अधिवकता समाज हितों की रक्षार्थ आगे आएं: न्यायमूर्ति माथुर

उदयपुर, । अवसर प्राप्त होते है और चले जाते है किन्तु एक दृष्टि, एक दिशा और परिपक्वता से किया गया। प्रयास ना केवल सफल होता है वरन संस्था के भी हितार्थ होता है।

_DSC0391

उक्त विचार राजस्थान उच्च न्यायलय के न्यायमूर्ति गोविंद माथुर ने शनिवार को यहां आयोजित बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अधिवक्त बुद्घिजीवी वर्ग है और समाज के हितों की रक्षार्थ उन्हें आगे आना चाहिए। उन्होंने अधिवक्ताओ को यहां ट्रिब्युनल बैंच स्थापना के प्रयास करने की भी सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामचन्द्र सिंह झाला ने बार एसोसिएशन के कार्यों की सराहना करते हुए न्यायालय परिसर में पार्किंग व्यवस्था सुव्यवसिथत रकने पर जोर दिया।

_DSC0301

समारोह के आरंभ में कार्यवाहक अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। नगर प्रन्यस अध्यक्ष रूपकुमार खुराना, सभापति रजनी डांगी, नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने भी समारोह को संबोधित किया। प्रथम बार भूतपूर्व अध्यक्षों का संरक्षक मण्डल का गठन किया गया है जिसमें बी.एल सरूपरिया, शंतिलाल चपलोत, फतहलाल नागोरी, हीरालाल कटारिया, कन्हैयालाल चोर्डिया, शकुंतला जोशी, शांतिलाल पामेचा, रोशनलाल जैन, शंभुसिंह राठौड, प्रकाश पानेरी, गजेन्द्र सिंह सोलंकी को सम्मिलित किया गया।

_DSC0411

इस अवसर पर संविधान समिति के सदस्य फतहलाल नागौरी, भगवत सिंह देवपुरा, शांतिलाल पामेचा, शंभू सिंह राठौड, रोशनलाल जैन, गौतम सिरोया, उत्तम सोमानी, रिषभ कुमार का एवं अधिवक्त कल्याण कोष के गोपालदास सनाढय, भंवर सिंह देवडा, प्रवीण खण्डेलवाल, राजेन्द्र सिंह राठौड, अशोक घरबडा एवं अनुराग शर्मा का स्वागत किया गया

केबीसी: 12वीं पास महिला ने जीते पाँच करोड़

0
अमिताभ बच्चन की मेज़बानी वाले टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के इस सीज़न में सनमीत कौर सहाय नाम की महिला पाँच करोड़ जीतने वाली पहली विजेता बन गई है.
अमिताभ बच्चन की मेज़बानी वाले टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के इस सीज़न में सनमीत कौर सहाय नाम की महिला पाँच करोड़ जीतने वाली पहली विजेता बन गई है.

सनमीत कौर मुंबई में रहती हैं. वे 12वीं पास हैं और घरेलू कारणों से वे आगे नहीं पढ़ पाई. सनमीत बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं और इसी दौरान सामान्य ज्ञान की बातें अर्जित करने का शौक उन्हें लग गया.

सनमीत ने बताया कि वे कई बार केबीसी में कोशिश कर रही थीं लेकिन इस बार मौका मिल गया.

केबीसी विजेता का कहना है कि उन्होंने वाकई कभी नहीं सोचा था कि वे केबीसी जीतेंगी. उनके पति अभिनेता हैं और दो बेटियाँ और एक बेटा है.

 

सनमीत के पति हरमीत भी अपनी पत्नी की कामयाबी पर बेहद खुश हैं. वे कहते हैं, “मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना गर्व महसूस कर रहा हूँ. वो शुरु में घबरा रही थीं लेकिन मैंने उन्हें प्रोत्साहित किया. करोड़पति तो कई होते हैं लेकिन मैं कह सकता हूँ कि मैं करोड़पत्नी का पति हूँ.”

मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना गर्व महसूस कर रहा हूँ. वो शुरु में घबरा रही थीं लेकिन मैंने उन्हें प्रोत्साहित किया. करोड़पति तो कई होते हैं लेकिन मैं कह सकता हूँ कि मैं करोड़पत्नी का पति हूँ."सनमीत कौर, कौन बनेगा करोड़पति की विजेता
मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना गर्व महसूस कर रहा हूँ. वो शुरु में घबरा रही थीं लेकिन मैंने उन्हें प्रोत्साहित किया. करोड़पति तो कई होते हैं लेकिन मैं कह सकता हूँ कि मैं करोड़पत्नी का पति हूँ.”
सनमीत कौर, कौन बनेगा करोड़पति की विजेता

बच्चे कहते थे मम्मी पढ़ लो

वैसे सनमीत की योजना तो अपने पति को सरप्राइज़ करने की थी और उन्होंने बताया नहीं था कि वे केबीसी में जाएँगी. लेकिन बाद में सनमीत को ये बात पति को बतानी पड़ी.

 

अपने जीत के लिए सनमीत बच्चों को श्रेय देती हैं. उन्होंने बताया, “बच्चे हमेशा मुझसे कहते रहते थे कि मम्मी पढ़ाई कर लो, केबीसी में जाना है, अमिताभ जी के साथ बैठना है.”

 

इस बड़ी राशि का इस्तेमाल कैसे करना है इस बारे में अभी सनमीत ने ठीक से नहीं सोचा है. उनका कहना है, “कुछ हिस्सा तो दान-पुण्य के लिए अलग रखूँगी. बाकी का क्या करना है ये परिवार के साथ बैठकर तय होगा.”

 

ये केबीसी का छठवां सीज़न है. छठे सीज़न को अपना पहला करोड़पति मिला था जम्मू-कश्मीर के मनोज कुमार रैना के रूप में.

 

केबीसी के पिछले सीज़न में बिहार के सुशील कुमार ने पाँच करोड़ जीते थे. जबकि बिहार के रहने वाले अनिल कुमार सिन्हा ने कौन बनेगा करोड़पति पर एक करोड़ रुपए जीते थे.

 

केबीसी वर्ष 2000 में शुरु हुआ था और ये बेहद लोकप्रिय कार्यक्रम रहा है. बीच में बीमारी की वजह से अमिताभ बच्चन एक सीजन में मेज़बानी नहीं कर पाए थे और उनकी जगह तीसरे संस्करण में शाहरुख़ खान आए थे.

 

शो की लोकप्रियता का मुख्य कारण अमिताभ बच्चन की मौजूदगी रहा है. केबीसी का निर्माण सोनी कर रहा है.

सो. बी बी सी

रंगशाला में नाटक ‘‘मैं अफसाना क्यों कर लिखता हूँ’’

उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में नाटक ‘‘मैं अफसाना क्यों र लिखता हूँ’’ का मंचन रविवार को होगा।

केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि नाट्य गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिये केन्द्र द्वारा हा माह के प्रथम रविवार को नाट्य संध्या का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि रविवार 5 जनवरी को शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में सआदत हसन मन्टो की कहानी पर आधारित तथा विनय विश्वा द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘ मैं अफसाना क्यों कर लिखता हूँ’’ का मंचन किया जायेगा। इस नाट्य प्रस्तुति में दर्शकों के लिये प्रवेश निःशुल्क होगा।

जैनतात्विक संदृष्टि लोक की व्याख्या के लिए सार्वभौमिक एवं समसामयिक

(जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग में व्याख्यानमाला का आयोजन)

उदयपुर ‘‘सृष्टि का विकास एवं ह्रास निरन्तर चलता रहता है। उसके निर्माण में छःद्रव्यों का संयोग होने से उसकी सत्ता का अहसास हमें होता है। द्रव्य, गुण एवं पर्याय के रूप् में थित द्रव्य की तात्विक मीमांसा जैनाचार्यों ने की है, जो अत्यधिक सटीक एवं उचित प्र्रतीत होती है। जैन परम्परानुसार विश्व को किसी के द्वारा न तो निर्मित ही किया गया , न ही उसको सुरक्षित रखने का कार्य किसी के द्वारा किया जाता है और नही उसको कोई नष्ट ही कर सकता है। क्योंकि द्रव्य की सत्ता सदैव से है एवं सदैव तक रहेगी। न वह कम हो सकता है और न ही समाप्त हो सकता है।‘‘ ये विचार अमेरिका से भौतिक शास्त्र विषय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर पारसमल अग्रवाल ने जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग द्वारा आयोजित विस्तार व्याख्यानमाला में प्रस्तुत किए। मोहनलाल सुखड़िया विश्वविद्यालय के जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग द्वारा आयोजित विस्तार व्याख्यानमाला में उन्होंने जैनविद्या की तात्विक मीमांसा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आत्मा को बाह्य एवं आभ्यंतर इन दो रूपों में देखा जा सकता हैै। जब हम आत्मा के बाह्य रूप को देखते हैं तब समस्त क्रिया- कलाप के रूप में उसकी गतिशीलता देखी जाती है तथा आभ्यंतर जगत में जीव /आत्मा का रूप भावनाओं, संवेदनाओं, वैचारिक धरातल के रूप में आत्मा की सकिगयता देखी जाती है।

विस्तार व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि, पूर्व निदेशक एवं पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर प्रेमसुमन जैन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए व्याख्यान के विषय को बहुत बारीकी से स्पष्ट किया, उन्होंने जैन संस्कृति के विभिन्न आयामो तथा जैनाचार एवं दर्शन परक सिद्धांतो को समसामयिक रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने अहिसा, अनेकान्त, स्याद्वाद जैसे जैन सिद्धान्तों की समसामयिकता को स्पष्ट किया। जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग के अध्यक्ष डा. जिनेन्द्र कुमार जैन ने इटली सें पधारे कुल 21 अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग अपने स्थापनाकाल से ही जैनविद्या एवं प्राकृत साहित्य पर शोध कार्य कराने के लिए कृतसंकल्पित है। क्योंकि जैन दर्शन की तात्विक संदृष्टि आज भी समसामयिक एवं सार्वभौमिक है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं कला महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रोफेसर शरद श्रीवास्तव ने जैनदर्शन की गुढ़तम वैशिष्ट्य को उजागर करते हुए कहा कि आज हम जिस माहौल में जी रहे हैं उसमें यदि जैन सिद्धान्तो की अनुपालना की जाये तो निश्चित ही हमारा वर्तमान एवं भविष्य दोनों की सुरक्षित हो सकतें है। अहिंसा , अपरिग्रह, सत्य जैसे सिद्धान्तों की सदैव प्रासंगिकता बनी रहती है। आवश्यकता है कि हम अपनें कर्तव्यों के प्रति सजग रहें।

इटली से पधारी महिला अतिथियों में मेडम लोरा क्लेमेंट ने व्याख्यान के प्रमुख अंशों का इटालियन भाषा में अनुवाद कर व्याख्यान को और भी सरस बनाया। कार्यक्रम के अन्त में विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा0 ज्योति बाबू जैन ने आभार व्यक्त किया।

 

HZL माइन्स दरीबा में लीकेज पाइप से गैस रिसाव, दो श्रमिकों की मौत

माइंस के प्रशासनिक भवन के कांच फोड़े

पुलिस व आक्रोशित ग्रामीणों के बीच लाठी-भाटा जंग

अचेत हुए 10 जनों उदयपुर रेफर, हालत खतरे से बाहर

उदयपुर/राजसमंद, ४ जनवरी। हिंदुस्तान जिंक की दरीबा माईंस के लीड ब्रांच में शुक्रवार दोपहर दो बजे एक लीकेज पाइप से गैस रिसाव होने से दो जनों की मौत हो गई। घटना में करीब 10 जने गैस रिसाव से अचेत हो गए जिन्हें उपचार के लिए उदयपुर लाया गया। जहां सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।

HZL dariba mains 6

दरीबा माइंस में हादसे की सूचना मिलने पर आक्रोशित ग्रामीण मौके पर पहुंचे और माइंस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और अस्पताल व माइंस के प्रशासनिक भवन में पथराव कर कांच फोड दिए। वहीँ सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस दल तथा ग्रामीणों के बीच कई बार लाठी-भाटा जंग होने की सूचना है। ग्रामीणों ने माइंस परिसर में कुछ जगह पुराना सामान लगा कर आग भी लगा दी। हालात को देखते हुए जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकारी व जाब्ता मौके पर तैनात कर दिया गया है।

HZL dariba mains 5 HZL dariba mains 1o

 

HZL dariba mains 12जानकारी के अनुसार दरीबा माइंस के लेड ब्रांच के कामकाज को मोनार्क कम्पनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। शुक्रवार दिन में वहां काम चल रहा था इसी दौरान एक पाईप से विषैली गैस का रिसाव होना शुरू हो गया। श्रमिकों ने रिसाव को रोकने का प्रयास किया लेकिन वहां कम्पनी का इंचार्ज, पर्यवेक्षक नहीं होने से गैस रिसाव को काबू में नहीं किया जा सका।

मौके पर ही कोटडी निवासी देवीलाल पुत्र हजारीलाल सालवी एवं भीम थाना क्षेत्र के कूकरखेडी गांव निवासी माधुसिंह की मौके पर मृत्यु हो गई। वहीं समीप ही खाना खा रहे श्रमिकों को इसकी भनक लगने पर वे अपने साथियों को बचाने पहुंचे। इस दौरान विषैली गैस से करीब 10 जने अचेत हो गए। सभी घायलों को उदयपुर के लिए रवाना किया गया।

HZL dariba mains4

माइंस में हादसे की सूचना मिलने पर माइंस कर्मचारी, ग्रामीण मौके पर पहुंचे और माइंस प्रशासन की लापरवाही से हादसे होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल व प्रशासनिक भवन पर भी पथराव कर कांच तोड दिए। सूचना मिलने पर रेलमगरा थानाधिकारी व पुलिस दल मौके पर पहुंचा और समझाइश का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों के आगे उनकी एक नहीं चली। वहीं लगातार ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे पथराव के आगे पस्त थानाधिकारी ने जिला मुख्यालय पर सूचना देकर अतिरिक्त जाप्ता मंगाया। सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकारी व दल मौके पर पहुंचा लेकिन ग्रामीणों ने उनके पहुंचने पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस दल ने ग्रामीणों पर लाठियां बजाते हुए खदेडने का प्रयास किया। बताया गया कि ग्रामीणों व पुलिस के बीच कई बार लाठी भाटा जंग होता रहा। जिला मुख्यालय से पहुंचे एक और अतिरिक्त दल करीब पौने चार बजे दरीबा पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उस पर पथराव कर उसके कांच फोड दिए। दल जिस दिशा से आया था उसी दिशा से वापस लौटने को मजबूर हो गया। स्थिति बेकाबू होगई तथा पुलिस व प्रशासन नियंत्रण में लाने की कोशिश में जुटे हुए रहे।

HZL dariba mains 13 HZL dariba mains 14 HZL dariba mains 7

उदयपुर संवाददाता के अनुसार हिंदुस्तान जिंक के दरीबा माइंस में विषैली गैस रिसाव से अचेत हुए प्रोसेस एसोसिएट दौसा निवासी निरज (29) पुत्र सुभाष अग्रवाल, इंजिनियर गौरव(24) पुत्र गिरीराज विजय, प्रोसेस एसोसिएट जोधपुर निवासी मुकेश सिगेरिया (25) पुत्र कालूराम, फलासिया निवासी रतन (30) पुत्र श्यामलाल, वेल्डर कपासन निवासी शिवलाल (29) पुत्र देवीलाल माली, नागौर निवासी मनोज (30) पुत्र जेठूसिंह, रतलाम निवासी दशरथ कीर (29) पुत्र रामसिंह, कोटडी निवासी शंकरलाल जाट (32) पुत्र माधूजी, राजपुरा निवासी जगदीश(26) पुत्र रामलाल जाट, किशन जाट(28) को उपचार के लिए उदयपुर के एक निजी चिकित्सालय लाया गया जहां सभी घायलों की खतरे से बाहर बताई गई है।

HZL dariba mains2 HZL dariba mains1

घटना के बाद श्रमिक नेता मांगीलाल अहीर सहित सैंकडों श्रमिकों की भीड चिकित्सालय परिसर के बाहर जमा हो गई। सूचना मिलने पर हाथीपोल थानाधिकारी गोवर्धन लाल मय जाप्ता भी मौके पर पहुंचे।

HZL dariba mains 3विधायिका ने पूछी कुशलक्षेम: घटना की जानकारी मिलने पर राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल पहुंचे घायलों से मिली एवं उनसे घटना की सम्पूर्ण जानकारी ली। पत्रकारों से मुखाबित होते हुए विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि हादसे में हुई लापरवाही की सम्पूर्ण जांच की जाएगी। यदि माइंस मालिकों द्वारा श्रमिकों को उचित सुविधा एवं किट मुहैया नहीं कराए जा रहे है प्राथमिकता यही रहेगी कि सबसे पहले कार्य करने वाले श्रमिकों को उचित संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। किरण ने यह भी कहा कि गैस रिसाव की घटनाएं बढती जा रही है।

धोखाधडी कर ग्राहक के रूपये बैंक में नहीं जमा कराये

Fraud-Crosshairs1उदयपुर, हाथीपोल थाना पुलिस ने एक्सिस केपिटल एक्ज्युकेटिव के खिलाफ ग्राहकों को ऋण केश बेंक में जमा नहीं करवा धोखाधडी करने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार एक्सिस केपिटल अधिकारी आजाद नगर सज्जननगर रोड निवासी सोहेल खां पुत्र नियाज मोहम्मद ने कंपनी ऑपरेशन एक्युजेटिव राताखेत बी बलाक निवासी पियुष पुत्र रणजीत सिंह परिहार के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया कि आरोपी कंपनी के माध्यम से एकत्रित बैंक के ऋण दाताओं की वसूली किया करता था 3 दिसमबर को ग्राहक जसवंत सिंह ने आरोपी को दिये 30 हजार रूपये ऋण किश्त जमा नहीं होने की शिकायत की। इस सम्बन्ध में पडताल करने पर ग्राहकों से वसूली 4 लाख रूपये से अधिक की राशि जमा नहीं होने पर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया।

शीत लहर को देखते हुए विद्यालयों में 12 जनवरी तक अवकाश

winter schoolउदयपुर, जिले में शीत लहर का प्रकोप जारी रहने एवं निरन्तर तापमान को गिरावट देखते हुए जिले के समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में 5 से 12 जनवरी तक अवकाश घोषित किया गया है।

जिला कलक्टर विकास एस.भाले ने शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए शुक्रवार को आला अधिकारियों एवं शिक्षाधिकारियों की बैठक लेकर विद्यालयों में अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि उदयपुर जिले की कक्षा 1 से लेकर 8 वी कक्षा तक के समस्त विद्यालयों में आगामी 12 जनवरी तक अवकाश रहेगा। घोषित अवकाशों के दौरान शिक्षकों एवं विद्यालय के स्टाफ को नियमित रूप से विद्यालय जाना होगा। इसके साथ ही पूर्व घोषित परिक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होंगी।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर(प्रशासन) बी.आर.भाटी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) मोहम्मय यासीन पठान, जिला रसद अधिकारी एम.एल. चौहान, तकनीकी निदेशक जितेन्द्र वर्मा, जिला शिक्षाधिकारी सीता शर्मा सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

जीबीएच अमेरिकन में ब्रेस्ट केंसर पर कार्य शाला

IMG_0558नई तकनीक,जागरूकता तथा इलाज में समानता सहित विभिन्न मुद्दों पर देश भर से आए सर्जन करेंगें मंथन

जी.बी.एच. अमेरिकन हॉस्पीटल नॉर्थ जॉन एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन ऑफ इण्डिया की पहली कांफ्रेंस आयोजित करने जा रहा है। 1-3 फरवरी को आयोजित होने वाली इस कांफ्रेंस में ख्यातीनाम कैंसर रोग विशेषज्ञ दुनिया भर से शामिल होंगे। जहां स्तन कैंसर के अब तक कारणों को विस्तृत चर्चा-परिचर्चा अनुभव, सुझाव समग्र रूप से विमर्श किया जाएगा।

कार्यशाला की आयोजन सचिव डॉ. गरिमा मेहता ने बताया कि उत्तरी भारत की इस प्रकार की यह पहली कार्यशाला है जिसमें ब्रेस्ट-कैंसर के संबंध में विस्तृत चर्चा की जाएगी तथा इसके जागरूकता की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाने की रणनीति पर मंथन किया गया। डॉ. मेहता ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर मौत का सबसे बड़ा कारण है।

जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के सीईओ तथा मेडिकल डायरेक्टर डॉ. वल्लभ पारिख ने बताया कि इस कार्यशाला के जरिए हम उन शल्य चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, कैंसर रोग विशेषज्ञ, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट को इस सोसायटी से जोडऩे का प्रयास करेंगे और कैंसर को जड़ से मिटाने का जज्बा रखते है।

इस कार्यशाला में डॉ. गरिमा मेहता ने बताया कि हमारा प्रयास होगा कि इस कार्यशाला में ज्यादा से ज्यादा स्त्री रोग विशेषज्ञों को जोड़े क्यों कि स्तन संबंधी किसी भी को लेकर महिलाएं सबसे पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास ही जाती है।

सनराईज मे यातायात प्रणाली पर अन्तर्राश्ट्रीय सेमिनार

DSC_4955इस सेमिनार का उद्घाटन सनराईज ग्रुप ऑफ इन्सटीट्यूषन के मेनेजिंग डायरेक्टर प्रो. एम. एल. कालरा व आई.आई.टी. बम्बई से प्रो. डिंगरा ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। कॉलेज के प्राचार्य श्री गजंफ्फर अली ने सेमिनार में होने वाले तकनीकी सत्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

सेमिनार में आई.आई.टी. बम्बई, ईरान से आए विषेशज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। आई.आई.टी. बम्बई से प्रो. डिंगरा ने प्रथम तकनीकी सत्र में यातायात प्रणाली पर अपने विचार व्यक्त किये। मुख्यतः उन्होनें ऐसे यातायात प्रणाली पर जोर दिया जो सस्ता, आरामदायक, आसान और सुगम्य हो। प्राइवेट ट्रांसपोर्ट को नकारा तथा सार्वजनिक यातायात साधनों पर जोर दिया। पार्किंग से सम्बन्धित समस्याओं को उन्होनें सामाजिक दायित्व बताया।

सेमिनार के द्वितीय तकनीकी सत्र में सनराईज कॉलेज के प्रो. तनवीर आलम ने विजिन सॉफ्टवेयर के जरिये गुडली चौराहे पर यातायात समस्या के समाधान हेतु अपने विचार व्यक्त किये। इस सॉफ्टवेयर के एनिमेटेड विडियों के माध्यम से उन्होनें अल्पकालीन और दीर्घकालीन समाधान प्रस्तावित किये।

इस सत्र में पैनल चर्चा में हुई जिसमें यातायात, पी.डब्ल्यू.डी., नगर परिशद आदि सरकारी विभागों , ब्ज्।म् व विभिन्न इंजिनियरिंग कॉलेजों के प्रोफेसर एवं छात्रों ने अपने यातायात प्लानिंग पर अमुल्य विचार व्यक्त किये। सरकारी महकमें के आला अधिकारियों ने आई.आर.सी. कोड के बारे में जानकारी दी। सनराईज कॉलेज के विद्यार्थियों ने पोस्टर्स के जरिये गुडली तिराहे समस्या के निदान हेतु विभिन्न विकल्प प्रस्तुत किये।

DSC_4968इसी सन्दर्भ मे प्रोफेसर आषीश वर्मा, ने बताया कि प्लानिंग से पहले जरूरत का पता करना प्रमुख उद्देष्य होना चाहिए।

ईरान से आए विषेशज्ञ श्री अली हाकिमइलाही ने ओवरब्रिज के विपरीत अण्डरब्रिज की उपयोगिता पर प्रकाष डाला, इसका मुख्यतः उद्देष्य ईधन बचाना था।

सनराईज ग्रुप ऑफ इन्सटीट्यूषन के मेनेजिंग डायरेक्टर प्रो. एम. एल. कालरा ने यातायात समस्या के सन्दर्भ में फेकल्टी और छात्रों को इस उत्कर्श कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की।

सनराईज ग्रुप ऑफ इन्स्टीटयूषन के डायरेक्टर श्री हरीष राजानी ने उदयपुर षहर बदहाल व्यवस्था पर रोषनी डालते हुए बताया कि उदयपुर की यातायात आज के युग के अनुसार काफी पिछडी हुई है तथा इसमें परिवर्तन एवं आधुनिकरण की सख्त जरूरत है।

सभी विषेशज्ञों तथा अफसरों ने सनराईज के इस प्रयास को सराहनीय बताया तथा इसे अधिक विस्तृत करने के लिये प्रेरित किया।

ड्राइवर की सतर्कता से ट्रेन हादसा टला

8384_stonउदयपुर. अहमदाबाद से उदयपुर आ रही एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर की सतर्कता से गुरुवार तड़के बड़ा हादसा होने से बच गया। रेलवे ट्रैक पर अन्य ट्रेन के पार्ट्स व पत्थर पड़े थे, जिनसे टकराकर यह ट्रेन पलट सकती थी। चालक अर्जुन सिंह फत्तावत ने कोहरे के बावजूद ट्रैक पर पड़े अवरोध से चार फीट पहले ट्रेन रोककर हादसा होने से बचा लिया।

 

रेलवे सूत्रों के अनुसार अहमदाबाद-उदयपुर एक्सप्रेस को सेमारी स्टेशन के पास तड़के सवा 6 बजे इमरजेंसी ब्रेक मारकर रोक दिया गया। ट्रेन जोरदार झटके के साथ खड़ी हो गई। ट्रेन के एसी व स्लीपर बोगियों में सोये यात्री भी झटका लगने से हड़बड़ा कर उठ बैठे।

रेलकर्मियों के साथ यात्री इंजन के पास पहुंचे तो देखकर दंग रह गए। इंजन के सामने चार फीट के फासले पर ट्रैक पर एक भारी भरकम मशीन, पचास किलो से अधिक वजनदार कई पत्थर व कई क्षतिग्रस्त पार्ट्स बिखरे पड़े थे। ट्रेन के इंजन में बैठकर ट्रैक का निरीक्षण कर रहे डूंगरपुर के सहायक अभियंता रतनलाल देवड़ा भी इंजन के आगे का हाल देखकर दंग रह गए।

एईएन देवड़ा, चालक फत्तावत व सहायक चालक रमेश माली ने ट्रैक पर पड़े पार्ट्स की जांच की तो पता चला कि रेल डिब्बों में पावर जनरेट करने वाला डायनुमा व पैसेंजर कोच के पायदान टूटे पड़े थे।

 

एक ट्रेन के पार्ट्स और पहाड़ों की ब्लास्टिंग से पत्थर गिरे थे

 

मौका निरीक्षण करने पर रेल अधिकारियों ने पाया कि अहमदाबाद लाइन के आमान परिवर्तन के लिए ट्रैक के दोनों तरफ स्थित पहाड़ों में ब्लास्ट कर रेल मार्ग चौड़ा किया जा रहा है। कंस्ट्रक्शन कंपनी के श्रमिकों ने ब्लास्टिंग से उखड़े पत्थर ट्रैक से नहीं हटाए थे। इस ट्रैक से उदयपुर से अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन पहले गुजरी थी, जिसके चालक ने ट्रैक पर पड़े पत्थरों को नहीं देखा।

पत्थरों से टकराकर अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन का डायनुमा, डिब्बों के पायदान, स्प्रिंग व अन्य पार्ट्स टूटकर ट्रैक पर गिर गए थे। उल्लेखनीय है कि ट्रेन चालक अर्जुन सिंह फत्तावत ने इससे पूर्व 13.7.2010, 12.5.2011 और 18.8.12 को भी सतर्कता पूर्वक ट्रेन चलाते हुए हादसे टाले थे।

ट्रेन चालक अर्जुन सिंह फत्तावत के ट्रेन लेकर उदयपुर सिटी पहुंचने पर मुख्य लोको इंस्पेक्टर डी.के.शर्मा व मुख्य ट्रैफिक इंस्पेक्टर एस.सी.वर्मा ने बयान लिए। मंडल रेल प्रबंधक मनोज सेठ के आदेश पर बयान दर्ज किए गए। डीआरएम ने ट्रैक पर अवरोध डालकर हादसे की स्थिति उत्पन्न करने के जिम्मेदार रेल कर्मियों की जांच करने के आदेश दिए हैं।