फिल्मफेयर अवार्ड्स की शाम

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फिल्म 'बर्फी' में एक मूक-बधिर ज़िदादिल किरदार निभाने के लिए रणबीर कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया.
फिल्म ‘बर्फी’ में एक मूक-बधिर ज़िदादिल किरदार निभाने के लिए रणबीर कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया.
इस मौके पर माधुरी दीक्षित भी अपने पति श्रीराम नेने के साथ नज़र आईं.
इस मौके पर माधुरी दीक्षित भी अपने पति श्रीराम नेने के साथ नज़र आईं.
श्रीदेवी अपनी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामांकित थी.
श्रीदेवी अपनी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामांकित थी.
विद्या बालन ने कहानी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर हासिल किया. पिछले साल भी विद्या ने डर्टी पिक्चर के लिए अवार्ड जीता था.
विद्या बालन ने कहानी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर हासिल किया. पिछले साल भी विद्या ने डर्टी पिक्चर के लिए अवार्ड जीता था.
इस साल भी फिल्मफेयर अवार्ड शो को शाहरुख़ ख़ान और सैफ अली ख़ान ने होस्ट किया
इस साल भी फिल्मफेयर अवार्ड शो को शाहरुख़ ख़ान और सैफ अली ख़ान ने होस्ट किया

 

 
सो. बी बी सी

 

 

 

मेवाड हास्पीटल द्वारा गोगुन्दा मे लगा विशाल निशुल्क चिकित्सा शिविरः 345 मरीजो का हुआ उपचार

DSC_6211DSC_6216उदयपुर – मेवाड हास्पीटल उदयपुर द्वारा महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली गोगुन्दा में आज विशाल निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। मेवाड हास्पीटल के उदघाटन के बाद ग्रामीण अंचल के लोगो का लाभान्वित करने एवं उच्चस्तरीय जॉच एवं उपचार के उददेश्य को लेकर प्रथम शिविर का आयोजन किया गया। मेवाड हास्पीटल के संस्थापक डॉ. मनीष छापरवाल ने बताया कि शिविर में जनरल मेडिसन, न्यूरोसर्जन, यूरोलोजी, गायनिक, आर्थोपेडिक, फिजियोथेरेपिस्ट आदि ने अपनी सेवाएं दी। शिविर में ब्लड शुगर एवं अन्य जॉचे निशुल्क करते हुए दवाईयो का वितरण किया गया। इस अवसर पर मौसमी बिमारियों की जॉच करते हुए उपचार किया गया। शिविर का उदघाटन देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष लाल सिह झाला ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुख मधु मेहता ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में क्रयविक्रय सहकारी समिति अध्यक्ष हरिसिह झाला, गोगुन्दा प्रधान तुलसी मेघवाल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मांगीलाल चौधरी, सत्येन्द्र सिह राणावत, बेदला उपसरपंच विनोद वांवला, रामेश्वर चौधरी, महिपाल सिह झाला, प्रवक्ता हेमंत श्रीमाली, रामचन्द्र चौधरी आदि उपस्थित थे। उदघाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष झाला ने कहा कि आज के आर्थिक युग में किसी निजी अस्पताल द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में जनसाधारण को चिकित्सा के उच्च उपचार से लाभान्वित करने का प्रयास सराहनीय है। उन्होने मेवाड हास्पीटल एवं उनके संचालक का गोेगुन्दा में शिविर आयोजन हेतु आभार जताया। जिला प्रमुख मेहता ने कहा कि मेवाड हास्पीटल की उदयपुर में तो ख्याति है ही, उन्होने अब ग्रामीण अंचल में सेवा करने का जो निश्चय दिखाया है उसके लिये मेवाड हास्पीटल बधाई का पात्र है। शिविर में डॉ. विशाल कासंलीवाल, ग्रुप मेनेजर जगत मेहता, डॉ. दीपक, डॉ. शिखा, डॉ. प्रियंका, डॉ. राजेश खोईवाल एवं एम्स नई दिल्ली के न्यूरोसर्जन डॉ. अजित सिह ने अपनी सेवाएं दी। इस अवसर पर 345 मरीजो का उपचार किया गया तथा लगभग 150 लोगो को उपचार हेतु परामर्श दिया गया। मेवाड हास्पीटल के संचालक डॉ. छापरवाल ने बताया कि आगामी दिनो में मावली एवं जिले के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिमाह शिविर आयोजित कर ज्यादा से ज्यादा गरीब लोगो का उच्च स्तरीय उपचार निशुल्क उपलब्ध करवाया जायेगा।

 

मंगलोत्सव 2012-13 सम्पन्न

Manglotsav_2013__642_जीवन की असली परीक्षा चुनौतियों को पार पाने में ही निहित – डॉ. कुमावत

मंगलोत्सव में छात्रों ने बिखेरे जलवे और जीते कई अवार्ड

उदयपुर, आलोक संस्थान के आलोक सी. सै. स्कूल, हिरण मगरी, सेक्टर – 11 में कक्षा 12वीं के विद्यार्थीयों के लिये षुभकामनाएँ प्रदान करने हेतू तथा उनके भावी जीवन को उन्नत बनाये जाने हेतू मंगलोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें संस्थान के बालकों व षिक्षकों ने उत्साह से भाग लिया।

आलोक संस्थान निदेषक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बालकों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि जीवन की असली परीक्षा चुनौतियों को पार पाने में ही निहित है। आलोक सदा तुम्हारे साथ हैं किसी न किसी रूप में आलोक सदैव तुम्हारे जीवन में प्रकाष फैलाऐगा। सच्चे विद्यार्थी की पहचान समाज में रहकर होती हैं केवल दिखावे मात्र से नहीं।

इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कुमावत द्वारा निर्देषित एवं मनमोहन भटनागर द्वारा कम्पोज फिल्म “स्कूली…..यादों का बस्ता” का प्रदर्षन किया गया जिसको देखकर छात्र-छात्राओं के आँखों से आँसू आ गये।

इस अवसर पर संस्थान चेयरमेन ष्यामलाल कुमावत ने कहा कि सभी को अपनी पहचान बनाने की प्रबल इच्छा होती हैं किंतु ऊपरी आवरण अर्थात बेढ़ंगे आचरण से कोई भी अपनी पहचान नहीं बना सकता। मनुश्य की पहचान तो उसके सुंदर आचरण से ही बनती । व्यक्ति अपने गुण, त्याग और समपर्ण से ही ऊपर उठता हैं।

इससे पहले सर्वप्रथम कार्यक्रम का आरम्भ माँ सरस्वती के पूजन के साथ किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दी। स्वागत उद्बोधन सजल बापना द्वारा दिया गया। कक्षा 11वीं सेक्षन सी के युक्ति और समूह द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई।

इस अवसर पर “आलोक श्री” प्रतीक कुमावत तथा “आलोक सुश्री” जिज्ञासा जैन चुने गये। तथा साथ में सर्वश्रेश्ठ ड्रेस के लिये दिनेष बग्गा और षिवानी षेखावटी को सम्मानित किया गया।

 

चेयरमेन अवार्ड – प्रतीक कुमावत

डायरेक्टर अवार्ड – सताक्षी षर्मा

आइकन ऑफ द क्मबंकम – जगदीष रावल

कालिदास अवार्ड – आयुशि भटनागर

बेस्ट इंटरेक्टर के लिये लाईफ टाईम अचींवमेंट अवार्ड – कुलदीप अमेरिया

आर्ट के लिये टेगोर अवार्ड – मुक्ता षर्मा,

ध्यानसाधना, मनन के लिये पंतजली अवार्ड – हीना षर्मा

अंग्रेजी वार्तालाप, बातचीत के लिये डॉ. राधाकृश्णमोहन अवार्ड – जिज्ञाषा जैन और गुरूसा नाहर

सांस्कृतिक गतिविधियों के लिये मीरा अवार्ड – सोनाली पंचवानी और अंचल जैन

खेलकूद में सर्वश्रेश्ठ प्रदर्षन के लिये एकलव्य अवार्ड – अनिमेश मेहता और हेमलता चौधरी

आचार्य अवार्ड – विमल पटेल, मोतिसिंह रापतूत, रोहित कोठारी

आषाजनक न्यू कमर के लिये उदयसिंह अवार्ड – प्रिया प्रजापत

संगीत के क्षेत्र में सर्वश्रेश्ठ प्रदर्षन के लिये तानसेन अवार्ड – रवि नन्दावत

नृत्य के लिये उदय षंकर अवार्ड – सोनाली मेहता

स्कूल की गतिविधियांे में भाग लेने एवं सहयोग के लिये प्रताप अवार्ड – देवेष वषिश्ट

बेस्ट मोनिटंरिंग के लिये पन्नाधाय अवार्ड – हीना षर्मा

सामाजिक सेवा के कार्य में योगदान देने के लिये विवेकानन्द अवार्ड – अक्षय राज कुमावत, दिनेष बग्गा

उभरते वैज्ञानिक के लिये विक्रम साराभाई अवार्ड – निकिता राठौड

उभरते हुए उद्यमि के लिये जमषेदजी टाटा अवार्ड – लक्षित कुरड़िया

लाइफ टाइम अचिंवमेंट अवार्ड – धु्रव हरावत, परिधि कुमावत।

आर्य-अनार्य के बीच पनपा प्रेम: मोनजो-दाड़ो’’

उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में नाटक ‘‘मोहनजो-दाड़ो’’ का मंचन किया गया। जिसमें आर्य और अनार्य के बीच पनपे प्रेम के बीच युद्ध की विभीषिका ने एक अलग अनुभव दिया।

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शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में रविवार को बिगबैग ग्रुप की ओर से कुलविन्दर बख्शीश द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘मोहनजो-दाड़ो’’ दर्शकों द्वारा पसंद किया गया। आकर्षक सैट व कम्पोजिशन की बदौलत प्रस्तुति ने दर्शकों को बांधे रखा। नाटक मोहन जोदाड़ों काल में आर्य और अनार्य के संघर्ष के बीच पनपे प्रेम तथा उससे उत्पन्न संतान के प्रभुत्व के माध्यम से कोमल मानवीय भावनाओं को छू गया। निर्देशक कुलविन्दर ने कहानी को अच्छा ट्रीटमेन्ट दिया वहीं अभिनय कर रहे कलाकारों में बेहतर तारतम्य बन सका। नाटक में उदयपुर के रंगकर्मी व टीवी कलाकार अशोक बाँठिया ने अपने अभिनय की छाप छाड़ी वहीं नाटक में प्रकाश व्यवस्था श्रेष्ठ बन सकी। नाटक का बैकग्राउण्ड म्यूजिक दृश्यानुकूल व प्रभावी बन सका वहीं प्रकाश संयोजन ने दृश्यों में प्राणें का संचरण किया।प्रस्तुति के अंत में कलाकारों को पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिवादन किया गया।Mahen_jodaro_at_Shilpgram-2

प्रकृति के बीच योग शिविर का समापन

DSC00964सात दिवसीय शिविर में विद्यार्थीयों ने समझा प्रकृति का मूल्य

उदयपुर। प्रकृति को नजदीक से जानने पहचानने तथा प्रकृति में छुपे हुए कुछ अनछुए पहलुओं को और अधिक समझने के उद्देश्य से स्वर्ग आयतन मां भगवती विकास संस्थान द्वारा आयोजित सात दिवसीय योग शिविर का समापन शहर के समीप प्राकृतिक परिवेश में स्थित बागदड़ा नेचर पार्क में समपन्न हुआ।

संस्थान के निदेशक योग गुरू देवेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि योग शिविर में प्रकृति को बारीकी से समझने तथा अपने मन में प्रकृति प्रदत्त पेड़ पौधो, जीव जन्तुओं एवं अन्य चीजों से सम्बन्धित जिज्ञासाओं को शान्त करने के लिए सीटीआई कालेज के विद्यार्थीयों ने शिविर में भाग लिया तथा योग के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण में रहते हुए यह समझने का प्रयास किया कि इस पृथ्वी पर उत्पन्न हर चीज चाहे वह पेंड पौधे हो या चाहे वो जीव जन्तु हो, हर एक का इस सृष्टी पर उत्पन्न होने का अपना एक अलग महत्व व उद्देश्य हैं।

योग गुरू ने बताया कि शिविर में विद्यार्थीयों ने प्रकृति के बीच रहकर यह महसूस किया कि जब तक वास्तविक रूप में प्रकृति के बीच में नही रहा जाये तब तक इस प्रकृति के असली महत्व की महत्ता को हम जीवन में महसूस नही कर सकते। उन्होने बताया कि हर मानव का यह कर्तव्य बनता हैं कि प्रकृति के मौल को समझने के लिए प्राकृतिक परिवेश में कुछ समय बिताए तभी वह इस प्रकृति के वास्तविक मूल्यों के जीवन मे उतार पायेगा और जब वह इन मूल्यों को समझ जायेगा तो प्रकृति का कभी विनाश ना स्वयं करेगा और ना होने देगा।

 

37 गांवों में जल्द मिल सकती हैं शहर जैसी सुविधाएं

9897_nagar-parishadउदयपुर. शहर से सटे 37 गांवों में रहने वालों के बेहतर विकास की उम्मीदें बढ़ गई हैं। यूआईटी की ओर से प्रस्तावित इन गांवों को शहर में शामिल किया जाता है तो इनको कॉलोनियों में तब्दील होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। फिलहाल इन गांवों की जमीनों पर रिसोर्ट और कॉलेज तो तेजी से बन रहे हैं पर ग्रामीण बस्तियों का विकास न के बराबर है। यह सारी कवायद उदयपुर नगर निगम बनाने के लिए की जा रही है।

नगर विकास प्रन्यास ने शहर से सटे 37 गांवों की सूची शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय को भिजवा दी थी। करीबी गांवों को जोड़े बगैर शहर की जनसंख्या 4 लाख 68 हजार 663 है। शहर को नगर निगम बनाने के लिए सिर्फ 32 हजार नागरिक और चाहिए। प्रस्तावित 37 गांव शहर की आबादी में जोडऩे से करीब 1 लाख 10 हजार नागरिक और बढेंग़े। नगर निगम की खातिर इन गांवों को शहर में जोडऩे पर आबादी 6 लाख हो जाएगी जो जरूरत से 1 लाख अधिक होगी।

यूआईटी ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि इन गांवों को शहरी सीमा में इसलिए शामिल करना जरूरी है कि इनके विकास के बाद कॉलोनियों को नगर परिषद को हस्तांतरित किया जाना है। शहर का नया मास्टर प्लान भी इन पंचायतों को ध्यान में रखकर ही गया है। पर्यावरण के लिहाज से इन क्षेत्रों में ग्रीन बेल्ट को ध्यान में रखना होगा। गौरतलब है कि यूआईटी की ओर से पेराफेरी में शामिल पंचायतों में विकास के कार्य करवाए जा रहे हैं।

बेटी को कहा, ‘तू भी मेरी पत्नी’ और 5 साल तक हवस की प्यास बुझाता रहा ‘बाप’

5608_rape5608_rapeभरतपुर.जब मेरी शादी हुई थी तो तू तेरी मां की गोद में थी और तेरे साथ भी मेरे फेरे हुए है। इसलिए तू भी मेरी पत्नी हुई। यह कहकर भरतपुर में एक सौतेला पिता पांच साल से अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म कर रहा है। गुरुवार को इस छात्रा ने टीचर को सारी घटना बताकर पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया।

 

पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। नाबालिग बालिका शहर के एक राजकीय विद्यालय की सैकंडरी कक्षा की छात्रा है। इस छात्रा में सुबह दैनिक भास्कर में छपी खबर नाबालिग ने दुष्कर्मी पिता को पकड़वाया खबर पढ़कर हिम्मत आई। छात्रा ने पिता द्वारा दुष्कर्म की जानकारी स्कूल में टीचर को दी, जिसके बाद टीचर ने पुलिस को बुलवाया।

 

छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसका पिता सौतेला है और उसकी मां ने तब शादी की थी जब वह 2 साल की गोद में थी। अब सौतेला पिता यह कहकर पिछले पांच साल से दुष्कर्म कर रहा है कि उसकी मां के साथ उसने भी गोद में फेरे लिए हैं और वह भी इस प्रकार पत्नी ही है।पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी सौतेले पिता को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।

 

देर शाम हो जाने के कारण पीड़िता की मेडिकल जांच नहीं हो पाई है।जिसकी मेडिकल जांच पुलिस द्वारा शुक्रवार को कराई जाएगी। पुलिस ने पीड़िता को फिलहाल बाल कल्याण समिति को सौंपा है। इस मामले की जांच सीओ सिटी बृजेश कुमार सोनी को सौंपी गई है। बाल कल्याण समिति समिति के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने बताया कि पुलिस ने रात को छात्रा समिति में प्रस्तुत की है।

एक बहादुर बेटी की कहानी: लात चलाई, पजेरो से कूदी और हवा में लहरा दिया चाकू!

6219_knifeजयपुर.श्याम नगर के जनपथ पर शुक्रवार शाम एक छात्रा को चार युवकों ने अगवा करने के लिए जबरन पजेरो में पटक लिया, लेकिन छात्रा मलाइका टांक ने हौसला दिखाते हुए उनके छक्के छुड़ा दिए। पंद्रह वर्षीय इस छात्रा ने एक युवक के पेट के नीचे जोरदार लात मारी, जिससे वह गिर गया।

 

इस बीच उसकी पकड़ ढीली होते ही छात्रा पजेरो से कूद गई। छात्रा ने सेफ्टी के लिए बैग में रखा चाकू निकाला और अन्य बदमाशों को दिखाते हुए बचाव के लिए चिल्लाने लगी। आखिरकार युवक भाग निकले। बाद में परिजनों को सारी घटना बताई। परिजनों की सूचना पर श्याम नगर थाने के उपनिरीक्षक शक्तिदान सिंह मौके पर पहुंचे।

वारदात के समय राणी सती नगर, श्याम नगर निवासी मलाइका टांक अपने घर से आधा किमी दूर स्थित कोचिंग सेंटर पर जा रही थी। वह दसवीं कक्षा की छात्रा है और रोजाना वहां ट्यूशन के लिए पैदल ही जाती है। शाम करीब 6:30 बजे जब वह कोचिंग के लिए जा रही थी तो सामने से आ रहे एक युवक को इशारा करते देखा।मलाइका ने पीछे मुड़कर देखा तो एक अन्य युवक उसका पीछा करता आ रहा था।

वह कुछ समझ पाती। इससे पहले दोनों युवक तेजी से चलकर उसके नजदीक आए और दोनों ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने उसे हाथ पकड़कर घसीटते हुए सफेद रंग की पजेरो गाड़ी में पटक दिया। पजेरो में दो युवक आगे की सीट पर पहले से बैठे थे। इनमें ड्राइविंग कर रहे युवक ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था।

छात्रा को गाड़ी में धकेलने के बाद एक बदमाश दूसरी तरफ वाले गेट से अंदर बैठने लगा, जबकि एक छात्रा के पैर की तरफ वाले गेट से अंदर आने लगा। इस बीच, मलाइका ने उसे जोरदार लात मारी। उसके गिरते ही छात्रा तेजी से पजेरो से बाहर निकल आई।

इस दौरान उसका बैग नीचे गिर गया। इस बीच, पजेरो में मौजूद तीनों युवक बाहर आ गए और मलाइका को पकड़ना चाहा, लेकिन मलाइका ने फुर्ती से बैग उठाया और उसमें रखा चाकू निकालकर हवा में लहरा दिया। फिर बचाव के लिए चीखते-पुकारते भागने लगी। यह देखकर बदमाश वहां से भाग निकले।

दिल्ली दुष्कर्म की घटना के बाद से बैग में रखती थी चाकू

 

मलाइका की मां निधि टांक ने बताया कि दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद से वे मलाइका की सेफ्टी के लिए उसके बैग में चाकू रखते हैं। ताकि मुसीबत के वक्त वह आत्मरक्षा कर सके। मलाइका का बड़ा भाई और पापा भी उसे हमेशा आत्मरक्षा के बारे में समझाते रहते थे। वह पिछले एक वर्ष से कोचिंग जा रही है।

 

राहगीर देखते रहे, बचाने कोई नहीं आया

 

मलाइका के मुताबिक युवकों के सामने चाकू लहराने के दौरान चिल्लाने पर कुछ राहगीर पूरा घटनाक्रम देख रहे थे, लेकिन किसी ने बचाने का प्रयास नहीं किया। इसी बीच वहां से निकले एक वाहन चालक ने उसे कोचिंग सेंटर छोड़ा। बाद में उसने घर पहुंचकर परिजनों को घटना की जानकारी दी।

 

 

क़ानून के आंगन में तार-तार की गई महिला सहकर्मी की नाबालिग बेटी की आबरू!

महिला कांस्टेबल की बेटी से की ज्यादती, दो कांस्टेबल गिरफ्तार, एसपी सहित आला अधिकारी मौके पर

 

women-beatenउदयपुर। ऋषभदेव पुलिस थाने में बीती रात महिला कांस्टेबल की नाबालिग बेटी के साथ एक सिपाही ने दुष्कर्म किया। कांस्टेबल व उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा आला अधिकारियों के साथ ऋषभदेव पहुंचे, जहां पीडि़ता का मेडिकल करवाया। नाबालिग पीडि़ता कक्षा नौ की छात्रा बताई जा रही है।

 

एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि सलूंबर निवासी कांस्टेबल भीमसिंह ने उसके साथी कांस्टेबल किशोर के क्वार्टर पर नाबालिग १४ वर्षीय किशोरी से बलात्कार किया। यह बच्ची महिला थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल की बेटी है। रात में जब किशोरी घर नहीं लौटी, तो उसकी मां ने उसकी थाना परिसर में तलाश की। इस दौरान वह किशोर के क्वार्टर से बाहर निकल रही थी। महिला कांस्टेबल ने जब बेटी से पूछा, तो उसने कहा कि भीमसिंह उसे बहला-फुसलाकर लाया और दुष्कर्म किया। इस संबंध में महिला कांस्टेबल की रिपोर्ट पर ऋषभदेव थाने में ही कांस्टेबल भीमसिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है। भीमसिंह व उसको सहयोग करने वाले कांस्टेबल किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज सुबह एसपी हरिप्रसाद शर्मा, एएसपी ग्रामीण सुधीर जोशी सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। आज सुबह किशोरी का मेडिकल करवाया गया है। एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।

 

आरोपियों को नहीं छोड़ा जाएगा।

डॉ. फारूक अब्दुल्लाह् को हकीम खां सूर, मिन्जा यांग को जेम्स टॉड तथा पत्रकार अरनाब को हल्दीघाटी पुरस्कार

महाराणा मेवाड फाउण्डेशन 32वाँ वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह-2013

32nd MMFAA Logoउदयपुर, महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के इस वर्ष होने वाले ३२वें वार्षिक अलंकरण सम्मान समर्पण समारोह 2013 के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्लाह्, जापान मूल की मिन्जा यांग, समाचार चैनल टाईम्स नाऊ के अरनाब गोस्वामी, भारतीय नौसेना के शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन उदय कुमार सौंधी, मिसाइल वुमेन के नाम से ख्यातिप्राप्त अग्निपुत्री डॉ. टेसी थॉमस, पशुप्रेमी डॉ. विद्या आत्रेय को अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के महाराणा मेवाड फाउण्डेशन के अलंकरणों से सम्मानित किया जाएगा।

फाउण्डेशन के वर्ष 2013 के अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय अलंकरणों की गुरूवार को घोषणा करते हुए ३२वें वार्षिक अलंकरण सम्मान समर्पण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि अलंकरण समारोह आगामी 3 मार्च, 2013, रविवार सायं 4 बजे सिटी पैलेस उदयपुर के माणक चौक प्रांगण में आयोजित होगा। जिसमें ये अलंकरण फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविंद सिंह मेवाड प्रदान करेंगे। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी करेंगे।

PROF MINJA YANG
PROF MINJA YANG

अलंकरण समारोह के संयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया कि भारत के प्रति सार्वभौम संपादित स्थायी मूल्यों की सेवाओं के उपलक्ष में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण मिंजा यांग को भारत में स्थित पुरा संपदाओं के संरक्षण एवं उन्हें विश्व मानचित्र पर अपनी विशेषताओं के साथ उभारने के लिए जाना जाता है। यांग के प्रयासों के फलस्वरूप ही उदयपुर के पुरा वैभव संपदा को पर्यटन मानचित्र पर एक विशेष पहचान मिली तथा इन जीवन्त पुरा वैभव (लिविंग हेरिटेज) के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए आपने बतौर यूनेस्को इंडिया के निदेशक पद पर रहते हुए इंडियन हेरिटेज सिटीज नेटवर्क फाउण्डेशन की स्थापना कर भारत की पुरा वैभव संपदा को संरक्षित एवं संपोशणियता के लिए जागरूकता लाने की एक नई पहल की। इस अलंकरण के तहत १११००१ रूपए की राशि, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि टाईम्स नाऊ के मुख्य संपादक एवं प्रख्यात पत्रकार अरनाब गोस्वामी को अपनी तेजतर्रार वाक शैली के लिए जाना जाता है। अपने कार्यक्रम न्यूजऑवर में देश के ज्वलंत मुद्दों पर राजनीतिज्ञों एवं विशेषज्ञों को अपने बेबाक प्रश्नों के जरिए वास्तविकता के धरातल पर लाने वाले अरनाब को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी अलंकरण प्रदान किया जाएगा।

2. DR FAROOQ ABDULLAHसंयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया कि साम्प्रदायिक सद्भाव, देश प्रेम एवं राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के क्षेत्र में स्थायी सेवाओं के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का हकीम खां सूर अलंकरण इस बार केन्द्रीय मंत्री एवं जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री पद रहे डॉ. फारूक अब्दुल्लाह् को सामाजिक सौहार्द के लिए किए गए प्रयासों के लिए प्रदान किया जा रहा है।

संयोजक डॉ. गुप्ता के अनुसार पर्यावरण संरक्षण-संवद्र्घन के क्षेत्र में की गई स्थायी मूल्य की सेवाओं के लिए महाराणा उदयसिंह अलंकरण इस वर्ष देश की जानी-

 CAPTAIN (IN) UDAY K SONDHI, SC
CAPTAIN (IN) UDAY K SONDHI, SC

मानी पहली मिसाइल वुमेन डॉ. टेसी थॉमस एवं पुणे की पशु प्रेमी डॉ. विद्या आत्रेय को प्रदान किया जा रहा है। डॉ. टेसी ने मिसाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपनी कर्म क्षमता के बल पर देश की महिला शक्ति को नया मार्ग प्रदान किया है। इसके साथ ही पुणे की वन्यजीव प्रेमी डॉ. विद्या को भारत के महाराष्ट्र एवं हिमाचल प्रदेश में तेंदुआ एवं वन्यजीवों के विचरण क्षेत्र में बसे लोगों में तेंदुओं की प्रकृति एवं व्यवहारों आदि की बारीकि से जानकारी देकर उनके संरक्षण के प्रति विभिन्न योजनाओं पर कार्य करने के लिए प्रदान किया जा रहा है।

अपने निर्धारित दायित्व की सीमा से ऊपर उठकर किए गए कार्य के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का पन्नाधाय अलंकरण भारतीय नौसेना के शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन उदय सौंधी को प्रदान किया जा रहा है। सौंधी सेना के एक प्रशिक्षण विमान को जमीन पर उतारने की प्रक्रिया के दौरान उसमें आई तकनीकी खराबी के चलते आबादी क्षेत्र की ओर जा रहे विमान को अपनी जान की परवाह किए बगैर विमान को उस क्षेत्र से दूर ले जाने में सफल हुए। इस दुर्घटना में अपना दांया पैर गंवाने के बावजूद अपनी दृढ इच्छाशक्ति के बूते कृत्रिम पांव के साथ सेना में वापसी कर उसी हौसले के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है। वर्ष १९९७ में स्थापित इस अलंकरण से अब तक प्रो. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, किरण बेदी एवं श्रीमती अरूणा रॉय, करमबीर सिंह कांग, आमटे दंपत्ति सहित १५ विभूतियों सम्मानित हो चुकी है।

राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को ५१००१ रूपए नकद, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किए जाएंगे।