उदयपुर। चेटक सर्कल पर बड़ा भू-डाका डाला गया है। शहर की सबसे कीमती करीब चार हजार स्क्वायर फीट सार्वजनिक जमीन को सिनेमा मालिक के निजी हित के लिए दे दिया गया है। सिनेमा मालिक ने पार्किंग की इस जमीन पर चेटक कॉम्पलैक्स का निर्माण भी शुरू करवा दिया है। पता चला है कि इस भू-डाके में बड़े अफसरों और नेता लोगों ने अच्छी चांदी काटी है।
बताया गया है कि चेटक सिनेमा के निर्माण के समय भू-उपयोग स्वीकृति क्रमनोरंजनञ्ज खाते में रियायती दर से प्राप्त की गई, जो सिनेमा रहने तक ही थी, लेकिन सिनेमा मालिक को बगैर भू-उपयोग परिवर्तन के व्यावसायिक कॉम्पलेक्स का निर्माण करने की स्वीकृति नगर-निगम ने दे दी। यह स्वीकृति निगम की हाई पावर कमेटी ने 9 फरवरी 2013 की बैठक में दी। बताया गया है कि केंद्र में नरसिंह राव सरकार के समय सन् 1992 में तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव उदयपुर में आयोजित करवाया था। इसमें अभिनेत्री जया बच्चन ने भी भाग लिया था। इस समारोह का उद्घाटन चेटक सिनेमा में हुआ। तब तत्कालीन जिला कलेक्टर ने चेटक सिनेमाघर के सामने सड़क पर पार्किंग की फौरी व्यवस्था करवाई थी। इसके लिए जंजीरे लगाकर भूखंड को अलग किया गया। ये जंजीरे यूआईटी ने लगवाई। बाद में सिनेमा प्रबंधन ने इस भू-भाग पर पक्की चारदीवारी बना ली। साथ ही इसके किनारे खोखे लगाकर किराया लेना शुरू कर दिया। इस प्रकार कुछ समय के लिए की गई पार्किंग की व्यवस्था के जरिये करोड़ों की सार्वजनिक जमीन हथिया ली गई।
आखिर हुआ क्या : नगर निगम ने सिनेमा मालिक को 26411 वर्गफीट जमीन पर निर्माण स्वीकृति दे दी है। इसके लिए सिनेमा मालिक ने 1963 का नक्शा लगाया। यह नक्शा सिनेमा की इमारत का है, जिसमें पार्किंग की जमीन शामिल नहीं है, तो फिर पार्किंग की जमीन पर निर्माण कैसे होने दिया जा रहा है। यह रहस्य समझ में नहीं आ रहा है।
सेट बैक का क्या हुआ : निर्माण स्वीकृति के अनुसार इमारत के सामने 40 फीट और बाकी दिशाओं में 20-20 फीट सेट बैक छोडऩा आवश्यक किया गया है। यह सेट बैक निर्माता को खुद की जमीन पर छोडऩा होता है, जिसकी पालना भी नहीं की गई है।
निर्माण स्वीकृति गैर कानूनी : नगर निगम की निर्माण स्वीकृति में राजस्व विभाग से जमीन की नपती की रिपोर्ट नहीं मांगी गई। सर्वेयर ने भी निर्माण समिति को धोखे में रखा। भू-उपयोग परिवर्तन भी नहीं किया गया। प्रश्न यह भी है कि सार्वजनिक जमीन पर निर्माण स्वीकृति कैसे दी जा सकती है।
॥यह जमीन मेरी है। मेरे पास महाराणा का दिया हुआ पट्टा है।
– सैफुद्दीन बोहरा, सिनेमा मालिक
॥फाइल में कागज तो सारे हैं। यदि अनियमितता हुई है, तो जांच करवा ली जाएगी।
-हिम्मतसिंह बारहठ, कमिश्नर नगर निग
चेटक सिनेमा मालिक ने नेताओं और अफसरों की मिली भगत से करोड़ों की पार्किंग की जमीन हड़पी
पुष्पलता कश्यप की क्रआभौ नापता पांवडाञ्ज का लोकार्पण
उदयपुर। जोधपुर निवासी वरिष्ठ लेखिका पुष्पलताजी कश्यप की राजस्थानी यात्रा वृतांत कृति क्रआभौ नापता पांवडाञ्ज का लोकार्पण नाथद्वारा के साहित्य मंडल के हिंदी दिवस समारोह में हुआ। उन्हें बधाई कि एक सार्थक कृति राजस्थानी साहित्य को दी है। इसमें देश के पूर्वांचल की यात्राओं का विवरण है और भवानीशंकर व्यास क्रविनोदञ्ज की भूमिका है। भाव के साथ भूमिका भी पढऩीय है। मंच पर लेखिका पुष्पलताजी के साथ ही मुख्य निष्पादन अधिकारी श्रीजगदीश पुरोहित, अध्यक्ष व मुखियाजी नरहरि ठाकर है। संचालन संस्था के प्रधानमंत्री भगवतीप्रसाद देवपुराजी ने किया।
‘कुछ-कुछ होता है’ बेहूदा कहानी थी: करण जौहर

करण जौहर ने अपनी ही सुपरहिट फ़िल्म का उड़ाया मज़ाक, सलमान ख़ान किसके बनेंगे मेहमान और ‘ग्रैंड मस्ती’ ने आलोचना के बाद भी गाड़े झंडे. मनोरंजन जगत की हलचल आज मुंबई डायरी में.
‘बेहूदा लगती है कुछ-कुछ होता है’
करण जौहर की बतौर निर्देशक पहली फ़िल्म ‘कुछ कुछ होता है’ सुपरहिट रही और इसने रातों रात करण को सुपरहिट निर्देशक के तौर पर स्थापित कर दिया.
लेकिन फ़िल्म की रिलीज़ के 15 साल बाद करण, मानते हैं कि फ़िल्म की कहानी बेहूदा थी. इरफ़ान की फ़िल्म ‘लंचबॉक्स’ से करण जौहर जुड़े हैं और इसी फ़िल्म के प्रमोशन पर उन्होंने मीडिया से ये बात कही.
करण कहते हैं, “हर फ़िल्म एक नई ग़लती होती है. अब मैं ‘कुछ-कुछ होता है’ देखता हूं तो मुझे इसकी कहानी मूर्खतापूर्ण लगती है. ‘कभी ख़ुशी कभी ग़म’ देखता हूं तो लगता है फ़िल्म 35 मिनट लंबी थी. ‘स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर’ में और ज़्यादा इमोशन होने चाहिए थे. इसलिए हर फ़िल्म आपको कुछ ना कुछ सिखाती है.”
वैसे ‘लंच-बॉक्स’ की बात करें तो फ़िल्म के मुख्य कलाकार इरफ़ान हैं और इसे भारत में रिलीज़ कराने में करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शन सहयोग कर रहा है.
फ़िल्म 20 सितंबर को भारत में रिलीज़ हो रही है.
करण की कॉफी पिएंगे सलमान !
करण जौहर के सुपरहिट चैट शो कॉफ़ी विद करन में अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ ख़ान समेत कई हस्तियां आ चुकी हैं. लेकिन इसमें अब तक सलमान ख़ान नहीं आए हैं.
ख़ुद करण जौहर ने कई बार कहा कि वो सलमान को शो में अपना मेहमान बनाना चाहते हैं. अब लगता है करण की ये तमन्ना पूरी होने वाली है.
चर्चा है कि इस शो के अगले सीज़न के पहले एपिसोड में सलमान ख़ान आ सकते हैं. लेकिन कथित तौर पर सलमान ख़ान ने ये शर्त रखी है कि इस एपीसोड में उनके अलावा कोई और मेहमान नहीं होगा.
‘ग्रैंड मस्ती’ की धूम
इंद्र कुमार निर्देशित एडल्ट कॉमेडी ‘ग्रैंड मस्ती’ को आलोचकों ने भले ही नकार दिया हो लेकिन बॉक्स ऑफ़िस पर इस फ़िल्म ने धूम मचा दी.

रितेश देशमुख, विवेक ओबेरॉय और आफ़ताब शिवदासानी की मुख्य भूमिका वाली इस फ़िल्म ने रिलीज़ होने के पहले तीन दिनों में ही तक़रीबन 40 करोड़ रुपए की कमाई की और इस साल पहले सप्ताहांत में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्मों की सूची में चौथे नंबर पर आ गई है.
फ़िल्म की विषय वस्तु और संवादों को कई समीक्षकों ने बचकाना और अश्लील करार दिया था.
सो. बी बी सी
सस्ते में बिक रही बाजार में मौत
तेजाब से पीडि़त का शरीर ही नहीं जलता है, बल्कि जिन्दगी जल जाती है एसिड अटैक के मामलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त है। पुलिस भी उसकी गाइडलाइन का फॉलो करने का दावा करती है। प्रशासन भी तेजाब बिक्री से खुद को अलर्ट बताता है। इसके बावजूद शहर में हर कहीं आसानी से एसिड बिक रहा है,
जब क्रमददगारञ्ज ने इसकी पड़ताल की, तो प्रशासन और पुलिस के अलर्ट के दावे की पोल खुल गई। अरे भाई साहब हमें घर के बाथरूम साफ करने के लिए तेजाब चाहिए, नाली चॉक हो गई है। बहुत परेशान हो गए हैं बस कुछ ऐसा ही बोलना है और आपको दुकानदार बिना आईडी प्रूफ के तेजाब की बोतल थमा देगा।
भावेश जाट/ मनीष पंचाल
उदयपुर। तेजाब को खरीदने के लिए किसी को बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती। आपको जितना तेजाब चाहिए, उतना आसानी से बाजार में बड़ी आसानी से मिल रहा है। तय रकम देने के बाद कोई ये भी नहीं पूछता कि आपको तेजाब क्यों चाहिए? क्रमददगारञ्ज रिपोर्टर ने जब दुकानदार से तेजाब मांगा, तो दुकानदार ने बिना किसी सवाल-जवाब के तेजाब की बोतल उसे थमा दी।
१. खतरा: तेजाब शरीर पर गिरने से जल सकता है, जो लंबे अरसे तक ठीक नहीं होता है।
२.बिना आईडी से मिल रही है मौत: उदयपुर शहर में किराणा और अन्य दुकानों पर भी तेजाब आसानी से मिल जाने के बाद हम सूरजपोल की एक दुकान पर गए, जहां थोक में एसिड बेचा जा रहा था ।
३.जितना चाहो खरीद लो:बेहद खतरनाक तेजाब आप बहुत आसानी से खरीद सकते हैं। बाजार में आसानी से मिल जाने की वजह से ही तेजाब फेंकने की घटनाएं बढ़ी हैं, क्योंकि जिस पर तेजाब फेंका जाता है उसके लिए उस अनजान व्यक्ति को पहचान पाना या उसका स्केच बनवा पाना मुश्किल हो जाता है।
४.लाइसेंस कौन देगा :सुप्रीम कोर्ट तेजाब की बिक्री और खरीद को थोड़ा पेचिदा बना रही है, ताकि तेजाब फेंकने के मामलों में कमी आए। वहीं व्यापारी इस बात से नाखुश हैं। उनका कहना है कि अब लाइसेंस लेने के लिए हमें सरकारी विभागों के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
अच्छी खासी रकम देकर लाइसेंस तो मिल जाएगा, लेकिन इसके बाद भी हमारा सिर दर्द खत्म नहीं होगा। हमें तेजाब खरीदने आए हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रखना होगा। उसका फोटो पहचान पत्र और मोबाइल नंबर हमें लेना होगा, ये सब बहुत प्रैक्टिकल नहीं है।
कोई व्यक्ति अपना फर्जी पहचान पत्र और गलत फोन नंबर भी दे सकता है। हमें तो जो दिखाया जाएगा उसी को सही मानकर रिकॉर्ड कर लेंगे। अगर कोई घटना हो गई तो पुलिस भी हमें ही परेशान करेगी।
५. नीति तय करें: तेजाब के हमलों पर रोक की नीति तय करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से सरकार को तलब किया। इन मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के दखल पर केंद्र सरकार ने तेजाब की खरीद-फरोख्त पर सख्त नियम बनाने की बात की है।
सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए हलफनामे में तेजाब के हमलों के शिकार पीडितों के पुनर्वास को ध्यान में रखते हुए कई अहम पक्ष रखे। इसमें तेजाब को जहर की श्रेणी में रखने का फैसला किया है।
एसिड अटैक की वारदातें
धरियावद के सीता माता अभयारण्य में हुई वारदात काफी भयानक थी। उसमें एक व्यक्ति उसकी पत्नी को ससुराल छोडऩे के बहाने दोस्तों के साथ अभयारण्य में ले गया, जहां उसने पत्नी को जबरन एसिड पिलाकर छोड़ दिया। वन विभाग के कर्मचारियों ने उक्त महिला को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।
हिरण मगरी में सत्यम् शिवम् सुन्दरम् के सामने दो युवकों ने स्कूटी सवार दो महिलाओं पर एसिड से अटैक कर दिया था। इसमें से एक महिला का चेहरा झुलस गया।
:टॉयलेट में यूज करने वाला एसिड बड़ा ही हार्म फुल होता है। यह एसिड शरीर के किसी भी भाग पर गिरने से त्वचा जल सकती है और एसिड को अगर किसी को पिला दिया जाए, तो उसका पेट फट सकता है।
-डॉ. डीपी सिंह, अधीक्षक, एमबी अस्पताल
भैयाजी सुपरहिट’ की शूटिंग के लिए श्रेयस तलपड़े उदयपुर पहुंचे
उदयपुर. फिल्म ‘भैयाजी सुपरहिट’ की शूटिंग के लिए एक्टर श्रेयस तलपड़े मंगलवार सुबह 6.30 बजे उदयपुर पहुंचे। जींस, शर्ट और कैप में श्रेयस को कोई पहचान नहीं पाया।
इससे पहले सोमवार को मुन्नाभाई एमबीबीएस के सर्किट के रूप में पहचान बनाने वाले अभिनेता अरशद वारसी ‘भैयाजी सुपरहिट’ की शूटिंग के लिए उदयपुर पहुंच चुके है।
होटल लक्ष्मी विलास में है ‘भैयाजी सुपरहिट’ की शूटिंग
पिछले कई दिनों से उदयपुर में चल रही ‘भैयाजी सुपरहिट’ की शूटिंग होटल लक्ष्मी विलास में हो रही है। शूटिंग में थ्री डी डॉन बने सन्नी देओल के साथ अरशद वारसी पर सीन फिल्माएं जाएंगे।
इससे पहले रेखा अभिनीत सुपरहिट फिल्म ‘फूल बने अंगारे’ की शूटिंग हो चुकी है। फिल्म में होटल को विलेन प्रेम चोपड़ा का बंगला बताया गया था।
एयरपोर्ट पर 20 मिनट तक इंतजार करते रहे श्रेयस :
मंगलवार सुबह 6.30 बजे एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद श्रेयस तलपड़े को गाड़ी के लिए करीब 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान श्रेयस ने फोन पर बात करते हुए समय बिताया।
नोटिस के बावजूद नसेड़ापन
उदयपुर। शहर में देवाली स्थित नीमच माता स्कीम में बिना अनुमति के धड़ल्ले से बड़े कॉम्प्लेक्स के निर्माण को सोमवार को नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी दस्ते ने रुकवा दिया। निगम की राजस्व शाखा के नितेश भटनागर ने बताया कि नीमच माता स्कीम में अवैध रूप से चल रहे शब्बीर मुस्तफा के निर्माण की शिकायत मिली थी। निर्माण रोकने के लिए निगम ने मुस्तफा को महीने भर पहले नोटिस दिया था लेकिन उस पर भी निर्माण कार्य नहीं रोका गया और ग्राउंड फ्लोर सहित एक मंजिल का निर्माण और कर दिया। साथ ही दूसरी मंजिल पर छत डालने की तैयारी की जा रही थी। जिसको रविवार को नगर निगम के दस्ते ने पहले ऊपर की छत की सारी बल्लियां हटाकर बाद में बाकी काम को तोड़ा गया।
निर्माण हुआ तो पुलिस कार्रवाई: भटनागर ने बताया की अब भी अगर उसी जगह निर्माण कार्य मुस्तफा द्वारा कराया जाता है, तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
शोरूम के आगे भी कब्जा : शब्बीर मुस्तफा ने सुखाडिय़ा सर्कल स्थित अपने हीरो बाइक के शोरूम के आगे पार्क में भी एच का बड़ा सा मोनो लगाकर कब्जा कर रखा है। नियम के अनुसार यदि कोई बड़ी कंपनी किसी पार्क को गोद लेती है, तो वह अपनी कंपनी के नाम का सिर्फ बोर्ड लगा सकती हंै। जबकि उन्होंने गोद लेने के नाम पर पूरे पार्क पर ही कब्जा कर रखा है। इस तरफ निकाय का कोई ध्यान नहीं है। इस छोटे से पार्क में एक तरह से मालिकाना हक भी शब्बीर मुस्तफा का ही है, जिन्होंने वहां अपना एक गार्ड बैठा रखा है, जो उस पार्क में जाने वालों को रोकता है।
उदयपुर क्रिकेट घमासान विरोध और बहस के बिच संम्पन्न
उदयपुर । उदयपुर क्रिकेट संघ का घमासान बहस विरोध के बिच आज पूर्ण हुआ जहाँ एक और लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ की अध्यक्ष के पद पर एक तरफ़ा जीत हुई वाही हरने वाले शुशील जैन ने अपनी हार को भी अपनी जीत बताया और कहा की आने वाले समय में क्रिकेट पर एकाधिकार समाप्त होगा और चुनाव हो सकेगें एक बार चुनाव की परिपाटी तो शुरू हुई । लक्ष्य राज सिंह दूसरी बार जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने है । वे अपने प्रतिद्वंदी सुशिल जैन से २६-१२ के अंतर से जीते है । सभी पदों पर लक्श्रान सिंह के समर्थक विजेता रहे है ।
वहीं, कोषाध्यक्ष पद के लिए महेन्द्र शर्मा ने यशवंत पालीवाल को 27 वोट से और रणजी चयनकर्ता रहे विवेकभान सिंह ने सचिव पद पर अजय सिंह बोहेड़ा को 26 वोट से हराकर एकतरफा जीत हासिल की। सत्ताधारी गुट की ओर से की गई गुटबाजी के चलते पहले ही माना जा रहा था कि चुनाव के परिणाम एकतरफा रहेंगे।
सुबह 11.45: साधारण सभा की बैठक के बाद 17 पदों के लिए 38 वोटर्स द्वारा चुनाव प्रक्रिया शुरू
दोपहर 1.15: शत प्रतिशत वोटिंग के बाद चुनाव संपन्न
शाम 4:15: एकतरफा परिणाम में लक्ष्यराज गुट सभी पदों पर जीता
ये रहा जीत का अंतर
अध्यक्ष: लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने सुशील जैन को 26 वोट से हराया
सचिव: विवेकभान सिंह ने अजयसिंह बोहेड़ा को 26 वोट से हराया
कोषाध्यक्ष: महेन्द्र शर्मा ने यशवंत पालीवाल को 27 वोट से हराया
वरिष्ठ उपाध्यक्ष: महिपालसिंह रूपपुरा ने अलंकार गुप्ता को 26 वोट से हराया
उपाध्यक्ष: जितेन्द्र सिंह ने अर्जुन सुथार को 26 वोट से, मनोज चौधरी ने बलवंत शर्मा को 25 वोट से, विनोद कुमार ने कुबेर सिंह को 26 वोट से हराया।
संयुक्त सचिव: मो. शाहिद ने डॉ. प्रकाश जैन को 25 वोट से, राकेश खोखावत ने नरेश उषाणिया को 26 वोट से हराया।
पीआरओ: मनोज भटनागर ने नितिन मेनारिया को 25 वोट से हराया।
एक्जीक्यूटिव मेंबर: हर्षवर्धन सिंह (25 वोट), नारायणसिंह (25), आर. चंद्रा (26), अशोक परदेसी (26), राजेंद्र केवल्या (25), राजेंद्र जैन (24), अनवर खान (25) वोट से जीत दर्ज की।
सड़क को श्रद्धांजलि के बाद काम शुरू
उदयपुर। पीडब्ल्यूडी ने आज सुबह उदियापोल पर पर खस्ताहाल सड़क की रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया है। इस खस्ताहाल सड़क को उदियापोल चौराहे पर कल भाजयुमो के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित करके प्रदर्शन किया था। उसके बाद चेती पीडब्ल्यूडी ने सड़क की रिपयेरिंग का कदम उठाया है। गौरतलब है कि सोमवार को उदियापोल चौराहे की खस्ताहाल सड़कों को लेकर क्षेत्रीय पार्षद वंदना पोरवाल ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं के साथ चौराहे पर प्रदर्शन किया था। यहां पर कार्यकर्ताओं ने खस्ताहाल सड़क को माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के एईएन विनोद शर्मा को मौके पर बुलाया गया। प्रदर्शन के दौरान भाजयुमो के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि कुछ ही समय पूर्व बनाई गई सड़क पूरी तरह से टूट चुकी हैं। मौके पर आए पीडब्ल्यूडी के अधिकारी विनोद शर्मा के कहना था कि सड़क बरसात के करण टूट गई हैं। उदियापोल पर सभी तरफ की सड़कों का पानी आकर जमा हो जाता है। इस कारण सड़क टूट गई। शर्मा ने अपने आश्वासन के अनुरूप आज उदियापोल चौराहे की सड़कों की रिपयेरिंग का काम शुरू कर दिया है।
ईण्डियन सोसायटी फोर ट्रेनिंग एवं डवलपमेन्ट का HZL में ओद्योगिक भ्रमण
उदयपुर । 17 सितम्बर को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड में ईण्डियन सोसायटी फोर ट््रेनिंग एवं डवलपमेन्ट, उदयपुर चेप्टर का एक दिवसीय आद्योगिक भ्रमण आयोजित किया गया जिसमें चेप्टर के लगभग 80 सदस्यों ने भाग लिया। इनमें मुख्यतया हिन्दुस्तान जिंक के पूर्व/वर्तमान में नियोजित कर्मचारी, उदयपुर स्थित अन्य ओद्योगिक प्रतिष्ठानों के कार्मिक प्रतिनिधियों एवं मानव संसाधन का कोर्स करने वाले विद्यार्थी थे।
कार्यक्रम के सहयोजक श्री हर्ष त्रिपाठी ने बताया कि सभी सदस्यों को प्लान्ट विजीट कराने के बाद हाईड््रो-2 सभागार में प्र्रजेन्टेशन एवं डॉक्युमेन्ट््री फिल्म के माध्यम से जिंक की सामाजिक उत्थान (ब्ैत्) के कार्यक्रमों मे भागीदारी एवं एच आर विभाग द्वारा कर्मचारियों के हितार्थ किये जा रहे एन्गेजमेन्ट गतिविधियों की विस्तृत जानकारी एक लघु फिल्म ‘‘अभिव्यक्ति‘‘ के माध्यम से दी गई जिसकी सभी सदस्यों ने प्रशंसा की। इसी दौरान कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए सुश्री श्वेता जांगिड़ ने विभिन्न प्रतियोगिताओ का आयोजन कर विजेताओं को पुरूस्क्रृत किया। इस दौरान हिन्दुस्तान जिंक के पूर्व अधिकारी श्री पी एस सोलंकी,चेयरमेन आईएसटीडी, उदयपुर चैप्टर व डॉ0 नरेन्द्रन ने जिंक प्रबन्धन को धन्यवाद देते हुए अपने विचार भी प्रकट किये।
इसी दौरान डॉ. श्रीमती राजेश्वरी नरेन्द्रन के अखिल भारतीय इण्डियन सोसायटी फोर ट्रे्निंग एव डवलपमेन्ट की प्रेसीडेन्ट बनने पर चन्देरिया इकाई के एच आर प्रधान श्रीमान् संजय शर्मा ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर अभिवादन किया। डॉ. श्रीमति राजेष्वरी ने अपने उदबोधन में युवा साथियों को शॉप फ्लोर स्तर पर कर्मचारियों से जुड़ कर व उनकी समस्या समाधान का सुझाव व अन्य एच आर मंत्रों की जानकारी दी।
श्री के.के. कटेजा जो हिन्दुस्तान जिंक की सी.आर.डी.एल. में पी.एफ. शाखा का कार्य देखते है उनके सक्रिय सहयोग से चन्देरिया इकाई में संविदा श्रमिकों के विलम्बित पी.एफ. खातो के निस्तारण व भुगतान फलस्वरूप विषेष सम्मान किया गया। श्री कटेजा ने सम्मान उपरान्त बताया कि हिन्दुस्तान जिंक की चन्देरिया इकाई प्रथम इकाई है जिसने इस वर्ष लगभग पूर्व में नियोजित 550 कामगारों को लगभग 24 लाख का भुगतान किया है जिसके लिए चन्देरिया इकाई की एच आर टीम की पहल व योगदान प्रषंसनीय है।
प्लान्ट दौरे के पश्चात सभी सदस्यों को जिंक नगर एवं घोसुण्डा बांघ का भी अवलोकन करवाया गया जहां पर चन्देरिया ईकाई के प्रधान श्रीमान् विकास शर्मा द्वारा सभी सदस्यों का स्वागत किया गया एवं कहा कि यह एक अनुठा प्रयास है एवं भविष्य मे भी इस तरह का आयोजन किये जाते रहेगें ताकि अन्य प्रतिष्ठानों की उत्तम प्रथाओं को आदान प्रदान किया जा सके। डॉ. श्रीमति रोजष्वरी नरेन्द्रन ने आई.एस.टी.डी. की ओर से श्री विकास शर्मा को प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
चर्चा की समाप्ति के दौरान एच आर टीम ने कुछ सदस्यों का 17 सितम्बर,2013 को जन्मदिन व वेडिंग एनीवर्सरी होने के फलस्वरूप सरप्राइज केक कटिंग कराने पर सभी सदस्य आष्चर्यचकित व उल्लाहित हो गये।
कार्यक्रम का संचालन श्री पी के पाण्डे एवं सुश्री श्वेता जांगीड़ द्वारा किया गया ।एच आर विभाग के श्री अनिल कुमार गदिया, टी सी खत्री, टी के मुखर्जी, श्याम सुन्दर सोनी एवं संजय असनानी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया ।
हड़ताल से चरमराया बड़ा अस्पताल
मरीज परेशान
उदयपुर। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ मारपीट के विरोध के समर्थन में उदयपुर के आरएनटी के रेजिडेंट डॉक्टर दूसरे दिन भी हड़ताल पर है। अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराई हुई है। मरीज और परिजन परेशान है। आउटडोर में रोगियों की लाइन लगी हुई है। वार्डों में और आउटडोर में सीनियर डॉक्टर्स और कम्पाउंडर ने कमान संभाल रखी है। रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कप्तानसिंह ने बताया की जब तक सरकार द्वारा हमारी मांगों पर गौर नहीं किया जाता और सुविधाओं और सुरक्षा के लिए उपयुक्त कदम नहीं उठाए जाते हड़ताल जारी रहेगी।
आउटडोर की हालत खराब:
रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से बाल चिकित्सालय, जनाना अस्पताल और जनरल आउटडोर में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सबसे अधिक परेशानी बच्चों और महिलाओं को हो रही है क्योंकि उन्हें घंटों लाइन खड़े रहना पड़ रहा है। सीनियर डॉक्टर लगतार अपनी ड्यूटी दे रहे हैं। इधर वार्डों में हालत सामान्य है। सीनियर डॉक्टर राउंड कर रहे है। नर्सिंग कर्मियों को दवा और लगातार देख-रेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ऑपरेशन नहीं हुए:
आपातकालीन ऑपरेशन को छोड़कर बाकि कोई भी ऑपरेशन नहीं हो सके। इस दौरान पहले से तय ऑपरेशन आगे के लिए टालने दिए गए हैं। इस वजह से बाहर से आए मरीजों और परिजनों को परेशानी हुई। कई लोग ऑपरेशन के चक्कर में उदयपुर आए हुए थे, लेकिन ऑपरेशन नहीं होने से उन्हें वापस जाना पड़ा। वे डॉक्टरों से आगामी तारीख को लेकर चर्चा करते देखे गए।