उदयपुर | इस्लाम मजहब के प्रवर्तक पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लललाहो अलैहि वसल्लम का यौम-ए पैदाइश मुस्लिम समुदाय ने रविवार को उत्साहपूर्वक मनाया। इश्क-ए-रसूल की खुशबू फिजां में हर तरफ फैली नजर आई। इस मौके पर शानो शौकत से निकले जुलूस में आशिकान-ए रसूल का सैलाब उमड़ पड़ा। ब्रमपोल इमरत रसूल बाबा की दरगाह पर सलातो सलाम के बाद मुल्क को आतंकवाद के खतरे मुक्त रहने, अमन खुशहाली की दुआ की गई।
ईद मीलादुन्नबी का जोश हर तरफ नजर आया। खुशी के मौके पर आशिकान-ए रसूल ने नए लिबास पहने और खुशबू लगा कर सुन्नते रसूल की अदायगी की। बुजुर्ग, युवा और बच्चे सभी इश्के रसूल में डूबे रहे। यह उत्साह जुलूस में और दो गुना नजर आया।
जुलूसे मोहम्मदी बडी अकीदतो-अहतराम के साथ दोपहर 2 बजे अंजुमन चौक से रवाना हुआ। जो सिंधी बाजार, घंटाघर, हरवेनजी का खुर्रा होता हुआ हाथीपोल पहुंचा।आयड, पहाडा, ठोकर, सुंदरवास एवं डबोक से आए जुलूस सीधा हाथीपोल पहुंचा। जहां जुलूसे मोहम्मदी ने एक विशाल रूप ले लिया। जुलूस का एक छोर अम्बावगढ कच्ची बस्ती था तो दूसरा छोर हाथीपोल पर था।
जुलूसे मोहम्मदी में कई मौहल्लों से आए जुलूसों में शामिल ऊंट गाड़ियों में बैठे नन्हे-मुन्ने बच्चों ने हाथों में ’जश्ने ईद मिलादुन्नबी मुबारक हो’ ’सरकार की आमद’ आदि नारे लिखे तख्तियां लिए हुए थे। जुलूसे मोहम्मदी के पूरे मार्ग में बच्चे नारे लगाते हुए चल रहे थे। वहीं जुलूस में मस्जिदों के इमामों के लिए बग्गियां लगाई गई। वहीं कई बुजुर्ग घोडे पर सवार होकर हाथ में झंडा लिए चल रहे थे।
जुलूसे मोहम्मदी में कई युवा हाथों में तिरंगा लेकर चल रहे थे जो कईयों ने वतन परस्ती के लिए लिखे नारे ’अपने वतन से मुहब्बत आधा ईमान’ लिखी तख्तियां अपने वाहनों के आगे लगा रखी थी। नातियां कलाम में भी वतन परस्ती के अशआर पेश किए गए।
जुलूसे मोहम्मदी के हाथीपोल पहुंचने पर वहां मिलाद पार्टियों के युवाओं ने हजरत मोहम्मद (स.अ.) की शान में नातिया कलाम पेश किए। जिसमें नूर वाला आया है, नूर लेकर आया है, सारा आलम में ये देखो कैसा नूर छाया है, हर देश में गूंजेगा अब या रसुल्लाह, खुशियां मनाओ, आका का मिलाद आया, मैं तो मिलादी हूं, चारों तरप* नूर छाया-आका का मिलाद आया, सोणा आया नी सजदी गलियां बाजार आदि कलाम पेश किए। हजारों की संख्या में मौजूद लोगों इन नातिया कलाम पर झूमते नजर आए।
जुलूसे मोहम्मदी शाम करीब 5.10 बजे मल्लातलाई पहुंचा जहां मल्लातलाई नौजवान सोसायटी द्वारा कई इंतजामात किए गए। इसके अलावा कई घरों के बाहर भी लोगों ने जुलुसे मोहम्मदी का इस्तकबाल किया। विशाल जुलूस में अधिकांश युवा सपे*द लिबास पहने हुए कौमी नारे लगाते हुए चल रहे थे। जुलूस ब्रह्मपोल बाहर स्थित हजरत इमरत रसूल बाबा की दरगाह पहुंच कर चादर पेश कर प*ातेहा के बाद समपन्न हुआ। प*ातेहा में मुल्क में अमन चैन एवं भाईचारे के लिए दुआएं मांगी गई। इसके बाद जुलूसे मोहम्मदी में शामिल विभिन्न मौहल्लों के जुलूस रात 8 बजे तक मल्लातलाई पहुंचते रहे।
जुलूसे मोहम्मदी को लेकर हाथीपोल एवं मल्लातलाई में कई तरह की स्टॉले लगाई गई। कई घरों पर जुलूसे में शामिल बच्चों के लिए टॉपि*यां एवं प्रू*टी लाकर बांटी गई है। वहीं पानी, शरबत, चाय-कॉप*ी कई प्रकार के व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए जहां लोगों को तबर्रूक के तौर पर व्यंजन बांटे गए।
फ़िज़ां में इश्क़-ए-रसूल की फैली खुशबू तो आशिक़ान-ए-रसूल का उमड़ा सैलाब
‘सबसे पहले सांप्रदायिक होती है पुलिस’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य गुजरात में पुलिस अभ्यास (मॉक ड्रिल) में चरमपंथियों को मुसलमानों की वेशभूषा पहनाने की देशभर में कड़ी आलोचना हो रही है.
इन अभ्यासों में चरमपंथियों को लंबा कुर्ता और वह टोपी पहनाई गई है, जिसे मुसलमानों की पहचान के तौर पर देखा जाता है.
यह वीडियो आया ही था कि दूसरे वीडियो में चरमपंथियों को इस्लाम ज़िंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखाया गया है.
पंजाब पुलिस के प्रमुख रह चुके के एस ढिल्लों कहते हैं कि इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए, भारतीय पुलिस का चरित्र कुछ ऐसा ही है.
‘सत्ता के अनुरूप चलती है पुलिस’
भारतीय पुलिस बहुत जल्द ही सत्ता के पक्ष में हो जाती है. सत्ताधारी जो चाहता है पुलिस वही बन जाती है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय पुलिस को कोई कार्यकारी स्वतंत्रता हासिल नहीं है और इसका नेतृत्व इस तरह का हो चुका है कि वह चाहता भी नहीं कि पुलिस का स्वतंत्र व्यक्तित्व हो.
चरमपंथ का कोई धर्म नहीं होता. श्रीलंका में सारे चरमपंथी हिंदू थे, उत्तर-पूर्व में ईसाई हैं, पंजाब में सिख थे और बर्मा में बौद्ध.
लेकिन पिछले दो-तीन साल में सामान्यतः ऐसा हो गया है कि जब भी चरमपंथ की बात होती है तो वह मुसलमानों के साथ जुड़ जाती है.
जब तक भारतीय पुलिस अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व नहीं बनाती और उसकी राय अनुभव, शोध आदि पर आधारित नहीं होती तब तक यह चलता रहेगा.
इसलिए गुजरात की घटना पर हैरानी की बात नहीं है. अगर आप भाजपा शासित अन्य प्रदेशों को देखें तो वहां भी इसी तरह की घटनाएं हो सकती हैं- गुजरात सामने आ गया तो यह अख़बार में छप गया.
पुलिस ही सांप्रदायिक
पुलिस की स्थिति यह है कि उसका सांप्रदायिकरण सबसे पहले होता है, यह मैं अपने तजुर्बे से बता सकता हूं.
मैंने मध्य प्रदेश से नौकरी शुरू की थी. वहां बहुत सी पुलिस लाइनों में मंदिर बने हुए हैं- जो नहीं होने चाहिए.
लेकिन जब इसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर सरकारी अनुमति मिल जाती है तो पुलिसवाले और ज़्यादा सांप्रदायिक हो जाते हैं.
मध्य प्रदेश में बहुत से ऐसे थाने हैं, जहां मुसलमान जाकर शिकायत ही नहीं कर सकता, क्योंकि वहां कहा जाता है कि पाकिस्तान जाकर शिकायत करो.
इसके अलावा पुलिस का ढांचा ऐसा है कि इसमें हिंदू बहुतायत में हैं- हर जगह. मुसलमान कम हैं और जो हैं वह भी अपनी बात बलपूर्वक नहीं कहते.
मुसलमानों के साथ चरमपंथ ऐसे जुड़ गया है कि जब भी कहीं चरमपंथी घटना होती है- चाहे वह मक्का मस्जिद धमाका हो या मालेगांव विस्फोट, सबसे पहले मुसलमान युवकों को पकड़ा जाता है. यह एक प्रोटोटाइप सा बन गया है.
(बीबीसी संवाददाता फ़ैसल मोहम्मद अली से बातचीत पर आधारित)
डूंगरपुर सीरत कमेटी ने 162 लोगों का किया सम्मान
डूंगरपुर। ईद मिलादुन्नबी पर चार दिवसीय आयोजन के तहत गुरुवार रात को सीरत कमेटी की ओर से श्रेष्ठ कार्य करने वालों का सम्मान समारोह हुआ। सीरत कमेटी सदर अंसार एहमद ने बताया की कमेटी द्वारा शहर के 104 हाजियों, 47 होनहार विद्यार्थियों और 11 समाज की विभिन्न कमेटियों का सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि अजमेर दरगाह कमेटी सदर असरार एहमद ने कहा की वतन की वफादारी भी इमान का एक हिस्सा है। उन्होने कहा की बच्चों की तालीम से ही परिवार, समाज और देश का विकास होता है। अध्यक्षता मौलाना कारी अब्दुल कादीर ने की। विशिष्ट अतिथि शहर नायब काजी मौलाना इरफान, मौलाना अकबर अकबरी, मौलाना रिजवान, मौलाना फीरोज आलम, मौलाना निजामुद्दीन ने अपने विचार रखें। नायब सदर बशीर खान, सेक्रेटी मोहम्मद हनिफ, केशियर जहीर एहमद कंधारी, जोइंट सेके्रटी अब्दुल वहाब ने स्वागत किया। संचालन हाजी मोहम्मद हुसैन ने किया। आयोजन के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार रात को शेखवाडा स्थित बिस्मिल्लाह मस्जिद मे मिलाद हुई।
शहर मेें निकलेगा जुलूस
ईद मिलादुन्नबी पर शहर में मोहम्मदी जुलूस निकाला जाएगा। सीरत कमेटी सदर अंसार एहमद, पंच मोडासियान घाटी सदर अब्दुल हाफीज चौहान ने बताया की सुबह 9 बजे से पातेला सीरत कमेटी से जुलूस रवाना होगा। घाटी मदीना मस्जिद पहुंचेगा। यहां घाटी का जुलूस मिल जाएगा।दोनों जुलूस फिर रवाना होकर जूना महल, मोहम्मदी बाजार, फौज का बड़ला, माणक चौक, सोनिया चौक, पुराना अस्पताल होते हुए कोतवाली पहुंचेगा। कमेटी की ओर से सामूहिक न्याज का आयोजन होगा।वही घाटी जुलूस फिर से घाटी पहुंचने पर मिलाद होगी।
सारे आलम में ये देखो कैसा नूर छाया है …
उदयपुर । हज़रत मोहम्मद साहब के जन्म दिन को लेकर शहर के मुस्लिम मोहल्लों और मस्जिदों में आकर्षक साज सज्जा की गयी है शहर के सभी मोहल्लों में मानों नूर उत्तर आया हो | वही कई मस्जिदों में और अंजुमन चौक पर मिलाद के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है | कल शहर में जुलूसे मोहम्मदी निकाला जाएगा जिसमे शहर के व् आसपास कस्बों के मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होंगे |
रबीउल अव्वल ( इस्लामी माह ) की १२ तारीख को पैग़म्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब का जन्म दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा जश्न -ए- ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया जाता है | जिसकी तैयारियां रबीउल अव्वल का चाँद दिखने से ही शुरू हो जाती है | कल मनाये जाने वाले मोहम्मद साहब के जन्म दिन पर शहर भर के मुस्लिम मोहल्लों को आकर्षक रूप से सजाया गया है | शहर के खांजीपीर, आयड, सिलावटवाडी, मल्लातलाई, सवीना सहित सभी मुस्लिम बस्तियों की लाइटों एवं फर्रियों से आकर्षक सजावट की गई है। अशरफी नौजवान कमेटी सहित मौहल्लों की विभिन्न कमेटियों द्वारा इस काम को अंजाम दिया गया है। पटेल सर्कल छोर से लेकर गुलाबबाग वाले छोर तक खांजीपीर को आकर्षक चाइनीज लाइटों, गुम्बदे खजरा आदि से सजाया गया है। माछला मगरा पहाडी बडे अक्षरों में विद्युत लाइटों से ’जश्ने ईद मिलादुन्नबी मुबारक’ लिखा गया है। शनिवार को सजावट देखने आने वाले जश्ने ईद मिलादुन्नबी की वैसे तो शहर के सभी मुस्लिम मौहल्ले सजाये गये है परंतु इसकी पूर्व संध्या पर आज शहर के खांजीपीर में विद्युत सजावट को देखने शहर के सभी मुस्लिम मौहल्लों के मुस्लिम परिवार वहां पहुंचेंगे। लोगों के लिए विभिन्न खाने-पीने की स्टॉलें लगाई जाएगी।
जुलुस कल : कल शहर में जुलूसे मोहम्मदी निकाला जाएगा। जो दोपहर 2 बजे अंजुमन चौक से शुरू होकर घंटाघर, हाथीपोल, अम्बावगढ कच्ची बस्ती होते हुए मल्लातलाई होकर इमरत रसूल बाबा की दरगाह पर जाकर सम्पन्न होगा जहां अंजुमन कमेटी द्वारा चादर पेश की जाएगी। इस मोके पर अंजुमन के सदर मोहम्मद खलील ने जुलुस में कोई वाहन लाने पर पाबंदी लगाईं है तथा महिलाओं को भी जुलुस में आने से मना किया है | साथ ही सभी मुस्लिम से जुलुस में शान्ति और सौहार्द पूर्ण तरीके से निकालने की गुजारिश की है | अंजुमन तालिमुल इस्लाम द्वारा आयोजित दो रोजा जश्ने ईद मिलादुन्नबी के पहले दिन शुक्रवार को शहर की तीन मिलाद पार्टियों एवं अंजुमन तालिमुल इस्लाम के बच्चों ने नातियां कलाम पेश किए। इसके अलावा शहर की विभिन्न मस्जिदों के इमामों द्वारा तकरीर की गई। कलकत्ता से तशरीप* लाए शायरे इस्लाम पै*जाने मुजाहिद ने हजरत मोहम्मद साहब की शान में नातिया कलाम पेश किए।
अनाथों को मिलेगी निशुल्क उच्च शिक्षा
उदयपुर। उच्च शिक्षा का हब बनते जा रहे उदयपुर में प्लेटिनम ग्रुप विश्वविद्यालय खोलने जा रहा है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए आशय पत्र जारी कर दिया है। यग उदयपुर में नौवा विश्वविद्यालय होगा। डबोक-मावली रोड पर अगले माग से इसके कैंपस का निर्माण शुरू हो जाएगा।
विश्वविद्यालय में पैरामेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट आईटी व सभी ट्रेडिशनल कोर्स संचालित होंगे। इस ग्रुप के नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्ौन व उदयपुर आदि में करीब 10 कॉलेज संचालित हैं।
अनाथों को देगा निशुल्क उच्च शिक्षा: प्लेटिनम ग्रुप के विश्वाविद्यालय ने स्थापना के साथ ही सामाजिक पहल की शुरूआत की है। प्लेटिनम ग्रुप के के फाउंडर प्रवीण रातलिया ने बताया कि विश्वविद्यालय अनाथ बच्चों को निशुल्क उच्चा शिक्षा उपलब्ध करवाएगा। यह प्रावधान हो तो सामान्य पाठ्यक्रमों से लेकर इंजीनियरिंग तक सभी पूर्णतया निशुल्क उपलब्ध होगी।
10 हजार रिश्वत लेते विद्युतकर्मी गिरफ्तार
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार दोपहर अजमेर विद्युत वितरण निगम के सेक्टर-4 स्थित सहायक अभियंता कार्यालय के सहायक कर्मचारी जयंत दशोरा को दस हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
नया मीटर लगाने के बाद दशोरा लगातार पीडित से रूपए की मांग कर रहा था। गुरूवार को उसकी शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन किया और आरोपी को रंगे हाथ दबोच लिया। एसीबी अधिकारियों की मानें तो आरोपी से पूछताछ में अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजेश सोनी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त जयंत दशोरा पानेरियों की मादड़ी का है। जयंत वष्ाü-2008 में विद्युत विभाग में सहायक कर्मचारी पद पर भर्ती हुआ।
हाल में हिरणमगरी सेक्टर-4 स्थित अजमेर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता कार्यालय में तैनात था लेकिन रेैती स्टैण्ड कार्यालय में डयूटी करता था। उसे गायरियावास के गमेती मोहल्ला में रमेश तावड़ के मकान बाहर से दस हजार रूपए रिश्वत लेने गिरफ्तार किया है।
आरोपी दुपहिया से रिश्वत लेने आया था। रमेश ने बताया कि उसका संयुक्त परिवार है। चाचा जालू के नाम बिजली का कनेक्शन है। घर में लगा बिजली का मीटर पुराना हो गया था।
इसलिए अक्टूबर-2014 में मीटर बदलने के लिए सहायक अभियंता कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया। इस पर सहायक अभियंता संदीप कोठारी ने जयंत को मीटर बदलने के लिए भेजा।
जयंत ने 28 नवम्बर को पुराना मीटर बदलकर नया मीटर लगा दिया। जयंत ने रमेश को यह कहकर जाल में फंसाया कि पुराने मीटर की 8 हजार से अधिक रीडिंग हैं, जिसका बिल 50 हजार रूपए आएगा।
वह मीटर को फंुका हुआ बता कर 50 हजार का फायदा कर देगा लेकिन उसे 12 हजार रूपए देने पड़ेंगे। बातचीत में मामला दस हजार रूपए में सुलझ गया।
पी के गिरी
अगर “पीकेगिरी” शब्दों को अलग-अलग यूं लिखा जाए- पी के गिरी, तो लगेगा कि कोई नवयौवना “बीयर शियर” पी कर गिर गई होगी। वैसे आज से बीस-पच्चीस बरस पहले ऎसी कल्पना करना भी मुश्किल था लेकिन इस बार जब “न्यू ईयर ईव” की पार्टियों का हाल देखा तो एक-दो नहीं वरन् डेड़-दो दर्जन मोहतरमाओं को डगमगाते देखा।
निस्संदेह इस सांझ को कई तो गिर भी गई होंगी। लेकिन हम इस वक्त दूसरी चर्चा करना चाह रहे हैं। इन दिनों राजकुमार हीरानी की फिल्म के बड़े चर्चे हैं। अवाम को जहां यह फिल्म पसंद आ रही है वहीं कुछ धर्माचार्यो, योगियों और संस्कृति के ठेकेदारों के गले इसके तर्क नहीं उतर रहे हैं। हम इन महानुभावों से निवेदन करना चाहते हैं कि हे सज्जनो- काहे की टेंशन ले रहे हो। अपने यहां फिल्मी ज्वार ज्यादा नहीं उठता।
लगता तो ऎसे है कि न जाने क्या हो जाएगा पर कुछ ही दिनों में मामला ठंडा पड़ जाता है। जैसे हीरानी की ही पहली फिल्म “मुन्ना भाई…”ले लीजिए। उससे जादू की झप्पी का आविष्कार हुआ। ऎसा नहीं कि अपने यहां गले लगा कर प्रेम जताने की परम्परा पहले नहीं रही। रामायण के अधिकांश किरदार बार-बार गले मिलते नजर आते हैं पर मुन्नाभाई के बाद तो कॉलेज में पढ़ने वाले छोरे-छोरियों में “जादू की झप्पी” देने का फैशन सा चल गया।
एक बुजुर्ग मित्र बताते हैं कि इस बहाने उन्होंने भी अपनी कई पुरानी भाइलियों को उनके पतियों के सामने ही गले लगा लिया। बहरहाल जादू की झप्पी का यह सिलसिला जल्दी ही उतर गया और फिर “लगे रहो मुन्ना भाई” के साथ “गांधीगिरी” का फैशन चला। लोग अपने शत्रुओं तक को फूल देने लगे। ऑफिसों की घूस में नकदी की जगह गुलाब के फूल दिए जाने लगे लेकिन कुछ दिनों बाद “गांधीगिरी” का उफान भी ऎसे ही शांत हो गया जैसे उफनते दूध में ठंडे पानी के छींटे पड़ गई हों।
गुलदस्तों की जगह रिश्वत में वापस गांधीछाप बंडल चल पड़े। इसके बाद आई “थ्री इडियट्स” इस फिल्म को देख कर कई लड़कियां शादी के मण्डप से उठ कर अपने पुराने प्रेमी की तलाश में निकलीं लेकिन पता चला कि वह तो ऑलरेडी अमीर की लड़की से शादी करके दो बच्चों का बाप बन चुका है। तो विरोध करने वाले मनीषियो काहे को चिल्लपौं मचा कर फिल्म का बिजनेस बढ़ा रहे हैं।
अगर फिल्मों से ही क्रांति हो जाती और परिवर्तन आने लगता तो अब तक राजकपूर की फिल्मों से समाजवाद आ चुका होता। आप तो फिल्म देखो और भोजपुरी के मजे लो। ज्यादा टेंशन लेंगे तो दिमाग सुन्न पड़ जाएगा। वैसे भी आजकल ठंड बहुत पड़ रही है। आप तो पीके रजाई में मुंह ढक कर सो जाओ देखो कैसा आनंद आता है?
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती: अभ्यर्थी परेशान
udaipur.पंचायतीराज विभाग की ओर से आयोजित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2013 की विसंगतियों को लेकर अभ्यर्थी परेशान हैं।
जिला स्तर पर हुई इस परीक्षा का परिणाम तो जारी कर दिया गया है, लेकिन प्रश्नपत्रों की उत्तरकुंजी की समस्याओं का हल नहीं निकाला जा रहा है।
विभाग ने आठ दिन पहले उत्तरकुंजी जारी कर हेल्पलाइन नम्बर (9214245601) पर आपत्तियां मांगी थी।
उत्तरकुंजी के लिए अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट के साथ मिलान करना है, लेकिन ओएमआर शीट वेबसाइट पर खुल ही नहीं रही। जो अभ्यर्थी आपत्तियां दर्ज करा रहे हैं, उनका भी कोई समाधान नहीं सुझाया जा रहा।
जयपुर से परीक्षा देने वाली अभ्यर्थी ने बताया कि परिणाम जारी हो चुका है और 10 जनवरी को कटऑफ लिस्ट जारी की जाएगी। जबकि उनकी ओएमआर शीट ही अधूरी खुल रही है। तीन बार जिला परिषद पहुंचकर शिकायत की, लेकिन राहत नहीं मिली है।
सीकर से परीक्षा देने वाले एक अभ्यर्थी ने बताया कि पहले तो हेल्पलाइन नम्बर पर कोई जवाब ही नहीं दे रहा था, फिर बात हुई तो शिकायत दर्ज कर ली लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया।
नहीं बताई विशेष योग्यजन की सीट
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम में विभिन्न श्रेणियों का उल्लेख तो किया गया है, लेकिन विशेष योग्यजन अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित सीटों की स्थिति नहीं बताई है।
राजस्थान विकलांग युवा मोर्चा ने इसका विरोध करते हुए विभाग को ज्ञापन भेजा है। मोर्चा पदाधिकारी राकेश खटीक ने बताया कि अलग से सूची जारी नहीं किए जाने से सभी जिलों के अभ्यर्थी परेशान हैं।
यहां मिलता है एक रूपए प्रति लीटर पेट्रोल
भारत में पेट्रोल की मंहगाई से लोग त्रस्त हैं। पिछले साल से इसकी कीमत में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है।
अभी हाल ही भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करने के बजाय एक्साइज डयूटी 2 रूपए प्रति लीटर बढ़ा दी।
तो वहीं दूसरी ओर अगर हम अन्य देशों की बात करें तो दुनियां में एक ऎसा देश भी है जहां मात्र एक रूपए प्रति लीटर पेट्रोल मिलता है। इस देश का नाम वेनजुएला है। जहां 1998 से पेट्रोल की कीमत में 1 रूपए प्रति लीटर है।
वेनेजुएला तेल निर्यातक देश है और अपने नागरिकों को इस पर सब्सिडी देता है, लेकिन मुद्रा-मूल्य के आधार पर एकदम सही अनुमान लगाना कठिन होता है। बहरहाल यह कीमत 1998 से चल रही है।
इन सब के बावजूद सउदी अरब में पेट्रोल 7 रूपए प्रति लीटर, तुर्कमेनिस्तान में 12 रूपए प्रति लीटर, यूएई में 24 रूपए प्रति लीटर है, अमेरिका में करीब 50 रूपए प्रति लीटर है।
भारत की तुलना में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में मौजूदा समय में 57.18 रूपए है, जबकि भारत में 61 रूपए प्रति लीटर है। यही नहीं भूटान में भी 55.54 प्रति लीटर पेट्रोल बिकता है।
राणा जी की बॉलीवुड नाईट – जम के मचाई धूम
उदयपुर | फतह सागर किनारे स्थित राणाजी रेस्टोरेंट ने इस बार शहरवासियों के लिए एक अनूठी शुरुआत की, जहाँ ३१ दिसंबर की रात की पार्टियां शराब पार्टी के नाम से बदनाम है वही राणाजी ने एक शानदार पहल कर बिना बॉलीवुड थीम पर आधारित साफसुथरी पारिवारिक पार्टी का आयोजन किया जिसमे वेज व्यंजनों के स्वाद के साथ बिना शराब के धूम मची जिसको आये हुए हर परिवार युवा , ने पसंद किया |
राणाजी रेस्टोरेंट के संचालक प्रशांत जैन ने बताया कि कई शहरवासी नववर्ष के शहर की होटलों एवं रेस्तरां में होने वाले आयोजनों में इसलिए शरीक नहीं हो पाते क्योंकि लेकसिटी में अधिकांश पार्टियां नॉन वेज फ़ूड एवं एल्कोहल पर आधारित होती है। ’राणाजी’ द्वारा इस बार शहरवासियों एवं पर्यटकों द्वारा विशेष प्रयास के तहत इस बार ’बॉलीवुड थीम’ बेस पर नववर्ष का आयोजन किया गया जिसमें आने वाले शहरवासियों एवं पर्यटकों को इस जश्न को मनाने के लिए शुद्घ शाकाहारी भोजन व नॉन एल्कोहलिक पार्टी की पहल की l शाकाहारी परिवारो इस पार्टी में काफी उत्सुकता दिखाई दी उन्होंने
बताया कि शहर में होने वाली पार्टियों के साथ ही उन्होंने नॉन एल्कोहलिक एवं शाकाहारी लोगों के लिए एक ’ऑबशन’ दिया जिससे शाकाहारी भी नए साल को अच्छी तरह से मना सके रेस्तरां की साइट लोगो ने दिखाया उत्साह राणाजी में शाम होते ही लोगो का आना शुरू हो गया राणाजी में बॉलीवुड की शहंशाह अमिताभ बच्चन से लेकर अमरीश पूरी की तस्वीरों से सजाया गयाजैसे जैसे शाम ढलती गयी पार्टी अपने पुरे परवान पर चली गयी लोगो ने नए साल के जश्न को एक अलग अंदाज़ में मना कर बहुत ही आनंदित महसूस किया पार्टी में शरीक हुए सभी लोग बॉलीवुड थीम में चश्मे और टोपिया लगा कर नाचते हुए नया साल का स्वागत किया लोगो ने बताया की ऐसे पार्टी की सभी को पहल करनी चाहिए जिससे शाकाहारी और नोन अल्कोहॉलिक व्यसन मुक्त लोग भी पार्टी को अपने परिवार के साथ अच्छी तरह से मना सके