मोदी प्रदेश सरकार पर बरसे, कहा ‘चोरी की मोटरसाइकिल से घूमते हैं शहजादे ‘

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उदयपुर। भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी यहां के गांधी ग्राउंड में आयोजित जनजाति मोर्चा सम्मेलन में प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने राजस्थान की गहलोत सरकार के साथ ही केंद्र में सत्ता पर बैठी कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा। इस दौरान मंच पर मोदी के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और बीजेपी जनजाति मोर्चा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते भी मौजूद थे।

मोदी के भाषण के मुख्य अंश :

1. ‘यह नजारा कहता है, हवा का रुख क्‍या है ?ऐसा पहली बार हुआ है कि यह स्‍टेडियम किसी नेता की रैली के लिए भर गया हो।

2. ‘आपके राजस्‍थान में शहजादे आए थे। और वे क्‍या बोल कर गए, अभी तक कांग्रेस के लोग समझ नहीं पाए हैं। औरों की बात तो छोड़ें।

3. शहजादे को अपने सीएम पर भरोसा नहीं है। भरोसा रहता तो वे राज्‍य सरकार को अंधेरे में रखकर उनके नेता चोरी-छुपे अचानक गोपालगढ़ नहीं पहुंचते।

4. जिस सरकार पर उनके शहजादे को भरोसा नहीं है, वैसी सरकार को बने रहने का हक नहीं है।

5. कांग्रेस सीबीआई का इस्तेमाल राजनीति के लिए करती है। इसलिए उन्हें जैसे ही मालूम हुआ प्रदेश में भाजपा की वापसी हो रही है तो उन्होंने गुलाबचंद कटारिया को सीबीआई के जाल में फंसा दिया।

6. राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को अंधेरे में धकेल दिया। जबकि वसुंधरा राजे नर्मदा का पानी यहां की धरती पर लाईं।

7. कांग्रेस इन दिनों देश में फैमिली सीरियल चला रही है।

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इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। वहीं प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे भी मंच पर मौजूद रहीं। इससे पूर्व भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी तय समय पर डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पहुंचे। वहां मेयर रजनी डांगी सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता ने मोदी का स्वागत किया। इसके तुरंत बाद वे उदयपुर के गांधी ग्राउंड के लिए रवाना हो गए।

इससे पहले शहर में भाजपा की रैली निकाली गई। रैली दोपहर डेढ़ बजे गांधी ग्राउंड से रवाना हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए दोपहर साढ़े तीन बजे गांधी ग्राउंड पहुंची। रैली में प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष कटारिया व मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गन सिंह कुलस्ते बग्घी में सवार थे। जबकि कार्यकर्ता पैदल चल रहे थे।

भाजपा ने इस रैली की तैयारी सलूंबर में राहुल गांधी की सभा को ध्यान में रखकर की है। उधर, कांग्रेस भी मेवाड़ में मोदी की रैली और उसके राजनीतिक असर पर नजर रखे हुए हैं। मेवाड़ में बड़ा कद होने के कारण पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने रैली की तैयारी में पूरी ताकत झोंक रखी है।

रैली के लिए गांधी ग्राउंड को विशेष तौर पर सजाया गया है। मैदान के मुख्य दरवाजे से बिल्कुल सीधे मंच तैयार किया गया है जहां भाजपा के सभी प्रमुख नेताओं के बैठने का इंतजाम है। वहीं मंच पर लगभग 7-8 कुर्सियां लगाई गई हैं। बांस के सहारे ग्राउंड में अलग-अलग बैरक बनाए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

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भाजपा की रैली में जितने गुट उतनी रैलियों की टुकडियां

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उदयपुर। भाजपा के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी की सभा से पहले शहर में निकली भाजपा (जनजाति मोर्चा सम्मेलन) की रैली जितने गुट थे, उतने टुकड़ों में बिखर गई। नेतृत्व करने वाला कोई नेता नहीं होने से रैली की शुरुआत ही अव्यवस्थित रही।

मेवाड़ के विभिन्न जिलों के प्रमुख नेता रैली में दिखाई नहीं दिए और सभा में मंच से दूर रहे। इसमें प्रतापगढ़ के नंदलाल मीणा, चित्तौडग़ढ़ के श्रीचंद कृपलानी, पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर का नाम प्रमुख था। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, पूर्व विधायक नानालाल अहारी, भवानी जोशी, ग्रामीणों के साथ भीड़ में ही दिखाई दिए। रैली में किरण माहेश्वरी बग्गी में सवार तो हुई, लेकिन उन्हें कटारिया व वसुंधरा राजे के सामने नीचे वाली सीट पर बैठना पड़ा।
ऐसे बिखरी रैली
रैली को टाउनहॉल से डेढ़ बजे रवाना होना था, तब तक वहां भीड़ एकत्र नहीं हुई। दो बजे ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के एक ग्रुप ने नारेबाजी की। कुछ देर बाद वे रैली वाले मार्ग पर रवाना हो गए। टाउनहॉल के बाहर सभी विधानसभा क्षेत्र के बैनर रखे गए थे, माइक में विधानसभा क्षेत्रवार नाम पुकारा जा रहा था, लेकिन इन क्षेत्रों के लोग वहां नहीं पहुंचे थे न ही उन क्षेत्रों के दावेदार या कोई स्थापित नेता दिखाई दिया। बैनर, झंडे वहीं रखे रह गए। लोग पार्किंग स्थल से सीधे सभा स्थल पहुंचने लगे। इस दौरान पता ही नहीं चला कि रैली निकलेगी या नहीं।

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कौन कहां दिखाई दिया
जनसंघ के नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मित्र भानू कुमार शास्त्री को मंच पर पीछे की कुर्सी पर बिठाया गया।
मोदी के करीबी माने जाने वाले धर्म नारायण जोशी व उदयपुर शहर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मांगी लाल जोशी की उपस्थिति दिखाई नहीं दी।
नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह व भीम विधायक हरि सिंह रावत वसुंधरा के करीबी माने जाने के बावजूद रैली, सभा से दूर रहे।

भाजपा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन, डिप्टी मेयर महेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल सिंघल व ललित मेनारिया सूरजपोल स्थित मिठाई की दुकान पर खड़े थे। पूर्व सभापति रवींद्र श्रीमाली वीर मित्र मंडल के साथ रैली में शामिल हुए।

थाने में ही मेकअप करता और लड़की का वेश धर कर लड़कों से कुकर्म करता था पुलिस इंस्पेक्टर!

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7886_10252013mumbai-cop400x300मुंबई. यहां के चूनाभट्टी पुलिस स्टेशन में तैनात एक अधिकारी पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगे हैं। मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर महेश जाधव पर पीड़ित ने आरोप लगाए हैं कि वह पुलिस थाने क्षेत्र के लड़कों का जबरन यौन शोषण करता था। हैरानी की बात तो यह है कि वह इस घिनौनी हरकत को पुलिस स्टेशन में ही अंजाम देता था। इस दौरान इंस्पेक्टर जाधव महिला के कपड़े पहनकर बाकायदा तैयार होता था और फिर युवा लड़कों का यौन शोषण करता था। पुलिस विभाग ने अपने ही इंस्‍पेक्टर के खिलाफ लगे इन गंभीर आरोपों की जांच शुरू कर दी है।

इंस्पेक्टर के शिकार हुए एक पीड़ित लड़के ने आरोप लगाया है कि ‘उसने पहले मुझे अपने केबिन में बुलाया और मुझसे छेड़छाड़ करनी शुरू की। इसके बाद उसने पुलिस यूनिफॉर्म उताकर महिला के कपड़े पहने। उसने ये कपड़े एक बैग के अंदर से निकाले थे। इसके बाद वह लिपस्टिक और काजल लगाकर टीवी के सामने डांस करने लगा। उसके बाद पुलिस वाले ने मेरे साथ गलत काम किया।’

 

कहा, थाने आते रहना नहीं तो…..

दरअसल पीड़ित लड़का अपने भाई के साथ हुए झगड़े के सिलसिले में पुलिस स्टेशन गया था। मुंबई के चूनाभट्टी पुलिस स्टेशन में तैनात इंस्पेक्टर जाधव से उसकी मुलाकात हुई। जाधव ने पुलिस स्टेशन में उस लड़के को पहले डराया, फिर अगले दिन थाने आने के लिए कहा, साथ ही धमकी भी दी कि यदि वह अगले दिन नहीं आएगा तो उसे किसी मामले में फंसा देगा। अगले दिन वह लड़का डर के कारण पुलिस स्टेशन गया। जहां इंस्पेक्टर जाधव उसे पहली मंजिल पर बने अपने केबिन में ले जाकर उसका यौन शोषण किया।

7794_mahesh_jadhav-325_102613063257कई और लड़कों को भी बना चुका है शिकार

पुलिस इंस्पेक्टर इससे पहले भी कई किशोरों को अपना शिकार बना चुका था। एक अन्य पीड़ित का कहना है कि वह अपना मोबाइल फोन गुम हो जाने की रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने आया था। उसके साथ भी जाधव ने वही किया जो वह अन्य लड़कों के साथ करता था। पीड़ित का कहना है कि पहली बार उसके साथ गलत काम करने के बाद इंस्पेक्टर ने उसे कई बार फोन करके बुलाया। पीड़ित का आरोप है ‘किसी केस में फंसने के डर के कारण मुझे आना पड़ा। इस तरह पिछले तीन महीनों में उसने मेरे साथ चार बार गलत काम किया।’

केस दर्ज , जांच शुरू

पुलिस ने पीड़ितों की शिकायतों के आधार पर आरोपी पुलिसवाले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस विभाग ने जाधव पर लगे इन आरोपों के बाद दस दिन के भीतर एसीपी से रिपोर्ट मांगी है।

मोदी के श्रोताओं को रोकने की साजि़श!

DSC_2946उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार शाम यहां गांधी ग्राउंड में होने वाली सभा में बाहर से आने वाले श्रोताओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। यह दूरी तीन किलोमीटर से लगाकर २० किलोमीटर तक होगी।

श्री मोदी की रैली को लेकर प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर यातायात में, जो भारी फेरबदल किया है, वह ग्र्रामीण क्षेत्र से लाए जाने वाले लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनने वाला है। पुलिस के यातायात विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोदी की रैली में भाजपा द्वारा लाए जाने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान तय कर दिए गए हैं, जिनका कड़ाई से पालन करवाया जाएगा। डबोक की तरफ से आने वाले वाहनों को प्रतापनगर चौराहे पर रोक दिया जाएगा, जो सभास्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर है।

सभा के बाद श्रोताओं को फिर से पैदल ही पार्किंग स्थल पहुंचना होगा। इस प्रकार आना-जाना करीब १६ किलोमीटर होगा। इसी प्रकार खेरवाड़ा की तरफ से आने-वाले वाहनों को गोवर्धनविलास पर रोक दिया जाएगा, जो सभा स्थल से कम से कम १० किलोमीटर दूर है। इन ग्रामीणों को आने-जाने में २० किलोमीटर की पद यात्रा करनी होगी। सेवाश्रम तक पहुंचने वाले वाहनों के यात्रियों को करीब आठ किलोमीटर पैदल आना जाना पड़ेगा। इसी प्रकार नाथद्वारा की तरफ से आने वाले वाहनों को मार्बल चौराहे पर ही रोक दिया जाएगा, जहां से लोगों को पांच किलोमीटर की पदयात्रा करनी होगी, जो लौटते समय १० किलोमीटर हो जाएगी। सबसे कम पदयात्रा झाड़ोल की तरफ से आने वालों को करनी पड़ेगी। इधर, से आने वाले वाहनों की पार्किंग महाकाल मंदिर परिसर और रानी रोड़ पर की गई है, जो सभास्थल से मात्र डेढ़ किलोमीटर ही है। इन्हे मात्र 3 किलोमीटर ही आना-जाना होगा।

सलूंबर से आने वाले वाहन सवीना चौराहे पर रोके जाएंगे, जहां से श्रोताओं को सभास्थल तक आने जाने में कम से कम १६ किलोमीटर का फासला तय करना होगा। आरोप है कि यातायात विभाग द्वारा इससे पहले कभी भी इतनी दूरी पर पार्किंग स्थल नहीं बनाए गए। ऐसा पहली बार हुआ है। ये व्यवस्थाएं मोदी की सभा में आने वालों को परेशान करने के लिए साजिश पूर्वक की गई है।

मोदी की सभा के लिए ग्रामीणों को 15-15 किलोमीटर चलना पड़ेगा पैदल

mo_cartoon_1उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार शाम यहां गांधी ग्राउंड में होने वाली सभा में बाहर से आने वाले श्रोताओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। यह दूरी तीन किलोमीटर से लगाकर २० किलोमीटर तक होगी।

मोदी की रैली को लेकर प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर यातायात में, जो भारी फेरबदल किया है, वह ग्र्रामीण क्षेत्र से लाए जाने वाले लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनने वाला है। पुलिस के यातायात विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोदी की रैली में भाजपा द्वारा लाए जाने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान तय कर दिए गए हैं, जिनका कड़ाई से पालन करवाया जाएगा। डबोक की तरफ से आने वाले वाहनों को प्रतापनगर चौराहे पर रोक दिया जाएगा, जो सभास्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर है।

सभा के बाद श्रोताओं को फिर से पैदल ही पार्किंग स्थल पहुंचना होगा। इस प्रकार आना-जाना करीब १६ किलोमीटर होगा। इसी प्रकार खेरवाड़ा की तरफ से आने-वाले वाहनों को गोवर्धनविलास पर रोक दिया जाएगा, जो सभा स्थल से कम से कम १० किलोमीटर दूर है। इन ग्रामीणों को आने-जाने में २० किलोमीटर की पद यात्रा करनी होगी। सेवाश्रम तक पहुंचने वाले वाहनों के यात्रियों को करीब आठ किलोमीटर पैदल आना जाना पड़ेगा। इसी प्रकार नाथद्वारा की तरफ से आने वाले वाहनों को मार्बल चौराहे पर ही रोक दिया जाएगा, जहां से लोगों को पांच किलोमीटर की पदयात्रा करनी होगी, जो लौटते समय १० किलोमीटर हो जाएगी। सबसे कम पदयात्रा झाड़ोल की तरफ से आने वालों को करनी पड़ेगी। इधर, से आने वाले वाहनों की पार्किंग महाकाल मंदिर परिसर और रानी रोड़ पर की गई है, जो सभास्थल से मात्र डेढ़ किलोमीटर ही है। इन्हे मात्र 3 किलोमीटर ही आना-जाना होगा।

सलूंबर से आने वाले वाहन सवीना चौराहे पर रोके जाएंगे, जहां से श्रोताओं को सभास्थल तक आने जाने में कम से कम १६ किलोमीटर का फासला तय करना होगा। आरोप है कि यातायात विभाग द्वारा इससे पहले कभी भी इतनी दूरी पर पार्किंग स्थल नहीं बनाए गए। ऐसा पहली बार हुआ है। ये व्यवस्थाएं मोदी की सभा में आने वालों को परेशान करने के लिए साजिश पूर्वक की गई है।

मोदी की सभा की तैयारियां पूरी शहर में उमडेगा जन सैलाब

उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी की जनजाति सम्मेलन विशाल रैली एवं भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की बहुप्रतिक्षित आमसभा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। मोदी दिन में ३.३० बजे उदयपुर पहुच जायेगे |

प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने पत्रकार वार्ता के दोरान बताया की शनिवार शाम को होने वाली नरेन्द्र मोदी की सभा को लेकर पुरे संभाग में जोश का माहोल है । और जिस तरह पुरे संभाग भर से फीड बेक आ रहा है उस हिसाब से लोगों की संख्या का आंकलन करना कठिन है । लेकिन यह तय है की इतनी ज्यादा संख्य में इससे पहले कभी भीड़ नहीं आई होगी ।

कटारिया ने बताया कि केंद्र सरकार की असफलता और राज्य सरकार द्वारा मेवाड़ की पांच साल तक अनदेखी की वजह से जनता में आक्रोश है और इसका असर कल होने वाली सभा में देखा जायेगा । कटारिया ने कहा की कल होने वाली सभा के बाद राज्य सरकार की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी और पुरे मेवाड़ संभाग में भाजपा २२ सीटों पर विजयी हासिल करेगी।

कटारिया ने बताया की तैयारियों को अंतिम रूप देदिया गया है और संभाग भर से भाजपा के पूर्व मंत्री नेता जिलाध्यक्ष विधायक आदि सभी को आमंत्रित किया गया और सभी के आने की समभाव्ना है ।

कटारिया ने कहा की सलुम्बर में हुई राहुल गाँधी की सभा एक सरकारी कार्यक्रम था लेकिन कल होने वाली सभा एक आम आदमी क कार्यक्रम होगा जिसमे लाखों लोग अपना योगदान देगें ।

नरेन्द्र मोदी अपराह्न 3ः30 बजे विशेष विमान से ड़बोक स्थित महाराणा प्रताप अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे। जहां पर राष्ट्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, राजस्थान प्रभारी कप्तानसिंह सौलंकी, सहप्रभारी किरीट सौम्मेया, महापौर रजनी डांगी उनका स्वागत एवं अभिनन्दन करेंगे। वहां से मोदी का काफिला देबारी से 76 नम्बर हाईवे होता हुआ सुखेर गौरव पथ, फतहपुरा, सहेली मार्ग, रेल्वे कॉलोनी होते हुए भण्डारी दर्शक मण्डप पहुचेंगे।

प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धराराजे सिंधिया आज प्रातः 11 बजे वायुयान से दिल्ली से उदयपुर पहुंचेगी। तथा टाउनहॉल से निकलने वाली विशाल जनजाति रैली में भाग लेगी रेली बापू बाजार, सूरजपोल सर्कल – स्थल मंदिर – झीणी रेत चौक – मार्शल चौराहा – मुखर्जी चौक – सिंधी बाजार – बड़ा बाजार – घण्टाघर – मोती चौहट्टा – हरबेन जी का खुर्रा – हाथीपोल – चेटक – गुरू गोविन्द सिंह स्कूल के द्वार से स्टेडियम में प्रवेश करेगी। रैली में कार्यकर्ता पारम्परिक वेशभूषा, ढोल नंगाड़ों, झण्डे, बैनर, पारम्परिक वाद्ययंत्रों के साथ नाचते गाते नारेबाजी करते हुए चलेंगे। रैली में वसुन्धराराजे, गुलाबचन्द कटारिया बग्घी में सवार होकर आमजन का अभिवादन करेंगे और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और आमजन इस रैली का मुख्य मार्गों पर पुष्पवर्षा के साथ स्वागत करेंगे। मार्ग में व्यापारिक संस्थाओं और संगठनों द्वारा रैली का पेयजल, छाछ, शर्बत, मिल्क रोज आदि से स्वागत करेंगे। रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है।

शहर के चारों ओर से भारी संख्या में आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था टाउनहॉल, रेल्वे स्टेशन, श्रमजीवी कॉलेज, आरसीए कॉलेज, फतह स्कूल, गुरू गोविन्द सिंह स्कूल, रेजीडेन्सी स्कूल, मींरा कन्या महाविद्यालय, सहेलियों की बाड़ी रोड़, फिल्ड क्लब, स्वरूप सागर रोड़, रेल्वे कॉलोनी, देत्य मंगरी, सूचना केन्द्र, लोक कला मण्डल के पास की गलियां, यूआईटी के आस पास, पंचवटी सर्कल, इरीगेशन ऑफिस, पीडब्ल्यूडी आफिस, पलटन मस्जिद के पास की गई है।

‘फ़ेसबुक पर रोक लगाई’ तो छात्रा ने फांसी लगा ली

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131022123734_facebook_304x171_bbc_nocreditमहाराष्ट्र के परभनी ज़िले में पुलिस का दावा है कि पॉलिटेक्निक की एक छात्रा ने इसलिए फांसी लगा ली क्योंकि ‘उसके घर वालों ने फ़ेसबुक का अधिक प्रयोग करने पर आपत्ति जताई थी’.

पुलिस के मुताबिक़ परभनी के पॉलिटेक्निक में दूसरे साल की छात्रा और शहर के गांधी पार्क निवासी ऐश्वर्य दहीवाल ने अपने कमरे में छोड़े क्लिक करें सुसाइड नोट में लिखा है, ”मैं ऐसे घर में नहीं रह सकती हूँ, जहाँ फ़ेसबुक पर रोक लगाई जाती हो. क्या फ़ेसबुक इतना बुरा है?”

पुलिस ने बताया है कि घटना बुधवार रात की है और क्लिक करें फ़ेसबुक के अधिक प्रयोग पर ऐश्वर्य दहीवाल के पिता ने उसे डांट दिया था.

 

पिता की डांट

पुलिस का दावा है कि इससे नाराज होकर ऐश्वर्य ने अपने कमरे में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों के अनुसार ऐश्वर्य के माता-पिता उसकी मोबाइल पर देर तक बात करने और क्लिक करें फ़ेसबुक पर अधिक समय देने की आदत को लेकर परेशान थे. उन्होंने कई बार उसे ऐसा करने से मना भी किया था.

पुलिस का कहना है कि इस मामले की हर नज़रिए से जांच की जा रही है. पुलिस यह पता लगा रही है कि ऐश्वर्य मोबाइल फ़ोन पर कितना और किससे बात करती थी. इस मामले में पुलिस साइबर विशेषज्ञों की भी मदद लेगी.

परभनी पुलिस थाने के प्रभारी सुधाकर रेड्डी ने बताया, ”आत्महत्या के लिए डाँट-डपट ही एक अकेला कारण नहीं हो सकता है, इसके कुछ और कारण भी हो सकते हैं. पुलिस इस मामले के हर पहलू की जाँच कर रही है. हम यह भी पता लगा रहे हैं कि कहीं ऐश्वर्य का किसी लड़के के साथ प्रेम संबंध तो नहीं था.”

 

मोबाइल कॉल का ब्यौरा

उन्होंने बताया, ”हमने ऐश्वर्य के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवाई है. हम उसकी जाँच कर रहे हैं. इससे हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह किससे और कितने समय तक बात करती थी.”

उन्होंने बताया कि पुलिस उसके प्रेम संबंधों का भी पता लगा रही है. शुक्रवार को पुलिस ने कॉलेज में उसके दोस्तों से पूछताछ की.

रेड्डी ने बताया कि इस घटना के बाद से ऐश्वर्य के माँ-बाप काफी सदमे में हैं. ऐश्वर्य की माँ की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में दाख़िल कराया गया है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनकी हालत सामान्य होने पर उनसे पूछताछ की जाएगी.

 

ऐश्वर्य के पिता सुनील दहीवाल का सोने-चांदी का कारोबार है. वे शौकिया तौर पर ज्योतिष का काम भी करते हैं.

सो. बी बी सी

कार्पोरेट नैतिकता ही उद्यम का भविष्य: प्रो. गोदारा

DSC_6084उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के लोक प्रशासन विभाग द्वारा आयोजित ‘भारत में प्रशासनिक संस्कृति‘ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए हेमचंद्राचार्य उत्तरी गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. एल. गोदारा ने कहा कि किसी भी संगठन, विशेष रूप से निजी क्षेत्र के उद्यमों में कार्पोरेट नैतिकता और सामाजिक उत्तर दायित्व की प्रशासनिक संस्कृति के बिना उसकी छवि और उपादेयता सिद्ध नहीं हो सकती।

उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में संगठनों की आंतरिक और बाहरी दोनों ही प्रकार की संस्कृतियों का अपना महत्त्व है।

इस अवसर पर बोलते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. आई. वी. त्रिवेदी, कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने कहा कि प्रशासनिक संस्कृति विशेष रूप से सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली बहुत उलझी हुई तथा जनता से विमुख है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक संस्कृति के कई रूप पुलिस संस्कृति, सचिवालय संस्कृति, पोस्ट ऑफिस संस्कृति, विश्वविद्यालय संस्कृति एवं पंचायतराज संस्कृति आदि दिखाई देते हैं।

DSC_6074कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. शरद श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत में आधुनिक प्रशासनिक संस्कृति ब्रिटिश उपनिवेशवाद की एक विरासत है जो अंग्रेजी के भारत से चले जाने के बाद भी नौकरशाही के रूप में जनता को प्रताड़ित कर रही है। आज इस पर चिंतन करते हुए इस व्यवस्था में बदलाव लाने की महत्ती आवश्यकता है।

इससे पूर्व संगोष्ठी के निदेशक प्रो. एस. के. कटारिया, अध्यक्ष, लोक प्रशासन विभाग ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि प्रशासनिक संस्कृति नामक नए विषय को सैद्धांतिक आधार देने एवं शोध को बढ़ावा देने के लिए इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।

संगोष्ठी में राजस्थान विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग की अध्यक्षा प्रो. प्रीता जोशी, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो. संजीव महाजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो. ए. एस. मलिक, नागपुर विश्वविद्यालय के धर्मेश धवनकर तथा माणिक्यलाल वर्मा महाविद्यालय भीलवाड़ा की डॉ. देवकांता शर्मा ने भी अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डॉ. देवकांता शर्मा ने भारत की शिथिल न्यायिक प्रणाली पर गंभीर शोधपरक प्रश्न उठाते हुए कहा कि यदि अंधेरे में न्याय का दीपक ही बुझ जाये तो पीड़ित जनता को रोशनी कहां से मिलेगी। तारीख-दर-तारीख की भारतीय न्याय प्रणाली लोगों में कुंठा और सरकार के प्रति अविश्वास पैदा करती है।

कार्यक्रम के अंत में आभार संगोष्ठी संयोजक प्रो. सी. आर. सुथार ने व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. गिरिराज सिंह चौहान ने किया।

मोदी की सभा और 16 हजार छात्रों की आरपीएससी परीक्षा एक ही दिन

stress-cartoonउदयपुर. गांधी ग्राउंड में भाजपा के प्रचारक नरेंद्र मोदी की जनसभा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में जनजाति रैली और 16 हजार छात्रों की आरपीएससी की परीक्षा 26 अक्टूबर को होगी। ये तीनों आयोजन एक ही दिन होने से प्रशासन को यातायात, परिवहन तथा कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार 26 अक्टूबर को शहर के 28 केंद्रों पर आरपीएससी की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी। राज्य प्रशासनिक सेवा में चयन के लिए 16 हजार छात्र परीक्षा में बैठेंगे। इस परीक्षा में बैठने वाले अधिकांश छात्र जिले की तहसीलों तथा अन्य जिलों से आएंगे।

इसी दिन गांधी ग्राउंड में भाजपा का जनजाति सम्मेलन होगा। मोदी की सभा का समय शाम साढ़े 4 बजे निर्धारित किया है, लेकिन उससे पूर्व शहर में आयोजित होने वाली वसुंधरा राजे की रैली दोपहर 1.30 बजे टाउन हॉल से रवाना होगी।

रैली में भाग लेने आने वाले आदिवासी लोगों का दोपहर 12 बजे से उदयपुर पहुंचना शुरू हो जाएगा।

इन तीनों आयोजनों के कारण प्रमुख मार्गों पर वाहनों का जाम लगने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परीक्षा समाप्त होने के समय से पूर्व शहर से बाहर जाने वाली रोडवेज तथा निजी ट्रेवल की बसों का निकलना मुश्किल हो सकता है। रैली में आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था शहर से बाहर विभिन्न मार्गों पर की जाएगी। रैली मार्ग पर टेम्पो, ऑटो तथा परिवहन के अन्य साधन प्रतिबंधित हो जाने से आरपीएससी परीक्षार्थियों को वापस घर लौटते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

ये परीक्षा केंद्र हो सकते हैं प्रभावित :

रेजिडेंसी स्कूल, गुरु गोविंद सिंह ((नंबरदार)) स्कूल, सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेंट पॉल, राजकीय कन्या सीनियर सेकंडरी स्कूल भूपालपुरा, फतह स्कूल, किशन वर्मा सी.से.स्कूल अंबामाता, आरएमवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, महिला मंडल, गल्र्स सी.से. स्कूल जगदीश चौक, विद्याभवन टीचर्स ट्रेनिंग, गुरुनानक स्कूल शास्त्री सर्कल, सेंट मेरीज स्कूल सुखाडिय़ा सर्कल, बाल विनय मंदिर हरिदास मगरी, सेंट्रल एकेडमी अंबामाता, राजस्थान महिला गेलड़ा स्कूल सूरजपोल, गवर्नमेंट सी.से.स्कूल धानमंडी केंद्रों पर परीक्षा देने वाले करीब 6 हजार छात्र रैली एवं सभा के कारण अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

रैली व सभा से पूर्व परीक्षा समाप्त होगी :

आरपीएससी की परीक्षा, भाजपा की रैली व जनजाति सम्मेलन के आयोजन शनिवार को एक ही दिन हैं। परीक्षा दोपहर 1 बजे समाप्त हो जाएगी। रैली उसके बाद शुरू होगी, जिससे परीक्षार्थियों को घर लौटने में परेशानी नहीं हो इस बात का प्रयास किया जाएगा।

मोहम्मद यासीन पठान, एडीएम सिटी

उदयपुर जिला माहेश्वरी सभा के चुनाव अवैध घोषित

उदयपुर। अ.भा. माहेश्वरी महासभा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उदयपुर जिला माहेश्वरी सभा के २७ जुलाई को हुए चुनावों को अवैध घोषित कर दिया है। ज्ञातव्य है कि प्रदेश निर्वाचन अधिकारी द्वारा विधिक प्रक्रिया की अनुपालना नहीं करने के कारण पूर्व में इन चुनावों को स्थगित कर दिया था। किन्तु एक धड़े ने हठधर्मिता करते हुए चुनाव करवाएं एवं जिला सभा कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। केंद्रीय चुनाव समिति ने पूरे घटनाक्रम का विस्तृत अध्ययन एवं जांच करके पाया कि चुनावों में संविधान की घोर उपेक्षा की गई है। प्रदेश निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों की भी अवहेलना की गई है। इस कारण पूरी प्रक्रिया दूषित हो गई। केंद्रीय समिति ने संविधान की अक्षरश: पालना करते हुए नए चुनाव करवाने के निर्देश दिए। नगर माहेश्वरी सभा के पदाधिकारियों ने चुनाव अवैध घोषित किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया एवं कहा कि यह समाज में विघटन की राजनीति करने वालों के मुंह पर एक करारा तमाचा है। संरक्षक डॉ. सत्यनारायण माहेश्वरी, अध्यक्ष भुवनेश बांगड़, उपाध्यक्ष भगवानलाल मोहता एवं जगदीश देवपुरा, राजेश राठी, केएल समादानी सहित कई वरिष्ठ समाजजनों नें निर्वाचन अवैध घोषित किए जाने को एक ऐतिहासिक निर्णय बताया और कहा कि इससे माहेश्वरी समाज में लोकतांत्रिक प्रक्रिया सशक्त बनेगी।