उदयपुर। शहर से भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया राजपूत , और ब्राह्मण समाज में फैली नाराज़गी को दूर करने का भरकस प्रयास कर रहे है । जहाँ एक और कटारिया इन समाज के प्रबुद्ध लोगों से बैठकें कर मानाने का प्रयास कर रहे है वही दूसरी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारकों ने भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया के समर्थन में उदयपुर में डेरा डाल दिया है।
बुधवार को हरिदास जी की मगरी स्थित थाणा हाउस में कटारिया ने राजपूत समाज के साथ बैठक की जिसमे क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष बालुसिंह कानावत ने कहा की पूरा समाज भाजपा के साथ है। भाजपा ने राजस्थान में सीटों के वितरण में 14 सीट राजपूतों को दी, मुख्यमंत्री राजपूत को प्रपोज किया इसके विपरीत कांग्रेस ने हमारे समाज के विधायकों के टिकिट काटे। शिक्षाविद मनोहरसिंह कृष्णावत ने कहां कि हम विकास के साथ है। और मोहनलाल सुखाड़िया के बाद अगर कोई मेवाड़ का विकास कर सकता है, तो वह गुलाबचन्द कटारिया है और कटारिया को समर्थन करके मेवाड़ का विकास करवाना है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहां की राजपूत समाज मेरा परिवार है। और इस समाज को साथ लेकर ही वह विधानसभा में मेवाड़ के लिए आवाज बुलन्द करेंगे।
इधर राजपूतों और ब्राह्मणों से कटारिया की चल रही नाराजगी के मद्देनजर संघ आगे आया है। संघ कार्यालय में मंगलवार को संघ के वरिष्ठ प्रचारकों ने बैठक लेते हुए राजपूत और ब्राह्मण नेताओं को कटारिया के समर्थन में चुनाव में एकजुट होकर प्रचार करने के निर्देश दिए हैं।
संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्रीवद्र्धनजी ने मंगलवार को उदियापोल स्थित संघ कार्यालय में बैठक ली। इस बैठक में ब्राह्मण समाज की तरफ से हेमशंकर दीक्षित, मोहनशंकर जानी, गोपाल त्रिवेदी, अविनाश सनाढ्य, देवकिशन मेनारिया, गिरीश श्रीमाली, पूर्व सभापति रवींद्र श्रीमाली, उदयपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत जोशी और राजपूत समाज की तरफ से बीएस कानावत, प्रेमसिंह शक्तावत, गजपालसिंह, तख्तसिंह, घनश्यामसिंह चौहान, तनवीरसिंह कृष्णावत, करणसिंह शक्तावत और अक्षयसिंह राणावत मौजूद थे। इस दौरान संघ के वरिष्ठ प्रचारक रामप्रसाद भी मौजूद थे। श्रीवद्र्धन ने दोनों ही समाज के प्रतिनिधियों को जातिवाद से ऊपर उठकर भाजपा के प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया को विजयी बनाने के लिए प्रचार करने के निर्देश दिए हैं।
कटारिया की राजपूतों को मानाने कि कोशिश , संघ भी साथ में
सौतन का विवाद ले गया जान
उदयपुर। सुखेर थाना क्षेत्र के कविता गांव में बीती रात सोतन को घर पर लाने के विवाद के चलते पत्नी ने १६ वर्षीय बेटे के साथ मिलकर लाठियों से पति को पीट-पीटकर मार डाला। सूचना पर आज सुबह पुलिस पहुंची, जिन्होंने मां-बेटे को हिरासत में ले लिया है और शव को एमबी अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। मृतक के दोनों पत्नियों से पांच बच्चे हैं।
पुलिस के अनुसार डालू (४०) दौला गमेती उसकी पत्नी भूरीबाई के साथ शराब पी रहा था। इसी दौरान उसक १६ वर्षीय बेटा भी वहां पर था। डालू चार साल पहले टमूड़ी नामक महिला को नाते लाया था, जिससे उसको एक बेटा भी है, लेकिन परिजनों के विरोध के चलते दोनों एक साल से अलग रह रहे हैं। बीती रात डालू ने टमूड़ी को घर लाने की बात की, जो उसकी सौतन भूरीबाई को रास नहीं आई। दोनों में इस बात को लेकर झगड़ा बढ़ गया। भूरीबाई ने लाठी से डालू गमेती पर वार कर दिया। इस दौरान डालू के बेटे ने भी लाठी उठा ली और मां के साथ मिलकर पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर आज सुबह सुखेर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर भूरीबाई और उसके बेटे को हिरासत में ले लिया है।
डालू का एक बेटा मनोज बैंगलोर में काम करता है। इसके अलावा उसके भूपेंद्र और बंसती नामक दो बच्चा-बच्ची और हैं। शव को एमबी अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है, जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई चल रही है।
तरूण तेजपाल ने सप्लाई की थी कॉल गर्ल
महिला पत्रकार के साथ गंदी हरकत करने वाला तरूण तेजपाल पत्रकारिता में नाम कमाने के लिए गंदे तरीकों का भी इस्तेमाल कर चुका है। तहलका ने मार्च 2001 में सैन्य डील में कथित भ्रष्टाचार को उजागर किया था।
खुलासे के लिए तहलका ने सेना के तीन अधिकारियों को कॉल गर्ल सप्लाई की थी। मामला सामने आने पर तेजपाल को गिरफ्तार करने की भी मांग हुई थी। तहलका ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान छुपे हुए कैमरों का इस्तेमाल किया था। स्टिंग के दौरान सेक्स एक्ट की भी रिकॉर्डिग की गई थी। उस वक्त टेप सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी और वेंकटस्वामी कमीशन को सौंपे गए थे।
तहलका ने उन सीक्रेट वीडियो टेप्स को प्रसारित किया था जिनमें नेताओं,नौकरशाहों और सैन्य अधिकारियों को रिपोर्टरों के हाथों घूस लेते हुए दिखाया गया था। ये रिपोर्टर आर्म्स एजेंट बनकर डील करने गए थे। डिफेंस अधिकारियों को सेक्स वर्कर सप्लाई करने का खुलासा उस वक्त हुआ था जब संसद चल रही थी और यूटीआई संकट,कश्मीर में हिंसा और आर्थिक मंदी को लेकर सरकार घिरी हुई थी।
उस वक्त तहलका के सीईओ तरूण तेजपाल ने सेना के अधिकारियों को सेक्स वर्कर सप्लाई करने की पुष्टि करते हुए एक वेबसाइट को बताया था कि हमने पब्लिक को टेप्स नहीं दिखाए थे लेकिन हमने उनको छिपाया भी नहीं। हम इसे दबाना नहीं चाहते। हमारी बॉटम लाइन यह थी कि हम उच्च स्तर पर होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर करना चाहते हैं।
तेजपाल ने बताया था कि 13 मार्च 2001 को मीडिया को वीडियो टेप्स दिखाए गए थे। उस दौरान कुछ सेक्स एक्ट को भी दिखाया गया था। दिल्ली के एक लग्जरी होटल में सेना के एक अधिकारी को सेक्स वर्कर के साथ सेक्स करते हुए दिखाने के लिए सीक्रेट कैमरे लगाए गए थे। जब दो वैश्याएं होटल के रूम में पहुंची तो तहलका के प्रतिनिधी वहां से चले गए।
इसके कुछ देर बाद एक डिफेंस ऑफिशियल और सेक्स वर्कर भी रूम छोड़कर चले गए। अन्य अधिकारी सेक्स वर्कर के साथ रूका रहा। रूम में लगाए गए सीक्रेट कैमरे में दोनों को सेक्स करते हुए फिल्माया गया। नवंबर में तहलका के रिपोर्टर तीसरे अधिकारी और सेक्स वर्कर के साथ होटल में आए। उस वक्त अधिकारी ने यह कहते हुए सेक्स करने से मना कर दिया था कि वह इसके लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है।
उस वक्त स्टिंग करने वाले पत्रकार अनिरूद्ध बहल ने एक वेबसाइट को बताया था कि जब सेना के अधिकारियों ने सेक्स की डिमांग रखी थी तो हम हैरान रह गए। हमने विरोध भी किया लेकिन डिमांड इतनी फोर्सफुल थी कि हम उसे पूरा किए बगैर अपने ऑपरेशन को आगे नहीं बढ़ा सकते।
हमने इसलिए सेक्स वर्कर प्रोवाइड करवाई ताकि यह दिखा सकें कि सेना के अफसर किसी भी स्तर तक जाने को तैयार हैं। तहलका के पत्रकारों ने दावा किया था कि उन्होंने सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी को बिना संपादित किए टेप मुहैया कराए थे।
वसुंधरा को बदनाम करने के लिए बनाई डर्टी सीडी
उदयपुर ,राजस्थान में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार वसुंधरा राजे की छवि खराब करने की कोशिशें जारी है। मीडिया कर्मियों को डाक के जरिए एक गंदी सीडी भेजी गई है। सीडी को लेकर भाजपा ने जयपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच को शिकायत की है।
एक समाचार चैनल के मुताबिक यह शिकायत भाजपा की लीगल सेल के कार्यकारी सदस्य कान सिंह राठौड़ ने की है। शिकायत आईटी लॉ और इनडिसेंट रिप्रजेंटेशन ऑफ वूमन लॉ के तहत दर्ज कराई गई है। जयपुर पुलिस ने 12 नवंबर को एक बाइंडर और अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था।
इनके पास से वसुंधरा के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री की कॉपीज बरामद हुई थी। जांच उस वक्त रोक दी गई जब मामले में सीकर के एक कांग्रेसी नेता का नाम सामने आया। उसी आपत्तिजनक सामग्री को अब वीसीडी में डाला गया है।
अगर पुलिस पहले वाले मामले की सही तरीके से जांच करती तो इसे रोका जा सकता था। वीसीडी में वसुंधरा की गलत तस्वीर पेश की गई है। सीडी में आपत्तिजनक और अपमानजनक निजी हमले किए गए हैं। कहा जा रहा है कि यह गंदी सीडी कांग्रेस का गेम हो सकता है। सीडी शायद दिल्ली से पोस्ट की गई है। भाजपा का कहना है कि इस तरह की हरकतों से कांग्रेस की हताशा झलकती है।
तलवार दंपति को फांसी हो: हेमराज की पत्नी
आरुषि-हेमराज हत्याकांड में सीबीआई की विशेष अदालत ने आरुषि के माता-पिता को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है.
इस फैसले का भारत से दूर नेपाल में भी काफी बेसब्री से इंतज़ार था. तलवार दंपति के घर में मृत नौकर हेमराज नेपाल का ही रहने वाला था.
उनकी पत्नी खुम काला बंजादे ने नेपाली सेवा से बातचीत करते हुए कहा है कि तलवार दंपति को फांसी की सजा होनी चाहिए.
काला ने
कहा, “तलवार दंपति ने मेरे पति पर झूठा आरोप लगाया. पहले उन्होंने अपनी बेटी की हत्या की और फिर मेरे पति की. इसके बाद मेरे पति पर झूठा आरोप मढ़ दिया कि उनकी बेटी की हत्या करके हेमराज फरार हो गया.”
‘निर्दोष था मेरा पति’
काला के मुताबिक उनके पति हेमराज को इस मामले में कुछ भी लेना-देना नहीं था, लेकिन उसे तलवार दंपति के यहां काम करने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी.
काला ने कहा, “मेरे पति एक सामान्य और ईमानदार आदमी थे. वे पूरी तरह निर्दोष थे.”
यह बात सीबीआई की विशेष अदालत ने मानी है और नौकर हेमराज और आरुषि की हत्या के लिए तलवार दंपति को ही जिम्मेदार ठहराते हुए उम्र कैद की सजा भी सुनाई है.
लेकिन खुम काला इस सजा को कम मानती हैं. उन्होंने बीबीसी से कहा, “इस हत्या के तलवार दंपति को मौत की सजा मिलनी चाहिए.”
मुआवजे की मांग
आरुषि और हेमराज की हत्या 15-16 मई 2008 को की गई थी. उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले राजेश तलवार पर हत्या का शक जाहिर किया था.
बाद में तलवार के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक जाहिर किया गया और कहा गया कि वह हत्या करके भाग गए हैं लेकिन आरुषि की हत्या के अगले ही दिन 16 मई को तलवार के फ्लैट की छत पर हेमराज का शव मिला.
इसके बाद एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत शक की सुई राजेश तलवार पर आ गई और उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इस मामले में डॉक्टर तलवार के एक सहायक और उनके परिचितों के घर काम करने वाले दो नौकरों समेत तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था और जाँच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
अब जबकि तलवार दंपति को सजा सुनाई जा चुकी है, हेमराज की पत्नी की मांग है कि उन्हें उनके पति की मौत उचित मुआवजा भी मिले.
सो. बी बी सी
उदयपुर ग्रामीण क्षेत्र में भी त्रिकोणीय मुकाबला
उदयपुर। उदयपुर ग्रामीण विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई पड़ रहा है। इस सीट से कांग्रेस की तरफ से वर्तमान विधायक सज्जन कटारा है और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बागी हुए देवेंद्र मीणा ने भी पूरे दमखम के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के साथ मैदान में ताल ठोक दी है। इस सीट पर वे तीसरी शक्ति के रूप में उभरे हैं। उनके समर्थन में कई कांग्रेसी पदाधिकारी है। भाजपा ने पार्षद फूलसिंह मीणा को इस सीट से उतारा है। देवेंद्र मीणा के दिन-रात के चुनावी दौरे कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी कर रहे हैं। ग्रामीण में दो लाख, नौ हजार 427 मतदाताओं वाली एसटी के लिए आरक्षित इस सीट के लिए एक लाख आठ हजार 164 पुरूष एवं एक लाख १263 महिलाएं मतदान करेंगे। सज्जन कटारा पिछली बार 10 हजार से अधिक मतों से यहां से विजयी हुई थी।
परिवारवाद पड़ सकता है भारी: उदयपुर ग्रामीण सीट पर पिछली बार कांग्रेस का कब्जा रहा है, जहां से पूर्व राज्यमंत्री खेमराज कटारा की पत्नी सज्जन देवी कटारा विधायक रही है। सज्जन कटारा पर अपने ही परिवार को बढ़ावा देने का आरोप है और इससे कई कांग्रेसी पदाधिकारी खफा भी है, जिसका खामियाजा उन्हें चुनाव में भुगतना भी पड़ सकता है। यहां से टिकट के दावेदारों की लंबी सूची थी, जिसमें सज्जन कटारा के साथ ही उनके पुत्र विवेक कटारा ने भी टिकट की मांग की थी। विवेक कटारा वर्तमान में युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव है। उनकी पुत्रवधू गिर्वा प्रधान है। कटारा पर परिवारवाद का आरोप है।
मीणा को मान रहे हैं बाहरी प्रत्याशी: इधर, भाजपा ने अपने बिल्कुल नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। यह चेहरा फूलसिंह मीणा के रूप में सामने आया है। मीणा वर्तमान में उदयपुर नगर निगम में पार्षद है तथा लम्बे समय से भाजपा से जुड़े रहे है, लेकिन मीणा पर बाहरी प्रत्याशी होने की छाप लगी है तथा राजनीतिक रूप से उन्हें इतना सक्षम भी नहीं माना जा रहा है, क्योंकि वार्ड के अतिरिक्त उनकी अन्य जगहों पर पकड़ नगण्य है, केवल गुलाबचंद कटारिया के आशीर्वाद से इन्हें टिकट मिला है। इसी बात को लेकर इस क्षेत्र से भाजपा के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं में भी अंतर्विरोध है। इसी वजह से चुनावी दौरे के दौरान उनके साथ कोई बड़ा भाजपा पदाधिकारी मौजूद नहीं रहता है।
बागी बन सकता है सबका रोड़ा
कांग्रेस को अपने बागी देवेंद्र मीणा से जूझना है। इस सीट के लिए प्रबल दावेदार जताने वाले देवेन्द्र मीणा दो दशकों से कांग्रेस से जुड़े है तथा रियल स्टेट व्यवसाय से जुड़े मीणा आर्थिक दृष्टि से भी सम्पन्न हैं। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप मे चुनाव लडऩे का निर्णय लिया। उन्होंने सज्जन कटारा पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अपने साथ जोड़ लिया है। उनका कहना है कि सज्जन कटारा विधायक, उनके पुत्र युवक कांग्रेस के महासचिव तथा पुत्रवधू गिर्वा पंचायत समिति की प्रधान। ऐसे में दूसरे कार्यकर्ताओं को कहां तरजीह मिलेगी। देवेन्द्र मीणा के समर्थन में 90 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी कांग्रेस से इस्तीफा देकर मैदान में उतर चुके हैं। हालांकि पार्टी ने अभी तक उनके इस्तीफे की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उनका चुनाव प्रचार बता रहा है कि वे कांग्रेस प्रत्याशी की आसान जीत में रोड़ा बने हुए है।
वोटों की गणित भी बागी के पक्ष में
इस सीट पर एसटी मतदाताओं की संख्या अधिक है। उसके बाद ब्राह्मण एवं मुस्लिम मतदाता है। एसटी के मतदाताओं का सज्जन कटारा एवं देवेंद्र मीणा में मत विभाजन तय है। मुस्लिम मतदाता परंपरागत रूप से कांग्रेस प्रत्याशी को ही वोट देंगे, लेकिन इस बार उनके सामने देवेंद्र मीणा के रूप में एक और विकल्प है। ब्राह्मणों की टिकट वितरण में नाराजगी भी भाजपा मतों को निर्दलीय की तरफ मोड़ सकती है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन कटारा की जीत जहां आसान मानी जा रही थी। अब मुकाबला त्रिकोणीय होकर बागी के पक्ष में भी जा सकता है।
ब्राह्मणों को मनाने पहुंचे कटारिया के सामने नारेबाजी
उदयपुर। शहर विधायक और भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया ब्राह्मणों से चल रही नाराजगी को लेकर भाजपा नेता लोकेश द्विवेदी के घर पर रखी गई बैठक में पहुंचे, जहां कांग्रेस समर्थक कुछ ब्राह्मण नेताओं ने कटारिया के विरोध में नारे लगाना शुरू कर दिया और दिनेश श्रीमाली के समर्थन में वोट की अपील करते हुए निकल गए।
आज सुबह भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया नाइयों कि तलाई में भाजपा नेता लोकेश द्विवेदी के घर ब्राह्मणों की एक सभा में शिरकत करने गए। सूत्रों के अनुसार लोकेश द्विवेदी ने नाराज ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ जनों को कटारिया से वार्ता करने के लिए बुलाया था, जहां कटारिया ने पहुंचकर वरिष्ठ जनों का अभिवादन किया और कहा कि हमारा ब्राह्मणों से कोई विरोध नहीं है और कई ब्राह्मण पार्टी के साथ जुड़े हुए हंै। वरिष्ठ जनों ने भी कटारिया का साथ देने का आश्वासन दिया। यह वार्ता चल ही रही थी कि लोकेश द्विवेदी के मकान के पिछले दरवाजे से कुछ कांग्रेस समर्थित ब्राह्मण नेता घुसे, जो कटारिया के विरोध में नारेबाजी करने लगे तथा दिनेश श्रीमाली के समर्थन में वोट करने की अपील करते हुए आगे के दरवाजे से निकल गए। इस दौरान कटारिया के साथ भाजपा शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट भी मौजूद थे।
सुखाडिया विष्वविद्यालय की मुक्केबाजी चयन स्पर्धा सम्पन्न
विष्वविद्यालय वाणिज्य महाविद्यालय की मेजबानी में आयोजित मुक्केबाजी चयन स्पर्धा एम. बी. ग्राउण्ड स्थित महाराणा सांगा मुक्केबाजी हाल में सम्पन्न हुई। आयोजन सचिव हेमराज चौधरी ने बताया कि पुरुश वर्ग में 8 महाविद्यालय के पुरुश व महिला मुक्केबाजी ने अपना दमखम लगाया। पुरुश वर्ग में 10 वजन श्रेणी व महिला वर्ग में 10 वजन श्रेणी में मुक्केबाजों ने अपना मुक्के की जोर आजमाईस की।
इस चयन स्पर्धा के बाद जो छात्र विष्वविद्यालय टीम में अपनी जगह बनायेंगे वो जनवरी माह में बनारस हिन्दू विष्वविद्यालय की मेंजबानी में आयोजित अखिल भारतीय मुक्केबाजी में प्रतिनिधित्व करेगें। मुक्केबाजी प्रषिक्षक डॉ. दीपेन्द्र सिंह चौहान के निर्देषन में यह मुक्केबाजी प्रतियोगिता सम्पत्र हुई।
शाही तिकड़ी को भारत के सबसे प्रतिभावान लोगों की तलाश
कलर्स का प्रीमियर प्रतिभा रीयलिटी धारावाहिक इंडियाज गॉट टैलेंट पांचवे सीज़न के साथ वापस आ गया है और ‘शाही फरमान’ के जरिए देश के सबसे अधिक प्रतिभावान लोगों की तलाश में है। लगातार दूसरी बार इस सीज़न में जज भी वही हैं जो टेलीविजन जगत की शाही तिकड़ी है और उनमें महारानी किरन खेर, रीगल करण जौहर और आकर्षक खूबसूरत मलिका अरोड़ा खान शामिल हैं। इंडियाज गॉट टैलेंट के इस सीज़न के लिए प्रोमो में शाही तिकड़ी भारत के प्रतिभावान लोगों को आमंत्रित करती नजर आएगी ताकि वे धारावाहिक में उपलब्ध मंच पर खुद को साबित करने और आगे बढ़ने के लिए अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
धारावाहिक की थीम के अनुरूप शाही अंदाज की पोशाक में जज किरण खेर सिल्क की साड़ी में नजर आएंगी जो बड़ी और डिजाइनर जूलरी से सजी होंगी। उनके साथ जज करण जौहर काली आकर्षक जोधपुरी पोशाक में दिखाई देंगे जिनका ऐसा रूप पहले कभी नहीं देखा गया। यही नहीं, इस शाही अंदाज में चार चांद लगाते हुए अनारकली सूट में पारंपरिक शाही झूमर टिक्का माथे पर लगाए मलिका अरोड़ा खान नजर आएंगी।
सुखाड़िया विष्वविद्यालय ने ऑल इंण्डिया इन्टर जोनल बेड़मिंटन प्रतियोगिता के लिए लगातार चौथी बार क्वालिफाई किया
विश्वविद्यालय क्रीडा मण्डल के प्रषिक्षक डॉ. दीपेन्द्र सिंह चौहान ने जानकारी देते बताया राजस्थान तकनीकी विष्वविद्यालय कोटा की मेजबानी में 25 नवम्बर से 28 नवम्बर 2013 तक आयोजित पश्चिम क्षेत्र अंतरविष्वविद्यालयी बेड़मिंटन प्रतियोगिता खेलते हुए सुखाडिया विष्वविद्यालय बेड़मिंटन पुरुश टीम ने दुसरे दिन गोवा विष्वविद्यालय, गोवा के विरुद्व आज खेले गए एक तरफा मैच में 3-0 से मुकाबला जीत कर प्रतियोगिता के तीसरे दौर में जगह बनाई। तीसरे चक्र में राजस्थान विष्वविद्यालय के विरुद्व पहले एकल में प्रंषात सेन अपना मुकाबला हारे तथा दुसरे एकल में षानदार खेल से रजत राठौड ने अपने मैच जीतकर टीम को 1-1 से बराबरी दिलायी फिर रजत व प्रंषात सेन की जोडी ने डबल मुकाबला जीत कर 2-1 से बढत ली। तीसरे एकल में माइकल ने हार कर राजस्थान विष्वविद्यालय को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। अंतिम डबल मैच में आदित्य मेहता व माइकल की टीम ने मुकाबला जीत सुखाडिया विष्वविद्यालय बेड़मिंटन पुरुश टीम को पश्चिम क्षेत्र अंतरविष्वद्यिालयी बेड़मिंटन प्रतियोगिता के क्वालिफाइ राउण्ड में पहुचॉ दिया। अगले दो दिन सुखाडिया विष्वविद्यालय टीम अपने तीन लीग मैचों में श्रेश्ठ प्रर्दषन कर लगातार तीसरी बार पश्चिम क्षेत्र अंतरविष्वविद्यालयी बेड़मिंटन प्रतियोगिता के खिताब को जीतने का प्रयास करेगी।