चेटक पर भू-डाके की जांच शुरू

chetउदयपुर। चेटक सर्कल पर, चेटक सिनेमा के सामने, आम सड़क के सार्वजनिक सुविधा क्षेत्र पर निर्माण की स्वीकृति देने के मामले में जांच शुरू हो गई हैं। जिला कलेक्टर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और नगर निगम ने अपने-अपने स्तर पर अनुसंधान शुरू कर दिया है। क्रमददगारञ्ज ने करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के इस मामले का दो दिन पहले खुलासा किया था।

चेटक सर्कल पर बनाए जा रहे चेटक काम्प्लेक्स को निर्माण की स्वीकृति नगर निगम की इम्पावर्ड कमेटी ने 9 फरवरी २०१३ को दी। इस बैठक में नगर निगम की मेयर श्रीमती रजनी डांगी, तत्कालीन कमिश्नर सत्यनारायण आचार्य और डिप्टी टाउन प्लानगर राजेश वर्मा मौजूद थे। पता चला है कि उस समय निगम में जन प्रतिनिधियों की अध्यक्षता वाली सभी समितियां जीवित थी। नियमानुसार यह फाइल निर्माण स्वीकृ ति समिति की बैठक में पारित होने के लिए प्रस्तुत होनी चाहिए थी, लेकिन इसे सीधे इम्पावर्ड कमेटी में रख कर पारित करवा दिया गया। इस बारे में निर्माण स्वीकृति समिति की चैयरमेन श्रीमती किरण जैन ने बताया कि उनसे २६-१०-१२ के बाद सारे अधिकार ले लिए गए थे।

नगर निगम की एम्पावर्ड कमेटी का गठन सार्वजनिक हित के नीतिगत निर्णय करने के लिए किया गया, लेकिन एम्पावर्ड कमेटी की चेयरमैन मेयर रजनी डांगी, तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर और डिप्टी टाउन प्लानर ने चेटक सिनेमा घर के मालिक (एक व्यक्ति) को लाभ पहुंचाते हुए करोड़ों की सार्वजनिक हित की जमीन पर निर्माण स्वीकृति दे दी। उल्लेखनीय है कि चेटक सिनेमा घर के मालिक सैफुद्दीन बोहरा को १९९२ में हुए फिल्मोत्सव के दौरान सिनेमाघर के सामने तत्कालीन कलेक्टर ने करीब चार हजार स्क्वायर फीट जमीन पर पार्किंग की इजाजत दी थी, लेकिन बाद में सिनेमाघर के मालिक ने वहां पर पक्की चारदीवारी बनाकर कब्जा कर लिया। यहां पर यह बताना जरूरी है कि उक्त जमीन सड़क यानी कि सार्वजनिक हित की है, जिसका न तो भू उपयोग बदला जा सकता है और ना हीं वहां पर किसी भी प्रकार की निर्माण स्वीकृति जारी की जा सकती है। नियमों को ताक में रखकर नगर निगम ने भारी भ्रष्टाचार करते हुए सिनेमाघर के मालिक को यह निर्माण स्वीकृति जारी की है।

:यह तकनीकी मामला है। निर्माण स्वीकृति क्यों जारी की गई है। इस संबंध में डीटीपी बताएगा। अब मैं नगर निगम को भूल चुका हूं। याद भी नहीं है। कौन सा मामला है। किसको स्वीकृति दी। मुझे कुछ जानकारी नहीं है।-सत्यनारायण आचार्य,

तत्कालीन कमिश्नर, नगर निगम

:मैंने चेटक सिनेमा घर की जमीन पर बन रहे कॉम्पलैक्स के मामले में फाइल तलब कर ली है। इस मामले की जांच की जाएगी। सार्वजनिक जमीन पर कब्जा पाया गया, तो निश्चित रूप से दोषी अधिकारियों और कॉम्पलैक्स मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-राजेंद्र प्रसाद गोयल, एएसपी, एसीबी

:मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। मैं इस मामले की फाइल तलब करके जांच करवाता हूं।

-आशुतोष पेडणेकर, कलेक्टर, उदयपुर

मैं भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं: रजनी

नगर निगम की मेयर रजनी डांगी ने कहा कि इस मामले में मेरे सामने जो तथ्य रखे गए थे और अधिकारियों ने जो नियम बताए थे। उन्हें देखते हुए निर्माण स्वीकृति दी गई है। आप यह मामला मेरे ध्यान में लाए हो, तो कमेटी बनाकर इसकी जांच करवा रही हूं। अगर गलत तथ्य हुए, तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार में मैं लिप्त नहीं हूं। एम्पावर्ड कमेटी के सामने जो भी कागजात व नक्शे पेश किए गए थे। उसी आधार पर स्वीकृति जारी की है। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। अगर कुछ गलत हुआ है तो काम रोक दिया जाएगा तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एनजीओ और सरकारी तंत्र में प्रभावी समन्वय जरूरी : कलेक्टर

उदयपुर। जिला कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर ने कहा कि गांवों को त्वरित एवं सुनियोजित विकास सुनिश्चित करने के लिए स्वयं सेवी संस्थान एवं सरकारी तंत्र को एकजुट होकर परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है। जिला कलेक्टर गुरुवार को जिला परिषद सभागार में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आजीविका को लेकर उदयपुर जिले के अग्रणी गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जिला कलेक्टर ने कहा कि बेरोजगार युवाओं की हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। कई योजनाएं सरकार की ओर से स्वरोजगार के लिए संचालित है। युवाओं का इसका पूरा-पूरा लाभ देकर आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है। कलेक्टर ने बेहतर स्वास्थ्य, सुरक्षित प्रसव, मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी जैसे मुद्दों पर एनजीओं से चर्चा करते हुए कहा कि इसके लिए जन-जागरूकता लानी होगी।

बैठक में यूनिसेफ की अनुपमा जैन ने कहा कि स्थानीय मांग एवं संसाधनों पर आधारित समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि उनका चिह्नीकरण कर व्यावहारिक हल निकाला जा सके। जिला कलेक्टर ने एनजीओ का एक प्रपत्र जारी करते हुए विकास के लिए उनके सुझाव मांगे। बैठक में उपखंड अधिकारी (गिर्वा) अभिमन्यु कुमार, प्रशिक्षु आईएएस, जिला साक्षरता अधिकारी मोहनलाल धोबी, सीएमएचओ डॉ. आरएन बैरवा, समाजसेवी गणेश डागलिया, आस्था संस्थान के अश्विनी पालीवाल, एसजेएसआरवाई की परियोजना अधिकारी अर्चना रांका, अनुपमा जैन सहित अन्य अधिकारी एवं एनजीओ प्रतिनिधि मौजूद थे।

देशभक्ति की भावना सदैव जागृत रहे: आचार्य सोमदेव

उदयपुर। आर्य समाज हिरणमगरी द्वारा आयोजित अर्थववेद पारायण के एकादश की व्याख्या करते हुए आचार्य सोमदेव ने कहा कि समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने स्वतंत्रता आंदोलन में अनेक देशभक्त क्रांतिकारियों को मातृभूमि के लिए जीवन की आहुति देने के लिए प्रेरित किया है। कार्यक्रम में प्रो.डॉ. भंवरलाल पोरवाल, प्रो. अमृतलाल तापडिय़ा, ललिता यदुवंशी और इंद्रदेव पीयूष ने भी अपने विचार प्रकट किए। संचालन भूपेंद्र शर्मा ने किया।

प्रेमिका के पिता ने प्रेमी के टुकड़े कर ट्रॉली में डालकर गांव में घुमाया

3406_18रोहतक. हरियाणा के रोहतक में प्रेमी की गर्दन काटकर घर के पास लाश फेंकने और प्रेमिका का भी कत्‍ल कर दिए जाने की घटना के बाद का जो ब्‍योरा मिला है, वह और ज्‍यादा खौफनाक है। अपनी बेटी और उसके प्रेमी की कुल्हाड़ी-कस्सी से काटकर हत्या करने वाले नरेंद्र के सिर पर खून सवार था। युवती के पिता ने धर्मेंद्र के शव को टुकड़े-टुकड़े करके ट्रैक्टर-ट्राली में डाला और गांव में जुलूस निकाला। चीख-चीखकर कहा, ‘इसने हमारी इज्जत खराब की, देख लो-हमने इसका काम कर दिया।’ इसके बाद युवक का क्षत-विक्षत शव उसके घर के बाहर फेंका गया।

वापस जाकर युवती के परिजनों ने घर में पड़ी लड़की की लाश ट्रॉली में डाली और 15 मिनट के भीतर श्मशान में तेल डालकर चिता को आग लगा दी थी। पूरे घटनाक्रम के दौरान सैकड़ों गांववासी मौके पर मौजूद थे लेकिन कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। गांव में हर बाहरी व्यक्ति को देखकर लोग कन्नी काट जाते हैं और हर तरफ खौफ का सन्नाटा पसरा है।

3702_19 3695_28 (1)उधर, पुलिस ने मृतका के पिता नरेंद्र उर्फ बबलू, उसकी मां रीटा और उसके चाचा रविंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने युवती के पिता व चाचा को 5 दिन के पुलिस रिमांड जबकि मां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इतने जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद युवती के माता-पिता के चेहरे पर कोई शिकन या पछतावा नहीं था। कोर्ट में पेशी के दौरान रीटा जहां शांत नजर आई, वहीं उसके पति नरेंद्र ने कहा उसे कोई पछतावा नहीं। रोहतक के एसपी राजेश दुग्गल का कहना है कि अपनी 18 साल की पुलिस सेवा में उन्होंने इतनी हैवानियत नहीं देखी।

किए पर कोई पछतावा नहीं

गुरुवार को स्थानीय अदालत में पेशी पर लाए गए युवती के माता-पिता। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने किए पर उन्हें कोई पछतावा नहीं है।

पहले भी हुई थी कहासुनी

जांच में पता चला है कि मृतक प्रेमी युगल की दोस्ती 10वीं कक्षा से ही थी। यह लड़की के घरवालों को गवारा नहीं था। इसको लेकर कई बार कहासुनी के बावजूद उनका मेलजोल कम नहीं हुआ तो सालभर पहले भी प्रेमी युवक को खूब मारा-पीटा गया था। लड़की के परिजन उसे बेहोश करके उसके घर फेंक गए थे। लेकिन दोनों का मिलना-जुलना बंद नहीं हुआ।

3582_31 4952_32एक ही जगह अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार शाम ग्रामीण धर्मेंद्र के क्षत-विक्षत शव को श्मशान ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया। इसमें करीब 80-90 लोग शामिल थे। शाम पौने छह बजे युवती के शव को भी उसी श्मशान में लाया गया। 20-25 ग्रामीणों और संबंधियों की मौजूदगी में उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।

लड़की के मां-बाप और चाचा गिरफ्तार

रोहतक के गांव गरनावठी में कथित ऑनर किलिंग मामले में पुलिस ने लड़की के माता-पिता व चाचा को गिरफ्तार किया है। अदालत ने पिता नरेंद्र व चाचा रवींद्र को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर और मां रीटा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया। पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार व गाड़ी की बरामदगी के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

पोस्टमार्टम के बाद परिजन ही शवों को लेकर सीधे श्मशान भूमि पहुंचे और अंतिम संस्कार कर दिया। घटनाक्रम पर ग्रामीण खामोश हैं, जबकि सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस तैनात है। लड़की के अंतिम संस्कार में गांव की सरपंच के पति बलवान सिंह, परिवार में दूर के दादा रामेश्वर, वेदपाल सहित 25 लोग मौजूद रहे, जबकि लड़के के अंतिम संस्कार में भी अधिक लोग शामिल नहीं हुए।

गांव में किसी प्रकार की हिंसा न फैले, इसको लेकर दोनों ही परिवार के घरों के बाहर हथियारों से लैस पुलिस जवानों की तैनाती रही। एसपी राजेश दुग्गल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मामले में गिरफ्तार किए गए तीन परिजनों के अलावा राजेश, सन्नी व महेश उर्फ छिप्पी भी नामजद हैं। लड़के पक्ष के परिजनों के भी बयान लिए जा रहे हैं, जिनको गवाह के रूप में रखा जाएगा। हत्या के मामले में लड़की के परिजनों के अलावा एक वाहन चालक भी शामिल है। मामले की संवेदनशीलता के चलते जांच डीएसपी अनिल कुमार की निगरानी में होगी।

मृतक का भाई बोला-दोनों गलत थे

 

पुलिस ने मृतक युवक के भाई पवन कुमार के बयान पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई है। उसका कहना है कि जो हुआ बुरा हुआ। इस पर वे कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। दोनों गलत थे, बस इतना ही कहना है।

दोस्त को बनाया मोहरा

आरंभिक तफ्तीश में पुलिस के हाथ घटनाक्रम को लेकर सनसनीखेज तथ्य हाथ लगे हैं। प्रेमी युगल के घर से गायब हो जाने के बाद परिजनों ने मृतक धर्मेंद्र को लड़की सहित दिल्ली से वापस बुलाने के लिए उसके दोस्त रवि को मोहरा बनाया। रवि के जरिए दोनों को पहले बहादुरगढ़ व फिर सांपला के एक होटल पर बुलाया गया। यहां से लड़की के परिजनों ने पूर्व निर्धारित योजना के तहत एक निजी होटल से स्पेशियो गाड़ी में जबरन डाला और पूरे रास्ते मारपीट करते हुए उन्हें गरनावठी ले गए।

मारपीट इतनी भयंकर थी कि गाड़ी में मौजूद मृतक धर्मेंद्र का भाई पवन डरकर रास्ते में ही उतर गया। गांव में घर जाते ही लड़की के परिजनों ने दोनों की कस्सी व कुल्हाड़ी से टुकड़ों में काटकर नृशंस हत्या कर दी और आनन-फानन में लड़की के शव को जलाने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस के पहुंच जाने से वे मौके पर हीहाथ-पैर तोड़े, चाकू के 20 वार धरे गए।

युवक के दोनों हाथ और पैर भी टूटे हुए थे। छाती में चाकू घोंपने के 20 निशान पाए गए। पुलिस बाद में गांव के बाहर तालाब किनारे पहुंची, जहां युवक की बेरहमी से हत्या की गई है। खुद एसपी राजेश दुग्गल कलानौर थाने में डेरा डाले हुए थे। वहीं लड़के के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

 

‘रोहतक में कथित ऑनर किलिंग की घटना की जानकारी मांगी गई है। एसपी को गंभीरता से जांच करने को कहा गया है।’

 

-एसएन वशिष्ठ, डीजीपी, हरियाणा

 

 

 

 

विकासोन्मुखी योजनाओं ने बदली राजस्थान की तस्वीर: डॉ. गिरिजा

उदयपुर। केंद्रीय आवासन एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने कहा कि यूपीए एवं राजस्थान सरकार की कल्याणकारी नीतियों की बदौलत राज्य विकास की अग्रणी पंक्ति में आ खड़ा हुआ है, लोग आत्मनिर्भर हुए हैं। डॉ. व्यास ने मंगलवार को उदयपुर जिले के नवानियां (वल्लभनगर) में खेल मैदान की चारदीवारी उद्घाटन, स्वामी विवेकानंद पार्क के लिए चारदीवारी उद्घाटन, विद्यालय में रंगमंच उद्घाटन, आरओ मशीन स्थापना तथा किसान सेवा केंद्र मय कॉलेज सेंटर शिलान्यास, आयुर्वेदिक औषधालय नवानियां नवीनीकरण कार्य, पेयजल टंकी मय आरओ सेट के लोकार्पण पश्चात आयोजित समारोह को संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि अभाव अभियोगों से जुझती जनता कर समस्याओं के हरसंभव समाधान में सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी। केंद्र सरकार ने राज्यों को पर्याप्त धन दिया, वहीं राजस्थान सरकार ने अभिनव योजनाएं चलाकर हर वर्ग के उत्थान का सपना साकार किया है। वृद्घजनों के साथ ही सभी जरूरतमंदों को पेंशन, सभी को मुफ्त दवाएं, इलाज, जांच सुविधाएं, पशुओं की मुफ्त चिकित्सा, किसानों को आसान ऋ ण, कम दर पर बिजली, उन्नत बीज व खाद की सुलभता ने सामाजिक सरोकार निभाकर आमजन की सरकार होने का वायदा निभाया है। देश में शिक्षा, खाद्य सुरक्षा व सूचना के अधिकार जैसे कानून बनाकर जनहितों की रक्षा करने का संकल्प हमने पूरा किया है। पंचायतीराज संस्थाओं को अधिकार संपन्न एवं सशक्त बनाने से गांवों का तेजी से विकास हुआ है, लोगों में जागरूकता आई है। भ्रष्टाचार मुक्त लोकतंत्र के लिए नए कानून बनाए गए हैं। इस अवसर पर डॉ. व्यास ने विविध उद्घाटन, शिलान्यास कार्यक्रमों में पट्टिका अनावरण किए। उनका ग्रामीण जनता ने ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया। इस अवसर पर संसदीय सचिव गजेंद्रसिंह शक्तावत ने भी विचार रखे। इस मौके पर भींडर नगर पालिका अध्यक्ष देवेंद्रसिंह शक्तावत, प्रधान चमन शेखर सुथार, उप प्रधान उदयलाल डांगी, क्षेत्र के सरपंच-उपसरपंच तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौजूद थे।

रुपए का अवमूल्यन रोकने अपनानी होगी नवीन तकनीक

उदयपुर। रुपए के अवमूल्यन को रोकने, अर्थव्यवस्था की मजबूती एवं जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिये नवीन, स्थानीय व प्रभावी तकनीकों का संवर्धन जरूरी है। भारत के युवाआें में इस कार्य की असीम क्षमता है। यह विचार विद्याभवन पॉलीटेक्निक कॉलेज में इंडियन सोसायटी फोर टेक्निकल एज्यूकेशन, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स स्टूडेंट चेप्टर तथा पूर्व विद्यार्थी संघ की आेर से आयोजित सेमीनार में उभरे। सेमीनार में चंदन सुथार, अपूर्व कृष्णन, इंद्रजीत सिंह तथा भरत लोहार ने कहा कि कम संसाधनों से अधिक से अधिक लोगों को उत्पादन व सेवाएं मुहैया करवाना फू्रगल इंजीनियरिंग है। वास्तुविद् बीएल मंत्री तथा पूर्व अधीक्षण अभियंता जीपी सोनी ने कहा कि स्थानीय तकनीकों के विकास में उर्जा की खपत कम हो, यह ध्यान रखना जरूरी है। प्राचार्य अनिल मेहता तथा विभागाध्यक्ष डॉ$ दीपक गुप्ता ने देश के विभिन्न हिस्सों में ग्रामीणों, युवाआें, इंजीनियरों, डॉक्टरों द्वारा पारंपरिक ज्ञान एवं विज्ञान के सिद्घांतों के समन्वय से विकसित की जा रही। इन्होंने नवीन लाभदायी तकनीकों से अवगत कराया।

 

दोषी ट्रैफिक पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी की मांग

उदयपुर। पिछले दिनों कोर्ट चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा डंडा मारने के बाद हुए हादसे में गई युवक की जान के मामले में दोषी ट्रैफिक पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। पुलिस अब तक इस दोषी पुलिसकर्मी का पता नहीं लगा पाई है। इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा शहर जिला उदयपुर के जिला महामंत्री मोहम्मद रियाज राही ने मांग की है कि दोषी ट्रैफिक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार करने के साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए। इस संबंध में मोर्चा जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन घाटीवाला के नेतृत्व में एडीएम सिटी यासिन पठान और एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष और शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया से भी चर्चा की गई। इस मौके पर युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री, अख्तर अली सिद्दीकी, ईरशाद चैनवाला, इब्राहिम खान, नूर मोहम्मद, अहमद नूर, मोहम्मद हुसैन गनवाला, अजीज मिस्त्री, समा खान, खालिद हुसैन आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

“बापू को बचाने के लिए राम ने बोला झूठ?

asa3218-09-2013-09-28-32N-300x139नई दिल्ली/जोधपुर। नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी आसाराम को जेल से बाहर निकलवाने के लिए उनके वकील रामजेठमलानी पूरा जोर लगा रहे हैं। जोधपुर हाईकोर्ट में आसाराम की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान जेठमलानी ने दलील दी थी कि पीडिता मानसिक रूप से बीमार है। उसे पुरूषों से अकेले में मिलने की बीमारी है लेकिन एक समाचार चैनल ने जेठमलानी के दावों की धज्जियां उड़ा कर रख दी है। समाचार चैनल ने खुलासा किया है कि पीडिता 8 वीं,9 वीं और 10 वीं में बहुत अच्छे अंकों से पास हुई है। 10 वीं की मार्कशीट पर उसकी जन्मतिथि 4 जुलाई 1997 दर्ज है। इससे साबित होता है कि वह नाबालिग है। मार्कशीट मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर जारी की गई है। मार्कशीट में पीडिता को फस्र्ट क्लास से पास दिखाया गया है। दिल्ली में हुए मेडिकल टेस्ट से भी साबित हुआ है कि पीडिता की मानसिक अवस्था सामान्य है। वह सिर्फ डिप्रेशन में हैं। जब किसी के साथ ऐसा होता है तो उसका डिप्रेशन में जाना स्वाभाविक है।

सवाल करने पर जेठमलानी को आया गुस्सा

मंगलवार को मुंबई की एक कोर्ट पहुंचे जेठमलानी से पत्रकारों ने आसाराम से जुड़े केस पर सवाल पूछे तो वह भड़क गए। जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि आपने किस आधार पर कोर्ट में यह दलील दी थी कि पीडिता मानसिक रूप से बीमार है तो जेठमलानी ने कहा कि मुझसे सवाल मत पूछो। एक वकील से मत पूछो कि उसने बहस में क्या कहा। मीडिया वाले पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। बेवजह ही लड़की को लेकर पूर्वाग्रह बनाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस की रिमांड अर्जी में कहा गया है कि लड़की की बीमारियों के बारे में जानकारियां जुटाई गई है। मुझे मत बताओ कि पुलिस क्या कह रही है। मैं तुम लोगों को जवाब देने के लिए जिम्मेदार नहीं हूं।

वेंटीलेटर पर बड़ा अस्पताल

DSC_0647-186x300रेजीडेंट के बाद सेवारत डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी भी हड़ताल पर

उदयपु र। रेजिडेंट और सेवारत डॉक्टरों की हड़ताल के चलते एमबी अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह तहस-नहस हो गई है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में हैं और सीनियर डॉक्टर दिन-रात व्यवस्थाओं को देख रहे हैं, जबकि हकीकत कुछ और ही है। एमबी अस्पताल में चिकित्सा सेवा की बदतर हालत और इलाज के लिए लंबी लाइन के चलते मरीजों ने अब निजी अस्पतालोंं का रूख कर लिया है। मरीजों को उनके परिजन वार्ड छोड़ कर ले जा रहे हैं। कोई भी ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है। संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल बिना डॉक्टरों के पंगु बना हुआ है। दूसरी ओर रेजिडेंट डॉक्टरों को किसी की परवाह नहीं है। वे एक तरह से अपनी दादागिरी पर अड़े हुए हैं।

बेहाल मरीज:

गोगुंदा से 14 वर्षीय ढोला मीणा के हाथ की हड्डी टूट गई। उसको उसके पिता सुबह आठ बजे लेकर आए और 11 बजे तक ढोला का कोई एक्सरे तक नहीं किया गया। डॉक्टर को दिखाने के लिए उसको अपने कराहते बच्चे को घंटो लाइन में लगा रहना पड़ा।

65 वर्षीय उर्मी बाई हाई ब्लड प्रेशर के कारण सीरियस हालत में अपनी बेटी के साथ सुबह आई और 11 बजे तक उसकी बेटी सिर्फ डॉक्टर को ही खोजती रही कि किसको दिखाया जाए।

देवेन्द्र प्रजापत की तबीयत बिगडऩे पर उसकी पत्नी उसको अस्पताल लेकर आई। तबीयत इतनी ज्यादा खऱाब थी की उसको भर्ती करना चाहिए था, लेकिन डॉक्टर ने मना कर दिया कि वार्ड में कोई व्यवस्था नहीं है। आउटडोर की हालत इतनी खराब है कि 10 बजे तक तो सिर्फ मेडिसिन विभाग को छोड़कर बाकी मरीजों ने दूसरे निजी अस्पतालों का रूख पकड़ लिया।

इमरजेंसी बेहाल:

इमरजेंसी में भी ये ही हाल है। वहां दो ट्रेनी डॉक्टर बैठे हैं और कोई भी गंभीर मरीज आता है, तो सीनियर डॉक्टर का इंतजार किया जाता है, जो घंटो में होता है और हर एक बात के लिए टेलीफोन पर सीनियर डॉक्टर से सलाह ली जाती है ।

वार्ड खाली:

पिछले तीन दिन से चली आ रही हड़ताल की वजह से अस्पताल के सभी वार्ड 60 प्रतिशत से ज्यादा खाली हो चुके हैं। कइयों को छुट्टी दे दी गई है, तो कुछ खुद ही दूसरे अस्पताल चले गए। वार्डों में कोई देखने वाला नहीं है। मरीज की हालत खऱाब होने पर उन्हें कोई दवाई लिखने वाला नहीं है।

DSC_0637-300x199रेजीडेंट नाचने-गाने में मस्त:

मरीजों को मौत के मुंह में तड़पता हुआ छोड़कर रेजीडेंट डॉक्टर बिना किसी अंकुश के अपनी मस्ती में मस्त है। रेजीडेंट पीजी हॉस्टल से गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन करने मस्ती में नाचते गाते रवाना हुए।

सेवारत डॉक्टर भी हड़ताल पर:

अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर सेवारत डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए हैं। हालांकि उनके हड़ताल पर जाने का एमबी अस्पताल में कोई विशेष फर्क नहीं पडऩे वाला हैं, क्योंकि प्राचार्य एसके कौशिक के अनुसार एमबी अस्पताल में लगभग 10 सेवारत डॉक्टर है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में उनका ना होना भी मरीजों की परेशानी बढ़ा रहा है।

 

नर्सिंग कर्मी भी हड़ताल पर:

रेजीडेंट डॉक्टर की हड़ताल से परेशान एमबी अस्पताल को संविदा नर्सिंग कर्मियों की हड़ताल से भी लडऩा पड़ रहा है। ये नर्सिंगकर्मी आज सुबह आठ से 10 बजे तक स्थाई नियुक्ति को लेकर दो घंटे की हड़ताल पर रहे। इनके समर्थन में पूर्णकालिक नर्सिंग कर्मी काली पट्टी बांधकर सेवाएं दे रहे हैं।

 

रेजीडेंट डॉक्टर हमारे हॉस्पीटल की बैक बॉन है। उनके हड़ताल पर चले जाने से व्यवस्थाओं पर फर्क पड़ा है, लेकिन फिर भी मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। स्थिति हमारे नियंत्रण में हैं।

-डॉ. एसके कौशिक, प्राचार्य, आरएनटी मेडिकल कॉलेज

चेटक सिनेमा मालिक ने नेताओं और अफसरों की मिली भगत से करोड़ों की पार्किंग की जमीन हड़पी

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उदयपुर। चेटक सर्कल पर बड़ा भू-डाका डाला गया है। शहर की सबसे कीमती करीब चार हजार स्क्वायर फीट सार्वजनिक जमीन को सिनेमा मालिक के निजी हित के लिए दे दिया गया है। सिनेमा मालिक ने पार्किंग की इस जमीन पर चेटक कॉम्पलैक्स का निर्माण भी शुरू करवा दिया है। पता चला है कि इस भू-डाके में बड़े अफसरों और नेता लोगों ने अच्छी चांदी काटी है।
बताया गया है कि चेटक सिनेमा के निर्माण के समय भू-उपयोग स्वीकृति क्रमनोरंजनञ्ज खाते में रियायती दर से प्राप्त की गई, जो सिनेमा रहने तक ही थी, लेकिन सिनेमा मालिक को बगैर भू-उपयोग परिवर्तन के व्यावसायिक कॉम्पलेक्स का निर्माण करने की स्वीकृति नगर-निगम ने दे दी। यह स्वीकृति निगम की हाई पावर कमेटी ने 9 फरवरी 2013 की बैठक में दी। बताया गया है कि केंद्र में नरसिंह राव सरकार के समय सन् 1992 में तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव उदयपुर में आयोजित करवाया था। इसमें अभिनेत्री जया बच्चन ने भी भाग लिया था। इस समारोह का उद्घाटन चेटक सिनेमा में हुआ। तब तत्कालीन जिला कलेक्टर ने चेटक सिनेमाघर के सामने सड़क पर पार्किंग की फौरी व्यवस्था करवाई थी। इसके लिए जंजीरे लगाकर भूखंड को अलग किया गया। ये जंजीरे यूआईटी ने लगवाई। बाद में सिनेमा प्रबंधन ने इस भू-भाग पर पक्की चारदीवारी बना ली। साथ ही इसके किनारे खोखे लगाकर किराया लेना शुरू कर दिया। इस प्रकार कुछ समय के लिए की गई पार्किंग की व्यवस्था के जरिये करोड़ों की सार्वजनिक जमीन हथिया ली गई।
आखिर हुआ क्या : नगर निगम ने सिनेमा मालिक को 26411 वर्गफीट जमीन पर निर्माण स्वीकृति दे दी है। इसके लिए सिनेमा मालिक ने 1963 का नक्शा लगाया। यह नक्शा सिनेमा की इमारत का है, जिसमें पार्किंग की जमीन शामिल नहीं है, तो फिर पार्किंग की जमीन पर निर्माण कैसे होने दिया जा रहा है। यह रहस्य समझ में नहीं आ रहा है।
सेट बैक का क्या हुआ : निर्माण स्वीकृति के अनुसार इमारत के सामने 40 फीट और बाकी दिशाओं में 20-20 फीट सेट बैक छोडऩा आवश्यक किया गया है। यह सेट बैक निर्माता को खुद की जमीन पर छोडऩा होता है, जिसकी पालना भी नहीं की गई है।
निर्माण स्वीकृति गैर कानूनी : नगर निगम की निर्माण स्वीकृति में राजस्व विभाग से जमीन की नपती की रिपोर्ट नहीं मांगी गई। सर्वेयर ने भी निर्माण समिति को धोखे में रखा। भू-उपयोग परिवर्तन भी नहीं किया गया। प्रश्न यह भी है कि सार्वजनिक जमीन पर निर्माण स्वीकृति कैसे दी जा सकती है।
॥यह जमीन मेरी है। मेरे पास महाराणा का दिया हुआ पट्टा है।
– सैफुद्दीन बोहरा, सिनेमा मालिक
॥फाइल में कागज तो सारे हैं। यदि अनियमितता हुई है, तो जांच करवा ली जाएगी।
-हिम्मतसिंह बारहठ, कमिश्नर नगर निग