मास्टर प्लान को ले कर शहर के विकास पर सुझाव मांगे

master planउदयपुर. शहर के ढांचागत विकास को दिशा देने के लिए तैयार किए गए मास्टर प्लान ड्राफ्ट बुधवार को जारी कर दिया गया है। मास्टर प्लान के प्रारूप को लेकर आमजन से आपत्तियां, सुझाव मांग लिए गए हैं। जनता को सुझाव आपत्तियों देने के लिए एक माह का समय दिया गया है। आमजन यूआईटी में मास्टर प्लान का प्रारूप देख भी सकेंगे।

2031 तक के लिए बनाए गए इस मास्टर प्लान को प्रदेश के चीफ टाउन प्लानर एन. के. खरे और डिविजनल कमिश्नर डॉ. सुबोध अग्रवाल ने जारी किया। खरे ने कहा कि आमजन ज्यादा से ज्यादा योग्य सुझाव दें।

वहीं, डिविजनल कमिश्नर ने अधिकारियों से भी सुझाव मांगे। यूआईटी चेयरमैन ने कहा कि समय पर सुझाव देने की सभी पहल करें। जिससे कि मास्टर प्लान व्यवहारिक बन सकें।

वरिष्ठ नगर नियोजक ने बताया कि मास्टर प्लान में उदयपुर के 125 राजस्व गांव शामिल किए गए हैं। प्लान में पेरा फेरी क्षेत्र 650 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला होगा। इसमें 125 गांव शामिल होंगे।

अभी वर्ष 2022 तक के लिए मास्टर प्लान बना हुआ है। यूआईटी सचिव डॉ.आरपी शर्मा व कंसल्टेंट दीपेंद्र ने मास्टर प्लान की जानकारी दी।

कार्यक्रम में कलेक्टर विकास भाले, यूआईटी चेयरमैन रूपकुमार खुराना, मेयर रजनी डांगी और वरिष्ठ नगर नियोजक सतीश श्रीमाली भी मौजूद थे।

भूखंड नीलामी में यूआईटी को चार करोड़ की आय

भूखंड नीलामी के दूसरे दिन यूआईटी को चार करोड़ की आय
उदयपुर. यूआईटी की भूखंड नीलामी दूसरे दिन भी सफल रही। चित्रकूट नगर भुवाणा व शोभागपुरा स्थित आवासीय भूखंडों के लिए यूआईटी में बोली लगी। बोली लगाने वालों के बढ़ चढ़ कर बोली लगाने से सभी आठ भूखंड नीलाम हो गए।

यूआईटी सचिव डॉ. आरपी शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन की नीलामी से यूआईटी को करीब चार करोड़ की आय हुई। सबसे ऊंची बोली 1762 रुपए प्रति वर्ग फिट के हिसाब से छूटी। नीलामी बोली में सहायक लेखाधिकारी लक्ष्मीलाल कुमावत, एक्सईएन अनित माथुर व संजीव शर्मा भी मौजूद थे।

गौरतलब है कि पहले दिन मंगलवार को सात में से 6 भूखंडों की नीलामी से यूआईटी को 2 करोड़ 61 लाख 19 हजार रुपए की आय हुई थी।

गुरुवार को भी होगी नीलामी: गुरुवार को ट्रांसपोर्ट नगर गोवर्धन विलास स्थित सात व्यावसायिक भूखंडों के लिए बोली लगेगी। न्यूनतम बोली 2000 रुपए प्रति वर्ग फीट रखी
गई है।

AGLE JANAM MOHE BITIYA NA KIJO…

Female FoeticideSarojini Naidu, Kalpana Chawla, Indra Noyi, Chanda Kochar, PT Usha, Bachendri Pal, Sania Mirza are some names that have made country proud in their respective fields. One can see females excelling in the corporate world, engineering and medical professions through women empowerment. Even in Board exams or any other competitive exams, girls mostly surpass boys. Gone are the days when the females were considered as a weaker sex, dependent on the opposite sex at every stage of their life; as a child on father, as an adolescent on brother, as an adult on husband and when old, on son. Instead, they are strongest pillar of the family with every member dependent on them.

But there are people who still exist considering girl as a burden, either because of dowry, posterity or social status. This mindset has given rise to Female Foeticide which is a critical concern especially in India.

In the age group 0-6 years, female child sex ratio consistently shows a sharp declination, from 962 in 1981 to an alarmingly ratio, as low as 914 in 2011. The drop has largely been attributed to sex-selective abortions in some parts of the country and majorly in the cities. In India, 682,000 female foetus were destroyed between 2001 and 2005, horribly accounting as 1800 to 1900 every day.

“There is no point in spending money on the education and nutrition of the girls as they are not going to pay back for it in future because they will be gone to someone else house after marriage. And also, when they will be married, it requires huge expenditure. Boy brings name, fame and money in the family, he will take our family name and generation forward” – mentality of some of the Indian Families irrespective of caste and status.

Literacy and economic status do not necessarily guarantee a positive child sex ratio. Shockingly, sex-selective abortion is higher among the well off, educated and predominantly urban class for social status and posterity.
Foetus are found lying in farms, floating on rivers, wrapped in jute bags and thrown in the dustbins are some of the common pathetic sights. It seems the struggle for a girl starts from the day, her existence is known in her mother’s womb.

Despite these horrific numbers, foetal sex determination and sex selective abortion by unethical medical professionals has today grown into a Rs. 1,000 crore industry (US$ 244 million). Social discrimination against women has already been serious issue in Indian society which has been further spurred by technological developments. Today, mobile sex selection clinics drive into almost any village or neighbourhood that goes unchecked and unsanctioned.

Do we still need to wait to change our mind-set towards female population in India? Zero tolerance is what is needed.

PCPNDT Act 2003 :
The Preconception and Prenatal Diagnostic Techniques (Regulation and Prevention of Misuse) Act, PCPNDT Act 2003, prohibits sex selection and regulates prenatal diagnostic techniques and the prevention of their ‘misuse for sex determination leading to sex-selective abortion’. However, it is very difficult to enforce and prevent the deliberate misuse of medical technology for the elimination of girls on such a large scale. PCPNDT Act has been into force for all these years and the sex-ratio in India is still falling.

सावन के पहले दिन बरसे बादल झूम के

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उदयपुर. सावन मास के पहले ही दिन लेकसिटी में बादल जमकर बरसे। मंगलवार को सुबह से ही रुक रुक कर बारिश का दौर चला जो कि शाम तक जारी रहा।
मंगलवार को मोसम सुबह से सुहाना था आसमान में घटाओं का डेरा था ११ बजे तक हलकी बारिश का दौर शुरू हुआ जो रुक रुक कर चलता आहा शाम को ५.३० के बाद घटाएँ जम कर बरसी सडको पर मनो दईया निकल आया हो ।सावन के पहले दिन काली घटाएं ऐसे उमड़ कर आई कि दिन में रात का अहसास हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को दिन भर में 3 इंच बारिश दर्ज की गई है।
बारिश के दौरान सड़कों पर वाहन चालकों को अपने लाइट ऑन कर आगे बढऩा पड़ा। आसमान में दिन भर बादलों की उपस्थिति बनी रहीं और लोगों पर मेहरबानी भी बरसती रहीं।
सावन के पहले दिन बादलों की ऐसी कृपा रही मानो वे सावन के पहले दिन शिव का जलाभिषेक करने आए हो। रुक रुक कर बारिश की झड़ी लगने से शहर की सड़कों पर रह रह कर पानी भरने का क्रम बना रहा।
इधर, बीती रात मेवाड़ में कई जगह तेज बारिश हुई। तेज बारिश से अब झीलों में पानी की तेजी से आवक होने की उम्मीद भी बंधी है। बीते 24 घंटे में संभाग के कई जलाशयों के जलस्तर में बढ़ोतरी भी हुई है।

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बस स्टैंड पर बेरोजगारों की कतार, रोडवेज भर्ती की तारीख बढऩे से लगी आवेदकों की भीड़

उदयपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) में 550 पदों पर भर्ती के लिए उदयपुर आगार में बेरोजगारों की लंबी कतार लग रही है। रोडवेज ने इंस्पेक्टर, एलडीसी, विधि सहायक, उप निरीक्षक सहित कई पदों के लिए आवेदन मांगे हैं।

आवेदन की तिथि तीस जुलाई होने के बाद ऐसे आवेदकों की संख्या बढ़ गई है जो निर्धारित तिथि पर आवेदन करने से वंचित रह गए थे।

दो काउंटर लगाए: शुल्क जमा कराने के लिए कैश सेक्शन में आवेदकों की लंबी कतार को देखते हुए एक अतिरिक्त काउंटर लगाया गया है।

रोडवेज के तकनीकी समन्वयक महेश उपाध्याय ने बताया कि मंगलवार दोपहर 2 बजे तक उदयपुर कार्यालय में 3637 आवेदक अपना पंजीयन करा चुके थे।

700 रुपए अधिक है शुल्क : रोडवेज में होने वाले विभिन्न पदों के लिए आवेदन के साथ ली जाने वाला शुल्क 700 रुपए बेरोजगारों पर भारी है।

आवेदक सीताराम सांखला ने बताया कि एक आवेदक यदि दो पदों के लिए आवेदन करता है तो उसे 1400 रुपए बतौर फीस अदा करनी पड़ रही है। पूनम शर्मा ने कहा कि एक तो पहले से बेरोजगार ऊपर से इतनी फीस कैसे चुकाए ?

हीतावाला कॉम्पलैक्स के खिलाफ निगम नहीं कर रहा है कार्रवाई

उदयपुर। चमनपुरा में बिना स्वीकृति के बने हितावाला कॉम्पलैक्स के निर्माणकर्ताओं को 24 घंटे के अन्दर स्वयं अवैध निर्माण हटाने का नोटिस नगर निगम ने जारी कर दिया है। नोटिस जारी किए हुए सात दिन हो गए, लेकिन अभी तक न तो निर्माणकर्ताओं ने निर्माण हटाया है और ना ही नगर निगम के किसी अधिकारी ने कोई कार्रवाई की है। क्षेत्रीय पार्षद अजय पोरवाल ने इस मामले में स्पष्ट तौर पर कहा कि इस अवैध निर्माण को नियमन करने में भ्रष्टाचार दिखाई पड़ रहा है। इसीलिए अभी तक कोई कार्रवार्ठ नहीं हो पा रही है।
गौरतलब है कि चमनपुरा स्थित मस्जिद के सामने मात्र 10 Èीट रोड पर भूमाÈियाओं द्वारा आवासीय एक मंजिल स्वीकृति लेकर बहु मंजिला व्यावसायिक निर्माण कर दिया गया, जिसको बाद में नगर निगम महापौर रजनी डांगी द्वारा पेनाल्टी लगाकर नियमन भी कर दिया गया था। इस बारे में भाजपा जिलाध्यक्ष ने भी महापौर को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा था। आखिरकार निगम ने 16 जुलाई को तौकीर हुसैन पुत्र इनायत अली हीतावाला को नोटिस जारी कर कहा कि बिना स्वीक्रति के बनाए गए निर्माण को 24 घंटों के भीतर खुद हटा ले। अन्यथा निगम अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा, लेकिन सात दिन बाद भी निगम द्वारा कार्रवाई नहीं हो पाई।
निर्माणकर्ता इस बात को लेकर निश्चिन्त है कि चाहे कितने भी नोटिस आ जाए। उनके निर्माण को कोई तोड़ नहीं सकता, क्योंकि अवैध निर्माण करने के बाद उन्होंने उसको वैधता का चोला पहना दिया है। महापौर रजनी डांगी ने इस बारे में आयुक्त से बात करने का कहकर पल्ला झाड़ लिया, जबकि सर्वविदित है कि आयुक्त ने आज ही अपना पद भार ग्रहण किया है। नोटिस देने कि कार्रवाई 16 जुलाई को हुई है। इसको नियमन करने की कार्रवाई महापौर के निर्देश पर ही हुई थी।

हमारी मंशा किसी भी अवैध निर्माण को नियमन करने की नहीं है, जिसने अवैध निर्माण किया है, वो टूटना चाहिए हीतावाला कॉम्पलैक्स पर कब कार्यवाही होगी इस बारे में आयुक्त ही बता पाएंगे। -रजनी डांगी, महापौर, नगर निगम

हीतावाला कॉम्पलैक्स के अवैध निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है, जिसकी जांच की जानी चाहिए क्षेत्रीय पार्षद को बताए बिना महापौर ने अवैध निर्माण का नियमन कर दिया। -अजय पोरवाल, क्षेत्रीय पार्षद,

एसपी के समर्थन में उतरे सैकड़ों छात्र, कलेक्टर के खिलाफ हल्ला बोल

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उदयपुर. फिल्म बैड की शूटिंग के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर निशुल्क देने, क्रू सदस्यों द्वारा एसपी से बदतमीजी, इसके बावजूद कलेक्टर द्वारा निर्देशक पूजा भट्ट का पक्ष लेना और एसपी को किराएदार बताने से नाराज छात्रों ने कलेक्ट्री पर जैम कर प्रदर्शन किया और बाद में जेल में पहुच कर पूजा भट्ट के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे जहाँ जेल के संतरियों और पूजा भट्ट के निजी गार्डों ने छात्रों की पिटाई कर दी ।
एस पि से बदतमीजी के बाद जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है एक और विभिन्न संगठन प्रदर्शन कर रहे है तो दूसरी और छात्रों के संगठन भी उग्र प्रदर्शन कर रहे है । आज सुबह
संघर्ष समिति और एन एस यु आई के सैकड़ों विद्यार्थी कलेक्टर विकास एस भाले का घेराव करने पहुंच गए हैं। कलेक्ट्री पर जम कर प्रदर्शन किया और कलेक्ट्री की फाटक पर चढ़ कर कलेक्टर और पूजा भट्ट के खिलाफ खूब नारे बाजी की । कलेक्ट्री से छात्र सीधे जेल पहुचे जहाँ पूजा भट्ट की फिल्म बैड की शूटिंग चल रही थी छात्रों ने जेल के गेट पर पहुच कर शूटिंग रुकवाने के लिए प्रदर्शन किया तो जेल के संतरियों और पूजा भट्ट के गार्डों ने छात्रों को पिट डाला बाद में छात्रों ने सूरज पोल ठाणे में लिखित में शिकायत दर्ज की है ।
समिति के विद्यार्थी का कहना है कि शूटिंग यूनिट के सदस्य एसपी से माफी मांगे और पूजा भट्ट सरकारी संपत्ति में शूटिंग करने पर निर्धारित शुल्क जमा कराएं। इसके अतिरिक्त अन्य अधिकारियों को पाबंद किया जाए कि वे फिल्म की शूटिंग में हिस्सा नहीं ले।

मिडिया कुत्ता और एसपी खलनायक

_DSC1668उदयपुर। शनिवार को कलेक्ट्री में बैड फिल्म कि शूटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक से होने वाली बदतमीजी के बाद ट्वीटर पर बाप बेटी पूजा भट्ट और महेश भट्ट अपना राग अलग ही आलाप रहे थे । जहाँ पूजा ने पिछले २ दिन में किये गए सारे ट्वीट में पुलिस अधीक्षक को एक खलनायक बताया और मीडिया को भी साथ में पुलिस का पक्ष लेने वाला बताया तो उनके इस ट्वीट पर पिता महेश भट्ट बेटी से दो कदम आगे निकल कर मिडिया को पालतू कुत्ता और निगरानी रखने वाला कुत्ता तक कह दिया।जब कि पूजा भट्ट रविवार के को दिन भर कलेक्ट्री में मिडिया की चापलूसी करती रही और सभी मिडिया वालों को बुला बुला कर उनके साथ फोटो खिचवाती रही और आज उसी मिडिया को बाप कुत्ता कि परिभाषा ने नवाज़ रहा है। महेश भट्ट ने अपने ट्वीट में कहा कि जब मिडिया सत्ता का पालतू कुत्ता बन जाता है तो अपनी जवाब देहि भूल जाता है। एस उन्होंने स्थानीय मिडिया के लिए कहा क्यों कि स्थानीय मिडिया और अखबारों में वही चाप जो हकीकत था
इधर शहर में तो हर किसी की जुबान पर यह बात थी ही लेकिन शोशल मिडिया में भी यह मुद्दा छाया रहा जहाँ फेस बुक पर सब ने इस घटना को अपने अपने हिसाब ने कमेन्ट कर निंदा कि तो ट्वीटर पर भी लोगों ने इस पर खूब ट्वीट किये । ज्यादातर लोगों ने पुलिस अधीक्षक के साथ होने वाली बदतमीज़ी कि निंदा कि और कलेक्टर द्वारा कीगई टिप्पणी कि भी निन्दा कि है ।

इधर मुस्लिम महासभा ने जिला रसद अधिकारी के खिलाफ कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया मुस्लिम महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष के आर सिद्दीकी ने कहा कि जिस फिल्म यूनिट ने शहर के कप्तान एस पि साहब का अपमान किया उसी फिल्म में यहाँ के जिला रसद अधकारी एम् एल चौहान भाग ले रहे है और एक जज कि भूमिका निभा रहे है । यही नहीं फिल्म कि निर्माता पूजा भट्ट के पीछे पीछे चापलूसी करते नज़र आरहे है ।

कोलेजों में छाने लगा चुनावी रंग

c1उदयपुर। सुखाडिया यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनावों इस बार विधान सभा चुआव के चलते महत्वपूर्ण हो गए है। हर पार्टी यही चाहेगी कि उन्ही का प्रत्याशी अध्यक्ष बने जिससे कि युवा शक्ति विधान सभा चुनाव में फायदा पंहुचा सके लेकिन अभी तक यूनिवर्सिटी के कई विषय के परिणाम नहीं आने से छात्र संघ चुनाव पर संकट के बादल भी मंडरा रहे है। जहाँ एक और छात्र नेता इस बात को लेकर आशंकित है किचुनाव सरकार कराएगी या नहीं वही संभावित प्रत्याशी अभी से अपना पूरा जोर लगा रहे है और यूनिवर्सिटी के घटक कोलेजों में बड़े बड़े पोस्टर लगाये जा रहे है। नए आगंतुक छात्रों का स्वागत किया जा रहा है तो उनको आने वाली समस्याओं के लिए छात्र नेता अपने सारे काम छोड़ कर उनके समस्याएं निपटाने लगे हुए है।
छात्र संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक सूर्य प्रकाश सुहालका का मानना है कि इस बार अगर चुनाव होते है तो छात्र संघर्ष समिति का उम्मीदवार ही झितेगा क्यों कि संघर्ष समिति पिछले साल भर से छात्रों के हितो के लिए संघर्ष करती आरही है। और अभी हाल ही में ३० प्रतिशत सीट बढ़ने का श्रेय भी संघर्ष समिति को जाता है।छात्र संघर्ष समिति कि और से संभावित प्रत्याशी अमित पालीवाल व् देव प्रताप सिंह हो सकते है ।
एबीवीपी के वर्तमान अध्यक्ष पंकज बोराना भी चुनाव होने कि स्थिति में ए बी वी पी कि झीत मान रहे है। क्यों कि पिछले साल भर तक उन्होंने छात्र हितों कि बात कि है और उनके लिए संघर्ष किया है और केम्पस में छात्रों के लिए वाई फाई जेसी सुविधाओं का लाभ दिलवाने में योगदान रहा है। एबीवीपी कि तरफ से हिमांशु चौधरी के चुनाव लड़ने कि संभावना है ।
विधान सभा चुनाव को देखते हुए एन एस यु आई इस बार अपना पूरा जोर लगाएगी और इसीलिए पिछले महीने में ही एनएसयुआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी उदयपुर का दौरा कर चुके है। एनएसयुआई के राज्य महामंत्री दिलीप सिंह चौहान ने बताया कि इस बार एन एस यु आई कि झीत तय है चुनावन कि तैयारी में कार्यकर्त्ता जुटे हुए है। दिनेश भोई,सुधा जाट, व् वैभव उपाध्याय मुख्य दावेदारों में है।

गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं का किया सम्मान

guruउदयपुर। शहर में गुरु पूर्णिमा बड़े श्रद्धा पूर्वक मनाया जा रहा है।शहर के सभी धर्म स्थलों आश्रमों , शिक्षा मंदिरों और अखाड़ों में शिष्यों द्वारा गुरुओं की पूजा की जा रही है और सम्मान से उन्हें आसन पर बैठा कर गुरु मन्त्र लिया जा रहा है।शक्ति पीठों में भजन कीर्तन का दौर चल रहा है । मंदिरों आश्रमों और शक्ति पीठों पर भक्तों की कतारें हाथों में फूल माला मिठाई नारियल लिए घंटों तक अपने गुरु के सम्मान में खड़े रहे।
अस्थल मंदिर में गुरु रास बिहारी की पूजा के लिए शिष्यों में महिला पुरुषों की कतार सुबह से लगी हुई थी। निम्बार्क में भी गुरुओं और आचार्यों की पूजा की गयी। ख़ास ओदी स्थित राज गुरु आश्रम में गुरु प्रयाग गिरी गुरु की पूजा का दौर सुबह से चल राज गुरु आश्रम में आस पास के गावों के हजारों लोग आये और सुबह से वहां मेला सा माहोल चल रहा है। बालाजी हनुमान मंदिर, निरंजनी अखाड़ा में सुरेश गिरि महाराज का सम्मान कर बाद आरती व गुरु समाधि पूजन किया गया, शाम तक गुरु कंठी, दीक्षा का क्रम चलेगा व भजन होंगे। बाईजी राज कुंड मंदिर में महंत मोहन शरण के सानिध्य में खारा कुआं में चरण पादुका पूजन किया गया।
स्कूलों में और अखाड़ों में भी गुरुओं के सम्मान में छात्रों के सर झुक गए और मालाएँ पहना कर चरण स्पर्श कर अपने गुरु से आशीर्वाद लिया। अखाड़ों में भी उस्तादों का सम्मान कर पूजा की और गुरु ज्ञान लिया। स्वरूप सागर स्थित उस्ताद लक्ष्मण-सिंह व्यायामशाला, चांदपोल स्थित भीम राष्ट्रीय व्यायामशाला, दूध तलाई स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय व्यायामशाला में गुरुओं का सम्मान किया गुरुओं की तस्वीर और चरण पादुकाओं को पूजा गया । गुरु पूर्णिमा महोत्सव के साथ ही श्रावण मास शुरू भी हो जाएगा। इस दौरान कई कार्यक्रम होंगे।
आसाराम आश्रम में उत्सव शुरू
डबोक स्थित संत आसाराम आश्रम में सुबह 9 बजे से गुरु चरण पादुका पूजन कार्यक्रम शुरू हो गया। भजन कीर्तन के साथ ही गुरु पादुकाओं का किया जा रहा है। आशा रामायण पाठ, गुरू गीता पाठ किया जा रहा है।
इसी कड़ी में अहमदाबाद आश्रम से बापू आशाराम के प्रवचन का प्रसारण का भी कार्यक्रम बनाया गया। सेक्टर 5 काशीपुरी स्थित लालजी मंदिर में गुरु पूर्णिमा उत्सव की शुरूआत हुई।