पुलिस पर किया ग्रामीणों ने हमला

उदयपुर, धोखाधडी के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को पकडने के लिए गई जिले की डबोक थाना पुलिस पर आरोपी के परिजनों और ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों और आरोपी के परिजनों द्वारा पथराव करने से एक कांस्टेबल बेहोश व एक कांस्टेबल घायल हो गया। घटना के बाद पुलिस सोमवार सुबह पुलिस की टीमों ने आरोपियों की तलाश में गांव में दबिश दी परन्तु आरोपियों का पता नहीं चल पाया। पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मीठादास पुत्र गौतमदास रंगास्वामी निवासी रंगास्वामी कॉलोनी नाहरमगरा ने कुछ समय पूर्व मामला दर्ज करवाया था कि उसके पिता गौतमदास रंगास्वामी के नाम का एक व्यक्ति जो गांव में ही रहता है और उसके पुत्र हरिशंकर ने एक ही नाम का फायदा उठाकर उसकी जमीन को धोखाधडी पूर्वक स्वयं के नाम पर करवा दी और बेच दी थी। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी गौतमदास को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में हरिशंकर फरार चल रहा था। जिसकी तलाश काफी समय से पुलिस कर रही थी।

आरोपी हरिशंकर गांव से बाहर रहकर नौकरी करता था। गत रात्रि को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी हरिशंकर अपने गांव आया है। इस सूचना पर मामले के जांच अधिकारी एएसआई गुमानसिंह, कांस्टेबल अनोपसिंह, दारासिंह, सतपाल, रवि शर्मा, महिला कानिस्टेबल और चालक मुकेश के साथ गांव में गए और आरोपी के घर पर दबिश दी। हरिशंकर पुलिस के जाब्ते को देखकर फरार हो गया तो पुलिस ने आरोपी का पीछा किया और आरोपी को पकडकर जीप में बैठाते समय हरिशंकर के हल्ला करने पर मौके आस-पडोस के ईश्वरसिंह पुत्र शिवरामदास रंगास्वामी, इसका भाई लक्ष्मण, गौतमदास, भोपा उर्फ प्रकाश, कैलाश दिनेश, मीना पुत्री रूपदास सहित करीब दो दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरूष हाथों में लट्ठ लेकर आ गए और जाब्ते को घेर लिया और पुलिस को आरोपी को छोडने के लिए कहा।

पुलिस द्वारा मना करने पर आरोपियों ने लट्ठ से हमला कर दिया। ग्रामीणों द्वारा लट्ठ से हमला करने पर अनोपसिंह के सिर में लट्ठ का एक वार लगने के कारण अनोपसिंह मौके पर ही बेहोंश हो गया। इसके साथ ही आरोपियों ने पथराव और लट्ठ से जाब्ते को पीटना शुरू कर दिया। मौका देखकर आरोपी हरिशंकर फरार हो गया और पथराव के कारण पुलिस की गाडी का चालक मुकेश के भी चोंटे आई। ग्रामीणों द्वारा पथराव और लाठियों से हमला करने के कारण जाब्ता भी इधर-उधर भाग गया और सरकारी गाडी को भी काफी नुकसान हुआ था। जाब्ते ने जैसे-तैसे कर थानाधिकारी डबोक राजेश शर्मा को सूचना दी। जिससे थानाधिकारी रात्रि को ही मौके पर थाने के पूरे जाब्ते के साथ पहुंचे। पुलिस के जाब्ते को देखकर हमलावर महिलाएं और पुरूष वहां से फरार हो गए। पुलिस ने भागते समय आरोपी दिनेश और मीना को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने मौके पर बेहोंश पडे अनोपसिंह और घायल मुकेश को उठाकर चिकित्सालय में लेकर गए। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को छुट्टी दे दी। इधर सोमवार सुबह डिप्टी वल्लभनगर जसवंतसिंह, थानाधिकारी राजेश शर्मा, खैरोदा थानाधिकारी घनश्यामसिंह, मावली थानाधिकारी नानालाल, वल्लभनगर थानाधिकारी भोजराजसिंह,भीण्डर थानाधिकारी सुबोध जांगिड थानों के जाब्ते के साथ गांव में पहुंचे और प्रत्येक घर में दबिश देकर आरोपियों की तलाश ली, परन्तु गांव में मात्र छोटे-छोटे बच्चों और वृद्घ महिला-पुरूषों के अतिरिक्त कोई भी नहीं मिला। इधर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस पर पथराव, राजकार्य में बाधा पहुंचाने और पुलिस पर जानलेवा हमला करने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सरकार निष्क्रिय, प्रशासन संवेदनहीन : किरण

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उदयपुर, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें उदयपुर के निर्माण निषेध क्षेत्र को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में सरकार निष्क्रियता की दोषी है और प्रशासन संवेदन हीन है। कोई भी निर्धन और मध्यम वर्ग को हो रही पीडा एवं वेदना को समझना ही नहीं चाह रहे हैं।

प्रवक्ता अनिल चतुर्वेदी नें बताया कि किरण मृगेन्द्र भारती द्वारा आयोजित निर्माण निषेध और सामान्य जन के मौलिक अधिकार विषयक चर्चा में बोल रही थी। किरण नें कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वर्ष २००० में नगर विकास न्यास द्वारा बनाए गए भवन निर्माण उपनियमों का अभी तक भी राजपत्र में प्रकाशन ही नहीं हुआ है। उच्च न्यायालय नें अपने निर्णयों में जनता के सम्मान पूर्वक जीवन और सम्पदा के मौलिक अधिकारों की भारी अवहेलना की है। प्रभावित पक्षकारों को अपना पक्ष रखने का कोई अवसर ही नहीं दिया गया। यह नैसर्गिक न्याय और साम्यता के सुस्थापित सिद्घान्तों की घोर अवहेलना है।

किरण नें कहा कि न्यायालय के निर्णयों में यह कहीं भी उल्लेख नहीं है कि वह निर्माण निषेध की अवधारणा किस विधि की किस धारा में लागु कर रहा है। नहीं राज्य सरकार, नगर विकास प्रन्यास और नगर परिषद् नें इस बात पर किसी भी स्तर पर कोई आपत्ति व्यक्त की कि न्यायालय कार्यपालिका के अधिकार क्षेत्र में अवांछित हस्तक्षेप कर रहा है। न्यायालय नें अपने एक संबंधित निर्णय में कहा कि पर्यावरण एवं विकास के मध्य संतुलन रखना होगा क्योंकि प्रत्येक विकास पर्यावरण को कुछ न कुछ क्षति पंहुचाता है। पर केवल इसी कारण से विकास को रोका नहीं जा सकता। इसी आधार पर न्यायालय नें होटल समुहों को निर्माण अनुमति दे दी। अब आवासीय मकानों पर पूर्ण रोक निर्णय में गंभीर त्रुटि ही दिखाता है।

किरण नें बताया कि उन्होंने जून २०१२ में ही राज्य सरकार से निर्माण निषेध क्षेत्र को लेकर जनता को हो रही पीडा के संबंध में प्रश्न पुछा था। सरकार नें अभी तक इसका कोई भी उत्तर नहीं दिया है। सरकार नगर निकायों के अधिनियमों के अन्तर्गत अधिसूचना जारी करके अब तक बसी हुई सभी कॉलोनियों एवं बस्तियों को निर्माण निषेध से मुक्त कर सकती है। जयपुर में ऐसा ही किया गया है। यही इस समस्या का सरल एवं सहज समाधान है।

मकान से जेवर चोरी

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उदयपुर, हिरणमगरी थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ मकान से जेवर चुरा ले जाने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार हिरणमगरी सेक्टर ९ सी ब्लॉक निवासी लक्ष्मी पुत्री मोहनलाल कुमावत ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज करवाया कि गत दिनों सभी सोने चांदी के जेवरात सूरक्षित अलमारी में रखे थे। रविवार को आवश्यकता होने पर तलाश में सोने का नेकलेस, चैन, एक जोडी टॉप्स, ४ सोने की चूडिया, टीका, चांदी के पायजेब, चटका गायब मिले। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

मुस्लिम तालिम के प्रति जिम्मेदार हो:हक

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सीरत कमेटी का मदरसा मॉडल मदरसा बनाया जायेगा

डूंगरपुर, राजस्थान मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद फजले हक ने समाज जनों से आव्हान किया कि वे शिक्षा के प्रति सजगता रखे। तभी विकास की दौड में हम आगे बढ सकेगे।

हक ने यह बात रविवार को डूंगरपुर प्रवास के दौरान सीरत कमेटी द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार अल्पसंख्यकों के सर्वागिण विकास के लिए ढेरों योजनाएं जिसके माध्यम से गरीब तबके का परिवार भी शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में अग्रणी हो सकता है। लेकिन इसके लिए आवश्यकता है कि हम शिक्षित होकर सरकार की योजनाओं का लाभ ले। उन्होने इस अवसर पर बीसूका उपाध्यक्ष असरार अहमद की मांग पर सीरत कमेटी के मदरसे को मॉडल मदरसा बनाने की घोषणा की। जिसके तहत कम्प्यूटर शिक्षा सहित भवन के लिए ५ लाख रूपये की राशि देेने की घोषणा की। उन्होने कहा कि पिछले दिनों हुए भर्ती प्रक्रिया में दस्तावेजों की कमी के कारण कई मदरसा पेरा टीचर्स को हटा दिया गया है। जिन्हें नियमानुसार पात्र होने पर अगली भर्ती में प्राथमिकता दी जायेगी। साथ ही उन्होने मदरसों के पंजीयन संबंधी जो भ्रांतियां समाज जनों में व्याप्त है। उसे दूर करने का आव्हान करते हुए कहा कि इन पर कोई भी सरकार अपना हक नहीं जमा सकती ऐसे में मदरसों के पंजीयन में कौताही ना बरते। साथ ही उन्होने शिक्षा के क्षेत्र में हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए आगामी ४ नवम्बर की रैली में शिरकत कर कांग्रेस को मजबूत करने का आव्हान किया। स्वागत समारोह में बीसूका उपाध्यक्ष असरार अहमद ने डूंगरपुर जिले में संचालित मदरसों के बारे में जानकारी दी। प्रारंभ में सीरत कमैटी के अध्यक्ष मोहम्मद अयुब फोजदार, पंच कंधारान के सदर मोहम्मद गनी, पंच शेख साहबान के हाजी नूर मोहम्मद, पंच मोडासियान घाटी के सदर मोहम्मद हाफिज, लालपुरा पंच के सदर खुशनूद एहमद, निसार ए हाली के संस्था प्रधान मोहम्मद उस्मान, पार्षद अन्सार एहमद, अल्पसंख्यक मामलात के अधिकारी इरशाद एहमद ने माला पहना व शॉल ओढाकर अभिनदंन किया। संचालन मौलाना अब्दुल कारी ने किया।

हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर किया थाने का घेराव

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उदयपुर, युवक की हत्या करने के आरोपी को गिरफ्तारी करने की मांग को लेकर परिजनों ने धानमण्डी थाने का घेराव किया। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सायं बडा भोईवाडा निवसी अपचारी ने रंजिशवश चाकू से हमला कर पडौसी विशाल (२५) पुत्र भरत को घायल कर दिया जिसकी एम बी चिकित्सालय में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। रविवार सायं समाज के नोहरे में हुए उठमने की बेठक के बाद हुई चर्चा में आरोपी के नहीं पकडे जाने पर सभी परिजनों ने धानमण्डी थाने का घेराव कर आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। इसकी सूचना पुलिस उपअधीक्षक पश्चिम दयानंद सारण मौके पर पहुंचे। यहां परिजनेां के बीच हुई वार्ता में आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देने पर माहौल शांत हुआ। विशाल की हत्या के बाद से आरोपी व परिजन घर छोड कर फरार है। घटना के बाद से पुलिस ने आरोपी की तलाश में झाडोल, वाघपुरा, मठ मादडी सहित विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी लेकिन सुराग हाथ नहीं लगा।

क्रिकेटर अशोक मेनारिया पर लगाए आरोप बेबुनियाद : लक्ष्यराज सिंह

आरोप लगाने वालो के विरूद्घ कार्रवाई

विरोध प्रदर्शनों ने जोर पकडा

उदयपुर, अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाडी अशोक मेनारिया पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का मामला गरमाया है। मेनारिया समर्थकों ने आज इस प्रकरण को आधारहीन बताते हुए प्रदर्शन किया वहीं जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर स्थिती स्पष्ट की।

उल्लेखनिय है कि सीनियर रणजी खिलाडी निखिल डोरू के पिता एस.के.जेन ने अशोक मेनारिया पर इण्डिया अंडर १९ टीम में गलत आयु प्रमाण पत्र पेश कर खेलने का आरोप लगाया तथा बीसीसीआई को पत्र भेजकर कोच मनीष चौधरी व जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्यराज सिंह पर मिली भगत का आरोप लगाया कि उन्होने बीसीबीआई में गलत दस्तावेज प्रस्तुत कर अशोक मेनारिया को अण्डर १९८ में खेलाया। रविवार को इसी संदर्भ में लक्ष्यराज ङ्क्षसह ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर एस.के.जैन द्वारा लगाये गये सारे आरोपो को बेबुनियाद बताया तथा उन्होने अशोक मेनारिया के आयु प्रमाण पत्र १० वीं की अंक तालिका बतायी इसी आधार पर अशोक मेनारिया अण्डर १९ खेला था जो कि राजस्थान बोर्ड द्वारा सत्यापित है। लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि जिला क्रिकेट और अंतराष्ट्रीय खिलाडी अशोक मेनारिया पर झूठे आरोप लगाने वालो के खिलाफ कार्यावाही की जायेगी। इधर अशोक मेनारिया समर्थको ने सेक्टर ६ में निखिल डोरू व उसके पिता का पूतला पूं*क कर प्रदर्शन किया। मेनार गांव में भी क्रिकेट खिलाडियों द्वारा मेनारिया पर लगाये आरोपों के विरोध में प्रदर्शन किया। सोमवार को शहर के सभी क्रिकेट खिलाडी व क्रिकेट प्रेमियों द्वारा कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया जाएगा।

फर्जी पुलिस बन कर वसूली करता था

उदयपुर, हाइवे पर फर्जी पुलस बनकर ट्रको से अवैध वसूली करते एक बदमाश को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कार बरामद की। जिला पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाद शर्मा ने बतायाकि हाइवे पर फर्जी पुलिस द्वारा चालकों को रोक अवैध वसूली करने की शिकायत मुखबीर से मिली। इस पर गोवर्धन विलास थाना एसआई हनुमंत सिंह मय टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग सूरो का फला रोड पर ट्रक चालकों से वसूली करते एक व्यक्ति को पकडा। इस दौरान उसके साथी फरार हो गये। पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम कांति लाल पुत्र शंकर लाल मीणा निवासी वडला थाना खेरवाडा बताया। पुलिस ने उसके कब्जे से पुलिस वर्दी व फर्जी नम्बर प्लेट बरामद की। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर पूछताछ शुरू की।

कांग्रेस की महारैली

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उदयपुर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी एवं उदयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक आज सर्किट हाउस में जिले के प्रभारी मंत्री एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया ने की।

देहात कांग्रेस प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि बैठक को सम्बोधित करते हुए पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने कहा कि 4 नवम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान पर आयोजित होने वाली कांग्रेस की महारैली में जुटने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से देश की दिशा एवं दशा बदलने की तैयारी होगी। उन्होने कार्यकर्ताओं से कांग्रेस के इतिहास से प्रेरणा लेते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में रैली में शरीक होने का आह्वान किया।

देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने कहा कि मेवाड़ को हिन्दुस्तान की राजनीति में पहचान दिलाने वाले लोकप्रिय नेता डॉ. सी. पी. जोशी के हाथ मजबूत करने एवं राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करने का इससे बढिया कोई मौका नही होगा जब हम हमारी पूरी ताकत से दिल्ली की 4 नवम्बर की महारैली में मेवाड़ से ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व करें।

शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की इस रैली में शामिल होने के लिए कार्यकर्ता अपने स्वयं के संसाधन से दिल्ली पहुंचने का लक्ष्य बनावें। प्रदेश प्रभारी आर. आर. तिवारी ने कहा कि सभी कार्यकर्ता रजिस्ट्रेशन कराकर दिल्ली पहंुचे उन्होेने अग्रिम संगठनो, प्रकोष्ठों और विभागों को भी जिम्मेदारी लेते हुए अपने अलग वाहनों से दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया।

 

बैठक में सभी पदाधिकारियों, प्रधानों, ब्लॉक अध्यक्षों, नगर अध्यक्षों एवं वरिष्ठ कांग्रेसजनों से चर्चा के बाद प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों एवं शहर व देहात कांग्रेस को रैली हेतु अलग-अलग लक्ष्य दिये। उदयपुर शहर से रेल एवं निजी साधनों से 1000 हजार कार्यकर्ताओं को त्रिलोक पूर्बिया, नीलिमा सुखाड़िया के नेतृत्व में दिल्ली ले जाने का लक्ष्य दिया गया। वही उदयपुर देहात कांग्रेस के अन्तर्गत आने वाले सभी 15 ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को 2-2 बसो, रेल, निजी साधनों से 5100 कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने का लक्ष्य दिया गया। इस हेतु विधानसभा क्षेत्र झाड़ोल मंे रामलाल गायरी, कन्हैयालाल खराड़ी, विधानसभा क्षेत्र मावली में विधायक पुष्करलाल डांगी, जीतसिंह चुण्डावत, महेश पालीवाल, विधानसभा क्षेत्र गोगुन्दा में मांगीलाल गरासिया, मांगीलाल चौधरी, विधानसभा क्षेत्र वल्लभनगर में गजेन्द्रसिंह शक्तावत, कुबेरसिंह चौहान, विधानसभा क्षेत्र खेरवाडा मंे डॉ. दयाराम परमार, कालूराम मीणा, हरिराम मीणा, विधानसभा क्षेत्र उदयपुर ग्रामीण में सज्जन कटारा, भगवतसिंह झाला, विधानसभा क्षेत्र सलुम्बर में रघुवीरसिंह मीणा, कचरूलाल चौधरी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लसाड़िया में जगजितेन्द्रसिंह शक्तावत को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सैंकडो कार्यकर्ता, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

बर्मा में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा के सुबूत

बर्मा के राष्ट्रपति ने स्वीकार किया है कि जातीय हिंसा की चपेट में फंसे देश के पश्चिमी हिस्से में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है.

राष्ट्रपति थेन शेन के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया, “रखाइन राज्य में ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पूरे-के-पूरे गांवों और शहरों के हिस्सों को जला दिया गया है.”

राष्ट्रपति के प्रवक्ता का ये बयान मानवाधिकार संस्था, ह्मूमन राइट्स वॉच, द्वारा तस्वीरों के जारी किए जाने के बाद आया है.

ह्मूमन राइट्स वॉच ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी की थीं जिसमें तटीय शहर क्याउकप्यु में सैकड़ों नष्ट इमारतों को दिखाया गया था.

‘निशाने पर मुसलमान’

संस्था का कहना है कि हमला का निशाना बनाए गए ज्यादातर लोग मुसलमान हैं. संस्था के मुताबिक़ वो गैर-मुस्लिमों के हमलों का शिकार हुए हैं.

राष्ट्रपति के प्रवक्ता ज़ॉओ हतेए ने बीबीसी को बताया कि सरकार रखाइन सूबे में सुरक्षा बढ़ा रही है. इस क्षेत्र को अराकान के नाम से भी जाना जाता है.

हतेए ने कहा, “अगर ज़रूरत होगी तो हम वहां स्थिरता बहाल करने के लिए और ज़्यादा पुलिस और सेना भेजेंगे.”

बर्मा में अधिकारियों ने माना कि राज्य में बौद्ध और मुस्लमानों के बीच हिंसा में 80 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं.

इस इलाके में वर्षों से स्थानीय रखाइन समुदाय और मुसलमानों के बीच तनाव का इतिहास है. जहां रखाइन राज्य में बहुसंख्यक हैं वहीं मुसलमानों का तालुक्क़ रोहिंग्या समुदाय से है और उन्हें बर्मा का नागरिक नहीं माना जाता.

रोहिंग्या मुसलमानों को बर्मा में अधिकारी ग़ैरक़ानूनी अप्रवासी मानते हैं और उनके ख़िलाफ़ लोगों में व्यापक विद्वेष की भावना है.

विनाश की तस्वीरें

अमरीकी संस्था, ह्मूमन राइट्स वॉच, एचआरडब्ल्यू, ने क्याउकप्यु ज़िले की जो उपग्रह तस्वीरें जारी की थीं वो नौ और 25 अक्तूबर की हैं.

नौ अक्तूबर वाली तस्वीर में पास-पास हज़ारों घर और तट पर बहुत सारी हाउसबोट देखी जा सकती हैं. लेकिन 25 अक्तूबर को ली गई उपग्रह तस्वीर में 35 एकड़ में फैले इस ज़िला लगभग खाली नज़र आ रहा है और तट पर कुछ एक नावें ही दिख रही हैं.

एचआरडब्ल्यू का कहना था कि लगता है कई निवासी नावों पर सवार होकर इलाके से भाग गए हैं.

इलाके का दौरा करने वाले एक स्थानीय पत्रकार ने बीबीसी की बर्मा सेवा को बताया कि वहां लगभग सभी इमारतें नष्ट हो चुकी है और कुछ इमारतें अब भी सुलग रही हैं. लगभग 3000 की आबादी वाले एक ज़िले में सिर्फ़ जले हुए घरों और पेड़ों के ठूंठ ही दिख रहे थे.

आपातकाल

सरकार का कहना है कि इस सप्ताह हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या 82 हो गई है. इसके अलावा 129 लोग घायल हुए और लगभग 3000 मकान नष्ट हो गए.

इससे पहले जून में भी रखाइन में हिंसा की वाहदाते हुई थीं और तब वहां आपातकाल घोषित किया गया था. उस वक्त हुई हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए थे और हज़ारों लोग अपने घर छोड़कर भागने पर मजबूर हुए थे जिनमें से बहुत अब तक वापिस नहीं लौटे हैं.

एचआरडब्ल्यू को आशंका है कि ताज़ा हिंसा में मरने वालों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है.

सो. बी.बी.सी. हिंदी

कुर्बानी के साथ दिया त्याग और ईमान का सन्देश

उदयपुर , शनिवार को मुस्लिम समुदाय ने ईद-उल-अदहा ख़ुशी और हर्सोल्लास के साथ मनाई , नमाज़ अदायगी के बाद एक दुसरे को गले लगा कर मोहब्बत का पैगाम दिया और फिर क़ुरबानी का फ़र्ज़ अदा किया गया ।

मस्जिदों में सुबह से ही अकीदतमंदों का जुटना शुरू हो गया। मुख्य नमाज सुबह 9 बजे चेतक सर्कल स्थित पलटन मस्जिद में हुई। नमाज अदायगी के बाद मदहे व कसीदे पढ़े गए। सभी मस्जिदों में खादिमों ने खुतबा दिया। इसी दौरान मुल्क में अमनो-अमान की दुआएं मांगी गईं। नमाज के बाद घरों में कुर्बानी की रस्म अदा की गई, जिसका तबर्रुक रिश्तेदारों, गरीबों और पड़ोसियों में तकसीम किया गया। मुबारकबाद देने और कुर्बानी का दौर दिनभर चला।

तकरीरों में बताई कुर्बानी की अहमियत

मस्जिदों में मौलानाओं ने तकरीरें पेश की, जिसमें नमाज अदायगी का तौर-तरीका और कुर्बानी का महत्व बताया गया। नमाज अदायगी के दौरान सभी मस्जिद के अंदर, बाहर, छतों पर, सड़कों पर भी अकीदतमंदों की मौजूदगी रही।

इसलिए देते हैं कुर्बानी

मौलाना जुलकर नैन ने बताया कि हजरत इब्राहिम से ख्वाब में खुदा ने सबसे अजीज चीज की कुर्बानी मांगी। वे अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए। कुर्बानी देने जाते समय रास्ते में आए शैतान ने बच्चे को भटकाया, लेकिन सच्चा अकीदतमंद बच्चा नहीं भटका। वो अपने वालिद के कहने पर कुर्बानी के लिए तैयार रहा। आंखों पर पट्टी बांधे हजरत इब्राहिम ने कुर्बानी देने के लिए छुरी निकाली तो अल्लाह ने कुर्बानी के जज्बे से खुश होकर बच्चे को बचा लिया और उसकी जगह दुंबा (भेड़) भेज दिया। उसी दिन और वाकये को याद करते हुए ईद उल अजहा मनाई और कुर्बानी दी जाती है। खुदा की राह में रोड़ा बना शैतान हर मुस्लिम का दुश्मन माना जाता है। ऐसे में मक्का में बनाए गए शैतान के तीन पुतलों पर बकरीद के मौके पर पत्थर मारे जाते हैं।