उदयपुर। राजमहल में लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की सगाई कल दोपहर 2 बजे होगी। श्री मेवाड़ की सास श्रीमती सुशीला देवी और ससुर कनकवद्र्धन सिंह आज दोपहर विशेष विमान से डबोक एयरपोर्ट पर उतरेंगे, जिनका स्वागत खुद लक्ष्यराजसिंह शाही लवाजमें के साथ करेंगे। श्री कनकवद्र्धनसिंह उड़ीसा में प्रदेशाध्यक्ष है। उनकी पत्नी सुशील देवीसिंह चार बार संसद सदस्य रह चुकी है। सूत्रों के अनुसार इस अवसर पर कई बड़े नेता और पूर्व राजघरानों के उत्तराधिकारी उदयपुर आने वाले हैं।
लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ की सगाई कल
संभाग में दोनों प्रमुख दलों की मिलेगी बराबर सीटें ?
उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपना आकलन देते हुए जिले की आठ में से चार सीटों पर कांग्रेस की जीत स्वीकार की है। ये हैं-उदयपुर ग्रामीण, गोगुंदा, झाड़ोल और खेरवाड़ा। इसके विपरीत उदयपुर शहर, सलूंबर, वल्लभनगर (निर्दलीय) और मावली सीटें भाजपा को मिलने की संभावना जताई है। हालांकि सलूंबर में फाइट क्रनेक टू नेकञ्ज बताई गई है। ऐसी ही हालत उदयपुर शहर सीट की भी है। नवीं सीट धरियावद पर मतदातओं का रूझान कांग्रेस के पक्ष में बताया गया है। यह सीट उदयपुर और प्रतापगढ़ दोनों जिलों में आती है। संभागीय विश्लेषण में दोनों दलों के लगभग बराबर-बराबर रहने की संभावना जताई जा रही है।
मौताणा लेने बैठे है सैंकड़ो हथियार बंद
उदयपुर। कोटड़ा थाना क्षेत्र के महाड़ी नाल गांव में एक व्यक्ति ने उसकी पत्नी की हत्या कर स्वयं फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले मेंं पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर, दोनों ही पक्षों की वार्ता मंगलवार सुबह समाचार लिखे जाने तक पूरी नहीं हो पाई। पुलिस ने दोनों ही पक्षों के बीच में वार्ता करवाकर शव का पोस्टमार्टम कराने का प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि महाड़ी नाल (कोटड़ा)निवासी होना (20) पुत्र जोगा डाबी ने उसकी पत्नी अनिता (18) की हत्याकर खुद ने मकान में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि सोमवार दोपहर गांव के एक युवक ने पुलिस को सूचना दी कि अनिता पत्नी होना डाबी का शव उसके मकान के पास स्थित जमीन पर पड़ा है और कुछ ही दुरी पर उसका पति फांसी पर लटका है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों ही शव को नजदीकी अस्पताल में रखवाया, जहां दोनों ही पक्षों के वार्ता होने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस ने मृतक के पिता जोगा की रिपोर्ट पर मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को प्रथम दृष्टिया मामला चरित्र संदेह का लग रहा है। पुलिस मान रही है कि मृतक होना को उसकी पत्नी अनिता के चाल-चलन पर संदेह था। इसी कारण उसने अनिता की हत्या कर दी और स्वयं फांसी पर लटक गया। दूसरी तरफ मृतका के पीहर पक्ष ने उसके ससुराल वालों से मौताणे की मांग की है। पुलिस दोनों ही पक्षों से समझाइश कर रही है। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों में वार्ता चल रही थी।
विश्व एड्स दिवस मनाया
उदयपुर । भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों द्वारा सात दिवसीय शिविर के पांचवें दिन महाविद्यालय के रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहविज्ञान महाविद्यालय के एसोसियेट प्रोफेसर डॉ$ गायत्री तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि प्रो$ एनएल शर्मा ने एड्स से बचाव संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी।
फस्र्ट टाइम वोटर्स के लिए मतदान बना फेस्टिवल
उदयुपर। विधानसभा चुनाव को लेकर पोलिंग बूथों पर युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा, जहां एक और युवा अपने फ्रेंड्स के साथ पूरे जोर-शोर के साथ वोट देने पहुंचे, वहीं अपने घर के आसपास के लोगों को वोट डालने के लिए प्रेरित भी किया। फस्र्ट टाइम वोटर्स के लिए रविवार का दिन फेस्टिवल की तरह रहा, क्योंकि उन्हें एक अलग ही एक्सपीरियंस का मौका मिला था, अभिभावकों को बूथ तक लाने ले जाने में भी युवाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई।
वोट किया और आए सोशियल साइट पर: इस बार के चुनाव यूथ के नजरिये से बेहद ख़ास रहे हैं। युवाओं ने ना सिर्फ भारी संख्या में वोटिंग की, बल्कि दूसरों को अपने एक्सपीरियंस बताए और उन्हें भी प्रेरित किया। फस्र्ट टाइम वोट करने वाले तो खासे उत्साहित नजर आए और वोट करते ही सोशियल साइट पर अपने वोटिंग के फोटो के साथ पोस्ट करने का सिलसिला शुरू हो गया। किसी ने पहले वोट कास्ट को यादगार अनुभव बताया, तो किसी ने ऊंगली पर लगे निशान को बेहद खास बताया, तो किसी ने सिस्टम बदलने के लिए सिस्टम में आने और वोट कास्ट करने को बेहद जरूरी बताया, तो किसी ने ऊंगली के निशान का फोटो लगाकर लिख दिया क्रसाड्डा हक़ इत्थे रख।ञ्ज
वोट का निशान गहने जैसा: पहली बार वोट कास्ट करने वाले एक युवा ने सोश्यिल साइट पर लिखा है कि ऊंगली पर निशान एक गहने की तरह है। क्या आपने आज यह गहना पहना है? अनित शर्मा ने अपनी पोस्ट में लिखा क्रआज मैंने पहली बार वोट डाला, हार-जीत किसकी होगी नहीं पता, लेकिन मुझे सुकून है कि मैंने अपना फर्ज निभाया है। कई युवा ग्रुप में वोट डालने के लिए गए और वोट डालने के बाद ग्रुप में फोटो अपनी वॉल पर पोस्ट भी किए, जिसको कई कमेंट्स और लाइक मिले।
अमेरिकन हॉस्पीटल की घोर लापरवाही से युवक की मौत
उदयपुर। जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में घोर लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यहां पर एक हादसे में घायल हुए युवक के सिर की बजाय उसकी कमर में ऑपरेशन कर दिया गया। तबीयत बिगडऩे पर उसे अहमदाबाद के सिविल हॉस्पीटल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि पहले सिर का ऑपरेशन करना जरूरी था, लेकिन कमर का ऑपरेशन कर दिया, जब तक मरीज होश में नहीं आता, तब तक ऑपरेशन नहीं किया जा सकता। इसके तीन दिन बाद घायल की बेहोशी की हालत में ही अहमदाबाद में मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार देवगढ़ (राजसमंद) निवासी नारायणलाल (२६) पुत्र ताराचंद लोहार वहां पर खादी भंडार में लोहे की चद्दर बनाने का काम करता था। २० नवंबर को वह काम करते समय एक मंजिल से गिर गया। इससे उसके सिर और कमर में चोट आई। नारायणलाल के चाचा शंकरलाल लोहार ने बताया कि नारायण को घायल हालत में जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में भर्ती कराया, जहां २१ नवंबर को उसकी कमर का ऑपरेशन कर दिया गया। इस ऑपरेशन के बाद नारायण को होश नहीं आया और हालत और बिगड़ गई। शंकरलाल ने बताया कि बाद में उसे अहमदाबाद के सिविल हॉस्पीटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने कहा कि नारायणलाल की कमर का ऑपरेशन जितना जरूरी नहीं था। उतना उसके सिर का ऑपरेशन जरूरी था। उसके सिर के एक हिस्से में सूजन आ गई थी और खून जम गया था।
डॉक्टरों ने बताया कि जब तक नारायणलाल होश में नहीं आता है, तब तक उसके सिर का ऑपरेशन नहीं किया जा सकता। इसी बीच २४ नवंबर को नारायणलाल की मौत हो गई। शंकरलाल ने आरोप लगाया है कि अमेरिकन हॉस्पीटल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसके भतीजे की मौत हुई है। उसने बताया कि अमेरिकन हॉस्पीटल में उपचार के दौरान ढाई लाख रुपए खर्च हो गए थे। फिर भी उनका भतीजा नहीं बच पाया। इसके बाद अहमदाबाद में भी काफी खर्च आया।
: इस पेसेंट को २० नवंबर को अमेरिकन हॉस्पीटल में लाया गया था। उसके सिर में और स्पाइन में चोट थी। स्पाइन में फे्रक्चर होने के कारण उसके दोनों पैर काम नहीं कर रहे थे। तब सबसे पहले स्पाइन की सर्जरी करना जरूरी था, जो किया गया। इसके बाद २३ नवंबर को डॉक्टर्स की रॉय के विपरित पेशेंट को उसके परिजन अपनी जिम्मेदारी पर अस्पताल के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करके अहमदाबाद ले गए। पेसेंट के भाई उदयलाल ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। पेसेंट के परिजनों के आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत है।
-आनंद झा, सीईओ, जीबीएच अमेरिकन
नोटिस मिलने के बाद भी अवैध निर्माण जारी
उदयपुर। हाईकोर्ट के आदेश हो या नगर निगम आयुक्त का नोटिस, कुछ अवैध निर्माणकर्ताओं को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है और रसूख के बल पर बिना किसी डर के धड़ल्ले से निर्माण कार्य करते रहते हैं। चांदपोल पुलिया के पास पीछोला झील के किनारे भगवान गहलोत होटल का निर्माण कर रहे हैं। इस संबंध में क्रमददगारञ्ज में क्रलब-ए-झील पर अवैध निर्माणञ्ज शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद नगर निगम आयुक्त ने काम बंद करने का नोटिस दिया और आगे निर्माण कार्य नहीं करवाने के लिए पाबंद भी किया, लेकिन निर्माणकर्ता ने नोटिस का जवाब तो नहीं दिया, पर काम जारी रखा, जो अब भी चल रहा है। पता चला है कि एक पार्षद का दबदबे के कारण निगम कर्मचारी इस अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने से डर रहे हैं। इस तरह के अवैध निर्माणकर्ता एक बार जैसे-तैसे बाहरी निर्माण कर लेते हैं और फिर निर्माण रोकने की आड़ में अंदर ही अंदर फिनिशिंग और निर्माण कार्य चलद्मकर रखते हैं। जब तक निगम कार्रवाई करने और काम रूकवाने के नोटिस जारी करती है, तब तक निषेध क्षेत्र में निर्माण पूरा कर लिया जाता है।
:चुनाव की व्यस्तता के कारण ऐसे लोग दुस्साहस कर रहे हैं। नोटिस देने के बावजूद भी निर्माण कार्य चल रहे हैं। अब ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चला कर कार्रवाई की जाएगी। झील किनारे हुए निर्माण को जरूरत पड़ी, तो तोडा जाएगा।
-हिम्मतसिंह बारहठ, आयुक्त, नगर निगम
हमने दबा दिया बटन नेताओं के भविष्य पे और चुन ली सरकार
उदयपुर| विधानसभा-२०१३ के लिए रविवार को प्रात: ८ बजे आरंभ हुई एवीएम मशीनों की ’बीप’ शाम ५ बजते ही थम गई। इसी के साथ जिले की आठ विधानसभा सीटों के लिए ६० प्रत्याशियों का भाग्य एवीएम मशीनों में बंद हो गया।जिले मे लगभग 74.04 प्रतिशत मतदान
उदयपुर। उदयपुर जिले की आठ विधानसभाओं के लिए रविवार का हुए मतदान में पुरूषों के साथ साथ महिलाओं एवं युवाओं ने खासा उत्साह दिखाते हुए भाग लिया। जिले में करीब 74.07 प्रतिशत मतदान हुआ। झाडोल विधानसभा क्षेत्र में लगभग 68.16 प्रतिशत तक मतदान हुआ।
प्राप्त सूचना के अनुसार खेरवाडा विधानसभा क्षेत्र में करीब 79 प्रतिशत, मावली में 77.84 प्रतिशत, वल्लभनगर में 77.18 प्रतिशत, उदयपुर ग्रामीण में 73 प्रतिशत, गोगुन्दा में 71.7 प्रतिशत, उदयपुर में 67.65 प्रतिशत तथा सलुम्बर विधानसभा क्षेत्र में करीब 62 प्रतिशत तक मतदान हुआ।
टैगोर जीवन और संवेदनाओं के लेखक
उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में रवींद्रनाथ टैगोर की अमर कृति गीतांजलि के सौ वर्ष पूरे होने पर शुक्रवार को एक व्याख्यानमाला का आयोजन सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के सभागार में किया गया। मुख्य वक्ता कोलकाता के प्रो. अमिया देव ने इस अवसर पर कहा कि टैगोर सेंस और रिदम के कवि थे, जिन्होंने भावनाओं ओर कल्पना का अद्भुत सामंजस्य अपनी रचनाओं में किया। देव ने कहा कि टैगार केवल रोमांटिक कवि ही नहीं थे, बल्कि सेन्स, सोरो और इमोश्नल के समन्वय से रचनाओं को कालजयी बना दिया। उनकी रचनाएं दिल की गहराइयों का स्पर्श कर जाती है। टैगोर के संगीत में दिए योगदान के बारे में चर्चा करते हुए देव ने कहा कि उन्होंने करीब 200 गीत लिखे और संगीतबद्ध किए, जिसे रवींद्र संगीत के नाम से जाना जाता है। एक बार टैगोर ने स्वयं यह कहा था कि एक कवि संगीतकार भी हो सकता है और चित्रकार भी, मेरे संगीत को भविष्य में नजीर के तौर देखा जाएगा, क्योंकि बंगाली लोग कला के सूक्ष्म पारखी होते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार गीतांजलि पढऩे से वही अनुभूति होती है, जो एक सरोवर में पवित्र स्नान करने से होती है। प्रो. देव ने टैगोर के अन्य रूपों को भी सामने रखते हुए बताया कि उन्होंने कोस्मोलॉजी साइंस पर एक पुस्तक विश्व परिचय शीर्षक से लिखी थी। कुल मिलाकर टैगोर जीवन के लेखक थे। समारोह में गांधीनगर के प्रो. ईवी रामकृष्णा ने टैगोर के मानविकी में योगदान को शिक्षा के साथ जोड़ते हुए विस्तार से अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि टैगोर की सोच शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और प्रभावी बनाने की रही थी, इसीलिए उन्होंने शान्ति निकेतन की स्थापना की थी। स्वराज की कल्पना भी उन्होंने अपनी इसी सर्जनात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाई थी। पश्चिमी विचारधारा के प्रति टैगोर की सोच आज भी सामयिक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आईवी त्रिवेदी ने कहा कि टैगोर एक महान रचनाकार थे, उन पर अलग से अध्ययन की भी जरूरत है। प्रो. त्रिवेदी ने बताया कि सुविवि में टैगोर चेयर की स्थापना के लिए यूजीसी को भी एक प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने टैगोर की रचनाओं के क्रेडिट कोर्स शुरू करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम के शुरू में अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. शरद श्रीवास्तव ने इस कार्यक्रम की संकल्पना को विस्तार से बताया तथा टैगोर की रचनाओं के मानवीय पक्ष पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विभाग की शोध पत्रिका का भी विमोचन किया गया।
सांसद के इशारे पर खड़ा हुआ कटारा के सामने बागी
देवेंद्र मीणा को सांसद रघुवीर मीणा का गुप्त समर्थन उदयपुर। उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन कटारा के सामने रघुवीर मीणा के इशारे पर बागी प्रत्याशी के रूप में देवेेंद्र मीणा खड़े हुए हैं। यह गला काट राजनीति करने में रघुवीर मीणा के समर्थक ही कटारा को हराने में लगे हैं। हालांकि कांग्रेस की इस आपसी लड़ाई का फायदा भाजपा प्रत्याशी फूलसिंह मीणा को मिल रहा है, लेकिन उन पर भी बाहरी होने का आरोप लग रहा है। इस कृत्य के कारण रघुवीर मीणा के अति विश्वसनीय कौशल नागदा सहित छह जनों को डीसीसी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सांसद रघुवीर मीणा और कांग्रेसी प्रत्याशी सज्जन कटारा के बीच की लड़ाई इस मामले से सड़क पर आ गई है। इधर, सज्जन कटारा को सीपी जोशी का समर्थन है, वहीं रघुवीर मीणा गहलोत के करीबी माने जाते हैं। टिकट वितरण के समय भी आखिरी वक्त तक रघुवीर मीणा उदयपुर ग्रामीण सीट से कटारा का टिकट कटवाकर मीणा को टिकट दिलवाना चाहते थे, लेकिन इस सीट पर रघुवीर मीणा की नहीं चली और सीपी जोशी ने टिकट श्रीमती कटारा को दिलवा दिया।