चेक दम्पत्ति की हरी वैनेटी वेन में अरबी में आयत देख आंतकवादी समझ पुलिस ने घेरा

वाहन का हरा रंग एवं केबिन में अरबी भाषा में लिखित आयत का बोर्ड बना संदेह का आधार

रात पुलिस लाईन में गुजारी

उदयपुर, अपनी वैनेटी वेन में सात देशों की यात्रा कर आये चेक गणराज्य की पर्यटक युगल को शहर की पुलिस ने आतंकवादी समझ कर रात भर पुलिस लाईन मे खडा रखा ओर मंगलवार को कलेक्ट्री में पांच घंटे बाद उन्हे क्लिन चीट दी।

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सोमवार रात को चेक गणराज्य निवासी पवेल नेड ब्लेक और उनकी पत्नी हलना एंडर कोवा एशिया टूर के दौरान पाकिस्तान से जोधपुर होते हुए उदयपुर पहुंचे तथा उन्होंने अपनी वेनिटी वेन पारस तिराहे के पास मिलेट्री एरिया गेट के पास रोड पर खडी कर दी रात करीब 10 बजे वेन को चारो तरफ से पुलिस के जवानों ने घेर लिया और उनको आंतकवादी होने के संदेह में लेकर पूछताछ की गयी तथा वेन की तलाशी ली। तब भी संतुष्टी नहीं हुई तो पुलिस अधिकारी ओर जवान वेनेटी वेन को घेर कर पुलिस लाईन में लाकर निगरानी में खडी कर गये और सुबह उन्हे कलेक्ट्री आकर बडे साहब से मिलने को कह गये। विदेशी युगल सुबह दस बजते ही कलेक्ट्री पहुंच गये लेकिन वहां जब अधिकारी नहीं मिले तो उन्हे इंतजार करने को कहा। चार घंटे इंतजार के बाद उन्हे कहा कि अब आप जा सकते हो।
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सूत्रों के मुताबिक चेक गणराज्य से आये पर्यटक दम्पत्ति बडी जोंगा वेन हरे रंग की थी ओर वेन के आगे केबिन में अरबी भाषा में आयत लिखी देख किसी ने पुलिस में फ़ोन करके कहा कि कोई आतंकवादी का वाहन उदयपुर मे आया है ओर वह पुलिस लाईन या मिलट्री एरिया को उडाने की साजिश हो रही है इसी अंदेशे में पुलिस जाब्ते के 10-16 जवान और अधिकारियों ने इन पर्यटको के वाहन को घेर लिया। पर्यटक पवेल ने बताया कि पुलिस के जवानों में पांच पुलिस वालों को लाख समझाने पर भी नहीं माने। और वह उनकी गाडी का रंग ओर आगे लटकी हुई अरबी भाषा में लिखी आयत को देख मुस्लिम समझ रहे थे उन्हे सारे कागज बताने पर भी अगले दिन उन्हे क्लिन चीट दी। पवेल ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि इस देश में करोडों मुस्लिम है फिर भी ऐसा होता हे। उनके अनुज्ञा पत्र में भारत सरकार द्वारा लिखा हुआ है कि उन्हे पुलिस लाईन, मिलट्री एरिया के आस पास ही अपनी गाडी पार्क करनी है।

 

रिश्वत का आरोपी पटवारी गिरफ्तार

IMG_0627निर्माण के बदले मांगी 50 हजार की रिश्वत

आरोपी के भाई व उसके दो साथी भी गिरफ्तार

उदयपुर, भ्रष्टाचार ब्यूरों ने बिचौलियो के मार्फ़त रिश्वत लेते यूआईटी के पटवारी को गिरफ्तार किया। पटवारी ने एक निर्माणाधीन मकान को अवैध बताकर पचास हजार रूपये वसूल रहा था। कार्यवाही के बाद पटवारी रातभर एसीबी से छिपता रहा और मंगलवार सुबह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों ऑफिस आकर आत्मसमर्पण किया।

ब्यूरों के एएसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि माली कॉलोनी टेकरी निवासी प्रेमशंकर नागदा पुत्र दौलतराम नागदा ने 2011 में यूआईटी के नियमानुसार स्वीकृति लेकर अपने प्लॉट पर मकान का निर्माण कार्य शुरू करवाया था जिसकी शिकायत पडौसी सुशील जैन ने यूआईटी में की। जिस पर यूआईटी में पटवारी कैलाश जैन के जरिये प्रेमशंकर को 19 मई 2011 को नोटिस दिया। प्रेमशंकर ने 31 मई 2011 को नोटिस का जवाब भेजा तथा 27 जुलाई को निर्माण कार्यफिर शुरू करवाया। यहीं से यूआईटी पटवारी कैलाश जैन को गिद्द नजरे प्रेमशंकर पर जम गई और उसने मकान को अवैध करार देते हुए निर्माण कार्य रूकवा दिया। कुछ समय काम रोकने के बाद प्रार्थी ने 9 जनवरी को निर्माण कार्य फिर से शुरू करवा दिया तो पटवारी कैलाश जैन अपने असली रूप में आते हुए धमकी पर उतर आया और मकान को दो दिन में तुडवाने की धमकी दे डाली और कहा कि यदि मकान बनाना है और निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चालू रखना है तो दो लाख रूपये मुझे दे दो। तब प्रार्थी ने रिश्वत के रूपयों में मौल-भाव किया और बात 50 हजार पर आकर तय हुई।

इसके बाद प्रार्थी प्रेमशंकर नागदा ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों में शिकायत की जिसकी सत्यापन के बाद डिप्टी राजीव जोशी के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक सुंदरलाल सोनी, अख्तर खां, दानिश खां, मुनीर खां, दिनेश मीणा, शैलेन्द्र सिंह और बाबूलाल की टीम गठित की गई।

ब्यूरों के निर्देश पर प्रार्थी ने पटवारी को रूपये लेने के लिये फ़ोन किया तो पटवारी ने अपने एजेन्ट गणपति प्लाजा के पास स्थित मुखर्जी चौक किराणा व्यवसायी अजित पुत्र साहेबलाल जैन की दुकान पर पैसे देने को कहा। जब प्रार्थी वहां पहुंचा तो एजेन्ट अजीत का भाई अशोक जैन दुकान पर बैठा था जब प्रार्थी ने अजीत के बारे में पूछा तो अशोक ने कहा कि अजीत ने तुमसे 50 हजार रूपये मुझे लेने को कहा है, वह पटवारी कैलाश जैन तक पहुंचा देगा। अशोक ने पैसे लेकर कैलाश जैन को फ़ोन किया तो मात्र पांच मिनट में कैलाश जैन का भाई शिखर जैन मुखर्जी चौक आ गया और उसी वक्त ब्यूरों की टीम ने अशोक और शिखर जैन को दबोच लिया और अजित को मौके पर बुलाकर उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

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इधर कार्यवाही की भनक लगते ही मुख्य आरोपी पटवारी कैलाश जैन अपना मोबाइल बंद कर भाग गया जिसको एसीबी टीम रातभर कई जगह छापे मारकर तलाशती रही। मंगलवार को सुबह आरोपी कैलाश जैन खुद ही ब्यूरों कार्यालय समर्पण करने चला आया।

पोस्ट पटवारी की, तेवर पुलिसिया: पटवारी कैलाश जैन (50) पिता जमनालाल जैन निवासी अशोक विहार युनिवरसिटी रोड चेहरे से भोला भाला लगने वाला पटवारी असल में पूरे पुलिसिया तेवर में रहता था और यही नहीं ब्यूरों द्वारा पकडे जाने पर भी पटवारी को कोई शर्म नहीं थी और वहां भी अंदाज उसका ऐसा था मानो कोई रिश्वत लेते नहीं, अपने हक के पैसे लेते गिरफ्तार किया हो। मीडिया के कैमरों के सामने ठाठ से मुस्कुराते हुए कह रहा था कि मेरा फ़ोटो लो रिश्वत मैंने ली है इन्होंने नहीं। यही नहीं जब कैलाश जैन की लालची निगाह प्रेमशंकर के निर्माण पर पडी तब से ही प्रेमशंकर पटवारी की लाल डायरी में चढ गया था और पटवारी उस पर निगाह रखे हुए था। जब नियमानुसार प्रेमशंकर ने यूआईटी की सारी शर्ते पूरी कर निर्माण शुरू कर दिया तो पटवारी पुलिसिया तेवर में आते हुए फ़ोन पर ही निर्माण ध्वस्त करने की धमकी देने लगा और सीधे ही 2 लाख की मांग कर बैठा जिसमें जो वार्ता उसके अनुसार पटवारी गाली गलौच वाले अंदाज में ही धमकाते हुए रूपये देने की बात कहता रहा।

 

दुसरी कुम्भलगढ फार्ट वॉक ऑन वॉल 27 को

Kumbhalgarh_Fort-_Rajasthan_Indiaराजसमन्द, जिले के ऐतिहासिक कुम्भलगढ किले पर दुसरी बार फोर्ट वॉक वाल का आयोजन 27 जनवरी को 11 बजे से प्रारम्भ होगा। वॉक में भाग लेने के इच्छुकों के लिये आज से पंजीयन प्रारम्भ कर दिया गया है।

जिला कलक्टर डॉ. प्रीतम. बी. यषवन्त ने आज आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस आयोजन हेतु पुरातत्व विभाग से आवष्यक स्वीकृती प्राप्त हो गई है उन्होने बताया कि इस ऐतिहासिक वॉक में भाग लेने हेतु पहले आओ पहले पाओं की तर्ज पर 21 जनवरी तक भाग लेने वाले व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र का प्रारूप वेबसाईट पर उपलब्ध है।

उन्होने बताया कि आवेदनकर्ता को आवेदन पत्र के साथ ही किसी भी पंजीकृत चिकित्सक से प्राप्त चिकित्सा प्रमाण-पत्र संलग्न करना होगा। पुरातात्वविक महत्व के किले की सुरक्षा व अन्य सामान्य सुरक्षा कारणों को दृश्टिगत रखते हुए इस वॉक में भाग लेने के इच्छुक आवेदकों की संख्या 200 से 250 तक सीमित रखी जायेगी।

जिला कलक्टर ने बताया कि गत वर्श फोर्ट वॉक के सफल आयोजन के बाद आयोजकों व अन्य सभी लोगों में इस आयोजन को लेकर खास उत्साह है। उन्होने बताया कि गत वर्शो की तरत इस वर्श भी प्रथम पुरस्कार 51 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 41 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार 31 हजार रूपये तथा 11-11 हजार रूपये के 5 सांत्वना पुरस्कार दिये जायेंगे। उन्होने बताया कि इस आयोजन को लेकर सभी का उत्साह जनक सहयोग मिल रहा है एवं इस हेतु सभी आवष्यक तैयारिया प्रारम्भ कर दी गई है।

इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर अषोक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक प्रदीप मोहन षर्मा, उपखण्ड अधिकारी निमिशा गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला खेल अधिकारी, व आर.के. जे.के. मिराज. व वेदान्ता समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

विद्या भवन पॉलीटेक्निक में टूर्नामेन्ट सम्पन्न

उदयपुर विद्या भवन पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में नो दिवसीय खेलकुद प्रतियोगिताऐं मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान वॉलीबाल, क्रिकेट, कैरम, शतरंज तथा टेबल टेनिस प्रतियोगिताऐं आयोजित की गई।

खेलकुद प्रतियोगिताओं का आयोजन इलेक्ट्रीकल विभाग के प्रवक्ता पंकज कुमार सिंह, शिवप्रकाश कुर्मी, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं निलेश कुमार सोलंकी, प्रयोगशाला सहायक ने किया।

प्राचार्य अनिल मेहता ने बताया कि वॉलीबाल प्रतियोगिता में इन्फोरमेशन टेक्नोलोजी एवं इलेक्ट्रीकल इंजी. क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय रही। टेबल टेनिस में राहुल पाटीदार, इलेक्ट्रोनिक्स तृतीय वर्श, कमलेश वैश्णव सिविल, तृतीय वर्श, हिमांशु शर्मा, इन्फोरमेशन टेक्नोलोजी, तृतीय वर्श क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहे।

शतरंज में रेणू मगनानी इन्फोरमेशन टेक्नोलोजी, द्वितीय वर्श, नम्रता चौधरी, कम्प्यूटर साइंस एवं इंजी. द्वितीय वर्श क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय रही। केरम में मोनिका यादव, सिविल इंजी. प्रथम वर्ष एवं ज्योति चौहान, कम्प्यूटर साइंस एवं इंजी. क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय रही। क्रिकेट प्रतियोगिता में सिविल इंजी. द्वितीय एवं तृतीय वर्श तथा इलेक्ट्रीकल इंजी. द्वितीय एवं तृतीय वर्श क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय रहे।

 

अपहरण के बाद मारपीट

kidnep-missingउदयपुर, गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने तीन बदमाशों के खिलाफ व्यक्ति का अपहरण कर उसके साथ मारपीट कर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार किटोडा कालका देईमाता निवासी नाथू सिंह पुत्र भभूत सिंह राजपूत ने परिवाद जरिये सूरफ लाया हाण्डी होटल निवासी हिम्तत सिंह पुत्र रघुनाथ सिंह, काया निवासी मोहन सिंह पुत्र किशन सिंह, फांदा निवासी हेमराज पुत्र वकता गमेती के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया। कि 5 दिसंबर को काया से उदयपुर आते समय बीच रास्ते पिता भभूत सिंह को रोक आरोपी कार में डाल कर हाण्डी होटल कमरे में बंद कर मारपीट कर धमकाते हुए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा बारापाल उप तहसील कार्यालय लेकर आये। जहां जमीन की रजिस्ट्री करवा 10 हजार रूपये हाथ में थमा छोड भागे।

नगर परिषद ने जारी किए एक करोड से अधिक के कार्यादेश

उदयपुर , नगर परिषद की ओर से करीब 1.40 करोड रू. के नये विकास कार्या के आदेश सभापति श्रीमती रजनी डांगी ने जारी किये है। सभापति ने बताया कि इन कार्यों में हर के विभिन्न स्थानों पर नाली निर्माण, नाली रिपेयर, क्रोस निर्माण, सी.सी.सडक व पेवर ब्लाक लगाने के कार्य पर ७५.२४ लाख रू., अखाडा बस्ती से रेल्वे लाईन होते हुए मुख्य नाले तक नाली निर्माण कार्य पर १४.३२ लाख रू.,ठोस कचरा निस्तारण भूमि सविना खेडा क्षेत्र में द्वितीय चरण की बाउण्ड्रीवाल निर्माण कार्य पर ५४.३५ लाख रू. खर्च किये जायेगें ।

निर्माण समिति अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह शक्तावत ने मंगलवार को निर्माण शाखा के अभियन्ताओं की बैठक ली । जिसमें परिषद की ओर से विभिन्न वार्ड में वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और नेगोसिएशन में चल रही पत्रावलियों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिये ताकि शहर में विकास कार्यों को और गति दी जा सके ।

राज्य कुश्ती संघ के सचिव से मारपीट

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kushtiउदयपुर. राजस्थान-मध्यप्रदेश केसरी कुश्ती दंगल के रविवार को हुए फाइनल मुकाबले के बाद पहलवान गुटों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। परिणाम को लेकर विवाद के बाद रेफरी एवं राजस्थान कुश्ती संघ के सचिव शिवलाल ग्रेवाल से हनुमानगढ़ के पहलवानों ने मारपीट कर दी। पुलिस के पहुंचने से पहले हंगामा करने वाले भाग गए।

गांधी ग्राउंड पर दंगल खत्म होने के बाद खिताब के संयुक्त विजेता पहलवान सुखबीर व दलबीर हाथी के प्रशिक्षक व समर्थक अंक व इनाम के लिए भिड़ गए। दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। राजस्थान कुश्ती संघ के सचिव शिवलाल ग्रेवाल से सुखबीर सिंह के समर्थकों ने मारपीट कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची, लेकिन इससे पहले दोनों गुट के लोग भाग गए। हंगामा करने वालों ने कई कुर्सियां भी तोड़ दीं। प्रशसंकों को बच कर भागना पड़ा। झगड़े में दोनों गुटों के लोग घायल हुए।

नेता जी के स्वागत की पोल – भाड़े पर बुलाये मजदूर कार्यकर्ता, और मजदूरी भी नहीं दी

6430_mantriउदयपुर.  दौरे पर उदयपुर आए केन्द्रीय मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी के स्वागत में रविवार को कांग्रेसी नेता भाड़े पर मजदूरों को कार्यकर्ता बनाकर ले आए। रुपए देने की बारी आई तो कांग्रेस नेता नदारद हो गए। नाराज मजदूरों ने कांग्रेसी नेता घनश्याम धाभाई के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दी। मजदूरों ने पुलिस से कहा कि कांग्रेसी नेता से उनके रुपए दिलाए जाएं।

मंत्री के स्वागत के लिए ले जाए गए मजदूर नासिर मोहम्मद ने बताया कि वह और दूसरे श्रमिक सुबह पारस तिराहे पर काम की तलाश में थे। साढ़े नौ बजे के आसपास कांग्रेस नेता घनश्याम धाभाई आए।

उन्होंने मजदूरों को झंडियां पकड़ाईं और कहा कि मंत्री जी आएंगे, उन्हें माला पहनानी है, ढोल बजाने हैं और नारे लगाने हैं। हाजिरी की बात करने पर घनश्याम धाभाई ने कहा कि सबको मजदूरी मिल जाएगी। ढाई सौ रुपए प्रत्येक के हिसाब से मंत्री के स्वागत में 28 मजदूरों को तय किया गया। कार्यकर्ता बने श्रमिकों ने बताया कि मंत्री के आने पर हमने मालाएं पहनाईं, झंडियां पकड़ीं और नारे भी लगाए गए।

स्वागत समारोह खत्म होने के बाद घनश्याम धाभाई बिना भुगतान किए चले गए। यह भी नहीं बताया कि मजदूरी का भुगतान कब और कहां करेंगे। हम सभी माकपा कार्यालय गए। वहां से सेंट्रल इंडियन ट्रेड यूनियन के महासचिव हीरालाल सालवी के साथ थाने पहुंचे और मजदूरी दिलवाने के लिए पुलिस को घनश्याम धाभाई के खिलाफ रिपोर्ट दी है।

आरपीएस प्रशिक्षु सुभाष चंद्र ने बताया कि थाने पर करीब 25 मजदूर आए थे। उन्होंने कांग्रेसी नेता घनश्याम धाभाई के खिलाफ मजदूरी नहीं देने की लिखित रिपोर्ट दी है। माकपा पार्षद राजेश सिंघवी ने बताया कि सत्ता में होने के बावजूद कांग्रेस को कार्यकर्ता नहीं मिल रहे हैं। उन्हें भाड़े पर कार्यकर्ता जुटाने पड़ रहे हैं। भाड़े पर जिन्हें लाए, उनके साथ भी धोखा कर दिया। मजदूरों ने माकपा कार्यालय आकर अपनी पीड़ा बताई। इस पर माकपा नेता मजदूरों के साथ थाने गए और रिपोर्ट दी।

 

 

विवेकानंद जयंती पर चार भागों में शहर से निकली शोभायात्रा

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उदयपुर, युवा के प्रेरणास्पद स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा की विशाल रूप को देखते हुए इसे चार भागों में विभक्त किया गया था। चारों शोभायात्रा को महासंगम सूरजपोल चौराहे पर हुआ। जहां से शोभायात्रा टाउनहॉल पहुंची और वहीं पर समापन समारोह का आयोजन हुआ।

स्वामी विवेकानंद साद्र्घशती समारोह समिति के तत्वावधान में आयोजित इस शोभायात्रा की शुरूआत पटेल सर्कल से प्रात: १०.४५ बजे हुई। शोभायात्रा को पूर्व गृहमंत्री एवं नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया एवं आलोक संस्थान के संस्थापक श्याम कुमावत ने केसरिया पताका दिखा रवाना किया। पटेल सर्कल से प्रारंभ यात्रा न्यू रेलवे स्टेशन, उदियापोल होते हुए सूरजपोल पहुंची। शोभायात्रा में हजारों की संख्या में शहरवासी एवं स्कूल बालक-बालिकाओं ने भाग लिया।

दूसरी शोभायात्रा प्रात: ११ बजे बी.एन. संस्थान से प्रारंभ हुई जिसे सुरेशगिरी महाराज एवं बी.एन. संसान के निरंजन नारायण सिंह ने रवाना किया। बी.एन. ग्राउण्ड से प्रारंभ शोभायात्रा का कुम्हारों का भट्टा स्थित गुरूद्वारे पर सिख समाज मुखियाओं द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।

तीसरी शोभायात्रा भूपालपुरा ग्राउण्ड से प्रारंभ हुई। जिसे विजयलाल तालिया, प्रभुदास पाहुजा ने प्रारंभ की। यात्रा भूपालपुरा ग्राउण्ड से रवाना होकर शास्त्री सर्कल होते हुए सूरजपोल पहुंची।

चौथी शोभायात्रा जगदीश चौक से रवाना हुई जिसे खास औदी के महंत परम प्रयागगिरी महाराज एवं मेलडी माताजी के महंत विरमदेवी महाराज तथा मेवाड क्षत्रिय महासभा के शक्ति सिंह कारोई के नेतृत्व में भगवान जगन्नाथ स्वामी की पूजा अर्चना कर तथा विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर प्रारंभ हुई।

इन चारों शोभायात्रा का महासंगम सूरजपोल चौराहे पर हुआ जहां से शोभायात्रा ने एक विशाल रूप धारण कर लिया। विशाल शोभायात्रा सूरजपोल चौराहे से सीधी टाउनहॉल पहुंची जहां शोभायात्रा का समापन हुआ।

शोभायात्रा में स्कूली बच्चे स्केटिंग के करतब दिखाते हुए चल रहे थे जिनके पीछे घोडों पर स्वामी विवेकानंद के प्रतिरूप में बिराजित थे। साथ ही अखाडा, गवरी प्रदर्शनी एवं साहसिक करतब दिखाते हुए युवा चल रहे थे।

झांकियां बनी आकर्षण: शहर में निकली शोभायात्रा में विभिन्न समाजों एवं संगठनों द्वारा झांकियां सम्मिलित की गई जिसमें विवेकानंद बने युवा व बच्चे, एकलिंगनाथ जी की झांकी, भारत माता की झांकी, महाराणा प्रताप की झांकी, आदर्श परिवार की झांकी, कलश यात्रा, एनएसएस की झांकी, शहीदों को नमन की झांकी, कश्मीर के शहीदों की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही।

दुग्धाभिषेक: श्री राम बजरंग सेना की ओर से आयड पुलिया स्थित स्वामी विवेकानंद की १५०वीं जयंति पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। संस्थापक ख्यालीलाल रजक के नेतृत्व में विवेकानंद की प्रतिमा पर ११ लीटर दूध से प्रतिमा का दुग्धाभिषेक किया गया। इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला गया।

 

खास बिल्डर्स पर मेहरबान है नगर परिषद

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प्रतिपक्ष नेता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा

सीज भवन का हो जाता है नियमन!

udaipur-council-meet2उदयपुर, नगर परिषद में चल रही नूरा कुश्ती रूकने का नाम नहीं ले रही है। उपसभापति के बाद अब प्रतिपक्ष के नेता ने एम्पावर्ड कमेटी को कटघरे में खडा कर उस पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने और पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें बिल्डरों को लाभ पहुंचाने की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।

प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली ने सभापति रजनी डांगी द्वारा गठित कमेटी ने एम्पावर्ड कमेटी पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कि कमेटी द्वारा दी जा रही निर्माण स्वीकृतियां सिर्फ कुछ बिल्डरों को लाभ पहुंचाने मात्र है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हिरणमगरी सेक्टर 3 में जिस भवन को नगर परिषद ने सीज किया उसी भवन को एम्पावर्ड कमेटी ने निर्माण की स्वीकृति दी है दूसरा आरोप की कमेटी बिल्डरों को बिना स्थान व जगह चिन्हित किये सिर्फ फर्म के नाम पर निर्माण स्वीकृति दे रही है। जबकि निर्माण स्वीकृति के लिए पत्रावलियों मे निर्माण स्थल दर्शाना होता है।

मैसर्स गैटवे स्पेस रियल स्टेट प्रा.लि.ने हिरणमगरी सेक्टर 3 में प्लॉट संख्या 3 पर नियमों के विपरित निर्माण कराया। नगर परिषद ने शिकायत के आधार पर मौका मुआयना किया और निर्माणकर्ता को कई नोटिस दिये फीर भी जब निर्माण जारी रहा तो नगर परिषद निर्माण को सीज कर दिया । इसके बाद कोर्ट में चालान प्रस्तुत करने के बजाय एम्पावर्ड कमेटी ने पैनल्टी वसुल कर नियमन करने का निर्णय दे दिया और अब तक हुए निर्माण को भी स्वीकृति मान ली। श्रीमाली ने आरोप लगाया कि उक्त फर्म पहले भी कई अवैध निर्माण करा चुकी है लेकिन नगर परिषद फिर भी मैहरबान है।

इसी तरह मैसर्स आयो द और व ओरबिट को भवन अनुमति समिति ने बेसमेंट,पार्किंग भूतल व चार मंजिला को अनुमती दे दी थी। प्रार्थी ने दूसरे चरण की अनुमति के लिए आवेदन किया तो परिषद ने पहले चरण के कार्य के अनुरूप स्वीकृति दे दी। श्रीमाली ने आरोप लगाया कि प्रथम चरण का कार्य मौके पर शुरू हुआ ही नहीं फिर कैसे एम्पावर्ड कमेटी के कहने पर निर्माण अनुमति दे दी गयी।

श्रीमाली ने अशोक गहलोत को पत्र लिखते हुए सभापति रजनी डांगी, आयुत्क्त एस.एन.आचार्य,एक्सईएन शिशिरकान्त वाष्र्णेय, एक्सईएन नीरज माथुर, उपनगर नियोजक राजेश वर्मा वाली एम्पावर्ड कमेटी द्वारा ऐसे निर्माणों की स्वीकृति में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।