उदयपुर, मुंबई हमले के आरोपी पाकिस्तानी नागरिक कसाब को फांसी देने पर विभिन्न संगठनों ने हर्ष व्यक्त करते हुए आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया तथा हादसे के शहीदों को श्रद्घाजंलि अर्पित की।
मुंबई मे आंतकवादी हमले एवं १६६ लोगों की हत्या का दोषी आंतकवादी कसाब को बुधवार को फांसी दिए जाने पर अत्यन्त प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शिव दल कार्यकर्ताओं ने प्रमुख मनीष मेहता के नेतृत्व में जगह जगह आतिशबाजी एवं भारत माता पूजन कर शिव दल के केन्द्रिय कार्यालय भारत माता मंदिर पर श्रद्घाजंलि सभा कर शहीदों को नमन किया। शिव दल प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि फांसी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आज प्रात: १० बजे शिव दल कार्यकर्ताओं ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस चौराहा पर १०.३० बजे जाडा गणेश जी चौक, तीज का चौक, आवरीमाता जी रेती स्टेण्ड, रावजी का हाटा , अम्बामाता मंदिर के बाहर, अमरनगर, गोवर्धन विलास, पारस तिराहे पर शिव दल कार्यकर्ताओंने धरती पर भारत माता का मानचित्र बनाकर उस पर दीप प्रज्जवलन कर भारत माता का पूजन किया। तत्पश्चात भारत माता की जयजयकारों के बीच भव्य आतिशबाजी करने के उपरान्त जनता मे मिठाई वितरित की गई।
उदयपुर, नवासा-ए-रसुल हजरत इमाम हुसैन और उनके ७२ जॉनिसारों की शहादत की याद में गुरूवार को छड़ियों का जुलूस निकाला जाएगा।
फैजे हुसैन कमेटी (बडी पल्टन) ताजिया कमेटी के शाहनवाज खान ने बताया कि मजहबे इस्लाम के आखिरी नबी मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसेन ओर उनके साथ कर्बला के मैदान में शहीद हुए ७२ जॉनिसारों की याद में मोहर्रम माह की ७ वीं तारीख को छड़ियों का जुलूस गुरूवार को निकाला जाएगा। जुलूस को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है।
उन्होंने बतायाकि छडियों का जुलूस गुरूवार सुबह ९.३० बजे लोहा बाजार स्थित जामा मस्जिद से शुरू होकर अलीपुरा,रहमान कालोनी शास्त्री सर्कल, धोलीबावडी,काली बावडी, कोठियों की गवाडी, अंजुमन, कुंजरवा$डी, खेरादीवा$डा, सिंधी सरकार की हवेली, मोचीवा$डा, नावघाट, नागानगरी,कल्लेसात,महावतवाडी, काजीवाडा, दरखानवाडी, कारवाडी, सिलावटवाडी होते हुए चेटक सर्कल स्थित पलटन की मस्जिद पर छडियों को मुकाम देने के साथ ही सम्पन्न होगा। छडियों के जुलूस में विभिन्न मुस्लिमों की १४ छडियां एवं करीब २ दर्जन आलम शामिल होगें। छडियों के जुलूस के पल्टन मस्जिद पहुंचने से पूर्व ही पल्टन के ताजिये को मुकाम पर रख दिया जायेगा ओर जुलूस के सम्पन्न होने के बाद मन्नत वाले मन्नत उतारेंगे एवं आमजन जियारत करेंगे।
मोहर्रम माह की ९ वीं तारीख शनिवार शाम को चेटक मस्जिद के बाहर पलटन के ताजिये को आमजन की जियारत के लिए रखा जाएगा जहां विभिन्न समाज एवं धर्मो के लोग ताजिये पर फूल अगरबत्ती, सेहरा,मिठाई एवं चांदी का चढावा चढायेगें।
मेहंदी की रस्म : शहर के बाजे वालो की ओर से छडियो के जुलूस के बाद रात्रि को हरवेन जी का खुरा से बैण्ड बाजों के साथ मेहंदी निकाली जायेगी जो भडभुजा घाटी स्थित लंकापति बाबा की दरगाह पर चढाई जायेगी। २५ नवम्बर मोहर्रम माह की १० वीं तारीख को दो चरणों मे ताजिये का जुलूस निकाला जायेगा। पहले चरण में सुबह ताजियों को हरवेन जी का खुर्रा से घंटाघर होते हुए पांडुवाडी स्थित पिछोला झील के किनारे एवं दूसरे चरण में तीज का चौक से घंटाघर , जगदीश चौक होते हुए लाल घाट पर ले जाया जायेगा। जहां ताजियों को ठण्डा करने की रस्म अदा की जायेगी।
उदयपुर, प्रशासन शहरों के संग अभियान के द्वितीय चरण में बुधवार को नगर विकास प्रन्यास में शिविर आयोजित किया गया। आगामी २५ दिसम्बर तक आयोजित होने वाले इस चरण के प्रथम दिन ८० लोगों को पट्टे वितरित किये गए।
इस अवसर पर आयोजित समारोह के सम्बोधित करते हुए राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष दिनेश तरवाडी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा अनुरूप वर्षो से कृषि भुूमि पर काबिज लोगों को अब मालिकाना हक मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान राज्य सरकार ने भूमि आवंटन,नियमन सहित कई रियायतें दी गई हैं। उन्होंने आवश्यकता जताई कि नगर परिषद् एवं नगर विकास प्रन्यास सहित मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप अधिकारी एवं कर्मचारी सकारात्मक सोच के साथ अभियान को सफल बनाने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि वर्षो से भूमि पर काबिज अनुसूचित जाति, जनजाति एवं गरीब लोगों को स्टेट ग्रांट योजना के तहत मालिकाना हक दिलाएं।
समारोह को सम्बोधित करते हुए नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रूपकुमार खुराना ने कहा कि राज्य सरकार ने अभियान के दौरान कई रियायतें दी है ऐसे में लोगों को आगे आकर इसका लाभ उठाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान में १९९९ से पूूर्व भूमि पर काबिज लोगों को नियमानुसार पट्टे दिये जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा िकवे इस सम्बन्ध में आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर काबिज भूमि के मालिक बन सकते हैं।
उदयपुर,। राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड उदयपुर को बाडमेर स्थित गिरल लिग्नाईट खदान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अवार्ड प्रदान किया गया। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में बुधवार को आयोजित समारोह में कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक अजिताभ शर्मा को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया। श्रमिक संवर्ग से गिरल लिग्नाईट परियोजना के माईन्स ओवरमैन श्री संदीप सक्सेना द्वारा पुरस्कार प्राप्त किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में आर.एस.एम.एम. लिग्नाईट परियोजना के कार्यवाहक समूह महाप्रबन्धक हर्ष वर्धन एवं उप महाप्रबन्धक (खनन) पी.आर. प्रजापत भी उपस्थित थे। कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक अजिताभ शर्मा ने बताया कि कम्पनी की गिरल लिग्नाईट खदान को यह पुरस्कार न्यूनतम दुर्घटना दर की श्रेणी के अन्तर्गत प्राप्त हुआ है। शर्मा ने बताया कि आर.एस.एम.एम. की सभी खदानों में खान सुरक्षा निदेशालय द्वारा जारी सुरक्षा के नियमों एवं निर्देशों का पालन किया जाता है तथा कम्पनी का यह प्रयास रहता है कि आधुनिक व वैज्ञानिक तकनीक अपना कर खान दुर्घटना को शून्य स्तर पर रखा जाए।
उदयपुर, एमवे इंडिया और राजस्थान पुलिस ने संयुक्त रूप से पुष्कर मेला-२०१२ में सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने की घोषणा की। एमवे स्वयंसेवकों ने पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिला कर ३० नवम्बर तक चलने वाले इस मेले में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय किया है। अभियान का उद्घाटन मुख्य अतिथि अजमेर एसपी राजेश मीना ने किया। अभियान के दौरान एमवे स्वयंसेवक मेले में आने वाले मेलार्थियों को पॉकेट डायरियां वितरित करेंगे जिसमें रास्ते का नक्शा, महत्वूपूर्ण टेलीफोन नम्बर, सुरक्षा निर्देश और मेलार्थियों के लिए आवश्यक जानकारियों का समावेश किया गया है। मेले के दौरान सुरक्षा के बारे में जानकारी देने वाले पोस्टर और होर्डिग अजमेर शहर के प्रमुख मार्गों में लगाए गए हैं। यातायात पुलिस की सुविधा के लिए एमवे ने यातायात पुलिसकर्मी को गलो स्टिक्स, फ्लोरोसेंट जैकेट और मेगाफोन भी उपलब्ध करवाई है।
उदयपुर, । महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के आउटडोर में १० रुपये प्रति मरीज तथा इण्डोर शुल्क के रूप में ३० रुपये प्रति मरीज शुल्क लगेगा। चिकित्सालय के अधीक्षक ने बताया कि पंजीयन शुल्क की यह दरें २२ नवम्बर से लागू की जाएंगी।
उदयपुर, इन्तेजामिया कमेटी मस्जिद मदरसा तकिया कब्रिस्तान मोहल्ला धोलीबावडी उदयपुरकी ओर से हर साल की तरह इस साल भी जश्ने शहीदे आजम कांफ्रेंस और जश्ने सकीना का प्रोग्राम बडी शानों शौकत से हुसैनी चोक, धोलीबावडी पर ७/८ मोहर्रम शरीफ बमुताबिक २२/२३ नवम्बर जुमेरात शुक्रवार को मनायाजा रहा हैं। जिसमें बेदारी शिक्षा और सामाजिक व पारिवारिक उत्थान के लिए तकरीर व तदबीर बताई जाएगी। दोनों जश्नों की निगरानी खतीब इमाम हसैनी मस्जिद, धोलीबावडी जनाब शकिरूल कादरी फैजी करेंगे और इन्तेजामिया कमेटी, अल-नवाज कमेटी के सदस्य इस प्रोग्राम को कामयाब बनाने के लिए बहुत कोशिश कर रहे है।
उदयपुर, शहर के प्रतापनगर थानाक्षैत्र निवासी इंजिनियरींग छात्र ने कमरे में फांसी लगा खुदकुशी कर ली।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात में बारछोली जिला बारां हाल शिव कोलोनी प्रताप नगर निवासी लोकेश (२२) पुत्र सूरलमत ने मंगलवार रात में अपने कमरे में फांसी लगा खुदकुशी कर ली। लोकेर पेसेफिक कॉलेज में इजिनियरनीग का छात्र था। ३ वर्ष से शिवकोलोनी स्थित मकान में किराये पर रह रहा था। गत दिनो छुट्टियों में गांव गया था मंगलवार को लोटकर उसने फांसी लगा ली। पूछताछ में डिप्रेशन के चलते फांसी लगाने की बात सामने आई है।
पत्रकारों, फ़ोटो जर्नलिस्टों के साथ मारपीट कर कैमरे तोडे
उदयपुर, रामपुरा चौराहे के समीप उबेश्वर मार्ग पर रामदा रिसोर्ट के लांर्डी और स्टोर में सुबह तडके आग लग गयी पांच घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। घटना को छुपाने व होटल की लापरवाही उजागर ना हो इस नियत से होटल प्रबंधन ने आग लगने के २ घंटे बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी तथा कवरेज के लिए गये पत्रकारों, फ़ोटो जर्नलिस्टों के साथ मारपीट कर कैमरे तोड दिये।
रामदा होटल के लांड्री में सुबह ५.३० बजे धुआं उठा व आग धीरे धीरे स्टोर रूम तक चली गयी। होटल में आग से निपटने के लिए ना तो कोई टे्रड गार्ड थे न आग बुझाने के पर्याप्त साधन फीर भी प्रबंधन और स्टाफ मिलकर आग बुझाते रहे जो कि बजाय बुझाने के धीरे धीरे विकराल रूप ले लिये। प्रबंधन द्वारा ढाई घंटे तक पुलिस फायर ब्रिगेड को सूचना नहीं दी गई। आस पासके लोगों ने जब धुआं ओर विकराल होते देखा तो उन्होने पुलिस ओर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने आकर मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। नगर परिषद गैराज अधीक्षक ने बताया कि परिषद की दो फायर ब्रिगेड द्वारा सात गाडियां खाली करने पर आग पर काबू पाया जा सका। आग के कारणों का खुलासा नहीं हुआ लेकिन सूत्रों के अनुसार शार्ट सर्किट हुआ जिससे गद्दे, कपडे, बिस्तर, फर्नीचर स्टोर में रखा कई सामान जल कर खाक हो गया।
लापरवाही की खीज पत्रकारों पर उतारी : होटल में लगी आग का कवरेज करने गये पत्रकार कबीर जेठी, चंचल सनाढय, कृष्णा तंवर व अविनाश को होटल मालिक रतन तलदार, जनरल मैनेजर अभिमन्यु कायस्थ ने व अन्य स्टाफ ने मिलकर हमला बोल दिया। व जमकर मारपीट की जिससे कबीर जेठी का केमरा तोड दिया। तथा उसे चोटे आयी अविनाश, कृष्णा तंवर व चंचल को भी पीटा तथा उसके केमरे व मेमोरी कार्ड छिन लिये। बाद में लेकसिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष अख्तर खान द्वारा नाई थाने में मालिक रतन तलदार, सुनील तलदार, जनरल मैनेजर अभिमन्यु कायस्थ व अन्य स्टाफ कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
बुधवार की सुबह मुंबई हमले में मारे गए 166 लोगों के परिजनों के लिए काफी सूकून देने वाली रही होगी। जब देश नींद से जागा तो उसे अजमल आमिर कसाब को फांसी पर लटकाए जाने की खबर मिली। थोड़ी ही देर बाद (करीब पौने नौ बजे) महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री आर.आर. पाटील मीडिया के सामने आए और आधिकारिक तौर पर कसाब को फांसी दिए जाने की घोषणा की
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कसाब को पुणे की यरवडा जेल में सुबह 7.30 बजे फाँसी दे दी गई.
शिंदे के अनुसार गृहमंत्रालय ने कसाब की दया याचिका नामंज़ूर करने की सिफ़ारिश 16 अक्तूबर को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास भेजी थी और राष्ट्रपति ने कसाब की दया याचिका को ख़ारिज करने संबंधी फ़ाइल पांच नवंबर को वापस गृहमंत्रालय को भेज दी थी.
शिंदे ने बताया कि सात नवंबर को उन काग़ज़ात पर हस्ताक्षर करने के बाद उन्होंने आठ नवंबर को उन्हें महाराष्ट्र सरकार के पास भेज दिए थे.
कब क्या हुआ: हमले से लेकर फाँसी तक
शिंदे के अनुसार आठ तारीख़ को ही इस बात का फ़ैसला ले लिया गया था कि 21 नवंबर को पुणे की यरवडा जेल में कसाब को फांसी दी जाएगी.
दफ़ना दिया गया
शव के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि पाकिस्तान को इस बारे में सूचित कर दिया गया है लेकिन अभी तक पाकिस्तान की तरफ़ से शव की मांग नहीं की गई है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के अनुसार कसाब के शव को यरवडा जेल परिसर में ही दफ़ना दिया गया है.
साल 2008 में नवंबर की 26 तारीख़ को कसाब अपने 10 साथियों के साथ समुद्र के रास्ते मुंबई आया था.
उन लोगों ने शिवाजी रेलवे स्टेशन, ताज होटल और ट्राइडेंट होटल समेत शहर के कई इलाक़ों को निशाना बनाया था.
इस हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे और सैंकड़ों अन्य घायल हुए थे. इनमें कई पुलिस अधिकारी और विदेशी भी शामिल थे.
पुलिस और एनएसजी कमांडो की जवाबी कार्रवाई में कसाब के नौ साथी मारे गए थे जबकि वो पकड़ा गया था.
फांसी पर राजनीति भी शुरू
लंबी कानूनी प्रक्रिया और लगभग चार साल के इंतज़ार के बाद कसाब को फांसी दी गई. लेकिन इसको क्लिक करें राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है.
शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले कसाब को फांसी दिए जाने को कई विश्लेषक सरकार की उस कवायद का हिस्सा मान रहे हैं जिसके जरिए उसने क्लिक करें विपक्ष की रणनीति पर पानी फ़ेर दिया है.
द हिंदू अख़बार की स्मिता गुप्ता बताती हैं कि अगले महीने होने वाले गुजरात चुनाव को देखते हुए इसका राजनीतिक फ़ायदा भी सरकार को हो सकता है.
दूसरी ओर विपक्ष अब नए मुद्दे तलाशने में जुट गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया, “अफ़ज़ल गुरू का क्या होगा, जिसने हमारे जनतंत्र के मंदिर – संसद भवन – पर 2001 हमला किया था. उसका अपराध कसाब के अपराध से कई साल पहले किया गया था.”
हालाँकि विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं ऐसी बातों का जवाब देना भी उचित नहीं समझता. (जो लोग ऐसी बातें कह रहे हैं) क्या वो चाहते थे कि कसाब को फाँसी न दी जाती.”
‘यही अंजाम होना था’
कसाब को फांसी दिए जाने पर पाकिस्तान में भी कोई ख़ास हलचल नहीं दिखी है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोआज्जम अली ख़ान ने अपनी क्लिक करें प्रतिक्रिया में कसाब का ज़िक्र किए बिना कहा है, “हम किसी भी तरह के आतंकवादी हरकतों की निंदा करते हैं और इसके ख़िलाफ़ लड़ रहे देशों का सहयोग करने को तैयार हैं.”
वहां के ज़्यादातर राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक भी उन्हें भारत सरकार के इस कदम का इंतज़ार था.
राजधानी इस्लामाबाद स्थित एक और वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक एहतेशामुल हक़ के अनुसार आम पाकिस्तानी में इसको लेकर कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं है. उनके मुताबिक़ ज़्यादातर लोगों का यही मानना है कि कसाब ने जो किया था उसकी यही अंजाम होना था.
एहतेशामुल हक़ का कहना है कि आम पाकिस्तानी नागरिकों को लगता है कि मुंबई पर हमले के कारण पाकिस्तान और भारत के रिश्ते और ख़राब हो गए हैं और अब जबकि कसाब को फांसी दे दी गई है तब हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान के संबंध थोड़े बेहतर हों!