अंग्रेजी भाषा में संप्रेषण कौशल के विविध आयामों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी २४ से

jrnrvu-udaipurउदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा अंग्रेजी में संप्रेषण कौशल के विविध आयामों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन आगामी 24 व 25 फरवरी को किया जाएगा।
संगोष्ठी निदेशक व विभागाध्यक्ष डॉ$ मुक्ता शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो$ भवानीशंकर गर्ग होंगे तथा अध्यक्षता कुलपति प्रो$ शिवसिंह सारंगदेवोत करेंगे। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय द्वारा स्थापित संकेत भाषा संस्थान के निदेशक प्रो$ पीआर रामानुजम तथा मुख्य वक्ता विख्यात शिक्षाविद् एवं अंग्रेजी भाषा शिक्षण विशेषज्ञ तारारत्नक होंगी।
संगोष्ठी व कार्यशाला की आयोजन सचिव डॉ$ शारदा वी$ भट्ट के अनुसार स्टेट विश्वविद्यालय ऑफ एरिजोना, संयुक्त राज्य अमरीका के पूर्व प्रोफेसर जेम्स मायर्स का विशेष व्याख्यान इस दो दिवसीय आयोजन का विशेष आकर्षण होगा। संगोष्ठी दो सत्रों में संपन्न होगी।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि ख्याति प्राप्त विद्घान सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो$ एसएन जोशी होंगे तथा अध्यक्षता अधिष्ठाता डॉ$ सुमन पामेचा करेंगी।
समापन उद्बोधन महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के प्रो$ एसके अग्रवाल होंगे। डॉ$ शारदा भट् के अनुसार 25 फरवरी को भाषा संप्रेषण के व्यवहारिक पक्षों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के निदेशक, एकडेमिक प्लानिंग, मोनिटरिंग एण्ड आईक्यूएसी प्रो$ जीएम मेहता होंगे तथा अध्यक्षता रजिस्ट्रार प्रो$ देवेंद्र जौहर करेंगी।
कार्यशाला चार सत्रों में संचालित होगी। कार्यशाला के समापन सत्र के मुख्य अतिथि सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर शरद श्रीवास्तव होंगे तथा अध्यक्षता अधिष्ठाता डॉ$ सुमन पामेचा करेंगी। संगोष्ठी निदेशक डॉ$ मुक्ता शर्मा के अनुसार संगोष्ठी के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से शोध पत्र प्राप्त होने प्रारंभ हो गए हैं।

पहले भजन फिर रैली

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उदयपुर। संविदा नर्सेजकर्मी की प्रदेशव्यापी हड़ताल के तहत आज संविदा नर्सिंग कर्मियों ने संभाग स्तरीय रैली निकाली। इसके बाद कलेक्ट्री व संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
लगातार ९वें दिन भी आरएनटी मेडिकल कॉलेज के अधीनस्थ संचालित अस्थायी, संविदाकर्मी व एनआरएचएम के तहत व्यक्तिगत अनुबंध पर कार्यरत संविदा नर्सेज सामुहिक अवकाश पर रहे और हड़ताल जारी रखी। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन उदयपुर के अध्यक्ष हेमंत आमेटा के अनुसार आज संभाग के सभी संविदा नर्सिंग कर्मियों ने रैली में भाग लिया, रैली टाउन हॉल से शुरू होकर सूरजपोल, बापूबाजार, देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्री पहुंची, जहां पर सभी नर्सिंग कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उसके बाद संविदा कर्मियों की रैली कोर्ट चौराहा, चेतक चौराहा होते हुए संभागीय आयुक्त कार्यालय पर पहुंचे, जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया और नियमित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व सभी संविदा नर्सिंग कर्मियों ने टाउन हॉल में महा मृत्युंजय जाप, हवन और सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की। आमेटा ने बताया कि अधीक्षक ऑफिस के बाहर धरना यथावत जारी है। रैली की वजह से धरने पर आज सिर्फ तीन नर्सिंग कर्मी ही बैठे है। आमेटा ने बताया कि आज आयोजित हुई रैली में संभाग के सभी संविदा नर्सेज कर्मी मौजूद थे, जो चित्तौड़-बांसवाड़ा डूंगरपुर, प्रतापगढ़ आदि कई जगह से यहां पहुंचे है। संविदा नर्सेज द्वारा की जा रही बेमियादी हड़ताल में संविदा आयुष नर्सिंग एसोसिएशन का भी समर्थन हैं।
हेमंत आमेटा के अनुसार कल रक्तदान शिविर में संविदा नर्सिंग कर्मियों ने 22 यूनिट रक्तदान कर आमजन के संकट की स्थिति में हमेशा तत्पर रहने का संदेश दिया। रक्तदान के दौरान क्रहम तुम्हे खून देंगेे-तुम हमें नियमित होने का शुभाशीष दोञ्ज नर्सेज एकता जिंदाबाद, अभी करो अर्जेंट करो नारो से गुंजता रहा। रक्तदान कर संविदा नर्सेज ब्लड बैंक के माध्यम से जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवाएंगे।
कल होगी आरएनए व वार्ड प्रभारी की बैठक
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन उदयपुर के पदाधिकारियों व आरएनटी से सम्बद्घ समस्त चिकित्सालयों के वार्ड प्रभारी की 22 फरवरी को मध्याह्न में 12 बजे बैठक का आयोजन कर संविदा नर्सेज की मांगों के समर्थन में स्थायी नर्सेज के सहयोग की आगामी रणनीति तय की जाएगी।

घरेलू गैस से बनी नमो चाय !

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उदयपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा डॉ$ श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल द्वारा नमो सप्ताह के तहत आज सुबह सूरजपोल चौराहे पर नमो कैफे लगाया गया, जहां नमो चाय बनाकर लोगों को पिलाई गई। इस दौरान नमो कैफे में घरेलु गैस का उपयोग किया गया। चाय-पान के जरिए नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक बैनर पर जन सामान्य से हस्ताक्षर भी कराए गए। उक्त बैनर मोदी को भेंट किया जाएगा। मण्डल महामंत्री सुनील व्यास ने बताया कि मोदी कैफे कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा शहर जिला उपाध्यक्ष कुन्तीलाल जैन, विशिष्ट अतिथि भाजपा मंडल अध्यक्ष चंचल कुमार अग्रवाल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री तथा मुख्य अतिथि लाफ्टर शो फैम चिराग वाधवानी थे।

गूंगे छात्र को शिक्षक ने उठाकर फेंका

पिता ने कराया प्रतापनगर थाने में शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज, शिक्षक ने कहा आरोप बेबुनियाद
20140221_111117उदयपुर। खेमपुरा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शारीरिक शिक्षक ने एक गंूगे छात्र को उठाकर फेंक दिया, जिससे छात्र के हाथ में चोट आई है। यह आरोप लगाते हुए अभिभावक ने शारीरिक शिक्षक के खिलाफ प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इधर, शारीरिक शिक्षक ने उक्त आरोप को बेबुनियाद बताया है।
सूत्रों के अनुसार भूपालसागर हाल खेमपुरा निवासी गजेंद्र प्रसाद (१०) पुत्र भगवती प्रसाद पहली कक्षा में पढ़ता है। वह बोल नहीं सकता है। आरोप है कि कल प्रार्थना के समय बच्चे मस्ती कर रहे थे। इससे गुस्से में आकर शारीरिक शिक्षक कैलाश मीणा ने गजेंद्र को उठाकर फेंक दिया। इससे उसके एक हाथ में चोट आई है। इसी स्कूल में पढऩे वाले गजेंद्र के बड़े भाई सोहन ने उसके पिता भगवतीप्रसाद को शारीरिक शिक्षक द्वारा गजेंद्र के साथ की गई पिटाई की जानकारी दी। इस मामले में आज सुबह भगवतीप्रसाद ने शारीरिक शिक्षक कैलाश मीणा के खिलाफ प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शारीरिक शिक्षक कैलाश मीणा का कहना है कि कल प्रार्थना के समय सभी बच्चे मस्ती कर रहे थे। उस दौरान गजेंद्र को उसने हाथ पकड़कर नीचे बिठाया था। छात्र से मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई।

राजस्थानी भाषा मान्यता को लेकर कलेक्ट्रेट पर धरना

IMG_3362उदयपुर। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की तरफ से विश्व मातृ भाषा दिवस पर आज सुबह १० बजे से दोपहर एक बजे तक कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया। राजस्थान मोट्यिार परिषद् के संभाग पाटवी घनश्यामसिंह भींडर ने बताया कि समिति के सदस्यों ने मातृ भाषा दिवस पर उपवास रखा और धरने पर बैठे। समिति की तरफ से देश-विदेश तथा राजस्थान के सभी जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदेश पाटवी शिवदानसिंह जोलावास ने बताया कि धरने में राजस्थानी मेाटियार परिषद्, राजस्थानी महिला परिषद्, राजस्थानी चिंतन परिषद् सहित शिव दल मेवाड़, बजरंग सेना, भारतीय जनता युवा मोर्चा, वीर मित्र मंडल, मेवाड़ मित्र गौरव परिषद्, मेवाड़ शिव सेना, शूलधारीणी सेना, हिन्दू महासेवा टाइगर फोर्स, भारतीय मजदूर संघ, राजपूत करणी सेना, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, बजरंग दल सहित सामाजिक संगठनों का सहयोग रहा।

भाई की हत्या का आरोपी गिरफ्तार

2014_2image_01_24_460344884Untitled-4-llपत्नी के साथ अवैध संबंध के चलते की हत्या
उदयपुर। झाड़ोल थाना क्षेत्र के लाखगुड़ा गांव में एक व्यक्ति ने पत्नी के साथ छोटे भाई के अवैध संबंध होने की शंका के चलते छोटे भाई की हत्या कर दी। पुलिस ने बीती देर रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार लाखागुड़ा निवासी कला (३०) पुत्र कल्ला गमार और उसका बड़ा भाई मीठा गमार दोनों हमेशा साथ बैठकर शराब पीते थे। मीठा गमार को शंका थी कि उसके छोटे भाई कल्ला गमार और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध है।
इस बात को लेकर दोनों भाइयों में शराब पीते समय कहासुनी हो गई। गुस्से में मीठा गमार ने फावड़ा लेकर कला पर हमला कर दिया। उसी दौरान कला की पत्नी बीच में आई, तो आरोपी ने उसके साथ भी मारपीट की। आरोपी मारपीट के बाद वहां से भाग गया। कुछ देर बाद कला की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस वहां पहुंची, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने कला की की पत्नी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया और मीठा गमार को घर से गिरफ्तार कर लिया, जिसे आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।

आधार कार्ड ने बढाई मुश्किलें!

aadhaarगैस एजेंसियों में आधार कार्ड अंकित कराने वालों को हो रही है परेशानी
उदयपुर। केंद्र सरकार की तरफ से देश में एलपीजी गैस उपभोक्ताओं को बाज़ार दर पर गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने के लिए लागू की गई क्रडायरेक्ट सब्सिडी ट्रांसफर स्कीमञ्ज के तहत आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त करने के बाद भी यह आदेश अब तक प्रभावी नहीं हुआ है। जिन उपभोक्ताओं ने आधार नंबर अपनी गैस एजेंसियों में जमा करवा दिए है, वे खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उनके खाते में सब्सिडी की एक किश्त ही पंहुची है। दूसरी किश्त उनके खाते में कब जमा होगी। इसका जवाब गैस एजेंसियों के पास भी नहीं है।
आधार नंबर गैस एजेंसियों में जमा करवाने वाले उपभोक्ता को अब एक साथ १११२ रुपए देने पड़ रहे हैं। इन ग्राहकों को दो किश्तों में सब्सिडी मिलनी थी। पहली गैस बुकिंग करते समय और दूसरी सिलेंडर की डिलेवरी के बाद। पहली किश्त ४३५ रुपए अग्रिम सब्सिडी के रूप में उपभोक्ता के खाते में जमा हो गई, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए है कि उपभोक्ता को दूसरी किश्त नहीं मिल रही है।
इस वजह से आधार नंबर लिंक्ड कर चुके उपभोक्ताओं को एक सिलेंडर ३९४ रुपए के बजाय ६७७ रुपए की लागत से पड़ रहा है, जबकि उन ग्राहकों को कोई दिक्कत नहीं हो रही, जिन्होंने अपने आधार नंबर गैस एजेंसी में नहीं जमा करवाए हैं।
> मैने अपने आधार नंबर गैस एजेंसी में लिंक्ड करवा दिए। अब मुझे सब्सिडी के रूप में एक बार ४३५ रुपए आए, लेकिन उसके बाद दूसरी किश्त और दूसरे सिलेंडर की सब्सिडी अभी तक खाते में नहीं आई।
-मनीष उपाध्याय, उपभोक्ता अंबामाता
> मेरे अभी तक साल के सात सिलेंडर खर्च हुए है। आखरी दो सिलेंडर की सब्सिडी में से सिर्फ एक सिलेंडर की एक किश्त आई है, बाकी के सिलेंडर के लिए मुझे रुपए देने पड़ रहे हैं। गैस एजेंसी वाले कहते हैं कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है। अब सब कुछ सरकार के हाथ में है।
-मोहसिन छीपा, हाथीपोल
> आधार कार्ड वाले उपभोक्ता को सब्सिडी देने का कार्य सर्वर से जुड़ा हुआ है। सरकार यह सीधे उपभोक्ता को देती है। इसमें गैस एजेंसी की कोई भूमिका नहीं है
-मोहम्मद फारूख, मैनेजर,
अरावली गैस एजेंसी

ग्राफिक्स से होती है शादियों में सजावट

241उदयपुर। शादियों में फूलों से सजावट करना अब पुरानी बात हो चली है। अब वेन्यू से लेकर वेडिंग कार व बग्घी को डेकोरेट करने का तरीका काफी स्टाइलिश हो गया है। जहां वेन्यू को डेकोरेट करने के लिए ग्राफिक्स का सहारा लिया जाने लगा है, वहीं वेडिंग कार व बग्घी को खूबसूरत लुक देने के लिए ऑयस्टर, हार्ट, रॉयल, पेंटिंग्स व ज्वैलरी थीम को अपनाया जाने लगा है। उदयपुर के कपल्स अपनी शादी को यादगार बनाना चाहते हैं, उसी के मद्देनजर वेडिंग प्लानर्स ब्राइड व ग्रूम की डिमांड को ध्यान में रखते हुए कपल्स की फोटो या कोलाज वेडिंग कार पर लगाने लगे हैं। थ्री डी लुक के लिए थर्माकोल से स्कल्प्चर बनाकर कारों पर सजाए जा रहे हैं। फैंटास्टिक फोर इवेंट के डायरेक्टर संजीव रंजन झा ने बताया, शादियों में जिस कार में डोली जाती है, उसे भी ऑफ बीट कॉन्सेप्ट पर कस्टमाइज किया जा रहा है।
रॉयल व थ्रीडी थीम: जब शादी रॉयल तरीके से हो सकती है, तो वेडिंग कार शाही अंदाज में क्यों नहीं डेकोरेट की जा सकती? इसी सवाल को ध्यान में रखते हुए आजकल वेडिंग प्लानर्स वेडिंग कार को डेकोरेट करने लगे हैं। वहीं इसमें थ्रीडी लुक देने के लिए थर्मोकॉल से मोर, हाथी और हंसों के जोड़े का आकर्षक ढांचा तैयार किया जाता है। उसके बाद ब्राइड व ग्रूम की पसंद अनुसार फूलों से सजावट की जाती है। इसमें लगभग ५० हजार रुपए खर्च आता है।
कपल्स की फोटो कार पर प्रिंट: कपल्स अपनी वेडिंग कार को रोचक अंदाज में डेकोरेट करवा रहे हैं। इसमें वे अपनी कार पर प्रिंट करवा रहे हैं। इसमें लगभग ३० हजार का खर्च आता है।

विवाहिता के साथ अपहरण के बाद दुष्कर्म

sagsaउदयपुर। एक विवाहिता ने गांव के ही एक युवक के खिलाफ उसका अपहरण करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला गोगुंदा थाने में दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार बेड़ादिया निवासी एक विवाहिता ने रिपोर्ट में बताया कि तीन माह पूर्व जाम्बुडिय़ा गांव में स्थित क्रेशर गिट्टी प्लांट पर वह मजदूरी करने गई थी। वहां पर आरोपी शंकर गमेती भी काम करता था। आरोपी ने विवाहिता को अन्य स्थान पर मजदूरी के लिए चलने के लिए कहा। इस पर विवाहिता आरोपी के साथ बाइक पर सवार होकर चली गई। उसी दौरान आरोपी उसे एकांत में ले गया, जहां बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। मौका मिलने पर वह वहां से भाग गई और परिजनों को आपबीती सुनाई। विवाहिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

राजीव के हत्‍यारों की रिहाई पर जंग: राहुल के दुख जताने के बाद केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में की अपील

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2720_untitled-1पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्‍यारों की रिहाई के फैसले पर केंद्र और तमिलनाडु सरकार में तकरार बढ़ गई है। अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील की है। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दोषियों की सजा-ए-मौत को उम्रकैद में तब्‍दील कर दिया था। इसके बाद जयललिता सरकार ने आपात बैठक कर बुधवार को सभी सात दोषियों को रिहा करने का फैसला लिया था और कहा था कि अगर केंद्र सरकार तीन दिन में इस पर मंजूरी नहीं देती है तो राज्‍य सरकार बिना केंद्र की मंजूरी के ही दोषियों को रिहा कर देगी। इसके बाद राहुल गांधी ने इस पर अफसोस जताया था।
गुरुवार को अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से पुनर्विचार याचिका दायर कर अपील की कि जब तक इस याचिका पर फैसला नहीं हो जाता तब तक दोषियों की रिहाई नहीं करने का आदेश दिया जाए।
इससे पहले कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा था, ‘सुनने में आया है कि राजीवजी के हत्यारों को रिहा करने के आदेश हुए हैं। मैं मौत की सजा के खिलाफ हूं। लेकिन प्रधानमंत्री का हत्यारा ही रिहा हो जाए फिर आम आदमी के बारे में क्या सोच सकते हैं?’
…लेकिन कांग्रेस कठघरे में
केंद्र में 10 साल से कांग्रेस का शासन है और राजीव के हत्‍यारों की दया याचिका राष्‍ट्रपति के पास 11 साल तक लटकी रही। ऐसा क्‍यों हुआ, इसका जवाब कांग्रेस के पास नहीं है। सु्प्रीम कोर्ट ने दया याचिका पर फैसले में देरी को ही आधार बना कर हत्‍यारों को मिली फांसी की सजा उम्रकैद में बदल दी और अब जयललिता सरकार उन्‍हें रिहा करने का फैसला ले चुकी है।
सियासी गणित
तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। करुणानिधि की डीएमके के पास 18 और जयललिता की अन्नाद्रमुक के पास 9 सीटें हैं। तमिल राष्ट्रवाद का नारा देने वाली वाइको की दक्षिण तमिलनाडु में अच्छी पकड़ है। चुनाव पास हैं। करुणानिधि या वाइको श्रेय की राजनीति शुरू करें, इससे पहले ही अत्यधिक जल्दबाजी दिखाते हुए जयललिता ने रिहाई का पांसा फेंक दिया है।
तमिलनाडु की जयललिता सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मई 1991 में हुई हत्या के इन सात दोषियों को रिहा करने का फैसला किया है…

संतन उर्फ टी.सथेंद्रराजा
श्रीलंका निवासी संतन हत्याकांड के समय 20 वर्ष का था और तमिल उग्रवादी संगठन की खुफिया शाखा का सदस्य था और वह मुख्य अभियुक्त सिवरासन का नजदीकी सहयोगी था। उसे मद्रास में अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए भेजा गया था और भारत आने पर उसने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में दाखिला लिया। कहा जाता है कि उसकी फीस का भुगतान लिट्टे द्वारा किया जाता था।
संतन राजीव गांधी की हत्या में शामिल अभियुक्तों में महत्वपूर्ण कड़ी था। वह उन कुछ लोगों में था जिसे राजीव गांधी की हत्या से पूर्व सारी जानकारी उपलब्ध थी। वह हत्या के दिन सिवरासन से मिला था।

नलिनी
राजीव गांधी की हत्या में पांच हत्‍यारों का जो दस्‍ता शामिल था, उनमें से नलिनी ही जिंदा बची है। नलिनी इस केस के एक अन्य दोषी मुरुगन की पत्नी है। नलिनी को अन्य दो महिलाओं के साथ श्रीलंका से इस घटना को अंजाम देने के लिए लाया गया था। नलिनी ने इसके लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री, वी.पी सिंह की सभा में जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। नलिनी दो अन्य महिला हमलावरों सूबा और थनु को हत्या के दिन के लिए पहनने के लिए कपड़े खरीदने के लिए गारमेंट्स स्टोर में ले गई थी।

मुरुगन
हत्या के समय मुरुगन की उम्र 21 साल थी और वह श्रीलंका में एलटीटीई (लिट्टे) का हिस्सा था और भारत में उसे इस घटना को अंजाम देने के लिए भेजा गया था। पुलिस को दिए गए अपने कबूलनामे में मुरुगन ने कहा कि वह वह जनवरी 1991 में भारत आया और यहां तक कि नलिनी को एलटीटीई (लिट्टे) ज्वाइन करने के लिए तैयार किया। हत्या से पहले उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी सिंह की सभा में जाकर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया था। जांचकर्ताओं के अनुसार, राजीव गांधी की हत्या के बाद नलिनी और मुरुगन ने तिरुपति मंदिर में जाकर माथा टेका और भगवान का शुक्रिया अदा किया। अपने इकबालिया बयान के आधार पर उसे अभियुक्त बनाया गया था।

एजी पेरारिवलन
हत्या के समय पेरारिवलन की उम्र 20 वर्ष थी, उसके पिता एक तमिल कवि थे और वह 1989 से लिट्टे का कट्टर सदस्य था। वह लिट्टे के साहित्य सेल का सदस्य था और यहां तक कि श्रीलंका जाने पर लिट्टे प्रमुख वेलुप्पिलई प्रभाकरन और अन्य से मिला था। उस पर आरोप है कि उसने भारत में एलटीटीई के कैडर को जोड़ने के लिए काम किया था और लिट्टे के सदस्यों को वेल्लोर के किले से निकालने के लिए स्केच भी तैयार किया था। पेरारिवलन पर हत्या में शामिल अभियुक्तों को सामग्री उपलब्ध कराने का आरोप है। इसके अलावा, उसने भी तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी.सिंह की सभा में जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था।

रॉबर्ट पायस
श्रीलंका मूल का तमिल रॉबर्ट पर आरोप है कि उसने इस घटना को अंजामम देने के लिए अपनी पत्नी और लिट्टे के अन्य कमांडो के साथ सितंबर 1990 में भारत में कदम रखा था। पायस का दावा है कि भारतीय शांति बल के द्वारा श्रीलंका में की गई कार्यवायी में उसका पुत्र मारा गया था जिसके कारण वह बदले की भावना से जूझ रहा था। पायस ने अपने इकबालिया बयान में हत्या में शामिल होने को कबूल किया था।

जयकुमार
पायस के नजदीकी संबंधी, जयकुमार को लिट्टे ने 1990 में भारत भेजा था। जयकुमार को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह तमिलनाडु में आरोपियों के रहने-खाने के लिए उचित प्रबंध करे।

रविचंद्रन
श्रीलंका मूल का तमिल नागरिक रविचंद्रन पर मुख्य अभियुक्त सिवरासन को घटना को अंजाम देने के लिए फंड मुहैया कराने का आरोप है। वह 1990 में भारत आया था। उस पर, हत्या को अंजाम देने के लिए कई तरह की जिम्मेदारियां थीं। उसे लिट्टे के द्वारा ट्रैवल एजेंसी खोलने और कैडरों को लाने-ले जाने के लिए व्हीकल खरीदने के लिए भी पैसे दिए गए थे।