बोहरा समुदाय ने मनाई कुर्बानी की ईद

मुस्लिम समुदाय कल मनाएगा ईदुलजुहा पर्व

उदयपुर, । दाऊदी बोहरा जमात द्वारा गुरूवार को ईदुल-अजहा (कुर्बानी पर्व) मनाया गया। इधर, मुस्लिम समुदाय शनिवार को बकरा ईद मनाएगा। हाथीपोल स्थित बकरा मंडी में बकरों की खरीद-फरोख्त जारी है।

आज प्रात: बोहरा समुदाय (यूथ) की विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गयी। उसके बाद घर-घर में कुर्बानी तथा जमात द्वारा बोहरावाडी स्थित जमातखाने में सामूहिक कुर्बानी की रस्म भी अदा की गई। कुर्बानी के बाद तबरूर्क (प्रसाद) रिश्तेदारो व समुदाय के लोगों में वितरित किया गया। इस मौके पर लोगो ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी गई।दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता अनीस मियांजी ने बताया कि ईदुल-अजहा गुरूवार को बोहरा समुदाय द्वारा मनाया गया। जिसमें सुबह ६.४५ बजे समुदाय की विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा हुई। रसुलपुरा मस्जिद में गजनफर ओकासावाला, खानपुरा मस्जिद में हाजी असगर अली जावरिया, वजीहपुरा मस्जिद में मुल्ला पीर अली, खारोल कॉलोनी मस्जिद में हाजी मोहम्मद अली हितावाला, चमनपुरा मस्जिद में हाजी अब्बास अली तोबवाला और खांजीपीर मस्जिद में हाजी फखरूद्घीन घासावाला ईद की नमाज अदा करवायी। नमाज के बाद खुषी की मजलिस होगी। जिसमें मुल्क में अमन, चैन व तरक्की की दुआएं के साथ-साथ दाऊदी बोहरा जमात के हज पर गये हाजियों के हज अदा करने पर मुबारकबाद व खुषी जाहिर की गई। नमाज के बाद कब्रस्तान जाकर अपने महरूर्म परिजनों की क्रब पर फातिहा प$ढी। उसके बाद घर-घर व जमातखाने में सामुहिक कुर्बानी की रस्म अदा की गयी। शाम को सामूहिक न्याज का आयोजन हुआ। जिसमें जमात के सभी लोग शिरकत की। बोहरवा$डी, खारोल कॉलोनी, खांजीपीर व चमनपुरा में ईद की चहल-पहल नजर रही।

अंजुमन तालीमुलन इस्लाम से जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुस्लिम समुदाय बकरा ईद का पर्व शनिवार को मनाएगा। ईद पर होने वाली विशेष नमाज शहर की विभिन्न मस्जिदों एवं ईदगाह पर अदा की जाएगी। शहर के हाथीपोल स्थित पंचायती मस्जिद एवं दरखान वा$डी में ७.१५ बजे, मस्जिद अल हुसैनी कारवा$डी पर ७.३० बजे, खारांकुअंा, महावतवा$डी, आलू पै*क्ट्री, छीपा कॉलोनी मल्लातलाई, जहांगिरी मस्जिद रजा कॉलोनी सवीना, धोलीबाव$डी, मस्तान बाबा स्थित मस्जिद पर ८ बजे, मस्जिद रजा कॉलोनी मल्लातलाई, छोटी मस्जिद सवीना, आय$ड ईदगाह पर ८.१५ बजे, मस्जिद सज्जन नगर बी ब्लॉक, ब$डी मस्जिद सवीना, गौसिया कॉलोनी किशपनपोल, पहा$डा, हिरणमगरी सेक्टर ५, खांजीपीर, रहमान कॉलोनी, अलीपुरा, प*ारूके आजम कॉलोनी मल्लातलाई, दीवानशाह कॉलोनी पटेल सर्कल एवं सिलावटवा$डी बीच की मस्जिद पर ८.३० बजे, मकबरा मस्जिद सूरजपोल पर ८.४५ बजे, मस्जिद पलटन ईदगाह एवं पुराना स्टेशन पर ९ बजे एवं जामा मस्जिद चमनपुरा में ९.१५ बजे ईदुलजुहा की नमाज अदा की गई। इसके पश्चात घरों में कुर्बानी होगी।

आन-बान-शान से पूजे गए अश्व

उदयपुर, मंगलवार को जब नवमी के भगवान सूर्यनारायण पलायन कर रहे थे तभी सिटी पैलेस में नक्कारे साथ शहनाई गूंजी और बैंड बाजों पर रजवाड़ी गीत के साथ शाही बग्घी में सवार होकर श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ माणक चौक पहुंचे और उन्होंने परंपरानुसार अश्वों का पूजन किया।

यह नजारा मेवाड़ की उस सालों पुरानी परंपरा का था जब स्थानीय सेना में पदाति सैन्य बल, गजाति के साथ ही अश्व बल को पर्याप्त महत्व दिया गया था। दशहरे की पूर्व संध्या पर अश्व बल को सम्मान के रूप में उनके पूजन की परंपरा चली। इस खास आयोजन के लिए माणक चौक, नगीनाबाड़ी, नाहरों का दरीखाना आदि को राजसी अंदाज में सजाया गया था। पारंपरिक पहनावे में गणमान्य नागरिक ही नहीं, विदेशी मेहमान भी यहां आमंत्रित थे। महाराणा ऑफ मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन की ओर से यह पूजा उत्सव रखा गया। राजपरिवार के पुरोहित, कर्मांत्री और ज्योतिषियों ने नख-शिख आभूषणों, कांठी, सुनहरे छोगों, मुखभूषण, लगाम आदि से सज्जित पांच अश्वों राजतिलक, राजरूप, तरंगिणी, अश्वराज और राजस्वरूप को पायगा की हथणी की नाल तक लाने का आह्वान किया। ठुमकते हुए अश्व पूजन स्थल पर पहुंचे। यहां पर राजसी वेश में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ बैठे थे। उन्होंने अक्षत, कुंकुम चढ़ाकर अश्वों की आरती की। नए आभूषण, वस्त्रादि अर्पित किए और आहार दिया, ज्वार धारण करवाई। बाद में, उपस्थित मेहमानों ने श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ को नजराना पेश किया। उन्होंने बैंड वादकों, पैलेस गार्ड की सलामी भी ली। इसके अलावा इस समारोह में 12 अन्य घोड़ेे भी लाए गए। इस समारोह में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के ट्रस्टी लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ सहित मेवाड़ के पूर्व ठिकानेदार एवं विदेशी मेहमान उपस्थित थे। समारोह का संचालन सोनिका सोनी ने किया।

हाईकोर्ट के फैसले पर बेबस नजर आ रहे निकायों के अधिकारी

प्रन्यास के बाद नगर परिषद ने नोटिस जारी किए

अध्यक्षों की बैठक में भी नहीं हो सका फैसला

उदयपुर, झील निर्माण निषेध क्षेत्र में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नगर विकास प्रन्यास का अनुसरण करते हुए नगर परिषद ने भी नोटिस जारी कर दिए है। इधर मंगलवार को नगर परिषद में समिति अध्यक्षों की सम्पन्न बैठक में आमजन को राहत दिलाने पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका।

हाईकोर्ट के फैसले की तलवार के नीचे अब आमजन का कटना तय है। नगर परिषद के अधिकारियों की गलती का खामियाजा जनता को अपने जीवन भर की पूंजी से बनाये मकान को तोडकर भरना है। अधिकारी अब कोर्ट के फैसले के आगे मजबूर है जनप्रतिनिधियों को कोई रास्ता नहीं सुझ रहा है और आम जनता की नींद और खाना हराम हो चुका है।

जोधपुर हाईकोर्ट से फैसले की सत्यापित प्रति आने के बाद सभापति, उपसभापति, कमीश्नर और समिति अध्यक्षों ने बैठक कर चर्चा की अवैध निर्माण तोडने की सूची को लेकर उनकेा राहत महसूस पहुंचाने को लेकर काफी बहस हुई लेकिन बात किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। कमीश्नर सत्यनारायण आचार्य का कहना है कि लोगों की सूचि २०११ में नगर परिषद द्वारा हाईकोर्ट को भेजी थी जो अवेध निर्माणों की सूचि थी और अब फैसले के बाद सात दिनों में मकान खाली करने व खुद मकान तोडने के नोटिस जारी कर दिये है सात दिनों के पश्चात नगर परिषद खुद तोडेगी और उसका व्यय मकान मालिक से लेगी। विधि विशेषज्ञों की राय में हाईकोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद ना के बराबर है और नगर परिषद हाईकोर्ट में अपील नहीं कर सकती क्यों कि परिषद स्वयं पार्टी है। इधर जनप्रतिनिधि भी हाईकोर्ट के फैसले के आगे बेबस नजर आये क्यों कि जनता को राहत देने का कोई रास्ता नहीं सुझ रहा।

इकतालीस की सूचि सत्य से परे : जिन ४१ नामों की सूचि परिषद ने भेजी वह सिर्फ शिकायत के आधार पर थी किसी निर्माण को लेकर पडौसी या अन्य द्वारा की गयी शिकायत और उसको दिये गये नोटिस के आधार पर २०११ में परिषद के अधिकारियों ने आनन फानन में बिना देखे बिना भौतिक सत्यापन के उनके नाम उन ४१ मे जोड कर भेज दिये इसमें विसंगतियां इतनी है कि परिषद के अधिकारियों को ही नहीं पता कि निर्माण किसका तोडना है क्यों कि देवाली व अन्य कई जगह उनको भी नोटिस जारी हुए है। जिन्होंने २० वर्ष पूर्व मकान बनाये थे और हाल में आवश्यकतानुसार दूसरी मंजिल पर एक दो कमरों के निर्माण में पूरा मकान गिराने के आदेश है। जनप्रतिनिधि इससे असहमत और कमीश्नर हाईकोर्ट के आदेश के आगे खुद की गलती अब जनता को भुगतनी है।

झीलों ओर आयड नदी की सफाई का ठेका : हाईकोर्ट के डण्डे के बाद परिषद अधिकारी और जनप्रतिनिधि सिधे हो गये है। जिस परिषद ने बोर्ड की बैठक में झीलों की सफाई के लिए साफ मना कर दिया था वहीं परिषद अब झीलों और आयड नदी का सफाई का जिम्मा संभाल रखी है और सफाई के ठेके की पूरी तैयारी कर चुकी है। मंगलवार को समिति अध्यक्षों की बैठक में तय हुआ कि प्रशासनिक समिति की बैठक जल्द ही बुला कर सफाई के ठेके के टेण्डर निकाले जाएगें।

ज्ञापन सौपें : युआईटी से ७३ को नोटिस मिलने के बाद पीडितों ने एक जुट होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा ओर आम जनता को राहत देेन की मांग की दिन में कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ एकत्र होकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।

2015 तक अहमदाबाद लाइन ब्रॉडगेज में बदल सकती है

उदयपुर.रेलवे की सभी महत्वपूर्ण लाइनों का आमान परिवर्तन हो चुका है। उदयपुर क्षेत्र के कुछ खंडों में मीटर गेज लाइन अभी मौजूद है। वर्तमान पंचवर्षीय योजना के तहत सभी लाइनों का बड़ी लाइन में विस्तार कर यूनीगेज में बदलने की योजना है। रेलवे बोर्ड मेम्बर इंजीनियरिंग ए.पी.मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2015 तक अहमदाबाद लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने का लक्ष्य है।

उन्होंने कहा कि पिछले माह उदयपुर क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान उदयपुर-हिम्मत नगर के बीच चल रहे आमना परिवर्तन कार्यो का जायजा लिया था। आमान परिवर्तन कार्यो में गति लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

2015 तक अहमदाबाद लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने का लक्ष्य है। उदयपुर क्षेत्र में मावली-बड़ी सादड़ी तथा मावली-मारवाड़ रेल खंडों का आमान परिवर्तन करना प्रस्तावित है। मीटर गेज लाइनें समाप्ति की ओर हैं। मीटर गेज की गाड़ियां सीमित संसाधनों से चलाई जा रही हैं।

छोड़ गया पालने में नवजात

उदयपुर.चित्रकूट नगर स्थित महेशाश्रम के पालने में अज्ञात मंगलवार शाम को मेल नवजात छोड़ गया। महेशाश्रम के संस्थापक देवेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार शाम 4.50 बजे चित्रकूट नगर में लगे पालने का अलार्म बजा।

आश्रम के साधक द्वारा देखने पर पालने में नवजात बच्च मिला। अग्रवाल ने बताया कि नवजात की उम्र लगभग एक दिन है।

बाल चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र सरीन ने नवजात की जांच की। नवजात को सामान्य रूप से स्वस्थ पाया गया है। जांच के लिए रक्त नमूने लिए गए हैं।

नवजात को लालन-पालन और संरक्षण के लिए महेशाश्रम में रखा गया है। महेशाश्रम के पालने में आया यह 77 वां नवजात है।

रेमण्ड शॉ रूम से नकदी व कपडे चोरी

उदयपुर, शहर के टॉउन हॉल रोड स्थित रेमण्ड शॉ रूम से चोर नकदी व कपडे चुरा ले गये।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार रात में आये चोर टाऊन हॉल रो$ड पर स्थित रेमण्ड शॉ रूम में घूसे चोर ६२ हजार रूपये नकदी तथा एक लाख रूपये से अधिक कीमत के कप$डे चुरा ले गये। सोमवार सवेरे इसका पता चलने पर मेनेजर मुम्बई निवासी धवल पुत्र सुभाष ठक्कर ने पुलिस को सूचना कर प्रकरण दर्ज करवाया। पूछताछ में पता चला कि मुम्बई निवासी अपूर्वा देसाई ने श्रीनाथ रिटेल के नाम से रेमण्ड की प्रें*चाईजी लेकर उत्त* शॉ रूम का २६ अगस्त को शुभारंभ किया था। शनिवार रात में मेनेजर शॉ रूम बन्द कर गया था। सोवार को सवेरे शॉ रूम खोला तो कप$डे बिखरे प$डे थे तथा गल्ले से नकदी गायब थी। चोर शॉ रूम के पिछवा$डे में स्थित सुनसान बिल्डींग के चेनल गैट का ताला तो$ड कर छत वाले रास्तें से शॉ रूम दरवाजे तक पहुचे। जहां सरिये से दरवाजे को उंचा कर अन्दर प्रवेश कर वारदात को अंजाम देकर उसी मार्ग से प*रार हो गये। रेमण्ड शॉ रूम से पहले उत्त* भवन में पूं*टोस शॉ रूम में दो बाद वारदात हुई थी। वारदात के बाद रात में शॉ रूम के बाहर ख$डी कार के चार टायर भी चोर चुरा ले गये।

अध्यापिका ने की आत्म हत्या

उदयपुर, । विषाक्त वस्तु सेवन करने से अचेत अध्यापिका की निजी चिकित्सालय में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इस पर पिता ने पति पर चरित्र पर सन्देह कर पुत्री को आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज करवाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शहर के अम्बामाता थानान्र्तगत एकलव्य कोलोनी निवासी नीरा(३५) पत्नी प्रमोद मीणा ने रविवार रात में विषाक्त वस्तु का सेवन कर लिया। जिसे अचेतावस्था में पति प्रमोद ने उपचार के लिए मल्ला तलाई स्थित अरावली चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां देर रात में उसकी मृत्यु हो गई। इसकी सूचना मिलने पर आये मृतका के पिता ओगणा निवासी पीथाराम पुत्र देवा मीणा ने प्रमोद पर चरित्र पर सन्देह कर उसके साथ मारपीट कर पुत्री को आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज करवाया।पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मृतका का पोस्टमार्टम करा शव उसके पिता को सुपुर्द किया। नीरा कोल्यारी स्थित राजकीय विद्यालय में तथा पति प्रमोद देव$डावास विद्यालय में अध्यापक पद पर कार्यरत है।

चंदन मिस्टर व सोनू मिस फ्रेशर

विद्यापीठ के एमसीए व बीसीए विभाग में फ्रेशर पार्टी का आयोजन

उदयपुर, राजस्थान विद्यापीठ कंप्यूटर एंड-आईटी विभाग में सोमवार को फ्रेशर पार्टी मनाई गई। इसमें एमसीए विभाग में चंदनसिंह को मिस्टर व सोनू नागदा को मिस फ्रेशर चुना गया। इसी तरह बीसीए में अमीर खान मिस्टर व भूमिका रानी मिस फ्रेशर चुनी गई। इससे पूर्व दोनों ही विभाग के स्टूडेंट्स ने जमकर नाच गाने का लुत्फ उठाया। जनसंपर्क अधिकारी घनश्याम सिंह भींडर ने बताया कि कार्यक्रम में देशा भक्ति, माता के भजनों, राजस्थानी तथा रिमिक्स सांग पर जमकर डांस किया। उसके बाद गरबा रास का आयोजन हुआ। इसमें स्टूडेंट्स के साथ साथ कर्मचारियों और प्रोफेसरों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत थे। अध्यक्षता आस्ट्रेलिया से आए प्रो. मुरे वुड्स ने थे। कार्यक्रम में केसरिया बालम…, एजी हां सा म्हारी.. मेरे देश की धरती…, माता ने बुलाया है.. आदि पर प्रस्तुतियां दी।

एचआईवी ग्रस्त बच्चों ने किया लेकसिटी का भ्रमण

उदयपुर, नारायण सेवा संस्थान गत २७ वर्षो से नि:शत्त* एवं असहाय की सेवार्थ जनपयोगी विभिन्न सेवा प्रकल्प करना आ रहा है। इसी क्रम में आश्रय केयर होम, जयपुर के तत्वावधान में बाल कल्याण समिति, जयपुर के २५ एचआईवी ग्रस्त बच्चों का समूह ११ सहयोगी स्टाप* के सानिध्य में दो दिवसीय भ्रमण के लिए नारायण सेवा संस्थान आया। संस्थान में बच्चों का आत्मीय स्वागत कर उनके आवास व भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था संस्थान के ब$डी स्थित आश्रम में की गई। डॉ. प्रशान्त अग्रवान ने बताया कि बच्चों एवं सहयोगी स्टाप* को संस्थान के विभिन्न पोलियो अस्पतालों का अवलोकन करा वहां हो रहे सेवा प्रकल्पों की जानकारी प्रदान की गई। दूसरे दिन बच्चों को उदयपुर भ्रमण करवाया गया।

झीलों की स्वच्छता के लिए प्रतिमाओं का इनमें न करे विसर्जित

विभिन्न संगठनों ने की अपील

उदयपुर, प्रतिमाएं झील में विसर्जित नहीं करने को लेकर सभी संगठन एक हो गरबा मण्डल से अनुरोध कर रहे है कि देवी प्रतिमाएं विसर्जन नहीं कर झीलों को स्वच्छ रखे।

झीलों में प्रतिमाएं विसर्जित ना हो झीलों की स्वच्छता बनी रहे इसके लिए बजरंग सेना, मेवाड शिव सेना आदि संगठन शहर के सभी गरबा मण्डलों से अपील कर रहे है कि प्रतिमाओं को झील किनारे प्रतिकात्मक विसर्जित कर सुरक्षित रख दिया जाए इसके लिए बजरंग सेना के कमलेन्द्र ङ्क्षसह पंवार ने बताया कि मेलडी माता मंदिर में प्रतिमाओं को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गयी है। मेवाड शिव सेना ने भी गरबा मण्डलों से झीलों में विसर्जन नहीं करने का आग्रह किया । तथा उन्होंने बताया कि गरबा महोत्सव के बाद झीलों में विसर्जन नहीं करने वालो को मेवा$ड शिव सेना द्वारा सम्मानित किया जाएगा।