मार्केटिंग फंडा था मोदी से अमेरिकी सांसदों का मिलना…

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2089_n4अहमदाबाद। गुजरात कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात को मार्केटिंग का हथकंडा करार दिया है जिसमें तीन रिपब्लिकन सांसद भी शामिल रहे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि मोदी का प्रचार करने का वैश्विक जनसंपर्क कंपनियों का मार्केटिंग हथकंडा है।

इलिनाइस के रिपब्लिकन सांसद एरोन शॉक के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को मोदी से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मोदी को अमेरिका आने का न्योता भी दिया। वर्ष 2002 के गुजरात दंगों को लेकर अमेरिका ने 2005 से मोदी को वीजा नहीं दिया है।

मोढवाडिया ने आरोप लगाया कि तीनों अमेरिकी सांसद और कुछ कारोबारी भाजपा के ओवरसीज फ्रेंड्स के समूह के तौर पर यहां आए थे और माहौल ऐसा बना दिया गया जैसे यह अमेरिकी शिष्टमंडल की आधिकारिक यात्रा है और अमेरिका की सरकार ने खुद मोदी को न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि पीआर की कवायद में यह धारणा भी बना दी गई कि मोदी को अमेरिका सरकार ने वीजा दे दिया है।

उन्होंने कहा कि सचाई यह है कि लॉबींग के माध्यम से बार-बार कोशिशों के बावजूद न केवल पूर्ववर्ती अमेरिकी प्रशासन ने बल्कि मौजूदा ओबामा प्रशासन ने भी मोदी को वीजा देने के मुद्दे पर अपना रुख नहीं बदला है।

 

मोढवाडिया ने कहा, मुख्यमंत्री को राज्य की जनता को गुमराह करने से बचना चाहिए और अपनी छवि बनाने के लिए सरकारी संसाधनों के खर्च को भी बंद करना चाहिए।

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सुराज संकल्प यात्रा को लेकर उद्योग प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित

meeting1उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में आगामी 4 अप्रैल को राजसमंद के चारभुजा से प्रारम्भ होने वाली सुराज संकल्प यात्रा में भाजपा के उद्योग प्रकोष्ठ द्वारा यात्रा में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने की रणनीति को बनाने के लिए प्रकोष्ठ की बैठक प्रतापनगर में आयोजित हुई। बैठक में आगामी 4 अप्रैल को आयोजित सुराज संकल्प यात्रा में उद्योग प्रकोष्ठ की ओर से भागीदारी को लेकर पदाधिकारियों ने विचार-विर्मश किया तथा जिला स्तर पर प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षों को दिशा निर्देश दिये की वह अपने-अपने जिले से ज्यादा से ज्यादा संख्या में चारभुजा पहुंच कर संकल्प यात्रा को एक भव्य रूप प्रदान करे।

भारतीय जनता पार्टी उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक धीरेन्द्र सचान ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रकोष्ठ ने अपने सभी पदाधिकारियों एवं जिलाध्यक्षों से आहवान किया हैं कि सुराज संकल्प या़त्रा में अपने भागीदारी को एक जिम्मेदारी के रूप में निभाते हुए जिला स्तर पर सभी पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं को निश्चित रूप से इस यात्रा में शामिल करने का संकल्प ले और इस संकल्प को पुरा भी करे।

बैठक को सम्बोधित करते हुए उद्योग प्रकोष्ठ के संभाग प्रभारी विजय गोधा ने कहा कि संकल्प यात्रा को लेकर उदयपुर के सभी ओद्योगिक क्षैत्र गुडली, कलडवास, मादडी व सुखेर के प्रतिनिधियों को यात्रा में शामिल किया जायेगा। बैठक में उद्योग प्रकोष्ठ महासचिव मोहन बोहरा, जिलाध्यक्ष महावीर सुराणा एवं प्रकोष्ठ से जुड़े शहर व देहात के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक के अन्त में धन्यवाद देहात जिलाध्यक्ष सोमेश भाणावत द्वारा दिया गया।

अश्लील एमएमएस, मोना की शिकायत पर प्रकरण

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images (4)टीवी अभिनेत्री मोना सिंह की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मोना सिंह ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक आपत्तिजनक एमएमएस को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस ने कहा कि वह उस कम्प्यूटर के आईपी का पता लगाने का प्रयास कर रही है, जहां से क्लिप को अपलोड किया गया था। पुलिस को संदेह है कि अपराधी अभिनेत्री की पहचान का हो सकता है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमें कुछ स्थानीय तत्वों के शामिल होने का संदेह है और हम कम्प्यूटर के आईपी पते को खोजने का प्रयास कर रहे हैं, जहां से इसे अपलोड किया गया। मामला शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दर्ज किया गया।

Mona-Singhs-1174अभिनेत्री मोना सिंह को उम्मीद है कि फर्जी वीडियो बनाने वाले अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे। मोना ने कहा कि यह पूरी तरह शर्मनाक है कि वेब पर किसी ने मेरे चेहरे से छेड़छाड़ कर किसी के शरीर पर इसे लगा दिया और सनसनीखेज वीडियो बना दिया।

हमने साइबर अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराई है और उम्मीद है कि अपराधी पकड़े जाएंगे। ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ से विख्यात हुई अभिनेत्री का मानना है कि कलाकार हमेशा इस तरह के वीडियो के शिकार बनते हैं।

अभिनेत्री ने कहा कि लोगों को समझने की जरूरत है कि कलाकार होने से पहले हम एक सम्मानित महिला हैं और हमारे परिवार एवं दोस्त हैं जिनके प्रति हम जवाबदेह हैं और वे लोग हमारे प्रति नकारात्मक बातों से प्रभावित होते हैं। यह कलाकारों के वीडियो से छेड़छाड़ का गंभीर मुद्दा है और इसे रोके जाने की जरूरत है।

बेरोजगारों को है आरटेट के रिजल्ट का इंतजार

rtet-result-2012उदयपुर, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा पिछले वर्ष 9 सितंबर को राज्यभर में एक साथ कराई गई राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (आरटेट) का परिणाम सात माह बाद भी घोषित नहीं हो पाया है। आरटेट की नई विज्ञप्ति जारी करने का समय नजदीक आने के साथ ही पिछले वर्ष परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की चिंता भी लगातार बढ़ती जा रही है।

उल्लेखनीय है कि बोर्ड की ओर से हर वर्ष मई माह में इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसके लिए अप्रैल माह में बोर्ड की ओर से विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञप्तियां जारी की जाती है। पिछले वर्ष जून माह में विज्ञप्ति जारी कर सितंबर माह में परीक्षा ली गई थी। आरक्षित वर्गों में उत्तीर्णांक में राष्ट्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (सीटेट) से अधिक छूट एवं कतिपय जिलों में परीक्षा की गड़बड़ी की शिकायत को लेकर अभ्यर्थियों ने परीक्षा को कठघरे में खड़ा करते हुए कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी।

कोर्ट ने बोर्ड को नोटिस देकर जवाब मांगते हुए परिणाम जारी करने पर रोक लगा रखी है। लेकिन, बोर्ड द्वारा न्यायालय में उचित पैरवी नहीं किए जाने का खामियाजा करीब पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है।

दो बार हो गई क्रसीटेटञ्ज

अध्यापक पात्रता परीक्षा के आयोजन में जहां केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष में दो बार परीक्षा ली जाती है, वहीं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वर्ष में एक बार ही पात्रता परीक्षा लेता है। इसमें भी आरंभ से ही भारी खामियां सामने आती जा रही है। उल्लेखनीय है कि सीटेट का आयोजन हर वर्ष जून व नवंबर माह में होता है।

परेशान हैं लाखों अभ्यर्थी

आरटेट : 2012 में शामिल हो चुके अभ्यर्थी इन दिनों खासे परेशान हैं। एक ओर परीक्षा की नई तिथियां घोषित होने का समय करीब आता जा रहा है, वहीं पूर्व का परिणाम अब भी जारी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में लाखों विद्यार्थियों के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि वे नए सिरे से परीक्षा की तैयारी करें, अथवा पिछले परिणामों का इंतजार? अध्यापक पात्रता परीक्षा टेट के प्राप्तांकों के 20 फीसदी अंक तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में जोड़े जाते हैं।

सुराज संकल्प यात्रा की तय्यारियां तेज

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उदयपुर. भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की आगामी 4 अपै्रल से चारभुजा जी से शुरू हो रही सुराज संकल्प यात्रा को लेकर मेवाड़ में राजनीतिक तैयारियां तेज हो गई है।

सुराज संकल्प यात्रा को लेकर भाजपा एससी मोर्चा के देहात जिला व किसान मोर्चा की संभाग स्तरीय बैठकें शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर हुई। एससी मोर्चा की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सतीश चंदेल ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा को सफल बनाने में कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभाए। चंदेल ने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी भी बांटी।

राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा से भाजपा के पक्ष में माहौल बनेगा और उसी माहौल से हम फिर से सत्ता में आएंगे।

मोर्चा के देहात जिला के महामंत्री पूरण खटीक ने बताया कि बैठक में भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष सुन्दरलाल भाणावत, सभापति रजनी डांगी, भाजपा के देहात जिला महामंत्री चन्द्रगुप्त सिंह, एससी मोर्चा के जिलाध्यक्ष भंवरलाल पणगी,एकलिंग लाल,भावेश गोयल, कन्हैयालाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

किसान मोर्चा की संभाग स्तरीय बैठक: मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सांवरलाल जाट ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी बांटते हुए कहा कि बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सुराज संकल्प यात्रा की तैयारी में जुट जाए।

उन्होंने अब तक हुई तैयारियों की जिलाध्यक्षों और प्रभारियों से जानकारी भी ली। बैठक में मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रणधीर सिंह भींडर, दिनेश माली, पूर्व विधायक गौतमलाल मीणा,उप सभापति महेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे।

यात्रा के संयोजक भी मेवाड़ दौरे पर: सुराज संकल्प यात्रा के संयोजक भूपेंद्र सिंह यादव भी शुक्रवार को मेवाड़ दौरे पर रहे। पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर ने बताया कि सुराज संकल्प यात्रा की तैयारियों को लेकर यादव के साथ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने यहां पदाधिकारियों से फीड बैक लिया। उसके बाद वे बांसवाड़ा, डूंगरपुर के लिए प्रस्थान कर गए।

 

कांग्रेस को किसानों से कोई हमदर्दी नहीं – सांवरलाल जाट

उदयपुर. भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष साँवरलाल जाट ने कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार को किसानों से कोई हमदर्दी नहीं है। उदयपुर के दौरे पर साँवरलाल जाट ने शुक्रवार को यहां पार्टी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में यह बात कहीं।

उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के चार साल के कार्यकाल में किसानों की समस्या को नजर अंदाज किया गया। किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाई। फसल खराब होने के मुआवजे के नाम पर भी किसानों को नजर अंदाज किया गया। आगामी चुनाव में किसान वर्ग कांग्रेस को इसका जवाब देगा। सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद करने में भी रूचि नहीं दिखाई।

जाट ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा कम से कम 150 सीट जीतेगी और वसुंधरा राजे प्रदेश की मुख्यमंत्री बनेगी। साँवरलाल जाट ने कहा कि आगामी 4 अपै्रल को चारभुजा जी में सुराज संकल्प यात्रा के शुभारंभ पर कम से कम एक लाख कार्यकर्ता जुटेंगे। पत्रकार वार्ता में मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रणधीर सिंह भींडर भी मौजूद थे।

 

भाजपा ने हमारे 72बेटों को मारा और कांग्रेस ने गुमराह किया : भडाना

photo (4)उदयपुर, भाजपा ने पहले तो हमारे 72 बेटों को मारा, फिर हमारे नेता को राजनीतिक प्रलोभन देकर संघर्ष के रास्ते से हटा दिया और अब विधानसभा तथा अपने प्लेट -फॉर्म पर चुप रहकर हमारे मुद्दे की हत्या की जा रही है। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम दावा करते हैं कि आने वाले दिनों में भाजपा और गुर्जरों की संकल्प यात्रा संघर्ष यात्रा में बदल जाएगी।

यह कहना है पूर्व विधायक अत्तरसिंह भड़ाना का। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के नेता भड़ाना ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 31 मार्च से गुर्जर समाज आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर विजय संकल्प यात्रा निकालेगा, जो प्रदेश के 72 गुर्जर बहुल क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा 27 मई तक जारी रहेगी। भाजपा 4 अप्रैल से संकल्प यात्रा निकालने वाली है। इसलिए हमारा सीधा संघर्ष तय हो गया है।

भड़ाना ने कहा कि भाजपा की प्रस्तावित यात्रा पर राजनाथसिंह आ रहे हैं। संयोग से 2007 में भी गुर्जर आंदोलन के समय वे राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।इस यात्रा के दौरान अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष और वसुंधरा राजे ने हमे आरक्षण का भरोसा नहीं दिलाया तो हम समझ लेगें कि इस आन्दोलन में भा.ज.पा हमारे साथ नहीं है ।

भडाना ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण दे नहीं रही और भाजपा बोल नहीं रही है इसलिए अब आगामी चुनाव में गुर्जर दोनों पार्टियों को मजा चाखायेगे ।

भडाना ने बताया कि ३१ मार्च कि संकल्प यात्रा के बाद ६ व् ७ अप्रेल को जयपुर में गुर्जर समाज का राष्ट्रिय चिंतन शिविर आयोजित होगा जिसमे सर्व सम्मति से निर्णय कर आन्दोलन कि रणनीति का अंतरिम एलान किया जाएगा जिसमे गुर्जर समाज के प्रमुख बुद्धि जीवी विधि विशेसग्य लोग बैठेगें ।

मुस्लिम समाज का प्रथम सामूहिक विवाह

photo (3)उदयपुर , लाइफ प्रोग्रेसिव सोसायटी के तत्वाधान में 26 मई प्रस्तावित आम मुस्लिम इज्तेमाई शादी सम्मेलन (सामुहिक विवाह) किया जा रहा है। संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए लाइफ प्रोग्रेसिव सोसायटी के सदर डॉ खलील अगवानी ने कहा कि बहुत से समाजों में जातिवाद के आधार पर तो कई सामूहिक विवाह हो रहे हैं, लेकिन अब तक उदयपुर शहर में एक भी आम मुस्लिम सामुहिक विवाह नहीं हुआ हैं, जिससे गरीब और बेसहारा लोग चाहते हुए भी कम खर्च में विवाह नहीं कर सकते। लिहाजा उन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए सोसायटी ने पहल की और सभी समाजों एवं आम मुस्लिमों के प्रतिनिधियों से संपर्क कर सामूहिक विवाह कराने का बीड़ा उठाया। उन्होंने कहा कि आज समाज में शादियों के दौरान बढ़ते फिजुल खर्चों से आम लोग निजात चाहते हैं, ताकि बढ़ते नारी उत्पीडऩ एवं दहेज प्रथा पर रोक लगाई जा सके। मोहम्मद खलील ने कहा समाज को एक जुटता की आवश्यकता है। ऐसे में सामूहिक विवाह सम्मेलन सबको एक मंच पर लाने का सुनहरा अवसर है। नजमा मेवाफरोश ने कहा कि महिलाआ पर बढ़ते दहेज अत्याचारों को सामूहिक विवाह के जरिये रोका जा सकता है। सामूहिक विवाह सम्मेलन के समन्वयक मोहम्मद इस्माइल ने बताया कि 31 मार्च को सामूहिक विवाह सम्मेलन का पोस्टर विमोचन किया जाएगा।नज्म मेवाफरोश ने बताया की इस सामूहिक विवाह में रजिस्ट्रेशन शुल्क ९७८६ रुए है लेकिन अगर कोई गरीब बेसहारा है तो उससे शुल्क नहीं लिया जायेगा । १०१ जोड़ों का सामूहिक करने का लक्ष्य है और अब तक १७ जोड़ों का रजिस्ट्रेशन हो चूका है ।

 

संभाग में स्वाइन फ्लू का कहर जारी

शहरी क्षेत्र में विवाहिता की मौत

अब तक जा चुकी है 16 जाने

चिकित्सा विभाग निष्क्रिय

images (3)उदयपुर, उदयपुर संभाग में स्वाइन फ्लू का कहर निरंतर जारी है गुरूवार को इस बीमारी से ग्रस्त एक महिला की मृत्यु के साथ ही संभाग में यह बीमारी अब तक 16 जिन्दगीयां लील चुकी है। वर्तमान में चार रोगी एमबी चिकित्सालय में भर्ती है।

उल्लेखनीय है कि स्वाइन फ्लू संभाग में धीरे-धीरे पांव पसार रहा है। चिकित्सा सूत्रों के अनुसार यह बीमारी शरद ऋतु में ज्यादा होती है लेकिन यहां तो गर्मी आरंभ होने के उपरांत भी इस रोग का कहर जारी है। गुरूवार को शहर के दूधिया गणेशजी क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता की इस रोग ने जान ले ली। इसी के साथ स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या 16 हो चुकी है।

एमबी चिकित्सालय के डॉ. डी.सी. कुमावत ने बताया कि वर्तमान में चार रोगी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है।

एक तरफ बीमारी पांव पसार रही है तो दूसरी तरफ चिकित्सा विभाग में आपसी तालमेल नहीं होने से इस रोग के उपचार एवं रोकथाम के उपाय प्रभावी नहीं हो पा रहे है। यह तालमेल का अभाव गुरूवार को भी देखा गया। शहरी क्षेत्र में स्वाइन फ्लू रोगी की मृत्यु के बाद इसकी सूचना मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को होनी चाहिए लेकिन अधिकांशत: ऐसा नहीं हो रहा है।

गुरूवार को दूधिया गणेशजी क्षेत्र में विवाहिता की मृत्यु के बाद चिकित्सा विभाग को प्रभावी कदम उठाने चाहिए थे। इसके तहत पूरे क्षेत्र में टेमू फ्लू दवाई दी जानी चाहिए थी किन्तु विभाग ने केवल मृतक के परिजनों को टेमू फ्लू दवाई देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली जिससे इस बीमारी से निजात के आसार अभी क्षीण है। इधर मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि क्षेत्र में टीम भेजी गई लेकिन इस संवाददाता को शाम छह बजे तक इस प्रकार की किसी टीम के क्षेत्र में नहीं पहुंचने की पुष्ट जानकारी मिली।

 

सभापति को झटका राज्य सरकार ने नगर परिषद का प्रस्ताव किया ख़ारिज

images (2)उदयपुर , राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाब चाँद कटारिया एवं सभापति रजनी डांगी को झटका देते हुए राज्य सरकार ने नगर परिषद बोर्ड की सभी समितियों को भंग करने के लिए पारित प्रस्तावों को खारिज कर दिया है। यह सभी प्रस्ताव 19 फरवरी २०१३ को आयोजित बोर्ड की बैठक पारित हुए थे।

स्वायत्त शासन विभाग की ओर से गुरुवार को आदेश जारी होते ही कटारिया विरोधी पार्षद व निवर्तमान समिति अध्यक्षों में खुशी की लहर दौड़ गई। परिषद आयुक्त सत्यनारायण आचार्य ने बताया कि बोर्ड के निर्णय को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया है। इसके साथ ही सभी समितियां फिर से पावर में आ गई है।

उल्लेखनीय है कि बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव पारित हुआ उस पर पहले दिन से ही विरोध के स्वर उठ खड़े हुए थे। उपसभापति, निवर्तमान समिति अध्यक्ष और पार्षदों ने इसको लेकर राज्य सरकार को शिकायत भी भेजी थी। इन लोगों का कहना था कि नियमानुसार समितियों को भंग नहीं किया जा सकता। शिकायत पहुंचने के बाद इस मामले में सरकार स्तर पर परीक्षण करवाया गया। जिसमे कमिश्नर से इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी गयी तथा उसमें भी यह बात साफ हुई कि समितियां भंग किया जाना गलत है।

क्या था मामला: गौरतलब है कि बीती 19 फरवरी को हुई बैठक में परिषद की सभी समितियों को भंग कर दिया गया था। उस दौरान स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष पारस सिंघवी ने समितियों को भंग करने और समितियों का पुनर्गठन करने का अधिकार सभापति को देने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया था। लेकिन १९ फरवरी की बोर्ड की बैठक व् प्री बोर्ड की बैठक में अधिकतर समिति अध्यक्ष नहीं आये थे ।