पेट्रोल पम्प उड़ा रहे है नियमों की धज्जियाँ

p1उदयपुर, हर पेट्रोल पंप पर पीने के पानी, टॉयलेट और हवा भरने की सुविधा होनी ही चाहिए। यदि कोई पेट्रोल पंप ऐसा नहीं करता हैं, तो उस पर पैनाल्टी हो सकती है। शहर में पेट्रोल पंप का जायजा लिया जाय तो पता चला कि शहर में कई पेट्रोल पंप पर ये सुविधाएं हैं ही नहीं। शहर के पटेल सर्कल, सूरजपोल व चेटक स्थित पेट्रोल पंप का जायजा लिया, तो वहां पर मौजूद जिम्मेदारों के पास कोई जवाब नहीं था और था भी तो उसे गुमा फिरा कर बताया गया।

लग सकती है पैनाल्टी : पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के मैंबर बताते हैं कि पेट्रोलियम कंपनी का सख्त निर्देश है कि सभी पेट्रोल पंप पर पब्लिक के लिए टॉयलेट, पीने के लिए पानी और हवा चैक करने की सुविधा होनी चाहिए। अगर ये सुविधाएं नहीं है, तो उन पर पैनाल्टी चार्ज की जा सकती है।

 

p2पटेल सर्कल के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर पर टायलेट की सुविधा तो थी, लेकिन पानी की सुविधा नहीं थी।

 

पलटन मस्जिद के पास बने एक पेट्रोल पंप पर तो चौकाने वाला नजारा था, वहां पर तीनों सुविधाएं नदारद थी। पानी के नाम पर कोई स्थाई सुविधा नहीं और न ही टायलेट की सुविधा। वहां पर अगर टायलेट के लिए पूछा जाता है, तो सार्वजनिक टायलेट की तरफ इशारा कर दिया जाता है।

 

कोर्ट चौराहे से अस्पताल जाने वाली रोड़ पर स्थित पेट्रोल पंप पर हवा भरने की मशीन तो है, लेकिन उस पर आउट ऑफ ऑर्डर का बोर्ड लगाकर सारी जिम्मेदारी से ही छुटकारा पा लिया है।

 

होटल देव दर्शन के पास बने एक पेट्रोल पंप पर भी सभी सुविधाओं को नजरअंदाज किया गया है। साथ ही पेट्रोल भरने वाले कर्मचारियों के लिए छत तक नहीं है, जिससे उन्हें तपती दोपहरी में दिनभर खड़ा रहकर काम करना पड़ता है।

॥पेट्रोल पम्प पर नियमों के अनुसार सुविधाओं का होना जरुरी हैं। अगर किसी पम्प पर सुविधाएं नहीं है तो कम्पनी के ओर से एक नोटिस दिया जाता है। जिसमें सुविधाओं के नहीं होने के कारण की जानकारी मांगी जाती हैं। सुविधाओं के अभाव में पम्प मालिक पर कार्रवाई का प्रावधान हैं।

 

सोहराबुद्दीन का भूत ढूंढ़ रहा हे अपने हत्यारे को

उदयपुर, राजस्थान की राजनीति में भूचाल आने के खतरनाक संकेत मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोहराबुद्दीन की फर्जी मुठभेड़ के मामले में किरोड़ीलाल मीणा के हवाले से नंबर वन को जानकारी होने का इशारा किया है, जिसके कई निहितार्थ हैं। इन्हीं को पकड़ते हुए तत्कालीन नंबर वन वसुंधरा राजे ने भी उन्हें लपेटे जाने की आशंका जाहिर की है। श्रीमती वसुंधरा ने निवाई की आमसभा में कहा, आज कटारिया, कल मैं, परसों और कोई राजनेता। मतलब साफ है कि सोहराबुद्दीन के भूत ने भाजपा के कई बड़े नेताओं की नींद उड़ा रखी है।

कुख्यात अपराधी सोहराबुद्दीन की मौत मुठभेड़ में हो जाती, तो कोई बात नहीं थी, लेकिन उसका अपहरण करके हत्या की गई और उसे मुठभेड़ का रूप दिया गया, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। सोहराब की बीबी कौसर बी की भी नृशंस हत्या करके उसका शव जला दिया गया और अस्थियां गुजरात के पुलिस अधिकारी डीजी बंजारा के फार्म हाउस के कुएं में डाल दी गई, जिन्हें बाद में वहां से सुबूत के तौर पर बरामद किया गया। सरकार द्वारा गैर सरकारी तौर पर हत्याओं का यह सिलसिला और आगे बढ़ा। सोहराब के साथी शूटर तुलसी प्रजापति को भी पुलिस ने मार दिया, जबकि तुलसी ने उदयपुर की एक अदालत में उसे फर्जी मुठभेड़ में मार देने की आशंका जताते हुए सुरक्षा की गुहार की थी। अदालत को दिया गया वह पत्र आज भी मौजूद है। फिर भी पुलिस ने उसे मार दिया।

आखिर पुलिस ने ऐसा क्यों किया? पैसे के लिए अथवा पदौन्नति के लिए? या दोनों के लिए! कुछ बरस पहले तक तो समाजकंटक माफिया द्वारा ही सुपारी के लेनदेन की बातें कही-सुनी जाती थी, लेकिन इस मामले के बाद तो यह साफ हो गया है कि नेता और अफसर भी सुपारी का लेन-देन करते है और वह भी हत्या जैसे संगीन अपराध के लिए। कहानी तो यही है। और इन नकली मुठभेड़ों में राजस्थान और गुजरात के बड़े पुलिस अफसर शामिल हुए हैं। ऐसा ये लोग खुद के बूते पर तो कतई नहीं कर सकते। डोर तो ऊपर से ही हिली है। अब यह पता चलना ही चाहिए कि वह ऊपर वाला है कौन? नंबर वन, टू या थ्री।

धरना प्रदर्शन करने वाले भी यही कह रहें है कि असलीयत सामने आनी चाहिए। सबकी निगाहें 4 जून पर टिकी हुई है, जब इस मामले पर मुंबई की सीबीआई कोर्ट फिर सुनवाई करेगी।

लड़की को मौत के मुंह में पहुंचाया फेसबुक फ्रेंड ने

बेंगलुरु। अगर आप फेसबुक पर अंजान लोगों को फ्रेंड बनाकर उनसे चैट करते हैं या फिर दोस्‍ती बढ़ा रहे हैं, तो यह खबर जरूर पढ़ें। उम्‍मीद है आप सतर्क हो जायेंगे। यह घटना बैंगलोर की है, जहां के गिरीनगर में रहने वाली पूनम श्रीनिवासन (काल्‍पनिक नाम) के फेसबुक फ्रेंड विनय टीआर ने उसे मौत के मुंह तक पहुंचा दिया। यह सिलसिला शुरू हुआ दो साल पहले जब पूनम और विनय की मुलाकात फेसबुक पर एक ग्रुप के पोस्‍ट पर कमेंट करते वक्‍त हुई। विनय ने पूनम को फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट भेजी और उसने एक्‍सेप्‍ट कर ली। देखते ही देखते दोनों में चैटिंग शुरू हो गई। दो अंजान दिल कब एक हो गये पता ही नहीं चला। फिर एक दिन आया जब दोनों ने मोबाइल नंबर एक्‍सचेंज किये और बैंगलोर के रेस्‍त्रां में उनकी मुलाकातें शुरू हो गईं।

 

22-facebook-killerशादी तक पहुंच गई और पूनम के करीबी दोस्‍त के अनुसार दोनों के परिवार शादी के लिये राजी थे, लेकिन दोनों के सेटेलमेंट का इंतजार कर रहे थे। करीब एक साल पहले विनय को नौकरी से निकाल दिया गया। ऐसा होने पर भी पूनम की ओर से प्‍यार कम नहीं हुआ। चूंकि वो खुद भी नौकरी करती थी तो वो विनय की आर्थिक मदद करती रही। इस मदद के बदले विनय ने क्‍या किया, यह रोंगटे खड़े कर देने वाला है। सोमवार की दोपहर विनय का फोन आया और उसने पूनम को घर बुलाया। प्‍यार में पागल पूनम विनय के घर गई। दोनों ने साथ में लंच किया और फिर कंप्‍यूटर पर फिल्‍म देखी। शाम को करीब 6:30 बजे विनय ने पूनम से पैसे की डिमांड की और उसकी बैंक चेकबुक मांगी। पूनम ने जब यह कहा कि उसके पास अब पैसे नहीं हैं, तो विनय को गुस्‍सा आने लगा। थोड़ी देर की तीखी नोक-झोंक के बाद विनय ने डाइनिंग टेबल पर रखे एक बड़े चाकू से पूनम पर वार कर दिया। पूनम ने एक हाथ से बचाव किया तो हाथ लहूलुहान हो गया। फिर दूसरे हाथ पर फिर पीठ पर और देखते ही देखते विनय ने पूनम पर कई सारे वार किये। पूनम वहीं जमीन पर गिर पड़ी। विनय को लगा वो मर गई है और वह अपने घर का दरवाजा बाहर से लॉक करके फरार हो गया। लेकिन पूनम के अंदर हिम्‍मत और जान दोनों बाकी थी। थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया, तो उसी लहूलुहान हालात में घिसड़ते-घिड़ते मोबाइल तक पहुंची और अपने पिता को फोन कर अपनी हालत के बारे में बताया। पूनम के पिता तुरंत पुलिस के साथ विनय के घर पहुंचे और उसे तुरंत निम्‍हांस अस्‍पताल ले गये। जहां से उसे एक मल्‍लेश्‍वरम के अस्‍पताल में रिफर कर दिया गया। पूनम फिलहाल खतरे से बाहर है। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है और विनय को खोजने के लिये संदिग्‍ध ठिकानों पर दबिश डाली जा रही है।

 

पिता की ही तरह हनुमान बने थे विंदू

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6538_b2आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग से जुड़े होने के आरोप में गिरफ़्तार क्लिक करें अभिनेता विंदू दारा सिंह मशहूर पहलवान और रुस्तम-ए-हिंद के खिताब से नवाजे गए दारा सिंह के बेटे हैं.

 

आईपीएल में क्लिक करें स्पॉट फ़िक्सिंग के आरोप में गिरफ़्तार होने वाले वे बॉलीवुड से जुड़े पहले व्यक्ति हैं. उन्हें एक सटोरिए के बयान के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि विंदू ख़ुद भी सट्टा लगाते थे.

6537_b1मीडिया में आई कुछ तस्वीरों में वे क्लिक करें भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी के साथ स्टेडियम में बैठे नजर आए हैं. इसके अलावा उन्हें आईपीएल के मैचों के बाद होने वाली पार्टियों में भी देखा जाता था.

 

फ़िल्मी करियर

 

विंदू ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1994 में आई फ़िल्म ‘करन’ से की थी. उन्होंने अपने पिता की पंजाबी फ़िल्म में भी काम किया है.

 

इस साल मार्च में आई फिल्म ‘हिम्मतवाला’ में भी विंदू दारा सिंह नज़र आए थे. पिछले साल आई फ़िल्म,‘सन ऑफ सरदार’ में उन्होंने टीटू नाम का किरदार निभाया था. इसके अलावा उन्होंने हाउसफुल पार्ट टू, हाउसफुल, पार्टनर और गर्व जैसी फ़िल्मों में भी काम किया है.

 

टीवी चैनल कलर्स पर प्रसारित होने वाले रिएलिटी शो बिग बॉस के तीसरे संस्करण (2009) के विजेता विंदू ने 11 टीवी धारावाहिकों और कुछ अन्य रिएलिटी शो में भी काम किया है.

 

टीवी सिरीयल ‘जय श्री हनुमान’ में विंदू दारा सिंह ने अपने पिता की ही तरह हनुमान का किरदार निभाया था.

 

पेप्सी के विज्ञापन में विंदू अभिनेता रणबीर कपूर के साथ नजर आए थे.

 

उनकी पहली शादी 1980-90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री फ़रहा नाज़ के साथ हुई थी लेकिन उनकी यह शादी बहुत दिन तक नहीं चल सकी और बाद में दोनों ने अलग होने का फ़ैसला किया. दोनों के दो बच्चे हैं.

 

 

सो. बी बी सी

बीमारियों के घेरे में ट्रैफिक पुलिस के जवान

trafic-छतरियां तो हैं, लेकिन लगाने की व्यवस्था नहीं

 

Report – मनीष गौड़
उदयपुर। चिलचिलाती धूप, हर तरफ सडक़ों से उड़ती धूल और ट्रैफिक की चीची पोंपों। इन सबके बावजूद रोड के बीच खड़े होकर घंटों ट्रैफिक चलाना पड़ता है उन्हें। तभी तो सिटी की ट्रैफिक पुलिस दमा और बहरेपन की शिकार हो रही है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि हर तीसरा ट्रैफिक पुलिस वाला किसी न किसी बीमारी का शिकार है या होने जा रहा हैं।

धूप में करते हैं घंटों की नौकरी

हाल में सिटी के 24 चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लग रही है। दो-चार चौराहों को छोड़ दें, तो किसी भी चौराहे पर आईलैंड नहीं हैं। इसके चलते कांस्टेबल तेज धूप में खड़े होकर ट्रैफिक चलाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

हाइवे पर और आफत

ट्रैफिक पुलिस से बात की, तो पता चला कि वे हाइवे पर ड्यूटी करने से कतराते हैं। इसका कारण है रोजाना हाइवे से निकलने वाले हजारों की सख्यां में बड़े वाहनों की तेज ध्वनि। इससे कांस्टेबल में बहरेपन की बीमारी बढ़ रही हैं। लगातार आठ घंटे चौराहे पर खड़े होने से सिपाहियों में चिढ़चिढ़ापन भी बढने लगा है। ट्रैफिक पुलिस की चौराहे व हाइवे पर 8-8 घंटे की शिफ्ट में सिपाही यातायात चला रहे हैं।

इस धूल से करते हैं तौबा

शहर के कई चौराहे पर खोदी गई सडक़ों के कारण वहां से उडऩे वाली धुल साथ में वाहनों से निकलने वाला काला धुआं ट्रैफिक कांस्टेबल्स को बीमार कर रहा है।

पीने का पानी भी नहीं

हाल ही में एक ट्रैफिक हवलदार से बातचीत में पता चला कि शहर के चौराहे पर पीने का पानी भी समय पर नहीं मिल पाता हैं। घंटों बिना पानी के चौराहों पर नौकरी करनी पढती हैं। काफी समय तो चौराहों पर बनी दुकानों में पानी मंगवाकर पीना पढ़ता हैं।

ये हो रही हैं बीमारियां

1. स्किन प्रॉब्लम

2. आंखों में जलन

3. कम सुनाई देना

4. जुकाम-खांसी बढऩा

5. एलर्जी की प्रॉब्लम

6. सांस की बीमारी

वर्जन…

विभाग में सभी के लिए छतरियों की व्यवस्था उपलब्ध हैं, अगर किसी को इस प्रकार की जरूरत हो, तो वो विभाग से छतरी ले सकता है। साथ ही पानी के कैंपर भी चौराहें पर सुविधा के अनुसार मगाएं जा सकते हैं। उसका भुगतान विभाग के द्वारा किया जाएगा।

-महेंन्द्रसिंह, ट्रैफिक डिप्टी

राजीव गाँधी की पुन्य तिथी मनाई आतंक वाद विरोधी दिवस के रूप में

DSC02989उदयपुर , सूचना क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आज सलूम्बर ब्लेक कांग्रेस कमेटी कार्यालय में उनकी तस्वीर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव अरूण यादव, सासंद रघुवीर मीणा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नीरज डांगी, कांग्रेस प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा, परमानन्द मेहता, कैलाश लक्षकार आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।

शहर कांग्रेस ने राजीव गांधी की २२ वीं पुन्य तिथी को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया गया जिसके तहत दुर्गा नर्सरी रोड स्थित कांग्रस कार्यालय पर सुबह १० बजे श्रद्धांजलि का कार्यक्रम रखा गया जिसमे राजीव गाँधी को पुष्पांजलि अर्पित की गयी और आतंकवाद विरोध दिवस विषय पर विचार घोष्ठी का आयोजन किया गया । घोष्ठी में मुख्य अतिथि दरियाव सिंह चुण्डावत ने अपने व्यक्तव्य में भारत पर आतंकवाद के साए पर चिन्ता जाहिर की साथ विशिष्ठ अतिथि दिलीप सुखाडिया, गणेश डागलिया अध्यक्ष त्रिलोक पुरबिया , शंकर भाटिया , कैलाश पानेरी सोमेश्वर मीणा शिवराज सिंह धाबी , केजी मूंदड़ा , बाबूलाल गावरी , राधा किशन मेहरा , मीणा पुरोहित , इंद्र कुमार कमला मीणा ने भी घोष्ठी में अपने विचार रखे

ठेका कर्मचारियों की हड़ताल

theka karmiउदयपुर , एम् बी अस्पताल के दैनिक वेतन भोगी ठेका कर्म चारियों की हड़ताल के दुसरे दिन कर्मचारियों ने तिन घंटे कार्य का बहिष्कार कर हॉस्पिटल परिसर में प्रदर्शन किया । हड़ताल के दौरान रोगियों और परिजनों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा ।

ठेके कर्म चारियों को संविदा पर लेना व् उन्ही कर्मचारियों से रिक्त पदों में भर्ती करना, की मांग को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सोमवार से सात दिवसीय हड़ताल पर उतरे हुए है। इसके तहत सफाई कर्मचारी, धोबी घाट कर्मचारी व् ठेके पर कार्यरत कंप्यूटर के कर्मचारी ७ दिन तक रोज ३ घंटे कार्य का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन करेगें ।

रेडियोग्राफर की हड़ताल

उदयपुर, राजस्थान रेडियोग्राफर एसोसिएशन के प्रदेश व्यापी आव्हान पर एमबी अस्पताल के रेडियोग्राफर ने आज सामूहिक अवकाश लेकर कार्य कर विरोध प्रदर्शन किया और कल से दो घंटे कार्य का बहिष्कार करेगें ।

एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने बताया की सरकार ने रेडियो ग्राफर की मांगे मानने का आश्वासन दिया था जो अभी तक पूरा नहीं किया इसलिए संघ ने पुनः कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय किया है । ओम शर्मा ने बताया की कल से आपातकालीन एक्सरे को छोड़ कर बाकी के सभी रेडियो ग्राफर्स २२ से २४ मई तक सुबह ८ से १० बजे तक कार्य का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शित करेगे ।

भीषण गर्मी में नाम कमाने के लिए चला रहे है क्लासें

school (1)उदयपुर, भीषण गर्मी पारा ४२ के पार पुरे शहर के बच्चे गर्मियों की छुट्टियों का आनंद ले रहे है, लेकिन इस आग बरसाती गर्मी में शहर का एक स्कुल ऐसा भी है जो गर्मी और बच्चों की परवाह किये बिना अपनी स्कूल का नाम प्रतियोगी परीक्षाओं में रोशन करने के लिए क्लासें चला रहा है ।

से.३ में एम् डी एस स्कूल की ९ वीं से ११ वीं तक की क्लासें विधिवत चल रही है स्कूल के प्रबंधन को एसी भीषण गर्मी में बच्चों और उनके अभिभावकों को होने वाली परेशानी से कोई सरोकार नहीं उन्हें तो चिंता है बस अपनी स्कुल की रेंकिंग और ओलिम्पियाड जेसी प्रतियोगी परीक्षाओं की जिसमे उनके स्कुल के बच्चों को अव्वल आना है, फिर चाहे इसके लिए बच्चे या उनके माता पिता कितनी ही तकलीफ से क्यूँ न गुजरें ।

स्कुल में पड़ने वाले बच्चों के माता पिता ने अपनी तकलीफ बयां करते हुए बताया की इस भीषण गर्मी में बच्चों को कोई छुट्टी कोई रियायत नहीं है, स्कुल का प्रबंधन अपना तानाशाही रवय्या अपनाये हुए है । और ८ से १२.३० बजे तक बच्चों को छुट्टियों में भी स्कुल जाना अनिवार्य कर रखा है ।

स्कुल के डायरेक्टर शैलेन्द्र सौमानी का मानना है की हमारी स्कुल का नाम शहर में ऐसे ही नहीं है और ओलंपियाड व् अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में इस स्कुल के बच्चे ऐसे ही प्रथम नहीं आते इसके लिए मेहनत तो करनी ही पड़ती है ।

सौमानी को रिपोर्टर ने गर्मियों की छुट्टी और कलेक्टर के आदेश का हवाला दिया तो जवाब आया की हमने यह एक्स्ट्रा क्लासें चला राखी है और क्लास रूम में कूलिंग की पूरी व्यवस्था है। जब की जहाँ ४२ डिग्री पर ऐसी और कूलर फेल होजाते है बच्चे सिर्फ पंखे के भरोसे गर्मी से झूझते पसीने में तरबतर क्लास में पढाई कर रहे थे और स्कुल की रेंकिंग और प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल आने की कीमत चूका रहे थे।

अमरीका में चक्रवात ने मचाई तबाही, 91 की मौत

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130521050552_damaged_houses_624x351_apअमरीका में आए क्लिक करें चक्रवात ने ओकलाहोमा शहर के मूर इलाके को बुरी तरह से तबाह कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि इस चक्रवात में 41 लोग मारे गए हैं हालांकि स्थानीय चिकित्सा अधिकारी एमी एलिओट ने जानकारी दी है कि 40 अन्य लोगों की मौत हो गई है. ताज़ा आंकड़े आने के बाद, मरने वालों की संख्या 91 हो गई है.

 

130521045516_damages_houses_624x351_reutersइस चक्रवात ने सबसे ज्यादा तबाही मूर में मचाई हैं. जहां घर और इमारतें क्लिक करें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए है. इस चक्रवात की गति 321 किलोमीटर प्रति घंटा थी.

 

130521044420_aerial_photo_shows_damage_to_the_plaza_towers_elementary_school_after_massive_tornado_hit_moore_okla_624x351_apघायलों का इलाज अस्पताल में जारी है और इनमे 120 से ज्यादा लोग और 70 बच्चे शामिल हैं.

 

130521050208_wounded_people_624x351_apसोमवार को आए इसक्लिक करें चक्रवात में मूर के 55,000 की आबादी को प्रभावित किया और ये तेज़ हवाओं का सिलसिला करीब 45 मिनट तक जारी रहा. ओकलाहोमा के लेफ़्टिनेंट गवर्नर टोड लैंब का कहना है कि 22 बच्चे मारे गए हैं.

 

130521045302_damaged_cars_are_seen_in_the_parking_lot_of_moore_hospital_after_a_tornado_struck_moore_oklahoma_may_20_2013_624x351_gettyतेज़ हवाओं ने दो स्कूलो को तबाह कर दिया और रिपोर्टों के अनुसार कई बच्चे अभी भी लापता हैं.

 

ओकलाहोमा के गवर्नर मेरी फ़ेलीन ने इस ‘दर्दनाक’ दिन बताया है और कहा है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मदद की पेशकश की है.

 

130521045004_piles_of_debris_and_mangled_trees_remain_after_a_powerful_tornado_ripped_through_the_area_on_may_20_2013_in_moore_oklahoma_624x351_gettyलोगों की खोजबीन और राहत कार्य के लिए ओकलाहोमा के 200 राष्ट्रीय गार्डों और राज्य के बाहर से राहतकर्मियों को बुलाया गया है.

 

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था, जैसे ही हमने चक्रवात को आते देखा हमने तहखाने में खुद को बंद कर लिया. वो तेज़ होता गया और उसके बाद तो ताला ही टूट गया. वो दरवाज़े को भेदता हुआ आया, कांच और मकान का मलबा हम पर गिरने लगा. हमें लग रहा था कि हम शर्तिया मारे जाएंगे.

सो. बी बी सी