‘बीमारी को रास नहीं आया हमारा प्रेम, मेरे बच्चे का रखना ख्याल’

images (1)उदयपुर. अंबामाता थाना क्षेत्र के सहेली नगर में बीमारी से परेशान विवाहिता ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में मृतका ने लंबे समय से बीमारी से परेशान होना आत्महत्या का प्रमुख कारण बताया है। पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवाया है। बुधवार सुबह मृतका के पीहर पक्ष के आने के बाद पोस्टमार्टम होगा। इधर, अंबामाता पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

पुलिस के अनुसार रोचना राठौड़ (45) पत्नी लोकेंद्रसिंह निवासी सहेली नगर ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या की। पुत्र लोकवर्धन सिंह ने बताया कि वो मंगलवार को सुबह 11:30 बजे अपने दोस्त के यहां पढ़ाई करने के लिए गया था।

दोपहर 3:15 बजे वापस लौटने पर देखा तो कमरा बंद था। काफी देर तक आवाज लगाई लेकिन मम्मी ने दरवाजा नहीं खोला। उसके बाद कमरे से जुड़ी एक खिड़की खुली थी। जिससे अंदर जाकर कमरे में देखा तो मम्मी ने चुन्नी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी।

उन्होंने ने बताया कि मैंने तुरंत चुन्नी का फंदा खोला तो मम्मी नीचे गिर पड़ी। उसी समय पापा को फोन लगाया। पापा ने सारी स्थिति देखी और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवाया तथा कमरे से मृतका द्वारा लिखित सुसाइड नोट प्राप्त किया है।

अंबामाता थाना के शंभूनाथ ने बताया कि मृतका का पीहर पक्ष जयपुर और दिल्ली में रहता है। जिन्हें सूचित कर दिया गया है। वे सभी बुधवार को आएंगे। उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा।

सुसाइड नोट में क्या लिखा

मृतका द्वारा सुसाइड नोट में लिखा गया कि वो लंबे समय से बीमारी से परेशान है। कई बार उपचार करवाया, लेकिन बीमारी की वजह से मेरा परिवार भी परेशान रहा। इस कारण यह कदम उठाना पड़ा। मेरे पति और मुझमें काफी स्नेह रहा। मेरे जाने के बाद मेरे बच्चे का ख्याल रखना लिखा हुआ था।

ट्रैक्टर का टायर फटने से उछला पत्थर, कॉलेज छात्रा के सिर में जा धंसा

8162_tractorउदयपुर। अंबामाता थाना क्षेत्र के हरिदासजी की मगरी में मंगलवार सुबह पत्थरों से भरे ट्रैक्टर का टायर फट गया, इससे उछले पत्थर कॉलेज जाने के लिए बस का इंतजार कर रही छात्रा के सिर में घस गया। पत्थर इतनी गति से आया कि छात्रा के सिर की हड्डी तोड़कर अंदर घूस गया। छात्रा को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालात नाजुक बताई है। इधर, अंबामाता थाना में ट्रैक्टर चालक के खिलाफ 279 व 337 में लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाकर चोटिल करने का मामला दर्ज किया गया है। घटना को लेकर पूरे दिन क्षेत्र में चर्चा रही।

घटनाक्रम के अनुसार खुशबू पुजारी (19) पुत्री बंशीलाल पुजारी निवासी हरिदासजी की मगरी गुरुनानक गल्र्स कॉलेज सेक्टर 4 में द्वितीय वर्ष की छात्रा है। मंगलवार सुबह 7 बजे चौराहे पर कॉलेज बस के आने का इंतजार कर रही थी। ऐसे में पत्थरों से ओवरलोड भरा ट्रैक्टर गुजरा। जैसे ही वो छात्रा के करीब से होकर गुजर रहा कि ट्रैक्टर का पिछला टायर (लेफ्ट साइड) फट गया। टायर के फटने के साथ धमाका भी हुआ।

इस दौरान उछला एक पत्थर छात्रा के सिर की हड्डी को तोड़ते हुए अंदर तक जा धंसा। पत्थर लगते ही छात्रा सड़क पर गिर गई तथा सब तरफ खून फैल गया। छात्रा को संभालने के लिए आसपास के लोग एकत्रित हुए तब तक मौका पाकर चालक ट्रैक्टर को वहीं छोड़कर फरार हो गया। क्षेत्रवासियों की सूचना पर अंबामाता थाना की पुलिस पहुंची। तब तक क्षेत्रवासी छात्रा को अस्पताल ले गए थे। पुलिस ने मौका मुआयना करना चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

क्या है धारा 279 व 337 :

एडवोकेट मनीष शर्मा ने बताया कि धारा 279 व 337 का आशय लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर किसी को गंभीर रूप से चोटिल करना है। टायर में हवा का अधिक दबाव होने से टायर का फटना भी लापरवाही मानी जाएगी। ऐसी स्थिति में यदि किसी की मौत हो जाती है तो चालक के खिलाफ 304 मसलन लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर जान ले लेने तक का मामला दर्ज हो सकता है।

पिछोला छलका, स्वरूपसागर से ओवर फ्लो

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उदयपुर। एक बार फिर लौटते मानसून के सक्रिय होने से शहर और आसपास का क्षेत्र तर हो गया है। रविवार से शुरू हुई बारिश की झड़ी मंगलवार दिन तक जारी रही सुबह से आसमान में बादलों का डेरा है और हल्की-तेज बारिश का दौर जारी रहा शहर और आसपास के क्षेत्रों में करीब एक आधा इंच बारिश हुई। रूक-रूक के कभी धीमी तो कभी तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। इधर कैचमेंट एरिया में भी अच्छी बारिश होने से 21 फीट भराव क्षमता वाला छोटा मदार छलक गया । इससे फतहसागर के छलकने की उम्मीद भी बढ़ गई । सोमवार रात से हुई रिमझिम और तेज बारिश के चलते तेज फ्लो से मदार नहर में पानी आने की उम्मीद है। इधर सीसारमा नदी के एक फीट चलने से पीछोला में पानी की आवक बढ़ी है, जिससे स्वरूपसागर भी छलक गया है। मंगलवार सुबह स्वरूप सागर की रपट से पानी गिरना शुरू हो गया। इस मानसून में पहली बार स्वरूप सागर की पूरी रपट से पानी गिरना शुरू हुआ है। सीसारमा नदी भी एक फीट के करीब बह रही है।

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स्वरूप सागर पिछले दिनों छलका था, मगर बीच में बारिश का दौर धीमा पडऩे से पानी गिरना काफी कम हो गया। इधर मानसून में पहली बार स्वरूप सागर की रपट से गिरते पानी को देखने स्वरूप सागर पुलिया पर दिन भर लोगों का तांता लगा रहा।
जलसंसाधन विभाग के एईएन भुवनेश्वर माथुर अपनी टीम के साथ सुबह से ही स्वरूप सागर में हो रही पानी की आवक पर नजर रखे हुए है। मौसम के मिजाज को देखते हुए सीसारमा नदी से आवक और तेज होने पर स्वरूप सागर के गेट कभी भी खोले जा सकते है।
इधर, फतहसागर के जलस्तर में भी मामूली बढ़ोतरी हुई है। मदार छोटा तालाब के छलकने का क्रम मंगलवार को भी बना रहा।
सड़कों की खस्ता हाल: फिर से शुरू हुए मानसून ने जहां एक तरफ बिजली विभाग की पोल खोली है, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम, यूआईटी और पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई सड़कों की परते भी उखाड़ दी। पिछले चार दिन से हो रही बारिश से दुपहिया वाहन धारी खासे परेशान है। हर तरफ सड़कों पर खड्डे बने हुए हंै। उनमें पानी भरा हुआ है, जहां से गुजरने पर कपड़ों के खराब होने की पूरी आशंका रहती है। यूनिवर्सिटी रोड, बीएन कॉलेज रोड, उदियापोल रोड, अमल का कांटा, दूधतलाई आदि कई रोड हैं जहां गड्डों की भरमार हैं।

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विचार-विवेक और आचरण को महत्व देने वाला महायोगी: प्रसन्न सागर

DSC_5938-300x198उदयपुर। सर्वऋतुविलास स्थित अन्तर्मना सभागार में श्रद्घालुओं को संबोधित करते हुए मुनिश्री प्रसन्न सागर महाराज ने कहा कि हमें अपने जीवन को महापुरूषों की वाणी और उनके जीवन दर्शन को समझाते हुये अनुसरण करना चाहिये। हमारे यहां कई ऋषि, मुनि, संत, महापुरूष हुए हैं, जिन्होंने अपने कार्यों से लोगों के जीवन को नई दिशा प्रदान की। पहले वे जिन्होंने अपने विचार दिए हैं। दूसरे वे जिन्होंने विचार के साथ विवेक भी दिया है और तीसरे वे जिन्होंने विचार, विवेक के साथ-साथ आचरण भी दिया हैं। मुनि श्री ने कहा कि जिसने विचार दिया हैं, वह योगी भी है और भोगी भी, जिसने विचार के साथ-साथ विवेक भी दिया हैं, वह कर्मयोगी हैं और विचार, विवेक, आचरण भी दिया हैं, वह महायोगी हैं।

भाजपा महिला मोर्चा की बैठक

उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा शहर जिला की बैठक में जयपुर में आगामी १८ अक्टूबर को होने वाले विशाल महिला मोर्चा सम्मेलन में पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व प्रदेश पदाधिकारी के सान्निध्य में संपन्न हुई। महिला मोर्चा शहर जिले ने राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्री बाबूलाल नागर द्वारा यौन शोषण के आरोप पीडि़ता ने लगाए उसका मुंह बंद करने के लिए लालच व सरकारी दबाव बनाया जा रहा है, जो गलत है। सरकार को नैतिकता के आधार पर दुष्कर्मी मंत्री को गिरफ्तार करना चाहिए। बैठक में उर्मिला भंडारी, हंसा माली, रजनी डांगी, किरण जैन, किरण तातेड़, गोपाल कुंवर, मन्दाकिनी धायभाई, किरण डांगी, मंजू शर्मा, रेखा ऊंटवाल, जीवनलता जोशी, मीनू कंवर चौहान, पिंकी माण्डावत, निशाजी शर्मा, सीमा चंपावत, सुशीला जागेटिया, चांदनी माली, हेमलता जैन, विजयलक्ष्मी कुमावत, सुनीता अग्रवाल, बबीता लोरेंस, मनोरमा कोठारी, मांगी बेन डांगी, सुशीला टांक आदि उपस्थित रहे। महिला मोर्चा की बैठक में भाजपा शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, महापौर रजनी डांगी का सान्निध्य व निर्देशन में आगामी कार्यक्रमों की रूप रेखा तय की गई।

निगम का चला हथौड़ा, अवैध निर्माण तोड़ा

उदयपुर। नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी दल ने शुक्रवार को सूरजपोल थाने के सामने अमल का कांटा क्षेत्र में आवासीय स्वीकृति पर हो रहे व्यावसायिक निर्माण को बंद करवाया तथा बाहर निकाले गए छज्जों को तोड़ा। राजस्व अधिकारी नीतेश भटनागर ने बताया कि सूरजपोल थाने के सामने विमला पत्नी प्रकाश जैन द्वारा जी प्लस टू आवासीय निर्माण की स्वीकृति होने के बावजूद व्यावसायिक निर्माण भी कराया जा रहा था। ग्राउंड फ्लोर पर बिना स्वीकृति के दुकानें बनवा दी गई जिनके बाहर शटर लगा दिए गए थे। निगम द्वारा नोटिस देने के बावजूद भी निर्माण चल रहा था, जिस पर कल नगर निगम के दस्ते ने नीचे लगे शटर को तोड़ा तथा पहली व दूसरी मंजिल पर बनाये गए छज्जे जो बाहर रोड की तरफ ज्यादा निकाल रखे थे उन्हें भी तोड़ा दिया गया। शेष अवैध निर्माण स्वयं द्वारा हटाने का लिखित में आश्वासन लिया गया भविष्य में निर्माण किया तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

युवा मीडियाकर्मियों का सम्मान

उदयपुर। रोटरी क्लब ‘उदय द्वारा अलका होटल में आयोजित सम्मान समारोह में उदयपुर के युवा मीडियाकर्मियों को सम्मानित किया। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि रोटरी डिस्ट्रीक्ट 3052 के गवर्नर अनिल अग्रवाल व पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने 12 मीडियाकर्मियों को उपरना आढ़ा व प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। यह जानकारी देते हुए क्लब अध्यक्ष शालिनी भटनागर ने बताया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले उदयपुर के मीडियाकर्मियों का सम्मान करके रोटरी क्लब उदय स्वयं सम्मानित महसूस कर रहा है।

इस अवसर पर बोलते हुए अनिल अग्रवाल ने भी देश में मीडियाकर्मियों की सक्रिय भूमिका को सराहा। कार्यक्रम में दो सदस्य प्रणव भंडारी व नीरज सनाढ्य को क्लब के नये सदस्य के रूप में शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन पारूल जैन ने किया तथा धन्यवाद की रस्म सह-सचिव राघव भटनागर द्वारा अदा की गई। इस अवसर पर सीमा अग्रवाल, पूर्व प्रांतपाल डॉ$ वाईएस कोठारी, यूएस चौहान, रोटरी क्लब उदय के सचिव उमेश असावा, भूपेन्द्र रजिवानिया, सांझ नरूला भी उपस्थित थे।

हो जायें फिर से जवां, करें फेशियल exercise!! – NICC BEAUTY TIPS

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sweeti-chhabaraऎज बढने के साथ साथ चेहरे पर नूर तो कम होता ही है साथ ही चेहरे की त्वचा ढिली पडने लगती है। त्वचा के कोश उम्र के साथ निस्तेज और निष्क्रिय हो जाते है, लेकिन उचित व्यायाम से ये कोश दोबारा सक्रिय हो सकते है। आइए जानें NICC की डायरेक्टर स्वीटी छाबड़ा से कि Exercise से आप त्वचा में कसाव कैसे ला सकती है।

 

 

 

गर्दन के लिए
1379751449-facial-excersise2जमीन या कुर्सी पर सीधी बैठ जाएं। सिर पीछे ले जाकर आसमान की ओर देखें। अपने होंठ बंद रखें और मुंह इस प्रकार चलाएं जैसे च्यूइंगम चबा रही है। आप महसूस करेगी कि आपके गले की और उसके आसपास की मांसपेशियां काम कर रहीं हैं। उनमें खिंचाव महसूस करेगी। इस क्रिया को बीस बार दोहराएं। ऎसा करने से गर्दन की त्वचा में कसाव आएगा।

 

 

डबल चिन के लिए
1379751526-facial-excersise4अपने सिर को पीछे की ओर ले जाएं। आसमान की ओर देखें और मुंह खोलें व बंद करे। आपको ठोढ़ी के पास खिंचाव महसूस होगा। ऎसा 11-16 बार करने से चिन अच्छी हो जाती है।

 

 

 

चेहरे के लिए
1379751574-facial-excersise5सीधी बैठ जाएं अपना चेहरा सामने रखें। होंठ खोलते हुए दांतों को एक-दूसरे पर सटाकर रखें और जब़डों को फैलाएं ताकि आपके दांत जब़डों से अलग होते हुए महसूस हो। एक बार जब़डे को फैलाएं और फिर जब़डों को सिको़डने की कोशिश करे।

 

 

 

जॉ लाइन के लिए
1379751608-facial-excersise6कुर्सी पर सीधी बैठ जाएं। अपना सिर पीछे की ओर ले जाएं और आसमान की ओर देखें। अपने होंठों को बंद रखें और आराम की मुद्रा में रहे। बहुत ज्यादा खिंचाव या कसाव न महसूस करे। अब अपने होंठों को इस तरह सिको़डे और फिर खींचें जैसे आप आसमान को चूमना चाहती है। अपने होंठों को सिको़ड कर मन में दस तक गिनें, फिर आराम की मुद्रा में आएं और अपना सिर वापस सीधा करे। ऎसा पांच बार करे।

माथा, ठोढ़ी और गर्दन के लिए

बेड पर सीधी लेट जाएं। अपना सिर बेड के किनारे पर जमीन की ओर लटकाएं। अब धीरे-धीरे अपना सिर ऊपर उठाएं और दस तक गिनते हुए अपने पंजों को देखने की कोशिश करे। फिर आराम की मुद्रा में आएं और अपना सिर फिर उसी अवस्था में लाएं। इस प्रक्रिया को पांच बार दोहराएं।

आंखों के लिए
1379751707-facial-excersise8अपनी आंखों की मांसपेशियों को इस प्रकार टोन करे- अपनी दो अंगुलियों को सिर के इधर-उधर यानी माथे के दोनों किनारों पर रखकर दबाएं और आंखों को तेजी के साथ खोलें-बंद करे। ऎसा कम से कम दस बार करे।

 

 

 

भौंहों के लिए
1379751644-facial-excersise7भौंहों को जितना संभव हो सिको़डे यानी चढ़ाएं जैसे कि आप गुस्सा जाहिर कर रही है। इतना सिको़डे कि आपकी भौंहे आपकी आंखों के ऊपर चढ़ी हुई प्रतीत हों। अब जितना संभव हो सके आंखें खोलें और अपनी भौहों को जितना संभव हो सके ऊपर की ओर खींचें या फैलाएं। यह प्रक्रिया पांच बार दोहराएं।

अरावली में ‘‘3C फॉर प्लेसमेन्ट’’ विषय पर सेमिनार

IMG_0671अरावली इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज, उदयपुर में २१ सितम्बर को ’’3c फॉर प्लेसमेन्ट’’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता करूणेश सक्सेना, प्रोफेसर, फैकल्टिी ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज, मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय थे। सक्सेना जी ने विद्यार्थियों को जिन्दगी के बारें में बहुत सारगर्भित बातें बताते हुए कहाँ कि व्यक्ति को जीवन में सीखना कभी नहीं छोड़ना चाहिए। जीवन ‘‘सब कुछ सीखने की पाठशाला’’ का ही समानार्थी शब्द है। सक्सेना ने मशहुर मोटिवेटर एवं लेखक कॉवे की किताब ‘‘अति प्रभावशाली व्यक्ति की सात आदतें’’ का उदाहरण लेते हुए बताया कि जीवन में सीखने के लिए तीन चीजें अति महत्वपूर्ण हैं- ज्ञान, कौशल एवं सीखने की अभिलाषा। श्री सक्सेना ने विद्यार्थियों को प्लेसमेन्ट के लिए अति उपयोगी ‘‘3 सी- कॉन्सेप्ट, कम्युनिकेशन व कॉन्फिडेन्स’’ पर ध्यान देने को कहा। अन्त में श्री सक्सेना ने अनेक प्रेरणादायी विडियों क्लिपिंग के माध्यम से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया व उनकी जिज्ञासाओं को दूर किया। संस्था की तरफ से श्री प्रकाश बहरानी, इलेक्टिकल हेड ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

फुरकान खान के केमरे का जादू ले आया ज़मीं पे जन्नत – Laddakh – the pristine beauty

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11268_100623376630647_2120244_nलेह/उदयपुर । उदयपुर के जाने माने लैण्डस्केप फोटोग्राफर फुरकान खान की कलात्मक फोटोग्राफी से युक्त कॉफी टेबल बुक ‘‘ लद्दाख- दी प्रिस्टाइन ब्यूटी’’ का विमोचन लेह में आयोजित भव्य लददाख समारोह में मुख्य अतिथि जम्मू कश्मीर के पर्यटन मंत्री श्री गुलाम अहमद मीर द्वारा किया गया। लददाख समारोह साल में एक बार सितंबर माह में लेह में आयोजित किया जाता है जिसमें देशी और विशेषकर विदेशी पर्यटक भारी संख्या में उपस्थित रहते हैं। यह समारोह वर्ष 1982 से निरंतर आयोजित किया जा रहा है तथा इसमें लददाख क्षेत्र की समस्त जनजातियों के प्रतिनिधि समूह अपनी विशेष पोशाक में उपस्थित रहते हैं तथा लोक नृत्य प्रस्तूत करते है।
लद्दाख समारोह हर साल सितम्बर माह में मनाया जाता है जिसमें लद्दाख क्षेत्र की सभी जनजातियाँ अपने पारंपरिक परिधान में मौजूद रहती है। फुरकान खान की यह फोटो पुस्तक है लद्दाख के भू-भाग व वहां के निविासियों के बारे में सचित्र जानकारी उपलब्ध करवाने के साथ-साथ आवश्यक पठनीय सामग्री भी उपलब्ध करवाती है। हार्ड माउन्ट कवर व 182 पृष्ठों वाली इस पुस्तक में लद्दाख के अप्रतिम सौन्दर्य के विभिन्न आयामों को रचनात्मकता के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक में लद्दाख के उन पहलुओं को छायाकार की कल्पना व दृश्यों की वास्तविकता के संयोजन के साथ प्रस्तुत किया है जो उस भू-भाग व वहां के निवासियों की विशेषता है। लोकार्पण अवसर पर छाया चित्रों पर विचार व्यक्त करते हुए छायाकार फुरकान खान ने कहा कि हजारों छाया चित्रों में से ऐसे चित्रों का चयन करना जो कि उस भू-भाग की विशेषताएं दर्शाते हों मेरे लिये सरल कार्य नहीं था। अपने विचारों के साथ गहन मंथन तथा स्वयं से ही तर्क-वितर्क करने के पश्चात् अन्ततः लद्दाख के अनूठेपन से संबंधित केवल ऐसे फोटोग्राफ्स का चयन किया गया जो लद्दाख के भू-भाग के लिये विशिष्ट हैं या कम से कम अन्य प्रदेश के निवासियों को जिनकी कम जानकारी है।

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पुस्तक में समाहित फोटोग्राफ्स व उनके कन्टेन्ट्स पर प्रकाश डालते हुए फुरकान खान ने बताया कि वहां की उबड़-खाबड़ परंतु मनोहारी पर्वत श्रृंखलाएं, हिमाच्छादित रास्ते एवं शहर, निरन्तर स्वरूप बदलती प्राकृतिक रोशनी, नीला आकाश,, बादलों से घिरी पर्वत की चोटियाँ, बौद्ध मठ , विभिन्न रंगों वाली खारे पानी की झीलें, मास्क डांस, चंगपा-घूमन्तु जाति की जीवन शैली ऐसी विशेषताएं है जिन्हें इस पुस्तक को बहुआयामी बनाने का प्रयास किया गया है।
यह पुस्तक एक सचित्र यात्रा के रूप में है जो आपको बर्फीली चोटियों, जमी हुई झीलें व नदियों, पिघलते ग्लैशियर तथा यहां के वासियों के जीवन के अनेक रंगों से आपका परिचय करवायेगी। यह आपको वहां के बौद्ध मठों के भीतर ले जायेगी, ‘‘चोमो’’ (महिला भिक्षुक), ‘‘लामो’’ (महिला ओझा), ‘‘छाम’’ (मुखौटा नृत्य) तथा ‘‘घोचक’’ (विशेष पूजा पद्धत्ति) से परिचित होने का अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा यह आपको चंगप्पा जाति के दूरस्थ व एकांत पर्वत क्षेत्र में बनाये गये टेन्ट के दर्शन भी करवायेगी। यात्रा के अंतिम पड़ाव में यह आपको अनूठे शीत मरूस्थल के दृश्यों से आनन्दित करेगी।
लोकार्पण के अवसर पर जम्मू के नगरीय विकास मंत्री श्री नवांग रिगजीन, नगरीय विकास परिषद के काउन्सलर श्री रिगजीन स्पेलबर तथा फुरकान खान के गुरू मुंबई के प्रसिद्ध फोटोग्राफर श्री शिरीष आर. कराले उपस्थित थे। लेह के उपायुक्त श्री सिमरन दीप सिंह ने इस पुस्तक को अनोखी बताते हुए इसमें सम्मिलित छाया चित्रों की भुरी-भुरी प्रशंसा की। पुस्तक में जम्मू व कश्मीर के मुख्यमंत्री श्री उमर अब्दुला ने प्राक्कथन में अपने विचार व्यक्त किये हैं।

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