गीतांजलि के छात्र की मौत

उदयपुर, शहर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र में एक ट्रक ने नर्सिंग छात्र को टक्कर मार दी। जिससे छात्र की मौके पर ही मौत हो गर्ई। घटना के बाद काफी संख्या में नर्सिंग छात्र मोर्चरी में एकत्रित हो गए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार चिराग (२०) पुत्र नारायण पाटीदार निवासी धम्बोला डूंगरपुर हाल सेक्टर ६ में किराए के कमरे में रहता था और गीताजंलि चिकित्सालय में नर्सिंग का द्वितीय वर्ष का छात्र है। मंगलवार को वह बाईक लेकर किसी काम से सवीना की ओर जा रहा था। रास्ते में पीछे से आ रहे एक ट्रक चालक ने ट्रक से नियंत्रण खो दिया और फुटपाथ पर जाकर इस बाईक को चपेट में ले लिया। जिससे इस युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलने पर मौके पर मृतक के परिजन पहुंचे। सुबह मुर्दाघर में मृतक के काफी संख्या में मित्र भी एकत्रित हो गए थे। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर लिया है। घटना के बाद से ही ट्रक चालक ट्रक छोडकर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक जब्त कर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

करंट लगने से युवक की मौत

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उदयपुर जिले के डबोक थाना क्षेत्र में एक टेंट हाउस के कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने मुआवजा राशी की मांग को लेकर हंगामा खडा कर दिया। टेंट हाउस संचालक की ओर से सवा दो लाख रूपए मुआवजा दिए जाने पर मामला निपटा।

पुलिस सूत्रों के अनुसार भगवतीलाल (३०) पुत्र मदनलाल नंगारची निवासी देवाली वर्तमान में खेमली स्टेशन स्थित तलिका टेंट हाउस में नौकरी करता है। मंगलवार को डबोक के रख्यावल गांव में आयोजित मेले में टेंट लगाने के लिए गया हुआ था। जिस स्थान पर वह टेंट लगा रहा था उसके उपर से ही खुले वायर जा रहे थे। काम करते समय अचानक भगवतीलाल का हाथ विद्युत के खुल वायरों से छू जाने पर वह गंभीर रूप से झुलस गया था। जिससे टेंट हाउस का संचालक बाबूलाल शर्मा ने एम.बी. चिकित्सालय में भर्ती करवाया। चिकित्सालय में उपचार के दौरान भगवतीलाल की मौत हो गई। इस सूचना पर सुबह दर्जनों की संख्या में मृतक के परिजन चिकित्सालय में पहुंचे और हंगामा खडा कर दिया। मृतक के परिजनों ने टेंट हाउस संचालक बाबूलाल शर्मा पर समय पर सूचना नहीं देने और एम.बी. चिकित्सालय में छोडकर भागने का आरोप लगाते हुए मौके पर बुलाने की मांग की। परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से भी इंकार कर दिया। करीब दो घंटे तक चले विरोध के बाद टेंट हाउस का संचालक एम.बी. चिकित्सालय में पहुंचा। परिजनों ने ५ लाख रूपए मुआवजे की मांग की। दोनों पक्षों के बीच हुई वार्ता में यह मामला २.२५ लाख रूपए में निपटा। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

मुख्य सचिव ने दिये वीडियो कान्फ्रेंसिंग महत्वपूर्ण निर्देश

प्रशासन शहरों के संग अभियान

उदयपुर, मुख्य सचिव सी.के.मेथ्यू ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि नवम्बर माह में शुरू हो रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान लोगों के लिये राहत भरा साबित हो सकता हे इसके लिये जिला कलक्टर सहित तमाम अधिकारी अभी से सर्वे कार्य एवं कार्यों का चिन्हिकरण करना प्रारंभ कर दें ताकि आयोजित होने वाले शिविरों में लोगों को मौके पर ही लाभान्वित किया जा सके ।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरी क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं के तत्काल निदान और विकास कार्यों को अंजाम देने के लिए प्रशासन शहरों की ओर अभियान पूरे राज्य की नगर पालिका, नगर परिषद् व नगर निगम में आयोजित किया जाएगा।

मुख्य सचिव ने राज्य के सभी जिला कलेक्टर्स से ‘प्रशासन शहरों के संग‘ अभियान की तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि शहरी क्षेत्रों की अधिकाधिक समस्याओं का समाधान हो। इसी उद्देश्य से कई कानून व नियमों में शिथिलता व ढील दी गई है तथा स्थानीय स्तर पर गठित एम्पावर्ड कमेटियों को पूर्ण अधिकार संपन्न बनाया गया है, जिससे मौके पर ही मामलों का निपटारा किया जा सके।

मुख्य सचिव ने निर्देश दिये हैं कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में दिये गये आदेश के अनुसार निकाय क्षेत्र की सिवायचक भूमि स्थानीय निकायों को स्थानांतरित कर दी जाए तथा इसकी पालना रिपोर्ट राज्य सरकार को भिजवायें। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिये कि निकायों को प्राप्त भूमि पर स्थानीय निकाय तारबंदी करवायें अथवा पिल्लर लगवाएं और इन पर अतिक्रमण न हो इसकी भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने आदेश दिये है कि शिविरों के संबंध में अधिकाधिक लोगों को जानकारी देने के लिए हर संभव प्रयास किये जाए। शिविर सुव्यवस्थित हो। संवेदनशीलता से लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाए। विशेष मामलों के संबंध में नगरीय विकास विभाग तथा स्थानीय निकाय निदेशालय से मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सकता है।

वीडियो कॉन्प्र*ेंस के दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ऊर्जा, सार्वजनिक निर्माण, राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय व अधिकारिता और महिला एवं बाल विकास विभाग के उच्चाधिकारियों ने शिविर के दौरान उनके विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्याें की जानकारी दी। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल, जिला कलक्टर विकास एस.भाले, आईएएस प्रशिक्षु होलियन लाल गुइटे, नगर विकास प्रन्यास के सचिव डॉ.आर.पी.शर्मा, नगर परिषद आयुक्त सत्यनारायण आचार्य, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक श्रीमती श्वेता फगडिया , जिला रसद अधिकारी एम.एल.चौहान, मुख्य आयोजना अधिकारी सुधीर दवे, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।

समस्त विद्यालयों के लिये होगी अब एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली

उदयपुर, भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष २०१२-१३ से प्रांरभिक शिक्षा के डाईस तथा माध्यमिक शिक्षा के सेमिस को एक ही कार्यक्रम में शामिल कर इसे यू-डाईस नाम दिया गया है।

जिला परियोजना समन्वयक मोहनलाल धोबी ने बताया कि जिला शिक्षा सूचना प्रणाली(डाईस) भारत सरकार का समयबद्घ कार्यक्रम है अत: राज्य में ‘‘शिक्षा के अधिकार‘‘ कानून के परिप्रेक्ष्य में जिले के समस्त सरकारी/गैर सरकारी (मान्यता/गैर मान्यता प्राप्त) प्रावि,उप्रावि,मावि,उमावि, मदरसा एवं केन्द्रीय बोर्ड के समस्त विद्यालय ( जिनमें कक्षा १ से १२ का अध्ययन कराया जाता है) द्वारा इसमें वैध व विश्वसनीय सूचना भरी जाना आवश्यक है। डाटा कैप्चर फॉर्मेट (डीसीएफ) के माध्यम से इन विद्यालयों में पढने वाले बच्चों एवं विद्यालय सम्बंधी विभिन्न जानकारी संकलित कर एकीकृत कम्प्यूटरीकृत डाटाबेस तैयार किया जाना है। जिससे बेहतर शैक्षिक नियोजन आगामी वर्षाे में सुनिश्चित हो सके। भारत सरकार एवं न्यूपा नई दिल्ली द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर के माध्यम से डाटा प्रविष्टि, वर्गीकरण व सारणीयन कर विभिन्न मानक रिपोर्ट तैयार की जायेगी। जिले के समस्त ब्लॉकों में यू-डाईस हेतु डीसीएफ प्रपत्र का वितरण एवं इन्हें भरने का प्रशिक्षण दिया गया है।

हवाई दिलासे दे रहे है जनप्रतिनिधि

निर्माण निषेध क्षेत्र का मामला

किसी जनप्रतिनिधि ने विधि नेताओं से नहीं की चर्चा

उदयपुर, निर्माण निषेध क्षेत्र में नोटिस के बाद एक ओर जहां नोटिस मिलने वाले परेशान हुए दर-दर भटक रहे है दूसरी और जनप्रतिनिधि बिना दुख दर्द समझे सिर्फ हवा में बाते कर रहे है। हाईकोर्ट के आदेश आये एक महिना से ज्यादा हो चुका है लेकिन जनता को राहत देने के लिए अभी तक किसी ने प्रभावी कदम नहीं उठाया।

हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार देखे तो उदयपुर शहर के करीब १.५० लाख जनता निर्माण निषेध क्षेत्र की चपेट में है और २५ हजार मकान और करीब दर्जन भर कालोनियां आ रही है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूआईटी और नगर परिषद ने करीब १५० मकानों को नोटिस भेजे नोटिस पाने वालो के साथ उन क्षेत्रों के लोगों की नींदे भी उडी हुई है। प्रभावित लोग एक जनप्रतिनिधि से दूसरे जनप्रतिनिधि के दर पर भटक रहे है। लेकिन सभी ने अभी तक सिर्फ आश्वासन ही दिये है अभी तक किसी नेता, जनप्रतिनिधि या उच्च अधिकारी ने जनता को राहत देने के लिए कोई कानूनी सलाहकार से चर्चा नहीं की सारी बाते बस हवा में की जा रही है।

किसी भी पार्टी के नेता हो: नगर परिषद सभापति ने १५ दिन पूर्व कहां था हम सहमति करेगें जनताको राहत दिलायेगें लेकिन अभी तक वह दिन नहीं आया। किरण माहेश्वरी ने भी राहत की बात कही लेकिन किसी कानूनी जानकारी से राय लेकर आगे का कोई कदम नहीं उठाया। शहर विधायक ने भी ज्ञापन दिया,जनता को राहत देने के वादे किये लेकिन किया क्या ना तो किसी कानून के जानकार से राय ली न ही कोई वकील से सम्पर्क किया। यही हाल कांग्रेसी नेताओं का भी है । सांसद रघुवीर मीणा, ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा, इन्होने भी जनता को बहलाने के लिए सिर्फ आश्वासन दिये ना तो मुख्यमंत्री से सम्पर्क साधा ना ही अधिकारियों से जानकारी मांगी। हाईकोर्ट के आदेश का भी किसी ने सही ढंग से अध्ययन नहीं किया। कानून के जानकारों के अनुसार आदेश में साफ लिखा है कि अवेध निर्माण तोडे जाये। उसमें कही नहीं लिखा कि मकानों को तोडा जाय और यूआईटी नगर परिषद जिनको नोटिस दे रही है। व सिर्प* खाना पूर्ति के लिए भेजी गयी सूची थी उन सूचि में किसी के नाम से आदेश नहीं है इसका मकान तोडा जाय। जिन व्यवसायिक अवेध निर्माणों को तोडना या उनके नामों सहित हाईकोर्ट ने आदेश दिये है। यूआईटी, नगर परिषद और प्रशासनिक अधिकारी आम जनता के बीच में लाकर एक गलती कर चुके है और अब और गलती करने जा रहे है।

राजस्थान जनजाति आयेाग के उपाध्यक्ष दिनेश तरवाडी ने प्रभावी कदम उठाते हुए सोमवार को पीडितों के साथ जयपुर जाकर मुख्यमंत्री से वार्ता की। जहां पता चला कि मुख्यमंत्री आम जनता पर बरसने वाले कहर से ही अंजान है उन्हे ना तो किसी अधिकारी ना ही अपनी पार्टी के स्थानिय नेताओं ने सूचित किया जितने भी ज्ञापन आये बस रद्दी की टोकरी में पहुंच गये।

कानूनी जानकारों का कहना है कि अगर जनता को सही तरीके से पैरवी की जाए तो मकान को टूटने से बच सकते है।

विशालकाय अजगर बस्ती क्षेत्र में घुसा

उदयपुर, वाईल्ड एनीमल रेस्क्यू सेंटर की टीम ने मंगलवार को बस्ती क्षेत्र में घुस आए एक विशाल अजगर को पकड कर वन क्षेत्र में छोडा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के मल्लातलाई स्थित एकलव्य कालोनी निवासी गुड्डू भाई घोडे वाले के घर में अचानक एक विशालकाय अजगर घुस गया। सूचना मिलने पर एनीमल रेस्क्यू टीम के चमन ङ्क्षसह के नेतृत्व में एक दल ने घटनास्थल पहुंच कर अजगर को नियंत्रित किया। चमन ङ्क्षसह ने बताया कि अजगर की लम्बाई साढे पन्द्रह फीट थी। यह अजगर संभवतया पिछोला झील से इधर प्रवेश कर गया। टीम बाद में अजगर को उबेश्वर वन खण्ड के कलेर वन क्षेत्र में ले जाकर छोड दिया।

एसीबी ने न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी पर दी दबिश

३७ हजार ५०० रूपये जप्त

जांच जारी

चित्तौडगढ, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चितौडगढ की टीम ने आकस्मिक जांच के दौरान न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी (आरएए) के रीडर से ३७ हजार पांच सौ रूप्ये बरामए किए है। बरामद किए गए रूपये के संबंध में जांच की जा रही है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक भूपेन्द्रसिंह चुण्डावत ने बताया कि पूरण धाकड नामक व्यक्ति ने ब्यूरो ने मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई कि न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी कार्यालय में रीडर शांतिलाल द्वारा फाईलो को पुरानी तारीखो में फैसला लिखवाया जाकर स्थानान्तरित व रिटायर्ड हो चुके राजस्व अपील अधिकारी सोहन पालीवाल से हस्ताक्षर करवाए जा रहे है व लोगो ने रूपये लिए जा रहे है।

इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्रसिंह, सीबाई जयमल, ईश्वरसिंह, दलपतसिंह, रमेशचन्द्र, भंवरसिंह, भारतसिंह, शेरसिंह, श्रवणिसिंह आदि ने न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी कार्यालय में आकस्मिक जांच की। इस दौरान रीडर शांतिलाल के कब्जे से ३७ हजार पांच सौ रूपये नकद बरामद हुए। राशि के बारे में पुछे जाने पर उसने यह राशि छोगालाल जाट की होना बताया। इस पर छोगालाल जाट को टीम ने फोन किया तो उसने यह राशि अपनी होने से मना कर दिया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कार्यालय से ६६ फाईले जप्त की है व समाचार लिखे जाने तक न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी कार्यालय में जांच चल रही थी।

रश्मी की जगह अब वर्षा कुलकर्णी देगी कार्यक्रम

दशहरा-दीपावली मेला

उदयपुर, नगर परिषद की ओर से आयोजित होने वाले दिपावली दहशरा मेले में रश्मि देसाई की जगह अब वर्षा कुलकर्णी को बुलाना तय हुआ है।

दिपावली दशहरा मेला में आयोजकों द्वारा ७ नवम्बर को रश्मि देसाई नाईट करवाया जाना तय हुआ था लेकिन रश्मि देसाई की व्यस्तता की वजह से आने में असमर्थता जताई। मेले में ९ नवम्बर की संध्या में उपासना सिंह और नेहा माजरा की प्रस्तुति होगी।

मेला संयोजक धनपाल स्वामी ने बताया कि दस दिवसीय मेले में होने वाले कार्यक्रम मंगलवार को फाइनल कर दिये है। मेला ४ नवम्बर को भव्य आतिशबाजी के साथ शुरू हो जाएगा। मेले को लेकर परिषद प्रांगण में तैयारियां तेज हो गयी है। झुला चकरी वाले भी अपना ताम जाम के साथ प्रांगण में आ चुके है। सुखाडिया रंगमंच के बाहर स्टेज लगने का कार्य शुरू हो गया है।

स्थानिय कलाकारों का भी फाइनल ओडिशन मंगलवार से शुरू हो गये। स्थानिय प्रतिभाओं द्वारा मेले के पहले दो दिन प्रस्तुति दी जाएगी। मेले में प्रस्तुति के लिए ५० प्रतिभाओं का चयन किया गया है।

ड्रोप्सी से वागड में दशहत

उदयपुर से आई टीम कर रही है चिकित्सा

डूंगरपुर, जिले के सीमलवाडा पंचायत समिति अन्तर्गत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों ड्राप्सी नामक बीमारी का कहर बरपा हुआ है। और उससे पीडित ३९ मरीज अब तक सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराये गये है। जिनका उदयपुर से आई विशेष टीम इलाज कर रही है। वही दूसरी ओर इस क्षेत्र में सरसों के तेल की खुली बिक्री पर प्रशासन द्वारा बेचने पर पाबंदी लगा दी है क्यों कि प्रारंभिक लक्षणों में उक्त बीमारी सरसों के तेल के कारण ही पनपने के आसर मिले है। तथा इस रोग ने पीठ क्षेत्र के आस-पास अपने पांव पसारे हुए है। जिनमे अधिकांश बच्चे भी इसके शिकार हुए है। जिससे कई मरीजों के तो पांव में मवाद भी फैल चुका है। अचानक इस रोग के मरीजों की संख्या में आई तेजी के बाद प्रशासन हरकत में आया। तथा राज्य स्तर पर इसकी जानकारी पहुंचने पर प्रमुख शासन सचिव खाद्य एवं चिकित्सा के निर्देशों पर एक टीम चिकित्सकों की डूंगरपुर भेजी गई तथा वर्तमान में हरिदेव जोशी सामान्य चिकित्सालय के आई वार्ड में भर्ती रोगियो का इलाज किया जा रहा है। इस रोग को लेकर इन दिनों वागड अंचल में दशहत का माहौल बना हुआ है।

गृह विज्ञान की छात्राओं ने जानी सूचना केन्द्र की गतिविधियां

उदयपुर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय की तृतीय वर्ष की छात्राओं ने मंगलवार को सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय का अवलोकन किया और जनसम्पर्क तथा संचार प्रबन्धन की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की।

महाविद्यालय की सहायक आचार्य डॉ. आशा गोदावत के नेतृत्व में छात्राओं ने ‘जनसम्पर्क एवं संचार प्रबन्धन‘ पर समाचार संग्रहण सूचना प्रौद्योगिकी, संचार संसाधनों, समाचार प्रेषण, प्रिन्ट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया की भूमिका आदि की जानकारी प्राप्त की।

महत्वपूर्ण है सूचना केन्द्र-सूचना केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी लेने के बाद तृतीय वर्ष की कोटावासी सुश्री वर्षा हाडा एवं सुश्री निर्मला वर्मा(श्रीगंगानगर) ने बताया कि पत्रकारिता एवं सूचना प्रौद्योगिकी की प्रेक्टिकल जानकारी उनके जीवन में बहुत काम आएगी। शोध एवं सन्दर्भ अनुभाग के प्रभारी श्री एल.आर.शर्मा ने छात्राओं की विभिन्न जिज्ञासाओं को शांत किया।