सेलिब्रेशन मॉल में साल्सा से थिरका उदयपुरवासियों का मन

डेजलिंग दीवाली उत्सव के तहत रिचर्ड-स्नेहा की शानदार प्रस्तुति

उदयपुर , आकर्षक सजावट और खचाखच भरे माहौल में सेलिब्रेषन मॉल के स्टेज पर जब इंडियन साल्या प्रिंसेस स्नेहा कपूर और रिचर्ड थूलर ने अपना साल्सा डांस प्रस्तुत किया तो शहरवासियों का मन भी साल्सा की धुन और कलाकारों की कदमताल के साथ थिरक उठा। मॉल में डेजलिंग दीवाली उत्सव पर धनतेरस और रविवार के साथ ऑफर भरी शोपिंग और साल्सा की प्रस्तुति ने लोगों का उत्साह दुगुना कर दिया।

रिचर्ड और स्नेहा के बोलिवुड बिट्स ,जय हो,षोलो से ,बहके बहके, पंजाबी पॉप इष्क तेरा तडपावें पर बेलेन्स,टाईमिंग,स्पीन्स और पार्टनर के साथ जबरदस्त तालमेल से किये साल्सा लिफ्ट्स को देख कर लोगो ने खूब इंजाय किया।

मॉल प्रबंधन के अनुसार सेलिब्रेशन मॉल में आने वाले सभी लोगो को पारिवारिक माहौल में खरीददारी के साथ साथ स्वस्थ मनोरंजन के अपने वादे के तहत् आयोजित किये जा रहे कार्यक्रम की कड़ी में पिछले तीन रविवार से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उदयपुर का यह पहला मॉल है जिसमें लोगों को शॉपिंग के साथ-साथ सांस्कृतिक संध्या का अवसर मिल रहा है। मॉल प्रबंधन प्रमुख त्यौहारों और अवसरों पर इस तरह के आयोजन करता रहेगा। डेजलिंग दीवाली उत्सव के तहत निष्चत राषि की खरीद पर लक्की ड्रा के तहत एक विजेता को ईयोन कार प्रदान की जायेगी।

स्नेहा और रिचर्ड भारतीय साल्सा को विष्व के मानचित्र पर स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान रखते हैं । रिचर्ड और स्नेहा की जोडी ने विष्वभर में भारतीय साल्सा का प्रदर्षन किया है। स्नेहा और रिचर्ड ने साल्सा चैंपियनषिप जीतकर इस नृत्य में अपना प्रमुख स्थान बनाया है। स्नेहा कपूर साल्सा डांसर होने के साथ ही कोरियोग्राफर और निर्देषक भी है। स्नेहा ने एक मिनिट में सर्वाधिक स्विंग डांस फ्प्सि का गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया है साथ ही डांस इंडिया डांस सीजन 3, इंडियाज गोट टेलेंट में फाइनलिस्ट, जस्ट डांस परपफेक्ट ब्राइट का कोरियोग्राफी और दिल दोस्ती डांस रियलिटी ष्षो में काम किया है। स्नेहा ने मधुर भंडारकर की फिल्म हिरोइन में कोरियोग्राफी की है। रिचर्ड स्पीन्स में लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चूके है इण्डियाज गोट टेलेण्ट,एन्टरटेन्मेन्ट के लिये कुछ भी करेगा जैसे रियलिटी शो के प्रतिभागी रहे हैै।

राष्ट्रीय नौकायन प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश रहा अव्वल

उदयपुर, शहर की विश्व प्रसिद्घ फतहसागर झील में चल रही राष्ट्रीय स्तर की कायाकिंग और केनोइंग प्रतियोगिता का रविवार को मेडल सेमेरनी के साथ समापन हुआ। जिसमें मध्यप्रदेश ने सबसे अधिक मेडल झटक कर पहला स्थान प्राप्त किया जबकि मेजबान राजस्थान को एक कांस्य मैडल में ही संतुष्ट करना पडा।

पिछले चार दिनों से चल रही कायाकिंग और केनोइंग प्रतियोगिता फतहसागर में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी। बाजुओं की ताकत में तुफानी रफतार रविवार शाम को थमी। इस प्रतियोगिता ने वाटर स्पोर्टस और नौकायन के खेलों के आयोजन के लिये लेकसिटी उदयपुर को एक बडे दावेदार के रूप में स्थापित किया है।

कायकिंग और केनोइंग में पुरूष चैम्पियनशीप में आर्मी स्पोर्टस कंट्रोल बोर्ड ने 15 मेडल लेकर पहला स्थान पाया जिसमें 6 गोल्ड, 7 सिल्वर व 2 कांस्य मेडल है। आटेलरी ने १13 पदक हांसिल किये जिसमें 6 गोल्ड, 5 सिल्वर व 2 कांस्य, इंडिया नेवी ने 2 पदक 1 गोल्ड व 1 कांस्य, मध्यप्रदेश ने 8 पदक 3 गोल्ड, 2 सिल्वर व 3 कांस्य। उत्तराखण्ड ने 6 पदक 1 गोल्ड, 2 सिल्वर व 3 कांस्य, मैंगलोर की टीम ने 6 पदक 1 सिल्वर व 5 कांस्य तथा सीमा सुरक्षा बल को एक कांस्य मैडल में ही संतुष्ट करना पडा।

महिला चैम्पियनशीप में मध्यप्रदेश ने 13 पदक जीतते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। जिसमें 11 गोल्ड, 1 सिल्वर व 1 कांस्य है। केटला ने भी 13 पदक जीते लेकिन उसमें 2 गोल्ड व 11 सिल्वर है। छत्तीसगढ ने 7 कांस्य पदक तथा सीआरपीएफ को एक कांस्य मिला।

जूनियर चैम्पियनशीप में मध्यप्रदेश ने 14 मेडल लेते हुए पहले स्थान पर जगह बनाई। जिसमें 7 गोल्ड, 6 सिल्वर व 1 कांस्य मैडल है। उत्तराखण्ड ने 11 कजिसमें 7 गोल्डद्व 4 सिल्वर। केरला ने 2 गोल्ड, 2 सिल्वर व 7 कांस्य के साथ 11 मेडल जीते। छत्तीसगढ को 6 मेडल, 1 सिल्वर, 5 कांस्य, यूपी को एक सिल्वर, मेजबान राजस्थान को 1 कांस्य व आंधप्रदेश को 2 कांस्य मेडल प्राप्त हुए।

सब जूनियर चैम्पियनशिप में 18 मेडल लेते हुए मध्यप्रदेश आगे रही। जिसमें 10 गोल्ड, 4 सिल्वर, 4 कांस्य मेडल जीते। उत्तराखण्ड ने 11 मेडल, 6 गोल्ड, 5 सिल्वर। 3$डीसा ने 6 मेडल, 2 सिल्वर, 4 कांस्य, केटला ने 10 मेडल 4 सिल्वर, 6 कांस्य। छत्तीसगढ 6 मेडल 2 गोल्ड, 2 सिल्वर व 2 कांस्य मेडल, महाराष्ट्र ने २ कांस्य, यूपी ने 1 सिल्वर, 1 कांस्य, आर्मी स्पोर्टस बोर्ड ने 1 सिल्वर व आर्टलो ने 1 गोल्ड मेडल जीता।

कायाकिंग व केनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष रंगनाथन ने अगला अंतर्राष्ट्रीय केम्प उदयपुर राजस्थान को देने की घोषणा की है। समापन समारोह में मुख्य अतिथि शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया, सभापति रजनी डांगी व लक्ष्यराज सिंह मेवा$ड थे।

धमकी देकर पैसा ऐंठती है पत्नी!

उदयपुर, शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर पैसे ऐंठने का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस सूत्रो के अनुसार जगदीश पुत्र रामचन्द्र साहू निवासी ग्लास फैक्ट्री ने अपनी पत्नी संगीता साहू, पत्नी के रिश्तेदार वरदीचंद तेली, हमेरीबाई तेली निवासी तेलीवाडा, राजेश उर्फ राजू, शांता बाई, सोनू निवासी गींगला के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसकी संगीता के साथ शादी फरवरी २०१० में हुई थी। उस समय उसने ससुराल पक्ष को डेढ लाख रूपए देकर मदद की थी। शादी के बाद उसका उसकी पत्नी के साथ झगडा होता रहता था और उसकी पत्नी उसे लगातार झूठे मुकदमें दर्ज करवाने की धमकी दे रही थी। गत दिनों उसकी पत्नी गींगला जाने के लिए निकली और वापस नहीं आई। कुछ दिनों बाद उसके पास फोन आया और संगीता के वापस नहीं आने की जानकारी दी। साथ ही ससुराल पक्ष ने फैसला करवाने के लिए ३० हजार रूपए की मांग की। जिसके बाद उसने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

धनतेरस पर हुई खुब खरीददारी

उदयपुर, रविवार को धनतेरस पर्व के उपलक्ष्य में जहां बाजारों में खरीददारों की रौनक रही वहीं घरों में महिलाओं ने सुबह साफ सफाई के साथ कुबेर एवं लक्ष्मी का पूजनकिया और शहर में लक्ष्मी मंदिरों में सुबह से दर्शन पूजा के लिए कतारे लगी रही।

धनतेरस पर बाजारों की रौनक देखते हुए विशेषज्ञों का अनुमान है कि धनतेरस पर शुभ मुहूर्त के चलते करोडों रूपये का कारोबार होगा। बाजारों में खरीददारों की भीड रही हर बाजार में जाम की स्थिति रही। ज्वैलरी, इलेक्टा्रनिक्स, गारमेन्ट, बर्तन,मिठाई आदि की दुकानों पर खरीददारों की खासी भीड रही। व्यापारियों का अनुमान है कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में २० से ३० प्रतिशत अधिक कारोबार होगा। विशेषज्ञों के अनुसार १५०करोड रूपये से अधिक कारोबार होने की उम्मीद

महालक्ष्मी के दर मेला आज से : भटियानी चौहट्टा स्थित उदयपुर के एक मात्र महालक्ष्मी मंदिर में धन तेरस से ४ दिन का मेला लगा है। सुपरपावर लक्ष्मी मंदिर में लगने वाला यह मेला पारम्परिक है ओर कई पीढियों से उदयपुर वासी मनाते आ रहे है। इस अवसर पर दर्शन के लिए मंदिर में सुबह से शाम तक कतारे लगी रहती है। मंदिर व्यवस्था समिति के विजय श्रीमाली ने बताया कि मंदिर पर लगने वाले मेले के तहत रविवार धनतेरस को पूजाव विशेष आरती सुबह पांच बजे की गयी । श्रद्घालुओ को प्रसाद वितरण किया गया एवं दिन भर भजन कीर्तिन चलते है। सौमवार को रूप चौदस के मोके पर देवी की प्रतिमा पर विशेष शृंगार किया जाएगा।

ट्राफिक व्यवस्था बदली : पांच दिन तक चलने वाले दिपोत्सव के मद्देनजर शहर में कई जगह ट्राफिक व्यवस्था मे बदलाव किया है। रविवार से मंगलवार तक शाम ४ बजे से रात १२ बजे तक शहर के हाथीपोल से घंटाघर होते हुए जगदीश चौक तक,रंग निवास से जगदीश चौक तक,घंटाघर से मुखर्जीचौक तक, मार्शल चौराहा व अस्थल चौराहे से पुराना कंट्रोल रूम तक,अमृत नमकीन से पुराना कंट्रोल रूम होते हुए बापू बाजार व देहलीगेट तक तथा देहलीगेट से अश्वनी बाजार हाथीपोल एवं चांदपोल तक किसी भी तरह के दुपहिया वाहन, चार पहिया वाहन नहीं चल पायेगें।

ट्रेन की चपेट में आने से अधेड की मौत

उदयपुर, अपने परिजनों के साथ दिपावली मनाने जा रहे एक परिवार के मुखिया की ट्रेन से फिसलकर ट्रेक पर गिर ट्रेन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई।

शनिवार रात बिहार के समस्तीपुर का निवासी रामप्रवेश सहाली (५५) अपने परिवार और दामाद के साथ ११.३० पर ग्वालियर एक्सप्रेस में राणा प्रताननगर स्टेशन से सवार हुआ त्यौहारों के चलते बोगी में काफी भीड थी रामप्रवेश दरवाजे पर ही खडा हो गया रेल चलते ही चढने वालों की धक्का मुक्की से रामप्रवेश फिसल कर रेल्वे ट्रेक के बीच जा गिरा ओर ट्रेन उसके पैर अलग करते हुए आगे बढ गयी। राम प्रवेश २०मिनट तक अंधेरे में पडा कराहता रहा। लेकिन किसी का ध्यान नहीं गया। अपनी बहन को छोडने आये राकेश जैन ने उसकी आवाज सुनी और वहां पहुंचा वह दौडता हुआ जीआरपी थाने गया व सूचना दी लेकिन वहां उसे दूत्कार कर भगा दिया। तब उसने १०८ को फ़ोन किया व रामप्रवेश को अस्पताल पहुंचाया जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। डाक्टरों के अनुसार समय पर ईलाज मिल जाता तो रामप्रवेश बच जाता।

एड्स के सबसे अधिक रोगी उदयपुर में

उदयपुर , प्रवासी हेल्थ शिविर के अंतर्गत राजस्थान के ९ जिलों में चलाए जा रहे प्रवासी स्वास्थ्य जांच शिविरों में अब तक उदयपुर जिले में ही सर्वाधिक एचआईवी संक्रमित रोगी मिले हैं। इस मामले में नागौर दूसरे नंबर पर रहा जहां ११ रोगी मिले।

दीपावली दशहरा की छुट्टियों में ग्रामीणों के घर लोटने के मद्देनजर जिले में राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड उदयपुर के सहयोग से स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया था। १ से १० नवंबर तक आयोजित शिविरों में कुल २५६१ लोगों का सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें से २२३२ लोगों का एचआईवी परीक्षण किया गया। जिसमें १५ व्यक्ति एचआईवी संऋमित पाए गए एवं २८९ लोगों का यौन जनित रोगों का इलाज किया गया। दस दिवसीय शिविर में नागौर में ११ व पाली में १० रोगी एचआईवी संक्रमित मिले। शिविर के नोडल अधिकारी डा. मनु मोदी ने बताया कि जिले से सर्वाधिक प्रवासी रोजगार की दृष्टि से बाहर जाते हैं, इसके कारण एचआईवी संक्रमित की संख्या अधिक आई है।

अंतिम शिविर शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नांदेशमा पर लगाया गया था। जिसमें १९८ लोगों की सामान्य स्वास्थ्य जांच की गई। इसमें १७४ लोगों का एचआईवी टेस्ट किया गया जिसमें ५ संक्रमित पाए गए। जिला एड्स बचाव एवं नियंत्रण इकाई संक्रमित व्यक्तियों को एआरटी सेंटर से जोडने का प्रयास करेगी।

वरिष्ठ नागरिकों ने रंगसागर से निकाली जलकुंभी

उदयपुर, झील हितैषी नागरिक मंच द्वारा आज रंग सांगर में से जलकुंभी निकाली गई। जिला प्रशासन से झील में गंदगी करने वालों के खिलाफ सख्ती और जुर्माना लगाने की मांग की है।

झील हितैषी नागरिक मंच के बद्रीलाल, कमलेश पुरोहित, मनीष पालीवाल, हाजी नुर मोहम्मद, सोहनलाल, सरदार मोहम्मद आदि ने पिछोला झील के रंग सांगर में से करीब आधा डम्पर जलकुंभी निकाली। साथ ही बोतले, प्लास्टिक आदि अपशिष्ट भी निकाले। मंच के सदस्यों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि नगर परिषद द्वारा बोर्ड तो लगा है कि झील में गंदगी करने वाले को २००० रूपये जुर्माना लगाया जायेगा लेकिन इसकी सख्ती से पालना नहीं कराई। इसके लिये प्रशासन को चाहिये कि नहाने, कपडे धोने, झीलों के गिर रहे गंदे नाली से झीलों में जो गंदगी हो रही है उसको रोका जाय और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए जुर्माना वसूला जाए।

अनिसा देव मिस व जितेश बने मिस्टर एन.आई.सी.सी.

उदयपुर, एन.आई.सी.सी. की नवीं वर्षगांठ के अवसर पर ऐश्वर्या कॉलेज के सभागार में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या में फैशन शो, गीत-संगीत की रंगारंग प्रस्तुतियां हुई। तथा साथ ही योग, साधना, आध्यात्मिकता विषय पर लघु नाटिका का मंचन भी किया गया।

यह जानकारी देते हुए एन.आई.सी.सी. की निदेशक डॉ. स्वीटी छाबडा ने बताया कि एन.आई.सी.सी. की ९वीं वर्षगांठ पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या में रंगारंग प्रस्तुतियां दी गयी। जिसमें नृत्य की दो प्रस्तुतियां रही। साथ ही फैशन शो में एक से बढकर एक मॉडल ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। श्रेष्ठता के आधार पर अनिसा देव मिस एन.आई.सी.सी. बनी। जबकि जितेश ने मिस्टर एन.आई.सी.सी. का खिताब जीता। इसके अलावा द्वितीय स्थान पर पूजा लखारा व हिमांशु जबकि तृतीय स्थान पर दीक्षा व महेन्द्र रहे। सभी विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान किये। कार्यऋम के दौरान योग, साधना से जीवन शैली को तनावमुक्त बनाए रखने पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया।

डाक घर में सोने के सिक्कों पर छूट के नाम पर ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा है

उदयपुर, । डाक विभाग द्वारा बाजार दर से 7 प्रतिशत कम दर पर सोने के सिक्के उपलब्ध कराने की घोषणा वास्तव में आमजन को भ्रमित कर रही है। हकीकत यह है कि डाक घर से बेचने जाने वाले सिक्के बाजार दर से भी अधिक मंहगे है।

डाक विभाग द्वारा विज्ञापन और समाचार पत्रों की खबरों में सोने के सिक्के बाजार दर से 7 प्रतिशत छूट के दावे किये जा रहे है जबकि हकीकत यह है कि शनिवार को बाजार मूल्य 10 ग्राम सोने के सिक्के का मूल्य 31900 रूपये था जबकि डाकघर (शास्त्री सर्कल) में यह 39166 रूपये तथा डिस्काउन्ट के बाद 35454 लिये जा रहे है। यानी की पोस्ट आफिस में 10 ग्राम सोने के सिक्के पर 3599 रूपये अधिक वसूले जा रहे है और ग्राहकों को शुद्घता के नाम पर और डिस्काउंट का लालच देकर गुमराह किया जा रहा है। शास्त्री सर्कल पोस्ट आफिस के पोस्ट मास्टर लक्ष्मी मीणा से इस अधिक मूल्य के बारे में पूछा तो उनका कहना है कि हमारा सोना 99.99 प्रतिशत शुद्घ है जिसकी गांरटी सरकार देती है और यह मूल्य आरबीआई से तय होता है।

जबकि सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष इंदर ङ्क्षसह मेहता से इस बारे में पूछा तो उन्होने कहा कि बाजार में मिलने वाले सिक्के भी आरबीआई से ही अनुमोदित होते है ओर उन पर भी वहीं मार्का लगा होता है जो पोस्ट आफिस में मिलने वाले सिक्को पर बाजार में मिलने वाले सिक्को की शुद्घता 99.50 प्रतिशत होती है।

दीपोत्सव के चलते बाजार सजे

उदयपुर, दीपोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है। शहर के सभी बाजार सज कर तैयार है। बाजारों में खरीददारी की हर जगह भीड है। बाजारो की रौनक देख कर व्यापारी अंदाजा लगा रहे है कि इस बार दीपावली पर अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है।

दिपावली के मद्देनजर शहर के मुख्य बाजार बापू बाजार, देहलीगेट, बडा बाजार, सिंधी बाजार, लक्ष्मी बाजार,मोचीवाडा आदि सजधज कर तैयार हो चुके है। हर जगह रंग बिरंगी प*र्रियां,लाईटे लगी है। बापू बाजार में देहलीगेट छोर पर विशाल गेट लगा हुआ है और देहलीगेट की सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आकर्षक लाईटो से सेजाया गया है। बापू बाजार में भी बैंक तिराहा से सूरजपोल तक तरह-तरह की लाईटें और छोटे छोटे झूमर लटकाये गये है। दीपावली पर बापू बाजार शहर के आकर्षण का केन्द्र होता है। मोची चौहट्टा में भी लाईटों से बाजार सजाया गया है। सिंधी बाजार, मोचीवाडा, बडा बाजार में भी फर्रियों ओर विद्युत सज्जा का पूरा इंतजाम कर रखा है। बाजारों में खरीददारों से भी खासी रौनक है। सूरजपोल में सजावट के सामान पर महिलाओं की भीड तो मिठाईयों की दूकान पर खासी भीड नजर आ रही है। डिब्बा पैक मिठाईयां लोग अपने परिचितों को दीपावली की बधाई कार्ड के साथ देने क ेलिए पेक करवा रहे है। पटाखों की दुकान ग्रामीण व शहरी लोगों की भीड नजर आ रही है।

दुपहिया वाहनों की बुकिंग में भी बुम आया है शहर के सभी दुपहिया वाहनों के शो रूम में सेल्समेन को फूर्सत नहीं है। सूत्रों के अनुसार हर शो रूम पर २० से ३० दुपहिया वाहन रोज बुक हो रहे है अधिकतर शो रूम मालिकों का कहना है कि लोग बुक करा कर धनतेरस पर डिलीवरी लेगें। धनतेरस को सभी खरीददारो को वाहन मिल जाए इसके लिए विशेष व्यवस्था की गयी है। इलेक्ट्रोनिक्स मार्केट मे इस वर्ष एलसीडी,प्लाज्मा डिजीटल केमरे की मांग ज्यादा है। इलेक्ट्रोनिक्स शो रूम के अधिकतर दुकानों के यह हाल हे कि रात १०से ११ बजे तक शाप खुली रहती है और खरीददारों की भीड रहती है। सोनी की तेजी से लोग परेशान जरूर है लेकिन खरिददारों की कमी नहीं है । घंटाघर क्षेत्र में बडे बडे व्यवसायियों को पू*र्सत नहीं है। लोग सोना खरीदने के लिए घंटो बेठ कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हे।

चेम्बर ऑप* कामर्स द्वारा दीपावली की बाजार सजावट प्रतियोगिता आयोजित होगी। जिसमे जो बाजार सबसे अधिक आकर्षक ढंग से सजाया गया होगा उसे पुरस्कार दिया जाएगा। चेम्बर के अध्यक्ष पारस सिघंवी ने बताया कि शहर के अधिकतर बाजार इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे है। मंहगाईके मद्देनजर इस बार अश्विनी बाजार नहि सजेगा क्यों कि सजावट मे पिछले वर्ष की तुलना में दुगुना खर्च आ रहाहै जिससे अश्विनी बाजार के व्यापारियों ने बाजार नहीं सजाने का निर्णय लिया है।