बेग काट कर एक लाख रूपये चुरा ले गए उचक्के

उदयपुर, बस में सवार दो बदमाश वृद्घा को झांसा देकर अटैची से जेवर चुरा ले गए। अन्यत्र विवाह समारोह से चोर बेग से एक लाख की नकदी चुरा ले गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार हिरणमगरी सेक्टर ११ सरदार पटेल नगर निवासी सरस्वती देवी पत्नी यमुना प्रसाद दाधीच २८ नवम्बर को विवाह समारोह में जाने के लिए उदियापोल रोडवेज बस स्टेण्ड पर बस मे बेठी। इस दौरान दो बदमाश ने भीड में मदद कर सरस्वती से अटैची पास रखवा सीट पर बिठा दिया। रास्ते में बदमाश सुटकेस का ताला खोल कर सोने का नेकलेस व छह चुडिया चुरा बस से उतर कर प*रार हो गए। कांकरोली विवाह समारोह में पहुंचने पर सरस्वती देवी ने सुटकेस देखा तो ताला खुला हुआ एवं उसमें रखे आभूषण गायब थे। पता चलने पर सरस्वती देवी के पुत्र हेमन्त ने सूरजपोल थाना पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाया। इसी तरह माली कालोनी टेकरी निवासी राकेश कुमार पुत्र मदन लाल गुप्ता ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ नकदी चुरा ले जाने का प्रकरण घंटाघर थाना पुलिस में दर्ज करवाया कि ३० नवम्बर को समोर बाग मे बहिन के विवाह समारोह का आयोजन था । इस दौरान रिश्तेदार शशि गुप्ता के हाथ में रखे बेग को काट कर चोर एक लाख रूपये नकदी चुरा ले गया।

 

बार अध्यक्ष पद पर घमासान मुकाबला

छह पदों के लिए २० नामांकन दाखिल हुए

उदयपुर, बार एसोसिएशन चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन शनिवार को छह पदों के लिए २० नामांकन पत्र दाखिल हुए। अध्यक्ष पद पर चतुर्थकोणीय मुकाबला होगा।

बार महासचिव महेन्द्र नागदा ने बतायाकि बार एसोसिएशन में ६ पदों के लिए १६ दिसम्बर को होने वाले चुनाव के लिए आज नामांकन के अंतिम दिन कुल २० नामांकन भरे गए। जिसमें ४ अध्यक्ष पद के लिए ४ उपाध्यक्ष पद के लिए ३ महासचिव के लिए दो सचिव के लिए ३ वित्त सचिव के लिए ४ पुस्तकालय अध्यक्ष के लिए नामांकन भरे गए। अध्यक्ष पद के लिए भरने वालों में पूर्व विधायक प्रफुल्ल करणपुरिया, वर्तमान अध्यक्ष भरत जोशी, मनोज श्रीमाली व कमलेश दवे शामिल है।

मुकाबला कडा हे : पूर्व अध्यक्ष प्रफुल्ल करणपुरिया के नामांकन भरते ही बार में राजनीति गर्मा गयी है और सीनियर ओर जूनियर के मुद्दे को लेकर बहस छीडी है जबकि कई वरिष्ठ वकील वर्तमान अध्यक्ष भरत जोशी के पक्ष में है कि वत्रमान अध्यक्ष भरत जोशी का कार्यकाल अच्छा रहा ओर उन्हें फीर मौका मिलना चाहिए। इधर अगर पार्टी के हिसाब से माने तो भाजपा समर्थक उम्मीदवार सिर्फ भरत जोशी ही है इस आधार पर इनके जीतने की संभावना पूर्ण बनी हुई है। मनीष श्रीमाली ओर कमलेश दवे कांग्रेस समर्थक होने से आपस में ही टकराव के हालात बने हुए है।

७ दिनों की हडताल पर वकील : महासचिव महेन्द्र नागदा ने बतायाकि उदयपुर कोर्ट में सात दिनों के लिए न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया जा रहा है। एसीबी कोर्ट के तहत भीलवाडा जिले का कार्य भार उदयपुर जिले को देने के स्थान पर अजमेर को सौंप दिया इसी के विरोध में अधिवक्त शनिवार को हडताल पर रहे तथा राजस्थान एडवोकेट संघर्ष समिति के आव्हान पर अधिव्ताओ की वेलफेयर फंड राशि बढाये जाने, स्थायी फंड ,भूखण्ड आंवटन सहित अन्य मांगो को लेकर हडताल का आव्हान किया है।

जेवरात चुरा ले गये चोर

उदयपुर, शहर के भटियानी चौहटटा क्षेत्र में स्थित सूने मकान से चोर सोने चांदी के जेवर व नकदी चुरा ले गये।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गत दिनों भटियानी चौहटृटा निवासी दुर्गाशंकर पुत्र तुलसीराम शर्मा के मकान की छत के दरवाजे में छेद कर अंदन घुस चोर दिवार में लगे दो सेप* खोल ले गये जिसमे ५ तोला वजनी सोने के बटन की लडयों की माला, चांदी का गिलास, चम्मच, १८ सिक्के, १ लाख ५० हजार के किसान विकास पत्र, १ लाख की एसफडी के दस्तावेज व ३० हजार रूपये नगद व बैंक लॉकर की चाबी चुरा ले गये। दुर्गाशंकर चित्तौडगढ बिरला सीमेंट में काम करते हुए परिवार के साथ वहीं रहता है। २२ नवम्बर को पैतृक घर आया तो दरवाजा खुला था। छत के किवाड में सुराग था तथा कमरों के ताले टूटे हुए एवं दिवार में लगे दो सेफ गायब थे। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

400 नि:शक्त युवक-युवतियों की निकली बिन्दौली

नि:शुल्क, नि:शक्त युवक-युवतियों का परिचय व विवाह समारोह

उदयपुर नारायण सेवा संस्थान के बडी ग्राम स्थित सेवा महातीर्थ में शनिवार का सूर्योदय अविवाहित नि:शक्त बन्धु-बहिनों के लिये सात जन्मों के रिश्तों की सौगात लेकर आया। मौका था १९ वें विकलांग युवक-युवती परिचय सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह समारोह का। जिसमें उदयपुर सम्भाग सहित देश के विभिन्न प्रान्तों से हिन्दू, मुस्लिम, सिख व ईसाइ परिवारों के परिजन विवाह योग्य नि:शक्त पुत्र-पुत्रियों को लेकर पहुंचे। सर्वधर्म संभाव के प्रतीक रूप इस समारोह में धर्म माता-पिता के रूप में कन्यादान का पुण्य अर्जन करने के लिये भी बडी संख्या में देश भर से लोग आये। विशाल पाण्डाल के भव्य मंच पर परिचय सम्मेलन का उद्घाटन दीप-प्रज्ज्वलन व श्रीगणेश स्तुति के साथ संस्थान संस्थापक डॉ. कैलाश ’मानव’, मुख्य अतिथि तेजपालसिंह जी नोएडा व परम विशिष्ट अतिथि हरिश जी जिन्दल नई दिल्ली सहित अन्य अतिथियों ने किया।

इस परिचय सम्मेलन में ४०० युवक-युवतियां अपना परिचय देते हुए जीवन साथी का चुनाव करेंगे। समारोह में उपस्थित नि:शक्त युवक-युवतियों, उनके परिजनों व अतिथियों का स्वागत संस्थान अध्यक्ष डॉ. प्रशान्त अग्रवाल व निदेशक देवेन्द्र चौबीसा ने किया। संस्थान निदेशक श्रीमती वंदना अग्रवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह हेतु आये युवक-युवतियों ने अपना परिचय बडी ही बेबाकी से देते हुए अपने भावी जीवन साथी के बारे में अपनी अपेक्षाए बताई। मंदसौर से आये शौकत अली ने कहा कि मैं उससे विवाह करना चाहूंगा जो मेरी भावना को समझ सकें, और मैं जैसा भी हूं उसी रूप में मुझे दिल से स्वीकार करे। जबलपुर से आई सुश्री नेहा अग्रवाल ने कहा कि वे उसे अपना जीवन साथी चुनेंगी जो उनकी शारीरिक विकलांगता को नजर अंदाज करते हुए उन्हें यथा रूप में पूर्णतया स्वीकार करे। पंजाब से आई जसबीर कौर ने बताया कि वह पोलियो ग्रस्त है लेकिन बैसाखी के सहारे अपना काम काज कर लेती है। उसे ऐसे जीवन साथी की तलाश है जो शेष जीवन में हंसता-गाता उसका हमसफर बन सके।

डॉ. प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि परिचय सम्मेलन के उपरान्त अपरान्ह ३.०० बजे ३० सुसज्जित बग्गीयों, बैण्ड बाजों के साथ झूमते-गाते हुए भावी युगलों की भव्य बिन्दौली टाउन हॉल से देहलीगेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल होते हुए चेटक सर्कल तक निकाली गई। इसके बाद ये युगल बसों से सेवामहातीर्थ बडी पहुंचे जहां ७ बजे उनकी मेहन्दी की रस्म अदा हुई। उसके उपरान्त रात्रि में महिला संगीत का आयोजन हुआ। रविवार को चयनित जो$डों का सामूहिक विवाह भव्य पाण्डाल में ५१ पण्डितों की उपस्थिति में प्रात: १० बजे वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा सम्पन्न होगा।

राजकीय शोक के कारण रंगशाला में नाट्य मंचन स्थगित

उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या रंगशाला के अंतर्गत रविवार 2 दिसम्बर को शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में आयोजित नाट्य संध्या पूर्व प्रधानमंत्री श्री आई. के. गुजराल के देहावसान पर राजकीय शोक के कारण स्थगित रखी गई है

दुनिया की तस्वीर पिछले 24 घंटों में,1-12-2012

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दुबई में फुटबॉल मैच के दौरान स्कॉटलैंड और फिजी के खिलाड़ी कुछ इस तरह से भिड़ गए.

ऑस्ट्रेलिया में संगीत समारोह के दौरान प्रदर्शन करते गायक टेलर स्विफ्ट

कोरियन पॉप बैंड के सदस्य एक समारोह के दौरान

फिलीपींस में श्रम नीतियों के विरोध में लोगों ने राष्ट्रपति का पुतला फूंका

बांग्लादेश में कपड़ा फैक्ट्री में लगी आग में 112 लोगों की मौत हो गई. इस घटना के विरोध में लोगों ने बड़ा प्रदर्शन किया

बर्मा में एक खान के बाहर विरोध प्रदर्शन में घायल हुए लोगों को याद करते भिक्षु

जर्मन संसद ने ग्रीस को 44 अरब डॉलर के राहत पैकेज को मंजूरी दे दी

कांगो गणराज्य के गोमा में पुलिसकर्मियों का जमावड़ा, जहां पिछले दिनों विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया था.

सो. बी बी सी

पुरुष इसे न पढ़ें…. ये खबर महिलाओं के लिए ही है…

असंतुलित खान-पान और अन्य कारणों के चलते कई महिलाओं का शरीर पूर्ण विकसित नहीं हो पाता है, अगर आपके साथ भी ये समस्या है तो रोजाना कुछ देर गोमुखासन करें। इस आसन के नियमित प्रयोग से महिलाओं को पूर्ण सौंदर्य प्राप्त होता है। साथ ही फेफड़ों से संबंधित बीमारियां तथा अन्य बीमारियों को दूर रखता है गोमुखासन।इस आसन में हमारी स्थिति गाय के मुख के समान हो जाती है, इसलिए इसे गोमुखासन कहते हैं। स्वाध्याय एवं भजन, स्मरण आदि में इस आसन का प्रयोग किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी हैं।

 

गोमुखासन की विधि

 

किसी शुद्ध वातावरण वाले स्थान पर कंबल आदि बिछाकर बैठकर जाएं। अब अपने बाएं पैर को घुटनों से मोड़कर दाएं पैर के नीचे से निकालते हुए एड़ी को पीछे की तरफ नितम्ब के पास सटाकर रखें। अब दाएं पैर को भी बाएं पैर के ऊपर रखकर एड़ी को पीछे नितम्ब के पास सटाकर रखें। इसके बाद बाएं हाथों को कोहनी से मोड़कर कमर के बगल से पीठ के पीछे लें जाएं तथा दाहिने हाथ को कोहनी से मोड़कर कंधे के ऊपर सिर के पास पीछे की ओर ले जाएं। दोनों हाथों की उंगलियों को हुक की तरह आपस में फंसा लें। सिर व रीढ़ को बिल्कुल सीधा रखें और सीने को भी तानकर रखें। इस स्थिति में कम से कम 2 मिनिट रुकें।

 

फिर हाथ व पैर की स्थिति बदलकर दूसरी तरफ भी इस आसन को इसी तरह करें। इसके बाद २ मिनट तक आराम करें और पुन: आसन को करें। यह आसन दोनों तरफ से ४-४ बार करना चाहिए। सांस सामान्य रखें।

 

गोमुखासन के लाभ

 

इस आसन से फेफड़े से सम्बन्धी बीमारियों में विशेष लाभ होता है। इस आसन से छाती को चौड़ी व मजबूत होती है। कंधों, घुटनों, जांघ, कुहनियों, कमर व टखनों को मजबूती मिलती है तथा हाथ, कंधों व पैर भी शक्तिशाली बनते हैं। इससे शरीर में ताजगी, स्फूर्ति व शक्ति का विकास होता हैं। जिसके घुटनों मे दर्द रहता है या गुदा सम्बन्धित रोग है उन्हें भी गोमुखासन करना चाहिए।

 

गुजरात चुनाव की तीन देवियाँ

गुजरात विधान सभा चुनावों में कौन हैं वो तीन देवियाँ जो राजनीति के मैदान में अचानक प्रकट हो गईं हैं. किन सीटों से खड़ीं हैं यह देवियाँ और किसे मिलेगा इनका श्राप या आशीर्वाद.

 

 

श्वेता भट्ट

 

श्वेता भट्ट का ना राजनीति से ना ही कॉंग्रेस पार्टी से अब तक कोई खुला या लंबा नाता रहा है.

गुजरात के चर्चित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता भट्ट क्लिक करें नरेन्द्र मोदी को उनके गढ़ मणि नगर से चुनौती दे रहीं है. श्वेता के पति संजीव भट्ट की प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से ठनी हुई है. श्वेता भट्ट ने अपना पर्चा दाखिल कर दिया है.

संजीव भट्ट नरेन्द्र मोदी को गुजरात में साल क्लिक करें 2002 में हुए दंगों का ज़िम्मेदार ठहराते रहे हैं. भट्ट को गुजरात सरकार उनके आरोप लगाने के बाद एक अन्य मामले में जेल भी भेज चुकी है.

 

श्वेता भट्ट का ना राजनीति से ना ही कॉंग्रेस पार्टी से अब तक कोई खुला या लंबा नाता रहा है. यह उनकी पहली राजनीतिक पारी होगी.

 

इस चुनाव में यह उम्मीद किसी को नहीं है की वो नरेन्द्र मोदी को पछाड़ना तो दूर उनकी मणि नगर सीट पर मोदी को परेशान भी कर पाएंगी. कॉंग्रेस इस टिकट से एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रही है जो कि गुजरात ही नहीं गुजरात के बाहर भी काम करे.

 

भारतीय जनता पार्टी के अनुसार श्वेता भट्ट के लड़ने से यह साफ़ हो गया है की उनके पति द्वारा लगे गए सभी आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित थे.

 

जागृति पंड्या

 

जागृति का कहना है कि वो अपने पति के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए लड़ रही हैं.

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता स्वर्गीय क्लिक करें हरेन पंड्या की पत्नी जागृति केशु भाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी के टिकट से अहमदाबाद के एलिसब्रिज क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं. उनके खिलाफ होंगे नरेन्द्र मोदी के ख़ास माने जाने वाले विवादास्पद नेता अमित शाह.

गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री रहे हरेन पंड्या एक ज़माने में नरेन्द्र मोदी के बेहद नज़दीकी थे. राजनीतिक पत्रकार अजय उमठ का कहना है कि पंड्या को पहला विधानसभा का टिकट दिलाने वाले मोदी थे. बाद में पंड्या केशुभाई पटेल और संजय जोशी के पक्के समर्थक हो गए और मोदी के राजनीतिक शत्रु.

 

साल 2003 में वो रहस्यमय हालात में अपनी कार में मृत पाए गए. कथित रूप से उनकी हत्या ‘चरमपंथियों’ ने की थी, लेकिन उनकी हत्या के आरोप में पकड़े गए सभी लोगों को अदालत ने निर्दोष करार दे दिया. अभी तक यह नहीं पता लगा है कि उनकी हत्या के पीछे कौन था.

 

जागृती पंड्या का कहना है कि उनके पति के हत्यारों को पकड़ने में किसी ने कोई रूचि नहीं दिखाई और अब वो न्याय के लिए और अपने पति के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए लड़ रही हैं.

 

जागृति भी जीतेंगी इसकी संभावना बहुत ही कम है लेकिन उनके माध्यम से उनकी पार्टी चर्चा में तो आ ही जायेंगी और अगर वो जीत गईं तो यह शायद गुजरात चुनावों के सबसे बड़े उलट फेर में से एक माना जाएगा.

 

संगीता पाटिल

 

 

संगीता पाटिल गुजरात के सूरत की लिंबायत सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरीं हैं. राजनीतिक अनुभव के नाम पर उनके खाते में केवल नरेन्द्र क्लिक करें मोदी समर्थक महिला मंडल की उपाध्यक्ष होना लिखा है. इस संगठन का दावा है कि उनकी सदस्य संख्य 75000 है.

 

इस संगठन की महिलाओं को कमल फूल बनी साड़ियाँ पहन कर नरेन्द्र मोदी और भाजपा की रैलियों में शिरकत करने के लिए सबसे ज़्यादा जाना जाता है.

 

किसी ज़माने में एक स्थानीय केबल टीवी चैनल की मराठी भाषी यह नेता अपना टिकट घोषित होने के बाद भाजपा के स्थानीय कार्यकार्ताओं के गुस्से का निशाना बनी.

 

लिंबायत सीट पर यूं तो मराठी भाषी मतदाताओं का खासा जोर है लेकिन भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता उन्हें बाहरी करार दे रहे हैं.

 

स्थानीय नेता उन्हें महज़ सी आर पाटिल का शिष्य करार दे रहे हैं उससे ज़्यादा कुछ नहीं.

 

पाटिल के जीतने की संभावना पंड्या और भट्ट से ज़्यादा है. अव्वल तो वो भाजपा के टिकट पर एक ऐसी सीट से लड़ रही हैं जहाँ शहरी मतदाता ज़्यादा है जिसमे भाजपा की काफी पैठ है.

 

दूसरे उनके खिलाफ कॉंग्रेस और एनसीपी दोनों ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं जिससे भाजपा विरोधी मतों के बंटवारे की संभावना बढ़ गयी है.

 

एनसीपी ने जहाँ राजदीप उर्फ़ ज़हीर खान पठान को चुनाव में उतारा है वहीं कॉंग्रेस के टिकट से मराठी दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेता सुरेश सोनवाने मैदान में हैं.
सो . बी बी सी

सावधानी के साथ जरुरी हे जागरूकता !

विश्व एड्स दिवस पर सामुदायिक केंद्र साकरोदा में व्याख्यानमाला

उदयपुर. एड्स एक धीमी और जानलेवा बिमारी है। इसका असर श्वेत रक्त कोशिकाओं में संक्रमण के दस वर्षों बाद सामने आता है। तब तक यह रोग पूरे शरीर में फैल चुका होता है। वैज्ञानिक स्तर पर इसके प्रति सावधानी रखना आवश्यक है, साथ ही लोगों को इस बिमारी के प्रति जागरुक करना भी आवश्यक हो चुका है। यह जानकारी राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने दी। अवसर था, सामुदायिक केंद्र साकरोदा में विश्व एड्स दिवस पर आयोजित एक दिवसीय व्याख्यानमाला का। इस अवसर पर आदिवासी महिलाओं ने ढोल नगाड़ो के साथ रैली निकाली तथा लोगों को इस रोग के प्रति सचेत रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक डॉ. मंजू मांडोत थीं तथा अध्यक्षता डॉ. ललित पांडे ने की। इस अवसर पर एमबी अस्पताल की डॉ. नीरा सामर ने प्रमुख वक्ता के रूप में विषय पर गहन जानकारी उपलब्ध करवाई।

सावधानी से ज्यादा जागरुकता जरूरी : एमबी अस्पताल की डॉ. नीरा सामर ने इस अवसर पर कहा कि रोग के प्रति सावधानी जितनी जरूरी है, उतनी ही जरुरत जागरुकता की भी है। एड्स रोगी के प्रति सहानुभूति रखना बेहद जरूरी है। उसे यह रोग किस कारण से हुआ है, वो अहम है। इस अवसर पर डॉ. सामर ने रोग के होने के कारण, निवारण और उसके प्रति रखी जाने वाली जानकारी की भी जानकारी दी।

आदिवासी महिलाओं ने लिया संकल्प : कार्यक्रम के दौरान साकरोदा के आसपास के 15 गांव की 60 महिलाओं ने एड्स की सावधानी और जागरुकता के प्रति अपने परिवार से पहल करने का संकल्प लिया। महिलाओं ने कहा कि वे अपने घर से ही इस रोग के प्रति शुरूआत करेंगी। साथ ही इस रोग की जागरुकता एवं सावधानियों के लिए भी नियमित संकल्पबद्ध रहेगी। कार्यक्रम का संचालन जनता कॉलेज के सहायक आचार्य चितरंजन नागदा ने किया तथा धन्यवाद साकरोदा जनभारती केंद्र के प्रभारी राकेश दाधीच ने किया। स्वागत भाषण हरिश गंधर्व, डॉ. संजीव राजपुरोहित ने भी विचार व्यक्त किए।

 

कलर्स पर खोज परक धारावाहिक शैतान-ए क्रिमनल माइंड शुरू

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कलर्स पर खोजपरक धारावाहिक शैतान-ए क्रिमनल माइंड शनिवार से शुरू हुआ है। अभिनेता शरद केलकर होस्ट है।यह धारावाहिक अपराधियों के मनोभावों यानी हमारे दिमाग में बैठे शैतान के विश्लेषण पर केंद्रित है। इस धारावाहिक ने शरद के नरम पक्ष की खोज की है। कहानियों के बारे में शरद का कहना है, दुनिया कितनी अलग और कठिन है यह जानकर मुझे धक्का लगा। जिस समय हम अपनी शूटिंग और दैनिक जीवन में व्यस्त रहते हैं तो हम अपने आसपास की दुनिया के बारे में भूल जाते हैं और फिर आप इस तरह की खबर सुनते हैं। यह आपको बैठकर, आसपास की कटु हकीकत के बारे में विचार करने और जीवन का पूरी तरह जीना शुरू करने पर विवश करती है। शैतान के साथ हमें आशा है कि हम लोगों को यह बताने में कामयाब होंगे कि क्या गलत हुआ और उसे कैसे बदला जा सकता था।

टफ दिखाई देने वाले अभिनेता शरद उस समय अपने भावनात्मक पक्ष पर काबू नहीं रख सका जब उन्हे कोलकाता की लडक़ी सुदिता पाल के मामले का पता चला। जब उसके परिवार को इस लडकी के प्रेम संबंध का पता चला तो इस लडक़ी ने अपने परिवार को मार दिया।