विदेशी महिला के एटीएम से नकदी चोरी

उदयपुर, । अम्बामाता थाना पुलिस ने बदमाश के खिलाफ विदेशी महिला के एटीएम से नकदी निकाल चुरा ले जाने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार नावघाट निवासी प्रशांत पुत्र योगेश्वर दमामी ने अज्ञात चोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया। कि २० जुलाई को होटल स्वरूप विलास में ठहरी हालेण्ड निवासी सैवालीनी को शहर भ्रमण के लिए ले गया। इस दौरान मल्लातलाई स्थित एचडीएफसी बैंक एटीम से १० हजार रूपये निकलवाये थे तथा १० हजार रूपये शेष थे। दूसरे दिन चैक करने पर खाते में जीरों बेलेन्स मिला। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

 

आधी दुनियां का राज

उदयपुर, । हरियाली अमावस के मेले के दूसरे दिन सहेलियों की बाडी व फतहसागर की पाल पर आधी दुनिया का राज रहा पूरी तरह अपनी मस्ती मस्त महिलाओं और युवतियों का सैलाब उमड पडा। मेले में महिलाओं और युवतियों मेले की मस्ती का भरपूर आनंद लूटा। जहां खरीदारी भी मन से की तो व्यंजनों के चटकारे भी खूब लिए। डोलर चकरी में झूलने में कोई कमी नहीं रखी तो पुपाडिया का शोर शराबा करने में करने में भी पीछे नहीं रही ।

परंपरा के अनुसार हरियाली अमावस का मेला फतह सागर कि पाल और सहेलियों कि बाडी में लगता है तह दुसरे दिन सिर्फ महिलाओं का ही मेला लगता है जिसमे शहर कि और आस पास गाँव की महिलाये आती है ग्रामीण महिलाए परंपरा अनुसार लहरिया पहने हुए नजर आई वही श्री युवतियां वेस्टर्न और पारंपरिक वस्त्रों में नजर आई . पुलिस के पुख्ता इंतजामों के बिच यहाँ सिर्फ महिलाओं का ही राज था अपनी मस्ती मस्त युवतिय कही चटपटे व्यंजनों के चटकारे लेती नजर आई तो कही मेले कि टोपी पहने पुपाडी बजाती नजर आई । महिलाओं के मेले में नगर परिषद् सभापति व् अन्य महिला पार्षद खुद को रोक नहीं पायी और वे भी पुलिस बेंड कि धुन पे थिरक उठी

मेले के पहले दिन फतह सागर पर भीड थी लेकिन शुऋवार को महिलाओं के मेले में सहेलियों कि बडी रोड पर बोहत भीड रही सहेलियों कि बाडी में प्रवेष निशुल्क था वह महिलाओं ने अपनी सहेलियों के साथ पिकनिक का आनंद भी उठाया ।

पर्यटकों को मिलेगा नया ईको डेस्टीनेशन

केवडा की नाल में नव विकसित ईको टूरिज्म साइट का अवलोकन

१० लाख से ईको टूरिज्म कॉम्पलेक्स का निर्माण प्रारम्भ

उदयपुर, । राज्यपाल श्रीमती मारगे्रट अल्वा ने अपने उदयपुर प्रवास के आज तीसरे दिन जनजाति क्षेत्रीय विकास, एम.पी.डी.ए. तथा मनरेगा के अन्तर्गत उदयपुर से २० किलोमीटर दूर वनखंड केवडा की नाल पहुंच कर राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना के अन्तर्गत विकसित किये गये ईको टूरिज्म साइट का अवलोकन किया।

राज्यपाल ने विकसित किये जा रहे ईको टूरिज्म कॉम्पलेक्स के बारे में आशा जताई कि उदयपुर से जयसमन्द अभ्यारण्य जाने वाले पर्यटकों को अब उदयपुर से २० किलोमीटर दूरी पर ही नया ईको डेस्टीनेशन की सौगात मिलेगी। यहां पर्यटकों की आवाजाही बढेगी जिससे स्थानीय जनजाति लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे और उनकी आय में वृद्घि होगी।

राज्यपाल को अवगत कराया कि केवडा की नाल में विभिन्न योजनाओं से नाला उपचार कार्य के अन्तर्गत छोटी-बडी ७ जल संरक्षण संरचनाएं बनायी गई हंै जिनमें वर्ष भर जल की उपलब्धता बनी रहती है। जैविक दबाव कम करने के लिए मनरेगा के अन्तर्गत ६ किलोमीटर लम्बी कम लागत वाली सुरक्षा दीवार का निर्माण कराया गया तथा ७० हजार से अधिक ग्वार पाठा के पौधों का रोपण किया गया। नेशनल मेडिशनल प्लान्ट बोर्ड द्वारा स्वीकृत एम.पी.डी.ए. योजना के अन्तर्गत २ हजार हैक्टेयर वन क्षेत्र में ५० हजार औषधीय पौधों का रोपण किया गया है। इनसे जनजाति लोगों के लिए रोजगार के अवसर बडे है।

राज्यपाल को यह भी जानकारी दी गई कि गत दो वर्षो से यहां बांस विदोहन से समिति को ४.५० लाख रुपये की आय हुई है। इस वर्ष २०१२-१३ में भी एक लाख रुपये से ज्यादा बांस निकालने के प्रबंधन की योजना स्वीकृत हुई है जिससे समिति को १० लाख रुपये से ज्यादा की आय होने की संभावना है। यहां किये गये कार्यो से वन संवर्धन और जनजाति लोगो को रोजगार मिला है वहीं पानी की उपलब्धता तथा वानस्पतिक सघनता बढने से वन्यजीवों की संख्या में भी वृद्घि हुई है। यहां ६ किलोमीटर लम्बाई तथा ८०० हैक्टेयर क्षेत्र में करीब ५ से ६ पेंथर की साईटिंग देखी जाती रही है। अन्य ऋतुओं सहित विशेषकर वर्षा ऋतु में यह स्थल अत्यन्त मनोरम होने से यहां बडी संख्या में पर्यटक आने लगे है। जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना मद में हल्दुघाटी केवडे की नाल में २ लाख रुपये से एक पौधशाला का निर्माण भी कराया जा रहा है।

प्रताप स्मारक प्रवेश शुल्क से भडके युवा मोर्चा कार्यकर्ता

उदयपुर, हरियाली अमावस्या के मेले के दौरान मोती मगरी में शुल्क लगाये जाने का विरोध करते हुए भाजयुमों ने मोती मगरी गेट के बाहर प्रदर्शन किया जिसका बाद में एडीएम और जिला कलेक्टर को सूचित कर प्रवेश शुल्क किया गया।

हरियाली अमावस्या के मेले के दौरान प्रतिवर्ष प*तहसागर स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर प्रवेश निशुल्क होता है इस बार स्मारक समिति द्वारा ४० रूपये शुल्क लगा दिया जिसकी सूचना युवा मोर्चा अध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री को लगते ही भाजयुमों के कार्यकर्ताओं सहित पहुंचे तथा जनता का सशुल्क प्रवेश पर आपत्ति जताते हुए प्रदर्शन किया तथा जिला कलेक्अर हेमन्त गेरा व एडीएम सिटी यासीन पङ्गान को इससे अवगत कराया। मौके पर पहुंचे समिति सचिव युद्घवीर ङ्क्षसह ने युवा मोर्चा अध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री से बात कर हरियाली अमावस्या पर निशुल्क प्रवेश की स्वीकृति दी। सचिव युद्घवीर के अनुसार स्मारक पर काप*ी भीड हो जाती है और जनता वहां बहुत गंदगी करती है इसलिए शुल्क लगाया गया था।

बिन बारिश भी लिया हरियाली अमावस्या मेले का आनन्द

उदयपुर, श्रावण मास में लगने वाला पारम्परिक हरियाली अमावस्या के मेले में कम बारिश होने के बावजूद फतहसागर पर ग्रामीणों की अच्छी भीड रहीं । पुलिस के पुख्ता इंतजामों के बीच मेलार्थियों ने मेले का भरपूर लुत्फ़ उठाया।

हर साल की तरह श्रावण मास में लगने वाला पारम्परिक मेला गुरूवार को अपने पूरे यौवन पर दिखा। सुबह आठ बजे से ही आसपास के गांवों से मेलार्थी महिला, पुरूष बच्चों के आने का सिलसिला शुरू हो गया हांलाकि पिछले दिनों से रूठी बारिश की कमी जरूर खली लेकिन मेलार्थियों के उत्साह में कोई कमी नहीं नजर आई। सालों से सावन मास में बारिश की बंदों से निखर आयी प्रकृति को निहारने की परम्परा रही है। उदयपुर व आस पास के गांवो से युवक युवतियां रंग बिरंगे पोशाकों में मेले का आनन्द लेने फतहसागर की पाल सहेलियों की बाडी पहुंचे दिन तक फतहसागर की पाल पर पांव रखने की जगह नहीं थी। इस बार पैदल चलने वालों को सुविधा के लिए एक काले किवाड से अंतिम छोडर तक सडक के बीच पोल लगा कर रस्सी बांध कर आने जाने के दो रास्ते कर दिये थे। रंग बिरंगी टोपियां और पूंपाडियों के शोर से मेल की रौनक बढा दी थी। इस बार दुकाने पुरी फतहसागर की पाल पर लगी थी। फतहसागर पर देवाली वाले छोर पर डोलर और झूले सजे हुए थे जिसमें दिन भर मेलार्थियों की लम्बी कतारे लगती रही। यूआईटी चौराहे पर भी डोलर, झुले मिकी माऊस हाईट जैसे झुलो का खास कर महिलाओं ने खूब आनन्द लिया। फतहसागर से सहेलियों की बा$डी तक लोगों ने चटपटे व्यंजनों का खूब आनन्द लिया।

अन्य रमणिक स्थलों पर भी भीड : हरियाली अमावस्या के मेले में दूर दराज से आये ग्रामीणों की फतसागर सहेलियों की बाडी के अलावा अन्य पर्यटक स्थल सुखाडिया सर्कल, राजीव गांधी पार्क, गुलाबबाग, दूधतलाई आदि स्थानों पर खासी भीड रही। सुखाडिया सर्कल पर लोगों ने पेडल बोटिंग का आनन्द लिया।

सुरक्षा के कडे प्रबंध : मेले में उमडने वाली भीड को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कडे प्रबंध किये। फतहसागर की पाल पर अस्थाई चौकियां स्थापित की गयी तथा पुलिस कर्मी वर्दी के साथ साथ सादा वर्दी में तैनात थे। हर स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम पर अतिरिक्त जाब्ता तैयार था। अधिकारी दिन भर गश्त पर रहे।

सुव्यवस्थित यातायात: मेले के दौरान यातायात को सुव्यवस्थित व मेलार्थियों की भीड को देखते हुए परिवर्तन किया गया। यातायात पुलिस उपाधीक्षक जगदीश नारायण ने बताया कि मेले के दौरान फतहसागर, सहेलियों की बाडी जाने वाले रोड पर यातायात बंद रखा । झाडोल से आने वाले वाहन महाकालेश्वर चौराहे पर रोक दिये व अन्य दुपहिया व टेम्पों कारों को अम्बावग$ड नयी पुलिया होकर भेजे गये। सहेलियों की बाडी शहर से जाने वाले रो$ड पर आकाशवाणी के वहां रोका गया तथा फतहपुरा से आगे देवाली की तरप* जाने वाले वाहनों को प*तहपुरा चौराहे पर ही रोका गया।

रेडियो फ्रिक्वेंसी से अब दर्द का इलाज संभव

उदयपुर, देश की प्रथम पेन स्पेशलिस्ट डॉ.पलक मेहता द्वारा मरीज के शरीर के किसी भी अंग में हो रहे दर्द के इलाज में अब रेडियो फ्रिक्वेंसी उपचार की विधि अपनाये जाने से हजारों रोगियों को चीर-फाड वाले ऑपरेशन से मुक्ति मिली। दर्द के इलाज में कारगर इस अत्याधुनिक चिकित्सा पद्घति में शरीर में दर्द हो रहे स्थान पर चमडी को सुन्न कर रेडियों फ्रिक्वेंसी से किया जा रहा उपचार रोगियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस चिकित्सा पद्घति में रोगियों को वर्षो पुराने दर्द से मुक्ति मिली है।

डॉ.पलक मेहता ने बताया कि इस पद्घति में चीर फाड व टांके लिये बिना मात्र चमडी को सुन्न कर इलाज किया जाता है। इस पद्घति से मदस्विता, लगातार बैठिला जीवन, डायबिटीज, घाव,अधिक वजन उठाना, अधिक कसरत करने से जैसे मनके,हाथ-पैर के जोड, घुटने,कंधे,गर्दन, जबडे या सिरदर्द जैसी परेशानियंा पैदा होती है और उस दर्द निवारण के लिये चिकित्सक उन्हें गोलियां दे देते है लेकिन वास्तव में वे गोलियां उस दर्द का हल नहीं है

रंगारंग सावन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित

उदयपुर, रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा गत दिवस रोटरी बजाज भवन में रंगारंग सांस्कृतिक सावन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया।

क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया ने बताया कि इस महोत्सव में प्रतिभागियों ने साव मास पर आधारित गीत, नृत्य, मुक्तक आदि की प्रस्तुतियंा दी गई। कार्यक्रम का आगाज सिद्घी बांठिया ने ‘कांटेदार गुलाब तोड लो,नीम की डालियों से निंबोलियंा तोड लो..‘, निराली जैन व उर्वशी सिंघवी ने ‘रिमझिम गिर सावन,सुलग-सुलग जाए मन..‘,मंजू सिसोदिया व चन्द्रप्रभा मोदी ने राजस्थानी भाषा में ‘सावनिया में आओ म्हारा साहेबजी..‘, श्रीमती गिरीराज शर्मा ने ‘बरसो रे मेघा,मेघा बरसों रे..‘,आशा कुणावत ने ‘जिन्दगी प्यार का गीत है..‘, सुहानी व खुशवी सिंघवी ने ‘सोयी-सोयी पलकों पर चलके..‘,कांता जोधावत ने ‘ छोड-छाड कर अपने सलीम की कली..‘ गीतों पर जहंा नृत्य की प्रस्तुतियंा देकर सावन मास का अहसास कराया वहीं, लक्ष्मणसिंह कर्णावट ने ‘जब बरसाने का मन में न हो हौसला,तो घोंसला बनाया न करो..‘ ने मुक्तक की प्रस्तुति दे कर माहौल में समां बांध दिया।

’महसूस नहीं होने देंगे डाक्टरों की कमी’

उदयपुर, रेजिडेंट डाक्टरों के खिलाफ क्षत्रिय महासभा के आन्दोलन के तहत सर्व समाज संघर्ष समिति के आव्हान पर जारी आन्दोलन के दूसरे दिन आज कलेक्ट्री पर शहर के सभी समाजों, पंचायती राज शिक्षक संघ के सदस्यों द्वारा क्रमिक अनशन किया गया।

अनशन के दौरान सर्वसमाज संघर्ष समिति के सदस्यों ने कलेक्ट्री के बाहर रो$ड पर मरीज का इलाज कर रेजिडेंट डाक्टरों को सन्देश दिया किया कि मरीजों को तुम्हारी जरुरत का अहसास नहीं होने देगें।

क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष बालूसिंह कानावत ने कहा की यह आन्दोलन जनता का आन्दोलन है इसके तहत हर घर से एक प्रतिनिधि आन्दोलन में शामिल हो और इस जन आन्दोलन को सफल बनाये। अगर प्रशासन ने दोषियों पर कार्यवाही नहीं की तो संभाग स्तर पर धरने प्रदर्शन शुरू किये जायेंगे और संभाग को बंद करवाया जायेगा । पंचायती राज शिक्षक संघ के अध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने कहा कि जब तक प्रशासन दोषियों पर कार्यवाही नहीं करेगा आन्दोलन को और उग्र किया जायेगा । तथा रेजिडेंट डाक्टरों को शहर में मकान किराये पर नहीं दिया जायेगा, तथा सभी समाज बंधुओं से आव्हान किया है कि आप रेजिडेंट डाक्टरों को असहयोग करते हुए उन्हें अपने मकान किराये पर नहीं देवे। सर्वसमाज संघर्ष समिति के सदस्यों बालूसिंह कानावत, तेजसिंह बंासी, मनोहरसिंह कृष्णावत, खेमसिंह राणावत, शक्ति सिंह कारोही,तनवीरसिंह कृष्णावत, करणसिंह सेमारी,महेंद्र सिंह पाटिया, लीलाधर कुमावत,ओनर सिंह देवडा, पुष्पेन्द्र सिंह भिंडर, विजयराज सिंह शक्तावत, नवीन व्यास, दिनेश पोखरणा,चन्द्रशेखर परमार,ललित पालीवाल,राजेंद्र जोशी,हरीश शर्मा, गणपत यादव , गोपाल सहित कई सदस्यों ने क्रमिक अनशन पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज करवाया।

डॉक्टरों के खिलाफ जनता का गुस्सा फूटा

 

रेजीडेन्ट डाक्टरों द्वारा मरीज एवं परिजनों से मारपीट मामला

उदयपुर, रेजीडेन्ट डाक्टरों द्वारा मरीज एवं परिजनों से मारपीट से आंदोलित हुई शहर की जनता ने कलेक्ट्री पर मंगलवार को प्रदर्शन किया और शहर के सभी समाजों के सामाजिक, राजनेतिक, गैर राजनेतिक संगठनों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए एक आवाज में कहा कि आरोपी डाक्टरों को निलम्बित करों।

उल्लेखनिय है कि पिछले ८ जुलाई को वार्ड नम्बर ६ में भर्ती इन्द्रा कुंवर तथा साथ उसके साथ आए पुत्र जितेन्द्र ङ्क्षसह एवं उसकी पत्नी के साथ रेजीडेन्ट डाक्टरों ने मारपीट की ओर वार्ड के बाहर निकाल दिया। उसके बाद कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों से भी मारपीट व कैमरे छिनने के प्रयास किया। इस घटना से राजपूत समाज आक्रोशित हो रेजीडेन्ट डाक्टरों के खिलाप* आंदोलन छेड दिया पिछले हप*ते आरोपित डाक्टरों पर कोई कार्यवाही ना हॉस्पीटल प्रशासन द्वारा की गयी न ही पुलस द्वारा की गयी जबकि हाथीपोल पुलिस थाने में लेकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष और जितेन्द्र ङ्क्षसह द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गयी थी।

राजपूत समाज की क्षत्रिय महासभा ने सभी शहर के समाजों और संगठनों से समर्थन हांसिल कर मंगलवार को उग्र आंदोलन किया जिसमें शहर के सामाजिक, राजनैतिक, गैर राजनेतिक मजदूर, धार्मिक सहित करीब १५० से अधिक संगठनों के ५००० से अधिक लोगों ने भाग लिया। टाउनहाल पर एकत्र हुए सभी जनता क्षत्रिय महासभा के नेतृत्व में टाउनहाल, देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्री पहुंचे ओर वहां प्रदर्शन के बाद सभा में बदल गयी लेकिन डाक्टरों की ज्यादती से युवा इतने आक्रोशित थे कि सभा के बीच में ही प्रदर्शन करते हुए युवाओं का झुण्ड कोर्ट चौराहा पहुंच गया जहां मेडीकल कॉलेज के सामने प्रदर्शन किया व अंदर जाने का प्रयास किया लेकिन तैनात पुलिस ने रोका तथा हल्का बल का प्रयोग भी किया इससे उत्तेजित युवाओं ने एक लाल बत्ती कार को रोक कांच तोड दिये लेकिन तुरन्त ही क्षत्रिय समाज व अन्य समाज के पदाधिकारियों ने आकर स्थिती को संभाला और युवाओं को शांत कर पुन:भेजा।

सभा के दौरान क्षत्रिय महासभा के तेज ङ्क्षसह बांसी, मनोहर ङ्क्षसह कृष्णावत कांग्रेस के लाल ङ्क्षसह झाला ने प्रशासन को आगाह किया कि यदि आरोपी डाक्टरों के खिलाप* निलम्बन की कार्यवाही नहीं हुई और मरीज के परिजनों पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा वापस नहीं लिया तो कल से कलेक्ट्री के बाहर तीन दिन तक धरना रहेगा जिसमें सभी संगठन भाग लेगें और यदि पि*र भी मांगे नहीं मानी तो उदयपुर बंद कराया जाएगा जिसमें कानुन व्यवस्था बिगडती हे तो जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि आंदोलन को अब निर्णय पर पहुंचा कर ही दम लेगेें। बार एसोसिएशन के भरत जोशी ने कहा कि अब रेजीडेन्ट डाक्टरों का अत्याचार नहीं सहन नहीं किया जाएगा। मुस्लिम समुदाय के वत्त*ा मुश्ताक चंचल ने चेतावनी देते हुए कहा कि मरीजों ओर उनके परिजनों पर अब जुल्म बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बोहरा समाज के मुस्तप*ा हुसैन ने भी डाक्टरों का विरोध किया। नगर परिषद सभापति रजनी डांगी ने कहा कि डाक्टरों को भगवान का दर्जा दिया है ओर वे अपने कृत्य से यह दर्जा खत्म कर रहे है।

डॉ. एस. के. शर्मा को राष्ट्रीय सम्मान

उदयपुर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के डॉ. एस. के. शर्मा, उपनिदेशक अनुसंधान को राष्ट्रीय स्तर पर शुष्क कृषि‘ में उत्कृष्ट अनुसंधान एवं तकनीकी प्रसार के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा वसन्त राव नाइक अवार्ड से सम्मानित किया गया हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के ८४ वें स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में डॉ. शर्मा को यह प्रशस्ति पत्र, प्रमाण पत्र एवं एक लाख रूपये केन्द्रीय कृषि मंत्री, भारत सरकार द्वारा प्रदान किये गये। अखिल भारतीय शुष्क कृषि समन्वित अनुसंधान परियोजना के तहत वर्ष २००५ से २०१०-११ के दौरान भीलवा$डा जिले में बारानी क्षैत्रों में फसल उत्पादकता, जल संरक्षण, सामुदायिक बीज उत्पादन, उन्नत चारा प्रबन्धन, तालाब की मिट्टी का जल उत्पादकता ब$ढाने में उपयोग तथा परिवार की आवश्यकता पूर्ति करने वाले समन्वित एवं सूक्ष्म कृषि पद्घति मॉडलों को विकसित करना, सूखे के तहत आकस्मिक फसल प्रबन्धन आदि कार्य किये। डॉ. शर्मा के अनुसंधान कार्यो को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत किसानों की आजीविका ब$ढाने के लिए अलग-अलग मॉडल के रूप में अपनाया गया हैं।