गरीब महिलाओं की बच्चियों की शादियों में आर्थिक मदद करेगी रोटरी मींरा

उदयपुर रोटरी क्लब मींरा इस वर्ष मुख्य रूप से गांवों में बाल विवाह प्रथा रोकने के लिये टीमें गठित की गई है। यह कार्यक्रम प्रशासन एंव मीडिया के सहयेाग से आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा बीपीएल महिलाओं की बच्चियों की शादियों में आवश्यकतानुसार आर्थिक मदद करेगी।

क्लब की नवनिर्वाचित अध्यक्ष कविता मोदी ने आज रोटरी बजाज भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि क्लब इस वर्ष महिलाओं के लिये रोजगार हेतु सिलाई,मेहंदी एंव कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होनें बताया कि युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करने हेतु आगामी स्वतन्त्रता दिवस पर राष्ट्रभक्ति गीत प्रतियोगिता आयोजित करने का प्रस्ताव है। जिसमें विजेताओं को पुरूस्कृत किया जायेगा।

सचिव कामिनी सेठी ने बताया कि क्लब इस वर्ष सलूम्बर में महिलाओं के लिये नये क्लब की स्थापना की जायेगी। वहंा के राजकीय विद्यालय में हॉल या दो कमरे का निर्माण कराया जाएगा। क्लब द्वारा इस वर्ष ओपन गेम्स प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। क्लब ट्रेनर मधु सरीन ने बताया कि इस वर्ष क्लब महेशाश्रम में बच्चों के लिये विभिन्न प्रकार की आश्यक सामग्रियां प्रदान की जाएगी। इसके अलावा महिलाओं व बालिकाओं के लिये स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सुरज शर्मा,कुसुम मेहता,सहायक प्रान्तपाल स्वर्णा गर्ग,ममता धुपिया,निर्मल सेठी,स्नेहलता साबला सहित अनेक सदस्याएं उपस्थित थी।

तीन गांवों में भालु का आतंक

राजसमंद, जिले के देवगढ थाना क्षेत्र के कीटो का बाडिया, नारायणजी का बीडा एवं चरडियो का बाडिया गांव में सोमवार सुबह एक भालु के घुस आने से ग्रामीण भयाक्रांत हो गए। भालु ने तीनों गांवों में आतंक मचाते हुए दो वृद्घा सहित चार लोगों को जख्मी कर दिया। वहीं मवेशियों के भी पीछे दौड कर एक बकरे को घायल कर दिया।

सूचना के अनुसार सुबह करीब छह बजे नारायणजी का बीडा गांव में घुस आया और वहां से गुजर रही धापू देवी पत्नी गोपाराम पर हमला कर दिया। हमले से धापू का कंधा बुरी तरह से जख्मी हो गया। धापू देवी के चीखने पर अन्य लोग मौके पर पहुंचे इसी बीच भालु मौके से भाग छूटा। बाद में भालु ने कीटो का बाडिया मार्ग पर नैनसिंह की बायें पैर को चबा डाला और वहां से भाग छूटा। भालु ने चरेडियो का बाडिया गांव में नौलसिंह तथा उमी कुंवर पर भी हमला किया जिससे दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। भालु द्वारा एक के बाद एक व्यक्ति को घायल करने की घटना पर ग्रामीण भयाक्रांत हो गए और भालु की तलाश में निकल पडे। बताया गया बाद में भालु चरडियो का बाडिया गांव में एक मकान में घुस गया और बकरे पर हमला कर उसे घायल कर दिया। वहीं चरागाह की ओर जा रही गायों के पीछे भी दौडा लेकिन वह किसी भी मवेशी को नुकसान नहीं पहुंचाया पाया। बाद में वह जंगल क्षेत्र की ओर निकल गया। इधर सूचना मिलने पर आपातकालीन सेवा १०.८ के चिकित्साकर्मी व पायलेट मौके पर पहुंचे और घायलों को देवगढ चिकित्सालय पहुंचाया। वहीं वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और भालु के फुटमार्क के आधार पर उसकी तलाश शुरू कर दी।

यहाँ डॉक्टर इलाज़ नहीं, गुंडागर्दी करते है

उदयपुर , महाराणा भूपाल चिकित्सालय के रेजिडेंट डॉक्टर इलाज़ करे या न करे लेकिन मरीजों के साथ गुंडा गर्दी और मारपीट इनके लिए आम बात है । हर रोज़ किसी न किसी वार्ड में किसी मरीज और उनके परिजनों के साथ मारपीट की जाती है । उदयपुर की जनता भी चुप है , सीनियर डॉक्टर भी चुप संगठन भी कुछ नह नहीं बोलते , और अब तो नोबत ये आगई है की कवरेज करने के लिए मिडिया कर्मी जाए जो उनसे भी गाली गलोच और मारपीट पर उतारू हो जाते है । एसा लगता है मानो महाराणा भूपाल मेडिकल कोलेज में डॉक्टरी नहीं पढाई जाती बल्कि गुंडागर्दी सिखाई जाती है । और इसी गुंडा गर्दी के चलते यहाँ आने वाले मरीज खोफ जदा है । अगर कोई मरीज या उनके परिजन विरोध दर्ज करते है या पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करते है तो ये रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर उतरने की धमकी देते है । सरकार .पुलिस प्रशासन चुप है हॉस्पिटल प्रशासन इनकी गुंडागर्दी को बढावा दे रहा है ।

रविवार की रात भी रेजिडेंट डॉक्टर ने अपनी माँ का इलाज करने आये युवक से जम कर मारपीट की उसकी उंगलिया और कान चबा खाया उसको घसीट कर रूम में ले जाने का प्रयास करने लगे यहाँ तक की उसकी पत्नी को भी चांटा मारा बीमार माँ को भी धक्का दिया और इतनी गुंडागर्दी करने के बाद फिर हड़ताल की धमकी ।

इस घटना को कवर करने गए मिडिया वालों से भी मारपीट पर उतर आये ।

आखिर कब तक इन रेजिडेंट डॉक्टर की ये गुंडागर्दी चलती रहेगी और ये इलाज करने के बजाये मरीजों और उनके परिजनों से मारपीट करते रहेगे ।

’’रेव बनाम रैन’’पार्टी में नग्नता की हदें पार


पार्टी में भोर तक हुआ अश्लीलता का प्रदर्शन

पुलिस निभाती रही ’रसूख’

उदयपुर, शहर के समीप बडी गांव में स्थित रॉयल रिट्री रिसोर्ट में शनिवार को आयोजित ’’रेव बनाम रैन’’ पार्टी के नाम पर युवाओं के समक्ष अश्लीलता का भौंडा प्रदर्शन हुआ। नियमो कें विपरित हो रहे इस आयोजन का कवरेज कर रहे पत्रकारों एवं कैमरा मेन को आयोजकों के गुर्गो ने बंधक बनाकर पीटा और कैमरे छीन लिए। यह सब वहां तैनात पुलिस के सामने हुआ लेकिन रिसोर्ट के मालिक का राज्य के पूर्व गृहमंत्री निकटवर्ती होने के कारण पुलिस मौन दर्शक बनी रही।

शनिवार को समीप ब$डी गांव में स्थित रॉयल रिट्रीट रिसोर्ट में डांस पार्टी एक्वा २.० आयोजित हुई। पार्टी रॉयल रिट्रीट के हेमन्त पेरिवाल और सौरभ आर्य ने आयोजित की थी और पार्टी में शहर एवं बाहर से आये करीब एक हजार युवा थे पार्टी शुरू हुई डीजे की धुनों पर जो कि जैसे जैसे रात बढती गयी शराब बंटती गई युवा कृत्रिम बारिश में भीगते रहे और पार्टी अपनी बेशर्मी और नग्नता पर उतर आयी। उदयपुर के इतिहास में इतनी देर रात तक चलने वाली पार्टी पहले कभी नहीं हुई। और यही इतिहास गवाह है कि इतनी अश्लील और बेशर्मी से भरी पार्टी भी कभी नहीं हुई। शुरू हुई हुई रैन पार्टी जो चंद घंटो ें रेव पार्टी में बदल गयी युवतियों ने शर्म का गहना उतार पैं*का और स्वीमिंग पुल में सारी भारतीय संस्कृति और मर्यादाओं को डुबाते हुए बेशर्मी की हदे पार करती चली गयी।

मेहमान के तौर पर बुलाये गये मीडिया कर्मियों से जब यह अश्लीलता भरा नंगा नाच नहीं देखा गया तो वे सारी गतिविधियां अपने कैमरे में रिकार्ड करने लगे जिन्हे पार्टी के आयोजक हेमन्त पेरिवाल और सौरभ ने सिक्युरिटी गार्ड (बाउन्सर्स) के साथ आकर अश्लीलता कवर कर रहे सभी मीडियाकर्मियों के कैमरे छीन लिये और उन्हे बंधक बना कर पिटाई शुरू कर दी और यह सब वहां तैनात पुलिस के सामने हुआ। पत्रकार चिल्ला चिल्ला कर अपने लापता साथियों के बारे में पुलिस से ढुंढने की गुहार कर रहे थे। लेकिन पुलिस रिसोर्ट मालिक की ’’चाकरी’’ कर रही थी।

रिसोर्ट पर तैनात पुलिस की निष्क्रियता से खिन्ना पत्रकार सीधे आईजी टीसी डामोर के आवास पर पहुंचे और घटना की जानकारी दी। बताया जाता है कि रिसोर्ट पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान में स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल के नजदीक व्यत्ति* का होने के कारण पुलिस ने एक्शन लेने में ढिलाई बरती। यहां तक कि एक न्यूज चैनल का एक कैमरामेन को पार्टी के आयाजकों ने घंटो तक बंधक नाये रखो जिसको करीब ढाई घंटे बाद छु$डवाया। मीडियाकर्मियों ने रात में आईजी टीसी डामोर के घर जाकर घटना की जानकारी देने पर पुलिस हरकत में आई।

सुबह नाई थाने में मीडियाकर्मियों ने हेमंत पेरिवाल और सौरभ आर्य के खिलाप* मामला दर्ज करवाया। थाने में एडीसम (सिटी) यासीन पठान तथा एडीशनमल एसपी कालुराम रावत पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाप* कार्यवाही की जायेगी। पुलिस की मध्यस्थता से शाम चार बजे आरोपियों ने कैमरे लौटाए लेकिन उनमें से कवर किए गए पू*टेज नष्ट कर दिए गए। जिन पर मीडियाकर्मियों ने आक्रोश जताते हुए कार्यवाही की मांग की।

पार्टी की बेशर्मी और नग्नता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्वमीङ्क्षग पुल में एक-एक ल$डकी को चार-पांच युवा पक$डकर खींच रहे थे और अश्लील हरकतें कर रहे थे। जिसकी उन युवतियों को भी आपत्ति नहीं थी। सूत्रों के अनुसार पार्टी में मनोरंजन के लिये बार-बालाओं को बुलाया गया था। एडीएम सिटी यासीन पठान ने पार्टी के प्रशासनिक स्तर पर जांच के आदेश दिये है।

पुलिस थाने में आने वाले हर व्यक्ति की संवेदना समझे

उदयपुर । गृह राज्यमंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने पुलिस थाने मे आने वाले हर आम आदमी के दर्द एवं संवेदना को समझते हुये उसे त्वरित गति से कार्रवाई कर कानून की सीमा के अंदर न्याय दिलाने का प्रयास करें।

बेनीवाल आज शाम उदयपुर जिले के गोगुन्दा थाना के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे१ उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह अनपढ भी हो उसे को अपनी बात रखने का हक है, पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उसकी बात सुनकर आमजन में पुलिस एवं थाने की छवि को सुधारेंी

बेनीवाल ने आह्वान किया कि पुलिसकर्मी थाने मे न्याय की गुहार की उम्मीद को लेकर आने वाले हर व्यक्ति के लिए जी जान लगा दे औ र थाने का वातावरण को बेहतर से बेहतरीन बनाने के लिए काम करे तभी सही मायने मे उनका यहां आना सार्थक होगा१

बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार ने पुलिस विभाग में न.न सिर्फ आर्थिक राशि दिलायी बल्कि पुलिसकर्मियों की नफरी की राशि भी बढाई है१ उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कांस्टेबल एवं बीट कांस्टेबल को विशेष प्रशिक्षण देकर उसे पुलिस मित्र बनाकर जनता के सामने लाने का प्रयास किया जायेगा१ इससे वह जनता का पथ प्रदर्शक बन सके*। समारोह की अध्यक्षता करते हुये श्रम एवं नियोजन मंत्री मांगीलाल गरासिया ने कहा कि थाने में पुलिस की छवि एवं कार्यशैली एसी होनी चाहिये कि न्याय के लिए आने वाले हर व्यक्ति की निष्पक्ष के साथ सुनवाई हो और अपराधिक छवि वाले लोगों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई करने में भी कौताही नहीं बरती जाय।

इस अवसर पर सांसद रघीवीरसिंह मीणा, जिला प्रमूख मधु मेहता, देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष लालसिंह झाला, पुलिस महानिरीक्षक टी सी डामोर, जिला पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाद शर्मा साहित विभिन्न अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे । बेनीवाल ने इस अवसर पर चाटियाखेडी ग्राम पंचायत मे भारत निर्माण राजीवगांधी सेवा केन्द्र का भी उद्घाटन किया।

 

’लाजवेब’ का शुभारंभ

उदयपुर, । शहर के पंचवटी स्थित आर.के. मॉल में अत्याधुनिक कम्प्यूटर सॉप*टवेयर तथा वेब डिजायनिंग के नये कार्यालय ’लाज वेब’ का उद्घाटन शुक्रवार को यूसीसीआई की उपाध्यक्ष श्रीमती अंशु कोठारी तथा बीई एवं बीटीटीएस पिलानी के ट्रस्टी व निदेशक आर.एस. व्यास द्वारा किया गया।

कोठारी ग्रु्रप के प्रबंध निदेशक कोमल कोठारी व राजू कोठारी के नेतृत्व में मंसूर अली ने अपनी इस कंपनी का शुभारंभ किया। इस कंपनी में अत्याधुनिक तकनीकी से सुसज्जित कस्टमाइज सॉप*टवेयर एप्लीकेशन, ई-कॉमर्स सोल्युशन, ई-मार्केटिंग, कंपनी ब्रांडिंग, ग्रापि*क डिजाइनिंग, डवलपमेंट तथा प्रिंट मीडिया से संबंधित सभी कार्य किए जाएंगे।

बोल बच्चन – एक्शन विथ कोमेडी

फिल्म समीक्षा

निर्माता : अजय देवगन, श्री अष्टविनायक फिल्म्स

निर्देशक : रोहित शेटटी

गीत : शब्बीर अहमद, फरहाद साजिद

संगीत : हिमेश रेशमिया, अजय अतुल

कलाकार : अजय देवगन, अभिषेक बच्चन, असिन, प्राची देसाई, अर्चना पूरणसिंह, असरानी, कृष्णा अभिषेक और गेस्ट रोल में अमिताभ बच्चन

तिन घंटे फूल इंटरटेनमेंट मनोरंजन का पूरा मसाला अभिषेक का गोलमाल और अजय देवगन की अंग्रेजी ने पूरी फिल्म में समां बंधे रखा है । बोल बच्चन रोहित शेट्टी की फिल्म है जहां आपको सिवाय हंसने के और कुछ नहीं मिल सकता है। ऋषिकेश मुखर्जी की गोलमाल से प्रेरित होकर बनाई गई यह फिल्म हंसी का फव्वारा है, लेकिन ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म के सामने फीकी है। इसके बावजूद अपने चिरपरिचित अंदाज में रोहित ने इसमें हर वो मसाला डाला है जिसके लिए वे जाने जाते हैं। दर्शक फिल्म देखता है, हंसता है, दिल खोलकर हंसता है और जरूरत पडने पर जोर के ठहाके भी लगाता है।

 

रोहित शेट्टी की फिल्म बोल बच्चन उनकी पुरान हास्य प्रधान फिल्मों की कडी में हैं। इस बार उन्होंने गोलमाल का नमक डालकर इसे और अधिक हंसीदार बना दिया है। बेरोजगार अब्बास अपनी बहन सानिया के साथ पिता के दोस्त शास्त्री के साथ उनके गांव रणकपुर चला जाता है। पितातुल्य शास्त्री ने आश्वस्त किया है कि पृथ्वीराज रघुवंशी उसे जरूर काम पर रख लेंगे। गांव में पृथ्वीराज रघुवंशी को पहलवानी के साथ-साथ अंग्रेजी बोलने का शौक है। उन्हें झूठ से सख्त नफरत है।

 

घटनाएं कुछ ऎसी घटती हैं कि अब्बास का नाम अभिषेक बच्चन बता दिया जाता है। इस नाम के लिए एक झूठी कहानी गढी जाती है और फिर उसके मुताबिक नए किरदार जुडते चले जाते हैं। गांव की अफलातून नौटंकी कंपनी में शास्त्री का बेटा रवि नया प्रयोग कर रहा है। वह गोलमाल फिल्म का नाट्य रूपांतर पेश कर रहा है। फिल्म के एक दृश्य में टीवी पर आ रही गोलमाल भी दिखाई जाती है। एक ही व्यक्ति को दो नामों और पहचान से पेश करने में ही गोलमाल की तरह बोल बच्चन का हास्य निहित है। रोहित के साथ लगातार आठवीं फिल्म में काम कर रहे अजय देवगन का अभिनय जहाँ बेहद लाउड रहा है वहीं अभिषेक बच्चन ने अपनी अदाकारी से बॉलीवुड और उन दर्शकों के मुंह पर ताला लगाने में कामयाबी पायी है जो यह कहते हैं कि उन्हें अभिनय नहीं आता। इस फिल्म को देखते हुए उनकी दोस्ताना की याद जरूर आती है। कामेडी दृश्यों में उनकी टाइमिंग गजब की है। रोहित और अभिषेक का साथ कुछ वैसा ही नजर आया जैसा कभी डेविड धवन और गोविन्दा का हुआ करता था। फिल्म में असिन और प्राची दो नायिकाएँ हैं लेकिन उनके करने के लिए कुछ नहीं है।

फिल्म पूर्ण रूप से पुरुष प्रधान हे महिला पात्रों में अर्चना पूरण सिंह ने अपनी चाप छोड़ी हे कृष्ण कोमेडी सर्कस की फ्रेम से बहार नहीं निकल पाए । एक्शन द्रश्य बहुत प्रभावी है ।

लगभग पौने तीन घंटे लम्बी इस फिल्म में अभिषेक बच्चन का पात्र मध्यान्तर के बाद दर्शकों पर अपनी गहरी छाप छोडता है।अजय देवगन हमेशा की तरह अछे अभिनय के साथ फिल्म में नज़र आये है ।उनकी अंग्रेजी की चीरफाड दर्शकों को बेसाख्ता हंसने पर मजबूर करती है। लेखक और निर्देशक ने यह सावधानी जरूर रखी है कि हंसी की लहरें थोडी-थोडी देर में आती रहें। कभी-कभी हंसी की ऊंची लहर आती है तो दर्शक भी खिलखिलाहट से भीग जाते हैं। चुटीली पंक्तियां और पृथ्वीराज रघुवंशी की अंग्रेजी हंसी के फव्वारों की तरह काम करती हैं। ऎसे संवाद बोलते समय सभी कलाकारों की टाइमिंग और तालमेल उल्लेखनीय है। खासकर गलत अंग्रेजी बोलते समय अजय देवगन का विश्वास देखने लायक है।

 

फिल्म का छांयाकन उम्दा है। कैमरामैन ने फिल्म के स्वभाव के मुताबिक पर्दे पर चटख रंग बिखेरे हैं। एक्शन दृश्यों और हवेली के विहंगम दृश्यों में उनकी काबिलियत झलकती है। हिमेश रेशमिया और अजय अतुल द्वारा दिये गये संगीत में सिर्फ दो ही गीत बोल बोल बच्चन और चलाओ ना नैनों के बाण रे दर्शकों की कसौटी पर खरे उतरते हैं।

उदयपुर के पीवीआर की प्रथम वर्षगांठ मनाई

उदयपुर, उदयपुर का पीवीआर फिल्मप्रेमियों के लिये सिनेजगत की उत्कृष्ट उपलब्धि है। इस मल्टीप्लेक्स में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ भरपूर मनोरंजन की व्यवस्थाएं दर्शकों को इसकी और आकर्षित करती हैं। यह बात लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने शुक्रवार को पीवीआर की प्रथम वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने पीवीआर के सार्थक प्रयासों की सरहाना करते हुए कहा कि यहां एक साथ भारतीय एवं विदेशी फिल्मों के उच्चस्तरीय प्रदर्शन से दर्शकों को अनूठे आनंद की अनुभूति होती है। इस मौके पर लक्ष्यराजसिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और पीवीआर के जनरल मैनेजर विनित विर्दी सहित सभी पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं दर्शकों के साथ केक काटा। उन्होंने लक्की विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।

कलेक्ट्रेट परिसर में रोज रात जमती है शराबीयों की महफिल

रोज सवेरे कचरे के ढेर में मिलती है शराब की बोतलें

उदयपुर, । शहर की सबसे सुरक्षित परिसर कलेक्ट्री में रोज सुबह कचरे के ढेर में शराब की बोतलें पडी होती है जिससे लगता है कि या तो कलेक्ट्री परिसर शराबियों का अड्डा बन गया है या पि*र यहां रात में पहरा देने वाले ही कलेक्ट्री में महफिल जमा रहे है।

सुबह की रौनक देखके रात को महफिल की रंगीनियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। इध बात को चरितार्थ करता है सरकारी कर्मचारी द्वारा इकठ्ठा किया हुआ कलेक्ट्री परिसर का कचरा, जिसमें शराब और बीयर की बोतलों का ढेर प$डा मिलता है। इन शराब की बोतलों के ढेर से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि या तो शहर के शराबियों ने कलेक्ट्री परिसर को महपि*ल जमाने की सुरक्षित जगह बना ली है जहां कोई रोक टोक करने वाला नहीं और जो विभाग (पुलिस-प्रशासन) पूरे शहर में रात १० बजे बाद शराबियों को धरकप$ड करते है उन्हीं के परिसर में शराबी सुरक्षित है। धमाल मचा रहे है या पि*र कलेक्ट्री परिसर के गार्ड पुलिस की मिलीभगत से शराब की महपि*ले जम रही है या पि*र खुद गार्ड और परिसर में तैनात पुलिसकर्मी आराम से कलेक्ट्री में महपि*ले जमा रहे है और शराब की बोतलें ऐसे ही पैं*क रहे है। ये बोतलें सुबह एसपी ऑपि*स के पीछे, आईजी ऑपि*स के पास, कलेक्ट्रर ऑपिुस के पीछे हर जगह ये बोतलें बिखरी प$डी मिलेगी और खुद रात की महपि*ल को बयां करेगी।

जिले में नये राशनकार्ड बनाने का अभियान कल से

जानिये केसे बनेगे नए राशन कार्ड

मतदाता सूची एवं बीपीएल सूची होंगे आधार

६ से १५ जुलाई तक भरे जायेंगे आवेदन

उदयपुर, । जिले में नये राशनकार्ड बनाने का अभियान ६ से १५ जुलाई तक चलाया जायेगा। इस अवधि में राशनकार्ड बनाने के लिए आवेदन भरे जायेंगे। राशनकार्ड बनाने के लिए मतदाता सूची में नाम और बीपीएल सूची को आधार बनाया जायेगा। यह जानकारी बुधवार को जिला कलक्टर हेमन्त कुमार गेरा ने नये राशनकार्ड बनाने को लेकर आर.एन.टी.मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए दी।

अभियान के तहत ५ जुलाई को प्राधिकृत अधिकारियों(विकास अधिकारी) द्वारा पर्यवेक्षकों को आवेदन पत्र एवं अन्य सामग्री वितरित की जायेगी। इसके उपरान्त पर्यवेक्षकों द्वारा प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया जाकर ६ जुलाई से घर-घर आवेदन पत्र वितरण का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।

भरे हुए आवेदन पत्र १५ जुलाई तक प्राप्त किये जायेंगे तथा ३० जुलाई तक कम्प्यूटर एजेन्सी से जिला कलक्टर द्वारा अनुबंध कराकर कार्यादेश दिये जायेंगे। आवेदन पत्र १० अगस्त तक आवेदन पत्र कम्प्यूटर एजेन्सियों को प्राधिकृत अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराये जायेंगे तथा एजेन्सी द्वारा कम्प्यूटराइज्ड राशनकार्ड एक सितम्बर तक तैयार किये जायेंगे। इसके उपरान्त १५ अक्टूबर तक राशनकार्ड,यूनिट रजिस्टर व वितरण सूचियां तैयार की जाकर राशनकार्डों का वितरण १५ नवम्बर तक सूनिश्चित किया जायेगा।

जिला कलक्टर ने कहा कि बीपीएल की ऑनलाइन सूची से आवेदक का मिलान करने एवं पुराना राशनकार्ड देखकर ही नये राशनकार्ड के लिए आवेदन पत्र दिया जावे जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता होने की स्थिति नहीं बने। आवेदन भरवाते समय एकल परिवार अथवा तीन जनों से कम संख्या के प्रकरणों में विशेष रूप से ध्यान रखा जावे।

जिला कलक्टर ने कहा कि फर्जी राशनकार्ड अथवा बीपीएल दर्ज होने का सम्पूर्ण दायित्व प्रगणक का होगा। उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अभियान कार्य की सतत् रूप से मॉनिटरिंग करें। उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी प्रगणक पंजिका की समय-समय पर स्वयं जांॅच करें और उस पर मय दिनांक हस्ताक्षर करें। जॉच का उल्लेख वे अपनी वर्कबुक में भी करेंगे जिसे कभी भी उच्च स्तरीय अधिकारियों द्वारा देखा जा सकेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनियमितता की स्थिति में संबंधित कार्मिक को निलम्बित करने का अधिकार भी उपखण्ड अधिकारी को होंगा।

उन्होंने कहा कि जनसंख्या अनुपात में (पॉपुलेशन राशनकार्ड रेशो) आवेदन वितरण कार्य होगा। जहां ज्यादा राशनकार्ड वितरण के प्रकरण हो वहां प्रत्येक राशनकार्ड की यूनिट के आधार पर जॉच की जाएगी।

उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान संभागियों की भ्रांतियों का निराकरण करते हुए कहा कि बीपीएल परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में उसकी पत्नी अथवा बडे पुत्र के नाम कार्ड दर्ज होगा। शादी होने पर बेटी का नाम स्वत: ही कार्ड से हटा दिया जायेगा जबकि बेटे की शादी की स्थिति में उसकी पत्नी व बच्चों के नाम जोडे जा सकेंगे। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति बीपीएल कार्ड से अलग होकर पृथक यूनिट के रूप में कार्ड बनाना चाहता है तो वह एपीएल के रूप में ही आवेदन कर सकेगा। पिता की मृत्यु की स्थिति में उसके दो बेटों में बॅटवारा होता है तो उनके दो कार्ड नहीं बनेंगे। यदि वे बीपीएल का लाभ उठाना चाहते हंै तो कार्ड बडे पुत्र के नाम रहकर दूसरे का नाम भी उसीमें दर्ज होगा। यदि छोटा पुत्र अलग कार्ड बनवाता है तो वह एपीएल के योग्य होकर बीपीएल के लाभों से वंचित रहेगा।

शुल्क एक रुपया : प्रत्येक श्रेणी के आवेदक को नया राशनकार्ड बनाने के लिए एक रुपया शुल्क देना होगा। एक रुपया चुकाकर आवेदन पत्र प्राप्त किया जा सकेगा। इसी प्रकार एपीएल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड के लिए १० रुपये शुल्क देना होगा जबकि गैर एपीएल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड नि:शुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे।

सफेद गुलाबी होंगे आवेदन पत्र : नये राशनकार्ड बनाने के लिए आवेदन पत्र सफेद और गुलाबी दो रंगों में होंगे। एपीएल श्रेणी के आवेदन पत्र (प्रपत्र अ-१) सफेद रंग में तथा गैर एपीएल यथा बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय, अन्नपूर्णा एवं आस्था श्रेणी चयनित आवेदकों के आवेदन पत्र (प्रपत्र – अ-२) गुलाबी रंग में होंगे।

माता का नाम भी अंकित करना होगा : नये राशनकार्डों पर दी गई जानकारी में सदस्यों के पिता के साथ-साथ माता का नाम भी अंकित करना होगा, ऐसा प्रथम बार हो रहा है। साथ ही आवेदन प्रपत्र पर जन्मतिथि अंकित करनी होगी और यदि सही जन्मतिथि याद नहीं है तो एक जनवरी आधार मानकर वर्ष अंकित करना होगा।

आवेदन पत्र पर मुखिया का फोटो चिपकाने के साथ ही इसे प्राधिकृत अधिकारी द्वारा मय मोहर सत्यापित कराना आवश्यक होगा। आवेदक यदि किरायेदार है तो आवेदन पत्र पर मकान मालिक के हस्ताक्षर कराने होंगे। इसी प्रकार अकेले व्यक्ति का राशनकार्ड अति विशिष्ट परिस्थितियों के अलावा नहीं बनाया जा सकेगा।

क्षेत्रवार प्राधिकृत अधिकारी : नये राशनकार्ड अभियान के लिए नगर परिषद, नगरपालिका एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए पृथक पृथक क्षेत्रवार प्राधिकृत अधिकारी रहेंगे। जिला मुख्यालय, नगर परिषद स्तर पर जिला रसद अधिकारी , प्रवर्तन अधिकारी, निरीक्षक एवं समय समय पर सरकार द्वारा नियुक्त प्राधिकृत अधिकारी रहेंगे। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पंचायत समिति के विकास अधिकारी एवं नगरपालिका क्षेत्रों के लिए संबंधित अधिशाषी अधिकारी प्राधिकृत अधिकारी लगाये गये हैं।