ख़बरों की कहानी फोटो की ज़ुबानी (3 )

1

एथेंस बृहस्पतिवार, 20 अक्टूबर, 2011 दंगा पुलिसकर्मियों के एक सहयोगी जिसके कपड़े दंगइयों क फेके गए एक पेट्रोल बम्ब से बुरी तरह से झुलस गए.प्रदर्शन क दौरान एक प्रदर्शनकारी की मृत्यु हो गई और दर्जनों घायल हो गए

सियोल 18 अक्टूबर, 2011 , दक्षिणी कोरियाई सम्मान गार्ड विदेशी सैन्य सियोल इंटरनेशनल एयरोस्पेस, रक्षा प्रदर्शनी के लिए आये नेताओं के लिए एक स्वागत समारोह के दौरान प्रदर्शन करते हुए.

पुएर्तो वल्लार्ता , 22 अक्टूबर, 2011. कनाडा के रिचर्ड एन्टोन पेन अमेरिकन गेम्स में 10 किलोमीटर पुरुष तैराकी प्रतियोगिता के विजेता, प्रतियोगिता के दौरान तैरते हुए.

ऑकलैंड, 23 अक्टूबर, 2011. ईडन पार्क में रग्बी विश्व कप में फ्रांस के खिलाफ फाइनल मैच से पहले स्टेडियम के बाहर आल ब्लेक्स न्यूज़ीलैण्ड के प्रशंसक

यमन, 21 अक्टूबर, बृहस्पतिवार, येमेनी महिला प्रदर्शनकारि साना में येमेनी राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के इस्तीफे की मांग को लेकर यमन और सीरिया के झंडे से रंगे हाथ दिखाकर प्रदर्शन करते हुए

मिस्र, मंगलवार, 18 अक्टूबर, 2011 बस पर सवार एक इजराइली सैनिक, फिलिस्तीनी बंधको के बदले रिहा किये गए कई इजराइली सैनिको में से एक बस से अपने रिहा होने की ख़ुशी में गज़ा पट्टी में स्वागत करते लोगों को देखता हुआ .

नई दिल्ली, भारत, बुधवार, 19 अक्टूबर, 2011 तिब्बती निर्वासित तिब्बती ध्वज रंगों में चित्रित चेहरे के साथ, तिब्बत में लोगों की दुर्दशा के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए एक रैली में भाग लेते हुए.

लंदन, बुधवार, 19 अक्टूबर, 2011 , लन्दन से 30 मील दूर बासिलडन के पास डेल फार्म नामक आयरिश यात्रियों के एक स्थान जहा ये यात्री पिछले एक दशक से अवैध रूप से रह रहे हैं को वहां हटाने के विरोध में प्रदर्शन के दौरान एक आयरिश प्रदर्शनकारी डेल फार्म की एक जलती हुई दिवार के सामने मिडिया को होली क्रॉस दिखाते हुए.

एथेंस बुधवार 19 अक्टूबर, 2011 यूनानी संसद के सामने दो दिवसीय हड़ताल के दौरान एक संघर्ष में दंगाइयों को खदेड़ते पुलिस कर्मियों के पास फटे एक बम से निकलती हुई लपटें.

एथेंस बुधवार 19 अक्टूबर, 2011 यूनानी संसद के सामने दो दिवसीय नए मितव्ययिता के उपाय और छंटनी के विरोध में हड़ताल के दौरान एक संघर्ष के दौरान दंगा पुलिस पर पेट्रोल बम फेंकता हुआ.

 

धनतेरस पर बरसा धन

0

धनतेरस के मौके पर शहरवासियों ने खूब की खरिददारी , सोना पुरा दिन लुभाता रहा , टू व्हीलर और फॉर व्हीलर के शोरुमो पर दिन भर लगा रहा मेला तो इलेक्ट्रोनिक्स मार्केट ने बिक्री के रिकोर्ड तोड़े

धनतेरस के मौके पर सोमवार को शहर के बाजार में करोड़ों रुपए का कारोबार हुआ। परंपरागत खरीदारी का मूड बनाकर शहरवासी बाजार में निकले तो सड़कों, गलियों में जाम की स्थिति बन गई। बर्तन, शोरूम, ज्वैलर्स के यहां तो पांव रखने की जगह नहीं थी। ग्राहकों को दुकान के बाहर खड़े होकर नंबर लगने का इंतजार करना पड़ा। सड़क पर भी ट्रैफिक इतना था कि खड़ा रहना मुश्किल हो गया था। खरीदारी का क्रम अल सुबह से देर रात तक बना रहा।

पुष्य नक्षत्र के बाद एक बार फिर उदयपुर शहर में धनतेरस के अवसर पर लक्ष्मी जमकर मेहरबान हुई और हर सेगमेंट में अच्छा व्यापार रहा। धनतेरस पर टू व्हीलर बाजार में जोरदार बूम देखने को मिला, तो फोर व्हीलर, ज्वैलरी, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, कम्प्यूटर, फर्नीचर और रेडिमेड बाजार भी कम नहीं था। शहरभर के शोरूम पर देर रात तक खरीदी का जोर रहा और सभी मुख्य बाजारों में मिठाई, पटाखा, रंगोली, मालाएं, दीये और एलईडी लाइट्स लेने वालों की भीड़ रही।

1500 पार बाइक, 800 पार कारें : सबसे ज्यादा बूम तो वो था टू व्हीलर बाजार में था, जहां एक ही दिन में 1200 से 1500 गाडिय़ों की रिकार्ड बिक्री हुई।

शहरवासियों में जोरदार उत्साह है और शोरूम पर २५० वाहनों की डिलीवरी दी। हालात यह थे कि ग्राहकों को मनपसंद बाइक नहीं मिली तो दूसरी तरह की बाइक लेनी पड़ी। फोर व्हीलर में मारुति, टाटा, हुंडई, महिंद्रा, होंडा आदि कंपनियों की 500 से 700 गाडिय़ों की बिक्री हुई। टेक्नॉय मोटर्स के महेंद्र नागदा ने बताया कि शोरूम पर सुबह ही ग्राहकों भीड़ शुरू हो गई और देर रात लगी रही।

 12 करोड़ के आसपास रहा इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार

लोगों ने फ्रीज, माइक्रोवेव, एलसीडी, प्लाज्मा टीवी की खरीदारी की। मोबाइल व कम्प्यूटर, लेपटॉप बाजार में भी उत्साह था। अजमेर डिजीटेक के पीयूष जैन ने बताया कि शहरवासियों को ड्यूल सिम मोबाइल पसंद आ रहे हैं, धनतेरस पर इनकी सबसे अधिक बिक्री रही। सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम का बाजार दो करोड़ रुपए के आसपास रहा।

 25 से 30 करोड़ पहुंची सोने-चांदी की बिक्री

 धनतेरस पर ज्वैलरी बाजार में चांदी व सोने के सिक्कों, मूर्तियां, प्लेटेड नोट ओर बर्तन की जोरदार खरीदारी रही। व्यापारी नरेंद्र सिंघवी ने बताया कि देर रात तक लोगों का जो उत्साह था, वह देखने लायक था। जैसे उम्मीद थी बाजार भी वैसा ही रहा और मंगलवार को भी अच्छी खरीदारी रहने की उम्मीद है।

 बर्तन भी खूब बीके

भारतीय संस्कृति में धनतेरस पर बर्तन की खरीदारी का शुभ माना जाता है, इसी के चलते शहरभर के बर्तन बाजार में भारी भीड़ रही। व्यापारी जमक लाल जैन ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार अच्छा कारोबार रहा। दूसरी ओर फर्नीचर बाजार में कुर्सी, टेबल, सोफा, डायनिंग सेट, डबल बैड खूब बिके। जेड ब्लू के दीपक बागोरा ने बताया कि दीपावली के अवसर पर रेडिमेड में नए डिजाइंस के कपड़ों की जोरदार डिमांड रही। इन सभी का बाजार तीन करोड़ के आसपास रहा।

वर्ल्ड हेयर आर्टिस्टों में पालीवाल की भागीदारी

0

प्रभात स्पा सैलुन एण्ड इन्स्टीट्यूट के डायरेक्टर आशोक पालीवाल (अन्तालिया) टर्की में आयोजित वर्कशॉप से उदयपुर लोटे।16 से 18 अक्टूबर 2011 तीन दिवसीय हेयर एवं कलर के वर्कशॉप में 12 देशों के लगभग 1000 हेयर एक्सर्पट ने भाग लिया। इस वर्कशॉप में पहले दिन हेयर कट एण्ड कलर मास्टर क्लास हुई जिसमें ट्रेन्ड एण्ड बेयोन्ड पार्ट 1 किया गया। उसके बाद मेट्रिक्स हेयर शॉं का आयोजन किया गया। दुसरे दिन लुक एण्ड लर्न मास्टर क्लास (हेयर रैडी टु वियर) आयोजित हुआ इसके बाद बिजनेस प्रेजेन्टेषन हुआ व साथ ही मास्टर केट वॉंक शो हुआ। तिसरे दिन भी इस कार्यक्रम के तहत लुक एण्ड लर्न मास्टर क्लास ( अवेन्ट ग्रेड हेयर ) व क्लोसिगं सेरेमनी के साथ मेटिक्स क्रिएटिव शॉं का आयोजन किया गया।

पालीवाल ने बताया कि मेंटिक्स वर्ल्ड टूर में हिन्दुस्तान से 15 हेयर ड्रेसर ने हिस्सा लिया। हेयर शॉं कि खास बात यह रही की वहा क्रिएटीव के साथ कल्चर को समायोजित किया गया था। जाने माने हेयर मास्टर इरोल डगलस ने युरोप के आर्किटेक्चर के साथ हेयर कट व कलर को जोडते हुए शानदार प्रदर्षन किया वही पाऊल फालट्रीक ने भविष्य के टेªन्ड पर प्रकाश डालते हुए हेयर स्टाईलिग कि थी इस हेयर शॉं के माध्यम से महिलाओ व पुरूषो कि हेयर स्टाईलिग में कोस्टयूम के साथ कलर को जोडने पर जोर दिया गया व शोर्ट हेयर कटिग के अन्दर डिस्कनेक्ट तकनिक का इस्तेमाल किया गया।

जसपिंदर की आवाज़ और स्वरूप खान के आलाप से मस्त हुआ उदयपुर

0

उदयपुर ,प्रख्यात पंजाबी गायिका और बॉलीवुड की पाश्र्व गायिका डा. जसपिंदर नरूला की आवाज सुनने को लिए मानो पूरा उदयपुर ही परिषद् प्रांगण में चला आया हो। डा. जसपिंदर नरूला ने न ·ेवल बॉलीवुड में संगीत दिया है बल्की उन्होंने ·ई धार्मि· संगीत के साथ ही कई स्रोत व भजन भी गाए हैं। ईश्वर में विश्वास रखने वाली नरूला ने माता की भेंटे, शबद, दोहे, नाते व कई जागरण गाए है। सुफीया गानों को पंसद करने वाली नरूला ने हिन्दुस्तान शास्त्रीय संगीत में पीएचडी भी कर रखी है। भाग्य को प्रधान मानने वाली जसपिंदर ने शहरवासियों को देर रात तक बांधे रखा। मूलत: दिल्ली की रहने वाली नरूला 37 वर्षों से गाती चली आ रही है और शीघ्र ही वे मीरा के द्वारा गाए गानों को ए· नए अंदाज में प्रस्तुत करने वाली है और उनके इस कार्य में उनके साथ युवाओं की टीम लगी हुई है।

फिल्म विरासत का ‘तारे हैं बाराती…’ व प्यार तो होना ही था का टाईटल सोग ‘प्यार तो होना ही था…’ गानों की प्रसिद्ध के बाद उन्होंने देश में अपने गानों से तहलका सा मचा दिया। नरूला को अब तक प्रसिद्ध हुए गानों की लिस्ट काफी लंबी है। इस प्रसिद्ध गायिका ने द हीरो का ‘दिल में है प्यार तेरा…’, संजीवनी का ‘निकम्मा कीया इस दिल ने…’, ’ जैसे कई फिल्मों के गानों गाकर युवाओं के दिलों पर अपनी छाप छोडी है। इसके अलावा उन्होनें मेरे रŽबा, तेर संग सहित कई एलबमों में भी गाने गाए है।

इंडियन आइडल 5 से पहचान बनाने वाले 20 वर्षीय स्वरूप खान आज ·िसी परिचय का मोहताज नहीं है। राजस्थान की माटी के इस लोकगायक ने इंडियन आइडल के टॉप 4 तक पहुंच अपनी गायिका का प्रदर्शन कीया।

दीपावली दशहरा मेला आयोजित डा. जसपींदर नरूला की पंजाबी नाईट में शहरवासी समय से पूर्व ही आ·र अपनी-अपनी जगह पर बैठ गए। संस्कृतिक संध्या की शुरूआत में सबसे पहले जयपुर से आए ट्विस्टर डांस ग्रुप ने ‘लैला मैं लैला केसी मैं लैला…’ व ‘दुनिया में लोगों को धोखा कभी हो जाता है…’ गाने पर डांस कर श्रोताओं को जोश से भर दिया। कार्यक्ररम की अगली कडी में संचालक आशा जैन ने जब इंडियन आईडल के प्रतिभागी स्वरूप खान को बुलाया तो पूरे पांडाल ने स्वागत कीया। स्वरूप ने मंच आते ही दर्शको को खमा घणी कर लोगों का दिल ही जीत लिया। उन्होंने सबसे पहले केसरिया बालम पधारो म्हारा देश… जब गाया तो हर एक उनके स्वर में स्वर मिलाने लग गया। अपनी इस प्रस्तुति के बाद उन्होंने श्रोताओं को अपनी राजस्थान की संस्·ृति का अहसास कर दिया। इसके बाद तो उन्होंने बालीवुड के कई गानों को गाकर श्रोताओं को अपना दीवाना सा बना दिया। ‘मैं यमला पगला दिवाना ओ रबा इतनी से बात ना जाना…’ गाकर युव·-युवतियों को थिरकरने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने पॉप और हो· की थीम पर ‘केसे बताएं क्यो तुमको चाहें…’, आसपास है खुदा…, ·ब से उनको ढूंढता हूं…, जी करदा…, दमादम मस्त ·लंदर…, छाप तिल·…, बिजुरिया बिजुरिया… जैसे गानों को गाकर संस्कृतिक संध्या में चार चांद लगा दिए।

खचाखच भरे प्रांगण में कार्यक्रम के दूसरे दौर में म्यूजिक डायरेक्टर व कई फिल्मों व एलबमों में संगीत दे चुके मिकी नरूला जब स्टेज पर आए तो हर और सिटियों व तालियों की गूंज सुनाई दे रही थी। उन्होंने मंच पर आते ही सबसे पहले ‘बचना हे हसिनों लो मैं आ गया…’ सुनाया। इस·के बाद उन्होंने ‘देखा न हाय रे सोचा न हाय रे…’,आदि गाने गा कर रोमांचित कर दिया

मिकी की प्रस्तुति के बाद जब डा. जसपींदर नरूला मंच पर आई लोगों ने बड़ी गर्मजोशी से उनका स्वागत करते हुए करतल ध्वनी से माहौला को जोशिला बना दिया। मंच पर आकर सबसे पहले उन्होंने उदयपुर शहरवासियों को नमन करते हुए गणपति वंदना की। इसके बाद उन्होंने स्टेज पर जब ‘दमादम मस्त ·लंदर…’, ‘हम मिले तुम मिले दिल मिले जाने जा…’ के बाद जब उन्होंने पंजाबी गीत ‘मुंडा तु है पंजाबी सोना तेर विच दिल आ गया…’ गाया तो दर्श· दीर्घा में बैठे लोग भी उठ खडे होकर झुमने लगे। उन्होंने इस बाद पंजाबी व हिंदी फिल्मों के गाने गाए। उन्होंने हीरो फिल्म का गाना ‘मौत न आई तेरी याद क्यों आई लंबी जुदाई…’ की प्रस्तुति दी। जसपींदर के साथ इंडियन आईडल प्रतिभागी स्वरूप खान ने लोक गीत ‘पधारो म्हारे देस…’ की अनूठी जुगल बंदी के साथ पेश किया । उन्होनें कई फिल्मी गानों के साथ साथ सुफी व धार्मिक गाने गाकर देर रात तक समा बांधे रखा। डा. जसपिन्दर नरूला ने जब अंत में फिल्म प्यार तो होना ही था का टाईटल सोंग गाया तो युवक युवतियों झुम उठे।

भव्य आतिशबाजी :- समिति अध्यक्ष धनपाल स्वामी ने बताया की बुधवार को दीपावली के दिन परिषद् की ओर से नगर परिषद् प्रांगण में भव्य आतिशबाजी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होनं उदयपुर शहर को दीपावली कि अग्रिम बधाई देते हुए अधिक से अधिक संख्या में आतिशबाजी कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया ।

 

 

पत्रकार गौड़ हलधर रत्न से सम्मानित

0

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदान किया पुरुस्कार

उदयपुर। प्रात:काल संवाददाता प्रमोद गौड़ को श्रेष्ठ कृषि पत्रकारिता के लिए हलधर रत्न 2011 के विशिष्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। २० अक्टूबर को जयपुर पिंकसिटी प्रेस क्लब सभागार में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने पत्रकार गौड़ को हलधर रत्न सम्मान में प्रशस्ती पत्र, स्मृति चिन्ह व 1100 रुपए नकद पुरस्कार दिया । सम्मान समारोह में कृषि मंत्री हरजीराम बुरडक व दुरदर्शन केंद्र जयपुर के निदेशक आरपी मीणा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कृषक रत्न पुरस्कार जयपुर के दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार स्व$. कल्याणसहाय शर्मा की स्मृति में हलदर टाईम्स पत्र समूह द्वारा श्रेष्ठ कृषि पत्रकारिता व कृषि कार्य करने वालों को दिया जाता है। विदित है कि गौड़ ने पिछले समय में कृषि क्षेत्र के कई ज्वलंत मुद्दों पर समाचारों के माध्यम से प्रकाश डाला है।

मेले पे छाया रहा शिबानी का जादू

0

दीपावली मेले के छठे दिन शनिवार को मिराज ग्रुप की ओर से आयोजित शिबानी कश्यप नाइट में रॉक एंड रोल के साथ ही सूफियाना अंदाज की प्रस्तुतियों ने मेलार्थियों को साथ झूमने पर मजबूर कर दिया। साथ में आए ग्रुप ने भी सधी हुई प्रस्तुतियों से सभी को रोमांचित कर डाला। शिबानी ने मंच पर आते ही अपने ही गाए सजना आ भी जा… की प्रस्तुति देकर अपना परिचय दिया। उसके बाद हो गई है मुहब्बत… दम मारो दम… ये मेरा दिल प्यार का दीवाना… पिया तू अब तो आ जा… होगा तुमसे प्यारा कौन… से कार्यक्रम का पहला चरण पूरा किया। पहले चरण में मंच पर लाइट बंद होने के बावजूद शिबानी ने गाना जारी रखा।

 आफरीन अंदाज

 दूसरे चरण में शिबानी ने मंच से आफरीन आफरीन… से लाजवाब शुरुआत की। जिसे सुनकर वरिष्ठ श्रोता भी मदमस्त हो गए। उसके बाद नूसरत फतह अली खान का पिया रे पिया रे थारे बिना लागे ना म्हारा जीया रे… की धमाकेदार प्रस्तुति देकर बैठे हुए श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। दर्शक दीर्घा का नजारा उस समय देखने लायक हो गया जब शिबानी ने स्लमडॉग मिलेनियर का जय हो… जय हो… प्रस्तुति दी। सूफियाना अंदाज के प्रशंसकों की मांग पर यारा सिली सिली… की प्रस्तुति दी।

 आखिर में जिन्दा हु में

कार्यक्रम का अंतिम चरण रॉक एंड रोल रहा। इस दौरान मंच से शिबानी ने होगा तुमसे प्यारा कौन… कमबख्त इश्क हैजो… जिंदा हूं मैं… के बाद रा वन के छम्मक छल्लो… और बा खुदा बा खुदा… की धमाकेदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंतिम छोर पर कश्यप ने दमा दम मस्त कलंदर… देकर उदयपुर को अलविदा कहा

 खचाखच रहा पांडाल

अन्य दिनों की अपेक्षा शिबानी कश्यप नाइट में शहरवासियों की खासी भीड़ रही। मेले में पांव रखने का स्थान तक नहीं रहा। मेले में घूम फिर कर थक चुके शहरवासियों ने परिसर में आराम से बैठकर कार्यक्रम का आनंद लिया। जगमगाती आकर्षक लाइटिंग और खुले वातावरण में शिबानी कश्यप नाइटको यादगार बनाया

 

शिक्षा की अलख जगाने वाले के लिए मदद की गुहार

0

उदयपुर , रिजवान उस्मान ज़हिर पिछले चालीस वर्षो से कला , संस्कृति , नाटक , कहानियों से जन चेतना जगाने का कार्य कर रहे हे , इन दिनों वे गंभीर बीमारियों से लड़ते हुए आर्थिक संकट से झूझ रहे हे , और इसीलिए उनका लेखन कार्य भी बाधित हे , रिजवान को आर्थिक मदद की दरकार हे ,

रिजवान चालीस वर्षो से कला संस्कृति में नाटक , और कहानियों में अपने लेखन कार्य से जन चेतना जागते आये हे , इन्होने नुक्कड़ नाटक से राजस्थान के हर जिले में घूम घूम कर शिक्षा की अलख जगाई हे, इन्हें कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रुस्कारों से सम्मानित किया जा चूका हे लेकिन इन दिनों , गुर्दे की बीमारी , और खून की कमी , आदि बिमारियों से त्रस्त हे , हर हफ्ते में डॉ. इनका डायलेसिस करते हे , जिसका खर्चा उठाने में ये असमर्थ हे , और इसी आर्थिक संकट के चलते बीमारियाँ और बढती जा रही हे , लेखन कार्य तो खेर नहीं हो पा रहा लेकिन अब तो डायलेसिस नहीं होने की वजह से जान का ख़तरा भी बना रहता हे , रिजवान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र लिखा हे की उन्हें आर्थिक मदद की जाए , और आप सब से भी प्रार्थना हे के एक ऐसा प्रतिभावान व्यक्ति जिसने अपना जीवन, जनचेतना और शिक्षा की अलख जगाने में लगा दिया आज , उसे मदद की ज़रूरत हे ,. आप आगे आये और बड़ा के हाथ इन्हें थाम ले ,

क्या सोचते है रोमांस के वक़्त आप

0

हो सकता है कि जब महिलाएं डीप इमोशनल बॉन्डिंग के बारे में सोच रही हों, तब पुरुष का फोकस उनकी बॉडी पर हो। वैसे, इस दौरान दोनों की सोच अलग होती है। जानते हैं कि सेक्स के दौरान महिलाओं और पुरुषों के दिमाग में क्या चल रहा होता है:

एक मशहूर कहावत है, ‘महिलाएं सेक्स इसलिए करती हैं, ताकि पुरुष का प्यार पा सकें। जबकि पुरुष इसलिए प्यार देते हैं कि बदले में सेक्स मिल सके।’ अब इस बारे में सोचिए कि जब आप उनके साथ बेड पर होती हैं, तब आपके दिमाग में क्या चल रहा होता है…क्या मैं उसकी एक्स से ज्यादा हॉट हूं? क्या वह मुझे प्यार करता है? क्या वह मेरे साथ खुश है?

लेकिन पुरुष इस बारे में बिल्कुल अलग सोचते हैं। जहां वे अपनी जरूरतों के बारे में सोचते हैं, वहीं महिलाएं इमोशनल होकर अपने हिसाब से सोचती हैं। फिर भी पुरुषों के दिमाग में सेक्स के समय क्या चल रहा है, यह जानना बेहद मुश्किल है। डिकोड करते हैं, ऐसी ही कुछ कॉमन चीजें।

वे सोचते हैं

यह कितनी हॉट है! यकीन मानिए, आपकी ब्रा का हुक खोलते वक्त आपके पार्टनर के दिमाग में सबसे पहली चीज यही आती है। 29 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर माधव सिंह कहते हैं, ‘जैसे ही मैं अपनी वाइफ को अनड्रेस होते हुए देखता हूं, तुरंत मेरा मूड बन जाता है। फिर कोई और एफर्ट नहीं करना पड़ता।’

 वे सोचती हैं

क्या वह मेरा साथ देगा? सेक्स के दौरान, औरतों के दिमाग में इस तरह के ढेर सारे सवाल और जवाब घूमते रहते हैं। सच यह है कि जिस वक्त पुरुष उनकी बॉडी मे खोए रहते हैं, उस वक्त महिलाओं के दिमाग में यह सवाल घूमता रहता है कि क्या वह हमेशा ऐसे ही उनके साथ रहेगा?

वे सोचते हैं

35 साल के बिजनेसमैन फारुख मिर्ज़ा का कहना है कि सेक्स और भी अच्छा लगता है , जब आपके पार्टनर कोमालूम हो कि आप बिस्तर में क्या चाहते हैं। गौरतलब है कि बिस्तर पर पुरुष हमेशा महिलाओं की बॉडी लैंग्वेजकी तारीफ करते हैं। अगर आपको पता है कि उन्हें क्या चाहिए , तब वे बहुत अच्छा महसूस करते हैं।

वे सोचती हैं

क्या पहले भी उसके किसी के साथ फिजिकल रिलेशन रहे हैं ? गौरतलब है कि ज्यादातर महिलाएं एक्स्पीरियंस्डपुरुष को प्रिफर करती हैं। इससे सेंसुअलिटी में इजाफा जो होता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है किवे आपके पहले के रिलेशनशिप से बहुत खुश हैं !

वे सोचते हैं

यह मानी हुई बात है कि महिलाओं के ब्रेस्ट पुरुषों को सबसे ज्यादा अट्रैक्ट करते हैं। और सेक्स के दौरान वे ब्रेस्टको सहलाना सबसे ज्यादा इं जॉय करते हैं।

वे सोचती हैं

31 साल की मार्केटिंग प्रफेशनल रिया घोष कहती हैं कि सेक्स के दौरान अपने लुक्स के लिए कॉम्प्लिमेंट मिले ,तो उनकी एक्साइटमेंट और भी बढ़ जाती है। इस दौरान अपनी तारीफ सुनकर उनका कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है।

 

मुअम्मर गद्दाफ़ी सिर्त में ‘मारे गए’

0

राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के एक अधिकारी ने कहा है कि लीबिया के अपदस्थ नेता मुअम्मर गद्दाफ़ी मारे गए हैं.

लीबिया टीवी के अनुसार गद्दाफ़ी को गोलियां लगी थी जिससे उनकी मौत हो गई है. अंतरिम परिषद के नेता ने और अधिक जानकारी नहीं दी लेकिन कहा कि गद्दाफ़ी की मौत हो गई है. हालांकि अभी भी इन खबरों की स्वतंत्र रुप से पुष्टि नहीं हो सकी है. समाचार एजेंसी एएफपी ने एक फोटो जारी की है जो कथित रुप से गद्दाफ़ी की बताई जा रही है. गद्दाफी के बारे में खबरों की जानकारी देने के लिए अंतरिम परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी जल्दी ही प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. इस बीच त्रिपोली और सिर्त में जश्न का माहौल बना हुआ है. एक प्रत्यक्षदर्शी सैनिक ने कहा कि गद्दाफी़ पर गोलियां चलाई गई हैं. इससे पहले अंतरिम परिषद के एक सैनिक का कहना है कि गद्दाफ़ी सिर्त में एक गडढे में छिपे हुए थे और उन्होंने गोली नहीं चलाने की भी अपील की. इस सैनिक ने एक सोने की पिस्तौल भी दिखाई जो उसके अनुसार गद्दाफ़ी की थी. उधर त्रिपोली में जश्न का माहौल बना हुआ है.

अंतरिम परिषद के एक अधिकारी जल्दी ही इस बारे में प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं.

सिर्त पर कब्ज़ा

गद्दाफ़ी की गिरफ़्तारी की ख़बर तब आई जब अंतरिम परिषद ने दावा किया कि गद्दाफ़ी के जन्म-स्थान सिर्त पर उन्होंने क़ब्ज़ा कर लिया है. कर्नल ग़द्दाफ़ी ने साल 1969 से हाल तक लीबिया में सत्ता में रहे थे. अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत भी गद्दाफ़ी की ग़िरफ़्तारी के लिए अपना बयान दे चुका है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ अंतरिम सरकार के लड़ाकुओं ने गद्दाफ़ी के गढ़ सिर्त पर पूरी तरह से क़ब्ज़ा कर लिया है. ख़बरों के मुताबिक़ आख़िरी लड़ाई बृहस्पतिवार की सुबह करीब 90 मिनट तक चली.

सरकारी लड़ाकूओं और गद्दाफ़ी समर्थकों के बीच सिर्त में पिछले कई सप्ताहों से संघर्ष चल रहा था. लेकिन कुछ गद्दाफ़ी समर्थक दक्षिणी पूर्वी शहर बनी वालिद में अब भी हथियार डालने को तैयार नहीं हैं.

पति ने कोठे पर पहुंचाया, सेक्स वर्कर्स ने बचाया

0

मुंबई ।। अपनी नव विवाहिता पत्नी को धोखे से वेश्यालय में बेचने की कोशिश कर रहे एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पति की कुटिल चालों से अनजान पत्नी को वहां की कॉल गर्ल्स ने ही बचाया।

मिली जानकारी के मुताबिक 24 वर्षीय ललन अकरम शेख मुंबई के रेडलाइट एरिया कमाठीपुरा में अपनी पत्नी को बेचने पहुंचा। उसने मुर्शिदाबाद (बंगाल) के अपने गांव में दो महीने पहले ही शादी की थी। उसने लड़की के घर वालों को झूठ बताया था कि वह मुंबई में एक जूलरी शॉप में काम करता है, 12000 रुपए महीने कमाता है और जल्द ही उसका प्रमोशन भी होने वाला है।

 गांव से मुंबई आई उसकी युवा पत्नी को जरा भी एहसास नहीं था कि पति उसके साथ कैसा घिनौना खेल खेलने वाला है। जब शेख वेश्यालय मालिकों से सौदेबाजी कर रहा था, तब आसपास खड़ी सेक्स वर्कर्स को शक हो गया। उन लोगों ने लड़की का मासूम चेहरा देखा और उन्हें समझ में आ गया कि पति इस लड़की को देह व्यापार के दलदल में धकेलने की तैयारी कर चुका है। इन सेक्स वर्कर्स ने पुलिस कंट्रोल को फोन कर दिया।

इस सूचना के आधार पर पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। शेख को गिरफ्तार कर लिया गया। नागपाड़ा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर संजय कदम ने बताया कि शेख की पत्नी हिन्दी और अंग्रेजी नहीं समझ पाती। उसे पुलिस उसके गांव वापस भेजने की सोच रही है। जबकि, शेख के बारे में यह पता करने की कोशिश हो रही है कि क्या उसने पहले भी कुछ महिलाओं को बेचा है।

जब इस बारे में पुलिस बुलाकर उस महिला को बचाने वाली सेक्स वर्कर्स से यह पूछा गया कि उन्होंने क्यों उस महिला को इस धंधे में आने से रोका, तो नाम न छापने के अनुरोध के साथ उन्होंने बताया कि वह जानती हैं इस दलदल में जीना कैसे मौत से भी बदतर हो जाता है। ऐसे में वह नहीं चाहती थीं कि उनकी तरह कोई और मासूम महिला जबरन यहां के जुल्मों का शिकार हो।