांकन जुलूस में उदयपुर से कटारिया के पुराने सहयोगी भाजपा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन, डिप्टी मेयर महेंद्र सिंह शेखावत, पार्षद मनोहर सिंह पंवार, पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल सिंघल, भगवान वैष्णव, दिनेश माली, युवा मोर्चा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष जगदीश शर्मा आदि भी शामिल हुए।
लाखों की संपत्ति
पूर्व विधायक भींडर के पास नकद 2.19 लाख रुपए है, जबकि पत्नी के पास 1.69 लाख व संयुक्त परिवार के कर्ता के रूप में एक लाख 50 हजार 529 रुपए हैं। स्वयं के खाते में 2 लाख 26 हजार 213, पत्नी के 1 लाख 70 हजार 870 व संयुक्त कर्ता के रूप में 1 हजार 171 रुपए हैं। इन्होंने 17.28 लाख और पत्नी के नाम पर 6.21 लाख तथा संयुक्त परिवार कर्ता के रूप में 17 लाख 18 हजार 600 रुपए लोन ले रखे हैं। भींडर ने वाहन, घरेलू सामग्री व अन्य संपत्ति भी लाखों में दर्शाई है।
भीम : सीपी और यहां के सांसद मुझसे डर गए हैं : लक्ष्मण सिंह
भीम त्न इस सीट से कांग्रेस से बागी हुए पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने नामांकन से पहले सदर बाजार में सभा की। कहा इस चुनाव में मुझसे डरकर डॉ. सी.पी. जोशी ने मेरा टिकट कटवा दिया सांसद गोपालसिंह ईडवा ने मिलकर लाखों में टिकट का सौदा कर दिया। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने की पार्टी रही है न ही कांग्रेस राजीव गांधी की। तानाशाही और स्वार्थ सिद्ध करने के लिए मेरा टिकट काटा गया। सभा में देवगढ़ कांग्रेस नगर अध्यक्ष नरपतसिंह, कांग्रेस प्रदेश सचिव शीला पोखरना, देवगढ़ कांग्रेस प्रधान हमीरसिंह रावत, पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष मोतीसिंह रावत, भाजपा पूर्व जिला परिषद सदस्य डूंगरसिंह रावत आदि मौजूद थे।
87 लाख के मालिक
निर्दलीय तथा कांग्रेस के बागी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले पूर्व गृह राज्य मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत 87 लाख रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने खुद की संपत्ति 44 लाख और पत्नी की 43 लाख रुपए की बताई है। लक्ष्मणसिंह ने खुद तथा पत्नी की संपत्ति के रूप में 7 लाख 58 हजार रुपए नकद, ब्यावर स्थित एक बैंक में 63 हजार 362 रुपए जमा सहित अन्य संपत्ति बताई है। उनकी पत्नी व पूर्व जिला प्रमुख बसंता रावत के नाम 43 लाख की संपत्ति है।
धरियावद : भाजपा के बागी नारायण भाई मीणा ने भरा पर्चा
धरियावद. भारतीय जनता पार्टी से तीन बार विधायक रह चुके नारायण भाई मीणा ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाल नामांकन पत्र दाखिल करवाया। जुलूस में दावेदारी कर चुके पूर्व सरपंच खेतसिंह मीणा, पूर्व कुलदीप मीणा, सरकारी नौकरी से वीआरएस लेने वाले रतनलाल मीणा, केसरियावाद के पूर्व सरपंच शंकरभाई मीणा तथा पूर्व सरपंच पृथ्वीराज मीणा नाड़ मौजूद थे। जुलूस में नारायणलाल ने कहा कि धरियावद विधानसभा सीट बनने के बावजूद स्थानीय प्रत्याशी को मौका नहीं दिया जा रहा है। वे इसी मुद्दे पर चुनाव में उतरे हैं और इसी मुद्दे पर जनता से वोट मांगेंगे।
58 लाख के मालिक
नारायण भाई के पास नकदी 51 हजार रुपए, बैंक में 4900 रुपए, बोलेरो जीप, कीमत 5 लाख 55 हजार रुपए, ट्रैक्टर कीमत 2 लाख 40 हजार रुपए है। सेवानगर में 25 बीघा 23 बिस्वा जमीन (20 लाख) तथा एक मकान सेवानगर व 1 मकान उदयपुर सेक्टर 9 में है, जिनकी कीमत 30 लाख है। बैंक व वित्तीय संस्थाओं से 3 लाख 10 हजार रुपए का लोन लिया हुआ है। पत्नी के पास २५ हजार रुपए नकद व 2 तोला सोना जिसकी कीमत 60 हजार रुपए है। उनके पास 2 किलो चांदी है जिसकी कीमत 1 लाख रुपए है।
छात्रा ने जहर खाकर आत्महत्या की, दोस्त ने भी की कोशिश
उदयपुर। प्रतापनगर थाना क्षेत्र के कालका माता रोड निवासी युवती ने घर में जहर खाकर खुदकुशी कर ली। युवती एमएलएसयू से प्राइवेट बीकॉम कर रही थी। उसके दोस्त ने भी आत्महत्या की कोशिश की। वह अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने बताया कि आदर्श नगर (कालका माता रोड) निवासी कोमल (20) पुत्री शंकर सिंह रावत सोमवार दोपहर घर में अकेली थी।
मां बाजार गई थी और पिता काम से गए हुए थे। कोमल ने आखिरी फोन अपने दोस्त को किया। दोस्त ने छात्रा को बचाने के लिए उसके परिजनों को फोन किया। मां घर पहुंची, तब कोमल कमरे में बेहोश मिली। परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि कोमल के दोस्त ने भी मंगलवार को जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। परिजनों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
कोई सर्द रात जमा न दे जिंदगी
उदयपुर। सर्द होती रातों के बीच एमबी अस्पताल के अहाते में मिट्ठू की सांसें जम न जाएं… यह चिंता कई रोगियों के परिजनों को भी सताने लगी है। यूं तो कई लोग हैं जो अस्पताल परिसर में रातें गुजारते हैं, लेकिन युवा मिट्ठू के लिए अपने जख्म के साथ सिर छिपाना मुश्किल हो गया है। ऑटो खलासी इस लावारिस युवा को जितना इलाज ट्रोमा सेंटर में दिया जा सकता था, मिल गया। अब पेट के नीचे बने घाव पर पट्टी कराने के लिए रोज अस्पताल आने की नसीहत दी गई है। मिट्ठू का कहना है कि पिता को सिर्फ फोटो में देखा और मां की मौत कैंसर से हो गई। बहिन की मौत गुर्दे की बीमारी से होने के बाद वह परिवार में अकेला रह गया।
खलासी का काम करते हुए सड़कों पर जिंदगी बिताने वाले इस व्यक्ति को अब सिर छिपाने के लिए छत का इंतजार है। बीते 14 अक्टूबर को सवीना पेट्रेल पम्प के पास दुर्घटना का शिकार हुए इस व्यक्ति को एम्बुलेंस एमबी अस्पताल छोड़ गई और चिकित्सकों ने इस लावारिस के हाथ व पैर के दो ऑपरेशन भी कर दिए। पेट के नीचे के घाव की सुध आने पर ट्रोमा सेंटर से सर्जरी विभाग में रेफर किया गया, जहां इसे भर्ती करने के बजाय प्रतिदिन पट्टी करवाने के लिए आने की सलाह दी गई। रहने का कोई ठिकाना नहीं होने से मिट्ठू ने अस्पताल की सड़कों पर ही डेरा डाल लिया है और भीख मांग पर पेट भर रहा है।
कई बेबस तोड़ते हैं दम
अस्पताल में आए दिन लावारिसों और बेबसों का डेरा अस्पताल प्रशासन ही नहीं चिकित्सकों के लिए भी समस्या का विषय बन गया है। कोई साथ नहीं होने से इन्हें वार्ड में भर्ती करना मुश्किल हो जाता है जबकि बाहर ये इलाज के अभाव में भूख से दम तोड़ देते हैं। बीते महीनों में ऎसे लावारिसों के तीन से चार मामले सामने आए जिन्होंने अस्पताल परिसर में दम तोड़ दिया और उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी। उल्लेखनीय है कि विगत माह एक लावारिस मौत के चार घंटे बाद तक रेम्प पर पड़ा रहा जिसका शव नर्सिगकर्मियों की सूचना पर उठाया गया।
’मेवाड में मुसलमानों के लिए मतदान का मायने होता है कांग्रेस के लिए मतदान’
udaypur, राज्य के शेखावाटी, मेवात और हाडौती अंचलों की राजनैतिक अंतर्धाराओं के एकदम विपरीत मेवाड के चित्तौडगढ और प्रतापगढ के मुसलमान इन चुनावों में कांग्रेस के साथ मजबूती से जुडे हुए है। इन भावनाओं को दोहराते हुए कई मुसलमानों ने कहा कि मतदान दिवस मुसलमानों के लिये त्यौहार जैसा होता है जो बडी संख्या में यह मानते हैं कि मत देने जाने का अर्थ कांग्रेस के लिये मत देना है।
इस भावना के बताए गए विभिन्न कारण कांग्रेस का उनकी प्राकृतिक पार्टी होने से लेकर गत पांच सालों में अशोक गहलोत सरकार के काम तक थे।
चित्तौडगढ में गहलोत है फेवरेट :
चित्तौडगढ के नजदीक मुस्लिम बाहुलय गांव सावा की पंचायत समिति के सदस्य अकरम हुसैन अंसारी ने मेडिकल जांच योजना, वृद्घावस्था पेंशन, विधवा पालनहार योजना के अलावा अशोक गहलोत सरकारी विशेष रुप से मुसलमानों के लिये लक्षित कई अन्य योजनाओं का उल्लेख इस समर्थन के कारण के रुप में किया। उन्होंने कहा ’’इन योजनाओं ने क्षेत्र में कांग्रेस सरकार की विशेष रुप से ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी साख बनाई है। इसके अलावा सरकार ने इस छोटे से गांव के लिये आई टी आई स्वीकृत किया है।’’ उन्होंने आगे कहा कि उनके क्षेत्र के ग्राम वासियों के पूर्व सक्रिय तरीकों तथा अधिक जागरुकता के कारण मुसलमानों सहित सभी समुदायों को इन योजनाओं से लाभ मिला है।
उनके दृष्टिकोण की पुष्टि करते हुए अंजुमन मुस्लिम समाज के अध्यक्ष अब्दुल गनी शैख ने कहा ’’हम हमेशा केवल राजनीतिज्ञों और राजनैतिक दलों पर निर्भर नहीं रह सकते, अपने हक का उचित हिस्सा पाने के लिये समुदाय को जागरुक और पूर्वसक्रिय होने की जरुरत है।
ऐसा एक उदाहरण देते हुए अब्दुल गनी शैख ने कहा कि अल्प संख्यक विद्यार्थियों के छात्रावास निर्माण हेतु जिला प्रशासन ने दो बीघा का भूखंड आवंटित किया। लेकिन यह प्लाट किसी काम का नहीं है क्योंकि उस तक पहुंचा नहीं जा सकता और यह नीचे दबे हुए स्थान पर है।
अब्दुल गनी शैख ने कहा कि जब उन्हें यह सूचना मिली तो वे तथा अंजुमन के अन्य लोग उस जगह को देखने गए और पाया कि वह भूखण्ड उपयुत्त* नहीं है।
वे स्थानीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जाडावत को भी मौके पर ले गए जिन्होंने उनके मूल्यांकन से सहमति जताई। इसके बाद उन्होंने कुछ लोगों से संपर्क किया और चित्तौडगढ नगर परिषद के पास उपलब्ध कुछ वैकल्पिक भूखण्डों को चिन्हित किया।
अब्दुल गनी शैख ने आगे कहा कि अंजुमन का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिला और इस अनुपयुत्त* भूखण्ड का आवंटन रद्द करवा के शहर में २०,००० वर्ग फीट का दूसरा भूखण्ड ले लिया।
मेवाड क्षेत्र में लगभग हर शहर और कस्बे में अपने सामुदायिक कार्यों को चलाने के लिये मुसलमानों की यह विशिष्ट संगठन व्यवस्था है। यह संगठन अंजुमन मुस्लिम समाज कहलाता है। अंजुमन इन सभी शहरों और कस्बों के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है। अंजुमन के पदाधिकारियों का चुनाव होता है जहां हर मुहल्ले का प्रत्येक मुसलमान अपने प्रतिनिधि चुनने के लिये मत देता है। अंजुमन स्कूल, मदरसा, मुसाफिर खाना जैसी कुछ सामुदायिक संपदाओं का प्रबंध करती है।
भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता इकबाल खिलची ने कहा ’’इस क्षेत्र के मुसलमानों में एक मानसिकता विकसित हो गई है कि कांग्रेस ही एक मात्र पार्टी है जो उनके वोट के लायक है। इस कारण मुस्लिम मुद्दों के प्रति कांग्रेसी नेतृत में कुछ आत्म संतुष्टि की भावना आ गई है।’’
निम्बाहेड़ा में मुस्लिम कांग्रेस के समर्थन में लेकिन नगर पालिका में एक भी सीट नहीं :
एक वरिष्ठ कांग्रेसी तथा निंबाहेडा नगर पालिका के अध्यक्ष मनोहर लाल विरानी ने कहा कि मुस्लिम पंरपरागत रुप से कांग्रेस के समर्थक रहे हैं और इस संबंध को पार्टी संरचना तथा स्थानीय निकायों में प्रतिनिधित्व उपलब्ध कराके और भी मजबूत किया जाना चाहिये।
निंबाहे$डा नगर पालिका की वर्तमान संरचना से यह समस्या स्पष्ट दिख जाती है। निम्बाहे$डा में लगभग २५ प्रतिशत आबादी होने के बावजूद मात्र दो मुसलमान, एक कांग्रेस और एक भाजपा का, वर्तमान नगर पालिका में निर्वाचित हुए हैं। निंबाहे$डा के सामाजिक सक्रिय कार्यकर्ताओं के अनुसार यह स्थिति इस लिये आई कि कांग्रेस ने मुसलमानों को टिकिट वितरण में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया और कई मुसलमानों ने निर्दलीय के रुप में चुनाव लडा।
प्रताप गढ़ कि नगर परिषद् में भी कोई मुस्लिम पार्षद नहीं
जिन मुस्लिम सक्रिय कार्यकर्ताओं के साक्षात्कार लिये उन्होंने प्रतापगढ में ऐसे ही मुद्दे उठाए। जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष और नगर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मंसूर खान ने कहा कि प्रतापगढ नगर परिषद के चुनावों के दौरान कांग्रेस ने मुसलमानों को एक भी टिकिट नहीं दिया जबकि भाजपा ने एक मुसलमान प्रत्याशी को टिकिट दिया लेकिन वह चुनाव हार गया।
मंसूर खान ने जोडा ’’अभी प्रतापगढ शहर की आबादी का लगभग २० प्रतिशत होने के बावजूद एक भी मुसलमान वर्तमान नगर परिषद का पार्षद नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने नामांकित सीटों पर भी किसी मुसलमान को नामांकित नहीं किया।’’
उनके अनुसार प्रतापगढ नगर परिषद में २५ वार्ड हैं और पहले कांग्रेस से मुसलमानों को ३-४ टिकिट मिला करते थे।
नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के पद पर नामांकित करने के असर का मूल्यांकन देते हुए मुस्लिम महा सभा के जिला अध्यक्ष मुहम्मद शकील शैख ने कहा कि कुछ मुसलमान, हालांकि नगण्य ही हैं, अटल बिहारी वाजपेयी, भैरों सिंह शेखावत और वसुंधरा राजे जैसे नेताओं के कारण भाजपा की तरफ झुक रहे थे लेकिन अब वह प्रवृति भी नरेन्द्र मोदी के वर्चस्व के कारण रुक गई है।
मुस्लिम समर्थन को आकृष्ट करने में भाजपा की विफलता के कारण स्पष्ट करते हुए चित्तौडगढ में हजरत चल फिर शाह दरगाह की प्रबंध समिति से जुडे हुए सैयद दौलत अली और सैयद बरकत अली ने कहा कि क्षेत्र में कांग्रेस को मुस्लिम समर्थन का कारण यह है कि एक मात्र दूसरी पार्टी भाजपा है जो हमेशा सामुदायिक मुद्दों पर मुस्लिम भावनाओं के विरुद्घ रुख अपनाती है।
सैयद दौलत अली ने आगे कहा ’’लेकिन कांग्रेस विभिन्न बोर्डों और निकायों में अयोग्य मुसलमानों को नियुत्त* करती है जो समुदाय की सेवा करने के बजाय अपने निजी और राजनैतिक हितों को बढावा देने में लग जाते हैं।
चित्तौडगढ जिले में पांच और प्रतापगढ जिले में दो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं। प्रतापगढ जिले के धरियावद निर्वाचन क्षेत्र के अलावा इन सभी चुनाव क्षेत्रों में मुसलमान मतदाता महत्वपूर्ण संख्या में हैं।
चित्तौडगढ जिले के ङ्क्षनबाहेडा चुनाव क्षेत्र में इस अंचल के सबसे अधिक मुसलमान मतदाता हैं जिनकी संख्या ५० हजार के आसपास है जबकि प्रतापगढ विधानसभा चुनाव क्षेत्र में यह संख्या ३५ हजार के करीब है। चित्तौडगढ विधानसभा सीट में लगभग १५ हजार, बेंगू में भी लगभग १५ हजार, कपासन में लगभग १२ हजार तथा ब$डी साद$डी में करीबन १० हजार मुस्लिम मतदाता हैं।
बालिका वधू एक बार फिर सामाजिक चेतना की प्रेरक बनी,गोद लेने को दिया प्रोत्साहन
कलर्स के फ्लैगशिप धारावाहिक बालिका वधू – कच्ची उम्र के पक्के रिश्ते हमेशा ऐसा धारावाहिक रहा है जिसने सामाजिक संदेश दिया है। धारावाहिक की मुख्य पात्र आनंदी आज घर-घर में जाना पहचाना नाम बन चुकी है। वह हमेशा महिलाओं के अस्तित्व को महत्व देती रही है और उसने महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने तथा सामाजिक बुराई से लडऩे के लिए प्रोत्साहित किया है। वह हमेशा देश की अनेक महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं तथा इस बार आनंदी ने एक और बड़ा और साहसिक कदम उठाने का फैसला किया है और वह है अपना बच्चा पैदा करने के बजाय गोद लेना।
बालिका वधू में फिलहाल कहानी इस बात पर केंद्रित है कि आनंदी कैसे गांव की एक महिला चंदा के साथ अनाथालय जाती है जिसने उसे घरेलू हिंसा से बचाया था। अनाथालय में सभी बच्चों को देखने के बाद उसके मन में बच्चों के लिए हमदर्दी उमड़ती है और वह उनके बारे में सोचने लगती है। इसलिए उसके अंदर ममता जाग उठती है। वह वापस घर जाती है और सोचती है कि कैसे इन बच्चों को बेहतर भविष्य दिया जाए। वह अनाथालय के बारे में अपने अनुभव अपने पति शिव (सिद्धार्थ शुक्ला) को सुनाती है। वह उसके साथ दिल से बात करती है और उससे पूछती है कि क्या वे बच्चे को उसका हक देने के लिए एक बच्चा गोद ले सकते हैं। आनंदी के साथ चर्चा करने के बाद शिव उसके निर्णय पर सहमति दे देता है और वे दोनों निर्विरोध रूप से फैसला करते हैं कि पहला बच्चा गोद लिया जाएगा और दूसरा बच्चा उनका जैविक बच्चा होगा।
आनंदी का समर्थन करने वाले उनके पति की भूमिका निभा रहे सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा, इस धारावाहिक का अंग बनना मेरे लिए सचमुच सम्मान की बात है जो हमेशा अपने दर्शकों को सामाजिक संदेश देता रहा है। ऐसे लाखों बेघर अनाथ परित्यक्त बच्चें हैं जिनका अपना कोई दोष नहीं है। हमें उम्मीद है कि इस धारावाहिक के जरिए हम संतानहीन जोड़ों को सामाजिक कुरीति के जाल में फंसने से रोकने और उन बच्चों के जीवन में आनंद भरने के लिए उत्साहित कर सकेंगे जो अपने माता-पिता का प्यार और आलिंगन पाने का सपना देखते हैं। हम सब मिलकर ऐसे बच्चों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
जज पर यौन शोषण का आरोप,समिति करेगी जांच
नई दिल्ली। रिटायर्ड जस्टिस पर लगे यौन शोेषण के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन न्यायाधीशों की समिति गठित की है। समिति में जस्टिस आर एन लोढ़ा,जस्टिस एच एल दत्तू और जस्टिस रंजना पी.देसाई को शामिल किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पी.सदाशिवम ने ओपन कोर्ट में यह खुलासा किया। समिति ने मंगलवार शाम से काम शुरू कर दिया।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि समिति मामले की तह तक जाएगी,तथ्यों को जुटाएगी और अपनी रिपोर्ट देगी। न्यायाधीश पर महिला वकील की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती ने एक याचिका दाखिल की थी। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यौन उत्पीड़न की घटनाओं को सहन नहीं किया जा सकता।
हमने अटॉर्नी जनरल को आश्वासन दिया है कि जजों की नई समिति आरोपों की तह तक जाएगी और जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी। हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। संस्थान का मुखिया होने के नाते आरोपों को लेकर मैं खुद चिंतित हूं। मैं परेशान भी हूं कि महिला वकील का बयान सही है या नहीं।
एक युवा महिला वकील ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला वकील का आरोप है कि पिछले साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। वह जज हाल ही में रिटायर हुए हैं। पीडिता उस जज के साथ बतौर इंटर्न काम कर रही थी। पीडिता ने इसी साल कोलकाता स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिशियल साइंस से ग्रेजुएशन किया है।
पीडिता के मुताबिक जब पूरा देश निर्भया गैंररेप कांड को लेकर उबल रहा था उस दौरान मेरे दादा की उम्र के एक जज ने होटल के कमरे में मेरा यौन उत्पीड़न किया था। पीडिता ने पहले 6 अक्टूबर को जर्नल ऑफ इंडिया के लिए लिखे ब्लॉग में आरोप लगाए। इसके बाद उसने लिगली इंडिया वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में आरोप दोहराए।
पीडिता ने बताया कि पहले मैंने कायराना फैसला किया कि अपने उत्पीड़क के खिलाफ कानूनी लड़ाई नहीं लड़ूंगी लेकिन बाद में मुझे लगा कि यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि दूसरी लड़कियों को इस तरह की परिस्थितियों का सामना न करना पड़ें। पीडिता ने कहा कि जज की हैसियत के कारण वह अब तक चुप रही। वह उनके कृत्य से अचंभित रह गई थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि गुस्से को कैसे आवाज दी जाए।
शहादत की रात पर रातभर चला मातम योमे-ए-आशूरा पर मातमी जुलुस कल
उदयपुर, दाऊदी बोहरा जमात द्वारा मोहर्रम की ९वी तारीख पर शहादत की रात मनायी गयी जिसमें वजीहपुरा मस्जिद में कर्बला के शहीदों को याद करते हुए मर्सियाख्वानी हुई और रात भर मातम का दौर चला। बुधवार को योमे-ए-आशूरा के मौके पर मातमी जुलुस निकाला जावेगा और समुदाय के लोग रोजा रखेंगे।
यह जानकारी देते हुए दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता अनिस मियांजी ने बताया कि मोहर्रम की ९वी तारीख पर वजीहपुरा मस्जिद में आयोजित मजलिस में हज़रत हसन की शहादत को बंया किया।मुल्ला पीर अली ने हज़रत हसन की शहादत पर तकरीर पेश करते हुए उनके शहीदी जीवन से सबक लेने का आव्हान किया। मियांजी ने बताया कि शहादत की रात पर मौहल्ले में रात भर चहल पहल रही तथा वजीहपुरा मस्जिद में मजलिस का आयोजन हुआ। रसुलपुरा मस्जिद में ख्वातीनों की मजलिस में कर्बला के शहीदों को याद करते हुए मर्सियाख्वानी पेश की जिस पर वहां मौजूद महिलाओं बेजार रो पड़ी।
बुधवार को योमे-ए-आशूरा के मौके पर अलसुबह जमात खाने में कुर्बानी की रस्म अदा होगी जबकि दोपहर बाद २ बजे बोहरवाडी से मातमी जुलुस निकाला जावेगा जो मोयदपुरा मस्जिद से रवाना होकर विभिन्न मौहल्लों में होता हुआ वजीहपुरा मस्जिद जाकर सम्पन्न होगा। जहां हजरत ईमाम हुसैन और कर्बला में शहीद हुए लोगों को याद करते हुए तकरीर का आयोजन होगा ।
जुलुस में दाऊदी बोहरा जमात के बच्चे व पुरूष नंगे पैर चलेंगे। साथ ही मुज्जमिल मुजाहिर पार्टी असगर जावरियावाला पार्टी व मौयज भाई एवं पार्टी जुलुस में मातमी नोहे पढ़ते हुए चलेगे। जुलुस के दौरान सड़क के दोनों किनारों पर की समुदाय महिलाएं काले लिबास में मौजुद रहेंगी। बुधवार की रात वजीहपुरा मस्जिद में शाम-ए-गरीबां का आयोजन होगा जिसमें कर्बला के शहीदों का सजीव चित्रण तकरीर के जरिये पेश किया जावेगा।
उत्तर कोरिया में 80 लोगों को सरेआम फांसी
सियोल। उत्तर कोरिया में इस महीने की शुरुआत में 80 लोगों को सरेआम फांसी दे दी गई। सोमवार को यहां प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनमे से ज्यादातर पर दक्षिण कोरियाई टेलीविजन शो देखने का आरोप था। उत्तर कोरिया में विदेशी फिल्में खासतौर पर दक्षिण कोरियाई फिल्में देखना एक गंभीर अपराध है। एक अज्ञात सूत्र के हवाले से जुंगआंग इलबो अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया के सात शहरों में गत तीन नवंबर को 80 लोगों को फांसी दी गई। अखबार ने जिस सूत्र के हवाले से खबर दी है, वह उत्तर कोरिया के आंतरिक मामलों की अच्छी समझ रखता है और हाल ही में वहां से लौटा है। एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से दी गई फांसी को देखने के लिए दस हजार से अधिक लोगों को वोनसान के उत्तरी भाग स्थित एक स्टेडियम में बुलाया गया था।