क्‍या आप अपना फेसबुक पासवर्ड अपनी पार्टनर को देगें?

0

कुछ कपल्‍स का यह मानना होता है कि आपस में फेसबुक और मेल आइडी पासवर्ड एक्‍सचेंज करने से कोई बडा़ फर्क नहीं पड़ता बल्कि एक-दूसरे का विश्‍वास और बढता है। वहीं पर कुछ कपल्‍स का यह भी मानना है कि ऐसा करने से उनके लिए खतरा बढ़ सकता है जिससे निपटना काफी मुश्‍किल हो सकता है। अगर आपका/आपकी पार्टनर बड़ी ही पज़ेसिव किस्‍म की है तो वह आपका पासर्व जानने की बहुत इच्‍छुक होगी और अगर आपने उसे अपना पासवर्ड बता दिया तो समझ लीजिये आपकी मौत निश्‍चिंत। साथ ही वे लोग जो सोंचते हैं कि पासवर्ड शेयर करने से कोई फरक नहीं पड़ेगा, तो शायद आपको यह पढ़ लेना चाहिये-

 पासवर्ड बताने से क्‍या होगा-

1.लडा़ई- मान लीजिये आपने अपना पासवर्ड अपनी पार्टनर को दे दिया है, तो हो सकता है कि वह कभी-कभार या फिर रोज़ाना आप पर नज़र रखने के लिए आपका अकाउंट चेक करें। अब सोंचिए आपका क्‍या हो सकता है। आपकी कोई एक छोटी सी गलती आपको जिंदगी भर के लिए झेलनी पड़ सकती है।

2.शंका- अगर आपकी पार्टनर ने ऐसा वेसा कुछ भी अकाउंट में देख लिया तो वह आप पर बिल्‍कुल भी भरोसा नहीं कर पाएगी। इसलिए अगर आप सही भी होगें तब भी वह हर बात पर आप पर शंका करती रहेगी। वह चोरी छुपे आप पर नजर रखना शुरु कर देगी भले ही आप कितने ही शरीफ क्‍यूं न हों। अगर आप सोंचते हैं कि पासवर्ड देने से वह आपको और ज्‍यादा मानने लगेगी तो हो सकता है कि इसका उल्‍टा ही हो।

3.गलतफहमी- कभी ऐसा भी हो सकता है कि आपके किसी फ्रेंड दा्रा कोई मेसेज भेजा गया और वह आपकी पार्टनर को समझ में नहीं आया तो वह उसे गलत तरीके से ले लेगी। भले ही आप उसे इस मेसेज के बारे में सही से समझा दें पर यकीन मानिये उनके दिमाग में गलतफहमी जरुर बनी रहेगी। और वह उसकी तह तक जरुर जाएगीं।

4.प्राइवेसी की कमी- अगर आप पासवर्ड देते हैं तो इससे आपकी प्राइवेसी भंग होगी। हर रिलेशनशिप में स्‍पेस होनी बहुत जरुरी है और अगर किसी को वह नहीं मिलती है तो उसके लिए यह समय बहुत ही निराशा भरा होता है। हमारी जिंदगी में बहुत कुछ ऐसा होता है जो हम अपने दोस्‍तों से तो शेयर कर सकते हैं पर अपने पार्टनर से शेयर करने की सोंच भी नहीं सकते।

कैसे ढूंढे अपने लिए परफेक्‍ट गर्लफ्रेंड

कभी न कभी कई लड़के अपनी लाइफ में इस दौर से जरुर गुज़रे होगें। यह दौर होता है अपने लिए सर्वश्रेष्‍ठ प्रेमिका के चुनाव का। हांलाकि इस जीवन के उथल-पुथल में कई लोग अपने लिए एक अच्‍छी सी गल्‍फ्रेन्‍ड चुन लेते हैं। आप भी सोंचते होगें की उनमें ऐसा क्‍या खास होता है जो आप में नहीं है। तो आप यह जान लीजिये कि वह लोग इस मामले में आपसे थोड़ा ज्‍यादा स्‍मार्ट और इंटेलिजेंट होते हैं। अगर आप भी किसी लड़की को अपनी गल्‍फ्रेन्‍ड बनाना चाहते हैं पर यह सोंच कर पीछे रह जाते हैं कि आपमें हिम्‍मत नहीं है, तो घबराइये मत और इस लेख को पढिये।

 

1. आकर्षक दिखें-

कोई भी इंसान पैदायशी ही अच्‍छा नहीं दिखने लगता बल्कि वह अपने ऊपर काफी काम करता है। जी हां, आप भी गुड लुकिंग और स्‍मार्ट लग सकते हैं अगर आप अपने अंदर कुछ बेहतरीन स्‍किल्‍स डेवेलप कर लें तो। खुद के अंदर किसी भी लड़की से बात करने का आत्‍मविश्‍वास जगाएं। जो भी झिझक और शर्म हो उसे दूर करने की कोशिश करें और फिर देखें इसका जादू।

 

2. आप क्‍या चाहते हैं-

अगर आपको अच्‍छी प्रेमिका की तलाश है तो सबसे पहले यह जाने की आपको क्‍या चाहिये। अपने दिमाग में एक साफ आइडिया बनाएं कि आपको किस तरह की लड़की चाहिये और उसमें क्‍या खूबी होनी जरूरी है। एक बार अगर आपने सही से सोंच लिया तो दूबारा आपको इस बारे में सोंचने की जरुरत नहीं पड़ेगी। लड़की की पढ़ाई-लिखाई, उसके विचार या फिर उसकी उम्र आदि पर एक फोकस तय कर लें और उस हिसाब से उसे ढूंढे।

 

3.सही जगहं जाएं-

अब जब आपने अपना माइंड सेट कर लिया है कि आपको किस तरह की गल्‍फ्रेन्‍ड चाहिये तो उसे ढूंढने के लिए सही जगहं पर निकल पड़े। अगर आपको पूजा-पाठ और भगवान पर भरोसा करने वाली लड़की चाहिये तो जाहिर सी बात है कि वह आपको पब में तो नहीं मिलेगी। इसी तरह से एक लिस्‍ट बनाएं, जिसमें जगहं के नाम हों। इस तरह से आप अपनी शहजादी को ढूंढ सकते हैं।

 

4. डरे नहीं-

अब जब आप अपने सपनों की रानी को ढूंढ चुके हों तो उसे अपने दिल की बात कहने से बिल्‍कुल डरे नहीं। आपको यह भी बता दें कि लड़कियों को वही लड़के पसंद होते हैं जो अपनी दिल की बात उनको खुल कर और बिना डरे हुए बताते हैं। वैसे भी जब आपने उसके बारे में इतनी जाचं-पड़ताल कर ही ली है तो आखिरी मोमेंट पर पीछे हटना कहीं से भी समझदारी नहीं है। तो बिना देर किए हुए थोडा सी हिम्‍मत दिखाइये और कर दीजिये उसको प्रोपोज़।

ऐश के ‘मोटी’ होने की चर्चा!

0

हमेशा सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अदाकारा ऐश्वर्या राय बच्चन ने खुलासा कर दिया है कि वो भी कांस फिल्म फेस्टिवल में जाएंगी। फेस्टिवल में वो कैसी लगेंगी, क्या पहनेंगी को लेकर पिछले दिनों हर जगह काफी गर्म बहसें चल रही थीं।

ऐश्वर्या इस फेस्टिवल में 11वीं उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर रही हैं। ऐश वहां लोरिएस पेरिस (Loreal Paris) के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर एड्स के खिलाफ लड़ने के लिए कुछ फंड इकट्ठा करने की भी कोशिश करेंगी। ऐश वहां amfAR (The American Foundation for AIDS Research) द्वारा आयोजित चैरिट डिनर पार्टी में हिस्सा लेंगी। ये पार्टी 24 और 25 मई को होने की उम्मीद की जा रही है।

ऐश्वर्या ने कहा था कि, “ग्यारह शानदार साल… अभी तक की यात्रा उल्लेखनीय और वास्तव में यादगार रही। इस साल, मैं विशेष रूप से एक महत्वपूर्ण कारण से वहां जा रही हूं, मैं वहां amfAR डिनर में हिस्सा लूंगी, ताकि एड्स के खिलाफ लड़ने के लिए कुछ पैसे जुटाने की मदद कर सकूं।”

इन सबसे अलग कई ऐसे लोग भी हैं जो ऐश के मां बनने के बाद बढ़े वजन के बारे में बातें करते रहे हैं। याद है कैसे करिश्मा कपूर ने ऐश पर निशाना साधते हुए एक डेली न्यूजपेपर से कहा था कि, “कुछ महिलाएं अपनी गति से वजन कम करना पसंद करती है, तो यह ठीक है?” करिश्मा ने जाहिर तौर पर अपने दूसरे बच्चे के जन्म के बाद अपना वजन 23 किलोग्राम तक घटा चुकी हैं।

लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो ऐश का समर्थन करते हैं और पूर्व मिस वर्ल्ड की निंदा करने वालों की आलोचना करते हैं। अभी हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री लारा दत्ता ने लोगों और मीडिया की भर्तसना की थी जिसने ऐश्वर्या राय बच्चन के बढ़े वजन को लेकर हंगामा मचा रखा था। उन्होंने कहा था कि, “आपको कोई हक नहीं है कि आप ऐश्वर्या जैसी औरत पर कोई कमेंट करें, जो प्रेग्नेंसी के दौरान कठिन परिस्थितियों से गुजरी हो। मेरा वजन नहीं बढ़ा क्योंकि मैं प्रेग्नेंसी के दौरान योगा करती थी, लेकिन ये एक निजी पसंद है जो कि ऐश के मामले से कोई ताल्लुक नहीं रखता। इसलिए किसी भी तरह के अनुमान लगाने से बचें।”

पांच सितारा होटलों की याचिका खारिज

राज.उच्च न्यायालय जोधपुर की खण्ड पीठ ने की याचिका खारिज

नगर परिषद को करो$डों का लाभांश

उदयपुर, नगरीय विकास शुल्क के विरूद्घ पांच सितारा होटलों की याचिका हाईकोर्ट से खारीज होने के बाद परिषद को करो$डों की आय होने की प्रबल संभावना है।

राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर की खण्डपीठ के मुख्य न्यायाधीश अरूण मिश्रा एवं न्यायाधीश कैलाश चन्द्र जोशी की खण्ड पीठ ने १८ अप्रेल को पांच सितारा होटल उदय विलास और ट्राइडेंट द्वारा नगरीय विकास शुल्क की वसूली की चुनौती की याचिका को खारिज कर दिया।

उल्लेखनीय है कि नगर परिषद उदयपुर ने उदय विलास होटल की ८८ लाख पच्चीस हजार व होटल ट्राइडेन्ट को ५९ लाख अ_ेत्तर हजार आठ सौ आठ रूपये नगरीय विकास शुल्क जमा कराने का नोटिस दिया था। जिसकों इन पांच सितारा होटलों ने असंवैधानिक बताते हुए जमा कराने से इंकार कर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी जिसको हाईकोर्ट ने खारिज कर रूपये जमा कराने के आदेश दिये है। विधी सलाहकार समिति के अध्यक्ष के.के.कुमावत ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ट्राइडेन्ट होटल ने बुधवार को२४६९२२ रूपये का चैक नगर परिषद में जमा कराया व बकाया राशी भी शीघ्र जमा कराने का कहा है । कुमावत ने बताया कि होटल उदय विलास की बकाया राशि ८८ लाख पच्चीस हजार रूपये बकाया जमा कराने का नगर परिषद द्वारा नोटिस भेज दिया गया है।

तीन घण्टे खुला रहा एटीएम

उदयपुर, शहर के व्यस्ततम एरिया में एसबीबीजे का एटीएम बैंक कर्मियों की जापरवाही की वजह से तीन घंटे तक खूला प$डा रहा। और अन्दर से सभी मशीनों के बंधे नोट चमकते रहे तीन घंटे बाद अधिकारियों ने मोके पहुच कर मशीन का लॉक किया।

एक तो शहर में वैसे ही इनदिनों चोर, उचक्कों ने आतंक मचाया रखा है और इन चोर उचक्कों को आमंत्रण देने के लिए एसबीबीजे बैंक कर्मियों की घोर लापरवाही सामने आयी। देहलीगेट पर कलेक्ट्री परिसर के पास एसबीबीजे के एटीएम में सुबह ९ बजे बैंककर्मी रूपये डालने के लिये आये और रूपये डालने के बाद बिना लॉक किये एटीएम मशीन को ऐसे ही छो$ड कर ढक्कन लगा कर चले गये। थोडी देर बाद एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे व्यत्ति*यों ने मशीन को खुला पाया जिसमें से निकलने वाली रसीद के रोल उपर ही खुले थे और १००-१०० और ५००-५०० के नोटर भी अलग अलग बण्डल में दिखाई दे रहे थे। पहले तो लोगों को माजरा समझ नहीं आया और धीरे-धीरे एटीएम के बाहर भी$ड जमा हो गई। मौके पर कलेक्ट्री मे तैनात पुलिस कर्मी भी पहुच गये । इस सारे घटनाक्रम के दौरान तीन घंटे तक एटीएम मशीन खूली रही। तब कहीं जाकर एटीएम सर्विस करने वाला भी वहां पहुचा और एसबीबीजे के एटीएम इन्चार्ज राजेश शर्मा भी मौके पर पहुचे। जिन्होंने बताया कि मानवीय भूल के कारण मशीन खुली रह गयी। लेकिन इसमें से पैसे ना किसी ने निकाले है ना ही ऐसे कोई निकाल सकता है। यहां रूपये डालने वाले कर्मचारी एटीएम का ढक्कन जोर से दबाकर बन्द करना भूल गये। एटीएम सर्विस करने के बाद में आकर ढक्कन बन्द किया

तरवाडी ने की पत्रकारों को शीघ्र भूखण्ड आवंटन की मांग

उदयपुर, राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष दिनेश तरवाडी ने उदयपुर संभाग के पत्रकारों को मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व घोषित भूखण्ड आवंटित योजना में स्थानीय विभागों द्वारा सकारात्मक कार्यवाही नहीं किये जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से स्थानीय निकयों को निर्देश देने का आग्रह किया है।

दिनेश तरवाडी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कहा कि उदयपुर शहर सहित डूंगरपुर, बांसवा$डा, चित्तौडग$ढ, प्रतापगढ, राजसमंद में जनसंपर्क, जनसुनवाई के दौरान पत्रकारों को समय पर आवासीय भूखण्ड आवंटन नहीं होने की शिकायत मिली है। जबकि मुख्यमंत्री द्वारा पत्रकारों को भूखण्ड आवंटित करने के निर्देश दिये गये है लेकिन स्थानीय निकायों द्वारा इन निर्देशों की पालना नहीं की जा रही है इसलिये पत्रकारों में रोष व्यापत है। तरवा$डी ने आग्रह किया कि मुख्यमंत्री द्वारा स्थानीय निकायों को पत्रकार भूखण्ड आवंटित योजना के अंतर्गत जल्द से जल्द कार्यवाही कर भूखण्ड आवंटित करने के निर्देश प्रदान किये जायें।

भवन निर्माण अनुमति की जानकारी अब वेबसाइट पर उपलब्ध होगी

उदयपुर, नगर परिषद से भवन अनुमती संबंधी जानकारी अब घर बैठे वेबसाईट पर प्राप्त कर सकेगें। बुधवार को हुई बैठक में भवन अनुमति समिति की अध्यक्षा डा.किरण जैन ने बताया कि अब भवन अनुमति की जानकारी के लिए नगर परिषद के चक्कर काटने नहीं पडेगें। नगर परिषद के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि भवन संबंधी जानकारी लोग अब घर बैठे वेबसाईट http://www.udaipurmc.org/  पर प्राप्त कर सकते है। अब तक हुई १६ बेठको में स्वीकृतियों की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।

डा.जैन ने बताया कि बुधवार को हुई बैठक मे २१५ पत्रावलियों का निस्तारण किया गया। उन्होंने बताया कि शिकायत पेटी में आने वाली शिकायतों पर शीघ्र कार्यवाही की जायेगी। बैठक के बाद आधे घंटे तक जनसुनवाई की गयी।

 

जलदाय कर्मियों की लापरवाही के चलते आमजन का स्वास्थ्य संकट में

उदयपुर, जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते शहर के कई मौहल्ले में गंदा पानी पीने को मजबूर है बरसों पुरानी पाईप लाईन में सिवरेज का व गंदी नालियों का पानी रिस कर आता है। जिससे आमजन का स्वास्थ्य संकट में है।

शहर के अंदरूनी हिस्से श्रीनाथ मार्ग, खेरादीवा$डा, कांजी का हाटा, कोलपोल, कुम्हारवा$डा, घंटाघर, मांजी की बाव$डी आदि क्षेत्र में सुबह नलों में गंदा पानी आने की वजह से क्षेत्रवासी पिछले कई दिनों से परेशान है। क्षेत्रवासियों के अनुसार यहां सुबह पानी की सप्लाई की जाती है जब लोग पानी भरने उठते है तो नलों में गंदा बदबुदार पानी आता है पीना तो दूर की बात है किसी और काम कपडे धोने व अन्य काम का भी नहीं रहता।

क्षेत्रवासियों के अनुसार जलदाय विभाग के कंट्रोल रूम व अधिकारियों को कई बार सूचित करने पर भी किसी का इस और ध्यान नहीं दिया।

सूत्रों के अनुसार गंदा पानी आने की वजह से शहर के कई क्षेत्रों में पाईप बरसों पुरानी है जिन्हे कभी बदली नहीं गयी और यह लाईने जगह जगह से लिकेज हो गयी है। अत: जब पाईप लाईने खाली हो जाती है तो उनमें गंदी नालियों व सिवरेज का पानी आ जाता है और सप्लाई के दौरान यहां गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंच जाता है।

जलदाय विभाग के सहायक अभियंता संजय श्रीवास्तव के अनुसार मेरी जानकारी में नहीं है अब जानकारी मे आया है पानी के सेम्पल लेकर जांच करवाई जायेगी।

पेंथर के हमले में दो घायल

उदयपुर, ऋषदेव कस्बे के मसारों की गांव में आये पेंथर ने हमला कर दो ग्रामीणों को घायल कर दिया।

सूत्रों के अनुसार सवेरे जंगल की तरप* से मसारों की ओवरी गांव में माइंस की तरप* पेंथर घूसने पर उसे ग्रामीणों ने घेर लिया। इस दौरान ग्रामीणों पर हमला कर दूर जाकर बैठक गया। इस पर ग्रामीणों ने पिछा कर उसे जंगल की तरप* भगाने का प्रयास करने पर उसने वापस हमला कर अपनी जान बचाकर जंगल की तरप* भाग निकला। हमलें में मसारों की ओवरी निवासी गोतम पुत्र शंकर अहारी, बाबू पुत्र दाना मसार के हाथ पैर व शरीर पर जखम हो गये। इस पर १०८ एम्बूलेन्स की मदद से उसे उपचार के लिए ऋषभदेव चिकित्सालय पहुचाया। इधर घटना की सूचना मिलने पर पुलिस एवं वन विभाग के सहायक वन संरक्षक महिपाल सिंह,, शूटर सतपाल सिंह, रेजन हूरमाल सिंह मीणा, वनपाल रूपलाल, वन रक्षक थावर चंद, भैरूलाल, केटल गार्ड कैलाश मावजी मय जाप्ता मोके पर पहुचकर ग्रामीणों की मदद से क्षैत्र में पेंथर की तलाश की लेकिन साय तक उसका पता नहीं चल पाया है। रेस्क्यू टीम मौके पर तलाश में जुटी हुई है।

पुलिस ने दिखाया रौब, निदोष पर घौंस

रिपोर्ट – अब्दुल लतीफ़

उदयपुर, अपराधियों को पकडऩे में नाकाम रहने वाली पुलिस आम जनता में विश्वास तो कायम नहीं कर पा रही है लेकिन लोगों को बेवजह परेशान करना और चालान के नाम पर उनके साथ बदसलूकी करना आम बात हो गई है। आज ऐसी ही घटना एम.बी. कॉलेज चौराहे पर देखने को मिली।

बतााय जाता है कि प्रात: करीब 11 बजे एक बाइक चालक जो पेशे से व्यापारी लग रहा था कि अपनी मोटरसाइकिल को सडक़ के साइड में रोक कर मोबाइल पर बात कर रहा था। इसी दौरान ट्राफिक पुलिस का एक जवान आया और उससे गाड़ी की चाबी छीनने का प्रयास किया और उस पर मोबाइल पर बात करने का चालान बनाने को कहने लगा। व्यापारी ने अपनी गलती न मानते हुए उसे चाबी देने से मना कर दिया और पुलिस जवान से रोड के साइड में आकर बात करने की गुजारिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस जवान ने बात बनती न देख और आपस में व्यापारी से बहस हो जाने पर अपने वर्दी के दो तीन बटन तोड़ डाले और अपने आला अधिकारी को फोन कर व्यापारी द्वारा बदसलूकी का आरोप लगा दिया। इससे कु्रद्ध व्यापारी ने भी अपने साथी व्यापारी को इस घटना की सूचना दी। करीब 20 मिनट बाद व्यापारी के परिचित व दो-तीन व्यापारी मौके पर पहुंचे और पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी की निंदा करते हुए उन्हें सलीके से पेश आने की गुजारिश की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि व्यापारी ने भी तेश में आकर वहां खड़े पुलिस जवानों के साथ धक्का-मुक्की की। इस दौरान ट्राफिक पुलिस द्वारा इसकी सूचना भूपालपुरा थाना पुलिस को दे दी जिस पर थाने से एक जीप वहां पहुंची और व्यापारी के साथ जबदस्ती कर उसे बैठाने का प्रयास किया।

लोगों ने बताया कि बात बिगड़ती देख पुलिस ने अपने रवैये में बदलाव करते हुए व्यापारी से गुजारिश कर उसे भूपालपुरा थाने में बैठ बात करने के लिए कहा। उसके पश्चात व्यापारी को पुलिस थाने ले गई। इस दौरान अन्य व्यापारी भी मौके पर एकत्र हो गए और भूपालपुरा थाना पहुंचे।जब भूपालपुरा थाने पर फोन किया गया तो उन्होंने इस घटना से इंकार करते हुए बताया कि यह ट्राफिक से संबंधित है और वाहन का चालान बनाकर छोड़ दिया गया है।