कांग्रेस की महारैली

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उदयपुर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी एवं उदयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक आज सर्किट हाउस में जिले के प्रभारी मंत्री एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया ने की।

देहात कांग्रेस प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि बैठक को सम्बोधित करते हुए पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने कहा कि 4 नवम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान पर आयोजित होने वाली कांग्रेस की महारैली में जुटने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से देश की दिशा एवं दशा बदलने की तैयारी होगी। उन्होने कार्यकर्ताओं से कांग्रेस के इतिहास से प्रेरणा लेते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में रैली में शरीक होने का आह्वान किया।

देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने कहा कि मेवाड़ को हिन्दुस्तान की राजनीति में पहचान दिलाने वाले लोकप्रिय नेता डॉ. सी. पी. जोशी के हाथ मजबूत करने एवं राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करने का इससे बढिया कोई मौका नही होगा जब हम हमारी पूरी ताकत से दिल्ली की 4 नवम्बर की महारैली में मेवाड़ से ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व करें।

शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की इस रैली में शामिल होने के लिए कार्यकर्ता अपने स्वयं के संसाधन से दिल्ली पहुंचने का लक्ष्य बनावें। प्रदेश प्रभारी आर. आर. तिवारी ने कहा कि सभी कार्यकर्ता रजिस्ट्रेशन कराकर दिल्ली पहंुचे उन्होेने अग्रिम संगठनो, प्रकोष्ठों और विभागों को भी जिम्मेदारी लेते हुए अपने अलग वाहनों से दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया।

 

बैठक में सभी पदाधिकारियों, प्रधानों, ब्लॉक अध्यक्षों, नगर अध्यक्षों एवं वरिष्ठ कांग्रेसजनों से चर्चा के बाद प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों एवं शहर व देहात कांग्रेस को रैली हेतु अलग-अलग लक्ष्य दिये। उदयपुर शहर से रेल एवं निजी साधनों से 1000 हजार कार्यकर्ताओं को त्रिलोक पूर्बिया, नीलिमा सुखाड़िया के नेतृत्व में दिल्ली ले जाने का लक्ष्य दिया गया। वही उदयपुर देहात कांग्रेस के अन्तर्गत आने वाले सभी 15 ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को 2-2 बसो, रेल, निजी साधनों से 5100 कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने का लक्ष्य दिया गया। इस हेतु विधानसभा क्षेत्र झाड़ोल मंे रामलाल गायरी, कन्हैयालाल खराड़ी, विधानसभा क्षेत्र मावली में विधायक पुष्करलाल डांगी, जीतसिंह चुण्डावत, महेश पालीवाल, विधानसभा क्षेत्र गोगुन्दा में मांगीलाल गरासिया, मांगीलाल चौधरी, विधानसभा क्षेत्र वल्लभनगर में गजेन्द्रसिंह शक्तावत, कुबेरसिंह चौहान, विधानसभा क्षेत्र खेरवाडा मंे डॉ. दयाराम परमार, कालूराम मीणा, हरिराम मीणा, विधानसभा क्षेत्र उदयपुर ग्रामीण में सज्जन कटारा, भगवतसिंह झाला, विधानसभा क्षेत्र सलुम्बर में रघुवीरसिंह मीणा, कचरूलाल चौधरी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लसाड़िया में जगजितेन्द्रसिंह शक्तावत को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सैंकडो कार्यकर्ता, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

बर्मा में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा के सुबूत

बर्मा के राष्ट्रपति ने स्वीकार किया है कि जातीय हिंसा की चपेट में फंसे देश के पश्चिमी हिस्से में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है.

राष्ट्रपति थेन शेन के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया, “रखाइन राज्य में ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पूरे-के-पूरे गांवों और शहरों के हिस्सों को जला दिया गया है.”

राष्ट्रपति के प्रवक्ता का ये बयान मानवाधिकार संस्था, ह्मूमन राइट्स वॉच, द्वारा तस्वीरों के जारी किए जाने के बाद आया है.

ह्मूमन राइट्स वॉच ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी की थीं जिसमें तटीय शहर क्याउकप्यु में सैकड़ों नष्ट इमारतों को दिखाया गया था.

‘निशाने पर मुसलमान’

संस्था का कहना है कि हमला का निशाना बनाए गए ज्यादातर लोग मुसलमान हैं. संस्था के मुताबिक़ वो गैर-मुस्लिमों के हमलों का शिकार हुए हैं.

राष्ट्रपति के प्रवक्ता ज़ॉओ हतेए ने बीबीसी को बताया कि सरकार रखाइन सूबे में सुरक्षा बढ़ा रही है. इस क्षेत्र को अराकान के नाम से भी जाना जाता है.

हतेए ने कहा, “अगर ज़रूरत होगी तो हम वहां स्थिरता बहाल करने के लिए और ज़्यादा पुलिस और सेना भेजेंगे.”

बर्मा में अधिकारियों ने माना कि राज्य में बौद्ध और मुस्लमानों के बीच हिंसा में 80 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं.

इस इलाके में वर्षों से स्थानीय रखाइन समुदाय और मुसलमानों के बीच तनाव का इतिहास है. जहां रखाइन राज्य में बहुसंख्यक हैं वहीं मुसलमानों का तालुक्क़ रोहिंग्या समुदाय से है और उन्हें बर्मा का नागरिक नहीं माना जाता.

रोहिंग्या मुसलमानों को बर्मा में अधिकारी ग़ैरक़ानूनी अप्रवासी मानते हैं और उनके ख़िलाफ़ लोगों में व्यापक विद्वेष की भावना है.

विनाश की तस्वीरें

अमरीकी संस्था, ह्मूमन राइट्स वॉच, एचआरडब्ल्यू, ने क्याउकप्यु ज़िले की जो उपग्रह तस्वीरें जारी की थीं वो नौ और 25 अक्तूबर की हैं.

नौ अक्तूबर वाली तस्वीर में पास-पास हज़ारों घर और तट पर बहुत सारी हाउसबोट देखी जा सकती हैं. लेकिन 25 अक्तूबर को ली गई उपग्रह तस्वीर में 35 एकड़ में फैले इस ज़िला लगभग खाली नज़र आ रहा है और तट पर कुछ एक नावें ही दिख रही हैं.

एचआरडब्ल्यू का कहना था कि लगता है कई निवासी नावों पर सवार होकर इलाके से भाग गए हैं.

इलाके का दौरा करने वाले एक स्थानीय पत्रकार ने बीबीसी की बर्मा सेवा को बताया कि वहां लगभग सभी इमारतें नष्ट हो चुकी है और कुछ इमारतें अब भी सुलग रही हैं. लगभग 3000 की आबादी वाले एक ज़िले में सिर्फ़ जले हुए घरों और पेड़ों के ठूंठ ही दिख रहे थे.

आपातकाल

सरकार का कहना है कि इस सप्ताह हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या 82 हो गई है. इसके अलावा 129 लोग घायल हुए और लगभग 3000 मकान नष्ट हो गए.

इससे पहले जून में भी रखाइन में हिंसा की वाहदाते हुई थीं और तब वहां आपातकाल घोषित किया गया था. उस वक्त हुई हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए थे और हज़ारों लोग अपने घर छोड़कर भागने पर मजबूर हुए थे जिनमें से बहुत अब तक वापिस नहीं लौटे हैं.

एचआरडब्ल्यू को आशंका है कि ताज़ा हिंसा में मरने वालों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है.

सो. बी.बी.सी. हिंदी

कुर्बानी के साथ दिया त्याग और ईमान का सन्देश

उदयपुर , शनिवार को मुस्लिम समुदाय ने ईद-उल-अदहा ख़ुशी और हर्सोल्लास के साथ मनाई , नमाज़ अदायगी के बाद एक दुसरे को गले लगा कर मोहब्बत का पैगाम दिया और फिर क़ुरबानी का फ़र्ज़ अदा किया गया ।

मस्जिदों में सुबह से ही अकीदतमंदों का जुटना शुरू हो गया। मुख्य नमाज सुबह 9 बजे चेतक सर्कल स्थित पलटन मस्जिद में हुई। नमाज अदायगी के बाद मदहे व कसीदे पढ़े गए। सभी मस्जिदों में खादिमों ने खुतबा दिया। इसी दौरान मुल्क में अमनो-अमान की दुआएं मांगी गईं। नमाज के बाद घरों में कुर्बानी की रस्म अदा की गई, जिसका तबर्रुक रिश्तेदारों, गरीबों और पड़ोसियों में तकसीम किया गया। मुबारकबाद देने और कुर्बानी का दौर दिनभर चला।

तकरीरों में बताई कुर्बानी की अहमियत

मस्जिदों में मौलानाओं ने तकरीरें पेश की, जिसमें नमाज अदायगी का तौर-तरीका और कुर्बानी का महत्व बताया गया। नमाज अदायगी के दौरान सभी मस्जिद के अंदर, बाहर, छतों पर, सड़कों पर भी अकीदतमंदों की मौजूदगी रही।

इसलिए देते हैं कुर्बानी

मौलाना जुलकर नैन ने बताया कि हजरत इब्राहिम से ख्वाब में खुदा ने सबसे अजीज चीज की कुर्बानी मांगी। वे अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए। कुर्बानी देने जाते समय रास्ते में आए शैतान ने बच्चे को भटकाया, लेकिन सच्चा अकीदतमंद बच्चा नहीं भटका। वो अपने वालिद के कहने पर कुर्बानी के लिए तैयार रहा। आंखों पर पट्टी बांधे हजरत इब्राहिम ने कुर्बानी देने के लिए छुरी निकाली तो अल्लाह ने कुर्बानी के जज्बे से खुश होकर बच्चे को बचा लिया और उसकी जगह दुंबा (भेड़) भेज दिया। उसी दिन और वाकये को याद करते हुए ईद उल अजहा मनाई और कुर्बानी दी जाती है। खुदा की राह में रोड़ा बना शैतान हर मुस्लिम का दुश्मन माना जाता है। ऐसे में मक्का में बनाए गए शैतान के तीन पुतलों पर बकरीद के मौके पर पत्थर मारे जाते हैं।

उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन के लिए 53 करोड़ और मिले

उदयपुर.रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार डॉ. सी.पी.जोशी को मिलने के एक माह में उदयपुर-अहमदाबाद रेल लाइन के आमान परिवर्तन के लिए 103 करोड़ रुपए बजट से अतिरिक्त मिल चुके हैं। अभी आमान परिवर्तन के लिए 52.87 करोड़ के टेंडर जारी किए गए हैं। इससे पूर्व दो सालों के बजट में कुल 70 करोड़ रुपए दिए गए थे।

उत्तर पश्चिम रेलवे के निर्माण विभाग के उप मुख्य अभियंता ने 23 अक्टूबर को उदयपुर-हिम्मत नगर रेल लाइन पर स्थित 63 समपार (रेलवे गेट्स) हटाकर उनके स्थान पर अंडर पास बनाने के लिए 52 करोड़ 87 लाख रुपए की लागत के टेंडर जारी किए हैं।

एक सप्ताह पूर्व बड़ी लाइन डालने के लिए बड़े पुल-पुलिया बनाने के मद में 50 करोड़ के टेंडर जारी किए गए थे। बजट के अलावा 103 करोड़ रुपए अधिक मिलना जोशी के रेल मंत्री बनने के असर के रूप में देखा जा रहा है। आमान परिवर्तन के संबंध में अतिरिक्त राशि मिलने पर टिप्पणी करने से रेल अधिकारियों ने इंकार कर दिया है।

नोटिस चस्पा करते ही माहोल गरमाया

आज से भूख हडताल की चेतावनी

ईद बाद उदयपुर बंद की घोषणा

उदयपुर, झील निर्माण निषेध क्षेत्र में नगर परिषद और यूआईटी के मकान तोडने के नोटिस के बाद माहोल गर्मा गया को पीड़ितों के साथ जनप्रतिनिधि कलेक्टर से मिले व नगर परिषद आयुक्त का घेराव किया।

यूआईटी द्वारा ७३ मकानों की सूचि तथा नगर परिषद द्वारा ४१ व बाद में ३३ नामों को नोटिस जारी किया। इन नोटिसों ओर हाईकोर्ट के आदेशों ने जनता की नींद हराम कर रखी है। जनता सवाल पूछ रही लेकिन अधिकारियों के पास जवाब नहीं है। गुरूवार को शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया की भाजपा नेता मांगी लाल जोशी सहित कई पीड़ितों कलेक्टर से मिले और उन्हें ज्ञापन दिया कि राज्य सरकार पीड़ितों की सहायता कई देर रात तक पीडित आयुक्त के कक्ष में धरना लगा कर बेठे रहे। धर्मोत्सव समिति के दिनेश मकवाना ने कहा कि यदि पीडितों को उचित न्याय नहीं मिला तो शुक्रवार से भूख हडताल पर बैठेगें । ईद के बाद उदयपुर बंद का आव्हान किया जाएगा। इधर नगर परिषद में वार्ड ८के पार्षद कमलेश जावरिया व व धर्मोत्सव समिति के दिनेश मकवाना देर रात तक नगर परिषद आयुक्त का उसके कक्ष में घेरा कर रखा है।

घेराव करने वाले पीडितों की मांग है कि उन्हे बताया जाय कि उन्हें अवेध निर्माण की सूचि में किस आधार पर शामिल किया गया अगर जिला कलक्टर का कहना है कि ९७ के बाद झील निर्माण निषेध क्षेत्र में किसी को मकान बनाने की स्वीकृति नहीं मिली है जबकि नगर परिषद व यूआईटी द्वारा सन २००० में समाचार पत्रों में विज्ञप्ति निकाल कर जिन क्षेत्रों को निर्माण निषेध क्षेत्र घोषित किया है वहां एक हजार से ज्यादा मकानों को स्वीकृति ही है। जबकि अब तोडने के आदेश दिये है।

दशहरा मेले में कपिल , भारती हसायेगें रश्मि होगी ख़ास

उदयपुर, । हंसराज हंस लगाएंगे पंजाबी तडका और कपिल, भारती जनता को हंसाएगें। रियल्टी डांस शो में दर्शक रश्मि देसाई संग झुमेंगे।

नगर परिषद के दिपावली दशहरा मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत निविदाओं के बाद गुरूवार को तय हुआ कि ६ नवम्बर को लाप*टर शो में कपिल और भारती जनता का मनोरंजन करेंगे। कपिल और भारती लाप*टर शो के स्टार कलाकार है तथा ७नवम्बर को उतरन फेम तपस्या रश्मि देसाई रियलिटी डांस शो में प्रस्तुती देगी। रश्मि टीवी की मशहूर अदाकारा है जो महिलाओं मे ंखासी लोकप्रिय है। और पंजाबी तडके के लिए पंजाबी पॉप स्टार गायक हंसराज हंस अपनी प्रस्तुति देगें।

सास्कृतिक समिति अध्यक्ष धनपाल स्वामी ने बताया कि लाफ्टर शो व हंसराज हंस का शो दिल्ली की बीटू इवेंट कंपनी को दिया है जिसमें लाफ्टर शो ७ लाख २५ हजार तथा हंसराज ८ लाख २५ हजार में तय हुआ है। रियलिटी डांस शो का जिम्मा उदयपुर की परफेक्ट इवेंट कंपनी को दिया है जो ५ लाख ४० हजार में तय हुआ है।

महिला समृद्घि बेंक का स्थापना दिवस मनाया

उदयपुर, दी उदयपुर महिला समृद्घि अरबन को-ऑप बैंक लि. उदयपुर की गोवर्धन विलास शाखा ने द्वितीय स्थापना दिवस गुरूवार को हर्षोल्लास से मनाया।

बैंक अध्यक्ष डॉ. श्रीमती किरण जैन ने शाखा के सभी ग्राहकों को बधाई देते हुए कहा कि यह शाखा ग्राहकों के सहयोग से १०० प्रतिशत सीडी रेश्यों प्राप्त करने वाली बैंक की प्रथम शाखा बन गई है। यह शाखा निरंतर प्रगति पथ पर नित नये आयाम स्थापित कर रही है। शाखा में सभी आधुनिक सुविधाएं ग्राहकों के लिये उपलब्ध है। शाखा प्रबंधक श्रीमती ज्योति वर्डिया ने बताया कि इस अवसर पर बैंक में अच्छे लेन देन करने वाले ग्राहकों के मध्य लक्की ड्रा निकाला गया जिसमें विजेता प्रथम मैसर्स जिनेन्द्र डिपार्टमेन्टल, द्वितीय श्रीमती तारा देवी जैन एवं तृतीय प्रेम सिंह राजपूत को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

बोहरा समुदाय ने मनाई कुर्बानी की ईद

मुस्लिम समुदाय कल मनाएगा ईदुलजुहा पर्व

उदयपुर, । दाऊदी बोहरा जमात द्वारा गुरूवार को ईदुल-अजहा (कुर्बानी पर्व) मनाया गया। इधर, मुस्लिम समुदाय शनिवार को बकरा ईद मनाएगा। हाथीपोल स्थित बकरा मंडी में बकरों की खरीद-फरोख्त जारी है।

आज प्रात: बोहरा समुदाय (यूथ) की विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गयी। उसके बाद घर-घर में कुर्बानी तथा जमात द्वारा बोहरावाडी स्थित जमातखाने में सामूहिक कुर्बानी की रस्म भी अदा की गई। कुर्बानी के बाद तबरूर्क (प्रसाद) रिश्तेदारो व समुदाय के लोगों में वितरित किया गया। इस मौके पर लोगो ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी गई।दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता अनीस मियांजी ने बताया कि ईदुल-अजहा गुरूवार को बोहरा समुदाय द्वारा मनाया गया। जिसमें सुबह ६.४५ बजे समुदाय की विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा हुई। रसुलपुरा मस्जिद में गजनफर ओकासावाला, खानपुरा मस्जिद में हाजी असगर अली जावरिया, वजीहपुरा मस्जिद में मुल्ला पीर अली, खारोल कॉलोनी मस्जिद में हाजी मोहम्मद अली हितावाला, चमनपुरा मस्जिद में हाजी अब्बास अली तोबवाला और खांजीपीर मस्जिद में हाजी फखरूद्घीन घासावाला ईद की नमाज अदा करवायी। नमाज के बाद खुषी की मजलिस होगी। जिसमें मुल्क में अमन, चैन व तरक्की की दुआएं के साथ-साथ दाऊदी बोहरा जमात के हज पर गये हाजियों के हज अदा करने पर मुबारकबाद व खुषी जाहिर की गई। नमाज के बाद कब्रस्तान जाकर अपने महरूर्म परिजनों की क्रब पर फातिहा प$ढी। उसके बाद घर-घर व जमातखाने में सामुहिक कुर्बानी की रस्म अदा की गयी। शाम को सामूहिक न्याज का आयोजन हुआ। जिसमें जमात के सभी लोग शिरकत की। बोहरवा$डी, खारोल कॉलोनी, खांजीपीर व चमनपुरा में ईद की चहल-पहल नजर रही।

अंजुमन तालीमुलन इस्लाम से जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुस्लिम समुदाय बकरा ईद का पर्व शनिवार को मनाएगा। ईद पर होने वाली विशेष नमाज शहर की विभिन्न मस्जिदों एवं ईदगाह पर अदा की जाएगी। शहर के हाथीपोल स्थित पंचायती मस्जिद एवं दरखान वा$डी में ७.१५ बजे, मस्जिद अल हुसैनी कारवा$डी पर ७.३० बजे, खारांकुअंा, महावतवा$डी, आलू पै*क्ट्री, छीपा कॉलोनी मल्लातलाई, जहांगिरी मस्जिद रजा कॉलोनी सवीना, धोलीबाव$डी, मस्तान बाबा स्थित मस्जिद पर ८ बजे, मस्जिद रजा कॉलोनी मल्लातलाई, छोटी मस्जिद सवीना, आय$ड ईदगाह पर ८.१५ बजे, मस्जिद सज्जन नगर बी ब्लॉक, ब$डी मस्जिद सवीना, गौसिया कॉलोनी किशपनपोल, पहा$डा, हिरणमगरी सेक्टर ५, खांजीपीर, रहमान कॉलोनी, अलीपुरा, प*ारूके आजम कॉलोनी मल्लातलाई, दीवानशाह कॉलोनी पटेल सर्कल एवं सिलावटवा$डी बीच की मस्जिद पर ८.३० बजे, मकबरा मस्जिद सूरजपोल पर ८.४५ बजे, मस्जिद पलटन ईदगाह एवं पुराना स्टेशन पर ९ बजे एवं जामा मस्जिद चमनपुरा में ९.१५ बजे ईदुलजुहा की नमाज अदा की गई। इसके पश्चात घरों में कुर्बानी होगी।

आन-बान-शान से पूजे गए अश्व

उदयपुर, मंगलवार को जब नवमी के भगवान सूर्यनारायण पलायन कर रहे थे तभी सिटी पैलेस में नक्कारे साथ शहनाई गूंजी और बैंड बाजों पर रजवाड़ी गीत के साथ शाही बग्घी में सवार होकर श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ माणक चौक पहुंचे और उन्होंने परंपरानुसार अश्वों का पूजन किया।

यह नजारा मेवाड़ की उस सालों पुरानी परंपरा का था जब स्थानीय सेना में पदाति सैन्य बल, गजाति के साथ ही अश्व बल को पर्याप्त महत्व दिया गया था। दशहरे की पूर्व संध्या पर अश्व बल को सम्मान के रूप में उनके पूजन की परंपरा चली। इस खास आयोजन के लिए माणक चौक, नगीनाबाड़ी, नाहरों का दरीखाना आदि को राजसी अंदाज में सजाया गया था। पारंपरिक पहनावे में गणमान्य नागरिक ही नहीं, विदेशी मेहमान भी यहां आमंत्रित थे। महाराणा ऑफ मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन की ओर से यह पूजा उत्सव रखा गया। राजपरिवार के पुरोहित, कर्मांत्री और ज्योतिषियों ने नख-शिख आभूषणों, कांठी, सुनहरे छोगों, मुखभूषण, लगाम आदि से सज्जित पांच अश्वों राजतिलक, राजरूप, तरंगिणी, अश्वराज और राजस्वरूप को पायगा की हथणी की नाल तक लाने का आह्वान किया। ठुमकते हुए अश्व पूजन स्थल पर पहुंचे। यहां पर राजसी वेश में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ बैठे थे। उन्होंने अक्षत, कुंकुम चढ़ाकर अश्वों की आरती की। नए आभूषण, वस्त्रादि अर्पित किए और आहार दिया, ज्वार धारण करवाई। बाद में, उपस्थित मेहमानों ने श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ को नजराना पेश किया। उन्होंने बैंड वादकों, पैलेस गार्ड की सलामी भी ली। इसके अलावा इस समारोह में 12 अन्य घोड़ेे भी लाए गए। इस समारोह में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के ट्रस्टी लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ सहित मेवाड़ के पूर्व ठिकानेदार एवं विदेशी मेहमान उपस्थित थे। समारोह का संचालन सोनिका सोनी ने किया।

हाईकोर्ट के फैसले पर बेबस नजर आ रहे निकायों के अधिकारी

प्रन्यास के बाद नगर परिषद ने नोटिस जारी किए

अध्यक्षों की बैठक में भी नहीं हो सका फैसला

उदयपुर, झील निर्माण निषेध क्षेत्र में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नगर विकास प्रन्यास का अनुसरण करते हुए नगर परिषद ने भी नोटिस जारी कर दिए है। इधर मंगलवार को नगर परिषद में समिति अध्यक्षों की सम्पन्न बैठक में आमजन को राहत दिलाने पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका।

हाईकोर्ट के फैसले की तलवार के नीचे अब आमजन का कटना तय है। नगर परिषद के अधिकारियों की गलती का खामियाजा जनता को अपने जीवन भर की पूंजी से बनाये मकान को तोडकर भरना है। अधिकारी अब कोर्ट के फैसले के आगे मजबूर है जनप्रतिनिधियों को कोई रास्ता नहीं सुझ रहा है और आम जनता की नींद और खाना हराम हो चुका है।

जोधपुर हाईकोर्ट से फैसले की सत्यापित प्रति आने के बाद सभापति, उपसभापति, कमीश्नर और समिति अध्यक्षों ने बैठक कर चर्चा की अवैध निर्माण तोडने की सूची को लेकर उनकेा राहत महसूस पहुंचाने को लेकर काफी बहस हुई लेकिन बात किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। कमीश्नर सत्यनारायण आचार्य का कहना है कि लोगों की सूचि २०११ में नगर परिषद द्वारा हाईकोर्ट को भेजी थी जो अवेध निर्माणों की सूचि थी और अब फैसले के बाद सात दिनों में मकान खाली करने व खुद मकान तोडने के नोटिस जारी कर दिये है सात दिनों के पश्चात नगर परिषद खुद तोडेगी और उसका व्यय मकान मालिक से लेगी। विधि विशेषज्ञों की राय में हाईकोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद ना के बराबर है और नगर परिषद हाईकोर्ट में अपील नहीं कर सकती क्यों कि परिषद स्वयं पार्टी है। इधर जनप्रतिनिधि भी हाईकोर्ट के फैसले के आगे बेबस नजर आये क्यों कि जनता को राहत देने का कोई रास्ता नहीं सुझ रहा।

इकतालीस की सूचि सत्य से परे : जिन ४१ नामों की सूचि परिषद ने भेजी वह सिर्फ शिकायत के आधार पर थी किसी निर्माण को लेकर पडौसी या अन्य द्वारा की गयी शिकायत और उसको दिये गये नोटिस के आधार पर २०११ में परिषद के अधिकारियों ने आनन फानन में बिना देखे बिना भौतिक सत्यापन के उनके नाम उन ४१ मे जोड कर भेज दिये इसमें विसंगतियां इतनी है कि परिषद के अधिकारियों को ही नहीं पता कि निर्माण किसका तोडना है क्यों कि देवाली व अन्य कई जगह उनको भी नोटिस जारी हुए है। जिन्होंने २० वर्ष पूर्व मकान बनाये थे और हाल में आवश्यकतानुसार दूसरी मंजिल पर एक दो कमरों के निर्माण में पूरा मकान गिराने के आदेश है। जनप्रतिनिधि इससे असहमत और कमीश्नर हाईकोर्ट के आदेश के आगे खुद की गलती अब जनता को भुगतनी है।

झीलों ओर आयड नदी की सफाई का ठेका : हाईकोर्ट के डण्डे के बाद परिषद अधिकारी और जनप्रतिनिधि सिधे हो गये है। जिस परिषद ने बोर्ड की बैठक में झीलों की सफाई के लिए साफ मना कर दिया था वहीं परिषद अब झीलों और आयड नदी का सफाई का जिम्मा संभाल रखी है और सफाई के ठेके की पूरी तैयारी कर चुकी है। मंगलवार को समिति अध्यक्षों की बैठक में तय हुआ कि प्रशासनिक समिति की बैठक जल्द ही बुला कर सफाई के ठेके के टेण्डर निकाले जाएगें।

ज्ञापन सौपें : युआईटी से ७३ को नोटिस मिलने के बाद पीडितों ने एक जुट होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा ओर आम जनता को राहत देेन की मांग की दिन में कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ एकत्र होकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।