कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी अलग-थलग!

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राहुल ने लगाई फटकार, प्रदेश से भी किया दरकिनार
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उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी का संगठन और पार्टी में कद लगातार घटता जा रहा है। पिछले दिनों बिहार में पार्टी के हालात व कामकाज के तरीकों पर श्री जोशी को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दो बार लताड़ लगाई। इधर, आज सुबह मेवाड़ से शुरू किए गए कांग्रेस के निकाय चुनाव महाअभियान में भी डॉ. सीपी जोशी को प्रदेश स्तरीय नेताओं ने sachin poilatअलग-थलग पटक दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में एआईसीसी के प्रभारी महासचिव सीपी जोशी कई मुश्किलों में घिर गए हैं। राहुल गांधी ने दो बार उन्हें फोन करके लताड़ा, क्योंकि वे बिहार में एक तरफा फैसले कर रहे हैं और दो एआईसीसी सचिवों, परेश धनानी व किशोरी लाल से भी सलाह-मशविरा नहीं कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने राहुल गांधी व सचिवों से सलाह लिए बिना ही बिहार पीसीसी की कार्यकारिणी को मंजूरी दे दी और बिहार के विधान परिषद चुनावों में भी उनका आचरण निष्पक्ष नहीं था, जहां उन्होंने तीन सीटें हाल ही में जद (यू) से आए लोगों को दे दी तथा सीतामढ़ी के अमलेंदु पांडे जैसे निष्ठावान नेता की दावेदारी पर विचार नहीं किया। इसके बाद राहुल गांधी ने सीपी जोशी को लताड़ लगाते हुए परेश धनानी व किशोरी लाल को सीधा रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं। इधर, मेवाड़ में लगातार जनाधार खोती जा रही कांग्रेस पार्टी ने फिर से अपनी जड़े मजबूत करने के लिए निकाय चुनाव महाअभियान शुरू किया है, जिसमें प्रदेश स्तरीय नेताओं ने केंद्रीय महासचिव सीपी जोशी को अलग-थलग कर दिया है। पता चला है कि इसके लिए भी प्रदेश स्तरीय नेताओं को आलाकमान से निर्देश प्राप्त हुए हैं। श्री जोशी के गृह क्षेत्र में ही उनकी अनुपस्थिति में हुए कार्यक्रम ने स्पष्ट कर दिया कि नगर पालिका चुनाव में डॉ. सीपी जोशी की कोई भूमिका नहीं रहेगी। कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता मेवाड़ के राजसमंद से नगर पालिका चुनाव प्रचार आगाज़ कर रहे हैं।
कांग्रेस में बढती हुई गुटबाजी को खत्मकर कार्यकर्ताओं को हौंसला बढ़ाया जा रहा है। सभी गुटों के नेताओं को एक मंच पर लाने के लिए बुलाई गई जनसभा आज सुबह से कांकरोली में आयोजित थी। इस जनसभा में कांग्रेस महासचिव गुरुदास कामत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश सहप्रभारी मिर्जा इरशाद बेग, प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी ने भाग लिया। इनके अलावा स्थानीय और मेवाड़ के सभी नेता, अध्यक्ष, कार्यकर्ता भी थे। पूर्व मुख्य सेवक अशोक गहलोत भी कल उदयपुर पहुंचेंगे।
सीपी जोशी का पत्ता साफ : मेवाड़ से शुरू हुए इस महाअभियान में मेवाड़ के ही सबसे बड़े कद्दावर नेता सीपी जोशी को आमंत्रित नहीं किया गया। कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता यह कहने से भी नहीं चूक रहे हैं कि मेवाड़ में कांग्रेस की इस हालत के जिम्मेदार डॉ. सीपी जोशी ही है। उन्होंने कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचाया है। जबकि सीपी समर्थक अभी फिलहाल श्री जोशी की व्यस्तता का हवाला देते हुए कुछ बोल नहीं रहे हैं। कांकरोली से शुरू होने वाले इस महाअभियान की तैयारियां हालांकि सीपी जोशी के करीबी माने जाने वाले देवकीनंदन गुर्जर की देख-रेख में ही हुई है। उनका कहना है कि सीपी साहब अभी आसाम में व्यस्त है, वे भले ही पार्टी की जनसभा में नहीं आ पा रहे हैं लेकिन ये सबकुछ उन्हीं के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से हो रहा है। गृह क्षेत्र से उनका नाता हमेशा रहा है और रहेगा। इस महाअभियान के तहत सुबह कांकरोली में सभा के बाद दोपहर तीन बजे डूंगरपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। मंगलवार सुबह 10 बजे बांसवाड़ा के प्रतापपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन होगा। यहां से कांग्रेस नेता उदयपुर आएंगे। 17 जून सुबह 10 बजे कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे तथा दोपहर 12 बजे प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेंगे।

ताज लेक पैलेस वर्ल्ड के टॉप 5 लग्जरी रिसोर्ट्स में

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उदयपुर. पीछोला झील के बीचो बीच बने ताज ग्रुप की लेक पैलेस होटल को विश्व के टॉप लग्जरी रिसोर्ट्स में स्थान मिला है। यह भारत का एकमात्र होटल है जिसे 5वीं रैंक मिली है। तीन दिन पहले यूएस में प्राइस लाइन ग्रुप की वेबसाइट बुकिंग डॉट कॉम के समारोह में अवार्ड की घोषणा हुई। यह अवार्ड इस वेबसाइट के जरिए होटल की सबसे ज्यादा बुकिंग कराने वाले पर्यटकों और उनके कमेंट्स के आधार पर मिलता है।
ऑनलाइनिंग ट्रेवलिंग मार्केट पर नजर रखने वाली इस वेबसाइट पर पर्यटकों ने कमेंट्स में एक्सीलेंट हॉस्पिटेलिटी की तारीफ करते हुए लिखा कि लेक पैलेस पानी पर तैरता हुआ एक ऐसा होटल है जहां मेहमानों को बेहतरीन आतिथ्य सत्कार दिया जाता है।

मैगी मामले में अमिताभ, प्रीति, माधुरी के खिलाफ नाथद्वारा कोर्ट में याचिका

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megaiUdaipur.मैगी का टीवी पर एड करने वाले अमिताभ बच्चन, प्रीति जिंटा व माधुरी दीक्षित के खिलाफ अब नाथद्वारा की कोर्ट में भी याचिका स्वीकार हो गई है। अगली सुनवाई 19 जून को होगी। चूड़ीघर मोहल्ला निवासी मनीष सुराणा ने कोर्ट में नेस्ले के एमडी मोहन गुप्ता, खाद्य निरीक्षक राजसमंद सहित तीनों बॉलीवुड स्टार के खिलाफ याचिका लगाई है।

लापरवाई के हाईटेंशन में करंट बन के आई मौत – बरात की बस में २० लोग मरे

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जयपुर (राजस्थान). टोंक जिले में बरात लेकर जा रही बस पर हाई टेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने की घटना के बाद मौके पर पहुंचे ऊर्जा राज्यमंत्री और सांसद को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा है। इस हादसे में अब तक जिला प्रशासन के अनुसार 20 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि मौके पर मौजूद रहे लोगों का कहना है कि घटना के दौरान ही 25 से ज्यादा लोग जिंदा जल गए। कार में होने के कारण दूल्हा बच गया।

टोंक के सांस गांव के नजदीक हुए हादसे में झुलसे करीब 25 लोगों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण ज्यादातर को जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल ले आया गया। फिलहाल 5 घायल आईसीयू में और 24 पॉलिट्रोमा वार्ड में भर्ती हैं। इस मामले में बिजली कंपनी के चार अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया।

पालिका चुनावों में कटारिया विरोधियों की बल्ले-बल्ले

gulabchand katariyaउदयपुर। नगर पालिका के अगस्त में होने वाले चुनावों की जारी हुई प्रभारियों की सूची में मेवाड़ की अधिकतर पालिकाओं में गृह सेवक और कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया के विरोधियों को पूरी प्राथमिकता देते हुए प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि राजस्थान में पूर्व में हुए नगर निकाय के चुनाव और पंचायत के चुनाव कटारिया के नेतृत्व में लड़े गए थे, जिसमें भारी सफलता मिली थी, लेकिन इस बार आलाकमान ने कटारिया की पसंद को दरकिनार करते हुए उनके घोर विरोधियों को मौका दिया है। नगर पालिका चुनाव के लिए प्रदेश भाजपा ने प्रभारियों की कल जारी सूची में पूर्व जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन को कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) का प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि एक और घोर विरोधी पूर्व पार्षद अर्चना शर्मा को देवगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया है। इसके अलावा मांगीलाल जोशी को डूंगरपुर नगर पालिका चुनाव प्रभारी बनाया गया है। शांतिलाल चपलोत को भींडर, सुरेंद्रसिंह राठौड़ को फतहनगर का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा नगर परिषद के पूर्व सभापति रवींद्र श्रीमाली को छोटीसादड़ी, सत्यप्रकाश काबरा को कपासन, ओम पालीवाल को प्रतापगढ़, रतनलाल जाट को बेगूं की जिम्मेदारी सौंपी है। माना जाता है कि मेवाड़ की भाजपा में कोई भी राजनैतिक नियुक्ति या हलचल गुलाबचंद कटारिया की स्वीकृति के बिना नहीं होती, लेकिन नगर पालिका प्रभारियों की लिस्ट देख कर राजनैतिक हलके में सुगबुगाहट जरूर है कि क्रभाई साहबञ्ज के चहेतों को जिम्मेदारी नहीं सौंपकर उनके घोर विरोधियों को नगर पालिका चुनाव की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई? कोई इसको श्री कटारिया की ही नई रणनीति बता रहा है तो किसी का कहता है कि मुख्य सेवक वसुंधरा राजे अब कटारिया का कद घटाने में लगी हुई है, इसीलिए पूरी टीम ही उन्होंने कटारिया के विरोधियों से भर दी है।

मानसून आने के पहले ही जमकर बरसे बादल

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उदयपुर। गुरूवार को प्री-मानसून की बारिश ने लेकसिटी को जमकर भिगोया। सुबह बादलों के छाने के साथ शुरू हुई बारिश का दौर रूक-रूक कर जारी रहा। दोपहर बाद खिली धूप ने मौसम में भारी उमस घोल दी। शाम ६ बजे पुन: आसमान में बादल छाने से लोगों को उमस से राहत मिली।
लेकसिटी में आज सुबह से बादल छाए रहे। करीब सवा दस बारिश का दौर शुरू हुआ। हल्की-मध्यम बारिश करीब पौन घंटा तक चली। इसके बाद आसमान में छाए बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी चलती रही और १५ मिनट बाद अचानक बादलों की ग$डग$डाहट के साथ तेज मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गई। मानसून आने से पूर्व बादलों से खुशनुमा हुए मौसम के साथ ठण्डी बयार ने तपन से राहत दिलाई परंतु दोपहर बाद सूरज निकलने से मौसम में भारी उमस रही। शहर का अधिकतम तापमान ३५.४ व न्यूनतम तापमान २८.६ डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं शहर में करीब १९ मिमी बारिश दर्ज की गई।
प्रात: १० बजे बाद शुरू हुई बारिश एक बार १५ मिनट के लिए रूक गई। ऐसे में कई शहरवासी अपने वाहनों से गंतव्य स्थल एवं कार्यालय जाने के लिए निकल पडे परंतु फिर शुरू हुई बारिश के दौर ने लोगों को रास्ते में रोक दिया। बारिश से बचने के लिए लोग जहां जगह मिली वहीं रूक गए। कई लोग भीगते-भीगते अपने कार्यालय एवं घरों तक पहुंचे। बारिश से शहर के देहलीगेट चौराहा, एमबी कॉलेज, दुर्गा नर्सरी रो$ड, अशोक नगर, उदियापोल आदि स्थानों पर स$डकों पर पानी भर गया। ठोकर चौराहा से सुंदरवास की ओर जाने वाले मार्ग एवं ओसवाल प्लाजा के बाहर करीब आधा-आधा प*ीट स$डकों पर पानी जमा हो गया। मौसम विज्ञानियों ने प्री-मानसून की बारिश होने भी शहर में अच्छा मानसून रहने के संकेते दिए है। सहेलियों की बाडी, फतहसागर एवं पीछोला झील के किनारे पर्यटकों ने सुहावने मौसम में नौकायान का आनंद लिया।

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हथियारबंद लोगों ने किया चढ़ोतरा

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उदयपुर। ऋषभदेव के पादेड़ी गांव में गुरुवार सुबह १०० से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने मौताणे की मांग को लेकर चढ़ोतरा कर दिया । ये लोग सागवाड़ा गांव के रहने वाले थे। पिछले माह की २१ तारीख को पादेड़ी निवासी सोमालाल और उसकी भाभी अनिता की लाशें गांव में ही पहाड़ी पर मिली थी। शंका है कि दोनों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। दोनों के बीच अवैध संबंध थे, जिसका खुलासा होने के बाद दोनों ये कदम उड़ाया। इधर, मृतका अनिता के पीहर सागवाड़ा से पीहर पक्ष के लोग आज सुबह मौताणे की मांग को लेकर हथियार से लैस होकर पादेड़ी गांव पहुंचे। सूचना मिलने पर चार थानों की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने बाद में समझाइश कर ग्रामीणों को रवाना कर दिया। अधिकारियों ने चढ़ोतरा करने वाले ग्रामीण और परिजनों को आश्वासन दिया की इस मामले की जाँच के जायेगी और जो आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी ।
सूत्रों के अनुसार २१ मई को पादेड़ी (ऋषभदेव) निवासी सोमालाल पुत्र नानालाल और उसकी भाभी अनिता पत्नी स्वर्गीय रमणलाल की लाशें गांव की एक पहाड़ी पर संदिग्ध हालात में मिली थी। घटनास्थल के पास से जहर की एक शीशी भी मिली।
पुलिस को अंदेशा है कि दोनों ने जहर खाकर आत्महत्या की है। पता चला है कि अनिता के पति रमणलाल की एक साल पहले रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। उसके बाद सोमालाल और अनिता के बीच अवैध संबंध हो गए, जिसका खुलासा पिछले माह परिजनों के सामने हो गया। दोनों ने बदनामी से बचने के लिए आत्महत्या कर ली। इधर, आज सुबह सागवाड़ा से आए मृतका अनिता के पीहर पक्ष का आरोप है कि अनिता की हत्या की गई थी। इस बात को लेकर पीहर पक्ष ने पादेड़ी गांव पर चढ़ोतरा करते हुए मौताणे की मांग की है। पादेड़ी सरपंच पति देवीलाल और सागवाड़ा के भूतपूर्व सरपंच थावरचंद, दोनों गांवों के मौतबिरों से समझाइश की। ग्रामीणों के हाथों में बंदुकें, कुल्हाड़ी, तलवारें और लाठियां हैं, जो पादेड़ी गांव में अलग-अलग टोलियों में बैठे थे। सूचना पर खेरवाड़ा, ऋषभदेव, पहाड़ा और बावलवाड़ा थाना पुलिस मौके पहुंच गई । पुलिस की चार जीपें और एक वैन मौके पर मौजूद थी, और अतिरिक्त जाब्ता भी बुलाया गया था। इस बीच ऋषभदेव एसडीएम और तहसीलदार भी वहां पहुंच गए हैं, जिन्होंने ग्रामीणों और अनिता के परिजनों को समझा कर आश्वासन देकर रवाना किया ।

रातभर सोती रही पुलिस, लुटेरे दुकाने लूटते रहे

बेड़वास-ट्रांसपोर्ट नगर में छह दुकानों के शटर तोड़े, सुबह आठ बजे दी प्रतापनगर थाना पुलिस को सूचना, दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंचा कोई

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उदयपुर। प्रतापनगर थाना क्षेत्र के बेड़वास और ट्रांसपोर्ट नगर में बीती रात चोर छह दुकानों के शटर तोडक़र महंगी साडिय़ां, जूते और नकदी चुरा ले गए। दुकानदारों ने एक साथ हुई चोरियां की वारदातों की जानकारी प्रतापनगर पुलिस को सुबह आठ बजे दे दी, लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। सूत्रों के अनुसार बीती रात चोर ट्रांसपोर्टनगर और बेड़वास में छह दुकानों के शटर तोडक़र चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। चोरों ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित सांवरिया साड़ी सेंटर का शटर तोडक़र अंदर से महंगी साडिय़ां चुरा ले गए।
दुकान मालिक हिम्मतसिंह राणावत ने सुबह आठ बजे ही चोरी की सूचना प्रतापनगर पुलिस को दे दी। हिम्मतसिंह ने बताया कि चोरी गई साडिय़ों की कीमत तीस हजार है, जबकि चोर उसकी दुकान से दस हजार रुपए नकद भी चुरा ले गए। इस दुकान के पास ही श्रीनाथ फुटवियर नामक जूतों की दुकान का भी चोरों ने शटर तोड़ दिया। दुकान से चोर करीब एक लाख रुपए के महंगे जूते चुरा ले गए। दुकान मालिक साकरोदा निवासी उदयसिंह झाला ने बताया कि चोर जूतों के साथ चार हजार तीन सौ रुपए नकद भी ले गए। इसके साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर स्थित श्री महावीर सेनेट्री नामक दुकान के ताले तोड़ दिए गए, लेकिन वहां से चोर कुछ भी चुरा नहीं ले गए। यह दुकान दिनेश जारोली की है।
इसी प्रकार बेड़वास निवासी नारायणलाल सोलंकी की दुकान शुभम इलेक्ट्रोनिक्स, भैरूलाल व्यास की सिद्धी विनायक पशु आहार नामक दुकान और ओमप्रकाश व्यास की गणपति फोटो कॉपी एंड मोबाइल शॉप के भी शटर तोड़े गए, लेकिन चोर यहां से कुछ नहीं ले गए। चोरों ने सिद्धी विनायक पशु आहार नामक दुकान के गल्ले में पड़े पांच सौ रुपए चुराए।
रात्रिगश्त की खुली पोल
प्रतापनगर थाना क्षेत्र में बीती रात रात्रि गश्त की पोल खुल गई। चोर छह दुकानों के शटर तोडक़र लाखों रुपए का सामान और नकदी चुरा ले गए, लेकिन पुलिस की नींद नहीं उड़ी। यहां बात हम रात्रि गश्त की कर रहे हैं, लेकिन सुबह दुकानदारों द्वारा चोरी की एक साथ ही चोरी की वारदातों की सूचना देने के बावजूद दोपहर तक पुलिस नहीं पहुंची।

गोवंश से भरी तीन ट्रकें पकड़ी

20150610003853उदयपुर। उदयपुर पुलिस के दो थानों की पुलिस ने आज तड़के नाकाबंदी के दौरान तीन ट्रकों से ५३ बैल और बछड़ों को छुड़ाकर गोशाला भेजा है। ये बैल और बछड़े जयपुर जिले के चाकसू इलाके से लाए गए थे। बताया जा रहा है कि गोवंश को लाने वाले सभी लोग बंजारा जाति से हैं, जिनका डेरा अभी खेरवाड़ा में हैं। गिरफ्तार आरोपियों का कहना है कि गोवंश बेचना उनका धंधा है, जिसके चलते ये बैल और बछड़ों को लेकर खेरवाड़ा जा रहे थे। इधर, पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास कोई वैध कागजात नहीं है। इसलिए सभी को गिरफ्तार किया गया हैं।
सूरजपोल पुलिस ने आज सुबह शूलधारिणी सेना के साथ मिलकर उदियापोल चौराहे पर दो ट्रकों को रोका, जिनमें से एक ट्रक में १५, जबकि दूसरे में २१ बैल और बछड़े भरे थे। एक ट्रक राजसमंद और दूसरी ट्रक उदयपुर की थी। (शेष पेज ९ पर…)
सूरजपोल पुलिस ने ड्राइवर सहित छह जनों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में धूणीमाता डबोक निवासी ड्राइवर पन्नालाल पुत्र दुर्गा बंजारा, भैरूलाल पुत्र सबा बंजारा, मांगीलाल पुत्र पेमा बंजारा, परसराम पुत्र गब्बा बंजारा, राणा कुडी, वल्लभनगर निवासी चतरलाल पुत्र खेता बंजारा, केसरपुरा, कांकरोली निवासी लक्ष्मण पुत्र गोमा बंजारा शामिल है। इधर, गोवर्धनविलास पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान आज सुबह एक ट्रक से १७ बैल और बछड़ों को मुक्त करवाकर गोशाला पहुंचाया है। पुलिस ने ड्राइवर किशन पुत्र जीवा बंजारा और जगदीश पुत्र भानू बंजारा को गिरफ्तार किया है।

शराब की दुकाने बंद करवाने के लिए प्रदर्शन नहीं मतदान करो

wine shopउदयपुर। अब आबादी के बीच में शराब की दुकान खुली हो और आपको परेशानी हो रही हो तो विरोध या धरना प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं है।लाेकतांत्रिक तरीके से शराब की दुकान को मतदान कर भी शांतिपूर्ण तरीके से हटाया जा सकता है। आबकारी विभाग की नीति में प्रावधान किया गया है, और नई मद्य संयम नीति के तहत प्रशासनिक अधिकारी के समक्ष शराब की दुकान के विरोध में मतदान कर शराब की दुकान को हटाया जा सकता है। चाहे शराब की दुकान शहरी क्षेत्र में हो या ग्रामीण क्षेत्र में। इस नीति के तहत एकजुट होकर शराब की दुकान को हटाने में आसानी होगी। अब तक कानून को हाथ में लेकर असंवैधानिक तरीके से शराब की दुकान को हटाने के लिए क्षेत्रवासी हंगामा, धरना प्रदर्शन जैसे विरोध के गैरकानूनी तरीकों को अपनाते आए हैं। पिछले कई समय से शहर में शराब की दुकान को खोलने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो चुके है। कई जगह शहरवासियों ने विरोध जताते हुए जबरन दुकान को बंद करा दिया। प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपे गए। लेकिन अब ये सब करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।

कोर्ट के आदेश के बाद हाइवे से डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर शराब की दुकान खुलने के आदेश दिए है। लेकिन गली मौहल्लों में शराब की दुकान संचालित करने और हटाने को लेकर कोई प्रावधान पूर्व में नहीं थे। गली-मोहल्ले में शराब की दुकानें हटने को लेकर शहर में कई बार विरोध प्रदर्शन होते रहे है। कानून से अनजान लोग नियम तोड़ जाने अनजाने विरोध कर अपने आपको मुसीबत में डाल लेते हैं। कई बार विरोध करने पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा भी झेलना पड़ता है। नयी आबकारी नीति के तहत यह सब करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
ये है मतदान प्रक्रिया :
जिस भी वार्ड में शराब की दुकान है, और उससे क्षेत्रवासियों को दुकान हटाने के लिए मतदान करना होगा। शराब की दुकान को हटाने के लिए वार्ड के 20 प्रतिशत वोटर ही काफी है। शर्त ये है कि वार्ड के कुल मतदाताओं में से 20 प्रतिशत वोटर्स (जिनके नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो) को शराब की दुकान हटाने के लिए एडीएम के समक्ष आपत्ति दर्ज करानी होगी। एडीएम मतदान की तारीख मुकर्रर करेंगे। इसके बाद एडीएम के आदेशानुसार दी हुई तारीख को मतदान कराया जाएगा। मतदान में हिस्सा लेने वाले मतदाताओं में से 51 प्रतिशत वोटर्स की राय मान्य होगी। इससे कम वोटिंग के आधार पर दुकान नहीं हटाई जा सकती।