आधे से कम पार्षदों के बीच नगर परिषद बोर्ड ने किया दो अरब का बजट पारित

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समिति अध्यक्षों ने चयन को लेकर भाजपा पार्षद ने भी किया बैठक का बहिष्कार

प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्षदों ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया

उदयपुर,  शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में मंगलवार को सम्पन्न नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक में समिति अध्यक्षों के बदलाव वर्ष २०१३-१४ का बजट तो पारित हो गया लेकिन सत्ता पक्ष के कई पार्षद बैठक में शामिल नहीं हुए और प्रतिपक्ष कांग्रेसी पार्षदें ने भी बैठक का बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दे दिया।

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वर्तमान बोर्ड में ऐसा पहली बार हुआ कि जब साधारण सभा की बैठक में सत्ता पक्ष के ही पार्षदों ने सभापति रजनी डांगी के तानाशाही रवैये की वजह से बैठक का बहिष्कार किया और ना पहुंचने के अलग अलग कारण बतायें।

बेठक शुरू होने के २० मिनट बाद कांग्रेसी पार्षद सदन में पहुंचे और थोडी देर में सबडिवीजन में होने वाले विकास कार्यो में पक्षपात रवैये को लेकर जवाब मांगने लगे। सभापति ने प्रतिपक्ष की बात को अनसुनी कर सदन की कार्यवाही आगे बढाने को कहा तो प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली सहित सभी कांग्रेस पाष्रद सदन का बहिष्कार कर चले गये । पहले बाहर खडे होकर नारेबाजी की बाद में कलेक्ट्री पहुंच गये और बैठक को निरस्त करने की मांग की है।

साधारण सभा की बैठक में वर्तमान बोर्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि सभापति के तानाशाही और हठधर्मिता रवैये के चलते सत्ता पक्ष के पार्षदों उपसभापति महेन्द्र ङ्क्षसह शेखावत पार्षद अर्चना शर्मा, विजय आहुजा,मनोहर ङ्क्षसह पंवार, कल्पना लक्षकार सहित १४ पार्षद मिटिंग में नहीं पहुंचे सभी ने अलग अलग कारण बताये। अनुपस्थित पार्षद ओर सभापति के बीच समिति अध्यक्षा के बदलाव व बजट को लेकर विरोधाभास रहा।

सभा में उपस्थित २२ सत्ता पक्ष के पार्षदों के एक तिहाई बहूमत से १ अरब ९५ करोड ४८.४१ लाख का बजट पास किया जिसमें मुख्यतया सप*ाई कर्मचारी भर्ती एवं भिश्ती के पदों पर भत्तो हेतु जन स्वास्थ्य मद में प्रावधान रखा गया। तथा आपदा प्रबंधन से हाईड्रोलिक लेदर (प*ायर ब्रिगेड) हेतु ५ करो$ड रूपया क्रय करने हेतु प्रावधान रखा गया अण्डर ग्राउण्ड केबल के लिए २ करो$ड रूपये का प्रावधान रखा गया है। वृक्षारोपण हेतु ५० लाख का प्रावधान एवं सिटी बस क्रय हेतु २ करोडत्र रूपये का प्रावधान भी बजट में सम्मिलित किया गया। सुखाडिया सर्कल पर पू*ड कोर्ट हेतु एक करो$ड रूप्ये प*लाई ओवर निर्माण सहायता हेतु ५ करो$ड , मुख्यमंत्री आवास के अंतर्गत २.४० करो$ड रूपये का प्रावधान शहर के विभिन्न विकास कार्यो के लिए ३३ करो$ड ६० लाख रूपये का नगर परिषद प*ण्ड से विकास करने एवं ४० करो$ड ९५ लाख रूपया विशिष्ट सहायता एवं अनुदान मद से व्यय का प्रावधान रखा गया है। विभिन्न रख रखाव मद जैसे भवन, सडक नाली, धर्मशाला आदि हेतु १८ करोड ४२ लाख का प्रावधान रखा गया है।

साधारण सभा की बैठक में गुलाबबाग में चलने वाली बच्चों की टे्रन का शुल्क २० प्रतिशत बढाया गया तथा पिछोला व प*तहसागर में चलने वाली नौकाओं पर १० प्रतिशत किराया बढाने का प्रस्ताव पास किया गया।

प*तहसागर पर छह गोल्प* कार संचालन हेतु अधिकतम दर १८ लाख ६० हजार रूपये का अनुमोदनार्थ प्रस्ताव पारित किया गया। इधर समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस पार्षदों का कलेक्ट्रेट के बाहर धरना जारी था।

 

दो दिवसिय अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस

उदयपुर, पेसिफिक युनिवर्सिटी के पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज कॉलेज एवं वण्डर सीमेंट के संयुक्त तत्वावधान में ’चेलेन्जेज फ़ोर इंडस्ट्रीयल सरवाईवल एण्ड ग्रोथ इन इण्डियन एंड ग्लोबल पर्सपेक्टिव’ विषय पर दो दिवसिय अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस २२ फरवरी को युनिवर्सिटी परिसर में शुरू होगी।

यह जानकारी कांफ्रेंस के डायरेक्टर व पीआईबीएस के निदेशक डॉ महेन्द्र सोजतिया ने मंगलवार को आयोजित पे्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि भारत एवं विश्व के लिए वर्तमान समय में औद्योगिक क्षैत्र में आ रही चुनोतियों कों कुशल प्रबंधन द्वारा किस प्रकार दूर किया जाए तथा औद्योगिक विकास की गति को किस प्रकार गति दी जाए इसी उद्देश्य को लेकर ’चैलेन्जेज फ़ोर इंडस्ट्रीयल सरवाईवल एण्ड ग्रोथ इन इण्डियन एवं ग्लोबल पर्सपेक्टिव’ विषय पर दो दिवसिय अंतरर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश और दुनिया के एच आर में १३०, मार्केटिंग में १३०, तथा फाइनेन्स में १०७ से ज्यादा शिक्षाविद्,अध्यापक और विद्याथियों के रजिस्टे्रशन हो चुके है। कांफ्रेंस में बिजनेस डवलपमेंट में चुनौतियां, ह्यूमन रिसोर्स में चुनौतियॉ और इकोनोमी एवं फाइनेंस में चुनौतिया जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इन्टरनेशनल कांफ्रेंस में फडरल डोरियों ग्रांडे युनिवर्सिटी ब्राजील से थेस एस्टीवम, एजीप्ट से विनाईका, खुलूड आयमन सहित इंग्लैण्ड, दुबई सहित देश भर के विश्वविद्यालयों से शोधार्थी एवं प्रोफेसर तीन तकनीकी सत्रों में पत्र वाचन करेंगे। अवसर पर स्मारिका का प्रकाशन किया जाएगा।जिसमें कांफ्रेंस से जुडे विशेषज्ञ तथा अनुभवी शोधपत्रों का प्रकाशन कर भारत सरकार एवं वर्ड इकॉनामिक फ़ोरम को भेजे जाएंगे। कांफ्रेंस का उदघाटन २२ फरवरी प्रात: पाहेर सचिव राहुल अग्रवाल करेगे। समारोह के मुख्य अतिथि सुखा$िडया विश्व विद्यालय के कुलपति आई वी त्रिवेदी एवं विशिष्ठ अतिथि डी पी सोमानी, वण्डर सीमेन्ट के एम डी होंगे।

पावर लिफ्टिंग , वेट लिफ्टिंग का जोर शुरू

images (2)उदयपुर, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय की मेजबानी से अखिलभारतीय अन्तर विष्वविद्यालय पावर लिफ्टिंग , वेट लिफ्टिंग (महिला) एवं बेस्ट फिजिक (पुरूष) प्रतियोगिता गुरूवार से विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित होगी।

यह जानकारी स्पोस्र्ट बोर्ड के चेयर मैन प्रो दरियाव सिंह चुण्डावत ने मंगलवार को आयोहत पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय स्वर्ण जयंति समारोह के अन्र्तगत पावर लिफ्टिंग, बेट लिफ्टिंग (महिला ) एवं बेस्ट फिजिक(पुरूष) प्रतियोगिता विश्व विद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित होगी। तीन दिवसिय प्रतियोगिता २१ २३ फरवरी तक बेस्ट फिजिक पुरूष प्रतियोगिता एवं २६ से २८ फरवरी तक महिला खिला$िडयों की पावर लिफ्टिंग, वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता होगी।जिसमें देश भर के १०४ विश्वविद्यालयों के खिलाडी भाग लेगे। प्रतियोगिता में पुरूर्ष वर्ग के तीनों वर्ग में ८-८ वेट केटेगरी में मुकाबले होगे जिसमें २४ गोल्ड, २४ सल्विर, २४ ब्रंास मेडिल दाव पर होगे।

उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु अन्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के वेट लिफ्टिंग में द्रोणाचार्य अवार्डी श्रीपाल सिं सन्धु, हंसा शर्मा, अर्जुन अवार्डी तारा शार्मा, पावर लिफ्टिंग में अर्जुन अवार्डी सुब्रतो दत्ता, वर्गीस जैन मोहन पीट, बेस्ट फिजिक नवीन यादव सहित ६० आफिशियल्स होगे। प्रतियोगिता में ९०० पुरूष एवं २०० महिला प्रतिभागी होगे। २१ फरवरी को आयोजित उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथित पाहेर सचिव राहुल अग्रवाल, विशिष्ठ अतिथि इण्डियन वेट लिफ्टिंग टीम के पूर्व प्रशिक्षक श्रीपाल सिंह सन्धु एवं विश्वि विद्यालय के कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी की अध्यक्षता में होगा।

 

एडवांस कम्प्यूटिंग एंड क्रिएटिंग एंटरप्रिनर्स पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

छोटे विचारों से बडी रिसर्च संभव

अंधे व्यक्तियों के लिए बन रहे हैं नए प्रोजेक्ट

उदयपुर, गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज, डबोक, कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया एवं आईईईई कम्प्यूटर सोसायटी चेप्टर इंडिया काउंसिंल के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कैंपस में एडवांस कम्प्यूटिंग एंड क्रिएटिंग एंटरप्रिनर्स विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। समारोह की शुरूआत प्रुडु यूनिवर्सिटी (यू.एस.ए.) के प्रो. भरत भार्गव, बीपीसीएल के आईटी प्रमुख एम.डी. अग्रवाल, उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा, गीतांजली गु्रप के सीईओ अंकित अग्रवाल, गीतांजली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर आर.के. नाहर, गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज, डबोक के डायरेक्टर प्रो. बी.एल. खमेसरा, प्राचार्य ए.रमन, आयोजन सचिव रिद्घीमा खमेसरा ने दीप प्रज्वलित कर व सरस्वती पूजन कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। गिट्स के प्राचार्या ए. रमन ने अतिथियों का स्वागत किया।

सम्मेलन की आयोजन सचिव गिट्स की रिद्घिमा खमेसरा ने कान्फ्रेन्स में पत्रवाचन व कार्यक्रम की रूपरेखा व आईईईई के प्रवक्ता सुमीत श्रीवास्तव ने आईईईई के बारे में बताया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बीपीसीएल के आईटी प्रमुख एम.डी. अग्रवाल ने कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के उद्देश्य व कार्यों के बारे में बताया। बाद में गिट्स के डायरेक्टर बी.एल. खमेसरा ने गिट्स की उपलब्धियों के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया। सम्मेलन में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, चंडीगढ सहित देशभर के १०० प्रतिनिधिओं व विद्यार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन में मुख्य वक्ता प्रडु यूनिवर्सिटी (यू.एस.ए.) के प्रोफेसर भरत भार्गव ने विद्यार्थियों को बताया की किस तरह छोटे-छोटे विचारों से बडे-बडे रिसर्च करना संभव होता है। छोटे आइडियाज को इस्तेमाल कर सामाजिक कार्यों में सहयोग किया जा सकता है। उन्होंने बताया ऐसे ही कार्यों को बढावा देने के उद्देश्य से एडवांस कम्प्यूटिंग के माध्यम से अंधे व्यक्तियों के लिए इस तरह के प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं जिससे व बॉस्केटबॉल खेलना, विमान उ$डाने, फुटबॉल खेलने व अन्य तरह के कई कार्य आसानी से कर सकते हैं। आज का युग ज्ञान को पाने का है। आपके ज्ञान से ही आपका आंकलन किया जा सकता है।

वही मुख्य अतिथि उदयपुर सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कम्प्यूटर क्षेत्र में नई तकनीकों से कई कार्य आसान होते जा रहे हैं। नई तकनीकों से हर क्षेत्र की पल-पल की जानकारियां मिल जाती है। बीपीसील के आईटी विभाग के प्रमुख एम.डी. अग्रवाल ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सरकार विभिन्न योजना में सूचना प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर साइंस पर भारी बजट आवंटित करती हैं। बजट के माध्यम से नए रिसर्च किए जा सकते हैं। उन्होंने एडवांस कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में हो रहे नए अविष्कार व रिसर्च के बारे में बताया।

 

देर रात तक तेज़ आवाज़ में साउंड बजने पर होटल लीला प्रबंधक के खिलाफ FIR

imagesउदयपुर, अम्बामाता थाना पुलिस ने होटल लीला प्रबंधकों के खिलाफ ध्वनि प्रदूषण फैलाने का मामला दर्ज किया।

शहर के झील किनारे स्थित होटल लीला वेंचर में सोमवार रात में मुंबई निवासी परिवार का विवाह समारोह आयोजित हुआ था। इस दौरान देर रात तक होटल परिसर में जोर जोर से साउण्ड सिस्टम बज रहा था। इससे परेशान होकर क्षेत्रवासियों की शिकायत पर अम्बामाता थाना एएसआई मांगीलाल मय टीम ने मोके पर पहुंचकर उपकरण जब्त कर मुंबई निवासी केतन को गिरफ्तार किया तथा होटल मेनेजर सहित तीन लोगों के खिलाफ ध्वनी प्रदूषण फैलाने का मामला दर्ज किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद होटल परिसर में रात १० बजे बाद तेज आवाज में साउण्ड बज रहा था।

एक हाथ से नहीं पकड़ पाते पैन फिर भी यश को मिली दूसरी रैंक

8482_yashजयपुर.एक बार समझकर पढ़ लो। घर पर रिवाइज कर लो। दुबारा पढ़ने की जरूरत नहीं। न ही रट्टा लगाना पड़ेगा। टीचर की इस सीख का अनुसरण किया। कभी रट्टा नहीं लगाया। समझकर याद किया। मेरिट में स्थान हासिल करने में सफल रहा।

 

एनटीएसई के फर्स्ट लेवल पर राजस्थान में दूसरी रैंक प्राप्त करने वाले यश शर्मा एक हाथ से पैन पकड़ने में असमर्थ हैं। दोनों हाथ से पैन पकड़कर ठोड़ी के सहारे से लिखते हैं। पांच साल पहले पतंगबाजी करते हुए पतंग हाइटेंशन के तारों में उलझ गई थी। पतंग को सुलझाने के लिए आयरन रॉड का सहारा लिया। करंट का झटका लगा।

 

यश बताते हैं, बेहोशी से आंख खुली तो खुद को हॉस्पिटल में पाया। शरीर का काफी हिस्सा झुलस चुका था। हाथों ने काम करना बंद कर दिया था। उस वक्त वे नौ साल के थे। पांचवीं क्लास में पढ़ते थे। डॉक्टर्स ने हाथ काटने की सलाह दी थी। समझ नहीं आ रहा था, जिंदगी कैसे आगे बढ़ेगी? पापा किराने की दुकान करते हैं। उन्होंने न खुद हिम्मत हारी।

 

न ही मुझे हिम्मत हारने की सलाह दी। चार सर्जरी हुईं। पैरों से नसें निकालकर हाथों में डाली। धीरे-धीरे हाथों ने काम करना शुरू किया। अभी वे सीधे हाथ से कुछ नहीं पकड़ सकते। लिखते समय अंगुलियों में सूजन आ जाती है। बायां हाथ भी चालीस परसेंट ही काम करता है। लिखने में स्पीड नहीं है। टीचर्स ने सहयोग दिया। आत्मविश्वास और हौसले से आगे बढ़े। सफल रहे।

 

परीक्षा के समय साउंड सिस्टम तेज बजाने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी

images (4)उदयपुर. पर्यावरण प्रदूषण रोकने और स्कूल, कॉलेजों में परीक्षाओं के समय शादियों में साउंड सिस्टम तेज बजाने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। इसके लिए नगर परिषद व पुलिस को संयुक्त रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हर वाटिका पर ध्वनि प्रदूषण की वैधानिक चेतावनी का बोर्ड लगाया जाएगा।

 

सोमवार को पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण मंडल, नगर परिषद, थाना प्रभारियों, उपखंड अधिकारियों की अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर की अध्यक्षता में बैठक रखी गई। इस बैठक में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत आने वाले नियमों पर चर्चा की गई।

 

शहर में नगर परिषद और गांवों में उपखंड अधिकारियों से मिलकर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक में यूआईटी सचिव आर.पी. शर्मा, खेरवाड़ा उपखंड अधिकारी मोहनलाल वर्मा, यूआईटी अधीक्षण अभियंता अनिल नेपालिया सहित शहर के थानाप्रभारी, वृत्ताधिकारी मौजूद थे। बैठक पर शहर की आंतरिक सुरक्षा को लेकर भी पुलिस अधिकारियों में चर्चा हुई।

 

यह करेंगे प्रयास

 

वाटिका संचालकों से पुलिस अधिकारी मिलकर समझाइश करेंगे। वहां वैधानिक चेतावनी का बोर्ड भी लगाएंगे। बोर्ड पर जुर्माना व कानूनी जानकारी भी दी जाएगी। पुलिस विभाग थाना क्षेत्र में आने वाली वाटिकाओं के संचालकों व प्रबुद्धजन को कानूनी जानकारी देंगे। कार्रवाई के दौरान नगर परिषद, उपखंड अधिकारी स्तर के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

 

 

हर क्षेत्र के अपने नियम

 

प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने एचआर कसाना ने बताया कि कोलाहल नियंत्रण अधिनियम में अलग-अलग क्षेत्रों में नियम भी निर्धारित हैं। उसके अनुसार शोर पर सजा व जुर्माने का प्रावधान है। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को कार्रवाई के अधिकार दे रखे हैं। संबंधित पुलिस स्टेशन, कंट्रोल रूम, नगर परिषद, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।

मदर मिल्क बैंक की पहली मिल्कडोनर बनेंगी सुमन

4456_sumanउदयपुर. मां के इस जज्बे को प्रणाम। बात हो रही है जयपुर की सुमन नवल की। वह उदयपुर के जिला अस्पताल में खोले जा रहे राजस्थान के पहले मदर मिल्क बैंक की सबसे पहली मिल्क डोनर या दूधदाता हैं।

 

इसे पन्नाधाय के इतिहास वाली मेवाड़ की धरती का पुण्यप्रताप कहा जाए या सुमन और उनके पति आनंद स्वरूप की शिशुओं को लेकर अतिसंवेदनशीलता। यह सच है कि उनका यह कदम कुपोषण के कारण मृत्यु का शिकार होने वाले शिशुओं की प्राणरक्षा के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

 

सुमन फिलहाल उदयपुर में ही रहती हैं। उनके पति इनकमटैक्स विभाग में डिप्टी कमिश्नर हैं। वह खुद अर्थशास्त्र में एमए हैं और नेट क्वालीफाई कर चुकी हैं। इस संवाददाता को उन्होंने बताया कि उदयपुर में खुल रहे दिव्य मदर मिल्क बैंक के बारे में उन्होंने इस समाचार को पढ़ने के बाद उन्हें साल भर पहले खुद पर आया वह संकट याद आया जिससे वह काफी ज्यादा परेशान हुए थे।

 

सुमन ने बताया कि उनके बेटे अमन के जन्म के बाद दो दिनों तक वह अपने बच्चे को दूध नहीं पिला पाईं थी। उन्हें अपने शिशु को भूख से बिलखते हुए देखा था। तब उन्हें अहसास हुआ कि मां का दूध न मिलने से बच्चों को किस तरह की तकलीफ होती है।

 

ऐसे बहुत से शिशु होते हैं जिनकी मां नहीं होती या फिर उनकी मां अपना दूध पिलाने में सक्षम नहीं होती। लिहाजा उन्होंने और उनके पति आनंद ने तय किया कि वह मदर मिल्क बैंक के लिए दूध दान करेंगी। उनके पति आनंद स्वरूप का कहना है कि उन्हें अपनी पत्नी पर गर्व है कि दूसरे के शिशुओं को अपना दूध देने जैसा बड़ा काम करने जा रही है। उनके मुताबिक उनका पूरा परिवार सुमन के नजरिए को लेकर बेहद खुश है।

 

कौन कर सकता है दुग्धदान

 

ऐसी स्वस्थ माताएं जो अपने शिशुओं को दूध पिलाती हों और दूध दान करने से उनके शिशु के आहार में कोई कमी न आती हो.

 

 

फायदा क्या

 

 

कुपोषण के कारण मौत का शिकार होने वाले सौ शिशुओं में से 16 की जान बचाई जा सकती है

 

 

अब आगे क्या

 

 

रोटरी व लायन्स जैसे क्लबों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं को इस पवित्र उद्देश्य की पूर्ति के लिए आगे आना होगा ताकि कुपोषण के शिकार शिशुओं की प्राणरक्षा की जा सके।

 

दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल सेवा से बर्खास्त

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उदयपुर। महिला पुलिस कांस्टेबल की नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म के आरोपी दो कांस्टेबल को जिला पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया।
जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा द्वारा आज जांच रिपोर्ट के समस्त तथ्यों पर विचार करने के बाद दुष्कर्म के मामले में कांस्टेबल भीम सिंह व किशोर सिंह को राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया। ज्ञातव्य है कि घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने इन्हें लाइन हाजिर कर दिया था।
मामले में आज पीडता ने ग्राम न्यायालय गिर्वा उदयपुर में पेश होकर १६४ में बयान दर्ज कराए।
घटना: गत 14 faरवरी को ऋषभदेव थाना क्षेत्र में महिला कांस्टेबल की नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। इस संबंध में महिला कांस्टेबल ने किशोर सिंह के क्वार्टर में ले जाकर भीम सिंह द्वारा उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने दोनों कांस्टेबलों को गिरप*तार कर जेल भिजवा दिया था।

मल्टी मीडिया स्कल्पचर कार्यशाला सम्पन्न

उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ‘‘मल्टीमीडिया स्कल्पचर कार्यशाला’’ सोमावार को सम्पन्न हुई। समापन पर मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्विद्यालय के कुलपति श्री आई.वी. त्रिवेदी ने कला शिक्षा को स्कूली शिक्षा से जोडऩे की आवश्यकता जतलाई।

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शिल्पग्राम में आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला के समापन पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए श्री त्रिवेदी ने कहा कि हमारे यहां कैरियर काउंसिलिंग नहीं है इससे से छात्रों को कला विषय चुनना कठिन होता है। उन्होंने कहा कि हम इस बात के प्रयास करेंगे कि कला शिक्षा को माध्यमिक शिक्षा स्तर से प्रारम्भ करने की व्यवस्था हो ताकि नूतन पीढ़ी में कला को परखने व सराहने के गुण कर विकास हो सके तथा वे कला क्षेत्र को अपना सकें।

वरिष्ठ कलाकार अमिताव भौमिक ने स्कूलों में कला शिक्षा को अनिवार्य करने का आह्वान किया। वहीं उन्होंने इसके लिये व्यापक वित्त प्रबन्धन की बात कही। उन्होंने कहा कि वित्तीय मदद के बिना कला में रहना अत्यंत कठिन है। कार्यशाला के सम्बन्ध में श्री भौमिक ने बताया कि वरिष्ठ और युवा कलाकारों में शैलिगत, वैचारिक व तकनीकी आदान-प्रदान की दृष्टि से मल्टभ्मीडिया वर्कशॉप एक अच्छा अनुभव है।

कलाकार अशोक गौड़ ने कहा कि कार्यशाला में पारंपरिक शिल्पकारों से भी काुी सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि शिल्पकारों से ज्ञान लेने में परहेज नहीं करना चाहिये। केन्द्र निदेशक श्री शैलेन्द्र दशोरा ने अतिथियों व कलाकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कलाकारों को ईश्वर के बाद दूसरे स्थान की संज्ञा देते हुए कहा कि ईश्वर ने सब बनाया जबकि ये कलाकार ईश्वर निर्मित चीजा़ें से फिर कुछ नया बनाते हैं। उन्होंने कहा कि कलाकारों का समाज को महती योगदान है। इस अवसर पर कार्यशाला के समन्वयक श्री महेन्द्र भाई कडिय़ा द्वारा सृजित चित्र प्रो. त्रिवेदी को भेंट किया गया। इससे पूर्व अतिरिक्त निदेशक श्री फुरकान खान ने कार्यशाला पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आमतौर पर कला व शिल्प नमूने देखे जा सकते हैं किन्तु उनके निर्माण की प्रक्रिया व तकनीक को देखने का अवसर इस कार्यशाला में युवाओं को मिल सका।

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उन्होंने बताया कि कार्यशाला में अहमदाबाद के श्री अर्पित बिलोरिया, सुश्री देवीबा वाला, मनोज सोनारा, हर्षद पंचाल, दर्शना यास्मीन, निकेश कनुभाई डाबगर, संजीश, गुजरात से ही चिन्तन मेवाड़ा, महाराष्ट्र के रत्नागिरी से संदीप तम्हाणकर, मेजस बोहिर, रितेश मेशराम, रोहन सुरेश पंवार, आसारसा रंजीत, जयपुर के अशोक गौड़, नई दिल्ली के श्री कांत पाण्डे, अमिताव भौमिक, चेन्नई के आर. श्रीनिवासन, जम्मू के रविन्दर जमुआल, छत्तीसगढ़ के नंदलाल विश्वकर्मा, उदयपुर के पुष्पकांत त्रिवेदी, दिनेश उपाध्याय, रोकेश कुमार सिंह, व सचिन दाधीच ने भाग लिया।

समापन अवसर पर कलाकारों को स्मृति विन्ह भेंट कियें गये तथा कला कृतियों का प्रदर्शन किया गया। कला कृतियों को कई कला प्रेमियों व पर्यटकों ने देखा व सराहा।