बडी सादडी सभा में छा गए कटारिया

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पैतीस मिनट के भाषण में कटारिया ने सरकार की खिंचाई की

वसुंधरा ने अपने पूर्व भाषणों को दोहराया

बडीसादडी, सुराज संकल्प यात्रा के रविवार को चित्तौडढगढ के बडीसादडी शहर पहुंचने पर जोरदार आतिशबाजी के साथ स्वागत किया । आमसभा में वसुंधरा राजे से भी ज्यादा प्रभावी भाषण गुलाब चंद कटारिया का रहा। सुराज यात्रा मे पहली बार देखने को मिला कि वसुंधरा के भाषण से भी लम्बा भाषण कटारिया का रहा। कटारिया के समर्थन में नारेबाजी चलती रही।

 

वसुन्धरा ने कहाकि प्रदेश में गृह मंत्रालय का जिम्मा स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सम्भाल रखा है जिससे लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगडती जा रही है। सांगानेर में साम्प्रदायिक हिंसा तथा हाल ही शनिवारको उदयपुर में बिगडे हालात की चर्चा करते हुए कानून व्यवस्था ओर चौपट होने तथा जनता जान माल की सुरक्षा भगवान भरोसे होने की बात कही

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सरकार बनाने के बाद पांच बार प्रदेश का बजट प्रस्तुत किया। पहली बार १८ हजार करोड के बजट मे से मेवाड की २८ विधानसभा क्षेत्रों के लिए दूसरे बजट में २४ हजार करोड के बजट में से मेवाड को १५८ करोड चौथे बजट में साढे छत्तीस हजार करोड में से मेवाड को ४३१ करोड तथा पांचवे बजट मेंसाढे चालीस हजार करोड में से मेवाड को १२४३ करोड रूपये आंवटित किये कुल पांच वर्षो में १ लाख ५७ हजार करोड के बजट में से मेवाड को १९४३ करोड रूपया आंवटित किया। पूरे प्रदेश में मेवाड के हिस्से में पांच वर्षो में मात्र २ विधायकों को मिलने वाले बजट की राशि में २८ विधायकों के प्रतिनिधित्व वाले मेवाड को निपटा दिया। १ लाख ५७ हजार करोड के पांच वर्षो के बजट में २०० विधायकों मेंबांटा जावे। तो एक विधायक के करीब ८०० करोड उसकी विधानसभा को मिलने चाहिए। अशोक गहलोत ने मेवाडके साथ नाइंसाप*ी की। मेवाड की जनता आने वाले चुनाव में इसका हिसाब चुकता कर देगी।

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गुलाब चंद कटारिया के भाषण के दौरान जनता ने बडीसादडी का विधायक कैसा हो गुलाब कटारिया जैसा हो। कटारिया को उदयपुर से आये बडीसादडी जैन मित्र मण्डल के कार्यकर्ताओं ने ५१ किलो पू*लों की माला पहना कर स्वागत किया। इससे पूर्व वसुंधरा राजे का भी ५१ किलो ग्राम माला पहनाकर एवं तलवार भेट कर स्वागत किया।

विनोद उर्फ़ बकरी लावारिस!

रिपोर्ट – अब्दुल लतीफ़

पुलिस ने ९ अप्रेल को शिनाख्तगी के अभाव में करवाया था अंतिम संस्कार

मां ने फ़ोटो के आधार पर की पहचान

महीनों तक घर नहीं आता था विनोद उर्फ़ बकरी

उदयपुर, हिरणमगरी थाना पुलिस ने गत दिनों खेरोदा थाना क्षेत्र के वाना गांव में चाकूओं से गोद कर की गई युवक की हत्या की शिनाख्त शनिवार को हिरणमगरी थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर विनोद उर्फ़ बकरी के रूप में की।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत दिनों खेरादा थाना पुलिस को वाना गांव के समीप एक युवक की चाकूओं से बेरहमी की गई हत्या के बाद फेकी लाश मिली थी। पुलिस ने लाश को एम.बी. चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया था। शिनाख्तगी के अभाव में पुलिस ने 9 अप्रेल को लाश को लावारिस मानते हुए इसका उदयपुर की एक स्वयंसेवी संगठन द्वारा अंतिम संस्कार करवा दिया था। इस मामले में पिछले दो दिनों से शहर में यह लाश विनोद उर्फ़ बकरी की होने की अफवाहों के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार से पहले खींचे गए फ़ोटो को हिरणमगरी थाना पुलिस को भेजा। पुलिस ने आज इस संबंध में विनोद उर्फ़ बकरी की मां को थाने बुलाया और फ़ोटो दिखाए। विनोद की मां ने फ़ोटो के आधार पर इसकी शिनाख्त उसके बेटे के रूप में की। ज्ञातव्य है कि हिरणमगरी थाना क्षेत्र के लालमगरी निवासी विनोद उर्फ़ बकरी हिरणमगरी थाना का हिस्ट्रीशीटर था एवं इसके खिलाफ चोरी, डकैती, लूटपाट, जानलेवा हमले व हत्या सहित कई मामले चल रहे थे। शिनाख्तगी के बाद पुलिस हत्या में लिप्त लोगों की तफतीश में जुट गई है।

महीनों घर नहीं आता था: हिरणमगरी थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर विनोद उर्फ़ बकरी कई महीनों तक घर से गायब रहता था व कभी-कभार ही घर आया करता था। हत्या के बाद शिनाख्तगी नहीं होना यही कारण रहा। महीने-महीने भर घर से गायब रहने के कारण मां को उसकी चिंता नहीं थी। ऐसे में परिजन को हत्या होने के बाद भी पता नहीं चल पाया और पुलिस को उसका अंतिम संस्कार लावारिस लाश के रूप में करवाना पडा था।

 

फेसबुक पर आपत्तिजनक फ़ोटो लाइक व् कमेन्ट करने पर मचा बबाल

पुलिस ने भांजी लाठियां, घरों पर पथराव, छह जने घायल

एक दर्जन से अधिक संदिग्ध पुलिस हिरासत में

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उदयपुर, सोश्यल नेटवर्क साइट फेसबुक पर समुदाय विशेष के आपत्तिजनक चित्र प्रसारित करने की घटना को लेकर शनिवार को शहर के मल्लातलाई क्षेत्र में पत्थरबाजी, दुकान एवं मकानों में तोडफ़ोड की घटना से क्षेत्र में तनाव हो गया। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए पूरे क्षेत्र में जाब्ता तैनात कर दिया है एवं निषेधाज्ञा लागू कर स्थिति पर नजर रखे हुए है। घटना में उपद्रवियों द्वारा धारदार हथियार से किये हमले में पिता-पुत्र एवं ऑटो में सवार दो बालिकाएं घायल हो गई। पुलिस देर रात में क्षेत्र की बस्तियों के घरों में छापामारी कार्यवाही कर रही थी। मामले में पुलिस ने एक दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

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शनिवार दोपहर में फेसबुक पर समुदाय विशेष के लिए प्रसारित आपत्तिजनक चित्र को लाइक करने के विरोध में समुदाय विशेष के लोग मल्लातलाई स्थित विनायक रेस्टोरेंट पहुंचे जहां पर उन्होंने तोडफ़ोड की। आक्रोशित लोगों ने रेस्टोरेंट मालिक मनीष उर्फ़ पिंटू साहू एवं उसकी मां मायादेवी के साथ मारपीट करते हुए दुकान का सामान बिखेर दिया। घटना को लेकर मल्लातलाई क्षैत्र के व्यापारी दुकाने बंद कर अंबामाता थाने पहुंचे। विरोध में हिन्दु जागरण मंच व भाजपा सहित विभिन्न हिन्दु संगठनों के कार्यकर्ता थाने के बाहर जमा हो गए और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही एवं गिरफ्तार की मांग की।

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सूचना मिलने पर जिला कलक्टर विकास एस भाले, जिलापुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तेजराज सिंह, ग्रामीण सुधीर जोशी मुख्यालय कालूराम रावत,एडीएम सीटी मोहम्मद यासिन पठान मय जाप्ता ने मौके पर पहुंच स्थिति को संभालने का प्रयास किया।

घटना ने उग्र रूप धारण कर लिया एवं इस दौरान दूसरे समुदाय के उपद्रवियों ने रायल गार्डन में वैवाहिक समारोह में शरीक होकर घर की तरफ टेम्पो में सवार होकर लौट रहे आयड निवासी शाइस्ता एवं शहिना पुत्री मोहम्मद फारूख पर हमला कर घायल कर दिया एवं ऑटो के कांच तोड दिये। उपद्रवियों ने सज्जननगर कच्ची बस्ती एवं गांधीनगर मगरी स्कूल के समीप भूरीलाल जोशी, एडवोकेट रामदास यादव के मकानों पर पत्थरबाजी भी की घटना में उपद्रवियों ने चार से अधिक मकानों के कॉच फ़ोड दिये। इस दौरान भीड जमा हो गई तथा धारदार हथियार के हमले से बाइक सवार मल्लातलाई चरक छात्रावास निवासी भैरूलाल (३७) पुत्र बंशीलाल कण्डारा एवं उसका पुत्र निखील घायल हो गया। घायलों को पुलिस ने उपचार के लिए एमबी चिकित्सालय पहुंचाया।

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घटना को लेकर समुदाय विशेष के लोग भी अम्बामाता थाने पहुंचे जहां पर भीड को तीतर-बीतर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रशासन ने क्षेत्र में हालात बेकाबू होते हुए धारा १४४ लागू कर दी।

घटना के बाद जिला पुलिस अधीक्षक, कलक्टर, एडीएम (सिटी) यासीन पठान मय जाप्ता ने क्षेत्र की बस्तियों में तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस ने मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है।

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इधर, मल्लातलाई की घटना को लेकर उपद्रवियों ने चेटक सर्कल व अन्य बाजारों एवं पेट्रोल पंप को बंद करवाना भी शुरू कर दिया। घटना के बाद क्षैत्र में हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मय जाप्ता मौके पर गश्त पर है।

पुलिस ने मनीष साहू की रिपोर्ट पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दुकान में घूस कर मारपीट तोडफ़ोड कर मॉ के गले से सोने की चैन व मंगलसूत्र छिन ले जाने की जांच शुरू की है।

दिया था ज्ञापन: फेसबुक पर समुदाय विशेष के लिए प्रचारित चित्र को लाइक करने के विरोध में कार्यवाही की मांग को लेकर मुस्लिम महासभा का प्रतिनिधी मण्डल एडीएम सिटी को ज्ञापन देने जिला कलक्ट्री पहुंचा। जहां मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) पूर्व अनन्त कुमार ने ज्ञापन लेकर कार्यवाही का आश्वासन देकर उन्हें रवाना कर दिया था। इसके कुछ समय पश्चात मल्लातलाई क्षैत्र में तोडफ़ोड, पत्थरबाजी एवं मारपीट की घटना हो गई।

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मिसाल कायम की, मैं दुबारा आउगीं: वसुन्धरा

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बांसवाडा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिन्धिया ने कहा है कि शहर का श्री सिद्घि विनायक गणपति मन्दिर भव्य है, अति प्राचीन होने के साथ ऐतिहासिक है। यहां आकर मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हुयी। उन्होंने इस बात पर भी हर्ष जताया कि उनके मुख्यमंत्रीत्व काल में मन्दिर को ६५ लाख रूपया जीर्णोद्घार के लिए स्वीकृत किया गया था। श्रीमद् भागवत समिति तथा गणेश भक्त मण्डल ने जनसहयोग से राशि एकत्र कर १.२५ करोड का काम करके दिखा दिया। यह एक मिसाल है। मैं यहां दुबारा आऊंगी। वसुन्धरा शहर के प्रसिद्घ श्री सिद्घि विनायक गणपति मन्दिर में पूजा-अर्चना के बाद श्रीमद् भागवत समिति तथा श्री गणेश भक्त मण्डल द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि मन्दिर आस्था के केन्द्र है समाज के समृद्घ, उन्नतिशील तथा सर्वागींण विकास में मन्दिरों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि गणपति बप्पा विघ्नहर्ता है और मंगलकर्ता है सभी का मंगल हो भगवान विनायक से यही प्रार्थना है। समारोह में श्रीमद् भागवत समिति के अध्यक्ष शंकरलाल दोसी ने कहा कि समिति के कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा के आभारी है जिनकी बदौलत मन्दिर जीर्णोद्घार के लिए ६५ लाख रूपये की राशि स्वीकृत हुयी और आज मन्दिर का स्वरूप भव्य बन गया है। उन्होंने समिति की ओर से उनका आभार ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि इस कार्य में जनता का भी भरपुर सहयोग प्राप्त हुआ है।

समिति ने किया अभिनन्दन, ओढाई चुन्दडी : समारोह में श्रीमद् भागवत समिति तथा श्री गणेश भक्त मण्डल की ओर से मन्दिर जीर्णोद्घार में योगदान के लिए वसुन्धरा राजे का अभिनन्दन पत्र भेंट कर तथा चुन्दडी ओढाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष शंकरलाल दोसी, परमेश्वर नागर, सुरेश गुप्ता, रवीन्द्र मेहता, भगवतीशंकर द्विवेदी, मदन मेहता, देवेन्द्र शाह, जैजेवन्ती वैष्णव, कमलेश टांक, विनोद दोसी आदि कार्यकर्ताओं ने वसुन्धरा का गुलदस्ता भेंटकर तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया।

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मन्दिर के कार्य में सहयोग करो : कार्यक्रम में उपस्थित प्रदेश कार्यसमिति के नवनिर्वाचित सदस्य योगेश जोशी को वसुन्धरा राजे ने निर्देश देते हुए कहा कि पार्टी के कार्यो के साथ धार्मिक तथा समाज सेवा के कार्यो में समर्पित भाव से सहयोग करो। उन्होंने कहा कि समाज सेवा के कार्यो से कार्यकर्ता की विशिष्ट पहचान बनती है। समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष भगवत पुरी, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य योगेश जोशी, अनिल मेठानी, मनोज कोठारी सहित बडी संख्या में गणेश भक्त उपस्थित थे। कार्यऋम का संचालन एडवोकेट दीपक जोशी ने किया। आभार समिति के सचिव रवीन्द्र मेहता ने माना। इधर सुराज संकल्प यात्रा का सिंटेक्स गेट पर राजेश भावसार जिला उपाध्यक्ष भाजपा आई. टी. प्रकोष्ठ एवं खांदु काँलोनी के निवासीयो ने बैण्ड बाजो के धून पर गरबा नृत्य खेल व आतिशबाजी करके प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत किया।

 

मंदिरों में चोरी

उदयपुर, शहर के सूरजपोल थानाक्षैत्र में स्थित दो मंदिरों के चोर ताले तोड कर नकदी व आभूषण चुरा ले गये।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सूरजपोज थानान्र्तगत नाईयों की तलाई स्थित हनुमान मंदिर का शनिवार रात में चोर ताला खोल कर दानपेटी से नकदी, कालाजी गोराजी मंदिर का ताला तो$ड कर दानपेटी से नकदी तथा रा$डा एवं राजजेश्वरी मंदिर से आभूषण, एवं डीवीडी चुरार ले गये। इसका पता चलने पर पुजारी कालाजी गोराजी निवासी मोतीराज पुत्र जयराम ने सूरजपोल थाना पुलिस में मामला दर्ज करवाया।

 

रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार

उदयपुर, जमीन का सीमांकन करवाने के एवज में परिवादी से ढाई हजार रूपये रिश्वत लेते पटवारी को एसी बी की टीम ने गिरफ्तार किया।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि 11 अप्रेल 13 को परिवादी धोली मगरी तहसील वल्लभनगर निवासी करण सिंह, प्रतापसिंह पुत्र भगवतसिंह रावत ने बाङ्गेडा कला तहसील वल्लभनगर हॉल अडिन्दा पटवारी महेन्द्र कुमार पुत्र स्व$ मांगीलाल खटीक के खिलाफ जमीन का सीमांकन करवाने के एवज में ढाई हजार रूपये रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। जिसका सत्यापन करवाने के बाद शनिवार सवेरे पटवारी के घर पहुचे परिवादी प्रतापसिंह ने रिश्वत राशी दी। इधर इशारा मिलते ही मोके पर मौजूद ब्यूरों के पुलिस उप अधीक्षक राजीव जोशी के नेतृत्व में हेड कास्टेबल हिम्मतसिंह, कांस्टेबल अनवर, मुनीर मोहम्मद, विक्रम सिंह, राम अवतार, संतोष, हेमन्त, मोहनसिंह दानिश मय जाप्ता ने पटवारी महेन्द्र को रंगेहाथों गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया।

अध्यापक शिक्षा में आज भी दर्जनों चुनौतियां : प्रो. बिस्ट्रो

DSCN6886राजस्थान विद्यापीठ में अध्यापक शिक्षा पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार शुरू, हिस्सा ले रहे हैं देश विदेश के 350 विषय विशेषज्ञ

उदयपुर. वर्तमान में अध्यापक शिक्षा के सामने प्रमुख चुनौतियों के रूप में व्यापक गतिशिल, मूल्यों पर आधारित, उत्तरदायी, वैश्विकरण की विषमताओं से निबटने का सामर्थ रखने वाले दूरदर्शी अध्यापक व्यवस्था का विकास करना हमारी सबसे बड़ी चुनौति है। इसके अतिरिक्त दर्जनों ऐसे विषय हैं, जो अध्यापक शिक्षा क्षेत्र में चुनौतियां बनकर उभरे हैं। यह कहना है यूके के स्विसबैरी से आए प्रो. स्टिव बिस्ट्रो का। अवसर था, जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विवि के संघटक एलएमटीटी में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का। वैश्विक परिदृश्य में अध्यापक शिक्षा का पुर्नपरीक्षण विषय पर आयोजित इस सेमिनार में ब्रिस्टो ने इस क्षेत्र में चुनौतियां बताई। कहा कि अध्यापक शिक्षा की गुणवत्ता, तकनीकी क्षेत्र का ज्ञान, सेवा में लेने की जटील प्रक्रिया तथा समसामयिक विषयों का ज्ञान होना आवश्यक बताया है।

DSCN6850 DSCN6846 DSCN6846अध्यापक शिक्षा को विशिष्ट दर्जा माना जाए

सेमिनार के मुख्य वक्ता एवं एनसीईआरटी नई दिल्ली के पूर्व सलाहकार प्रो. ओएस देवल कहते हैं कि अध्यापक शिक्षा को भी विशिष्ट दर्जा दिया जाना चाहिए। शिक्षकों के समक्ष आने वाले चुनौतियों का मूल्यांकन कर उसके लिए नई और प्रभावी योजनाएं बनाना जरुरी है। इससे दोहरा फायदा होगा। पहला, खुद शिक्षक प्रभावी होगा तो उसकी शिक्षण संस्था भी प्रभावी होगी। जबकि दूसरा और बड़ा फायदा विद्यार्थी वर्ग को मिलेगा। इस दिशा में सरकारी प्रयास भी कारगर होंगे। सरकार को चाहिए कि समय समय पर इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन कर शिक्षकों के समक्ष आने वाले चुनौतियां को जाने।

व्यवसायिक नहीं बनें शिक्षक

सेमिनार में कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने शिक्षकों से आह्वान किया है कि वे इस पेशे को व्यवसायिक नहीं बनाएं। शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण माहौल बनाने में सहयोग करें। चुनौतियां तो आती रहेगी, उससे जुड़े हल निकालने का प्रयास करें। इसके अतिरिक्त समय समय पर होने वाली कार्यशालाओं और विषय से जुड़े सेमिनार में हिस्सा लें। व्यक्तिगत तौर पर तकनीकी क्षेत्र में रूझान दिखाएं एवं उससे जुड़े ज्ञान को अर्जित कर, विद्यार्थियों एवं सहयोगी शिक्षकों को भी इसकी जानकारी दें।

शीघ्र करना होगा सुधार

अमेरिका से जोर्जिया से आए प्रो. अरविंद शाह ने बताया कि अध्यापक शिक्षा में शीघ्र परिवर्तन की आवश्यकता है। जो सिर्फ स्कूली शिक्षा ही नहीं हायर एजुकेशन तक होना चाहिए। इस दिशा में देश ही नहीं विदेशों में भी स्थिति सही नहीं है। भारतीय परिप्रेक्ष्य पर मेरा कहना है कि यहां अध्यापक शिक्षा को लेकर शोध होने चाहिए। उससे प्राप्त निष्कर्षों का मूल्यांकन कर अध्यापक शिक्षा में आवश्यक फेरबदल करने होंगे।

सेमिनार में स्वागत भाषण डीन डॉ. शशि चित्तौड़ा ने देते हुए संस्था का परिचय दिया। सेमिनार में प्रो. गोविंद देसाई, प्रो. अशोक पटेल ने भी अपने विचार रखें। रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश शर्मा ने कुलाधिपति का संदेश पढक़र सुनाया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमि राठौड़ ने किया। आयोजन सचिव डॉ. सरोज गर्ग ने बताया कि विभिन्न तकनीकी सत्रों में लगभग 150 से अधिक पत्रों का वाचन किया गया। इस अवसर पर डॉ. बलिदान जैन, डॉ. कैलाश चौधरी, डॉ. सुनीता मुर्डिया, डॉ. देवेंद्र आमेटा, डॉ. अनिता कोठारी, डॉ. तनमय पालीवाल, डॉ. प्रेमलता गांधी, डॉ. रचना राठौड़ और डॉ. भूरालाल श्रीमाली आदि उपस्थित थे।

 

सुविवि में अशोक वाजपेयी का व्‍याख्‍यान 16 को

ashok-vajpayeeविख्यात कविए आलोचक और संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी 16 अप्रैल को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय सभागार में व्याख्यान देंगे। विश्वविद्यालय का हिन्दी विभाग प्राकृत भारती अकादमीए जयपुर के सहयोग से मुनि जिनविजय की स्मृति में इस व्याख्यान का आयोजन कर रहा है। व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो इन्द्रवर्धन त्रिवेदी करेंगे। आयोजन में मानविकी संकाय के पत्र ष्कंसर्न ष्के स्वर्णजयंती विशेषांक का लोकार्पण भी किया जाएगा

हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोण् माधव हाड़ा ने बताया कि प्रातः 11 बजे शुरु होने वाले इस व्याख्यान का विषय ष्प्राचीनता की आधुनिकताष् रखा गया है। उन्होंने मुनि जिनविजय का परिचय देते हुए बताया कि उन्हें महात्मा गाँधी ने प्राचीन भारतीय भाषाओंए साहित्य और संस्कृति के विशेष अध्ययन के लिए गुजरात विद्यापीठ में आमंत्रित किया था। मुनि पुरातत्वए भारतीय इतिहासए भारतीय धर्म और संस्कृति के गहन अध्येता थे। महात्मा गाँधी के सम्पर्क में आने के बाद मुनि जिन विजय ने मुनि जीवन छोड़कर अपना शेष जीवन प्राचीन साहित्य के शोधए संरक्षण और संपादन में व्यतीत किया। उन्होंने करीब 200 ग्रंथों का संपादन किया। मुनि जिन विजय शांति निकेतन विश्वविद्यालय की जैन विद्यापीठए गुजरात पुरातत्व मंदिरए भारतीय विद्या भवन और राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान के संस्थापक रहे। उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया।

प्रोण् हाड़ा ने बताया कि व्याख्यान के लिए आमंत्रित अशोक वाजपेयी महात्मा गाँधी हिन्दी विश्वविद्यालयए वर्धा के संस्थापक कुलपति और ललित कला अकादमी के अध्यक्ष रहे हैं। वे भारत भवन के भी संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं। हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में साधिकार लिखनेवाले अशोक वाजपेयी कई कविता संग्रह चर्चित रहे हैंए जिनमें शहर अब भी एक संभावना हैए दुःख चिट्ठी सा है और उजाला एक मंदिर बनाता है आदि उल्लेखनीय हैं। आपकी आलोचना की भी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुईं हैं। उनके गद्य और कविता का अलग मिजाज है। अशोक वाजपेयी बहुवचनए समास और कविता एशिया जैसी यशस्वी पत्रिकाओं के संपादक रहे हैं। परम्परा और आधुनिकताए संशय के साए और सन्नाटे का छंद आपके सम्पादन में प्रकाशित हुई पुस्तकें हैं। साहित्य अकादमी सम्मान और भारत भारती के साथ ही उन्हें दयावती मोदी शिखर सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। इनके साथ ही आपको फ्रांस सरकार ने ऑॅफिसर ऑव द ऑर्डर ऑव आटर्स एंड लेटर्स और पोलिश सरकार ने ऑॅफिसर ऑव द ऑर्डर ऑव क्रॉस से सम्मानित किया गया है।

 

विकी डोनर की ‘नौटंकी साला’

130412104959_nautanki_sala_640x360_filmposter (1)नौटंकी साला कहानी है राम परमार (आयुष्मान खुराना) की जो ‘रावण लीला’ नाम के नाटक में रावण का किरदार निभाता है. इस नाटक का निर्देशक भी वो खुद ही है. राम, मंदार लेले (कुनाल रॉय कपूर) की जान बचाता है जो इसलिए खुदखुशी करना चाहता है क्योंकि वो खुद को किसी लायक नहीं समझता.

राम, मंदार को अपने घर ले आता है. इस घर में राम की गर्लफ्रेंड चित्रा पहले से ही रहती है. अपने नाटक ‘रावण लीला’ में राम, मंदार को भगवान राम का किरदार निभाने के लिए देता है. वो सोचता है कि ऐसा करने से मंदार अपना खोया हुआ आत्मविश्वास वापस पा लेगा.

लेकिन इस नाटक का जो निर्माता है चंद्रा (संजीव भट्ट) उसे इस बात से आपत्ति होती है कि क्यों मंदार को राम की भूमिका दी गई है. चंद्रा को इस बात इसलिए भी परेशानी है क्योंकि मंदार को अभिनय बिलकुल नहीं आता.

 

राम न सिर्फ मंदार का खोया हुआ आत्मविश्वास लौटाने की कोशिश करता है बल्कि ये भी कोशिश करता है कि किसी तरह वो मंदार को उसके खोए हुए प्यार नंदिनी पटेल (पूजा साल्वी) से मिला दे. लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब राम को खुद नंदिनी से प्यार हो जाता है.

 

क्या इस बात से मंदार और राम की दोस्ती में दरार पड़ती है? क्या राम की प्रेमिका चित्रा राम का साथ देती है? क्या अंत में राम और नंदिनी का मिलन हो पता है? और राम के नाटक ‘रावण लीला’ का क्या होता है? इसी बारे में है नौटंकी साला.

 

दर्शकों की उलझन

नौटंकी साला एक फ्रेंच फिल्म पर आधारित है. फिल्म की पटकथा काफी पेचीदा है. निपुण धर्माधिकारी, चारुदुत्त आचार्य और रोहन सिप्पी तीनों लोग मिलकर भी पटकथा में कोई सुधार नहीं कर पाए. कहानी में हर वक़्त यही कन्फ्यूश़न बना रहता है कि कौन किससे प्यार करता है.

 

दर्शकों के दिमाग में फिल्म देखते हुए ये बात कई बार उठती है कि राम अगर मंदार का भला ही करना चाहता है तो वो क्यों उसे सब कुछ सच नहीं बता देता. राम अपनी प्रेमिका चित्रा से भी क्यों बातें छिपाता है ये सवाल भी लोगों के दिमाग में घूमता रहता है. एक और सवाल जो सभी के मन में आता है वो ये कि क्यों राम मंदार की मदद करना चाहता है.

 

ये आयुष्मान खुराना की दूसरी फिल्म है.
ये आयुष्मान खुराना की दूसरी फिल्म है.

फिल्म में कुछ हास्य दृश्य ठीक-ठाक हैं लेकिन ज़्यादातर दृश्य हलके ही हैं.

फिल्म में कलाकारों के अभिनय की अगर बात करें तो एक बार फिर आयुष्मान खुराना ने साबित कर दिया कि वो कितने अच्छे अभिनेता हैं. कुनाल रॉय कपूर भी बढ़िया हैं और कुछ मज़ाकिया दृश्यों में तो वो कमाल के लग रहे हैं. पूजा साल्वी ठीक-ठाक ही हैं.

 

रोहन सिप्पी के निर्देशन की अगर बात करें तो इस तरह की हास्य फिल्म को बनाने के लिए ज़रूरी निपुणता उनमें नज़र नहीं आई. फिल्म में ऐसे कई हास्य दृश्य हैं जो दर्शकों तक इसलिए नहीं पहुंच पाते क्योंकि जिस तरीके से उन्हें फिल्माया गया है वो बड़ा अजीब है.

 

फिल्म का संगीत अच्छा है. ‘मेरा मन’ और ‘साड्डी गली आजा’ बेहद सुरीले गाने हैं. फिल्म के बाकी गाने औसत हैं. कौसर मुनीर के बोलों में कशिश है. स्वरुप और हिमांशु की कोरियोग्राफि में कोई दम नहीं दिखता. आरिफ शेख की एडिटिंग अगर थोड़ी टाइट होती तो ज्यादा अच्छा होता.

 

सीधी बात कहूं तो नौटंकी साला कोई बेहद मनोरंजक फिल्म नहीं है. हां ये ज़रूर है कि फिल्म के निर्माताओं ने पहले ही फिल्म डिस्ट्रीब्यूटरों को अच्छे दामों में बेच कर पैसा कमा लिया है लेकिन अब डिस्ट्रीब्यूटर अपने पैसे को कैसे वसूल करेंगे ये पता नहीं.

 

सो. बी बी सी

 

सैमसंग ने लांच किया सबसे बड़ा स्मार्टफ़ोन

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130412052926_samsung_281x351_samsung_nocreditसैमसंग ने अब तक का सबसे बड़ा क्लिक करें स्मार्टफ़ोन गैलेक्सी मेगा को बाज़ार में उतारने की घोषणा की है जिसकी स्क्रीन 6.3 इंच यानी 16 सेमी चौड़ी है.

 

कंपनी का दावा है कि बड़ी स्क्रीन के कारण क्लिक करें गैलेक्सी मेगा वीडियो देखने के लिए आदर्श स्मार्टफ़ोन है और इसमें एक साथ दो ऐप्स चलाए जा सकते हैं.

दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग ने 2011 में 5.3 इंच स्क्रीन वाला गैलेक्सी नोट लांच किया था.

 

इसे फैबलेट श्रेणी में रखा गया था क्योंकि इसमें फ़ोन और क्लिक करें टैबलेट दोनों की खूबियां थीं.

संदेह

इस स्मार्टफ़ोन को उम्मीद से ज़्यादा लोकप्रियता मिली थी. लेकिन गैलेक्सी मेगा की सफलता को लेकर संदेह है.

 

सैमसंग क्लिक करें एंड्रॉयड आधारित हाई डेफिनिशन स्क्रीन हैंडसेट की मार्केटिंग कर रहा है.

 

लेकिन कंपनी के एक प्रवक्ता इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि नया स्मार्टफ़ोन 720 पी को सपोर्ट कर रहा है या फुल एचडी 1080 पी रिजोल्यूशन को.

 

इस समय बाज़ार में मौजूद सबसे बड़ा फुल एचडी स्मार्टफ़ोन दक्षिण कोरिया की एक कंपनी पैनटैक का है. कंपनी ने जनवरी में 5.9 इंच स्क्रीन वाले वेगा नंबर 6 की घोषणा की थी.

 

हल्का

 

सैमसंग का दावा है कि गैलेक्सी मेगा का वज़न 199 ग्राम है. ये आसानी से जेब में आ सकता है और इसे एक हाथ से ही इस्तेमाल किया जा सकता है.

 

हालांकि कंपनी इसकी सफलता को लेकर निश्चित नहीं है और इसके विकल्प के तौर पर 5.8 इंच के छोटे संस्करण को भी लांच किया जाएगा.

 

दोनों फ़ोन मई में बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे.

 

सबसे पहले इन्हें क्लिक करें यूरोप और क्लिक करें रूस में उतारा जाएगा.

 

सो. बी बी सी