उत्तराखंड में महाप्रलय के बाद गौरी कुंड में फंसे उदयपुर संभाग के 53 लोगों के परिजन उनकी सहायता के लिए विमान से आज सुबह दिल्ली पहुंचे, जहां से वे देहरादून जाएंगे। अपने परिजनों को वहां से निकालने का हरसंभव प्रयास करेंगे। शहर से गए पांच जनों के दल में से सुरेश औदीच्य ने बताया की हमारे परिजन पिछले चार दिन से एक ही जगह पर फंसे हुए हैं। उनके पास न पीने का पानी है और ना ही खाने के लिए कुछ है और न ही उन तक कोई सहायता पहुंच रही है। जैसे-तैसे वो मोबाइल पर बात कर रहे हैं। उनकी पीड़ा का हम अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। सुरेश औदीच्य ने बताया की बस जब भी बात होती है, वो एक ही बात कहते हैं कि क्रकिसी तरह हमें बचा लो, हम लाशों के बीच घिरे हुए हैं…ञ्ज सुरेश के साथ गए प्रेम शंकर औदीच्य, भारत शर्मा, अरविंद शर्मा और पुष्कर औदिच्य सबके घर के बड़े बुजुर्ग वहां फंसे हुए हैं।
गौरी कुंड में फंसे यात्रियों को बचाने परिजन रवाना
शहर वासियों के हाथ मदद को बड़े
उदयपुर, उत्तराखंड में महाप्रलय में फसें लोगों की सहायता के लिए अब लोगों के हाथ मदद के लिये बड़ने लगे है। शुक्रवार को कई शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने जिला कलेक्टर विकास एस भाले को मुख्यमंत्री सहायता कोष में लाखों रूपये जमा कराये ।
जिला कलेक्टर ने पत्रकार वार्ता में बताया की उत्तराखंड में आई आपदा एक राष्ट्रीय आपदा है और इसमें निसंदेह हजारों लोग हताहत हुए है और अरबों रुए की संपत्ति का नुकसान हुआ है । भाले ने बताया के ऐसी मुश्किल घडी में हर देशवासी की जिम्मेदारी है की वह साथ दे और एसि ही पहल करते हुए हमारे शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने आज ही ९ लाख रूपये तक मुख्य मंत्री सहायता कोष में दान दिए है, जिनमे सबसे अधिक राशि एस पी खेतान ने ५ लाख रूपये के रूप में दी है ।व् शांति लाल जैन ने , भीम सिंह चुण्डावत , हरीश राजनी, राजेन्द्र हरलालका , ने ५१ – ५१ हज़ार रुए दिए ।मोहनलाल मेनारिया , सुधीर बक्षी , ने ११-११ हज़ार रूपये दिए वही जिला कलेक्टर ने भी ११ हज़ार रूपये देने की घोषणा की अतिरिक्त जिला कलेक्टर बी.आर. बी भाटी ने ५ हज़ार रूपये दिए । जिला कलेक्टर विकास एस भले ने शहर वासियों से अपील की है की जो भी शहर वासी दान में देना चाहता है । वह चैक या ड्राफ़ के रूप में मुख्य मंत्री सहायता कोष के नाम चेक से दे सकता है ।
कलेक्टर भाले ने बताया की शहर के जो यात्री उत्तराखंड में फंसे हुए है, उनसे हमारी बात चित हो रही है और बराबर संपर्क में है। हर संभव कोशिश कर रहे है और राजस्थान से गए आई पि एस अधिकारियों से भी बराबर बात चित हो रही है
कटारिया को फिर 29 तक राहत
उदयपुर। सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में सीबीआई द्वारा साक्ष्य और दस्तावेज पेश नहीं करने के कारण मुंबई की लोअर कोर्ट ने अगली तारीख पेशी २९ जून को दी है, जबकि इस मामले में राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की जमानत अर्जी पर मुंबई की सेशन कोर्ट में सुनवाई २४ जून को होगी । सूत्रों के अनुसार सुनवाई में कटारिया की ओर से उनके वकील पेश हुए हैं। गत 14 जून को हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि जब तक सीबीआई जवाब पेश नहीं करेगी, तब तक सुनवाई के दौरान कटारिया को उपस्थिति होना जरूरी नहीं है। कटारिया ने गुरुवार को शहर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। गौरतलब है कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में आरोपी बनाए जाने पर कटारिया ने गत 27 मई को अंतरिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। उस दौरान कोर्ट ने कटारिया को 14 जून तक अंतरिम जमानत दे दी थी। इसके बाद कोर्ट ने कटारिया की जमानत अवधि 21 जून तक बढ़ा दी थी।
कांग्रेस पर्यवेक्षकों की मीटिंग में हंगामा
उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों के बाद भले ही देश के विभिन्न हिस्सों में पर्यवेक्षक दौरा करके पार्टी और उम्मीदवारों का फीड बैक ले रहे हो, लेकिन उदयपुर में आए पर्यवेक्षक यहां की भारी गुटबाजी देखकर गुस्सा करते हुए आज सुबह सर्किट हाउस से रवाना हो गए। साथ ही यह भी कह गए कि अब क्रकोई मीटिंग नहीं, कोई टिकट नहींञ्ज। दरअसल गुरुवार को भी देहात कांग्रेसियों की मीटिंग के दौरान भारी हंगामा हुआ था। कइयों ने तो पर्यवेक्षक के पक्षपाती होने का आरोप भी लगाया, क्योंकि पहले मीटिंग देहात कार्यालय में होना तय हुआ था और बाद में विधायक सज्जन कटारा के कहने पर स्थान बदल कर मीटिंग किसान भवन में निर्धारित की गई। इस पर कटारा विरोधी बड़ा तबका देहात कार्यालय ही बैठ गया और भारी हंगामा कर दिया।
होटल में गहलोत की भी हिस्सेदारी -सौमेया
उदयपुर। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री किरिट सौमेया ने आज दोपहर उदयसागर में निर्माणाधीन होटल का दौरा करते हुए आरोप लगाया है कि इस होटल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की हिस्सेदारी है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहलेना करते हुए इस होटल के निर्माण को राज्य सरकार ने स्वीकृति प्रदान की है। सौमेया ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के दबाव के कारण स्थानीय प्रशासन कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक झील पेटे में बनी सड़क को तोड़ नहीं पा रहा है। उन्होंने कहा कि अदालत का स्टे सिर्फ होटल के निर्माणाधीन हिस्से पर है।
सौमेया ने बताया कि ४०० करोड़ की यह होटल मुंबई के शर्मा परिवार द्वारा बनाई जा रही है, जिसमें उदयपुर में एसपी रहे अनिल पालीवाल और आलोक वशिष्ट की भी हिस्सेदारी है। सौमेया के साथ इस दौरे में भाजपा नेता प्रमोद सामर, भाजयुमो नेता लव बागड़ी, जितेंद्र पटेल, गजपालसिंह राठौड़, हेमंत दया, दुर्गेश आदि थे। सौमेया इसके बाद यूआईटी जाकर अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा करेंगे और झील पेटे में बनी सड़क को नहीं तोडऩे पर जवाब तलब करेंगे। सौमेया ने बताया कि गहलोत सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को लेकर अगामी दिनों में पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता राज्यपाल के समक्ष शिकायत करेंगे।
विधान सभा के चुनाव की टिकिट के लिए कांग्रेस की कुश्ती शुरू
उदयपुर, विधानसभा चुनाव कि दौड़े शुरू हो गयी है सभी उम्मीदवार अपने अपने समर्थकों के साथ पुरे शक्ति प्रदर्शन के लिए तैयार है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक उत्तराखंड के पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय उदयपुर देहात और शहर का फीड बेक लेने के लिए आये हुए है, बुधवार को उन्होंने खेरवाडा विधानसभा का फेड बेक लिया ।
पर्यवेक्षक के आते ही उदयपुर शहर और देहात में कांग्रेस कि राजनीति गरमा गयी वही गुट बाजी भी खुल कर सामने आगई । जहाँ देहात में सज्जन कटारा से नाराज़ कार्यकर्ताओं ने किसान भवन में होने वाली बैठक का पुरजोर विरोध किया तो कटारा अपने विरोधियों के तेवर को देखते हुए किसान भवन में ही फीड बेक कि बैठक पर अड गयी आखिर कार देहात का फीड बेक अब देहात कांग्रेस कार्यालय और किसान भवन दोनों जगह लिया गया।
सुबह गोगुन्दा विधान सभा क्षेत्र का फीडबेक लिया जहाँ गोगुन्दा के वर्तमान विधायक मांगीलाल ने अपनी प्रमुख दावेदारी पेश कि उनके साथ देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला और जिला प्रमुख मधुमेहता मोजूद थी।
देहात के लिए दो जगह हुई बैठक
पर्यवेक्षक के सीधे किसान भवन में चले जाने से देहात जिला कांग्रेस कार्यालय में जैम कर विरोध हुआ क्युकी सज्जन कतर के विरोधी किसान भवन जा कर अपनी दावेदारी नहीं करना चाहते थे । देर शाम तक देहात कार्यालय का माहोल गर्माता रहा सभी दावेदार शारदा रोत . देवेन्द्र मीना , टेकचंद गमेती आदि अपने समर्थकों के साथ बैठे रहे उधर पर्यवेक्षक किशोर उपाध्याय का कहना है की ब्लोक अध्यक्ष्क जहाँ बैठक रखेगे वही पर जाना पड़ेगा हम देहात कांग्रेस कार्यालय भी जायेगे । देर शाम को पर्यवेक्षक जब कार्यालय पहुचे तो कार्यकर्ताओं ने और दावेदारों ने खूब जैम कर हंगामा किया ।
कई देहात पदाधिकारियों ने तो यहाँ तक ठान ली की पि सी सी में पर्यवेक्षकों की शिकायत करेगे
शहर में डेड दर्जन से ज्यदा उम्मीद वार
अब अगर हम शहर कि बात करे तो शहर में शुक्रवार को सर्किट हाउस में अपनी दावेदारी रखने वालों में डेड दर्जन से ज्यादा उम्मीद वार है, जिनमे वर्तमान यु आई टी अध्यक्ष रूप कुमार खुराना, शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया, सुरेश श्रीमाली, देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला, दिनेश श्रीमाली, वीरेंद्र वैष्णव, गोपाल शर्मा, पंकज शर्मा, त्रिलोक पुरबिया, के के शर्मा , मधु मेहता , सहित डेड दर्जन दावेदार लाइन में खड़े है। इनमे प्रमुख दावेदारी गोपाल शर्मा, वीरेंद्र वैष्णव , पंकज शर्मा और लाल सिंह झाला कि हो सकती है क्यों कि गोपाल शर्मा का कद गिरजा व्यास के केबिनेट मंत्री बनने के बाद बढ़ गया है। वीरेंद्र वैष्णव सी पी के ख़ास माने जाते है,पंकज शर्मा कि दावेदारी इसलिए मजबूत होती है क्यों कि वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहे चाहे कांग्रेस सत्ता में हो या नहीं हमेशा कांग्रेस के कर्मठ रहे है। इसी के साथ देहात जिला अध्यक्ष लाल सिंह झाला कि दावेदारी मजबूत होती है क्यों के पिछले कुछ समय में झाला ने अपने ऊपर से सी पि गुट का तमगा हटा दिया और कांग्रेस के हर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ बाद चढ़ कर भागीदारी निभाई ।
चार दिन से मदद के लिए तरस रहे है
उदयपुर। पिछले चार दिन से बद्रीनाथ में भी उदयपुर संभाग के कई लोग फंसे हुए है। बांसवाड़ा के करूण उपाध्याय अपनी पत्नी सिवाली उपाध्याय के साथ पिछले चार दिन से वहीं फंसे हुए हैं। करूण ने को फोन पर बताया कि यहां की स्थिति बहुत भयावह है। सड़कें दो-दो सौ फीट धंस गई है, बचे हुए रास्ते मलबे से अटे पड़े हैं। कहीं पैर रखने से डर लगता है। क्या पता कहीं जमीन धंस नहीं जाए। हजारों लोग फंसे हुए हैं। पानी और खाने को लोग तरस रहे हैं। करूण ने बताया कि राहत के लिए खाने का इंतज़ाम किया गया, लेकिन वह इतना कम है कि घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी खाना मिल नहीं पा रहा है। यहां पर भूखे ही दिन और रात गुजराने पड़ रहे हैं। करूण ने बताया कि पिछले चार दिनों में तीन बुजुर्गों ने दम तोड़ दिया है। सरकार की तरफ से राहत की घोषणा जरूर हो रही है, लेकिन राहत पीडि़तों तक पहुंच नहीं पा रही है।
गोरीकुंड से पैदल ही चल पड़े हैं:
गोरीकुंड में फंसे कई शहरवासी अपने साथ 53 यात्रियों के साथ पैदल ही केदारनाथ की तरफ पहाड़ों से होते हुए चल पड़े हैं, क्योंकि गौरीकुंड में हेलिकॉप्टर उतरने की कोई जगह नहीं है। इसलिए उन तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। जावरमाता से बस लेकर गए देव भाई ने मोबाइल पर बताया कि पिछले तीन दिन से गोरी कुंड में वह 53 यात्रियों के साथ वह फंसे हुए हैं। वहां पर कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है। एक बार हेलिकोप्टर बिस्किट के पैकेट गिरा कर गया था, लेकिन वह पर्याप्त नहीं थे। किसी की भी भूख शांत नहीं हुई है। देव भाई ने बताया कि यहां पर हेलिकॉप्टर उतरने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए सबने मिलकर यह फैसला लिया है कि पहाड़ों के रास्ते ही पैदल केदारनाथ वापस चढ़ेंगे, जहां मदद मिल पाए।
कलेक्ट्री पर प्रभावित यात्रियों के रिश्तेदारों ने जमकर हंगामा किया
उदयपुर। उत्तराखंड में बारिश से मची तबाही में फंसे जिले के सैंकड़ों यात्रियों के परिजन बसों में भरकर आज दोपहर कलेक्ट्री पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया। करीब एक हजार से अधिक लोग भींडर, बांसी, कानोड़ व अन्य स्थानों से यहां पहुंचे हैं। इन लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि उत्तराखंड में फंसे उनके परिजनों को वहां से जल्द से जल्द लाया जाए।
कलेक्ट्री के बाहर साढ़े 12 बजे पहुंचे इन लोगों में सर्वाधिक चौबीसा ब्राह्मण समाज से हैं। इन लोगों का कहना है कि भींडर, बांसी, कानोड़ सहित अन्य गांवों के सैंकड़ों लोग उत्तराखंड में फंसे हैं, जिनका कोई अता-पता नहीं है। पिछले चार-पांच दिनों से वहां गए यात्रियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस दौरान इन लोगों ने कलेक्टर हाय-हाय के नारे भी लगाए हैं। वहां पर डिप्टी अनंत कुमार, भूपालपुरा थानाधिकारी सतीष मीणा, हाथीपोल थानाधिकारी नंदराम भांदू जाब्ते के साथ मौजूद थे, जिन्होंने समझाइश करके सभी को शांत किया। इस बीच एक प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उत्तराखंड में फंसे उनके परिजनों को सुरक्षित निकाल लाने की मांग की। इस पर कलेक्टर विकास एस भाले ने कहा कि सभी यात्रियों को वहां से सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उदयपुर संभाग के यात्री फंसे केदारनाथ में, रविवार से नहीं हो पा रहा संपर्क
उत्तरांचल में भारी बारिश एवं भूस्खलन के कारण प्रभावित हाइवे व सडके
अधिकारियों ने बताया उदयपुर के 30 तीर्थयात्री इसमें शामिल
राज्य ने नियुक्त की आपातकालीन ऑपरेशन यूनिट
उदयपुर, उत्तरांचल में भारी वर्षा, बाढ एवं भूस्खलन के कारण उदयपुर शहर से चारधाम की तीर्थयात्रा के लिए गए करीब ३० तीर्थयात्री फसे हुए है। हालांकि प्रशासन द्वारा राज्य के कई तीर्थयात्रियों के बाढ में फसे होने के समाचार के बाद राज्य सरकार द्वारा आपातकालीन ऑपरेशन यूनिट के तहत दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इस संबंध में आज तीर्थयात्रियों के परिजन जिला कलेक्ट्री पहुंचे एवं प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिले।
देश में मानसून की आहट के साथ जहां उत्तरांचल के कई इलाके बाढ की चपेट में आ गए वहीं दिल्ली में भी बाढ के हालात बने हुए है। उत्तरांचल में करीब तीन दिनों से जारी भारी वर्षा के कारण बाढ के हालात पैदा हो गए वहीं भूस्खलन के कारण कई सडके एवं हाइवे जाम हो गए। खराब मौसम के कारण जाम में कई वाहन फसे हुए है। उदयपुर के चारधाम की यात्रा के लिए गए करीब ३० तीर्थयात्री उत्तरांचल के गोरीकुण्ड एवं केदारनाथ के बीच १६ जून से फसे हुए है। ज्ञातव्य है कि भारी वर्षा के चलते यातायात के प्रभावित होने से चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमनोत्री की यात्रा बाधित हो गई है एवं तीर्थयात्रियों को राह में रोक दिया गया है।
उत्तरांचल की बाढ नियंत्रण कक्ष ने उदयपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी है कि ये तीर्थयात्री गौरीकुंड में है। वर्षा थमने के बाद रेस्क्यू टीम द्वारा प्रभावित यातायात एवं मार्गों को जल्द ही खुलवा दिया जाएगा। इसके बाद पुन: तीर्थयात्री चारधाम के लिए रवाना हो सकेंगे। वहीं तीर्थयात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा आपातकालीन ऑपरेशन यूनिट के तहत राज्य के श्यामलाल गुर्जर एवं कुलदीप रांका को नियुक्त किया गया है जो तीर्थयात्रियों से लगातार सम्पर्क बनाए हुए है। इस संबंध में आज तीर्थयात्रियों के परिजनों का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रशासन से मिला।
तीर्थयात्रियों की डाटा नहीं: हर वर्ष उत्तरांचल में स्थित चारधाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों का कोई अधिकारिक डाटा प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं है। इस बार भी करीब २०० से अधिक तीर्थयात्री चारधाम की यात्रा के लिए गए हुए है परन्तु प्रशासन द्वारा अभी तक केवल ३० तीर्थयात्रियों की जानकारी ही जुटाई गई है।
अकादमी के मीरा समारोह में 26 साहित्यकार सम्मानित होंगे
उदयपुर, राजस्थान साहित्य अकादमी का मीरा समारोह 23 जून, को आयोजित होगा।जिसमे २६ साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा इस संबंध में जानकारी देते हुए अकादमी अध्यक्ष वेद व्यास ने बताया कराया कि मीरा समारोह के मुख्य अतिथि ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता पंजाबी लेखक सुरजीत पातर होंगे, विशिष्ट अतिथि बालकवि बैरागी, डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय, डॉ. केशुभाई देसाई जानेमाने साहित्यकार और डॉ. इन्द्रवर्धन त्रिवेदी, कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया वि.वि. उदयपुर होंगे।
व्यास ने बताया कि इस समारोह में रणवीर सिंह (जयपुर), डॉ. मदन केवलिया (बीकानेर), डॉ. सुदेश बत्रा (जयपुर), डॉ. क्षमा चतुर्वेदी (कोटा), मुरलीधर वैष्णव (जोधपुर), भागीरथ (उदयपुर), सुरेन्द्र चतुर्वेदी (अजमेर), डॉ. सत्यनारायण व्यास (चित्तौड़गढ़) को ‘विशिष्ट साहित्यकार सम्मान’ से समादृत किया जाएगा। साथ ही अकादमी के गत वर्ष के ‘मीरा पुरस्कार’ विजेता भवानी सिंह (जयपुर), सुधीन्द्र पुरस्कार विजेता हरीश करमचंदानी (जयपुर), रांगेय राघव पुरस्कार विजेता सावित्री रांका (जयपुर), देवराज उपाध्याय पुरस्कार विजेता डॉ. रेणु शाह (जोधपुर), कन्हैयालाल सहल पुरस्कार विजेता डॉ. अतुल चतुर्वेदी (कोटा),
डॉ. आलमशाह खान अनुवाद पुरस्कार इन्दु शर्मा (जयपुर), मरुधर मृदुल युवा लेखन पुरस्कार विजेता अंजीव अंजुम (दौसा), विजयसिंह पथिक साहित्यिक एवं रचनात्मक पत्रकारिता पुरस्कार विजेता ईशमधु तलवार (जयपुर), सुमनेश जोशी पुरस्कार विजेता श्रीमती शारदा शर्मा (सांगरिया), शम्भूदयाल सक्सेना पुरस्कार त्रिलोक सिंह ठकुरेला (आबू रोड) को प्रदान किया जाएगा।
व्यास ने बताया कि अकादमी का ‘चन्द्रदेव शर्मा पुरस्कार’ कविता विधा का खुशबू शर्मा , उदयपुर , कहानी विधा का सुश्री पायल कंवर जयपुर , निबन्ध विधा का प्रियांक ओझा, सिरोही और निकिता शर्मा, जयपुर को प्रदान किया जाएगा। ‘डॉ. सुधा गुप्ता पुरस्कार’ कहानी विधा का ज्योति चांदसिन्हा, कोटा को और विद्यालय स्तरीय ‘परदेशी पुरस्कार’ कहानी विधा का निष्ठा सक्सेना, जयपुर को निबन्ध विधा का मोनिका सोलंकी, जयपुर और लघुकथा विधा का गिरीश कुमार, सुमेरगंज, पाली को प्रदान किया जाएगा।