ग्वालियर एक्सप्रेस खजुराहों तक चलेगी

उदयपुर, । उदयपुर ग्वालियर चलने वाली रेल का संचालन खजुराहो तक किया गया। क्षेत्रिय रेलवे अधिकारी हरपू*ल ङ्क्षसह ने बताया कि उदयपुर से चलने वाली १२९६६ ग्वालियर एक्सप्रेस का संचालन १४ मार्च से खजुराहो तक बढाया गया है। बुधवार रात १०.२० पर सिटी स्टेशन से रवाना होकर दूसरे दिन सायं ७.२० पर खजुराहो पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम के बाद सवेरे ८.५५ पर रवाना होकर अगले दिन सायं ६.१० पर सिटी स्टेशन पहुंचेगी। इस दौरान जाने वाली ग्वालियर एक्सप्रेस क्रमांक १२९६६,आने वाली १२९६५ के परिवर्तन कर खजुराहो तक जाने वाली रेल क्रमांक १९६६६ एवं आने वाली रेल क्रमांक १९६६५ कर दिया गया है।

भारत में कुछ घंटो के लिए फेसबुक और 11 अन्य वेबसाइट ब्लॉक की गई?

0

फेसबुक इज डाउन? उनकी तरह कुछ अन्य लोगों ने भी ऐसी ट्विट पोस्ट किए है। उनकी तरह अगर आप भी भारत में और कुछ समय के लिए फेसबुक के न खुलने पर आश्चर्यचकित है तो यह मत सोचिए कि यह आपके पीसी , ब्राउजर या इंटरनेट कनेक्शन के चलते हुआ है।

तो फिर फेसबुक के न खुलने का असली कारण क्या था?

दरअसल भारत सरकार ने फेसबुक सहित 11 अन्य इंटरनेट कंपनियों को प्रयोग के तौर पर ब्लॉक किया था जिनके कंटेट भारतीय कानून के हिसाब से आपत्तिजनक हो सकते है। वेबसाइट मध्यरात्रि से कुछ पहले कुछ देर और सुबह  के लिए ब्लॉक की गई थी जिससे करोड़ों उपभोक्ताओं को इसे एक् सेस करने में समस्या आई।

गौरतलब है कि भारत में फेसबुक के 40 मीलियन से अधिक उपभोक्ता है और भारत का बाजार फेसबुक के लिए बहुत बड़ा बाजार है। पिछले दिनों भारत सरकार ने फेसबुक, गुगल, याहू जैसी बड़ी कंपनियों को उनके आपत्तिजनक कंटेट और वीडियो सामग्री हटाने के लिए कहा था और ऐसा न करने पर भारत में उनकी सेवाएं बंद करने की धमकी भी दी थी। बाद में यह मामला कोर्ट में भी पहुंचा था।

केवल ट्रायल किया गया था

हालांकि फेसबुक ने अपने कुछ कंटेट हटाने पर सहमति जताई थी। वैसे आज फेसबुक सहित कुछ वेबसाइटों को कुछ देर के लिए ब्लॉक करने की पूरी प्रक्रिया ट्रायल का हिस्सा थी और यह देखने का प्रयास था कि अगर भविष्य में इस तरह की कार्रवाई करने की जरूरत पड़ी तो वह कितनी सफल होगी।

अब नोकिया लॉन्च करेगी टैबलेट

0

उदयपुर,मोबाइल बाज़ार में धूम मचाने के बाद अब नोकिया टैबलेट पीसी के बाज़ार में भी उतरने की तैयारी में है। फिनलैंड की यह कंपनी इस साल के अंत तक बाज़ार में अपना टैबलेट पेश कर देगी। संभावना जताई जा रही है कि यह टैबलेट विंडोज 8 ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस होगा। इस बात बाज़ार में फैली अफवाहों के मुताबिक नोकिया के टैबलेट में 10 इंच की स्क्रीन होगी। इसमें क्वॉलकॉम्स का डुअल कोर प्रॉसेसर भी लगा होगा।

ताइवान के टेक जर्नल डिजीटाइम्स की वेबसाइट के मुताबिक नोकिया इस टैबलेट का उत्पादन कॉम्पल इलेक्ट्रॉनिक्स को आउटसोर्स करेगी। नोकिया ने पहले बैच में दो लाख टैबलेट के उत्पादन का फैसला किया है। हालांकि, नोकिया के अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि एपल ने हाल ही में न्यू आईपैड नाम से नया टैबलेट लॉन्च किया है। वहीं, बीएसएनएल ने भी भारतीय बाज़ार में टैबलेट उतारा है।

 

दशामाता तथा गणगौर पुस्तक लोकार्पित

उदयपुर, दशामाता तथा गणगौर भारतीय जीवनपद्धति के मूलाधार त्यौहारोत्सव हैं जिनका प्रारंभ होली के दूसरे दिन से ही हो जाता है। इसी को लक्ष्य में रखकर राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष वेद व्यास ने दशामाता तथा गणगौर नामक दो पुस्तकों का लोकार्पण किया। इनमें से दशामाता व्रत डॉ. कविता मेहता तथा गणगौर व्रत डॉ. महेन्द्र भानावत द्वारा तैयार की गई हैं। इनमें व्रत कथाओं के साथ गाए जाने वाले लोकगीतों का सरस समावेश किया गया है। वेद व्यास ने कहा कि अपने गृहस्थ जीवन को सुखी, समृद्धिमूलक और सम्पन्न बनाए रखने के लिए महिलाएं वर्ष भर ही कोई न कोई व्रत, अनुष्ठान एवं संस्कार करती रहती हैं किंतु दशामाता एवं गणगौर में उनकी समग्रता झलकती है।

लोककलाविज्ञ डॉ. महेन्द्र भानावत ने कहा कि वैश्विकरण के बढ़ते प्रभाव ने भारत की समृद्ध परंपरा और विरासत को झकझोर दिया है। ऐसे में शिक्षा और रोजगार की तलाश ने युवक-युवतियां भारतीयता की अस्मिता और कलाचैतन्य को विस्मृत करती जा रही हैं। ऐसे प्रकाशन उन्हें अपनी निजता से जोडऩे और पुन: भारतीयता की ओर लौटने का रंग-रस देते हैं। इनके द्वारा महिलाएं यह भी जान सकेंगी कि उनके पास जो कलात्मक धरोहर है, वह कितनी उपयोगी, मूल्यवान और आधुनिकता में बने रहने के लिए आवश्यक है।

साहित्यकार डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ ने कहा कि ऐसी पुस्तिकाओं का न केवल शहरों में अपितु ठेठ गांवों तक में प्रसार होना जरूरी है। कारण कि देहातों की कला संस्कृति अभी भी अपने ठेठपन में बरकरार है। कहीं ऐसा न हो कि आधुनिकता की चकाचौंध में हम अपनी ही धरती और उसकी धडक़न को छोड़ पराए सत्व और सुगंध में इतराते नजर आएं।

दोनों ही मंदिरों के शिखरों पर हुई कलश स्थापना

नागदाह पर्वत पर पुन: विराजित हुई खींमज माता

उदयपुर, कैलाशपुरी में स्थित प्रभु श्री एकलिंगनाथ जी के विश्वप्रसिद्ध मंदिर के समीप बाघेला तालाब के तट पर नागदाह पर्वत श्रेणी पर सैकड़ों वर्ष पूर्व खंडित हुए दो मंदिरों का श्रीएकलिंगजी ट्रस्ट ने पुनर्निर्माण किया है। इनमें से एक मंदिर खींमज माताजी का है जिसकी मूर्ति वर्षों पूर्व तस्करों द्वारा चुरा ली गई थी जिसे ट्रस्ट ने सरकार से प्राप्त कर पुन: सुसज्जित कर दी है। इस मूर्ति की स्थापना चार दिवसीय वैदिक विधिविधान अनुसार सोमवार को जीर्णोद्धार किए गए मंदिर में की गई। नागदाह पर्वत पर खींमज माता मंदिर के पास ही जीर्णोद्धार किए गए नीमच माताजी के मंदिर पर भी कलश स्थापना की गई।

चार दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव एवं नवचंडी महायज्ञ : उक्त दोनों ही मंदिर के जीर्णोद्धार पश्चात सिटी पैलेस में रखी गई खींमज माता जी की मूर्ति को 9 मार्च को संपूर्ण साज-सज्जा कर सुसज्जित वाहनों के साथ पैलेस लवाजमे एवं पैलेस बैण्ड की धुन पर समारोहपूर्वक मंदिर तक ले जाया गया। जहां चार दिवसीय प्रतिष्ठा एवं नवचण्डी महायज्ञ के लिए नौ वेदियों पर 15 पंडितों ने पंडित जगदीश चन्द्र शास्त्री के निर्देशन में विधि विधान पूर्ण किए। सोमवार को दोनों ही मंदिरों पर कलश स्थापना के साथ खींमज माताजी की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति स्थापित की गई।

 

यूआईटी अफसरों को कमरे में बंद किया

उदयपुर, एक खवाड़े से बंद रोड़ लाइट पर आक्रोशित ग्रामीणों ने आज एक घंटे तक नगर विकास प्रन्यास के अभियंता के कक्ष को ताला लगाकर बंद कर दिया।

सूत्रों के अनुसार ाश्हर के समीप स्थित बेदला गांव में नदी की पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। उसके तहत प्रन्यास ने सडक़ लाइटों को चालू करने की वैकल्पिक व्यवस्था शुरू किये बगैर रोड लाइट बंद कर दी। करीब एक पखवाड़े से परेशान ग्रामीणों का आक्रोश आज भडक़ गया और पूर्व पार्षद फतह सिंह राठौड़ के नेतृत्व में आज ग्रामीण नगर विकास प्रन्यास कार्यालय पहुंचे जहां अधिशाषी अभियंता के कक्ष पर जाकर ताला जड़ दिया। उस समय अभियंता हाड़ा व चार अन्य अधिकारी हाडा के कक्ष में बैठे हुये थे। कमरे का ताला लगता देख तीनों अधिकारी पिछले दरवाजे से बाहर निकल गये। इस पर कुछ ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकलता देख पिछले दरवाजे पर भी जाकर बाहर से नकूचा लगा दिया। तीन अधिकारियों के बाहर निकलने पर अभियंता अकेले कमरे में रह गये।

सूचना पाकर प्रन्यास सचिव आर.पी. शर्मा व अध्यक्ष रूपकुमार खुराना ने आक्रोशित लोगों को समझाया और दो दिन के भीतर लाइटें चालू करने का आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीणों ने ताला खोला।पूर्व पार्षद का कहना है कि स्वयं ने कई बार फोन कर लाइट दूरस्त करने की बात कही यही नहीं बेदला गांव सरपंच गोपाल कंवर राठौड़ ने भी कई बार प्रन्यास अधिकारियों को अवगत कराया।

पेड़ ने ली जान

उदयपुर , शहर के शास्त्री सर्कल चौराहा के समीप स्थित एक पुराने पेड़ के आज अचानक गिरने पर उस दौरान टेम्पो लेकर गुजर रहे एक टेम्पो चालक की दबने से मृत्यु हो गई। सूत्रों के अनुसार छीपा कॉलोनी आयड़ निवासी मोहम्मद अयूब (46) पुत्र गुलाम रसूल आज सवेरे करीब साढ़े आठ बजे देहली गेट से टेम्पो लेकर अपने घर की तरफ जा रहा था। इसी दौरान गुरूद्वारा व छात्रावास के बीच स्थित एक पुराना पेड़ अचानक टेम्पो पर गिर गया जिससे चालक को बाहर निकलने का रास्ता भी नहीं मिल पाया । लोगों ने तुरंत इसकी सूचना भूपालपुरा थाने पर दी।पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन को बुलाकर पेड को हटाया और टेम्पो में घायल हालत में पड़े चालक अयूब को तुरंत एमबी चिकित्सालय में पहुंचाया। करीब तीन घंटे के उपचार के दौरान चालक ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने के साथ ही परिजन व अन्य परिचित लोग मुर्दाघर पहुंचे। समाज के लोग इसके परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने के लिये जिला कलेक्ट्री पहुंचे और एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा।

इधर, जिला कलक्टर ने 20 हजार का मुआवजा दिया एवं जबकि नगर परिषद को इस संबंध में पीडित के परिवार नेे लिखित में रिपोर्ट दी है जिस पर बोर्ड बैठक में 50 हजार रूपये तक का नगर परिषद द्वारा मुआवजा दिये जाने का आश्वासन दिया।

क्षेत्र में स्थित एक मटकी व्यवसायी ने बताया कि नगर परिषद में इस पेड़ को हटाने के लिए पूर्व में कई बार वह स्वयं परिषद कार्यालय जाकर शिकायत कर चुका है परंतु इस पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर आज एक टेम्पों चालक को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी। उसने यह भी बताया कि इसके पास ही एक और पेड़ अभी भी जर्जर अवस्था में खड़ा है जो कभी भी गिर सकता है।

शहर में अब तक होर्डिंग्स व पेड़ गिरने से कई व्यक्ति द्वारा अपनी जान देने के बावजूद भी प्रशासन ने इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया है। जिसका खामियाजा आम शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

आयड़ निवासी मृतक अयूब अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोडक़र गया। घर में कमाने वाला एक मात्र व्यक्ति था। उसके पत्नी के अलावा एक पुत्र व तीन पुत्रियां है।

पेड़ सिर पर गिरने से मृत्यु की घटना शहर में इससे पूर्व भी हो चुकी हैं। विगत दो वर्ष पूर्व ही चेटक सर्कल मार्ग पर स्थित जयश्री फ्लोवर्स के पास स्थित एक पुराना पेड़ आयड़ निवासी साबिर (27) पर गिरा था। जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। वह अपने पिता के लिए चेटक से दवाई लेकर अपने बच्चे व मित्र के साथ मोटरसाइकिल पर अपने घर लौट रहा था।

 

राजस्थान पत्रकार संघ (जार) में नेतृत्व लडाई जोरों पर

उदयपुर, जार की जिला इकाई में विगत लम्बे समय से खिंचतान चल रही है। अधिकांश सदस्यों का अध्यक्ष एवं महामंत्री की कार्यशैली को लेकर विरोध है। प्रदेश अध्यक्ष दाधीच के निर्देश पर रविवार को गुलाब बाग में सम्पन्न जार की बैठक में संगठन के चुनाव शीघ्र कराने पर विचार विमर्श किया गया।

इधर निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा ने जयपवुर से दूरभाष पर बताया कि ओमेन्द्र दाधीख् जयपुर इकाई के अध्यक्ष थे। जयपुर जिला इकाई को भंग करने पर अब किसी पद पर नही है लेकिन वे स्वयं को प्रदेश अध्यक्ष बताते हुए संगठन के नियमों के विरूद्घ कार्य कर रहे है जिनके विरूद्घ शीघ्र कार्रवाही की जायेंगी।

शर्मा ने बताया कि प्रदेश में जार की २५ इकाईयां है तथा १४०० सदस्य जुडे हुए है। प्रदेश कार्यकारिणी शीघ्र ही जिला इकाईयों का पुनर्गठन करेंगी। लेकिन तब तक भानावत ही उदयपुर इकाई के अध्यक्ष रहेंगे।

दूसरी ओर कथित रूप से नव मनोनीत प्रदेश अध्यक्ष ओमेन्द्र दाधीच का कहना है कि ललित शर्मा को गत दिसम्बर माह में ही सर्वसम्मति से हटाया जा चुका है। दाधीच ने दूरभाष पर बताया कि प्रदेश में संगठन की २२ इकाईयों का शीघ्र पुनर्गठन किया जाएगा। उदयपुर के लिए दिनेश गोठवाल का संयोजक मनोनीत किया गया है।

बहरहाल जार में नेतृत्व की लडाई प्रदेश से लेकर जिला इकाई तक पूर्ण उबाल पर और इससे जुडे सभी सदस्य भ्रम की स्थिति में है।

 

Udaipur News File – 12.03.2012

मदरसा बोर्ड चेयरमेन का इस्तकबाल

उदयपुर, मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मौलाना फज्ले हक का रविवार को उदयपुर पहुंचने पर उदयपुर संभाग के मदरसा बोर्ड संयोजक शराप*त खान ने इस्तकबाल किया। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष मोहम्मद नासिर खान व मुसापि*र खाना कमेटी अध्यक्ष हाजी इब्राहिम खान ने मदरसो के रजिस्ट्रेशन में आ रही कठिनाईयों व मदरसो में कम्प्युटर व कम्प्युटर प्रशिक्षक नियुत्त* करने की मांग की। जनाब प*ज्ले हक ने अप्रेल माह में उदयपुर में उदयपुर संभाग का मदरसा बोर्ड टीचर व मदरसा बोर्ड कमेटियों का सम्मेलन आयोजित करने की बात की।

 

विधानसभा का घेराव करेगा भाजयुमों

उदयपुर, भाजयुमो प्रदेश कार्य समिति की बेठक जयपुर में सम्पन्न हुई जिसमें विधानसभा घेराव कार्यक्रम की अंतिम रूप दिया गया तथा युवाओं की समस्याओं को लेकर मार्च के अंतिम सप्ताह में भाजयुमों द्वारा विधानसभा का घेराव किया जा रहा है। आज प्रदेश कार्य समिति की बेठक में प्रदेश अध्यक्ष ऋषी बंसल ने कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि राजस्थान के सभी जिले में अच्छी मेहनत करे ओर हजारों की संख्या में युवाओं को प्रोत्साहित कर विधानसभा का घेराव करायें । उदयपुर भाजयुमों के महामंत्री नरेश वैष्णव ने बताया कि शहर जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री ने उदयपुर में किये गये कार्यो का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा बी – २ श्रेणी नगर निगम के लिए आंदोलन के तहत युवा मोर्चा द्वारा तैयार ४५३ पि*ट का बेनर प्रदेश पदाधिकारियों के समक्ष रखा तथा आगे होने वाले आंदोलन की जानकारी दी।

 

त्रिदिवसीय मेवाड समारोह २५ से २७ मार्च तक

सांस्कृतिक आयोजन होंगे आकर्षण का केन्द्र

उदयपुर, परम्परागत रुप से मनाया जाने वाला मेवा$ड समारोह आगामी २५ से २७ मार्च तक मनाया जायेगा जिसके तहत विविध आयोजन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र होगी। इस दौरान शहर की प्राचीन इमारतों एवं मुख्य चौराहों पर रोशनी, साज-सज्जा की जाएगी और शहर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा । समारोह के तहत उदयपुर शहर के अलावा गोगुन्दा में भी विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।

 

डॉ. अचार्य के निधन पर शोक

उदयपुर, केन्द्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी के बहनोई डॉ. हर्षवर्धन आचार्य का कल रात जयपुर में निधन हो गया। ५५ वर्षीय आचार्य राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में प्राध्यापक थे। उनका अंतिम संस्कार आज जयपुर में कर दिया गया जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केन्द्रीय मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी, विधायक उदयलाल आंजना सहित कई सांसदों एवं विधायकों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया।

 

 

अकादमी का साहित्यकार सम्मान समारोह सम्पन्न

0

उदयपुर , राजस्थान साहित्य अकादमी का ‘साहित्यकार सम्मान समारोह’ आज भारतीय लोक कला मण्डल के गोविन्द कठपुतली सभागार में सम्पन्न हुआ। सम्मान समारोह के अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रामनारायण मीणा, उपाध्यक्ष, राजस्थान विधान सभा ने कहा कि ‘‘वर्तमान समय बहुत बदल गया है। अब यह समय प्रेमचंद और महादेवी वर्मा का नहीं है। वर्तमान समय इलेक्ट्रोनिक मीडिया और साहित्यकार का है। विश्व हमें धर्म गुरु कहता है। गुरु-शिष्य का संबंध व एक परिपाटी होती थी। वह सम्मान साहित्यकारों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में काम करने वालों को लेखकों और साहित्यकारों से सीखना चाहिए, ताकि अच्छे राष्ट्र, समाज और संस्कृति का निर्माण किया जा सके’’। राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री वेद व्यास ने कहा कि, राजस्थान की सृजनात्मक चेतना को मजबूत बनाने का मेरा सपना है, इसे लेखकों के साथ मिल ओर मजबूत बनाना है, ताकि लेखक का स्वाभिमान व सम्मान कायम हो कर मुखरित हो सके। राजस्थान में सृजनात्मक, सामाजिक सरोकार की भावना अधिक से अधिक बढ़े, इससे लेखक का स्वाभिमान बढ़ेगा। आगामी योजनाओं की जानकारी देते हुए वेद व्यास ने कहा कि राजस्थान के 33 जिलों में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अभियान चलाया जाएगा, साथ ही आपने कहा कि लेखक अकादमी से मधुमती व अन्य सरोकारों के माध्यम से अधिक से अधिक जुड़े।

मीरा पुरस्कार विजेता श्रीमती मृदुला बिहारी, जयपुर तथा डॉ. जयप्रकाश पण्ड्या ‘ज्योतिपुंज’ ने अपने आत्म-कथ्य में अपनी रचना प्रक्रिया से अवगत कराया।

राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा इस अवसर पर वर्ष 2008-09 के सर्वोच्च ‘मीरा पुरस्कार’ से अलंकृत श्रीमती मृदुला बिहारी (जयपुर) के साथ ‘सुधीन्द्र पुरस्कार’ विजेता श्री गणेशलाल गौतम (बूंदी), ‘रांगेय राघव पुरस्कार’ विजेता श्री श्याम जांगिड़ (चिड़ावा), ‘देवराज उपाध्याय’ पुरस्कार विजेता श्रीमती कृष्णा कुमारी (कोटा), ‘कन्हैयालाल सहल’ पुरस्कार विजेता श्री राधे मोहन राय (अलवर), ‘भगवान अटलानी युवा लेखन’ पुरस्कार विजेता श्री रवि पुरोहित (बीकानेर), ‘डॉ. सरला अग्रवाल लघुकथा’ पुरस्कार विजेता श्री मुकुट सक्सेना (जयपुर), ‘सुमनेश जोशी’ पुरस्कार विजेता श्री राघवेन्द्र (जयपुर), ‘शम्भूदयाल सक्सेना’ पुरस्कार विजेता श्री सुरेन्द्र अंचल (ब्यावर) के साथ-साथ ‘नवोदित’ पुरस्कार विजेता सुश्री पल्लवी गुर्जरगौड़ (श्रीनाथद्वारा), सुश्री काजल दवे (बीकानेर), श्री राजपाल सिंह शेखावत (जोधपुर) और सुश्री रंजना गोस्वामी (बूंदी) को सम्मानित किया। कार्यक्रम में वर्ष 2010-11 के सर्वोच्च ‘मीरा’ पुरस्कार से डॉ. जयप्रकाश पंड्या ‘ज्योतिपुंज’ (उदयपुर) के साथ ‘सुधीन्द्र’ पुरस्कार विजेता श्री गोविन्द माथुर (जयपुर), ‘देवीलाल सामर’ पुरस्कार विजेता श्री हरीश बी. शर्मा (बीकानेर), ‘देवराज उपाध्याय’ पुरस्कार विजेता प्रो0 मोहनकृष्ण बोहरा (जोधपुर), ‘कन्हैयालाल सहल’ पुरस्कार विजेता श्री नन्दकिशोर चतुर्वेदी (चित्तौड़गढ़), ‘सुमनेश जोशी’ पुरस्कार विजेता श्री ओम नागर (कोटा), ‘शम्भूदयाल सक्सेना’ पुरस्कार विजेता डॉ. शम्भुनाथ तिवारी (भीलवाड़ा) के साथ-साथ ‘नवोदित’ पुरस्कार विजेता सुश्री अनीता गोदारा (सुजानगढ़), सुश्री पल्लवी शर्मा (उदयपुर), सुश्री वर्षा प्रजापत (सुजानगढ़) और श्री अर्णिम माथुर (कोटा) को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शकुन्तला सरूपरिया ने किया तथा धन्यवाद अकादमी सचिव डॉ. प्रमोद भट्ट द्वारा ज्ञापित किया गया।