इंसानी शरीरो पर पेंटिंग

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पहली नजर में यह लेण्ड केनवास पर बनी ऑयल पेंटिंग की तरह लग रही हे ! पर गौर से देखने पर बेहद पैनी नजर वाले लोग की यह पहचान पाएंगे की यह पहाड़ी पराक्रतिक द्र्श्य अविश्विनीय रूप से एक महिला के अनाव्रत शारीर पर बना हे ! पर्तिभाशाली कलाकार न्युओर्लियांस के क्रेग टेर्सी ने घंटो की कड़ी मेहनत के बाद यह अदभुत तस्वीर बनाई हे ! क्रेग कहते हे कि वे विशेष रूप से मानव त्वचा के लिए बने रंगों का प्रयोग करते हे ! क्रेग अब तक 500 इंसानी शरीरो पर पेंटिंग कर चुके हे !

सिंघानिया यूनिवर्सिटी पर काश्तकारों के हितों पर कुठाराघात करने का आरोप

भटेवर के खालातोड तालाब की जमीन ओर बरसाती नाले पर नियम विरूद्घ निर्माण रोकने की मांग

उदयपुर, भटेवर स्थित सिंघानिया युनिवर्सिटी द्वारा पिछले कई समय से तालाब के पेटे की डूबत में आने वाली जमीन तथा तालाब को भरने वाले बरसाती नाले पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य करने से क्षेत्र के काश्तकारों किसानों के हितों पर कुठाराघात हो रहा है।

गुर्जर कृषि प*ार्म हाउस के संचालक लक्ष्मी लाल गुर्जर ने बताया कि भटेवर पंचायत का खाला तो$ड तालाब पिछले कई समय से अतिक्रमण के चलते दम तो$डता जा रहा है। इस तालाब के भरने वाले बरसाती नाले में सिघांनिया यूनिवर्सिटी द्वारा अतिक्रमण के बाद किये जा रहे निर्माण कार्यो से नाले का मार्ग अवरूद्घ हो गया है जिससे तालाब में पानी नहीं पहुंच पाता है।

रियासत काल से इस तालाब के पानी का उपयोग क्षेत्रवासियों को शुद्घ पेयजल, किसानों को कृषि भूमि की सिंचाई तथा मवेशियों को पानी पिलाने के लिए किया जाता रहा है। सिंघानिया यूनिवर्सिटी द्वारा अतिक्रमण के जरिए लगातार अवरोध पैदा करते रहने से इस तालाब की उपयोगिता धीरे धीरे नष्ट होती जा रही है।

शुद्घ पानी के लिए विख्यात यह तालाब धीरे धीरे प्रदूषण का शिकार हो रहा है । सिघांनिया यूनिवर्सिटी का सिवरेज का सारा गंदा पानी इस बरसाती नाले में ही छोडा जा रहा है ओर यह गंदा पानी जाकर सीधा तालाब में समाहित हो रहा है। नतीजन तालाब का शुद्घ पानी सिवरेज के गंदे पानी के साथ मिलने के बाद न तो इंसानों के पीने लायक ओर ना ही जानवरों के और तो ओर इस पानी से किसान अपने खेतों की प*सलों की सिंचाई भी नहीं कर पा रहे है क्यों कि इससे प*सले खराब हो सकती है। इतना ही नहीं सिवरेज के पानी से तालाब में रहने वाले जलीय जीवों पर भी मौत का खतरा मण्डरा रहा है कई जीव तो नष्ट भी हो चुके है। गुर्जर ने बताया कि तालाब पेटे में आने वाली डूबत जमीन और बरसाती नाले को सिघांनिया यूनिवर्सिटी उसके नाम पर आवंटन होना बता रही है जबकि वह कानूनी तौर पर आंवटित हो ही नहीं सकती क्यों कि सुप्रिम कोर्ट ने अपने आदेश में साप* निर्देश दे रखे है कि कहीं भी सरकारी नदी, नाला या डूब क्षेत्र में आने वाली जमीन की अवाप्ति या आवंटन किसी भी सूरत में नहीं हो सकता। पि*र यहां किस नियम कानून के तहत यह सब हुआ है। जिला कलेक्टर से निष्पक्ष जांच व उचित कार्यवाही के लिए अपेक्षित है।

हाऊसिंग बोर्ड में लाखों के माल पर चोरों ने हाथ साफ किया

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बांसवाडा, शहर के हाऊसिंग बेार्ड में मुख्य मार्ग पर बने मकान में बीती रात चोरों ने हाथ साफ कर लिया। ये चोर १ लाख ६. हजार रूपये की नगदी और लगभग ६.५. लाख रूपये के जेवरात चोरी कर ले गये। इस मामले में आश्चर्यजनक बात यह रही कि चोरों ने छत पर चढकर छत की जाली में से सीढियों के दरवाजे को लम्बे सरिये से कुंडी खोल ली। इन चोरों ने मकान के कमरे में सो रहे समाजसेवी एवं व्यवसायी हिम्मतसिंह पुत्र तेजकरण बावरिया के पलंग के नीचे से पेटी निकाली और इसी कमरे में पडी अलमारी से सोने व चांदी के जेवरात निकाल लिये। चोरों ने सोने की चार चुडियां, सोने की चार अंगूठी, चांदी के २५ सिक्के, १८ ग्राम सोने की डली, चांदी के १. जोडी पायजेब और लगभग ढाई तोला सोने की चैन चुरा ली। बावरिया ने बताया कि वे रात को लगभग डेढ बजे तक जग रहे थे। संभवत: कूलर की आवाज के कारण हुई खटपट सुनाई नहीं दी। इन चोरों ने बावरिया का एक पुत्र जो अपनी पत्नी के साथ मुम्बई गया हुआ था के कमरे में जाकर ये पेटियां खोली और कीमती सामान पर हाथ साफ कर लिया। चोरी की इस घटना से साफ प्रतीत होता है कि किसी जानकार ने ही इस घटना को अंजाम दिया है क्योंकि चोर अपने साथ उतना ही लम्बा सरिया लेकर आए थे जितनी लम्बाई खिडकी और दरवाजे के बीच की थी। ये चोर बाद में छत पर ही लोहे के सरिये, हथोडी आदि सामान रखकर फरार हो गये। सुबह जब हिम्मतसिंह की पत्नी उठी तो उसने अपने बेटे के कमरे में सामान बिखरा देखा तो उसने हिम्मतसिंह को उठाकर इसका कारण पूछा तो हिम्मतसिंह के होश उड गये। बाद में पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक जीवनसिंह चारण, सूरजपोल चौकी प्रभारी लालसिंह, राजेन्द्रसिंह आदि मौके पर पहुंचे। मौके पर बाद में खोजी श्वान ‘होज‘ को ले जाया गया। कुछ देर श्वान ने बिखरे सामान को सूंघा, बाद में संभावित रास्तों पर भी उसे सुंघाया गया। इसके बाद जब होज को छोडा गया तो वह मौका-ए-वारदाद से लगभग डेढ दो किमी दूर कच्चे मकानों के पास जाकर रूक गई। पुलिस ने यहां पर दो-तीन मकानों की तलाशी ली। ध्यान रहे कि हिम्मतसिंह ने पुलिस को बताया था कि कुछ दिनों पूर्व उसने अपने मकान में रंगाई-पोताई का कार्य कराया था। संभवत: रंगाई-पोताई वाले व्यक्ति ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मियों ने रंगरोगन करने वालों के बारे में पूछताछ की। इसी दौरान रंगाई-पुताई करने वाला एक युवक वहां आया जिस पर पुलिस पूछताछ के लिये उसे थाने ले गई। इधर क्रांतिकारी तरूण मंच ने शहर में बढती चोरियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। मंच के महासचिव अशोक मदहोश ने कहा कि चोर, पुलिस पर भारी पड रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य मार्ग पर हुई चोरी की घटना से साफ होता है कि गश्त व्यवस्था में कितनी पोल है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले पैरूमल सिंधी की दुकान पर चोरों ने ताले तोड दिये।

सुखाडिया विश्वविद्यालय के शोध कार्य होंगे ऑनलाईन

उदयपुर, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में किए जा रहे रिसर्च वर्क अब दुनिया भर के शोधार्थी भी ओनलाइन पढ सकेंगे। इस आशय के एमओयू पर सुविवि और इनफ्लिबीनेट सेन्टर के बीच मंगलवार को एक समारोह में करार और हस्ताक्षर होगा।

विज्ञान महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में सुबह साढे दस बजे शुरु होने वाले इस समारोह की अध्यक्षता सुविवि के कुलपति प्रो आईवी त्रिवेदी करेगे जबकि मुख्य अतिथि इनफ्लिबीनेट अहमदाबाद के निदेशक डा जगदीश अरोडा होंगे। समारोह के मुख्य वक्ता इनफ्लिबीनेट अहमदाबाद के वैज्ञानिक डा मनोज कुमार होंगे।

इनफ्लिबीनेट अहमदाबाद की ऑनलाइन कम्पनी है जो शोधगंगा नाम से एक परियोजना संचालित करती है जिसके साथ देशभर की ५४ यूनिवर्सिटीज एमओयू हस्ताक्षर कर चुकी है। शोधगंगा में शामिल होने से सुविवि के पीएचडी शोधार्थियों की थिसिस दुनियाभर में पीएचडी स्कॉलर्स के लिए मार्गदर्शक और संदर्भ सामग्री के तौर पर काम में आ सकेगी। इसी तरह सुविवि के शोधार्थी भी अय यूनिवर्सिटीज में हो चुकी पीएचडी थिसिस का अवलोकल ओर अध्ययन इस शोधगंगा के माध्यम से कर पाएंगे।

उदियापोल चौराहे को दिया जाएगा हेरिटेज लुक

उदयपुर, नगर परिषद् सभापति सहित परिषद् के जन प्रतिनिधि व अधिकारिया और वेदान्त समूह के अधिकारियों ने सोमवार को निर्माणाधीन उदियापोल सर्कल का दौरा किया व उसको हेरिटेज लुक देने का निर्णय किया ।

नगर परिषद् सभापति रजनी डांगी ने बताया कि शहर के हेरिटेज विकास और पर्यटन की दृष्टि से ये जरूरी है कि उदियापोल चौराहे का लुक हेरिटेज जेसा हो जिससे बाहर से आने वाले देसी विदेशी पर्यटक आकर्षित हों । सभापति सहित परिषद के निर्माण समिति अध्यक्ष प्रेम सिंह शक्तावत, राजस्व समिति अध्यक्ष अर्चना शर्मा आदि वेदान्ता समूह के अधिकारियों के साथ निर्माण धिन उदियापोल चौराहा का निरीक्षण करने पहुंचे। उल्लेखनीय है की चोराहे का निर्माण वेदान्ता समूह द्वारा किया जा रहा है। सभापति ने वेदान्ता के अधिकारियों से आग्रह किया कि सर्कल को हेरिटेज लुक देते हुए बाहर की चुनाई चित्तौ$ड के खण्डों से की जाए। उन्होंने सर्कल का पांच इंची उपरी मोल्डेड हिस्सा भी चित्तोड की फर्शी से करने को कहा । जिसको वेदान्ता के अधिकारियों ने स हर्ष स्वीकार कर लिया ।

शेल्टर: सभापति ने एन.एस पब्लिसिटी को शहर में चिन्हित स्थानों पर बस शेल्टर का निर्माण जल्दी करवाने को कहा ताकि गर्मी और धूप से नागरिकों को कुछ राहत मिले

सेट बेक: सभापति ने नागरिकों से अपील की है की भवन निर्माण के समय वे निर्धारित मानदंडों के अनुसार सेटबेक छोडे ताकि मकान में हवा पानी पर्याप्त मात्र में मिलती रहे । मानदंडों की उपेक्षा कर निर्माण करने पर नियमन भी मुश्किल हो जाता है ।

एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स उदयपुर को मिला श्रेष्ठ हेरिटेज कैटेगरी अवार्ड

उदयपुर, हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा शिमला में गत ६ अप्रेल से आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्यूरिज्म कन्कलेव एवं ट्रेवल अवार्ड के तहत एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स उदयपुर को उनकी कार्यप्रणाली एवं विरासत संरक्षण के साथ सर्वश्रेष्ठ मेहमाननवाजी के लिए श्रेष्ठ हेरिटेज कैटेगरी अवार्ड से नवाजा गया। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने यह सम्मान एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स उदयपुर के कार्यकारी निदेशक लक्ष्यराज सिंह मेवाड को प्रदान किया।

हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा शिमला में आयोजित समारोह में संपूर्ण भारत के अनेकों होटल व्यवसायियों तथा पर्यटन से जुडे विभिन्न संकायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कन्कलेव के चेयरमेन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अजय गुप्ता के अनुसार एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स उदयपुर को उनकी सर्वश्रेष्ठ विरासत संरक्षण कार्यपद्घति के साथ बेहतरीन मेहमाननवाजी के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। तीन दिवसीय कन्कलेव में केन्द्रीय पर्यटन विभाग के सचिव आर.एच. ख्वाजा सहित विभिन्न राज्यों के पर्यटनों, सचिवों एवं पर्यटन व्यवसायी संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समारोह के अंतिम दिवस मॉरीशस, चाइना, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर तथा शिलॉंग के पर्यटन प्रतिनिधियों ने पर्यटन उन्नयन पर चर्चा की।

 

तीन साथियों ने युवक को बंदी बनाया

उदयपुर, । पार्टी के दौरान किसी बात को लेकर बदमाशों ने साथियों के साथ मारपीट कर उन्हें कमरे में बंदी बनाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार ज्योति कोलोनी निवासी प्रतापनगर निवासी कीर्ति पाल ङ्क्षसह पुत्र जसवन्त ङ्क्षसह ने गोगुन्दा हाल प*तहपुरा निवासी भगवत ङ्क्षसह झाला व साथी दिलीप जोशी, नीलम लोढा, अभिजीत शर्मा के खिलाप* हिरणमगरी थाना पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाया कि रविवार को आरोपियों ने प*ोन कर डाकन कोटडा स्थित राणावत प*ार्म हाउस पर पार्टी आयोजन में बुलाने पर साथी पानेरियों की मादडी निवासी विजय देव के साथ वहां गया। जहां कुछ समय पश्चात किसी बात को लेकर विवाद होने पर आरोपियों ने मारपीट कर कमरे में बंदी बनाया। आरोपियों के कब्जे से छूटने पर पुलिस को वारदात की जानकारी दी। मारपीट के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।

फील्ड क्लब के चुनाव में आंचलिया अध्यक्ष, सिंह सचिव निर्वाचित

उदयपुर, उदयपुर के प्रतिष्ठित फिल्ड क्लब के रविवार को सम्पन्न चुनाव में यशवंत आंचलिया उपाध्यक्ष तथा सत्येन्द्रपाल सिंह मानद सचिव चुने गये।

मतदान के दौरान दिनभर फील्ड क्लब में गहमा गहमी रही सचिव और उपाध्यक्ष उम्मीदवारों के समर्थक दिनभर प्रचार और सदस्यों को लुभाने में लगे रहे । क्लब की हेरिटेज बिल्डिंग से और मेनगेट तक रास्ता होर्डिंग और बेनरों से अटा पडा था ।

चुनाव अधिकारी सी.एम. कच्छावा के अनुसार उपाध्यक्ष पद पर यशवंत आंचलिया ने ७५८ मत लेकर जीत दर्ज की वहीं मानद सचिव पद पर १३०० मत हांसिल कर सत्येन्द्रपाल सिंह विजयी रहे। कोषाध्यक्ष पद पर मनीष नलवाया चुने गए। इसके अतिरित्त* पांच कार्यकारी सदस्यों के चुनाव में राकेश चोर्डिया, ललित शर्मा, अब्बास अली, अनिष धींग तथा जसमीत सिंह पाहवा निर्वाचित घोषित हुए।

कच्छावा ने बताया कि कुल ३००० सदस्यों में से १९९१ सदस्यों ने मतदान किया।

फील्ड क्लब में मतदान को ले कर सुबह से ही सदस्यों और उम्मीदवारों के समर्थकों की चहल पहल शुरू हो गयी। मतदान सुबह १० बजे शुरू हुआ जो शाम ५ बजे तक चलता रहा इस दौरान सचिव और उपाध्यक्ष पदों के उम्मीद वारों के समर्थकों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी ।

सचिव और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारो का समर्थन क्लब के सदस्य के अलावा वोटरों को लुभाने के लिए शहर के उद्योगपति अपने पूरे धन बल के साथ मौजूद थे और मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने उम्मीदवार की पैरवी करते नजर आ रहे थे और वहीँ एक तरफ छोटे बडे अधिकारी भी अपने प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिए वहां मौजूद थे और हर आने वाले मतदाता से आग्रह कर रहे थे ।

पूरा दिन मतदान के दौरान शहर के हर छोटे बडे राजनेता भी सक्रिय दिखाई दिए और अपनी पार्टी के समर्थकों को पार्टी का वास्ता देकर अपने उम्मीदवारों की पैरवी करते रहे। स्थानीय विधायक सांसद भी दिन भर चलने वाले मतदान का जायजा फोन द्वारा लेते रहे । मतदान बूथ हेरिटेज भवन के दरबार हॉल और बिलियर्ड रूम में बनाया गया था हेरिटेज भवन के बहार उम्मीदवारों के समर्थकों की भी$ड शाम तक डटी रही और भवन के मुख्य गेट पर सुबह १० बजे से उम्मीदवारों के समर्थक हाथों में चुनाव प्रचार की सामग्री लिए ख$डे मतदाताओं को लुभाते रहे । और क्लब के मुख्य गेट तक जगह-जगह प्रत्याशियों के पंडाल उनके समर्थकों से भरे पडे थे ।

गुलाब बाग़ में गर्दुल्लों का राज

उदयपुर , पि डब्लू डी और नगर परिषद् के बिच फाइलों में उलझे गुलाब बाग़ के हालात दिन ब दिन खराब होते जा रहे हे । सरस्वती लाइब्रेरी के पीछे खंडहर नुमा निर्माण में नशेड़ियों ने अपना अड्डा जमा लिया है ।जिनसे शाम को घुमने आने वाले शहरवासी खासे परेशान है ।

गुलाबबाग़ का भविष्य नगर परिषद् और पि डब्ल्यू डी के बिच फाइलों और मीटिंगों में फूटबाल बन कर रह गया है और इस का फायदा असामाजिक तत्व जम कर ले रहे है । क्यों के गुलाब बाग़ में सुरक्षा कही नहीं है। कभी कभी इक्का दुक्का पुलिस वाले मोटरबाइक पर चक्कर जरूर काट लेते है ।इन दिनों नशेडी गुलाब बाग़ में घुमने आने वालों के लिए सर दर्द बने हुए है । सरस्वती लाइब्रेरी के पीछे बना भवन खंडहर हो चूका हे और पीछे की दीवार समाज कंटकों ने तोड़दी है वही से ये नशेडी प्रवेश कर के उस खंडहर में बैठ कर नशा करते है । ड्रग्स लेते है । और शाम को परिवार के साथ घुमने आने वाले शहर वासियों और पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बनते है । कभी उनसे जबरदस्ती उलझ जाते है तो कभी उनकी साथ लायी चीजें उठा कर चलते बनते है ।

udaypurpost  सवाददाता द्वारा जब उस जगह का मोका मुआयना किया गया तो उस वक्त ही दो युवक उस खंडहर नुमा भवन में बैठ कर पन्नी को जला कर नशा कर रहे था जेसे ही उन्होंने आने की आहात सुनी तो पीछे की दीवार फांद कर भाग छुटे । सूत्रों के अनुसार ये हाल दिन भर रहते है ।बरसों से रोज शाम को घुमने आने वाले आलोक श्रीवास्तव ने बताया की ये नशेडी यहाँ गार्डन में आकर पर्यटकों और शहर वासियों को परेशान करते है । नियमित आने वालों ने इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती और इन दिनों तो सुरक्षा को लेकर गुलाब बाग़ में हालत ख़राब है । सूरजपोल थाने के सी आई का कहना है की समय समय पर हम कारवाही करते है और गुलाब बाग़ अधीक्षक को पीछे की दीवार को ऊँचा करने की भी सलाह दी है जिससे असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों पर अंकुश लगेगा

रतनपुर बोर्डर ठेके पर

रतनपुर परिवहन चैक पोस्ट पर भ्रष्टाचार ब्यूरो का छापा

रसीदों के अलावा दो लाख रूपये अवैध रूप से वसूले हुए पाये

प्राईवेट व्यक्तियों के हाथो संचालित हो रहा था चैक पोस्ट

कार्यवाही के बाद राज्यभर में मचा हडकम्प

हाईवे से गुजरने वाले वाहनधारियो ने पाया सुकुन

उदयपुर , अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो)अजीत सिंह शेखावत के निर्देशानुसार राष्ट्रीय राजमार्ग नं. ८ रतनपुर पर स्थित परिवहन चैक पोस्ट पर लगातार ट्रक चालको से हो रही चौथवसूली की शिकायतों के आधार पर विगत ६ माहो से चलाये जा रहे अभियान के तहत भ्रष्टाचार ब्यूरो के उदयपुर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक टी.सी. डामोर के निर्देश पर २ अप्रैल की भौर को चार टीमो द्वारा आकस्मिक की गई छापेमारी कार्यवाही में दो लाख से अधिक की राशि अवैध रूप से वसूली हुई पाई गई। साथ ही मौके पर एक परिवहन निरीक्षक, लेखा-लिपी के अलावा कोई भी सरकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पाया गया। डामोर ने बताया कि ब्यूरो को विगत लम्बे समय से रतनपुर परिवहन चैक पोस्ट पर परिवहन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा ठेके के गार्डो व प्राईवेट व्यक्तियों के माध्यम से इस चैक पोस्ट से गुजरने वाले वाहनों से भारी तादाद में चौथवसूली की जा रही है। इसी आधार पर चार टीमो का गठन किया गया जिसमें जयपुर मुख्यालय से ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्रसिंह राठौड, जितेन्द्रसिंह पुलिस निरीक्षक मय जाप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी दिलीपसिंह चूण्डावत, अपराध शाखा उदयपुर, एसीबी प्रतापगढ के पुलिस उप अधीक्षक रामनिवास, पुलिस निरीक्षक दिनेश सुखवाल, कार्यालय पुलिस महानिरीक्षक एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर के पुलिस निरीक्षक कन्हैयालाल गुर्जर, बालकिशन डांगी, कार्यालय सहायक मय स्टॉफ तथा पुलिस लाईन उदयपुर सहित डूंगरपुर के जाप्ते ने अचानक २ अप्रैल की भोर तीन बजे अचानक चैकिंग की तो हडकम्प मच गया। ब्यूरो द्वारा की गई इस कार्यवाही में चैकिंग पोस्ट पर गार्ड विक्रम सिंह, भगवानसिंह, चतरभूषण एवं प्राईवेट व्यक्ति गोपाल शर्मा की अलग-अलग जैबो से राशि बरामद हुई। साथ ही चैक पोस्ट के पास वाले कमरे में भी अवैध रूप से इकठ्ठी की गई राशि बरामद की। ब्यूरो द्वारा जब चैक पोस्ट के काउंटर पर काटी गई रसीदो का योग किया तो कुल राशि ७४ हजार रूपया सरकारी खाते में पाया गया जबकि मौके पर २ लाख ७५ हजार रूपया बरामद किया। इस तरह कुल २ लाख रूपया अवैध रूप से इन गार्डो द्वारा वाहनों से अवैध रूप से वसूला गया था।

इस दौरान जब पूछताछ की गई तो परिवहन चैक पोस्ट पर नियुक्त डीटीओ, तीन इन्स्पेक्टर, दो सरकारी गार्ड, संविदा गार्ड एवं लिपिक के पद स्थापन होने के बावजूद एक भी जिम्मेदार अफसर मौके पर नहंी मिला। वहां पर तैनात परिवहन निरीक्षक नरेन्द्र कुमार बाघवानी रात्रि को चला गया था जिसका निवास भी गुजरात राज्य में स्थित था। ब्यूरो के अधिकारी जब उक्त अधिकारी के निवास पर पहुंचे तो बाहर से ताला लगा हुआ था जबकि उक्त परिवहन निरीक्षक अन्दर ही था जिसे मौके पर लाया गया। केस काउंटर पर लेखा कार्मिक तथा दो प्राईवेट व्यक्ति रामेश्वर सिंह एवं दीपक सिंह मिले। जबकि अन्य कार्मिक नदारद थे। कार्यवाही के दौरान यह बात भी सामने आई कि चैक पोस्ट पर पदस्थापित परिवहन अधिकारी प्रकाशसिंह राठौड सप्ताह में एक बार ही औपचारिक रूप से आकर चले जाते है इनका मकान भी उदयपुर में है। इसके अलावा तीनो निरीक्षको की ड्यूटी आठ-आठ घंटो के शिफ्टो के आधार पर है लेकिन वहां पर भी एक ही निरीक्षक संविदा कर्मियो के साथ पाया जाता है जबकि वहां पर वसूली जाने वाली अवैध राशि में सभी बराबरी का हिस्सा लेते है। डामोर ने बताया कि चैक पोस्ट पूरी तरह निजी कर्मचारियो के हाथों में सौप रखा था जिससे राजकीय राशि के अलावा अवैध रूप से राशि वसूलने का कारोबार भी बेरोकटोक चलाया जा रहा था। उसी आधार पर ब्यूरो ने परिवहन चैक पोस्ट के समस्त रिकार्ड को सील कर दिया साथ ही परिवहन निरीक्षक लेखा कार्मिक सहित १३ निजी व संविदा कर्मियो को ऐतिहातन तौर पर ब्यूरो ने अपने कब्जे में ले रखा है। जैसे ही रतनपुर चैक पोस्ट पर ब्यूरो की कार्यवाही हुई वैसे ही उस मार्ग से गुजरने वाले वाहनधारियों से चौथवसूली का सिलसिला रूक गया और वहां से गुजरने वाले वाहनधारियो के चालको का चेहरा खुशी से नजर आया। यहीं नहीं ब्यूरो की कार्यवाही के दौरान जब मौके पर संवादादाता पहुंचा और फोर लेन के डिवाईडर पर वहां का नजारा देख रहा था तो गुजरने वाली ट्रक पास आकर रूक जाती और १.. रू. की राशि निकालकर नियमित रूप से जारी प्रक्रिया के आधार पर देने की कोशिश करते लेकिन जब पता चलता कि आज तो कार्यवाही होने के कारण अन्य कोई व्यक्ति खडा है तो वे मुस्कुरा कर अपने गन्तव्य मार्ग की ओर निकल जाते। ब्यूरो द्वारा की गई कार्यवाही की डूंगरपुर जिला मुख्यालय से लगाकर जयपुर तक चर्चाओं का दौर रहा कि लम्बे अरसे बाद रतनपुर चैक पोस्ट पर स्थानीय प्रशासन को छोडकर सीधे जयपुर से ही कार्यवाही को अंजाम दिया गया। इस दौरान डूंगरपुर जिले का पुलिस दल भी मौजुद था।