शहीद हेमु कलाणी को श्रद्घाजंलि

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87-779x1024उदयपुर, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) की जिला कमेटी ने सिंध प्रान्त में साम्राज्यवादी अंग्रेजी सत्ता को उखाड फैंकने के संघर्ष में शहीद हुए हेमु कालानी को शिराली भवन में हुई सभा में श्रद्घाजंलि अर्पित की।

श्रद्घाजंलि सभा में माकपा जिला सचिव बी.एल.सिंघवी ने शहीद हेमु कालानी के जीवन व उसके आजादी के जज्बात को याद करते हुए कहा कि मात्र १८ साल की उम्र में ही अंग्रेजी सत्ता के क्रूर हाथों से शहीद हुए जो पूरे देश का महान सपूत था। वो सारे राष्ट्र के शहीदों में सबसे कम उम्र का शहीद था, जिसके समक्ष आजाद भारत नतमस्तक है। शहीद हेमु कालानी को मात्र सिंधी समाज ही याद करता है, जिससे लगता है कि वो सिर्फ सिंधी समाज का ही शहीद है, जबकि वो साम्राज्यवाद के खिलाफ लडते हुए शहीद हुए अशफाक उल्ला खां आदि की तरह काम करते हुए पकडा गया व शहीदों की कतार में अपना नाम रोशन कर गया।

बैठक में माकपा जिला सचिव ने बताया कि रेल की पटरी पर बम रखते समय १६ साल का कामरेड हेमु कालानी के साथ था जो पकड में नहीं आया और शहीद होने से बच गया, उन्हीं की गवाही से साफ है कि हेमु कालानी के जज्बात अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ कितने तीव्र थे, जो अपनी जान पर खेलने से भी नहीं हिचकिचाया व हंसते हुए शहादत को अंजाम दिया। अफसोस है कि आजादी का फल खाने वाले सत्ताधारी शहीदों को भुलाने में लगे रहे व नकली लोगों को आगे बढाते रहे। सभा में शहीद हेमु कालानी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्घांजलि दी गई।

पेपर आउट का मामला दर्ज

free_desktop_wallpaper_logo_out_of_paper_1024x768उदयपुर, । अम्बामाता थाना पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ बी एस सी नर्सिग पेपर आउट करने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार ११ दिसंबर १२ को आर एन टी मेडिकल कॉलेज परिसर में बीएससी नर्सिग साइकोलॉजी प्रथम वर्ष चतुर्थ प्रश्नपत्र की परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा पश्चात सांय अज्ञात व्यक्ति ने हस्थलिखित प्रश्नपत्र किसी समाचार पत्र (राष्ट्रदूत नहीं) में भेज कर दूरभाष से पेपर आउट की सूचना दी। दूसरे दिन समाचार पत्र में पेपर आउट की खबर छपने पर जिला कलक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच हाथपोल थाना पुलिस को भेजी। इस पर पुलिस ने नर्सिंग कॉलेज प्रिसीपल विजयलक्ष्मी सहित अन्य के बयान दर्ज कर मामला संबंधिीत थाना क्षेत्र का होने पर अम्बामाता थाना पुलिस को भेजा। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

हवा में उड़ता जाए….

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आसमान मे कलाबाजियां दिखाते लड़ाकू विमान. ये अदभुत तस्वीर हमें डेविड चिक ने भेजी है.
आसमान मे कलाबाजियां दिखाते लड़ाकू विमान. ये अदभुत तस्वीर हमें डेविड चिक ने भेजी है.
यह एयर बैलून है. जिसे कैमरे में हमारे लिए कैद किया सिलविने मोस ने.
यह एयर बैलून है. जिसे कैमरे में हमारे लिए कैद किया सिलविने मोस ने.
पेरिस में एक सैलानी के हाथ पर बैठी गोरैया.
पेरिस में एक सैलानी के हाथ पर बैठी गोरैया.
लॉरा मैक ग्रेगर ने पक्षियों की इस उड़ान को अपने कैमरे में कैद किया.
लॉरा मैक ग्रेगर ने पक्षियों की इस उड़ान को अपने कैमरे में कैद किया.
ये तस्वीर हमें जू बर्नेकट ने भेजी है. उन्होंने ये तस्वीर कनाडा में खींची है.
ये तस्वीर हमें जू बर्नेकट ने भेजी है. उन्होंने ये तस्वीर कनाडा में खींची है.











एडिनबरा एयरपोर्ट का एक दृश्य. यह तस्वीर हमें मैथ्यू ने भेजी है जब कई उड़ाने रद्द कर दी गई थी और एयरपोर्ट पूरी तरह खाली हो गया था.
एडिनबरा एयरपोर्ट का एक दृश्य. यह तस्वीर हमें मैथ्यू ने भेजी है जब कई उड़ाने रद्द कर दी गई थी और एयरपोर्ट पूरी तरह खाली हो गया था.

हाथ से तैयार किया गया छोटा हवाई जहाज. बिओवुल्फ मेफील्ड ने यह तस्वीर भेजी है. हाथ से तैयार किया गया छोटा हवाई जहाज. बिओवुल्फ मेफील्ड ने यह तस्वीर भेजी है.

दुनिया के सबसे छोटे पक्षी हम्मिंग बर्ड की एक दुर्लभ तस्वीर. यह तस्वीर हमें गिना ओलिवर ने हवाना से भेजी है.
दुनिया के सबसे छोटे पक्षी हम्मिंग बर्ड की एक दुर्लभ तस्वीर. यह तस्वीर हमें गिना ओलिवर ने हवाना से भेजी है.

अमरीका के मैरीलैंड में खिंची गई एक तस्वीर. क्रिस्टल लोपेज ने यह तस्वीर हमें भेजी है जो मैरीलैंड में लगे एक कृषि मेले की है.
अमरीका के मैरीलैंड में खिंची गई एक तस्वीर. क्रिस्टल लोपेज ने यह तस्वीर हमें भेजी है जो मैरीलैंड में लगे एक कृषि मेले की है.

मकर संक्रांति के मौके पर एक बच्चा पतंग उड़ाता हुआ.(तस्वीर- जॉन जे)
मकर संक्रांति के मौके पर एक बच्चा पतंग उड़ाता हुआ.(तस्वीर- जॉन जे)

और ये तस्वीर डेनियर फुरोन की.
और ये तस्वीर डेनियर फुरोन की.

सो.बी बी सी

एक औरत के चक्कर में फंसे दो नामी नेता और अब दोनों को लगी एक ही बीमारी!

0733_4दोनों आरोपियों की तरफ से जो बीमारी बताई गई है, उसका इलाज या तो ऑपरेशन है या ‘आराम’। ऑपरेशन करवा नहीं रहे, आराम तो जयपुर-अजमेर में भी संभव है

 

जोधपुर. एएनएम भंवरी अपहरण व हत्याकांड में आरोपी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बीमारी भी अब एक हो गई है। मलखानसिंह ने पहले तो फोर्टिस अस्पताल में दो माह तक हर्निया का इलाज कराया था, अब उन्होंने भी कमर दर्द की शिकायत बताई है।

 

मलखान की रीढ़ की हड्डी के एल 4 व 5 के बीच डिसकोलेप्स बताया गया है। इसी बीमारी से मदेरणा भी पीड़ित हैं और करीब तीन माह से ट्रिनिटी अस्पताल में आराम कर रहे हैं।

 

सीबीआई के दुबारा आपत्ति करने पर कोर्ट ने दोनों की बीमारी की रिपोर्ट मंगवाई थी, मगर सोमवार को मलखानसिंह की ओर से ही जवाब पेश किया गया। मदेरणा के डॉक्टर जोधपुर से बाहर होने के कारण उनकी मौजूदा रिपोर्ट पेश नहीं हो पाई। सीबीआई को यह भी आशंका है कि दोनों के लंबे समय तक जोधपुर में रहने से केस पर असर पड़ सकता है।

 

:बीमारी- रीढ़ की हड्डी में एल 4 व 5 में डिसकोलेप्स।

 

महिपाल मदेरणा
महिपाल मदेरणा

:इलाज अब तक – ट्रिनिटी अस्पताल में 8 नवंबर 2012 से भर्ती है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी, मगर कराया नहीं।

बीमारी- पहले हर्निया की बीमारी अब एस 4 व 5 में डिसकोलेप्स।

 

मलखानसिंह विश्नोई
मलखानसिंह विश्नोई

:इलाज अब तक -फोर्टिस अस्पताल में 5 अक्टूबर से 10 दिसंबर 2012 तक हर्निया का इलाज कराया। अब 8 जनवरी से बनाड़ के श्रीराम अस्पताल में भर्ती हैं।

अस्पताल में परिवार के साथ मिल-बैठ कर खाने की आजादी

 

महिपाल मदेरणा व मलखानसिंह विश्नोई अस्पतालों की पहली मंजिल पर कमरे लेकर आराम कर रहे हैं। भास्कर टीम जब उन अस्पतालों में पहुंची तो दोनों के कमरों के बाहर सुरक्षाकर्मी बैठे थे। महिपाल के चालानी गार्ड ने तो लंबे समय से यहीं रहने के कारण अस्थाई कैंप बना रखा था।

 

चालानी गार्ड ने टीम को कमरों में जाने से रोक दिया और बताया कि परिवार वालों को ही मिलने की अनुमति है। परिवार वाले जब चाहे उनसे मिल सकते हैं, जबकि ये दोनों जेल में थे तो परिवार के लोग भी सप्ताह में एक दिन से ज्यादा नहीं मिल सकते थे। अभी तो खाना भी घर वाले साथ बैठ कर खिलाते हैं, जबकि जेल में ऐसी छूट नहीं

सामान्य आरोपी का इन बीमारी में इलाज

 

डॉक्टरों के मुताबिक सामान्य व्यक्ति अथवा जेल में बंदी को ऐसी बीमारी हो तो उन्हें भी आराम की ही सलाह दी जाती है। जेल प्रशासन के अनुसार आम बंदी का इलाज सरकारी अस्पताल में कराते हैं, मगर कोई बंदी चाहे तो कोर्ट से अनुमति लेकर बाहर इलाज करवा सकता है।

आराम अजमेर-जयपुर में नहीं हो सकता?

 

दोनो आरोपियों की बीमारी ऐसी है जिसका इलाज चिकित्सकों के अनुसार ऑपरेशन ही है। महिपाल ऑपरेशन नहीं करवा रहे हैं। अगर ऑपरेशन नहीं करवाया जाता है तो मरीज को आराम तो जरूरी है ही। सवाल यह है कि क्या आराम के लिए अस्पताल ही जरूरी है?

 

क्या आराम जेल में भी हो सकता है? सीबीआई की ओर से जोधपुर में गवाहों को प्रभावित करने की आशंका जताई गई थी। यूं तो इस बीमारी का बेहतर इलाज जयपुर और अजमेर मे भी है और आराम तो निश्चित ही वहां के अस्पताल में भी संभव है।

मदेरणा की रिपोर्ट 23 को पेश करने के निर्देश

 

महिपाल मदेरणा का इलाज कर रहे चिकित्सक जोधपुर में नहीं होने से रिपोर्ट पेश नहीं की जा सकी, अब कोर्ट ने आदेश दिया है कि 23 जनवरी को रिपोर्ट पेश करें। वही मलखानसिंह विश्नोई के संबंध में निजी अस्पताल ने सोमवार को रिपोर्ट पेश कर बताया कि मलखान सिंह 8 जनवरी को पेट, पीठ व पैरों में दर्द की शिकायत के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे।

 

उनकी डिस्क एल 4 व 5 में समस्या है। इसके अलावा उन्हें हाईपरटेंशन बताया गया है, उन्हें एंटीबायोटिक व एंटी हाइपरटेंसिव दवाइयां पांच जा रही है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मलखान के गाल ब्लेडर में पथरी है और वे बेड रेस्ट कर रहे है। हालांकि इन 12 दिनों में पथरी का ऑपरेशन नहीं करवाया है।

Gunjan Saved The Infants From The Rats

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Gunjan wrote to Vedanta Khushi about her experience in an NGO where she became witness to a lot of rats roaming around newly borne children.. We present her story that spreads the message of Vedanta’s Khushi initiative towards `Care for the Under-privileged Children’.

 

Gunjan narrates the story herself…

 I am an active reader of blog ‘Khushi’ and for long have been thinking of sharing this incident.

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I always believed, ‘don’t think what people contributed to the society, important is what role you played to make it better’. My interest got me attached to a well known NGO working towards the welfare of the community in Gujarat.

 

This NGO had the agenda to visit other small NGOs who were working in the similar areas and as part of their visit also celebrate the birthdays of females, falling in the visit month. This time, I was also part of the visiting team.

 

We went to an NGO located in the heart of the city which was home for the destitute women. The caretaker informed me that this NGO also took care of the abundant infants left mercilessly at their doors. This NGO had kept all these abundant infants in a room which also had few cradles and helpers, who took care of these tiny tots. By nature I am very attached to the kids. I couldn’t control myself and decided to visit that room to play with them for some time. There were around 2-3 helpers for about 10 infants in that room. Helpers were sitting on the mats with these children and feeding them milk through spoon.

But suddenly my all happiness had gone. I was shocked to see a lot of rats running around in that room. It was a horror. What care has been taken to make these kids safe and their food hygienic? Rats and kids in the same room, the thinking made me worried.

Though I am very scared of rats but seeing these infants I just could not resist going inside and mingle with them. Suddenly, a lady came running and informed these helpers that someone has come to donate shoes. In a split of a second, all the helpers disappeared, leaving these infants to the mercy of rats. Though the rats did not harm the kids, but who knew.

This careless and negligence was simply intolerable. I first took the kids one by one and kept them back in their cradles. I couldn’t resist crying. I got so upset seeing them in such condition. I decided not to leave the room before those helpers come back. My temper was high. I scolded them from the top of my voice. One of them even started crying and eventually all apologized.

This incident still brings fear in my mind. From that very day, I am pursuing a dream to open a home for such infants and take care of their health, education and nutrition, in what ever capacity I can.

किरोडी के विरूद्घ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया

उदयपुर, दौसा सांसद किरोडी मीणा द्वारा देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ विवादित बयान देने के विरोध में सैकडों कार्यकर्ता और कांग्रेस पदाधिकारियों ने कलेक्ट्री के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए सभा का आयोजन किया ओर प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए डा.किरोडी मीणा के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की।

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उल्लेखनिय है कि 16 जनवरी को दौसा सांसद किरोडी मीणा ने संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने के दौरान देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष लाल ङ्क्षसह झाला के खिलाफ बयान दिये थे कि कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष एक हिस्ट्रीशीटर है ओर उनके खिलाफ २७ आपराधिक मामले दर्ज है। इसी के विरोध में आज सुबह से ही वाहनों में भरकर सैकडों की तादाद में गोगुन्दा आदि गांवों से कार्यकर्ता मोहता पार्क के बाहर पहुंच गये और बडी संख्या में कार्यकर्ता ओर पार्टी पदाधिकारी ढोल नंगाडे के साथ किरोडी मीणा के खिलाप* नारेबाजी करते हुए रेली के रूप में कलेक्ट्री पहुंचे।

कलक्ट्री के बाहर कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की चुप्पी के खिलाफ और किरोडी मीणा के खिलाप* जमकर नारेबाजी की । पार्टी के अधिकतर पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि किरोडी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन उग्र होगा और किरोडी को उदयपुर सीमा मे नहीं घुसने दिया जाएगा और यदि कानून व्यवस्था बिगडी तो जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

आज भी सडक सुरक्षा सप्ताह और यातायात नियमों की जमकर धज्जियां उडी। किरोडी द्वारा जीपों में उपर तक कार्यकर्ता को बेठा कर लाने का विरोध करने वाले देहात जिला पदाधिकारियों की बीसों बसे गोगुन्दा व अन्य आसपास के गांवों से बसों मे उपर तक बेठा कर लाये। पुलिस बजाय उन पर कार्यवाही करने के बसों को व्यवस्थित करने में लगे हुए थे।

यातायात नियमों की दुहाई देकर किरोडी का विरोध करने वाले कांग्रेसी पदाधिकारियों से जब इस यातायात नियमों के अवहेलना के बारे में पूछा तो वह भी चुप्पी साधे बगले झंाकने लग गये।

 

आयड नदी की खूबसूरती पर प्रशासन की बैठक

३ माह में सौंपी जाएगी डीपीआर की अन्तरिम रिपोर्ट

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उदयपुर, उदयपुर शहर के मध्य से गुजर रही आयड नदी को प्रदूषण मुक्त करने और इसके सौन्दर्यकरण को लेकर सोमवार को जिला कलक्टर एवं कार्यकारी एजेन्सी वेपकोस कम्पनी के प्रतिनिधियों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के बीच हुई बैठक में महत्वपूर्ण लिये गये । कार्यकारी एजेन्सी आगामी ३ माह में डीपीआर की अन्तरिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।

बैठक में जिला कलक्टर विकास एस.भाले ने कहा कि उदयपुर में आने वाले पर्यटकों के लिये आयड नदी महत्वपूर्ण हैं इसे साफ और सुन्दर बनाना आज की जरूरत है। इसे अतिक्रमण मुक्त करने तथा प्रदूषणमुक्त करना भी शहर के हित में है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय के भी स्पष्ट दिशा निर्देश हैं।

पॉवर प्रजेन्टेशन के माध्यम से वेपकोस कम्पनी के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर आर.के.नेभनानी ने बताया कि अब तक आयड नदी के जीर्णोद्घार, सौन्दर्यीकरण एवं प्रदूषण मुक्त करने के लिए जल संसाधन विभाग, यूआईटी एवं नगर परिषद् द्वारा और कई जानकारियां जुटाई जा रही है । उनका कहना है कि नदी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाई जा रही है । और इसमें करीब ६ माह का समय लगेगा। लेकिन इसकी अन्तरिम रिपोर्ट ३ माह मे उपलब्ध करवा दी जाएगी।

बैठक में नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रूपकुमार खुराना ने कहा कि डीपीआर जल्द बनवाई जाए ताकि समय रहते कार्य प्रारम्भ किये जा सकें। उन्होंने कहा कि उदयपुर शहर में आयड नदी का प्रभाव ११ किलोमीटर है और कुल २६ किलोमीटर लम्बी इस नदी में कई स्थानों पर अतिक्रमण के कारण कार्य बाधित हो सकते हैं। इसे देखते हुए जिन क्षेत्रों में यह समस्या नहीं हैं उन स्थलों पर चरणवार कार्य शुरु करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नदी के सर्वांगीण विकास के लिए यूआईटी बजट उपलब्ध करवा सकती है बशर्ते इसका रख-रखाव आदि का कार्य नगर परिषद् करें।

इस अवसर पर नगर परिषद् सभापति श्रीमती रजनी डांगी ने कहा कि नदी से झाडिया एवं सफाई का कार्य नगर परिषद् द्वारा करवाए जाने के प्रयास किए जाएंगे।

नगर विकास प्रन्यास के विशेषाधिकारी प्रदीप सिंह सांगावत, अधीक्षण अभियंता अनिल नेपालिया ने आयड नदी पर विस्तृत जानकारी दी और बताया कि इस पर सर्वे के अनुसार १७२ अतिक्रमणों का चिन्हीकरण किया गया था और सम्बन्धित विभागों के साथ अभियान चलाकर ८६ अतिक्रमण हटा दिये गए हैं। बैठक में श्री नेपालिया को इस परियोजना का नोडल ऑफीसर बनाया गया।

बैठक में विषय विशेषज्ञ जी.पी.सोनी ने भी आवश्यक सुझाव दिये। बैठक में उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि ने बताया कि यदि उन्हें जगह उपलब्ध करवाई जाती है तो वे 25 करोड रुपये तक ट्रीटमेंट प्लांट पर व्यय कर सकते हैं।

इसके अलावा बैठक में नदी को प्रदूषण मुक्त करने, गन्दे पानी के नालों से गिर रहे पानी को उपचारित करने, अतिक्रमण मुक्त करने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिये गये। इस अवसर पर नगर परिषद् उप सभापति महेन्द्र सिंह, नगर परिषद् आयुक्त सत्यनारायण आचार्य, सहित वेपकोस एजेन्सी के विशेषज्ञ एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारिगण मौजूद थे।

 

झीलों की नगरी में तापमान फिर 0 डिग्री

शीत लहर थमेगी तो रूकेगी ठंड

उदयपुर, शहर में चल रही शीत हवाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। झीलों की नगरी में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। शहर का तापमान सोमवार प्रात: शून्य के करीब पहुंच गया। यूनिवरसिटी कैम्पस में आज प्रात: ०.७ डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सर्द हवाओं ने शहर में सर्दी को बढा दिया है वहीं तापमान एक बार फिर 0 डिग्री पर जा पहुंचा।

तेज सर्दी व कोहरे के कारण उदयपुर आने वाली फ्लाईट भी देरी से पहुंच रही है। एयर इंडिया की मुंबई-दिल्ली फ्लाइट सोमवार को करीब ३ घंटे देरी से उदयपुर पहुंची। घने कोहरे के कारण शाम ५ बजे उदयपुर पहुंचने वाली फ्लाइट करीब 8 बजे पहुंची। एयरपोर्ट सूत्र इसकी वजह दिल्ली में खराब मौसम एवं घने कोहरा बता रहे है।

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मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार हिमाचल व शिमला में भारी बर्फ बारी के चलते समूचे उत्तर भारत ठंड की चपेट में है। ऐसे में जब तक बर्फ नहीं पिघलती है एवं सर्द हवाएं कम नहीं होगी तब तक ठंड बनी रहेगी।

आज प्रात: यूनिवरसिटी कैम्पस में शहर को न्यूनतम तापमान ०.७ डिग्री पहुंच गया जबकि अधिकतम तापमान २० डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं मौसम विभाग डबोक के अनुसार शहर का अधिकतम तापमान १९.८ व न्यूनतम तापमान ४.६ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

रविवार रात अचानक फिर सर्द हवाओं ने जोर पकड लिया। जिससे सोमवार प्रात: सूर्योदय ही करीब ७ बजकर १९ मिनट के करीब हुआ। घने कोहरे के कारण अलसुबह स्कूल जाने वाले नन्हे बालक-बालिकाओं को काफी परेशानी हो रही है। सर्द हवाओं के थपेडों से स्कूली छात्र धूजते नजर आए। ज्ञातव्य है कि

मकर संक्रांति के बाद अचानक बढी सर्दी से शहरवासी सहमे हुए है। वहीं शाम होते ही शीत लहर के कारण सडके सूनी हो जाती है एवं लोग अपने घरों में ही अलाव जलाकर सर्दी से निजात पाने की कोशिश में लगे रहते है।

भाजपा ने की शिंदे के बयान की भत्र्सना

उदयपुर, भारतीय जनता पार्टी, शहर जिला उदयपुर ने जयपुर में सम्पन्न हुए कांग्रेस के चिन्तन शिविर में मंच से देश के गुहमंत्री सुषील कुमार शिंदे द्वारा राष्ट्रवादी संगठन को आतंकवाद से जो$डकर जो बयानबाजी की उसकी निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी के राश्ट्रीय अध्यक्ष को देष से माफी मांगने और गृहमंत्री जैसे जिम्मेदार पदों पर आसीन इस तरह की ओछी मानसिकता वाले वालों को बर्खास्त करने की मांग की।

पूर्व गृहमंत्री नगर विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने केन्द्र सरकार के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा आरएसएस व भाजपा जैसे संगठनों को हिंदु आतंकवाद बताने की क$डी निन्दा करते हुए आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आरएसएस वह संगठन है जहां पर राष्ट्रभक्त स्वयं सेवक तैयार होते हैं। पूरा देष गवाह है जब-जब भी देष व समाज पर संकट ख$डा हुआ संघ का स्वयं सेवक वहां पर तैयार ख$डा मिला। पूरा देष जान रहा है कि देष में आतंकवाद कहां और कैसे पनप रहा है? आतंकवाद की जननी खुद कांग्रेस पार्टी है। तुश्टीकरण की नीति और वोट बैंक को बचाने राश्ट्र की सुरक्षा इनके लिये कोई मायने नहीं रखती। देष में घुसपैठियों को कौन आमंत्रित कर रहा है। कौन उन्हें नागरिकता प्रदान कर रहा है। और कौन उन्हें वोट का अधिकार प्रदान कर रहा है। आसाम, पूर्वांचल व कष्मीर आतंकवाद व घुसपैठ के षिकार हैं, इसका जिम्मेदार कौन है। हाल ही में सीमा पर पाकिस्तानी सैनिकों ने बर्बरता का नंगा नाच करते हुए हमारे जवानों की नृषंस हत्या कर दी और हद तो यहां पार हो गई जब वो हमारे जाबांज का सिर काट कर ले गये और हमारी सरकार मूक बनकर रह गई। प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर मुंह खोलने में सात दिन लग गए। देष के सामने सवाल ख$डा है। देष की जनता खुद फैसला करे कौन देषभक्त है और कौन गद्दार?

कटारिया ने कहा कि गृहमंत्री के पद बैठा हुआ एक व्यक्ति केवल चापलूसी के लिए बेतुका बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व देष से माफी मांगे। इस तरह का चिन्तन करके राश्ट्र के सम्मुख यह पार्टी क्या रखना चाहती है।

भाजपा प्रदेष मंत्री प्रमोद सामर, षहर जिलाध्यक्ष दिनेष भट्ट, पूर्व विधानसभाअध्यक्ष षान्तिलाल चपलोत, सभापति रजनी डांगी ने देष के गृहमंत्री द्वारा राश्ट्रभक्त संगठन आरएसएस व भाजपा के प्रति जो विचार व्यक्त किये उसको उनकी औछी मानसिकता का प्रतीक बताया। सभी मोर्चों पर विफल, आमजन की कसौटी पर असफल कांग्रेस पार्टी स्वयं को पुन: प्रतिश्ठित करने, देष की जनता के समक्ष उजागर करो$डों-करो$डों के घपलों, भ्रश्टाचार, व्याभिचार, कालेधन, महंगाई से निपटने में पूर्ण विफल, देष के युवाओं को रोजगार देने, किसानों को सुविधाएं देने में विफल, जिनके षासन में बहु-बेटियां सुरक्षित नहीं, राश्ट्र सुरक्षित नहीं, चहुंओर आतंकवाद-नक्सलवाद-घुसपैठ से प्रभावित जनता का ध्यान भटकाने का एकमात्र फार्मूला है यह बयान।

भाजपा प्रदेष कार्यसमिति सदस्य मांगीलाल जोषी, युधिश्ठिर कुमावत, डॉ. किरण जैन, महामंत्री चन्द्रसिंह कोठारी, लोकेष द्विवेदी, मोतीलाल डांगी, वरीश्ठ उपाध्यक्ष भाजपा षहर जिलाउपाध्यक्ष कुन्तीलाल जैन, राजेन्द्र बोर्दिया, वन्दना मीणा, हंसा माली, गणेष व्यास, मंत्री मनोहर चौधरी, षंकर सालवी, राम लाल चौधरी, खुबीलाल पालीवाल, अरविन्द जारोली, करण सिंह षक्तावत, फूलसिंह मीणा ने राश्ट्रभक्त संगठन आरएसएस व भाजपा के लिए अनर्गल बयान की निन्दा करते हुए बयान को देष के लिए खतरनाक बताया।

भाजपा डॉ. मुखर्जी मण्डल अध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल, सहप्रभारी राकेष षर्मा, कमल कुमावत, अनिल अग्रवाल ने कहा कि देष में एक के बाद एक आतंकी घटनाएं, घुसपैठ हो रही है। तुश्टीकरण की नीति के चलते आतंकवादियों व घुसपैठियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही और सरकार का इन लोगों को पूर्ण संरक्षण प्राप्त हैं। आतंकवाद के ल$डने का जो हथियार पोटा कानून था उसे भी खत्म कर आतंकवाद को खुली छूट दे रखी है।

केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे द्वारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में हिन्दु आंतकवादी पनपाने के बयान के विरोधमें सूरजपोल पर भारतीय मजदूर महासंघ के तत्वावधान में जोरदार प्रदर्शन किया और गृहमंत्री शिंदे का पुतला पंू*का। महासंघ के प्रदेश मंत्री कमलेन्द्र ङ्क्षसह पंवार के नेतृत्व में बडी संख्या में कार्यकर्ताओं का हुजूम नारेबाजी करता हुआ सूरजपोल पहुंचा जहां शिंदे का पुतला खडा कर जमकर नारेबाजी की ओर पुतला पंू*का। प्रदर्शनकारियों ने शिंदे के बयान को कांग्रेस की सोची समझी साजिश बताया तथा कहा कि यह देश को टुकडो में विभाजित करने की साजिश है। प्रदर्शन के मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, सभापति रजनी डांगी, महिला मोर्चाध्यक्ष अलका मंूदडा आदि मौजुद थे।

भूमाफिया के विरूद्घ जन मंच ने किया शंखनाद

उदयपुर, जरूरतमंदों के लिये अपना घर का सपना आवश्यक सुविधायुक्त आवास उपलब्ध हो। यह विचार के साथ जनमंच उदयपुर व शहर के अन्य लोगों ने वर्तमान सरकार की नीति एवं भूमि दलाल, माफिया व भ्रष्ट प्रशासन के विरोध में कलेक्ट्री पर धरने के साथ अपना घर का सपना का आंदोलन शुरू किया।

धरने के दौरान माकपा सचिव बी.एल. सिंघवी ने कहा कि अपना घर या मकान हर आदमी का सपना होता है ज्हां वह सुकून के पल बिताता है लेकिन वर्तमान सरकार, भूमि दलाल, व भ्रष्ट प्रशासन के गठजोड से आम आदमी का यह सपना चूर-चूर हो गया है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह एक आवास नीति घोषित करें, जिसमें समस्त जरूरतमंदों को एक निश्चित समय सीमा में अवश्य सुविधायुक्त आवास उपलब्ध करावें।

पूर्व विधायक एवं भाजपा जिला सचिव मेघराज तावड ने कहा कि आवासन मण्डल नगर विकास प्रन्यस पंगु बन गये है। वे आवास देने के बजाय भू माफियाओं के लिये भूमि रूपान्तरण व सुविधा उपलब्ध करवाने वाले ऐजेन्ट मात्र है। जनमंच के संयोजक अरूण व्यास ने कहा कि जिसे लोग धरती मां कहते थे आज वहीं धरती मां कुछ मुनाफाखोरो के लिये सिर्फ ज्यादा मुनाफे वाला उद्योग बना हुआ है और उन्होंने प्रशासन को भी भ्रष्ट कर रखा है। इस धंधे में राजनैतिक लोग ज्यादा लगे हुए है।

समाजवादी पार्टी के भंवरलाल वैरागी के अनुसार उदयपुर शहर का हर तीसरा व्यक्ति इन भू माफियाओं का सताया हुआ है। जो डरा धमका कर ठगी कर धोखे से अपनी पैतृक सम्पत्तियों को कोडियों में इनके हाथों बेचने को मजबूर कर देते है।

सामाजिक कार्यकर्ता हरीश सुहालका ने कहा कि भू माफिया राजनेताओं के साथ मिलकर गरीब आदिवासियों किसान की जमीन धोखे से कोडियों की कीमत में खरीद कर उन पर प्लानिंग कर मुनाफा कमाने में लगे हुए है।

पार्षद राजेश सिंघवीने कहा कि राजस्थान में शहरी भूमि हदबंदी कानून पुन: लागू करा किसी भी व्यत्ति पास अधिकतम आवास योग्य भूमि को सीमा तय कर उससे अधिक भूमि को जब्त कर जरूरतमंदों को दी जावे। सभा में सभी ने आवासीय उपयोग हेतु कृषि भूमि में व्यवसाय पर रोक लगाने ऐसे व्यवसाय को अवैध घोषित करने, कृषि भूमि को गैर कृषक को बेचने पर रोक लगाने आदि आम आदमी को आवास की सुविधा मुहैया कराने की मांग की व सभा के उपरांत जन मंच की ओर से एक प्रतिनिधि मण्डल ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को देकर आम आदमी के घर के सपने को पूरा करने हेतु आवास नीति बनाने की मांग की। इस अवसर पर जन मंच उदयपुर की ओर से इस मुद्दे को जन आंदोलन बनाने का भी ऐलान किया गया।