पुलिस द्वारा स्कैच व सीसीटीवी कैमरों के जरिये गहन तहकीकात की जा रही है।
- राजसमंद.
उदयपुर के टैक्सी चालक की निर्मम हत्या कर टैक्सी लूट ले जाने वाले शातिर बदमाश का आमेट पलिस ने स्कैच जारी किया है। पुलिस द्वारा स्कैच व सीसीटीवी कैमरों के जरिये गहन तहकीकात की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द राजफाश होकर आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होगा।
- आमेट थाना प्रभारी करणसिंह राव ने बताया कि उदयपुर के उदियापोल से 28 अगस्त रात आठ बजे सरदारगढ़ के लिए 2100 रुपए में टैक्सी किराए पर लेने के बाद बरकत कॉलोनी, सविना (उदयपुर) निवासी चालक मोहम्मद युसुफ (45) नियाज मोहम्मद टैक्सी की हत्या कर टैक्सी लूट ले जाने के मामले में पुलिस ने आरोपित का स्कैच जारी किया।
- बताया कि सरदारगढ़ से जिलोला मार्ग पर हत्या कर चालक का शव फेंक दिया। बदमाश की तहकीकात के लिए स्कैच जारी किया और टैक्सी की हुलिये व नम्बरों के आधार पर तलाश की जा रही है। इसके लिए पुलिस ने हाइवे व अन्य मार्गों के टोल प्लाजा से सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
टैक्सी चालक की हत्या करने वाले शातिर बदमाश का स्कैच जारी
‘सरप्राईज़ झटका’,आज रात 12 बजे से 500-1000 रूपए के नोट होंगे बंद, नहीं कर सकेंगे इनसे लेन-देन
पीएम मोदी के संदेश की ये रहीं प्रमुख बातें
- नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक से देश की जनता से रु-ब-रु हुए। शाम 8 बजे प्रधानमंत्री ने दूरदर्शन के माध्यम से देश की जनता को संबोधित किया।
- पीएम मोदी के संदेश की ये रहीं प्रमुख बातें – सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।
– आज मध्य रात्रि से वर्तमान में जारी 500 रुपये और 1,000 रुपये के करेंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे यानि ये मुद्राएँ कानूनन अमान्य होंगी ।
– 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों के जरिये लेन देन की व्यवस्था आज मध्य रात्रि से उपलब्ध नहीं होगी।
- अब इस पूरी प्रक्रिया में रिज़र्व बैंक द्वारा 2,000 रुपये के नए नोट के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है।- अब इस पूरी प्रक्रिया में रिज़र्व बैंक द्वारा 2,000 रुपये के नए नोट के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है। समय समय पर मुद्रव्यवस्था को ध्यान में रख कर रिज़र्व बैंक, केंद्र सरकार की सहमति से नए अधिक मूल्य के नोट को सर्कुलेशन में लाता रहा है।
– 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, 5 रुपये, 2 रुपये और 1 रूपया का नोट और सभी सिक्के नियमित हैं और लेन देन के लिए उपयोग हो सकते हैं।
– 9 नवम्बर और कुछ स्थानों में 10 नवम्बर को भी ATM काम नहीं करेंगे।
– देशवाशियों को कम से कम तकलीफ का सामना करना पड़े, इसके लिए हमने कुछ इंतज़ाम किये हैं।
– 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट, 10 नवम्बर से लेकर 30 दिसम्बर तक अपने बैंक या डाक घर के खाते में बिना किसी सीमा के जमा करवा सकते हैं।
– आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
– पिछले ढाई वर्षों में सवा सौ करोड़ देशवासियों के सहयोग से आज भारत ने ग्लोबल इकॉनमी में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में उपस्तिथि दर्ज कराई है।
– यह सरकार गरीबों को समर्पित है और समर्पित रहेगी।
– देश में भ्रष्टाचार और कला धन जैसी बीमारियों ने अपना जड़ जमा लिया है और देश से गरीबी हटाने में ये सबसे बड़ी बाधा है।
– हर देश के विकास के इतिहास में ऐसे क्षण आये हैं जब एक शक्तिशाली और निर्णायक कदम की आवश्यकता महसूस की गई।
– सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।
छेडख़ानी पर पिटे युवक के साथ 7 दिन बाद ऐसा क्या हुआ कि पिटाई करने वालों के उड़ गए होश
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला, कुछ हिरासत में
- उदयपुर.
सुखाडि़या विश्वविद्यालय परिसर में स्थित आईआईएम संस्थान में छात्रा से छेड़खानी के आरोप में कॉलेज छात्रों व अन्यों की पिटाई से घायल युवक ने सात दिन बाद एमबी चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। परिजनों ने हंगामा कर आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया।
- उपाधीक्षक भगवतसिंह हिंगड़ ने बताया कि देवाली नीमचखेड़ा निवासी कमल प्रकाश (31) पुत्र मोडीलाल पूर्बिया खेखरे के दिन बाइक लेकर आईआईएम परिसर में गया था। रात करीब 10 बजे संस्थान की छात्रा वहां स्थित मैस से खाना खाकर पैदल हॉस्टल लौट रही थी, तभी आरोपित ने उसे पकड़ लिया। अश्लील हरकत कर गला दबा दिया। वह छटपटाते हुए जोर से चिल्लाई तो हॉस्टल का गार्ड प्रभुलाल कुल्मी दौड़ कर आया। उसने युवक कमलप्रकाश को पकड़ लिया। युवक ने छूटने के लिए गार्ड के सिर में पत्थर मार दिया। इससे उसके चार टांके आए। गार्ड ने चोट लगने के बाद भी युवक को नहीं छोड़ा।
- इस बीच अन्य गार्ड व मैस का स्टॉफ मौके पर पहुंचा। वे युवक को पकड़ कर संस्थान के परिसर में ले गए। यहां कई छात्र-छात्राएं एकत्र हो गए। भीड़ में से कइयों ने कमल के साथ जमकर मारपीट की। इससे वह गंभीर घायल हो गया। सूचना पर हॉक पुलिस का जाप्ता मौके पर पहुंचा और घायल को साथ ले गया। इस बीच गार्ड व छात्रा ने अलग-अलग निजी अस्पतालों में उपचार करवाया। पुलिस ने घायल युवक को एमबी चिकित्सालय में भर्ती करवा कर उसके परिजनों को सूचना दी। परिजन घायल युवक को रात को ही घर ले गए। इस बीच, गार्ड ने युवक के विरुद्ध अवैध रूप से कॉलेज में प्रवेश करने, मारपीट व छात्रा ने अश्लील हरकत कर छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया। छात्रा के सोमवार को कोर्ट में 164 में बयान भी हुए तथा उसने उपचार संबंधी कागज भी कोर्ट में पेश किए।
पुलिस ने दी थी दुर्घटना की सूचना
कमल के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दुर्घटना की सूचना दी तथा एक बार घर ले जाने की सलाह दी। वे रात को उसको घर लेकर पहुंचे लेकिन हालत ज्यादा खराब हो गई। परिजन पुन: चिकित्सालय ले गए, जहां उपचार के दौरान कोमा में चला गया। फिर उसने आंख नहीं खोली। चिकित्सकों ने सुबह उसे मृत घोषित कर दिया।
आसमान से लेकर फतहसागर की लहरों तक गुंजा “वन्देमातरम”
उदयपुर। झीलों की नगरी की विश्व प्रसिद्द झील फतहसागर पर हज़ारों लोगों ने एक साथ वन्देमातरम गा कर राष्ट्रभक्ति का सन्देश दिया इस सन्देश की साक्षी बनी फतहसागर झील की लहरे। वन्देमातरम गायन के दौरान लगा मानो फतहसागर में हिलोरे लेती लहरे भी अपना स्वर बिखेर रही हों। वन्देमातरम और भारत माता की जय के उद्घोषों के साथ हज़ारों बच्चों के हाथों में लहराते तिरंगों ने दिलों में उत्साह देख हर मन झूम उठा। ये नजारा मंगलवार सुबह फतहसागर की पाल पर आयोजित सामूहिक वंदेमातरम् गान दौरान रहा।
मंगलवार को फतहसागर झील की पाल पर हिन्दू आध्यात्म सेवा संघ और नगर निगम के संयुक्त तत्वाधान में सामूहिक वंदेमातरम गायन आयोजन किया गया। केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर की अगुवाई में हुए इस आयोजन में हज़ारों स्कूली बच्चों के साथ साथ हज़ारों शहरवासीयो ने भाग लिया। सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हुआ यह आयोजन 12 बजे तक चला।
फतहसागर की पाल पर सुबह 7 बजे से हजारों स्कूली विद्यार्थियों व शहर के नागरिकों के आने का दौर शुरू हो गया था। इस बीच प्रसिद्द संगीतकार आनंदजी ग्रुप और ड्रमर बाबल ने देशभक्ति गीतों और धुनों से लोगों को बांधे रखा। आयोजन का उत्साह इतना जबरदस्त था की लोगों का आना सुबह 7 बजे से ११ बजे तक जारी रहा। पूरी पाल खचाखच भर गयी थी। लोगों ने अपने वाहन फिल्ड क्लब और विद्याभवन में खड़े कर पैदल आयोजन स्थल तक आये। कार्यक्रम के दौरान फतह सागर की पाल खचाखच भरी हुई थी बिच में सरकारी और गैर सरकारी स्कूली बच्चे बैठे हुए थे। वही दोनों तरह शहर के लोग और कॉलेज के युवा छात्र खड़े हुए थे। लोगों के दिलों में राष्ट्र भक्ति की भावना का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि संगीतकार आनंद जी और ड्रमर द्वारा बजाये जाने वाले गाने लोग अपने राग में राग मिला कर साथ साथ गया रहे थे। देश भक्ति के गीतों के दौरान बच्चों के हाथों में तिरंगा लहरा रहा था। जोश भरे देशभक्ति के गीतों पर युवा ने झूम कर डांस किया। दूसरी तरफ नावों में हाथों में तिरंगा लिए लोग भी वन्देमातरम के उद्घोष लगा रहे थे। मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के आगमन तक देशभक्ति का ज्वार अपने चरम पर था
मुख्य अतिथि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने वंदेमातरम कहकर लोगों का अभिवादन किया और अपना स्थान ग्रहण किया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया। इसके बाद विशिष्ट अतिथि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, उद्योगपति सलिल सिंघल व महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ थ और नाथद्वारा से गोस्वामी तिलकायत भूपेश कुमार (विशाल बावा) भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान रक्षामंत्री ने उपस्थित लोगों व विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण और देशहित के कार्य करने की शपथ दिलाई। इसके बाद 11.24 मिनट पर वंदे मातरम् का गायन शुरू हुआ। जैसे ही गायन शुरू हुआ कार्यक्रम में मौजूद हर व्यक्ति में अलग ही जोश दिखाई दिया। वंदेमातरम गान के बाद एक बार फिर जयकारे गूंज उठे। इसके साथ ही मेरे देश की धरती..गीत शुरू हुआ। इस गीत की प्रथम पंक्ति में ही कार्यक्रम जयकारों से गंूज उठा और मंचासीन अतिथियों ने हाथों में तिरंगा लेकर अपने उत्साह का इजहार किया। चारों ओर तिरंगी छटा में देशभक्ति घुल गई। हर एक ने एक साथ सुर से सुर मिला कर वन्देमातरम गया। आसमानी फ़िज़ाओं में फतहसागर की लहरों के साथ करीब २० मिनट तक वन्देमातरम गूंजता रहा। गीत के समाप्त होने पर रक्षामंत्री मंच के नीचे आए और बच्चों से मुलाकात की।
कार्यक्रम में १४७ से अधिक स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया था। सरकारी स्कूल के दूर दराज के गावों से छात्र इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आये थे। बसों को कार्यक्रम स्थल से दूर खड़ा होने के बावजूद बच्चे ५-६ कलिलोमीटर पेडल चल कर पहुचे। इधर शहर के कई निजी स्कूलों के बच्चों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
सेल्फी युवा और विदेशी :
वन्देमातरम के इस कार्यक्रम में युवाओं ने खासी संख्या में भाग लिया कई युवा कार्यक्रम स्थल से अपनी अपनी सेल्फी लेक्लर शोशल साइट पर अपलोड करते रहे। हाथों में तिरंगा लिए विक्ट्री का निशाँ अपनी दो उँगलियों से दिखाते हुए हर युवा सेल्फी लेते हुए दिखाई दिया। यहाँ तक की इस सेल्फी के क्रेज से मंच पर आये अतिथि भी नहीं बच सके हर अतिथि ने अपने अपने मोबाइल से अपने साथ प[उरई जनता का सेल्फी लिया। कार्यक्रम में कई विदेशी पर्यटक भी दिखाई दिए जो वन्देमातरम गुनगुनाते हुए दिखाई दिए।
पष्चिम क्षेत्र अन्तर विष्वविद्यालयी शतरंज पुरूष प्रतियोगिता में सुखाड़िया विष्वविद्यालय के खिलाड़ियों का शानदार प्रर्दषन
बरकतुल्ला विष्वविद्यालय भोपाल की मेजबानी में गत सप्ताह आयोजित पष्चिम क्षेत्र अन्तर विष्वविद्यालयी शतरंज पुरूष प्रतियोगिता में सुखाड़िया विष्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने शानदार प्रर्दषन करते हुए पहली छः टीमों में अपना स्थान बनाया। जानकारी देते हुए विष्वविद्यालय क्रीड़ा मण्डल प्रभारी डॉ. दीपेन्द्र सिंह चौहान ने बताया की विष्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला अवसर है। जबकि उक्त प्रतियोगिता में भाग ले रही 52 टीमों में से सुखाड़िया विष्वविद्यालय ने छठें स्थान पर रहा। टीम के सदस्य सुरज साहू, गौरव जैन, गजेन्द्र जोषी, धीरज निहालनी, भव्य गहलोत, धवलराज कुमावत ने कुल 09 मैचों में 12 अंक बटोरे। टीम मैनेजर राहूल व्यास थे।
एमबी चिकित्सालय के बाहर शहर और देहात जिला कांग्रेस की ओर से सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया गया
संभाग के सबसे बड़े एमबी चिकित्सालय के बाहर शहर और देहात जिला कांग्रेस की ओर से सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन मध्यप्रदेश से आने वाले मरीजों को एमबी चिकित्सालय में बेड के नाम पर साढ़े सात सौ रुपए देने पड़ रहे हैं उसको लेकर था। जबकि पूर्व में गहलोत सरकार के दौरान चिकित्सालय में किसी को भी बेड के पैसे नहीं देने पड़ते थे।
ऐसे में शहर ओर देहात जिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चिकित्सालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए मांग उठाई कि प्रदेश की वसुंधरा सरकार गहलोत सरकार की तरह यहां आने वाले प्रदेश के बाहरी और स्थानीय मरीजों के लिए सभी निशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराएं। कांग्रेसियों ने साफ किया कि एमबी चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा पिछले कई समय से एमपी से आने वाले मरीजों से साढ़े सात सौ रुपए वसूल कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान भी ऐसे बेड उपलब्ध कराए जा रहे हैं जो कि मरीजों के लिए सही नहीं है ।
इतना ही नहीं एमबी चिकित्सालय में सभी जगह मच्छर और खटमल होने से मरीजों को खासी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में कांग्रेसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार जल्द से जल्द साढ़े सात सौ रुपए लेने का आदेश वापस लें नहीं तो कांग्रेस पार्टी की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा ।
गुमराह कर रही रिपोर्ट: सरकारी जांच रिपोर्ट में डेंगू नेगेटिव, निजी में पॉजिटिव
बदलते मौसम में बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं और सीबीसी, मलेरिया एवं डेंगू की जांच रिपोर्ट उन्हें गुमराह कर रही है। एमबी हॉस्पिटल ने एक बुखार पीडि़त की डेंगू जांच रिपोर्ट को नेगेटिव बताकर जिम्मेदारी की इतिश्री कर ली, वहीं निजी लैब में हुई उसी व्यक्ति की जांच में डेंगू के लक्षण सामने आए। ऊहापोह की स्थिति में रोगी एवं उसके परिजन इधर-उधर भटकते रहे।
एमबी हॉस्पिटल में चार अक्टूबर को बेड नंबर 91645 पर भर्ती रोगी विक्रम को मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना के तहत जांच के अनुसार डेंगू (रेपिड टेस्ट) नेगेटिव बताया गया। यह देख चिकित्सकों ने रोगी को सामान्य सी दवाइयां देकर जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली। हालत में सुधार नहीं होने पर मरीज ने एमबी हॉस्पिटल की ही निजी लैब में जांच कराई तो उसे डेंगू आईजीजी पॉजिटिव व डेंगू आईजीएम नेगेटिव बताया। मजबूरी में मरीज को नई रिपोर्ट लेकर डॉक्टर्स के पास भटकना पड़ा।
कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों की राय में बुखार से जुड़ी हर जांच एजाइमा के माध्यम से ही होती है। डेंगू जांच की कोई दूसरी आधुनिक सुविधा नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि बुखार के तीन दिन के भीतर एनएस-1 जांच होती है। इस दौरान डेंगू आईजीजी और आईजीएम नेगेटिव बताता है। एक सप्ताह से बुखार पीडि़त की जांच में एनएस-1 और आईजीजी नेगेटिव आता है, जबकि आईजीएम पॉजिटिव बताता है। दो सप्ताह के बाद बुखार जांचने पर आईजीएम नेगेटिव आता है, जबकि आईजीजी पॉजिटिव बताता है। इसका मतलब यही आंका जाता है कि रोगी डेंगू की चपेट में आया हुआ है। हालांकि, जांच रिपोर्ट के अलावा विशेषज्ञों की सलाह भी इसमें मायने रखती है।
चिकित्सकीय सलाह जरूरी
&किसी भी रिपोर्ट को लेकर चिकित्सकीय सलाह जरूरी है। बुखार के लक्षणों से भी विशेषज्ञ सही सलाह दे सकते हैं। रिपोर्ट डिफाइन होकर मिले तो उपचार प्रक्रिया शुरू करने में सहायता मिलती है।
हिरणमगरी इलाके के मंदिरों में हुई चोरी की वारदात का राजफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
हिरणमगरी इलाके के मंदिरों में हुई चोरी की वारदात का राजफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि 25 अक्टूबर को हिरणमगरी थाना क्षेत्र के सवीना इलाके में एक जैन मंदिर और एक अम्बामाता के मंदिर में चोरी हुई थी।
जैन मंदिर से चोर पांच सौ साल पुरानी 7 अष्ठधातु की मूर्तियों सहित डेढ़ किलो चांदी का छत्र और नकदी चुराई गई थी। इस मामले में पुलिस ने गहनता से तफ्तीश की तो सराड़ा इलाके के दो बदमाशों पर शक की सुई पहुंची। पुलिस ने करणमीणा और प्रेम लाल मीणा से पूताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पुलिस द्वारा कडाई से पूछताछ पर आरोपियों ने चुराई गई मूर्तियों के बारे में भी जानकारी दे दी। पुलिस ने आरोपियों से बेशकीमती 4 जैन मूर्तियों को बरामद कर लिया है जबकि शेष 3 मूर्तियों की बरामदगी के लिए एक टीम गुजरात भेजी गई है। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है। वहीं, बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी पहले भी चोरी की वारदातों में लिप्त रह चुके हैं। पकड़े गए आरोपी शातिर नकबजन हैं। यह चोरी, मारपीट और कुए की मोटरें पार करने के मामलों में भी पूर्व में गिरफ्तार हुए हैं। दोनों के खिलाफ एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
सिक्के लेने से मना किया तो होगी FIR, कोई भी बैंक या व्यापारी लेने से नहीं कर सकता इनकार
उपभोक्ताओं को टरका रहे बैंक, मार्गदर्शी बैंक भी कायदे से बेखबर
- राजसमंद.
5, 10 या किसी भी मुद्रा का सिक्का लेने से कोई भी बैंक या व्यापारी इनकार नहीं कर सकता। अगर कोई बैंक या व्यापारी मना करता है, तो उसके खिलाफ कोई भी व्यक्ति पुलिस थाने में भारतीय मुद्रा अपमान अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवा सकता है। अपर्याप्त स्टाफ व ज्यादा काम के बोझ तले दबे सरकारी व निजी बैंक सिक्के जमा करने से ही उपभोक्ता को टरका रहे हैं। गंभीर समस्या के बावजूद न तो चेस्ट बैंक शाखा अधिकारी व लीड बैंक अधिकारियों को नियमों की जानकारी है और न ही जिला प्रशासन गंभीर है। इसका खमियाजा आमजन व व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है।
- बैंकों की मनमानी से बढ़ा भ्रम
5, 10 या अन्य छोटी राशि के सिक्के लेने से बैंकों में जमा करने से इनकार करने की मनमानी की वजह से लोगों में सिक्के बंद होने का भ्रम बढ़ गया। बैंकों की गंभीर लापरवाही के बावजूद न तो जिला मार्गदर्शी बैंक द्वारा कोई ध्यान दिया गया और न ही जिला प्रशासन गंभीर है। इस कारण आमजन परेशान है।
- सिक्के बंद होने की अफवाह
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा न तो 5 या 10 रुपए का कोई सिक्का बंद किया है और न ही नकली बाजार में है। 10 व 15 लाइन वाले सिक्के रिजर्व बैंक द्वारा ही जारी किए गए हैं, जिसके बारे में रिजर्व बैंक ने स्पष्ट कर दिया कि कोई नकली नहीं है। पहले जो सिक्के जारी किए, उसमें 15 लाइनें थी, जबकि नए सिक्के में दस लाइनें ही है। लोगों के साथ ही व्यापारी भी भ्र्रमित हो रहे हैं।
नारीत्व को उत्सव के रूप में मनाया
