दीपावली को खुशियों से रोशन करने की थी तैयारी, इससे पहले ही बुझ गया घर का चिराग

2509_28उदयपुर। फतह स्कूल ग्राउंड में बारहवीं के छात्र का शव पेड़ पर फंदे से लटका हुआ मिला। रविवार सुबह शव देखकर छात्रावास के वार्डन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस सहित सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने छात्र के परिजनों को सूचना दी और मौका-मुआयना के बाद शव उतारा। छात्र के पिता ने उसके कुछ दोस्तों पर हत्या का संदेह जताया है।

पुलिस ने बताया कि कुराबड़ निवासी देवीलाल (17) पुत्र शिवलाल रावत मीणा फतह स्कूल में 12 वीं का छात्र था। देवीलाल सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग की ओर से फतह स्कूल के छात्रावास में ही रहता था। दीपावली की छुट्टियों के चलते अधिकतर छात्र छात्रावास से जा चुके थे।

सुबह स्कूल चौकीदार ने वार्डन को फोन किया और उन्हें देवीलाल के शव के ग्राउंड में फांसी के फंदे से लटके हुए होने की जानकारी दी। छात्रावास के वार्डन सुशील बंधु ने बताया कि देवीलाल शनिवार सुबह ही हॉस्टल से निकल गया था। उसके पिता लेने आए, तब तक वह जा चुका था। घर न पहुंचकर वह दिनभर कहां रहा, इसकी जानकारी नहीं है।

॥छात्र के आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। इस पर सुबह टीम सहित मौके पर पहुंचे थे। शनिवार रात तक हॉस्टल से अधिकतर बच्चे दीपावली की छुट्टियों के चलते जा चुके थे। कुछ ही छात्र बचे थे। देवीलाल के फांसी लगाने के कारणों के बारे में पुलिस तफ्तीश कर रही है।

मांधाता सिंह, उप निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

हत्या का संदेह

छात्र के पिता शिवलाल ने बताया कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता है। एक लड़की के चलते उन्हें उसके दो दोस्तों पर मार कर लटका देने का संदेह है। शनिवार को बेटे को लेने हॉस्टल गया था। वह वहां नहीं मिला। बताया गया कि वह निकल चुका है। इसके बाद से उसे कई फोन लगाए और मैसेज किए लेकिन बात नहीं हुई। रात 11.30 बजे शिवलाल की उसके चाचा कन्ना से फोन पर बातचीत हुई थी। जिसमें कन्ना ने शिवलाल से सुबह आकर ले जाने के लिए कहा था। उस वक्त भी शिवलाल ने उसके चाचा से परेशान होने जैसी कोई बात नहीं बताई थी।

अलग से सुरक्षा गार्ड नहीं

फतह स्कूल के प्रिंसिपल एम.पी. सिंह ने बताया कि घटना स्कूल के पीछे स्थित दो हॉस्टल के पीछे के ग्राउंड की है। वहां हॉस्टल कर्मचारी ही ध्यान रखते हैं। स्कूल के परिसर की चौकीदारी के लिए सरकार की ओर से अलग से सुरक्षा गार्ड नहीं है। स्कूल में काम करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को ही पहरेदारी के लिए लगाते हैं। चपरासी की नाइट में ड्यूटी लगती है, लेकिन ये भी स्कूल भवन और यहां के आगे के हिस्से में ही रहते हैं।

दीवाली पड़ेगी इस बार मंहगी

 

उदयपुर , दीपावली पर होने वाली खरीददारी पर इस बार मंहगाई की मार शहर वासियों भारी पढ़ रही है।दिपावलि पर बिकने वाली सारी वस्तुओं की कीमत इस बार पिछली बार की तुलना में १० से ४० फीसदी तक बढ़ चुकी है ।

दूध की कीमत बढ़ने से मिठाई मंहगी :

पिछले साल की तुलना में दूध की कीमतों में २३ फीसदी की वृद्धि ने बाज़ार की हालत ख़राब कर दी है । दूध मंहगा होने से मिठाइयाँ देसी घी, पनीर, आदि की कीमतों में पिछले साल की तुलना में २० फीसदी तक वृद्धि हुई है इसे में अब इस दीपावली पर मिठाइयों पर आम आदमी खर्च उतना ही करेगा लेकिन मिठाई कम आएगी। और दिवाली की ख़ुशी उसको अपनों के संग बिना मिठाई के ही मनानी पड़ेगी।

डीजल पेट्रोल साल भर में डीजल – पेट्रोल के दाम में हुई बढ़ोतरी ने बाजार को प्रभावित किया है । इससे माल भाडा भी बढ़ा है और अधिकतर चीजों के दामों में बढ़ोतरी हुई है ।

 

 

पिछले साल की तुलना में भाव :

 

वस्तु 28 -10-2012 28-10–2013 अंतर

पेट्रोल 71.71 75.96 +5.93%

 

डीजल 48.12 55.00 +11.97%

दूध, प्र. लीटर 32-36 40-44 +23.5%

पनीर किलो 210-220 240-260 +16%

मावा मिठाई 250-280 280-320 +13%

ड्रायफ्रूट मिटाई 560-600 600-700 + 15%

परमल चावल 20-30 30-40 +32%

बेसन 46-48 48 – 50 +4.26

मैदा 22-24 26-28 +17%

 

जयसमंद झील -नेवल एन.सी.सी. कैडेटों ने किया चावंड गांव का भ्रमण।

DSCN0143जयसमंद – 1 राज नेवल युनिट उदयपुर के तत्वाधान में चल रहे 10 दिवसीय सेलिंग एक्सपिडिशन शिविर के आठवे दिन कैडेट्स ने जयसमंद के नजदीकी गांव चावंड का भ्रमण किया जिसमें गांव के सरपंच एवं गांव के अन्य प्रमुख लोगो से मेलमिलाप किया, तत्पश्चात कैडेट्स के द्वारा गांव में श्रमदान किया गया।

 

DSCN0145DSC06198 (1)कैम्प कमंाडेन्ट कमांडर कृष्णा कुमार मेहता ने बताया कि इस कैम्प में सेलिंग के साथ

ही राजस्थान निदेशालय की याचिंग रेगाटा की टीम भी तैयार की जा रही है जो अगले महिने उडिसा में सम्पूर्ण भारत के याचिग रेगाटा टूर्नामेंन्ट में हिस्सा लेगी।

कलाओं के जरिये महिलाओं को स्वस्थ व सशक्त बनाने की पहल

Workshop_ke_Vaktaउदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र तथा ग्लोबल हैल्थ एडवोकेट सोसायटी नई दिल्ली की ओर से शिल्पग्राम में सोमवार को ‘‘वूमन हैल्थ डेवलपमेन्ट’’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलाकारों व महिला कलाकर्मियों के लिये आयोजित इस कार्यशाला में कलाओं के माध्यम से महिलाओं को स्वस्थ एवं सशक्त बनाने के प्रयासों पर बल दिया गया।

दर्पण सभागार में आयोजित कार्यशाला में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. दिनेश अग्रवाल ने गर्भावस्था तथा शिशु जन्म, कुपोषण से जुड़ी समस्याओं पर उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज में व्याप्त अनेक मान्यताओं के चलते महिलाओं के स्वास्थ्य को अनदेखा कर दिया जाता है। जबकि इस दौरान समय पर डाक्टरी जाँच, नियमितद वा सेवन आवश्यक होता है। कन्या भ्रूण हत्या पर चिन्ता व्यक्त करते हुए उन्होंने बताया कि यह समाज के लिये अभिशाप है इसे महिलाओं के स्तर पर रोकने की आवश्यकता है। डॉ. अग्रवाल ने इस अवसर पर कलाकारों से अपनी कलाओं, गीतों, कठपुतलियों के माध्यम से महिलाओं में जागृति पैदा करने की आवश्यकता जतलाई।

Pratibhagi_lok_mahila_kalakar Karyashalaकेन्द्र निदेशक श्री शैलेन्द्र दशोरा ने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं विशेषकर महिला लोक कलाकारों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिये इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में लोक कलाकारों के अलावा मीरा कन्या महाविद्यालय की छात्राएँ एवं डॉ. श्रीमती ऋतु मथारू, जप दक्षा ट्रस्ट की श्रीमती अलका व्यास ने प्रतिभागियों साथ इन्टरैक्शन किया व विभिन्न जानकारियाँ दी। इस अवसर पर लोक कलाकारों ने तेराताली नृत्य, कठपुतली कला, तथा चित्रकार छात्राओं ने चित्रकृतियों से महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। इस अवसर पर ग्लोबल हैल्थ एडवोकेट सोसायटी की डॉ. सपना नवीन ने कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला व विभिन्न जानकारियाँ दी। अतिरिक्त निदेशक श्री फुरकान खान ने आभार प्रदर्शन किया।

मोदी पर कविता पढ़ी तो मेले में जमकर हुआ हंगामा

4185_36उदयपुर. दशहरा-दीपावली मेले के तीसरे दिन रविवार रात को कवि सम्मेलन में नरेंद्र मोदी पर कविता पढऩे पर हंगामा हो गया। भाजपा और कांग्रेसी पार्षदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। पुलिस और वरिष्ठ कवियों ने दोनों पक्षों को समझाइश कर मामले को शांत करवाया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बात उस समय बिगड़ी जब कवि अब्दुल गफ्फार ने मोदी के नाम वाली कविता ‘एक दिन ऐसा आएगा जब ओबामा वीजा देने आएगा, जब दिल्ली के सिंहासन पर नरेंद्र मोदी आएगा…’ पढऩी शुरू की। इस पर निगम में नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली भड़क गए और आयुक्त के पास जाकर आपत्ति जताई। आयुक्त कवि को रोकने के लिए उठे ही थे कि सामने से भाजपा पार्षद पारस सिंघवी आए और कहा सम्मेलन क्यों बिगाड़ रहे हो।

दिनेश श्रीमाली और भड़क गए। इसके बाद दोनों पार्टियों के पार्षद और पदाधिकारियों में टकराव हो गया। पुलिस ने आकर इन्हें अलग किया। 20 मिनट बाद वरिष्ठ कवि हरिओम पंवार ने मंच संभालते हुए कवि सम्मेलन को आगे बढ़ाया। कांग्रेस के पार्षद दिनेश श्रीमाली ने बताया कि सरकारी मेले के मंच से नरेंद्र मोदी का गुणगान करना आचार संहिता का उल्लंघन है। इसलिए आपत्ति जताई।

 

नगर निगम मेले में कवी सम्मलेन

_DSC0470उदयपुर । देश के विभिन्न प्रांतों से आए कवियों ने रविवार को सतरंगी रोशनी में सजे धजे नगर निगम प्रांगण में जब हास्य, व्यंग्य वीर रस के बाण चलाए तो मानो समय ठहर सा गया हो। दीपावली मेला 2013 के तीसरे दिन आयोजित आरके मार्बल व नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में हुए इस कवि सम्मेलन को सुनने मानो पूरा शहर उमड़ पडा। कवि सम्मेलन शुरू होने से पूर्व ही पूरा सदन खचाखच भर गया और लोग कवियों को सुनने को बेताब दिखे। कवि सम्मेलन में देश के ख्यातनाम कवियों ने अपने हास्य, व्यंग्य, वीर रस के अंदाज में श्रोताओं को देर तक बांधे रखा। एक और कवि सम्मेलन आयोजित था तो दूसरी तरफ मेले का भी शहरवासियों ने जमकर लुफ्त उठाया। महिलाओं ने जमकर खरीददारी की। मेले में सभी स्टालों पर भीड रही और खासकर मुंबई से आई फैंसी ज्वेलरी पर युवतियों का मजमा लगा रहा।_DSC0482

_DSC0459कवि सम्मेलन की शुरूआत में प्रकाश जी नागौरी ने मंच संचालन करते हुए कवियों से शहरवासियों का रूबरू करवाया। सर्वप्रथम कोटा से आए जगदीश सौलंकी ने मां सरस्वती की ईश वंदना ‘धडकन मेरी लय हो तेरी वह प्राण दे मां शारदा, मेरी कलम जग हित करे व ज्ञान दे मां शारदे, मां शारदे…’, कर सम्मेलन की शुरूआत की। मंच से उदयपुर के कवि प्रकाश नागौरी ने जब पटना में हुए विस्फोट पर ‘गांधी ग्राउण्ड जब पटना के गांधी मैदान में बदल गया, रैली के पहले आठ धमाके लोकतंत्र ही दहल गया, तब लगा देश को रैली में अब मोदी बोल ना पाएंगे, अरे पटना की क्या औकात मोदी लाल किले जाएंगे…’ सुना सदन में जोश भर दिया। इसके पश्चात उदयपुर के हास्य करूण रस के कवि भरत चौबीसा ने दामिनी घटना को समर्पित कविता ‘भगत सिंह आजाद वो कैसे युवा थे, हर हिन्दु की वो प्रार्थना मुस्लिम की दुआ थे…’ सुनाई तो सदन तालियों से गुंज उठा।

जयपुर से आए वीर रस के कवि अब्दुल गफ्फार जब मंच पर आए तो उनके स्वागत में तालिंया गुंज उठी। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में जब कविता पाठ शुरू किया तो हर एक अवाक रह गया। उन्होंने ‘जहां विवश नारी के संग नर नीच अधम व्यवहार करें, जहां संत के दुराचरण पर दुनियां हाहाकार करें, जहां मौलवी राष्ट्र विखंडन की तज़वीज़ बुझाता हो, जहां आश की दिव्य ज्योत को आशाराम बुझाता हो, तो फिर भ्रष्ट व्यवस्थाओं में परिवर्तन मजबूरी है, एक जंग फिर आज़ादी की लडऩा बहुत जरूरी है…’ कविता सुना श्रोताओं में जोश भर दिया।

मेरठ से आए वीर रस के कवि डा. हरिओम पंवार ने अपने चिर परिचित अंदाज में जब मंच से ‘मैं भारत का संविधान हूं, लाल किले से बोल रहा हूं, मेरा अंतरमन घायल है, दिल री गांठे खोल रहा हूं, मैं जबसे आजाद हुआ हूं, अपनों से बरबाद हुआ हूं, मैं ऊपर से हरा भरा हूं, संसद में सौ बार मरा हूं…’ सुनाई तो सदन तालियों से गूंज उठा। डा. पंवार को अब तक कई पुरस्कार मिल चुके है। उन्हें अब तक निराला पुररस्कार, भारतीय साहित्य संगल पुरस्कार, रश्मि पुरस्कार, जनजागरण सर्वश्रेष्ठ कवि पुरस्कार, आवाज ए हिन्दुस्तान आदि सम्मान मिल चुके है।

सांस्कृतिक संध्या में महापौर रजनी डांगी, उपमहापौर महेंद्रसिंह शेखावत, मेला संयोजक हेमलता शर्मा, मेला सह संयोजक दिनेश श्रीमाली, आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ, पाण्डाल समिति संयोजक भंवरसिंह देवडा, निमंत्रण समिति संयोजक प्रेमसिंह शक्तावत, क्षेत्रीय पार्षद व सफाई व्यवस्था समिति के संयोजक पारस सिंघवी, प्रेस समिति के केके कुमावत, प्रचार प्रसार समिति संयोजक कविता मोदी, डेकोरेशन एवं मंच सज्जा समिति संयोजक सत्यनारायण मोची, स्टॉल समिति संयोजक दुर्गेश शर्मा, विद्युत समिति संयोजक विजय आहुजा, परिवहन समिति के धनपाल स्वामी, स्वागत समिति संयोजक किरण जैन, नियंत्रण कक्ष समिति संयोजक गंगाराम तेली, सुरक्षा समिति संयोजक खलील मोहम्म्द, अल्पाहार समिति संयोजक फूलसिंह मीणा, जल व्यवस्था समिति संयोजक कमलेश जावरिया, चिकित्सा समिति संयोजक राखी माली, राजकुमारी मेनारिया आदि पार्षदगण मौजूद थे।

मुस्लिम महासभा राजस्थान का छठां प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित

DSCN7003DSCN6990उदयपुर । मुस्लिम महासभा राजस्थान का छठां प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि श्रीमती निलिमा सुखाडिया थी एवं विशिष्ठ अतिथि धीरेन्द्र सचान, डॉ. ए. रमन, डॉ अल्पना जैन एवं एस.के. पठान थे। अतिथियों का स्वागत महासभा के संस्थापक युनुस शेख ने किया। इस प्रोग्राम में 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया और 10 दीनी खिदमात एवं 1 बहादुरी पुरस्कार दिया गया। शहर एवं समाज में साम्प्रदायिकता बनाए रखने वाले 10 महानुभावों को सम्मानित किया। प्रोग्राम का आगाज कुरआन शरीफ की तिलावत से किया गया और के.आर. सिद्दीकी ने स्वागत भाषण दिया। धीरेन सच्चान ने अपने भाषण में मानवता का संदेश देते हुए सभी को साथ मिल.जुलकर रहने का पैगाम दिया। डॉ. ए. रमन ने अपने भाषण में कहा कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी इंसान अगर चाहे अपना भविष्य बना सकता है। असली सोना आग से ही तप कर निकलता है। डॉ. अल्पना जैन ने अपने भाषण में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट उजागर की और मुसलमानों को आरक्षण की जरूरत के बारे में जागरूक किया और लडकियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित करने पर जोर डाला। खेरवाडा निवासी शाहिद खान की किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन के लिए 89 हजार रूपये की राशि इकट्ठी की। प्रोग्राम का धन्यवाद भाषण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एस.के. पठान ने दिया। इस प्रोग्राम में प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष, प्रदेश युथ संयोजक मोहम्मद इरफान मुल्तानी का

बदलते मौसम में रखें होठों का स्पेशल ध्यान – nicc beauty tips

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sweeti-chhabaraNICC की डायरेक्टर स्वीटी छाबड़ा सर्दियों के मोसम में होठों की खास देखभाल के लिए बताती है कि , सर्दियों के मौसम में होंठ अक्सर फटे जाते हैं, क्योंकि होंठों से नेचुरल ऑइल खत्म हो जाता है। जिसके कारण होंठ फटे और रूखे सूख हो जाते है। सर्दी में तेज हवाएं और सूर्य की तेज किरणों से हारमोंस में असंतुलन पैदा हो जाता है जिसकी वजह से होंठ फट जाते हैं। सूखे होंठों से बार-बार पपडी निकालते रहने से भी होंठ मुलायम नहीं रह पाते है। ऎसे में लिप बाम नहीं लगाना चाहिए। आप कुछ समय के लिए होंठों को बिना कुछ लगाएं खुला छोड दें। अगर होंठों पर बार-बार पपडी जमती हो, तो डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर द्वारा बताए गए उपचार से आप इस बीमारी से मुक्त हो सकती हैं। वैसे होंठ फटने का सबसे बडा कारण विटामिन की कमी होती है। अगर आप इससे छुटकारा पाना चाहती हैं तो विटामिन बी युक्त खाद्य पदार्थ को अपने खाने में शामिल करें। उदाहरण के तौर पर ब्राउन राइस, अंडा आदि और साथ ही कुछ घरेलू उपाय ट्राइ करें जिससे इस मौसम में आप अपने होठों की नमीं और मुस्कान बरकरार रख सकें।

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डाइट रखें खास ध्यान सर्दियों में अक्सर लोग पानी का सेवन कम कर देते हैं। इससे भी कई बार वे डीहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं जिससे उनके होठ फटने लगते हैं। ऎसा न हो, इसके लिए प्रतिदिन दो से तीन लीटर पानी का सेवन जरूर करें। साथ ही हरी और पत्तेदार सब्जियां खूब खाएं। गाजर, टमाटर आदि के सेवन से भी होठ नहीं फटते।

एलोवेरा से करें मसाज एलोवेरा के पौधे से निकलने वाले सेमीलि�`ड जेल की मसाज न सिर्फ त्वचा के लिए बल्कि होठों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अगर आपको एलोवेरा नहीं मिल पा रहा तो आप बाजार में मिलने वाले एलोवेरा जेल से भी रोज सोने के पहले होठों पर मसाज करें। इससे होठों की नमी बरकरार रहेगी।

वैसलीन से बनाएं जेल वैसे तो वैसलीन की मसाज भी होठों की नमी को बरकरार रखने में फायदेमंद है लेकिन अगर इससे भी आपको लंबे समय तक आराम नहीं मिलता तो शहद या ऑलिव ऑयल डालकर आप इसे और अधिक प्रभावी बना सकते हैं। शहद के साथ वैसलीन का यूज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि पहले आप वैसलीन से होठों की मसाज करें और फिर 15 मिनट बाद होठों पर शहद से मसाज करके सिर्फ पानी से मुंह धो लें। दिन में दो बार इस मसाज से बेहतर परिणाम मिलेगा। इसी तरह वैसलीन में जैतून का तेल दिन में दो से तीन बार होठों पर लगाने से भी फटे होठों को आराम मिलता है। इस प्रक्रिया को चार से पांच दिन लगातार करने से होठों की खोयी नमी लौट आती है।

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सोने से पहले करें देखभाल सर्दियों में आपके होठ बिल्कुल न फटें इसके लिए जरूरी है कि आप रोज सोने से पहले होठों पर मिल्क क्रीम की मसाज करें। इसके अलावा सोने के पहले नाभि में रोज सरसो का तेल या देशी घी लगाने से भी होठ नहीं फटते। चाहें तो सोने से पहले मलाई में चुटकी भर हल्दी डालकर रोज होठों की मालिश करें। इसके अलावा, सोने से पहले होठों पर खीरे का जूस लगाकर 20 मिनट तक छोड दें और फिर पानी से धो लें। इससे भी होठ नहीं फटेंगे।

लगाएं गुलाब का पेस्ट गुलाब की पंखुडियों को धो लें और दूध में दो घंटे तक भिगोकर रखें। इसके बाद इन्हें मैश करके पेस्ट बना लें और होठों पर लगाएं। 15 से 20 मिनट के बाद होठ धो लें। सर्दियों में अगर आपके होठ बहुत रूखे हो जाते हैं तो प्रतिदिन एक बार गुलाब का यह पेस्ट होठों पर जरूर लगाएं।

पत्नी और बच्चों को जहर खिलाया, कार में बैठाकर दे दिया खाई में धक्का

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उदयपुर। सुखेर थाना क्षेत्र के चीरवा घाटे में युवक ने पत्नी और तीन बच्चों सहित कार खाई में गिरा दी। इसमें वह भी सवार था। मृतकों और घायल युवक को निकाला गया तो मामला हादसे का नहीं, बल्कि हत्या और आत्महत्या के प्रयास का मिला। ब्यावर के युवक ने कर्ज से परेशान होकर पहले तीन बच्चों और पत्नी को जहर दिया।

फिर खुद जहर खाया और कार लेकर खाई में जा गिरा। जहर से प्रियंका (26) पत्नी महेंद्र चौधरी, तीन बच्चे विशाल (साढ़े पांच साल), सागर (साढ़े चार साल) और अपूर्वा (ढाई साल) की मौत हो गई है। महेंद्र (30) अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने प्रियंका के पीहर पक्ष को सूचना की। पीहर पक्ष की रिपोर्ट और बयान के आधार पर ही मामले की आगे की तफ्तीश होगी। एसएचओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि सरमागिया (ब्यावर) निवासी महेंद्र चौधरी के बयान लिए गए हैं।

पुलिस महेंद्र के इलाज के साथ ही उससे पूछताछ भी कर रही है। पुलिस को संदेह है कि वह कोई कहानी तो नहीं गढ़ रहा है। उसने गाड़ी 25 फीट गहरी खाई में गिराई, लेकिन उसे चोटें तक नहीं आईं। जहर का असर भी उतना नहीं दिखा, जितना महिला और बच्चों पर था।

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मुंह से झाग निकलता देख हुआ शक
हादसे की सूचना पर सुखेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। कार 25 फीट नीचे खाई में थी। उन्होंने शवों को खाई से निकाला। बच्चों और महिला के नाखून नीले पड़ चुके थे और मुंह से झाग निकल रहा था। घायल महेंद्र भी उल्टियां कर रहा था। इस पर पुलिस को इनके जहर खाने का शक हुआ।
40 लाख का कर्ज था
एसएचओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि महेंद्र चौधरी के बयान लिए गए हैं। वह ड्राइविंग और खेती का काम करता है। कुछ समय पहले उसने टायर का व्यवसाय शुरू किया था।
इसमें उसको नुकसान होने पर 40 लाख रुपए का कर्ज हो गया था। अब पीहर पक्ष की रिपोर्ट और बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मोदी प्रदेश सरकार पर बरसे, कहा ‘चोरी की मोटरसाइकिल से घूमते हैं शहजादे ‘

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उदयपुर। भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी यहां के गांधी ग्राउंड में आयोजित जनजाति मोर्चा सम्मेलन में प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने राजस्थान की गहलोत सरकार के साथ ही केंद्र में सत्ता पर बैठी कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा। इस दौरान मंच पर मोदी के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और बीजेपी जनजाति मोर्चा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते भी मौजूद थे।

मोदी के भाषण के मुख्य अंश :

1. ‘यह नजारा कहता है, हवा का रुख क्‍या है ?ऐसा पहली बार हुआ है कि यह स्‍टेडियम किसी नेता की रैली के लिए भर गया हो।

2. ‘आपके राजस्‍थान में शहजादे आए थे। और वे क्‍या बोल कर गए, अभी तक कांग्रेस के लोग समझ नहीं पाए हैं। औरों की बात तो छोड़ें।

3. शहजादे को अपने सीएम पर भरोसा नहीं है। भरोसा रहता तो वे राज्‍य सरकार को अंधेरे में रखकर उनके नेता चोरी-छुपे अचानक गोपालगढ़ नहीं पहुंचते।

4. जिस सरकार पर उनके शहजादे को भरोसा नहीं है, वैसी सरकार को बने रहने का हक नहीं है।

5. कांग्रेस सीबीआई का इस्तेमाल राजनीति के लिए करती है। इसलिए उन्हें जैसे ही मालूम हुआ प्रदेश में भाजपा की वापसी हो रही है तो उन्होंने गुलाबचंद कटारिया को सीबीआई के जाल में फंसा दिया।

6. राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को अंधेरे में धकेल दिया। जबकि वसुंधरा राजे नर्मदा का पानी यहां की धरती पर लाईं।

7. कांग्रेस इन दिनों देश में फैमिली सीरियल चला रही है।

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इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। वहीं प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे भी मंच पर मौजूद रहीं। इससे पूर्व भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी तय समय पर डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पहुंचे। वहां मेयर रजनी डांगी सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता ने मोदी का स्वागत किया। इसके तुरंत बाद वे उदयपुर के गांधी ग्राउंड के लिए रवाना हो गए।

इससे पहले शहर में भाजपा की रैली निकाली गई। रैली दोपहर डेढ़ बजे गांधी ग्राउंड से रवाना हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए दोपहर साढ़े तीन बजे गांधी ग्राउंड पहुंची। रैली में प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष कटारिया व मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गन सिंह कुलस्ते बग्घी में सवार थे। जबकि कार्यकर्ता पैदल चल रहे थे।

भाजपा ने इस रैली की तैयारी सलूंबर में राहुल गांधी की सभा को ध्यान में रखकर की है। उधर, कांग्रेस भी मेवाड़ में मोदी की रैली और उसके राजनीतिक असर पर नजर रखे हुए हैं। मेवाड़ में बड़ा कद होने के कारण पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने रैली की तैयारी में पूरी ताकत झोंक रखी है।

रैली के लिए गांधी ग्राउंड को विशेष तौर पर सजाया गया है। मैदान के मुख्य दरवाजे से बिल्कुल सीधे मंच तैयार किया गया है जहां भाजपा के सभी प्रमुख नेताओं के बैठने का इंतजाम है। वहीं मंच पर लगभग 7-8 कुर्सियां लगाई गई हैं। बांस के सहारे ग्राउंड में अलग-अलग बैरक बनाए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

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