पंद्रह लाख की मोटरसाइकिलें खाक

udipur-45119-04-2014-08-09-99Nउदयपुर। सेवाश्रम पुलिया के नीचे स्थित बाइक के शोरूम गांधी मोटर्स में देर रात्रि लगने से लगभग 15 लाख के वाहन खाक हो गए। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने बताया कि रात्रि 11 बजकर 40 मिनट के आसपास दो-तीन मोटरसाइकिल जलने लगी। ये गाडियां शोरूम के बाहर मुख्य द्वार के पास खुले में ही रखी हुई थी। इसका अंदर सो रहे दो नौकर को पता चला तो वे बाहर आए और बाल्टियां में पानी भर मोटर साइकिलों पर उंडेल कर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन वह और भड़क गई।

देखते ही देखते पास खड़ी अन्य गाडियो भी आग पकड़ना शुरू कर दिया। इस पर पड़ौसियों ने फायर कंट्रोल रूम व पुलिस को सूचना दी। गाडियों में आग की सूचना मिलने पर तीन दमकल मौके पर पहुंची। हड़बड़ी में मुख्य द्वार ताला नहीं खुला तो तोड़ा गया और लगभग दस मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

कारणों का पता नहीं लगा
बाद में शोरूम मालिक भी मौके पर पहंुचे और पूछताछ की लेकिन आग के कारणों का पता नहीं चल पाया। गाडियों के पास बिजली की कोई लाइन भी नहीं थी, इसलिए शॉर्ट सर्किट की भी आशंका नहीं है। बताया गया कि गाडियों बिल्कुल नई थी और ऎसे में उनमें पेट्रोल भी नहीं था। ऎसे में शायद बाहर से कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंका गया हो सकता है और इससे आग लगी होगी।

पाठ्य पुस्तक मंडल की किताबें इस बार 20% तक महंगी

2919_teacherउदयपुर. राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल की किताबें सत्र में 20 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। सबसे ज्यादा कीमतें दूसरी और चौथी क्लास की किताबों की बढ़ी हैं। कारण, इन क्लासों में इस सत्र से एसआईईआरटी का नया कोर्स लागू किया गया है। इसके अलावा 6 से 12वीं तक की किताबों में भी बढ़ोत्तरी कर दी गई है।

किताबें महंगी होने का असर राजस्थान बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों पर पड़ेगा। दूसरी क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक की किताबें महंगी हो गई हैं। मंडल के सीएओ ललित बर्मा ने बताया कि एनसीईआरटी के साथ एमओयू के तहत ही रेट तय की जाती है। तीसरी व पांचवीं के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कारण, इनका कोर्स गत साल ही बदला था।

दूसरी व चौथी क्लास में भी एसआईईआरटी का कोर्स
राजस्थान बोर्ड ने इस सत्र में अब दूसरी व चौथी क्लासों में भी एसआईईआरटी का कोर्स लागू कर दिया है। एसआईईआरटी के शिक्षाक्रम व मूल्यांकन के एचओडी प्रदीप पानेरी ने बताया कि अब पहली से पांचवीं कक्षा तक एसआईईआरटी का कोर्स पढ़ाया जाएगा। गौरतलब है कि गत वर्ष पहली, तीसरी व पांचवीं कक्षा में इसे लागू किया गया था। दूसरी व चौथी कक्षा में इसे वर्तमान सत्र से लागू किया गया है। इन किताबों में स्थानीय से वैश्विक स्तर की जानकारियों को शामिल किया गया है। जिसमें बेणेश्वर से लेकर लंदन के एफिल टॉवर तक को जोड़ा गया है।

ऐसे बदला कोर्स
सेकंड क्लास की किताबों में बच्चों की प्री- राइटिंग स्किल्स को बढ़ाने के उद्देश्य से ही अंग्रेजी की सनबीम व हिंदी में रुनझुन किताबों में कंटेंट रखा गया है। फोर्थ क्लास में पिक्चर रीडिंग मुख्य है। इसी के साथ खेल खेल में गणित पैटर्न पर मैथ्स का कंटेंट है ताकि बच्चों के मन में गणित के नाम का डर पैदा न हो। अंग्रेजी व हिंदी विषयों में ग्रामर भाग का कंटेंट इस तरह से बनाया गया है, जिसमें बच्चे चित्रों की मदद से ग्रामर सीखेंगे।

टीचर्स को ट्रेनिंग 15 मई से
टीचर्स को इस कोर्स से संबंधित विशेष ट्रेनिंग देने के लिए मोड्यूल तैयार किया जा रहा है। इसके तहत 15 से 25 मई तक मुख्य संदर्भ व्यक्तियों को ट्रेनिंग दी जानी है। इसमें राज्य भर के प्रति विषय 100 संदर्भ व्यक्तियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। अगले चरण में ये संदर्भ व्यक्ति जिला स्तर पर शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। एचओडी प्रदीप पानेरी ने बताया कि ट्रेनिंग सेशन 15 जून तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

हिरण को मारकर 25 फीट ऊंचे पेड़ पर ले गई मादा तेंदुआ

0

1678_tanjania91672_tanjania1
1677_tanjania7

1675_tanjania5

1674_tanjania2
सेवेन्ना. इंसान हो या जानवर, हर मां के जेहन में बच्चों की भूख जलती है। इसी कारण जब इस मादा तेंदुए ने हिरण का शिकार किया, तो उसे खाया नहीं, बल्कि अपने बच्चे के लिए उसे लेकर 25 फीट ऊंचे पेड़ पर चढ़ गई। वो लम्हा नजरिए को एक शिकार और शिकारी की दास्तां बयां नहीं कर रहा था, बल्कि एक मां की अपने बच्चे के लिए की जाने वाली जद्दोजहद को बता रहा था।1680_tanjania10
1674_tanjania3
1675_tanjania4

डीजे का बंगला हटेगा, 41 करोड़ का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा

2453_62उदयपुर. शहर में न्यू कोर्ट कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी है। जिला अदालत परिसर में जगह की कमी के साथ नई अदालतें बनने की गुंजाइश नहीं है। इसलिए मेगा प्लान बनाया गया है। इसके तहत श्रम भवन और सुजान भवन के साथ कलेक्ट्री से सटे सेशन जज के बंगला (मान भवन) को गिराकर कोर्ट कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। मान भवन की जगह चार मंजिला इमारत बनेगी।

इसमें दो फ्लोर पर आठ अदालतें और बाकी पर 50-50 हजार स्क्वायर फीट पार्किंग तैयार होगी। न्यू कोर्ट कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए 41 करोड़ का प्लान राज्य सरकार को भिजवाया गया है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाने से निर्माण राशि से संबंधित मंजूरी 16 मई के बाद मिल पाएगी। उम्मीद की जा रही है कि कोर्ट प्रशासन, जिला प्रशासन, बार एसोसिएशन व जन प्रतिनिधियों की सहमति होने से बजट स्वीकृति में कोई रुकावट नहीं आएगी।

हाईकोर्ट से मिली स्वीकृति
काम्पलेक्स बनाने की स्वीकृति राजस्थान उच्च न्यायालय से प्राप्त हो चुकी है। यह प्लान वर्तमान में चल रही अदालतों का सुविधापूर्वक संचालन तथा भविष्य की जरूरतों को देखते हुए बनाया गया है। रामचंद्र सिंह झाला, डीजे

टूटने वाली तीनों बिल्डिंग हेरिटेज
मान भवन, सुजान भवन और श्रम भवन ऐतिहासिक हैं। ये 1935 से 1940 के बीच बने। इतिहासविद मोहन सिंह कोठारी बताते हैं कि तत्कालीन महाराणा भूपालसिंह के रियासत काल में उनके प्रधानमंत्री टी. विजय राघवाचार्य ने इनके निर्माण की योजना तय की थी। मान भवन में रियासत काल के चीफ जस्टिस तैयब अली पालीवाला रहते थे।

मान भवन : बनेगा हाई ग्रेड कोर्ट कॉम्प्लेक्स
न्यू कोर्ट कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए कलेक्ट्री के दाहिनी तरफ 57 हजार वर्गफीट भूखंड पर स्थित सेशन जज का सरकारी बंगला मान भवन तोड़ा जाएगा। 32 करोड़ की लागत से हाई ग्रेड कोर्ट कॉम्प्लेक्स का प्लान सरकार को गया है। कॉम्प्लेक्स में डीजे लेवल की आठ अदालतें बनेंगी। वातानुकूलित श्रेणी की इन अदालतों के इजलास, चैंबर, रिकॉर्ड रूम हाईकोर्ट स्तर के होंगे। मान भवन के स्थान पर भूतल व पहली मंजिल पर वाहन पार्किंग होगी। दूसरी तथा तीसरी मंजिल पर चार-चार अदालतों का निर्माण होगा।

सुजान व श्रम भवन : कोर्ट, पार्किंग बनेगी
मान भवन के सामने सुजान भवन भी गिरा कर नई अदालतें बनाने की योजना है। सुजान भवन में भ्रष्टाचार निवारण व पारिवारिक न्यायालय संचालित हैं। सुजान भवन व श्रम न्यायालय भवन की जगह पांच नई अदालतें और 8 हजार वर्गफीट क्षेत्र में पार्किंग निर्माण का प्लान राज्य सरकार पूर्व में स्वीकृत कर चुकी है। 4 करोड़ 44 लाख रुपए की मंजूरी मिली थी। पीडब्ल्यूडी ने 8 करोड़ 88 लाख का रिवाइज प्लान सरकार को भेजा है। श्रम भवन में अभी श्रम न्यायालय व मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण-1 संचालित है।

आगे : मंजूरी मिली तो हाईकोर्ट बेंच की शुरुआत होगी आसान
कोर्ट कॉम्प्लेक्स अगले 50 साल की प्लानिंग और जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किया जा रहा है। इसमें कैंटीन व रिक्रिएशन सेंटर भी बनेंगे। उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग अरसे से चली रही है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक हाईकोर्ट बेंच या सर्किट बेंच की मांग मंजूर हो गई तो हाई ग्रेड कोर्ट कॉम्प्लेक्स बनने से भवन का अभाव बाधा नहीं बनेगा।

सुबह घायलों का इलाज करती रही डॉक्टर दुल्हन, शाम को हुई शादी

9311_44कोटा से सीकर के लिए दुल्हन और उसके रिश्तेदारों से भरी दो स्लीपर कोच बसें जयपुर होकर गुजर रही थीं। टोंक रोड बी-2 बाईपास चौराहे पर शुक्रवार तड़के ट्रक ने एक बस को टक्कर मार दी। बस अनियंत्रित होने के बाद डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। हादसे में दुल्हन के मौसा मोठपुर (बारां) निवासी धनराज गर्ग (40) की मौत हो गई और सात रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूल्हा और दुल्हन दोनों पेशे से डॉक्टर हैं। दुल्हन ने अस्पताल में भी अपने रिश्तेदारों का इलाज किया, फिर शादी के लिए सीकर रवाना हुई।

दुल्हन के रिश्तेदारों के मुताबिक- कोटा में हलवाई का काम करने वाले नारायण लाल की बेटी गरिमा गर्ग की शादी शुक्रवार को नीम का थाना (सीकर) में होनी थी। लड़की वाले गुरुवार रात 11 बजे दो बसों से कोटा से रवाना हुए। शुक्रवार सुबह 4:45 बजे पीछे चल रही बस को बी-2 बाईपास चौराहा पर तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैफिक सिग्नल तोड़ते हुए टक्कर मार दी। बस लहराते हुए डिवाइडर पर जा चढ़ी और पलट गई। हादसे के बाद ट्रक मौके पर छोड़ ड्राइवर भाग गया। ट्रक भरतपुर नंबर का है। राहगीरों व अन्य वाहन चालकों ने बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। घायलों को एसएमएस और जेएलएन मार्ग स्थित निजी हॉस्पिटल में ले गए। निजी हॉस्पिटल में गरिमा के मौसा धनराज गर्ग ने दम तोड़ दिया।
9305_41घायल अनिल ने बताया कि कोटा से बस को चलाकर लाए ड्राइवर ने निवाई में बस दूसरे ड्राइवर को सौंप दी। वह बस चलाते वक्त मोबाइल पर बात कर रहा था। इसीलिए ट्रक की टक्कर के बाद बस को संभाल नहीं पाया। इस बस में करीब 40 लोग बैठे हुए थे। हादसे के बाद पलटी हुई बस। लाड़ली के ब्याह में नहीं जा सकी नानी जानकीबाई। मामा सत्यनारायण बंसल, मौसा अनिल अग्रवाल, मौसी रेखा अग्रवाल, कोटा निवासी रिश्तेदार नरेन्द्र कुमार, हिमांशु और पूरणमल गुप्ता भी सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हैं।

परिजन दुल्हन से शादी के लिए जाने की मिन्नतें कर रहे थे, वो जख्मों पर टांके लगा रही थी

उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में पीजी कर रही कोटा की गरिमा कुछ घंटों बाद दुल्हन बनने वाली थी। वह रिश्तेदारों के साथ बस में बैठकर नीम का थाना जा रही थी, जहां उसकी शादी होने वाली है। उसकी बस के पीछे चल रही रिश्तेदारों की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। खुशियों के गीतों की जगह चीख-चिल्लाहट थी। हंसी की फुहारों की जगह आंसुओं ने ले ली। ऐसे में गरिमा ने हौसला रखा। वह रिश्तेदारों का दर्द कम करने में जुट गई। उसने एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती अपने रिश्तेदारों का इलाज किया। जख्मों पर टांके व मरहम लगाए। उसके हाथों में मेहंदी रची थी।

9308_43कुछ समय पहले तक मंगल गीत गा रही नानी, मामा, मौसा-मौसी और भाई अस्पताल में खून से लथपथ कराह रहे थे। उन्हें संभाल रहे अन्य रिश्तेदार कह रहे थे- गरिमा को शादी के लिए रवाना करो। इन्हें हम संभाल लेंगे। …लेकिन गरिमा नहीं मानी। उसने स्टेथेस्कोप पकड़ा। परिजनों के लाख समझाने के बाद भी उसने करीब ढाई घंटे तक अस्पताल में एक जिम्मेदार डॉक्टर और रिश्तेदारों की लाड़ली बेटी की तरह सेवा की।

घायलों को टांके लगाने के लिए गरिमा ने नर्सिंग स्टाफ से सामान मांगा। इस पर स्टाफ ने स्वयं उपचार करने के लिए कहा। जब गरिमा ने बताया कि वे उदयपुर मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रही हैं और उनके पति एसएमएस अस्पताल में ही गायनीकोलॉजी के डॉक्टर हैं तो उन्हें टांके लगाने दिए गए। ऐसे गमगीन माहौल में उनके जज्बे की हॉस्पिटल के स्टाफ ने तारीफ की।

लड़के से बन गई लड़की, अब एयर होस्टेस बनने की ‘ख्वाहिश’

4813_63यह जोधपुर शहर का संभवत: पहला मामला है जिसमें एक युवक ने खुद को लड़की की तरह जीने का सोचा और परिवार व रिश्तेदारों की मर्जी नहीं होने के बावजूद अपनी इच्छा पूरी की। सत्यजीत सिंह की उम्र अभी 25 साल है। उसे बचपन से यही लगता था कि वह लड़की है। उसके शौक भी ऐसे ही थे। दो साल पहले उसने दिल्ली के एक अस्पताल में लिंग परिवर्तन करवाया। फिर हार्मोन ट्रीटमेंट लिया और अब चेहरा बदलते ही नाम रख लिया ख्वाहिश उर्फ हनी। मुंबई में एयर होस्टेस की टे्रनिंग ले रही ख्वाहिश अब अपनी नई पहचान को कानूनी रूप से साबित करने की कोशिश कर रही है।

घरवालों ने समझाया भी डॉक्टर ने काउंसलिंग भी की, लेकिन नहीं माना सत्यजीत ‘ख्वाहिश’ बनकर ही घर लौटा

मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी सत्यजीत सिंह (25) ने 10वीं तक सेंट एंस स्कूल में पढ़ाई की। किशोर अवस्था में पहुंचने पर उसे लगा कि वह लड़कियों की तरह ही व्यवहार करता है। वह जयपुर पहुंच गया और ब्यूटी पार्लर में काम करने लगा। खुद की कमाई से अपना सपना पूरा करने की सोची। उसे एयर होस्टेस बनना था। इस बीच उसके संपर्क मुंबई में हो गए। वहां भी काम किया और पता चला कि दिल्ली के एक अस्पताल में ट्रीटमेंट से उसका सपना पूरा हो सकता है। खुद के दम पर करीब साढ़े छह लाख रुपए जुटा कर उसने 2012 में लिंग परिवर्तन करवाया। यह बात परिजनों को पता चली तो उन्होंने भी समझाया। दिल्ली अस्पताल के डॉक्टर ने भी उसको कई दिन तक काउंसलिंग के लिए बुलाया।

डॉक्टर चाहते थे कि इस तरह का बदलाव करने से पहले उसे पूरी तरह परखा जाए। जब डॉक्टर भी आश्वस्त हो गए कि सत्यजीत में कहीं न कहीं लड़की जैसे गुण हैं तो वे इलाज के लिए सहमत हुए। तीन माह पहले हार्मोन ट्रीटमेंट व विशेष तरह की सर्जरी करने के बाद अब उसे नया चेहरा मिल गया तो उसने अपनी इस पहचान को नए नाम से साबित करने के लिए जोधपुर में नाम परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू कर दी।

2012 में सर्जरी से पहले सत्यजीत सिर पर पट्टी बांधे हुए
2012 में सर्जरी से पहले सत्यजीत सिर पर पट्टी बांधे हुए
उसने खुद चुनी जिंदगी : माता-पिता
सत्यजीत के पिता दलपत सिंह और मां शकुंतला ने बताया कि तीन भाइयों में सत्यजीत सबसे छोटा है। बचपन से ही वह डांस कार्यक्रमों में लड़कियों की डे्रस पहनकर शामिल होता था तो खाना बनाने और शादी समारोह में अच्छी तरह तैयार होकर जाना उसे अच्छा लगता था। दोनों भाई उसके इस व्यवहार से नाराज रहते थे। उसने बाल बढ़ाए तब भी भाइयों ने टोका था।

2005 में ऐसा था सत्यजीत
2005 में ऐसा था सत्यजीत
हीरोइन बनने का भी सपना
सत्यजीत से ख्वाहिश बनने के बारे में उसने बताया कि जयपुर से दिल्ली पहुंचकर उसने अपनी पहचान बदलने के बारे में सबसे पहले माता-पिता को ही बताया। पहले तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की, लेकिन अब सब कुछ ठीक हो गया है। एवलोन एकेडमी में एडमिशन लेकर एयर होस्टेस की ट्रेनिंग शुरू कर दी। अब मॉडलिंग के साथ फिल्मों व टीवी में भी काम करने की दिशा में आगे बढ़ रहीं हूं।

2014 में सत्यजीत की बदली पहचान
2014 में सत्यजीत की बदली पहचान
सत्यजीत की सर्जरी करने वाले डॉक्टर
सत्यजीत की सर्जरी करने वाले डॉक्टर
इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के तहत होते हैं ऐसे बदलाव
सत्यजीत को लड़के से लड़की बनाने के लिए सर्जरी करने वाले सीताराम हॉस्पिटल के डॉक्टर एस.वी. कोटवाल का कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के तहत होते हैं। सत्यजीत का हार्मोन ट्रीटमेंट के बाद सर्जरी की गई। यह जेंडर आइडेंटी डिसऑर्डर को ठीक करना है जिसमें डेढ़ से दो साल लगते हैं। इसके पहले जेंडर चेंज करवाने वाले व्यक्ति का गहन मानसिक परीक्षण किया जाता है।

एजाज खान और डिना हुए डर से रुबरू

IMG_0422 खतरों के खिलाड़ी हफ्ते-दर-हफ्ते सामने आने वाले झटकों एवं मोड़ों के साथ एक पूरा ब्लॉकबस्टर साबित हो रहा है और दर्शकों को उनकी कुर्सियों पर बांधे हुए है। शो में और अधिक रोमांच बढ़ाने के लिए, मुकाबले को और भयंकर बनाते हुए इस सप्ताहांत में इस शो में दो अन्य वाइल्ड कार्ड मुकाबलेबाज प्रवेश करेंगे। ‘एक नंबर’ पर एंट्री कर रहे हैं बिग बॉस के पूर्व मुकाबलेबाज एजाज खान और उनके साथ आ रही हैं मॉडल एवं इंटरनेशनल बिग बॉस मुकाबलेबाज डिना उप्पल, जो अपने डरों से रुबरू होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
खतरों के खिलाड़ी में अपने प्रवेश के बारे में चर्चा करते हुए, एजाज खान का कहना था, “मैंने अपने डर और नफरत पर काबू पाने, और अपनी अंदरूनी ताकत को परखने के मकसद से खतरों के खिलाड़ी में हिस्सा लेने का फैसला किया है। जब स्टंट के महाउस्ताद रोहित शेट्टी से मेरी मुलाकात हुई तो मेरे अंदर की उत्तेजना ओर ज्यादा बढ़ गई। मैंने न केवल अपने डरों का सामना किया, बल्कि मैंने ऐसी चुनौतियों का भी सामना किया जो मैंने अपनी जिंदगी में पहले कभी नहीं देखी थीं और मेरे खून की गर्दिश बहुत तेज हो गई।“

अब केवल यह देखना बाकी है कि क्या एजाज और डिना दूसरे मुकाबलेबाजों के लिए एक खतरा साबित होंगे या जल्दी ही इस मुकाबले से बाहर कर दिए जाएंगे।

आकाशवाणी के प्रसारण शीघ्र नई डिजीटल तकनीक से जुड़ेगेः आर.के. बुद्धराजा

air seminar me bolte hue chif enigineer

aakashwani stdio parisar me sarswati devi ki murti ka anawaran karte hue gestउदयपुर, आकाशवाणी महानिदेशालय नई दिल्ली के प्रमुख अभियंता आर.के. बुद्धराजा के सान्निध्य में आकाशवाणी में तकनीकी एवं कार्यक्रम विकास के नये आयाम विषयक संगोष्ठी का आयोजन शिल्पी रिसोर्ट के सभागार में हुआ। जिसमें उद्बोधन देते प्रमुख अभियंता ने कहा कि आकाशवाणी उदयपुर सहित देष के अनेक केन्द्रों को शीघ्र ही प्रसारण की नई डिजीटल तकनीक के साथ जोड़ा जिससे श्रोताओं को और अधिक स्पष्ट और गुणवतापूर्ण प्रसारण सुनने को मिलेगा। इसके लिए देश के आकाषवाणी के कई केन्द्रों पर कार्य शुरू किया जा चुका है। उन्होंने आकाशवाणी कर्मियों को नई तकनीक विधा को समझ कर अपने को अपडेट करने की आवश्यकता बताई। प्रमुख अभियंता ने बाद में मोहता पार्क स्थित आकाशवाणी उदयपुर के स्टूडियो परिसर में नव स्थापित सरस्वती देवी की मूर्ति अनावरण किया तथा स्टूडियो व दूरदर्षन रिले केन्द्र का अवलोकन किया। इस अवसर पर आर.के. बुद्धराजा का पगड़ी व माला पहनाकर, उपर्णा ओढ़ाकर कर अभिनंदन दिया गया।
संगोष्ठी के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए आकाशवाणी के उप महानिदेशक माणिक आर्य ने स्थानीय केन्द्र द्वारा प्रसारण के क्षेत्र में निर्मित एवं प्रसारित किये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में बताया और कहा कि तकनीकी और कार्यक्रम कर्मियों के समन्वय व सहयोग से मेवाड़ के श्रोताओं को सूचना,शिक्षा और मनोरंजन के बेहतरीन प्रसारण सुनने को मिल रहे है। उन्होने ओ.बी. बेस कार्यक्रमों के कवरेज हेतु आधुनिक डिजीडल रिकार्डर की आवश्यकता प्रतिपादित की। संगोष्ठी में आकाशवाणी कार्यक्रम सलाहकार/श्रवण समिति के सदस्यों एवं क्षेत्र के आकाशवाणी केन्द्रों से आए केन्द्र अभियंताओं द्वारा जिज्ञासापूर्ण पूछे गये प्रश्नों के जवाब दिये । आकाशवाणी उदयपुर के निदेशक अभियांत्रिकी सतीश देपाल ने आकाशवाणी उदयपुर के प्राईमरी व एफ.एम. चैनलो के प्रसारणों की जानकारी प्रदान की। संगोष्ठी में केन्द्र अभियंताओं -राजेन्द्र नाहर, हेमेन्द्र सोनी, विजय ईसरानी, सहित तकनीकी कर्मियों व कार्यक्रम अधिकारियों ने भाग लिया।
अतः में आकाशवाणी कार्यक्रम सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. प्रेम भंडारी ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उद्घोषक राजेन्द्र सेन ने किया।

कृष्ण समग्रता के प्रतीकः प्राची देवी

photo krishna kathaउदयपुर ,श्री कृष्ण समग्रता के प्रतीक हैं। भक्ति,ज्ञान, और कर्म का समन्वय उनका दर्षन हैं। यह विचार शुक्रवार को नारायण सेवा संस्थान द्वारा बड़ी ग्राम के सेवा महातीर्थ में संस्थापक श्री कैलाष मानव के सानिध्य में आयोजित चार दिवसीय श्रीकृष्ण कथा के तीसरे दिन बाल व्यास प्राची देवी ने व्यासपीठ से व्यक्त किए। उन्हांेने कहा कि भगवान को देखने के लिए आंख नहीं दृष्टि की आवष्यकता है और यह दृष्टि उनके आदर्ष जीवन से प्रेरणा ग्रहण करके ही हासिल की जा सकती है। जीवन में आनन्द के लिए अहंकार को त्यागना होगा और जहां आनन्द होता है वहीं प्रभु का रमण होता है। प्राची देवी ने भगवान श्री कृष्ण के जीवन के विविध प्रसंगों की व्याख्या करते हुए कहा कि सत्य की राह चलने वाले को कष्ट तो हो सकते हैं लेकिन विजय भी उसी की होती है। प्रातः 10 से दोपहर 2 बजे तक हुई कथा का आस्था चैनल से सीधा प्रसारण किया गया। कथा के मध्य समधुर भजनों पर श्रद्धालु श्रोता नाचते-झूमते रहेे।
आरम्भ में व्यासपीठ का स्वागत संस्थान अध्ययक्ष श्री प्रषान्त अग्रवाल व निदेषक श्रीमती वन्दना अग्रवाल ने किया।

चुनाव प्रचार के बाजार ने नेताओं के उतारे कपड़े

Whatsapp
सोनिया हो या मोदी, सबके साथ वाट्सएप पर भद्दा मजाक, प्रशासन बेबस
उदयपुर। वाट्सएप पर चुनाव से जुड़े प्रचार के बाजार ने अपने कपड़े उतार दिए हैं। यहां नंगे शब्द ही नहीं, बल्कि ऐसी-ऐसी तस्वीरें डाली जा रही है कि कोई भी व्यक्ति घर में मोबाइल को स्विच ऑÈ या लॉक किए बिना नहीं रख सकता। लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव को वाट्सएप पर पोर्न उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। वाट्सएप पर हो रही हरकत को आप जो भी नाम दे। ये अश्लीलता की हद से गुजर गया है।
अश्लीलता के साथ भड़काऊ बातें
वाट्सएप पर अश्लीलता के बड़े बाजार के साथ-साथ लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का भी पूरा मसाला है। बाबरी मस्जिद का विध्वंस कैसे किया गया?, उसे अजीब तरीके से दिखाया गया है। अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी से जुड़ी कई आपत्तिजनक बातें भी है। लड़कियों की नंगी तस्वीरों पर अनाप-शनाप स्लोगन लिखे हुए हैं। एक तरÈ चुनाव आयोग इलेक्शन से जुड़ी हर गड़बड़ी पर नजर टिकाए रहा, लेकिन दूसरी तरÈ वाट्सएप पर दिख रहे गंदे शब्द और अश्लील तस्वीरें लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव को पोर्न उत्सव में तब्दील कर रही है। अति उत्साही लोगों की करामात ने न सोनिया गांधी को बक्शा है न ही प्रियंका, न नरेंद्र मोदी और न ही केजरीवाल को।
वॉट्सएप पर नहीं पहरा
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भले ही इलेक्शन कमीशन अपनी नजर गड़ाए हुए रहा, लेकिन वाट्सएप पर कोई पहरा नहीं था। अबकी बार मोदी सरकार नारे पर डेली वाट्सएप पर सैंकड़ों मैसेज व Èोटो लगातार शेयर किए गए। हालांकि यह पर्सनल मैसेजिंग का अड्डा है, जिस पर कमीशन कुछ भी नियंत्रण नहीं कर पा रहा है। आलम यह हो गया है कि ऐसे-ऐसे अश्लील मैसेज आ रहे हैं, जिन्हें आपको बिना पढ़े ही डिलिट करना पड़ता है।
Èैल रहा है जहर
ऐसे मैसेजेज पिक्स, टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो सभी Èॉर्म में सर्कुलेट हो रहे हैं। वेबसाइट एक्सपटर््स कहते हैं कि सोशल साइट्स पर तो धीरे-धीरे गवर्नमेंट अपना कंट्रोल कर रही है पर वाट्सएप पर कोई कंट्रोलिंग नहीं है। शायद इसी कारण घोर आपत्तिजनक मैसेजेज सर्कुलेट हो रहे हैं, जिनके जरिये लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाकर जहर Èैलाया जा रहा है।