देश भर में फ्री रोमिंग लागू होने के बाद कॉल महंगी होना तय है। लिहाजा, एक बार फिर देश भर में कॉल दरें एक रुपया प्रति मिनट हो सकती हैं।
देश की कई प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों का कहना है कि अगर देश भर में रोमिंग खत्म होती है तो इसके चलते कॉल दरों में बढ़ोतरी होना तय है। कंपनियों का कहना है कि कॉलिंग की दरों को अगर देशव्यापी स्तर पर समान बनाने की बात आई, तो कॉल रेट एक रुपया प्रति मिनट हो सकता है।
कंपनियों का कहना है कि यह न्यूनतम बढ़ोतरी होगी। कॉल रेट इससे भी ज्यादा हो सकते हैं। 2013 में देश भर में रोमिंग मुफ्त हो जाएगी। केंद्र सरकार नई टेलीकॉम नीति 2012 के तहत इसका ऐलान कर चुकी है। वहीं, टेलीकॉम नियामक ट्राई ने दिसंबर 2012 में प्री-कंसल्टेशन पेपर भी जारी कर दिया है।
इसके तहत सभी कंपनियों और अन्य हिस्सेदारों से उनके सुझाव मांगे गए हैं। हालांकि, शुरुआती दौर में कंपनियां इसका विरोध कर रही हैं। लेकिन, अगर नीति लागू होती है तो कंपनियों के सामने कॉल दरों में बढ़ोतरी करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।
देश की एक प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोमिंग समाप्त होने का फायदा तकरीबन 5-8 फीसदी ग्राहकों को होगा।
लेकिन, कंपनियों के राजस्व पर इसका नकारात्मक असर 8-10 फीसदी का होगा। अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में मोबाइल उद्योग को तकरीबन 13,500 करोड़ रुपये की आमदनी रोमिंग के जरिए होती है। ऐसे में कंपनियों को इतनी ही पूंजी कॉल रेट में बढ़ोतरी कर हासिल करनी होगी। उन्होंने बताया कि कॉलिंग की दरें देश भर में एक रुपया प्रति मिनट के स्तर पर स्थिर हो सकती हैं।
एक अन्य मोबाइल कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि मुफ्त रोमिंग लागू होने के बाद कॉल दरें एक रुपया प्रति मिनट से भी ज्यादा हो सकती हैं। लेकिन, बाद में प्रतिस्पर्धा के हिसाब से इनमें कमी भी आ सकती है।
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यू ने बताया कि फ्री रोमिंग के लिए बहुत सारे मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। हर सर्किल में स्पेक्ट्रम की कीमत अलग है। इसके अलावा, हर सर्किल में टैरिफ भी अलग हैं।
लिहाजा, फ्री रोमिंग को लागू करने से पहले इन सब मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। अगर फ्री रोमिंग लागू होती है तो इसका सीधा बोझ ग्राहकों पर ज्यादा कॉल रेट के रूप में पड़ेगा।
क्या होना है-
चालू वर्ष में देश भर में रोमिंग हो जाएगी मुफ्त
सरकार नई टेलीकॉम नीति के तहत कर चुकी है इसका ऐलान
कंपनियों का मत-
रोमिंग समाप्त होने का फायदा तकरीबन 5-8% ग्राहकों को होगा
लेकिन कंपनियों के राजस्व पर इसका नकारात्मक असर 8-10 फीसदी का होगा