‘फ़ेसबुक पर रोक लगाई’ तो छात्रा ने फांसी लगा ली

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131022123734_facebook_304x171_bbc_nocreditमहाराष्ट्र के परभनी ज़िले में पुलिस का दावा है कि पॉलिटेक्निक की एक छात्रा ने इसलिए फांसी लगा ली क्योंकि ‘उसके घर वालों ने फ़ेसबुक का अधिक प्रयोग करने पर आपत्ति जताई थी’.

पुलिस के मुताबिक़ परभनी के पॉलिटेक्निक में दूसरे साल की छात्रा और शहर के गांधी पार्क निवासी ऐश्वर्य दहीवाल ने अपने कमरे में छोड़े क्लिक करें सुसाइड नोट में लिखा है, ”मैं ऐसे घर में नहीं रह सकती हूँ, जहाँ फ़ेसबुक पर रोक लगाई जाती हो. क्या फ़ेसबुक इतना बुरा है?”

पुलिस ने बताया है कि घटना बुधवार रात की है और क्लिक करें फ़ेसबुक के अधिक प्रयोग पर ऐश्वर्य दहीवाल के पिता ने उसे डांट दिया था.

 

पिता की डांट

पुलिस का दावा है कि इससे नाराज होकर ऐश्वर्य ने अपने कमरे में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों के अनुसार ऐश्वर्य के माता-पिता उसकी मोबाइल पर देर तक बात करने और क्लिक करें फ़ेसबुक पर अधिक समय देने की आदत को लेकर परेशान थे. उन्होंने कई बार उसे ऐसा करने से मना भी किया था.

पुलिस का कहना है कि इस मामले की हर नज़रिए से जांच की जा रही है. पुलिस यह पता लगा रही है कि ऐश्वर्य मोबाइल फ़ोन पर कितना और किससे बात करती थी. इस मामले में पुलिस साइबर विशेषज्ञों की भी मदद लेगी.

परभनी पुलिस थाने के प्रभारी सुधाकर रेड्डी ने बताया, ”आत्महत्या के लिए डाँट-डपट ही एक अकेला कारण नहीं हो सकता है, इसके कुछ और कारण भी हो सकते हैं. पुलिस इस मामले के हर पहलू की जाँच कर रही है. हम यह भी पता लगा रहे हैं कि कहीं ऐश्वर्य का किसी लड़के के साथ प्रेम संबंध तो नहीं था.”

 

मोबाइल कॉल का ब्यौरा

उन्होंने बताया, ”हमने ऐश्वर्य के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवाई है. हम उसकी जाँच कर रहे हैं. इससे हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह किससे और कितने समय तक बात करती थी.”

उन्होंने बताया कि पुलिस उसके प्रेम संबंधों का भी पता लगा रही है. शुक्रवार को पुलिस ने कॉलेज में उसके दोस्तों से पूछताछ की.

रेड्डी ने बताया कि इस घटना के बाद से ऐश्वर्य के माँ-बाप काफी सदमे में हैं. ऐश्वर्य की माँ की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में दाख़िल कराया गया है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनकी हालत सामान्य होने पर उनसे पूछताछ की जाएगी.

 

ऐश्वर्य के पिता सुनील दहीवाल का सोने-चांदी का कारोबार है. वे शौकिया तौर पर ज्योतिष का काम भी करते हैं.

सो. बी बी सी

कार्पोरेट नैतिकता ही उद्यम का भविष्य: प्रो. गोदारा

DSC_6084उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के लोक प्रशासन विभाग द्वारा आयोजित ‘भारत में प्रशासनिक संस्कृति‘ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए हेमचंद्राचार्य उत्तरी गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. एल. गोदारा ने कहा कि किसी भी संगठन, विशेष रूप से निजी क्षेत्र के उद्यमों में कार्पोरेट नैतिकता और सामाजिक उत्तर दायित्व की प्रशासनिक संस्कृति के बिना उसकी छवि और उपादेयता सिद्ध नहीं हो सकती।

उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में संगठनों की आंतरिक और बाहरी दोनों ही प्रकार की संस्कृतियों का अपना महत्त्व है।

इस अवसर पर बोलते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. आई. वी. त्रिवेदी, कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने कहा कि प्रशासनिक संस्कृति विशेष रूप से सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली बहुत उलझी हुई तथा जनता से विमुख है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक संस्कृति के कई रूप पुलिस संस्कृति, सचिवालय संस्कृति, पोस्ट ऑफिस संस्कृति, विश्वविद्यालय संस्कृति एवं पंचायतराज संस्कृति आदि दिखाई देते हैं।

DSC_6074कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. शरद श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत में आधुनिक प्रशासनिक संस्कृति ब्रिटिश उपनिवेशवाद की एक विरासत है जो अंग्रेजी के भारत से चले जाने के बाद भी नौकरशाही के रूप में जनता को प्रताड़ित कर रही है। आज इस पर चिंतन करते हुए इस व्यवस्था में बदलाव लाने की महत्ती आवश्यकता है।

इससे पूर्व संगोष्ठी के निदेशक प्रो. एस. के. कटारिया, अध्यक्ष, लोक प्रशासन विभाग ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि प्रशासनिक संस्कृति नामक नए विषय को सैद्धांतिक आधार देने एवं शोध को बढ़ावा देने के लिए इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।

संगोष्ठी में राजस्थान विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग की अध्यक्षा प्रो. प्रीता जोशी, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो. संजीव महाजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो. ए. एस. मलिक, नागपुर विश्वविद्यालय के धर्मेश धवनकर तथा माणिक्यलाल वर्मा महाविद्यालय भीलवाड़ा की डॉ. देवकांता शर्मा ने भी अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डॉ. देवकांता शर्मा ने भारत की शिथिल न्यायिक प्रणाली पर गंभीर शोधपरक प्रश्न उठाते हुए कहा कि यदि अंधेरे में न्याय का दीपक ही बुझ जाये तो पीड़ित जनता को रोशनी कहां से मिलेगी। तारीख-दर-तारीख की भारतीय न्याय प्रणाली लोगों में कुंठा और सरकार के प्रति अविश्वास पैदा करती है।

कार्यक्रम के अंत में आभार संगोष्ठी संयोजक प्रो. सी. आर. सुथार ने व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. गिरिराज सिंह चौहान ने किया।

मोदी की सभा और 16 हजार छात्रों की आरपीएससी परीक्षा एक ही दिन

stress-cartoonउदयपुर. गांधी ग्राउंड में भाजपा के प्रचारक नरेंद्र मोदी की जनसभा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में जनजाति रैली और 16 हजार छात्रों की आरपीएससी की परीक्षा 26 अक्टूबर को होगी। ये तीनों आयोजन एक ही दिन होने से प्रशासन को यातायात, परिवहन तथा कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार 26 अक्टूबर को शहर के 28 केंद्रों पर आरपीएससी की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी। राज्य प्रशासनिक सेवा में चयन के लिए 16 हजार छात्र परीक्षा में बैठेंगे। इस परीक्षा में बैठने वाले अधिकांश छात्र जिले की तहसीलों तथा अन्य जिलों से आएंगे।

इसी दिन गांधी ग्राउंड में भाजपा का जनजाति सम्मेलन होगा। मोदी की सभा का समय शाम साढ़े 4 बजे निर्धारित किया है, लेकिन उससे पूर्व शहर में आयोजित होने वाली वसुंधरा राजे की रैली दोपहर 1.30 बजे टाउन हॉल से रवाना होगी।

रैली में भाग लेने आने वाले आदिवासी लोगों का दोपहर 12 बजे से उदयपुर पहुंचना शुरू हो जाएगा।

इन तीनों आयोजनों के कारण प्रमुख मार्गों पर वाहनों का जाम लगने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परीक्षा समाप्त होने के समय से पूर्व शहर से बाहर जाने वाली रोडवेज तथा निजी ट्रेवल की बसों का निकलना मुश्किल हो सकता है। रैली में आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था शहर से बाहर विभिन्न मार्गों पर की जाएगी। रैली मार्ग पर टेम्पो, ऑटो तथा परिवहन के अन्य साधन प्रतिबंधित हो जाने से आरपीएससी परीक्षार्थियों को वापस घर लौटते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

ये परीक्षा केंद्र हो सकते हैं प्रभावित :

रेजिडेंसी स्कूल, गुरु गोविंद सिंह ((नंबरदार)) स्कूल, सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेंट पॉल, राजकीय कन्या सीनियर सेकंडरी स्कूल भूपालपुरा, फतह स्कूल, किशन वर्मा सी.से.स्कूल अंबामाता, आरएमवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, महिला मंडल, गल्र्स सी.से. स्कूल जगदीश चौक, विद्याभवन टीचर्स ट्रेनिंग, गुरुनानक स्कूल शास्त्री सर्कल, सेंट मेरीज स्कूल सुखाडिय़ा सर्कल, बाल विनय मंदिर हरिदास मगरी, सेंट्रल एकेडमी अंबामाता, राजस्थान महिला गेलड़ा स्कूल सूरजपोल, गवर्नमेंट सी.से.स्कूल धानमंडी केंद्रों पर परीक्षा देने वाले करीब 6 हजार छात्र रैली एवं सभा के कारण अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

रैली व सभा से पूर्व परीक्षा समाप्त होगी :

आरपीएससी की परीक्षा, भाजपा की रैली व जनजाति सम्मेलन के आयोजन शनिवार को एक ही दिन हैं। परीक्षा दोपहर 1 बजे समाप्त हो जाएगी। रैली उसके बाद शुरू होगी, जिससे परीक्षार्थियों को घर लौटने में परेशानी नहीं हो इस बात का प्रयास किया जाएगा।

मोहम्मद यासीन पठान, एडीएम सिटी

उदयपुर जिला माहेश्वरी सभा के चुनाव अवैध घोषित

उदयपुर। अ.भा. माहेश्वरी महासभा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उदयपुर जिला माहेश्वरी सभा के २७ जुलाई को हुए चुनावों को अवैध घोषित कर दिया है। ज्ञातव्य है कि प्रदेश निर्वाचन अधिकारी द्वारा विधिक प्रक्रिया की अनुपालना नहीं करने के कारण पूर्व में इन चुनावों को स्थगित कर दिया था। किन्तु एक धड़े ने हठधर्मिता करते हुए चुनाव करवाएं एवं जिला सभा कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। केंद्रीय चुनाव समिति ने पूरे घटनाक्रम का विस्तृत अध्ययन एवं जांच करके पाया कि चुनावों में संविधान की घोर उपेक्षा की गई है। प्रदेश निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों की भी अवहेलना की गई है। इस कारण पूरी प्रक्रिया दूषित हो गई। केंद्रीय समिति ने संविधान की अक्षरश: पालना करते हुए नए चुनाव करवाने के निर्देश दिए। नगर माहेश्वरी सभा के पदाधिकारियों ने चुनाव अवैध घोषित किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया एवं कहा कि यह समाज में विघटन की राजनीति करने वालों के मुंह पर एक करारा तमाचा है। संरक्षक डॉ. सत्यनारायण माहेश्वरी, अध्यक्ष भुवनेश बांगड़, उपाध्यक्ष भगवानलाल मोहता एवं जगदीश देवपुरा, राजेश राठी, केएल समादानी सहित कई वरिष्ठ समाजजनों नें निर्वाचन अवैध घोषित किए जाने को एक ऐतिहासिक निर्णय बताया और कहा कि इससे माहेश्वरी समाज में लोकतांत्रिक प्रक्रिया सशक्त बनेगी।

युवा मोर्चा ने सजाएं चौराहे

DSC8574उदयपुर। भाजपा के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा को लेकर भाजपा की तैयारियां जोरों पर चल रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा शहर जिला के कार्यकर्ताआें द्वारा शहर के 19 चौराहों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। भाजयुमो शहर जिलाध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री ने बताया कि युवा मोर्चा के कार्यकर्ताआे द्वारा शहर के विभिन्न चौराहों को सजाया जाएगा तथा श्रेष्ठ चौराहे को सजाने वालो को भाजयुमो की जिला कार्यसमिति में सम्मानित भी किया जाएगा। DSC_2948भाजयुमो मुखर्जी मंडल के कार्यकर्ताआे ने सूरजपोल स्थित श्यामाप्रसाद की प्रतिमा पर सुबह दुग्धाभिषेक किया व प्रतिमा को स्वच्छ किया गया। शास्त्री ने बताया कि कार्यकर्ता में मोदी की सभा का जर्बदस्त आकर्षण है। युवा मोर्चा कार्यकर्ता केसरिया टी शर्ट में मौजूद रहेगे। टी शर्ट के आगे की तरफ नरेन्द्र मोदी, वसुन्धराराजे एवं गुलाबचंद कटारिया की फोटो अंकित है और फोटो के नीचे युवा जगेगा देश जगेगा का नारा लिखा है। टी शर्ट के पीछे भारतीय जनता युवा मोर्चा शहर जिला उदयपुर लिखा है तथा मोदीजी का नारा ‘मान लो तो हार है, ठान लो तो जीत है।Ó लिखा है। भाजयुमो जिला महामंत्री नरेश वैष्णव ने बताया कि कार्यकर्ता सभास्थल पर बनाए गए 18 ब्लॉक पर केसरिया टी शर्ट पहन कर व्यवस्था में खड़े रहेंगे। कार्यकर्ता विभिन्न कॉलेजों में मोदी की सभा में आने का निमंत्रण दे चुके हैं।

कांग्रेस ने सौ सीटों पर तय किए प्रत्याशी

rajasthanmap-300x263उदयपुर। दिल्ली के हरियाणा भवन में राजस्थान विधानसभा की सीटों के लिए गठित स्क्रीनिंग कमेटी ने सौ सीटों पर फाइनल चर्चा कर ली है, जबकि सौ सीटों पर आज शाम तक चर्चा हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि कितने वर्तमान विधायकों के टिकट कटेंगे, क्योंकि जो लोग राहुल गांधी के मापदंडों में फिट बैठते हैं। उन्हें टिकट से वंचित नहीं रखा जा सकता और जो लोग इस मापदंड को पूरा नहीं करते हैं। उनके बारे में गहनता से विचार किया जाना है। राहुल गांधी के मापदंड के अनुसार 10,000 से कम मतों से विजय होने वाले वर्तमान विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही जिन विधायकों को कम मतदान वाले विधानसभा क्षेत्र में तीस प्रतिशत मत मिले हैं, तो वहां पर भी विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी के विचार-विमर्श के बाद अब यह सामने आया है कि राहुल गांधी के मापदंड का बहुत सख्ती से पालन नहीं किया गया है।

सूत्रों के अनुसार कुछ विधायकों के नाम स्क्रीनिंग कमेटी ने पहले ही काट दिए है। इन सीटों पर कमेटी द्वारा सीधा निर्णय नहीं लिया जाएगा। जिसकी बैठक 28 अक्टूबर को होने की संभावना है, तब स्क्रीनिंग कमेटी विभिन्न पर्यवेक्षकों की सिफारिश, पार्टी जनों द्वारा कराए गए सर्वेक्षण तथा एजेंसियों द्वारा किए गए सर्वेक्षणों तथा मोतीलाल वोरा द्वारा कराई गई सर्वे रिपोर्ट के साथ बैठेगी। पार्टी ने उन विधायकों की भी सूची बनाई है, जिनका अपराधिक रिकोर्ड रहा है। इस सूची में करीब 22 विधायक है, जिन पर राजनैतिक मुकदमें चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ मंत्री भी निशाने पर है। जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं या फिर जिनकी वजह से पार्टी की छवि बिगड़ी है। स्क्रीनिंग कमेटी ने यह भी ख्याल रखा है कि कौन प्रत्याशी मुख्यमंत्री का करीबी है और कौन सा विरोधी गुट में शामिल है।

फतहसागर में प्रताप स्मारक की गंदगी

DSC_2843-300x199उदयपुर। महाराणा प्रताप स्मारक समिति ने एक कारस्तानी की है, जिससे मुंबइयां मार्केट की गदंगी फतहसागर झील में गिर रही है। समिति ने मोतीमगरी में जाने वाले गंदे पानी के नाले को फतहसागर झील की तरफ डायवर्ट कर दिया है। ताज्जुब इस बात का है कि निगम के अधिकारियों को इसका पता है, लेकिन वे जानबूझकर अनजान बने बैठे हैं। इधर, फुटपाथ पर बनी मुम्बइया मार्केट की इन दुकानों पर स्वामित्व का दावा महाराणा प्रताप स्मारक समिति जताती है और किराया भी वसूलती है, लेकिन गंदगी के समाधान का दावा न तो निगम कर रही है और न ही प्रताप स्मारक समिति।

पता चला है कि प्रताप स्मारक समिति मुंबइयां मार्केट के प्रत्येक दुकानदार से ११०० रुपए किराया प्रतिमाह लेती है। पहले दुकानों का गंदा पानी स्मारक की चारदीवारी के अंदर बने एक खड्डे में डाला जाता था, लेकिन पिछले आठ महीने से समिति ने दुकानों का गंदा पानी अंदर जाने से रोक दिया है। अब यह पानी मुंबइयां मार्केट के पीछे बने खड्डे में ही डाल दिया जाता है। जब यह खड्डा ओवरफ्लो हो जाता है, तो गंदा पानी सड़कों पर बहते हुए फतहसागर झील में समा जाता है। इस गंदगी से काफी दुर्गंध भी फैलती है, जिससे पर्यटकों के साथ शहरवासियों को भी नाक बंद करके निकलना पड़ता है।

अंदर सफाई और बाहर गदंगी

महाराणा प्रताप स्मारक समिति के अधीन आने वाली मोतीमगरी को तंबाकू मुक्त जोन बनाया गया है। अंदर पॉलीथिन भी नहीं ले जाई जा सकती है, लेकिन मोती मगरी को साफ-सुथरा रखने वाला प्रबंधन ही मोतीमगरी के बाहर गदंगी फैला रहा है, जो निंदनीय है।

: इस संबंध में नगर परिषद कमिश्नर को कई बार शिकायत की गई। दुकानों के पास टैंक बनाने की स्वीकृति भी मांगी गई है, ताकि फतहसागर झील में गदंगी नहीं जाए। समिति को झील की काफी चिंता है। इस संबंध में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

-युद्धवीर सिंह, सचिव, महाराणा प्रताप स्मारक समिति

: मुंबइयां मार्केट की दुकानों से निकलने वाली गदंगी के निस्तारण के लिए दुकानों के पास टैंक बनाने का प्रस्ताव है। बारिश की वजह से काम रूका हुआ था। अब बहुत जल्दी काम शुरू करवा दिया जाएगा। दुकानों से निकलने वाली गदंगी का समाधान किया जाएगा।

-हिम्मतसिंह बारहठ, कमिश्नर, नगर निगम

कारस्तानी: महाराणा प्रताप स्मारक समिति ने मोतीमगरी में जाने वाले एक गंदे पानी के नाले को फतहसागर झील में डायवर्ट कर दिया है

लापरवाही: शिकायत के बावजूद नगर निगम इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि इस संबंध में निगम के आयुक्त और स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष कई दफा मौका देख आए हैं।

जयसमंद झील -नेवल एन.सी.सी. कैडेट्स द्वारा पवन नौकायान।

DSCN0161जयसमंद – 1 राज नेवल एनसीसी कैडेट्स के तत्वाधान में आयोजित शेलिंग व पुलिंग एक्सपिडिशन शिविर 2013 जयसमंद झील में आज चौथे दिन प्रातः 90 कैडेट्स द्वारा “क्रांस कन्ट्री प्रतियोगिता का रूट परिचय करने के लिए रूट मार्च किया गया। इस दौरान कैडेटों ने विशेष उत्साह के साथ प्रातः कालीन भ्रमण करते हुए प्रकृति के सौर्न्दय का भरपुर आनन्द लिया।

DSCN9432 DSCN0339कैम्प मुख्य प्रशिक्षण डी आर गुर्जर, जयपुर व अजमेर से आये प्रशिक्षण स्टाफ ने जयसमंद पाल पर कैडेट्स को पवन नौका में लगे सेलिंग गेयर, सेलस व नौका को पवन से चलने के लिये, दिशा रूख बदलने का वनौका में ली जाने वाली सावधानियां तथा सुरक्षा हेतु जानकारी दी। इसके पश्चात कैम्प कमांडेन्ट कमांण्डर कृष्णा कुमार मेहता ने चार वेलर नौका में 28 कैडेट्स व चार प्रशिक्षक स्टाफ तथा ऐन्टरपराइस क्लास नौका में 2 कैडेट को 16 नाटिकल मील (25 किमी) की दूरी तय करने के लिये रवाना किया। इसी दौरान बाकी 60 कैडेट्स में से 20 कैडेट्स को राईफल ड्रिल, 40 कैडेट्स को सेमाफोर- जोकि दो रंग झडों के साथ विभिन्न मुद्राओं में दोनो हाथों द्वारा स्पष्ठ दिखने वाली दूरी से संदेश देने हेतु प्रयोग होती है, का प्रशिक्षण उदयभान एल आर ओ द्वारा दिया गया।

इस शिविर में संध्या के समय मे सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रतियोगिताए भी रखी गई है।

कलर्स द्वारा ‘सफारी स्ट्रम 24 – द गेम’ का अनावरण!

Ankush Arora SVP Passenger Vehicles Business Unit (Commercial) Tata Motors, Anil Kapoor and Raj Nayak CEO COLORS at the launch-इस महीने की शुरुआत में अपने जासूसी ड्रामा 24 की ब्लाकबस्टर शुरुआत के बाद, कलर्स एक इंटरेक्टिव मोबाइल गेम, ‘सफारी स्ट्रम 24 – द गेम’ की शुरुआत के साथ मानदंड को और ज्यादा ऊंचा उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस 3क् गेम की शुरुआत एक सर्वप्रथम पहल की शुरुआत का प्रतीक है कि एक भारतीय सामान्य मनोरंजन चैनल ;ळम्ब्द्ध अपने दर्शकों को किसी शो के रियल-टाइम एक्शन को ऑफलाइन एक्सपीयरेंस करने का अवसर उपलब्ध करा रहा है। गेमशास्त्र सॉल्युशन्स प्रा. लि. द्वारा डेवलेप किया गया, यह गेम आज से भारत में पव्ै और एन्ड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर फ्री डाउनलोड के लिए उपलब्ध हो जाएगा, और प्लेयर्स के लिए ।ज्न् चीफ जय सिंह राठौड़ के जीवन को जीना संभव बनाएगा, जिस किरदार को परदे पर अनिल कपूर ने निभाया है और वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को हत्या से बचाने के लिए आतंक का मुकाबला करने के लिए समय के खिलाफ संघर्ष करता है। ‘24 दृ द गेम’ का मुम्बई में कुर्ला में फीनिक्स मार्किट सिटी मॉल में प्रत्यक्ष दर्शकों के सामने अनावरण किया गया।

Mr Raj Nayak CEO COLORS, Mr Ankush Arora SVP Passenger Vehicles Business Unit (Commercial) Tata Motors and Anil Kapoor at the lयह तेज रफ्तार और स्कोर-आधारित गेम एक थर्ड-पर्सन, कवर-बेस्ड शूटर गेम है जो प्लेयर्स को मुम्बई में आतंकवादियों के षड़यंत्र को अकेले अपने दम पर विफल बनाने में समर्थ बनाता है। ‘24 – द गेम’ दर्शकों के लिए चीफ जय सिंह राठौड़ के किरदार में जाने और 30 लेवल के दौरान उसकी विभिन्न खूबियों को तलाश पाना संभव बनाता है। प्लेर्यस को हेल्थ पैक्स, अतिरिक्त बंदूकों, हैरियर स्ट्राइक और मिसाइल की गोलीबारी जैसी स्पोर्ट पावर सहित जो गेम के दौरान कमाए गए प्वाइंटों को भुनवाकर खरीदे जा सकते हैं, हथियारों का जखीरा मिलेगा। सभी प्लेयर्स को अपनी कूवत को आंकने के लिए लोकल लीडरबोर्ड के जरिये जो उनके स्कोर की डिटेल्स को दूसरे गेमर्स के साथ शेयर करेगा, एक-दूसरे के साथ समय के खिलाफ दौड़ लगानी होगी। जल्दी से एक्सेसीबल और सहज कंट्रोल स्कीमें प्लेयर्स के लिए 4 तरह के ।ण्प्ण् के साथ एक्सपेरीमेंट करना संभव बनाती हैं जो विभिन्न प्रकार के एक्शन और बिहेवियर्स के साथ उपलब्ध हैं।“

 

एक रूपए किलो में रेत!

ud 34123-10-2013-07-01-48Nउदयपुर। हाईकोर्ट की खनन पर रोक के आदेश पर बजरी की कीमत ढाई गुना तक हो चुकी है। शहर में एक हजार रूपए टन तक में बजरी नहीं मिल रही है। अगले कुछ दिनों में कीमतें और बढ़ने की आशंका है।

खान विभाग ने बीती रात 12 बजे बाद बजरी खनन पर रोक लगा दी गई। रॉयल्टी ठेकों पर विभागीय पहरा लगा दिया गया। साथ ही उड़नदस्ते गठित कर अवैध खनन व निर्गमन पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। सोमवार को कोर्ट के आदेश के साथ ही बड़ी संख्या में वाहन खदानों में पहुंच गए। इनमें से कुछ वाहन मंगलवार को शहर के बाजारों में पहुंचे, लेकिन कीमत 1000 से 1200 रूपए टन तक वसूली गई अर्थात एक से सवा रूपए किलोग्राम रेत बेची गई। जानकारो ने बताया कि कुछ कारोबारियों द्वारा पिछले आदेश के बाद से ही बजरी स्टॉक करना शुरू कर दिया गया। चूंकि रॉयल्टी वाली रेत के स्टॉक पर कोई पाबंदी नहीं है। अत: इन लोगों के भारी किल्लत के दौरान ही बजरी बाजार में निकालने की संभावना है।

अग्रिम सुनवाई की अर्जी पर विचार

सूत्रों के अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में एक नवम्बर को सुनवाई होगी। ट्रिब्यूनल में अग्रिम सुनवाई के लिए अर्जी दायर करने पर भी विभाग गंभीरता से विचार कर रहा है। इसके लिए अतिरिक्त निदेशक

खान, जयपुर को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इस बीच, पता चला है कि इससे प्रभावित कुछ रॉयल्टी ठेकेदार इस मामले मेें सर्वोच्च न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं।

ये हो सकते है विकल्प

बीकानेर, कोलायत, नोखा आदि आसपास के जिलों में 260 हैक्टेयर क्षेत्र में पट्टा आधारित बजरी खदानें है। इस इलाके में 84 खदानें हैं। सिलिकॉन सैण्ड की लॉक क्वालिटी भी बतौर बजरी के रूप मे काम आ सकती है। सिलिकॉन सैण्ड भीलवाड़ा, ब्यावर, अजमेर, जयपुर आदि में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद में गिट्टी पाउडर इसका विकल्प हो सकता है। इन जिलों में गिट्टी क्रशर में भारी मात्रा में गिट्टी पाउडर उपलब्ध है।

रोज 54 लाख रूपए का नुकसान

न्यायालय के आदेश पर एकाएक रॉयल्टी ठेके व विभागीय नाके की वसूली थम गई। इसके पेटे विभाग को करीब 200 करोड़ रूपए मिलते हैं। इससे हर दिन विभाग को 54 लाख से अधिक का नुकसान होगा।