वर्ल्ड क्लास महाराजा उदयपुर में

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उदयपुर वर्ल्ड क्लास महाराजा डेक्कन ओडिसी चार्टर ट्रेन आज दिन में करीब एक बजे उदयपुर आई , खास मेहमानों के लिए आरक्षित इस ट्रेन में हाई सिक्योरिटी और विशेष सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम होते हे , 10 घंटे रुकने के बाद यह ट्रेन जयपुर के लिए रवाना होगी , इस ट्रेन में रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार सुरक्षा के खास इंतजाम होते हे ट्रेन में मेहमानों के पास नामित कर्मचारी ही जा सकते हे , आये मेहमानों ने लेकसिटी के प्रमुख स्थलों का दोरा किया और लेकसिटी की खूबसूरती के कायल होगये झीले देख के हर मेहमानों के चेहरे खिल उठे ,

एक नज़ारा जन्नत सा

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उदयपुर पे कुदरत कुछ ऐसी मेहरबान हुई के इनदिनों यहाँ
जन्नत की झलक दिखती हे .
 नीमच माता से फतहसागर को देख कर लगता हे की
आखिर क्यों न हो ये वर्ल्ड की न. 1 सिटी

नमस्कार, मै हूँ आतंकवाद

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नमस्कार, मै हूँ आतंकवाद

दोस्तों, सड़क से लेकर संसद तक और मंदिर से लेकर मस्जिद तक अपनी कार्यकुशलता का प्रमाण दिया हे,जिससे आप सभी भारत वासी मेरा नाम आतंकवाद और काम धमाका से वाकिफ होंगे |

देखिये में भी आप की तरह एक भोला-भाला, सीधा-साधा इन्सान हूँ,मेरी कोई जाती नहीं, मेरा कोई धर्म-ईमान नहीं, और न ही इस दुनिया मे मेरा कोई दोस्त या दुश्मन हे | मुझे तो मेरे जीने का मकसद और मंजिल का पता भी नहीं , मेरे दिमाग में तो सिर्फ नफरत के अंगारे और दिल में बदले की आग भरी गयी हे , जिसे शांत करने के लिए मुझे भारत की धरती पर भेजा जाता हे |

आपके भारत की सरकार मेरे बारे में अच्छी तरह से सबकुछ जानती हे कि भारत की धरती पर मुझे किसने और क्यूँ भेजा हे, मुझे इस काम का प्रशिक्षण किसने और कहाँ दिया हे और मेरा खर्च कौन वहन करता हे लेकिन फिर भी भारत की सरकार मोन रहती हे और मेरा विरोध नहीं करती |

यह सत्य हे की भारत की जनता मेरे नाम से डरती हे , लेकिन में आप को बता देना चाहता हूँ कि मै एक कायर और डरपोक इंसान हूँ इसीलिए तो में चोरी छिपे अपने काम को अंजाम देता हु और कई बार तो अंजाम देने के बाद पकडे जाने के डर से अपने आप को भी वहीँ पर समाप्त कर देता हूँ |

मुझे भारत में जहाँ भी अपने काम को अंजाम देने का आदेश मिलता हे में वहां जाता हूँ और कुछ ही दिन में योजना पूर्वक वहां के भोले-भाले लोगों को अपना दोस्त बना लेता हूँ या किसी को लालच देकर या मजहब के नाम पर उन्हें अपने साथ जोड़ लेता हूँ , फिर क्या उनके शहर में, उनकी ही मदद से धमाका कर देता हूँ |

धमाका होते ही वहां अफरा-तफरी मच जाती हे, सायरन बजते हे, पुलिस आती हे, जनता इधर उधर दोड़ती हे, इतने में फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस आजाती हे | भारी शोर-शराबे और भगदड़ के बिच घायलों को बकरे की तरह एम्बुलेंस में भर कर अस्पताल पहुंचाते हे उसके बाद चारों तरफ पुलिस का घेरा और घटना स्थल सीज | इतने में ही एक तरफ से दो तिन पुलिस वाले कुत्ते बिल्ली लाते हे जो इधर उधर घूमते हे और सूंघते हे तो दूसरी तरफ फोटोग्रफाए फोटो खींचते हे तो कुछ अधिकारी लोगों से पूछ-ताछ करते हे तो कोई कचरे के ढेर में मेटल की छड़ी को घुमाते हे , और ऐसे तलाशते हे मुझे, जेसे में वहीँ कहीं छिपा बेठा हूँ |

इतने में सनसनाती लाल बत्ती की गाड़ियाँ आती हे, उसमे से सफ़ेद पोश मंत्री-संत्री उतरते हे, मोके का जायजा और जानकारी लेते हे और फिर सरकार द्वारा मृतकों और घायलों को मुआवजा देने और धमाके की उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाने की घोषणा करते हे साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आश्वाशन भी देते हे और वहां से अस्पताल की और ऐसे भागते हे जेसे इन्हें ही अस्पताल जा कर घायलों का इलाज करना हो| इनके भागते ही मोके पर विपक्ष के नेता लोग आते हे और धमाके को लेकर सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा देते हे जेसे की अगर वह सत्ता में होते तो धमाका होता ही नहीं |

अरे हाँ, में तो बताना ही भूल गया की भारत का जिम्मेदार मिडिया भी तुरंत मोके पर पहुँचता हे और वहां हो रही अफरा-तफरी, दोड़ती गाड़ियाँ, भागती पुलिस, भागते लोग, खून से सनी सड़के और घायलों की मार्मिक एवं डरावनी तस्वीरों व क्षत-विक्षत शव की तस्वीरों का मोके से आँखों देखे हाल का चिल्ला-चिल्ला कर सीधा प्रसारण करता हे और भारत का मिडिया यह साबित करता हे की इनकी सरकार और ख़ुफ़िया तंत्र पूर्ण नकारा हे और वह मेरे धमाके के खोफ को भारत के गाँव-गाँव तक पहुंचा कर मिडिया मेरा मकसद भी पूरा करता हे मगर अपने चेनल को खबर के प्रसारण में न. १ बनाने के लिए पुलिस के अग्रिम कदम की जानकारी भी मुझे समय-समय पर देता रहता हे |

धीरे धीरे जनजीवन सामान्य होने लगता हे और वेसे भी भारत में एक चरितार्थ कहावत हे नयी बात नो दिन और खेंच तान तेरह दिन, बस फिर हालात जस के तस |

अब आप ही बताओ इस अँधेरी नगरी और चोपट राज में मेरे जेसा गीदड़ अपने आप को शेर क्यूँ नहीं माने |

आप को मेरे मन का दर्द बता दूँ –मेने आज तक कई बेगुनाहों का सुहाग छीना हे, कोख उजाड़ी हे, सर से साया हटाया हे और कईयों को अपाहिज किया फिर भी भारत की पुलिस, ख़ुफ़िया तंत्र और सरकार मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकी | सच्चाई यह हे के पहल तो धमाके के बाद मुझे पकड़ ही नहीं पाते और भारत के किसी राष्ट्र भक्त ने गलती से मुझे पकड़ लिया तो भी सरकार मुझे अपना दामाद मान कर जेल में रखती हे और लोकतंत्र के नाम पर कई सालो तक मुझपर मुकदमा चलता हे, तब तक मेरे साथी भारत के किसी नेता की बेटी का अपहरण करके या किसी प्लेन को हाईजेक करके सरकार के साथ सोदा करते हे और मुझे छुड़ा लेते हे| और अगर मेरे साथी किसी भी तरह मुझे नहीं छुडा पाए और मुझे फांसी की सजा हो जाये तो भी डर की बात नहीं हे क्योंकी भारत में धर्म और जाती या क्षेत्रीयता के वोट की आड़ में भारत के लोकतंत्र की मजबूत कड़ियाँ ही मेरी सजा माफ़ी में मेरा सहयोग करती हे और उसी समय भारत पर दबाव बनाने के लिए मेरे साथी एक और धमाका कर देते हे |

आप को एक राज की बात बता दू की भारत के अलावा अन्य किसी देश में धमाका करने से मुझे डर लगता हे क्यूँ की वहां की जनता और सरकार में बदले की भावना कूट-कूट कर भरी हुई हे और वह इस के लिए मुझे या मेरे मुखिया को मार कर ही दम लेते हे |

लेकिन भारत की जनता बड़ी दयालु हे, सहिष्णु हे, लेकिन सत्ता-लोलुप और लालची भी हे |

खेर जो भी हे भारत बड़ा महान हे

अतिथी संपादक – अनिल सिंघल

 

जुनून प्यार का

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नीदरलैंड की एक महिला ने अपने प्रेमी के प्यार के जुनून में एक साल के भीतर उसे 65,000 बार फोन किया. इस महिला पर प्रेमी का पीछा करने और उसे परेशान करने को लेकर कार्रवाई की जा रही है और ज़ाहिर है वो इससे खुश नहीं. मामला रॉटरडैम शहर का है जहां एक व्यक्ति ने लगातार मिल रहे फोन, ईमेल और मोबाइल संदेशों से परेशान होकर पुलिस से संपर्क किया. जांच करने पर 42 वर्षीय एक महिला के घर छापा मारा गया जहां से कई मोबाइल फोन बरामद हुए. इन सभी फोन से केवल एक ही नंबर पर फोन किया गया था. बीबीसी संवाददाता एना हूलीगन के मुताबिक इस महिला पर अपने पुरुष मित्र के इस फोन नंबर पर 65,000 बार फोन करने का आरोप है.

हर दिन 178 बार फोन

इस महिला ने पिछले एक साल में अपने मित्र को हर दिन 178 बार फोन किया यानि लगभग 7 फोन-कॉल हर घंटे. हालांकि जिस व्यक्ति को यह महिला अपना पुरुष-मित्र बता रही है उनका कहना है कि इस महिला के साथ उनका कोई भावनात्मक या शारीरिक संबंध नहीं. इस मामले में शुरुआती कार्रवाई के तौर पर महिला को हिरासत में लेकर उन्हें हिदायत दी गई वो इस तरह फोन न करें लेकिन अदालत से बाहर आने के कुछ ही घंटों बाद इस महिला ने फिर उसी नंबर पर फोन करना शुरु कर दिया. मामला अब फिर अदालत में है और दोनों पक्ष न्याय की उम्मीद कर रहे हैं

सो. -बी.बी.सी.

आतंरिक सुन्दरता की जीत सारे ब्रह्माण्ड ने मनाई

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“God का शुक्रिया, जिस तरह God ने मुझे बनाया हे, उस से में काफी प्रसन्न हु और कुछ भी बदलना नहीं चाहूंगी. मैं खुद को आतंरिक सुन्दरता वाली महिला मानती हु. मुझे परिवार से काफी अच्छे संस्कार मिले हैं जिनका में बाकि जीवन अनुसरण करना चाहूंगी”.

ये कहना था मिस यूनिवर्स 2011 का ताज जीतने वाली अंगोला की लीला लोपेज़ का. १२ सितम्बर २०११ की रात को मिस यूनिवर्स के रंगा रंग कार्यक्रम में जब लीना से पुछा गया के अगर उनको मौका मिला तो वो कौनसी शारीरिक विशेहता को बदलना चाहेंगी, तब उन्होंने साबित कर दिया के आज भी आतंरिक खूबसूरती ही ताज की असली हक़दार है.८८ प्रतियोगियों को कड़ी चुनौती देते हुए लीला ने विजय हासिल की और 60th मिस यूनिवर्स का खिताब जीता.

२५ वर्षीया लीला लोपेज़ जो के बिज़नस मैनेजमेंट (U .K ) की स्टुडेंट रह चुकी हैं, ब्रिटेन की अंगोला कम्युनिटी से ताल्लुक रखती हैं.

मिस यूनिवर्स होस्ट कंट्री की प्रतियोगी प्रिसिला मचदु तीसरे स्थान पे रही. दुसरे स्थान पे युक्रेन की ओलेसिया स्त्तिफेनको रही.

गौरतलब है के इस बार मिस यूनिवर्स 2011 कुछ प्रतियोगियों के आपत्तिजनक पहनावे की वजह से विवादों में रहा. ऑस्ट्रलियाई प्रतियोगी शेरी-ली बिग्स के एवेनिंग गाउन और बिकिनी के पहनावे विवादस्पद रहे.

मिस यूनिवर्स आयोजकों ने इस बार फैशन परिधानों को ले के कड़ेयमों का पालन किया जैसे बिकिनी की बनावट अश्लील न हो. ऐसे ही कुछ नियमों की वजह से भान्रतीय मिस इंडिया वासुकी भारतीय परिधान नहीं पेहें पाई. जिसका खुलासा उन्होंने ट्विट्टर पे किया.

ये हे उदयपुर मेरी जान मेरी जान

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ये शहर हे झीलों का …. यहाँ की फिजा हे निराली ,…. यहाँ पे बस
शांति शांति हे
वेनिस सा नज़ारा ,

झीलों की ये नगरी वेनिस से कम नहीं बस अगर हमारे नेता और प्रशासन थोडा सा ध्यान दे तो ये नज़ारा 12 महीने यूँ ही रहे ,

आयड़ नदी जो इनदिनों अपने योवन पर हे .

 

गुमानिया वाला नाले की नाहर जो शहर के बिच होकर गुजरती हे
गुमानिया वाला नाले की नाहर जो शहर के बिच होकर गुजरती हे

 

बारिश का कोहराम ,

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निचली बस्तियां में रहा पानी का राज ,
सभी नदी नाले आज भी उफान पर ,
घर बने तालाब ,
सीसारमा अब भी १० फिट ,
टेकरी में तीनमंजिला मकान ढहा ,
शहर कोट सहित तीन मकान ढहे
प्रशासन लाचार .

 

उदयपुर , रविवार शाम को हुई 5 इंच बारिश ने एसा कोहराम बरपाया के , निचली बस्तियों को पानी ने पूरी तरह अपने आगोश में लेलिया , उदयपुर शहर के आस पास की सारी कोलोनियो का मंजर एसा था मनो बाड़ के हालत हो , हर मकान में पानी भरा हुआ और लोग सडको और छतो पर , गोविन्द नगर , बसंत बिहार , में पूरी तरह पानी ने अपना कब्ज़ा जमाये रखा , यहाँ लोगो को आने जाने के लिए पैडल बोट का सहारा लेना पड़ा ,

इधर टेकरी इलाके में एक तिन मंजिला मकान गिर गया , सिटी स्टेशन के सामने शहर कोट के साथ तीन माकन भी ढेह गए ,

रूप सागर में जहा भूमाफियाओं ने प्लोटिंग कर रखी थी अब वहा रूप सागर ने अपना कब्जा जमा लिया हे और अब पानी का राज हे ,

प्रशासन सारी स्थिति का हर जगह जा कर जायजा ले रहा हे हे लेकिन कुछ भी करने में असमर्थ हे ,

अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी होने से बाद की स्थिति निपटने की तय्यारी में हे

उदयपुर में बाद जेसे हालत तस्वीरों की जुबानी…

गोविन्द नगर

 

 

 

  photo- kamal
kumawat

 

 

 

 

 

पानी ही पानी

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उदयपुर में भारी बारिश बाड़ जेसे हालात ,
बस्तियों में पानी घुसा .
गोवर्धन विलास , बसंत विहार कोलोनी में लोग घरो के बाहर,
आलू फेक्ट्री कच्ची बस्ती पर आज की रात कहर का साया ,
उदयसागर के 8 फिट , स्वरुप सागर के 4 फिट गेट खोले .
फतह सागर गेट पे लगा पाटिया टुटा ,
आयड़ उफान पर ,
शहर की हर सड़क पर पानी ही पानी ,
सेना को सतर्क कर दिया गया हे ,

उदयपुर , आज सुबह से रुक रुक कर बारिश का दोर चल रहा था , शाम करीब 5 बजे बादलो ने अपना रंग बदला काली घटाए आसमान पर छाई और बिजलियों की कड़ कडाहट के साथ काले घने बदलो ने उदयपुर पर बरसना शुरू किया तो देर रात तक जारी रहा , बारिश इतनी तेज थी की मात्र २ घंन्टे में 4 इंच बारिश रिकार्ड हुई , सीसारमा नदी अपनी पूरी जोर से 12 फिट बहने लगी ,

हर तरफ हर बस्ती कोलोनी में अफरा तफरी का माहोल होगया हर सड़क पे पानी ही पानी ,

गोवर्धन सागर का नाला उफान पर आया तो बसन्त बिहार कोलोनी के घरों में पानी घुस गया , लोग सडको पे आगये , इधर आलू फेक्ट्री कच्ची बस्ती के घरो में भी पानी घुस गया , बोहरा गणेश जी के आसपास के इलाके में भी पानी घुस गया , मंदीर में भी पानी ने अपना रास्ता बना लिया ,

भारी बारिश के चलते उदयसागर के गेट 8 फिट तक खोलने पड़ गए और वहा के आस पास के इलाके में बाड़ की चेतावनी देदिगयी , इधर सीसारमा 12 फिर ऊपर चल रही हे , स्वरूप सागर के गेट 4 फिट खोल दिएगये हे , गुमानिया वाला नाला की सड़क पूरी तरह से जलमग्न हे , और आवाजाही बन्द हे ,

इधर आयड़ नदी में सब तरफ से पानी की आवक होने से नदी उफान पर हे और किनारे के सभी मकानों में पानी भर गया हे ,

इनसब हालातों को देखते हुए प्रशासन ने चेतावनी देदी हे , पूरा प्रशासन अमला जहा जहा पानी भरा हे वहा लगा हुआ हे और बचाव कार्य में जुटा हे , सेना को भी सतर्क रहने की सुचना देदिगयी हे , क्यों के हर तरफ अगर पानी की आवक ऐसे ही बनी रही तो 2006 जेसे बाड़ के हालात हो सकते हे ,

उद्यापोल पर बारिश के दोरान ही एक युवक की करंट लगने से मोत होगई , वही उमरडा गाँव में एक माकन के चारो तरफ पानी भरने से 4 लोग फंस गए थे जिनमे से तिन को बचा लिया और एक को बचाने की कोशिश जारी हे

 

 

 

 

 

 

अपडेट आप की इसी पोस्ट पे जारी रहेगा सभी उदयपुर वासियों से अनुरोध हे , अपना ख्याल रखे कोई समस्या या कोई सुचना हो तो हमे जरूर बताये आप की खबर और फोटो हम यहाँ प्रकाशित करेगे , और संम्बन्धित अधिकारियो को इसकी सुचना देगे , हमारा मेल आई डी udaipurpost@gmail.com और न. 09413007662  .सुचना और फोटो भेजे   धनंयवाद

 

 

 

 

 

 

पटरियों पर दोड़ता महल उदयपुर पहुंचा

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आज सुबह सूरज की पहली किरण के साथ पटरियों दोड़ता हुआ महल उदयपुर आ पहुचा

 

शाही रेलगाड़ी सुबह आज उदयपुर पहुची, रेलगाड़ी में 80 देसी विदेशी पर्यटक थे,इनके स्वागत में रेलवे स्टाफ , पर्यटन विभाग और उदयपुर के होटल एसोशिएसन , सिटी स्टेशन पर फूलमालाए लिए खड़े थे सुबह करीब 7.30 बजे सभी पर्यटक रेलगाड़ी के बहार निकले , और झीलों की नगरी जो इनदिनों स्वर्ग सी लगने लगी हे, को निहारने निकल गए दिन भर में इन्होने लबालब झीलों के नज़ारे देखे सिटी पैलेस गए , बागोर की हवेली देखि , और इतना खुबसूरत शहर देख सब मन्त्र मुग्ध हो गए , पर्यटकों में कुछ देसी पर्यटक भी थे

 

‘ख़ुफ़िया तंत्र की मज़बूती सबसे ज़रूरी’

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प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आतंकवाद और वामपंथी चरमपंथ देश के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गयी है.

शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रीय एकता परिषद की 15 वीं बैठक को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए देश की ख़ुफ़िया प्रणाली को मज़बूत बनाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को और सशक्त बनाने की ज़रूरत है. हाल के दिल्ली धमाकों पर उन्होंने कहा कि भारत एक बार फिर से हमलों का निशाना बना है.इन धमाकों ने दिखा दिया हैं कि ख़ुफ़िया तंत्र में कमी से किसी तरह का समझौता नही किया जा सकता.

आतंकवाद और वामपंथी चरमपंथ

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में कुछ पड़ोसी देशों ने हमारी खूब मदद की है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हमें लगातार ख़ुफ़िया तंत्र को बेहतर और मज़बूत बनाना होगा ताकि वो बेहतर तालमेल के साथ सूचनाओं को एकत्र करके उनका आदान प्रदान कर सकें.

साथ ही आतंकवादियों और नक्सल वादियों के द्वारा इस्तेमाल की जा रही नई तकनीकि और तरीकों से भी निपटा जा सके.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जांच एजेंसियां किसी भी तरह के पक्षपात से मुक्त हों.

तीन साल बाद हो रही इस बैठक में एनआईसी में 147 सदस्य शामिल हो रहे हैं.

इनमें केंद्रीय मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनीतिक दलों के नेता और बिजनेस, मीडिया एवं अन्य सामाजिक क्षेत्रों की हस्तियां भी शामिल हैं.