सेंट्रल जेल में ‘चरस पार्टी’

नारीश्वर राव 

उदयपुर। उदयपुर की सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को हर तरह का नशा मिल रहा है। शराब, भांग, अफीम, चरस गांजा, ब्राउन शुगर और हेरोइन सहित अन्य प्रकार के मादक पदार्थ जेल अधिकारियों की मिलीभगत से रोजाना भीतर पहुंच रहे हैं। नशाखोर अपराधियों की दिनचर्या में कोई फर्क नहीं आया है। वे हर समय अपने नशे में टुन्न रहते हैं।

यह खुलासा  नये एमएमएस से हुआ है, जिसमें जेल की बैरक में कैदियों का एक समूह नशा करता हुआ दिखाई पड़ रहा है। ये कैदी चरस को जलाकर तंबाकू में मिलाकर चिल्लम के सुट्टे लगाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। यह क्चरस पार्टीञ्ज प्रशासन द्वारा मारे गए छापे में कुछ मोबाइल गवाने के गम को भुलाने के लिए हुई।

उदयपुर की सेन्ट्रल जेल में मोबाईल से लिया गया चरस पार्टी का फोटो

कैदियों से वसूली का मामला मददगार द्वारा खोलने के बाद जिला कलेक्टर के आदेश पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने रविवार को केंद्रीय कारागार की तलाशी ली, जिसमें पांच मोबाइल व 4 चार्जर भी बरामद किए गए लेकिन हमारी पड़ताल यहीं नहीं थमी। इस जांच के बाद ही कैदियों ने जेल में क्रचरस पार्टीञ्ज मनाई, जिसका एमएमएस भी क्रमददगारञ्ज के पास आ चुका है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रभावशाली कैदियों के सामने जेल के अधिकारी कितने बौने हैं। इससे यह भी खुलासा हो गया है कि जेल में हुई प्रशासनिक जांच भी महज एक औपचारिकता पूरी करने के लिए ही की गई थी।

 

अधिकारियों की मेहरबानी से सब कुछ संभव

जेल के भीतर से कैदियों से मिल रही जानकारी के अनुसार जेल में नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी अधिकारी भ्रष्ट है। प्रभावशाली कैदियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। अधिकारी मोटी रकम लेकर हर तरह का नशा कैदियों तक पहुंचा रहे हैं। जेल में जाने वाले बड़े लोगों से रुपया लेकर उन्हें भी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। शराब, मांस और अन्य तरह से सभी नशे जेल में पहुंचाने की एवज में जेल अधिकारी व कर्मचारी झाड़ बना रहे हैं।

 

:मैं ये मानता हूं कि जेल में मादक पदार्थ तस्करी होकर पहुंच रहे हैं। बड़े अपराधियों के पास मोबाइल भी रहते हैं, लेकिन भ्रष्ट स्टाफ की पहचान कैसे करें। ये हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या है। स्टाफ का कोई अधिकारी या कर्मचारी रंगे हाथों पकड़ा जाएगा, तो सीधा निलंबित किया जाएगा। इस मामले की मैं जांच करवाता हूं।

-ओमेंद्र भारद्वाज, डीजी (जेल)

 

सो.- मददगार

आईपीएल की तर्ज पर अब होगी एनपीएल लीग टी-१० प्रतियोगिता

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चयन १० नवम्बर को

उदयपुर, आईपीएल की तर्ज पर अब नेशनल प्रीमियर लीग टी-१० का आयोजन किया जायेगा। यह स्पर्धा उन क्रिकेट खिलाडियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो क्रिकेट मैदान पर अपना कौशल दिखाना चाहते है लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिला।

यह जानकारी प्रतियोगिता संयोजक जुगबीर सिंह गढवाल ने आज यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए खिलाडियों के चयन हेतु १० नवम्बर को उदयपुर, अहमदाबाद, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा उत्तर प्रदेश चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं में चयनित खिलाडियों को विशेष प्रशिक्षण हेतु २० नवम्बर से उदयपुर स्थित शिरकारबाडी क्रिकेट मैदान पर शिविर आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा।

प्रशिक्षण के बाद खिलाडियों को बोली के आधार पर १२ टीमों में विभाजित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता की विजेता टीम को एक करोड रूपये तथा उपविजेता को ७५ लाख रूपये पुरस्कार राशि के अतिरिक्त खिलाडियों के लिए भी विशेष पुरस्कार होंगे। यह प्रतियोगिता २८ दिसम्बर से ४ जनवरी २०१२ तक हरियाणा के सिरसा शहर में आयोजित होगी।

मुस्तेद पुलिस की फैलती सुस्त तोंद

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उदयपुर। संभाग मुख्यालय पर नियुक्त चौकी इंचार्ज से लेकर सीआई (निरीक्षक) स्तर के 80 फीसदी से अधिक जवानों की तोंद लगातार फैलती जा रही है। राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से निचले दर्जे की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के ताजा मापदंडों पर जिले में नियुक्त पुलिसकर्मियों को कसा जाए तो 15 फीसदी अमला ही मुश्किल से टिक पाएगा। यही नहीं, घुटनों के आपस में टकराव तथा नेत्र दृष्टि के मामले में भी पुलिसिया अमला पिछड़ता जा रहा है। हद तो यह है कि, पुलिस लवाजमे में भर्ती के लिए तय की गई 10 किमी की न्यूनतम दौड़ में हर जवान हांफता नजर आएगा। ऐसे में क्रसेवार्थ कटिबद्धताञ्ज तथा क्रआमजन में विश्वास, अपराधियों में डरञ्ज का ध्येय वाक्य मात्र दीवारों का हिस्सा बनने लगा है।

जिले में वर्तमान में 3070 खाकीवर्दीधारी क्रजन रक्षकञ्ज तैनात हैं। इनमें एक पुलिस अधीक्षक, चार एएसपी, 12 डिप्टी, 26 सीआई (इंस्पेक्टर), 114 थानेदार (एसआई), 177 एएसआई, 291 हैड कांस्टेबल और 2455 कांस्टेबल शामिल हैं। इस अमले को देखने के बाद आमजन की घिग्घी बंध जाती है लेकिन अपराधों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। यही नहीं, पुलिस के इस अमले के अलावा अपराधों की रोकथाम के लिए सीआईडी सीबी, एंटी टैरेरिस्ट स्क्वाड एंड स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एटीएस एंड एसओजी), सीआईडी आईबी, आरएसी की ढेरों बटालियन, एमबीसी का भारी अमला आदि तैनात हैं। खास बात यह कि अपराध रोकने के लिए तैनात इस अमले में से अधिकतर उनकी तोंद ज्यादा फैली हुई हैं, जो अफसर वर्ग के हैं। उदयपुर रेंज के आईजी और पुलिस अधीक्षक द्वारा गाहे-ब-गाहे ली जाने वाली मीटिंग में भी तोंद वाले अधिकारियों का ही जमावड़ा लग जाता है लेकिन तोंद पर नियंत्रण का सवाल कभी कभार ही खड़ा हो पाता है।

 

…सभी हो जाएंगे फैल

इन दिनों राज्य पुलिस मुख्यालय ने कांस्टेबलों की भर्ती परीक्षा के नए मापदंड जारी करते हुए आवेदन मांगे हैं। इसमें ऊंचाई : 160 सेमी, सीना : बिना फुलाए 74 सेमी तथा फुलाने के बाद 79 सेमी (कम से कम पांच सीएम का फुलाव जरूरी), सिर्फ कांस्टेबल के लिए भर्ती परीक्षा में पास होने के लिए 10 किमी की दौड़ आदि जरूरी है। यह दौड़ भी 50 मिनट, 50 से 55 मिनट व 55 से 60 मिनट के दौरान पूरी करनी होती है। इसके अलावा अभ्यर्थी की दोनों आंखों की दृष्टि ६ गुणा ६ बिना चश्मे के होना जरूरी है। यही नहीं घुटने आपस में टकराने नहीं चाहिए। नसे फूली हुई नहीं हो, भैंगापन, रतौंधी, रंग दृष्टि दोष, हकलाकर बोलना, पैर समतल, या अन्य कोई विकृति जो कर्तव्य पालन में बाधक हो, नहीं होनी चाहिए। इन न्यूनतम मानदंडों पर कसा जाए तो अधिकतर पुलिस अफसर फैल हो जाएंगे।

 

सो.- मददगार

प्रहरियों ने लगायी दौड़

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उदयपुर। उदयपुर संभाग में प्रहरियों की भर्ती के लिए आज सुबह 6 बजे शुरू हुई 10 किमी दौड़ के दौरान कई प्रतिभागी हांफते नजर आए। ये वे प्रतिभागी हैं जो सितंबर में लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं। चार दिन चलने वाले फिजिकल परीक्षण में पहले दिन 600 प्रतिभागियों को बुलाया गया है। उदयुपर में प्रहरियों के 150 पदों के लिए सितंबर में हुई परीक्षा में करीब 23 हजार प्रतिभागी शामिल हुए थे। इनमें से पास हुए तीन हजार प्रतिभागियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया है। सुबह देबारी-अंबेरी लिंक हाइवे पर एक घंटे में 10 किमी दौड़ का परीक्षण शुरू हुआ। तीसरे नंबर का प्रतिभागी मात्र दस कदम की दूरी पर ही गश खाकर गिर पड़ा तो एक अन्य प्रतिभागी घुटनों में तेज दर्द उठने के बाद करीब तीन-चार किलोमीटर आगे जाने के बाद जवाब दे गया।

 

दम तोड़ने लगी हे निशुल्क दावा योजना

उदयपुर। राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई निशुल्क दवा योजना अपने दूसरे वर्ष में प्रवेश के साथ ही दम तोडऩे लगी है। योजना शुरू होने के साथ ही यह वादा भी सरकार द्वारा किया गया था कि इस योजना का लाभ २४ घंटे जनता को मिलेगा, लेकिन अस्पतालों में पड़ताल की गई, तो शाम चार बजे बाद ही नि:शुल्क दवाओं की दुकानें बंद पाई गई। रात में अस्पताल में कोई मरीज आता है, तो उसे निशुल्क दवाइयां नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदनी पड़ती है।

एमबी अस्पताल में कुल २३ दवा वितरण केंद्र है। इनमें से १५ दवा वितरण केंद्र एमबी अस्पताल के परिसर में हैं जो कि आउटडोर दवा वितरण सेंटर की श्रेणी में आते हैं। वहीं इनडोर दवा वितरण सेंटर की संख्या आठ है। जिनमें से चार इनडोर निशुल्क दवा वितरण केंद्रों पर २४ घंटे निशुल्क दवाएं दी जाती है, लेकिन यहां पर सिर्फ अस्पताल में भर्ती मराजों को ही निशुल्क दवाएं दी जाती है।

आदेशों की अवहेलना : सरकार ने प्रतिदिन २५०० से अधिक मरीजों की आवक वाले बड़े अस्पतालों में एक या दो निशुल्क दवा वितरण केंद्र २४ घंटे खोलने के आदेश दिए थे। एमबी अस्पताल दक्षिणी राजस्थान का सबसे बड़ा अस्पताल है और रोगियों की आवक भी भारी संख्या में होती है, लेकिन यहां पर २४ घंटे दवा वितरण केंद्र नहीं खुले रहते हैं। अस्पताल प्रशासन कभी फार्मासिस्ट की कमी, तो कभी अन्य बहाने बनाकर २४ घंटे निशुल्क दवा वितरण केंद्र खोलने से कन्नी काटता रहा है।

 

भटकते हैं रोगी

उदयपुर का एमबी चिकित्सालय संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां पर आउटडोर के बंद होने के बाद भी मरीजों के आने का सिलसिला बना रहता है। ये मरीज आपातकाल में रोगी पर्ची कटवाकर यहां पर डाक्टरों को दिखाते हैं। डाक्टर मरीजों को जो दवाइयां लिखते हैं, जो निशुल्क दवा वितरण केंद्रों से लेनी होती है, लेकिन वितरण केंद्रों के चार बजे बंद होने के साथ ही मरीजों को अस्पताल के बाहर से दवाइयां लानी पड़ती है।

गोदाम में भयंकर आग

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उदयपुर , सवीना सेक्टर 9 में मठ मार्ग स्थित बारदान के एक गोदाम में रात पौने 11 बजे आग लगी। बाद में यह आग पड़ोस के गोदाम तक पहुंच गई। रात डेढ़ बजे तक भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। पांच दमकल लगी रहीं। परिवार वाले विलाप करते दिखे। भारी भीड़ जुटी।

भाग्य ट्रेडिंग कंपनी के भंवरलाल गोटी और मुकेश ट्रेडिंग कंपनी के मालिक उनके भाई मोतीलाल के गोदाम हैं। डेढ़ करोड़ के नुकसान की आशंका।

नगर परिषद की सात में से पांच फायर ब्रिगेड पहुंच जाने के बावजूद सभी से एक साथ काम नहीं कर पाईं। प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी भी खली।

यह घटना दिन में होती तो कई लोगों की जान पर बन सकती थी। इन गोदामों में सौ से अधिक मजदूर काम करते हैं। इनमें अधिकांश महिलाएं हैं।

पुलिस आग भड़कने की प्रारंभिक वजह शॉर्ट सर्किट मान रही है, लेकिन किसी की साजिश होने से भी इनकार नहीं कर रही है।

दीपावली मेले का आगाज़

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उदयपुर , शानदार आतिशी नजारों व आकर्षक आतिशबाजी के बीच रविवार को दशहरा दीपावली 2012 मेले का शानदार उद्घाटन हुआ। उदयपुर ही नहीं वरन् पूरे राजस्थान में अपनी शोरगरी के लिए प्रसिद्ध अशफाक भाई ने इस उद्घाटन अवसर पर अपनी आतिशी कारिगरी का शानदार प्रदर्शन किया। वाटर फाल, कमल का फुल, व शानदार आकाशीय नजारों व आतिशबाजी से परिषद् प्रांगण को सरोबार रखा।

इस अनूठे अंदाज में शुरू हुए मेला का शहरवासियों ने भरपूत आनंद लिया। मेले के लिए परिषद् भवन व प्रांगण में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। मेले के प्रथम दिन ही शहरवासियों की खासी भीड रही तो वहीं दूसरी ओर बच्चों ने खुब झुले व चक्करी का मजा लिया। मेले का उद्घाटन पूर्व गृहमंत्री व नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने किया। उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खादी ग्रामोद्योग बोर्ड क पूर्वअध्यक्ष भानुकुमार शास्त्री व विशिष्ट अतिथि संभागीय आयुक्त सुबोधकान्त अग्रवाल, भूतपूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, इंकमटेक्स उपायुक्त रोली अग्रवाल, समाज सेवी दिनेश भट्ट थे। मेले के उद्घाटन के बाद सरस्वती पूजन किया गया।

सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय प्रतिभा नाईट में एक से एक आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई जिसमें दीपक भोजक ग्रुप द्वारा ब्लु बैखोफ निगाहें पर डांस किया तो हर युवा थिरक उठा। मेवाड़ा मस्ताना ग्रुप द्वारा ‘आया तेर पर दीवाना…’, गीत, रूतवी व भव्या द्वारा साउथ इंडियन नृत्य, पायल व रचना द्वारा फिल्म अनामिका का ‘कही करता होगा मेरा इंतजार…’ गीत, नयन छाबडा द्वारा पंजाबी गबरू गीत प्रस्तुत कर शहरवासियों का आश्चर्यचकित कर दिया। मंच पर हो रही एक से एक अनूठी प्रस्तुतियों का देख हर एक अभिभूत हो गया।

फिल्म देवदास के गीत ‘काहे छेड छेड मोहे…’ मानसी खराडी का डांस सभी दर्शकों ने करतल ध्वनि से सराहा। काजल मेनारिया ने ‘मारा हाथ में चुडला…’ नृत्य, निशा कुमावत ने ‘नैनो में बदरा छाए…’ गीत प्रस्तुत किया तो वही स्माइल ग्रुप ने पयुजन तैयार कर डांस किया तो माहौल जोशीला हो गया। शिवानी पालीवाल के ‘आपा मेला में चालांगा…’ राजस्थानी गीत पूरे सदन झुम उठा। इस प्रस्तुति के बाद हर्षिल जोशी ने फिल्म नकाब का ‘एक दिन तेरी रहो में…’ , पवन कुमार जैन ने कविता पाठ किया तो जाह्नवी ने भवई नृत्य प्रस्तुत कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। द आर टेम्पेचर ग्रुप ने फ्युजन पर नृत्य, ओशिन शर्मा ने फिल्म द डर्टी पिचर का गीत ‘इश्क सुफियाना…’ गीत, भूमिका कच्छावा ने साउथ इंडियन डांस, स्कोलर एरिना ग्रुप ने फ्युजन पर डांस किया तो वहीं निशा व दिपेश ने नागिन पर डांस कर तालियां बटोरी।

आज भी रहेगी स्थानीय प्रतिभा नाईट की धूम:- प्रेस समिति संयोजक व मेला प्रवक्ता कृष्णकांत कुमावत ने बताया कि सांस्कृतिक संध्या के प्रथम दिन स्थानीय प्रतिभाओं की एक से एक अनूठी प्रस्तुति को शहरवासियों ने काफी सराहा और इसी क्रम में दिनांक 05 नवंबर को भी स्थानीय प्रतिभा नाईट की धूम रहेगी।

मुस्लिम महासभा ने किया प्रतिभाओं को सम्मान

पुलिस अधिकारी मरहुम फूल मोहम्मद (सवाई माधोपुर सांप्रदायिक) को मिला अब्दुल हमीद अवार्ड

उदयपुर, मुस्लिम महासभा यूथ एवं जिला कमेटी द्वारा आयोजित पांचवां प्रतिभा सम्मान अशोक नगर स्थित विज्ञान समिति सभागार में रविवार को सम्पन्न हुआ। सम्मान समारोह में करीब १०० से अधिक प्रतिभाओं का विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने पर सम्मानित किया गया।

जिला यूथ अध्यक्ष मुस्तफा शेख ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ कुरआन के तिलावत के साथ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डी.आई. खान-वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व समाजसेवी, सुखबीर कटारा-प्रधान, पंचायत समिति गिर्वा, धीरेन्द्र सचान-उद्योगपति, डॉ. पुनम पोसवाल- अधीक्षक पन्नाधाय चिकित्सालय, सिकंदर खान पठान-प्रदेश अध्यक्ष मुस्लिम महासभा राजस्थान थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में मोहम्मद सिद्दीक नूरी-संरक्षक मुस्लिम महासभा ने उदबोधन दिया। इसके पश्चात विभिन्न प्रतिभाओं को अतिथियों ने उल्लेखनी सेवाओं के लिए सम्मानित किया। महासभा के ओर से चमन सिंह देव$डा- स्नेक केचर एवं पानी में डूबते ११ बच्चों को बचाने वाले मोहम्मद युसुफ सहित पांच जनों को बहादुरी अवार्ड से सम्मानित किया गया। सवाई माधोपुर में साम्प्रदायिक हिंसा की भेंट चढे पुलिस अधिकारी मरहुम फूल मोहम्मद को शहीद अब्दुल हमीद अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके पश्चात शहर के विभिन्न विद्यालयों में १० व १२वीं में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करीब १०० से अधिक छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। हाजी फीरोज खान साम्प्रदायिक सदभावना अवार्ड गोविंद गौड को प्रदान किया गया। अब्दुल सत्तार मक्कड दीनी व कौमी खिदमात अवार्ड से मौलाना जुलकरनैन व मकबूल अहमद को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुस्लिम महासभा के जिला अध्यक्ष मोहम्मद इलियास मुल्तानी, यूथ जिला अध्यक्ष मुस्तप*ा शेख, जिला उपाध्यक्ष पि*रोज खान, जिला महासचिव इन्तेखाब हुसैन, यूथ उपाध्यक्ष अब्दुल जाकिर, मो. साकिर मुल्तानी सहित महासभा के कई जिला व संभाग के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।

जेल पर पुलिस ने मारा छापा

कैदी के साथ मारपीट मामले में प्रशासन ने की कार्रवाई

एमएमएस ने हुआ था खुलासा

उदयपुर, केन्द्रीय कारागृह में एक कैदी के साथ जेलर द्वारा मारपीट कर रूपये मांगने का मामला उजागर होने पर जिला प्रशासन की टीम रविवार सायं जेल पर दबीश देकर कैदियों की बैरक से ५ मोबाइल फोन चार्जर सहित बरामद किए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सायं अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) मोहम्मद यासीन पठान,पुलिस उपअधीक्षक (पूर्व) अनन्त कुमार के नेतृत्व में टीम ने केन्द्रीय कारागृह में दबीश दी। इस दौरान दल ने ५ मोबाइल फ़ोन एवं चार्जर बरामद किए।

उल्लेखनीय है कि एक सांध्य दैनिक में शनिवार को प्रकाशित समाचार में अफिम तस्करी के आरोप में गिरफ्तार अजमेर के एक कैदी विजय के साथ अमानवीय मारपीट कर जेलर द्वारा पैसा मांगने का मामला उजागर किया था। प्रमाण स्वरूप कैदी द्वारा जेल से भेजा गया एमएमएस भी बताया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आज दबिश दी। इस दौरान पीडित कैदी विजय पुत्र मूलचंद निवासी अजमेर से भी एक मोबाइल बरामद हुआ।

बंदी विजय ने जेलर भेरू सिंह पर शराब तस्करी मे कैद भरत डांगी, फारूख, दौलत तथा नटवर आदि के साथ मिल कर मारपीट कर पैसा मांगने का आरोप लगाया था।

इधर और जानकारी मिली की कैदी विजय से मिलने आने वाली चचेरी बहन पर जेलर भैरू सिंह की बदनियत थी तथा कई बार उसे दोस्ती के प्रस्ताव भी दे चुका था।

इनका कहना है:

कैदी विजय ने झूठा आरोप लगाया है। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई एवं जांच के बाद सत्यता सबके सामने आ जायेगी।

कैलाश त्रिवेदी

जेल अधीक्षक, उदयपुर

तलाशी का कैदी हमेशा विरोध करते है। मैने कैदी विजय से कभी पैसा नहीं मांगा तथा मैं उसकी बहन को भी नहीं पहचानता हूँ। विजय को शिकायत पर अजमेर जेल से उदयपुर भेजा गया था । जेल में ११०० कैदी है और किसी ने तो मुझ पर आरोप नहीं लगाया।

भैरू सिंह

आरोपी जेलर, उदयपुर

सडक हादसे में पिता-पुत्र की मृत्यु

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उदयपुर, सुखेर थाना क्षेत्र में ट्रोले ने बाइक को चपेट में ले लिया । हादसे में पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई तथा पत्नी घायल हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार अपरान्ह सुखेर लक्ष्मणवाडी के समीप ट्रोले ने बाईक को चपेट में ले लिया। हादसे में सिंहाड थाना कुराबड निवासी होशियार सिंह (३०) पुत्र किशन सिंह राजपूत व उसके पुत्र विक्रम सिंह (३) की मौके पर मृत्यु हो गई तथा पत्नी पुनम कुंवर (२१) गंभीर घायल हो गई। हादसे को देख चालक ट्रोला छोड प*रार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौक पर पहुंच मृतको के शव को एम बी चिकित्सालय मोचेरी मे रखवाया तथा घायल को उपचार के लिए भर्ती कराया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि होशियार सिंह अपने ससुराल बडी आयाथा लौटते समय उद्योग विहार की तरफ से आ रहे ट्रोले ने बाइक को चपेट में ले लिया।