udaipurबल्लभगढ़। सेक्टर-8 में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने अपनी मां की गला घोंटकर हत्या कर दी। वह मां से सिगरेट पीने के लिए 50 रुपये मांग रहा था। लेकिन मां ने पैसे देने से इनकार कर दिया। इससे गुस्साए बेटे ने मां की हत्या कर दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। बीके अस्पताल में मृतका का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। आरोपी के पिता बैंक ऑफ इंडिया की बहादुरगढ़ शाखा में प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। घटना के वक्त मां और आरोपी बेटा ही घर में अकेले थे।
मूल रूप से रोहतक के करौंथा गांव के रहने वाले शंकर शर्मा अपनी पत्नी रेनू, बेटी गीतिका और बेटे अक्षय के साथ सेक्टर-8 के एक मकान में रहते हैं। बेटी बीटेक आइटी करके नोएडा की एक कंपनी में कार्यरत है, जबकि बेटा अक्षय हरियाणा ओपन स्कूल से 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा है। शनिवार सुबह गीतिका सूरजकुंड मेला देखने के लिए चली गई। घर पर रेनू और उसका बेटा अक्षय ही था। साढ़े 11 बजे अक्षय सोकर उठा और उसने मां से 50 रुपये मांगे। मां ने यह कहते हुए रुपये देने से इनकार कर दिया कि तुम्हारे पापा ने मना किया है। इस बात पर मां-बेटे में कहासुनी हो गई। रेनू ने बेटे से कहा कि इससे तो अच्छा है कि तू मुझे मार डाल। यह सुनते ही अक्षय तैश में आ गया और अपनी मां का गला घोंट दिया, जिससे रेनू की मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद वह अपनी मां के पास ही बैठा रहा। दोपहर को घरेलू नौकरानी आई तो उसने दरवाजा नहीं खोला। शाम को गीतिका घर पहुंची तो अपनी मां का शव देख बिलख पड़ी। गीतिका ने रात 9.40 बजे अपने पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने घर पहुंचते ही पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंच पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
परिजनों की तरफ से थी बंदिश
अक्षय ने पुलिस के समक्ष यह भी खुलासा किया कि उसके पिता और माता उससे ज्यादा गीतिका को प्यार करते थे। वह सेक्टर-9 स्थित सेंट एंथेनी स्कूल में 10वीं की परीक्षा 96 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया था। लेकिन दसवीं के बाद उसे दोस्तों के साथ की जरूरत पड़ी तो माता-पिता ने बंदिश लगा दी। इसी बंदिश के चलते वह 12वीं में फेल हो गया।
शुक्रवार रात को पी थी बीयर
आरोपी अक्षय ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि उसने शुक्रवार रात को बीयर पी थी। इसी कारण वह शनिवार सुबह देरी से उठा। वह अक्सर बीयर पीता था। शराब व सिगरेट की लत उसे अकेलेपन के चलते लगी।
सिगरेट के पैसे नहीं दिए तो मां का गला घोंट दिया
udaipur कोच्चि। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोच्चि और फिर तिरूवनंतपुरम से कांग्रेस और वाम दलों के खिलाफ हुंकार भरी। कोच्चि में एक दलित फोरम को संबोधित करते हुए जहां मोदी ने कांग्रेस पर दलितों को बांटने के लिए ‘जहर की खेतीÓ करने का आरोप लगाया तो, वहीं उसके बाद तिरूवनंतपुरम रैली में उन्होंने पश्चिम बंगाल की तरह केरल से भी कम्युनिस्टों का सफाया करने की अपील की। मोदी ने केरल में यूडीएफ और एलडीएफ के बीच मिलीभगत का आरोप भी लगाया।
मोदी ने अपने भाषण में सत्ता में आने पर दलितों और पिछड़ी जातियों का खास ध्यान रखने का संकेत भी दिया। उन्होंने कहा,Óसभी नेताओं पर एक आरोप लगता है कि वे सत्ता में आते हैं अपने परिवार को मालामाल करते हैं। मैंने सरकार में आकर अपने परिवार के लिए कुछ भी नहीं किया। अगर 2014 में आप मुझे सहयोग देकर दिल्ली में बिठाएंगे तो मैं अपने परिवार के लिए कुछ करना चाहता हूं। वह परिवार नहीं जिसने मुझे जन्म दिया है, यह आप हैं जिसके लिए मुझे कुछ करना है।Ó
इससे पहले मोदी ने कोच्चि के अपने भाषण में कांग्रेस पर दलितों के नाम पर राजनीति करने को लेकर हमला बोला। केरल के दलित संगठन केरल पुलयार महासभा (केपीएमएस) के इस सम्मेलन में मोदी जहां खुद को दलित समाज से जोड़ते हुए सत्ता में आने पर दलितों को ‘मालामालÓ करने की बात करते नजर आए, तो वहीं सोनिया गांधी के ‘जहर की खेतीÓ वाले वाले बयान को लेकर कांग्रेस पर हमला जारी रखा। उन्होंने रंगनाथ मिश्र कमिशन का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर दलितों के बीच में जहर की खेती करने का आरोप लगाया।
मुलायम के खिलाफ दर्ज हो अयोध्या गोलीकांड का केस : साक्षी
udaipur एटा। भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलवाने की बात कुबूल कर चुके हैं, इसलिए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि मामले में मुलायम की भूमिका की जांच किसी बड़ी एजेंसी से कराई जाए।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे साक्षी महाराज ने अपने उद्देतपुर गेस्ट हाउस में पत्रकारों से कहा कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद कभी नहीं थी, वहां सिर्फ विवादित ढांचा था। मुलायम सिंह मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। वे न तो मुस्लिमों के हितैषी बन पाए और न ही हिंदुओं के। कारसेवकों पर गोली चलवाने की जिम्मेदारी लेकर उन्होंने अपनी भूमिका साफ कर दी है। केंद्र सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की असलियत सब समझ चुके हैं। वे धरातल पर हैं और कुछ समय बाद रसातल में चले जाएंगे। साक्षी महाराज ने कहा कि नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता जग जाहिर है, वे लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। कांग्रेस के राहुल गांधी को मोदी की क्लास में जाकर उनसे कुछ सीखना चाहिए।
तीसरे मोर्चे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह हर चुनाव से पहले बनाने का प्रयास किया जाता है, मगर कभी बनता नहीं है। उन्होंने अपने चुनाव लडऩे के सवाल पर कहा कि पार्टी जहां से टिकट देगी, वहीं से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।
सोनिया के खिलाफ सबूत लाओ, इनाम पाओ
udaipur न्यूयॉर्क। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ अमेरिका के चल रहे सिख विरोधी दंगों के केस में दिलचस्प मोड़ आ गया है। केस दायर करने वाली संस्था ‘सिख फॉर जस्टिसÓ ने सोनिया के खिलाफ सबूत देने वालों को 20 हजार डॉलर का इनाम देने का ऐलान किया है। संस्था इसके लिए बाकायदा शहर के एक डेली न्यूजपेपर में विज्ञापन भी छपवाया है।संस्था की ओर से न्यू यॉर्क शहर के ‘एएम न्यू यॉर्कÓ अखबार में एक विज्ञापन छापा गया है, जिसमें सोनिया की तस्वीर के साथ लिखा है, ‘यदि आपने सोनिया गांधी को सितंबर 2, 2013 से सितंबर 9, 2013 के बीच अमेरिका में देखा है और आप अमेरिकी कोर्ट में जज के सामने गवाही दे दें, तो आपको ‘सिख फॉर जस्टिसÓ की ओर से 20,000 डॉलर (करीब 12 लाख रुपये) इनाम दिया जाएगा।Ó क्रसिख फॉर जस्टिसÓ ने सिख विरोधी दंगों के आरोपियों को बचाने को लेकर सोनिया के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। हालांकि सोनिया के खिलाफ यह केस खारिज होने वाला है, क्योंकि केस करने वाले साबित नहीं कर पा रहे हैं कि उन्होंने सोनिया को अदालती समन पहुंचा दिए थे। सोनिया की ओर से कहा जा रहा है कि सिंतबर 2013 में जब यह समन जारी किया गया तो सोनिया अमेरिका आई ही नहीं थी।
अदालत ने संस्था को शनिवार तक समय दिया है कि वह साबित कर सके कि सोनिया गांधी को समन पहुंचाए गए थे। संस्था का कहना है कि सोनिया गांधी सितंबर 2, 2013 से सितंबर 9, 2013 के बीच अमेरिका में ही थीं और उसी दौरान उन्हें समन दिया गया था। हालांकि वह इसे अदालत में अब तक साबित नहीं कर पाए हैं। अदालत ने सिख फॉर जस्टिस की इस अपील को भी ठुकरा दिया है कि उसे सोनिया गांधी के अमेरिका आने के बारे में जांच के लिए 21 दिनों की मोहलत दी जाए।
एईएन के लॉकर से 18 लाख मिले, बोला- बेटे के लिए जोड़े
उदयपुर गत दिनों साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए बिजली निगम के एईएन लक्ष्मण लीलानी का बैंक लॉकर शुक्रवार को खोला गया। इसमें 18.33 लाख कैश के साथ चार किलो 75 ग्राम चांदी और सोने के 700 ग्राम वजनी जेवर मिले हैं। पूछताछ में लीलानी ने एसीबी अधिकारियों को बताया कि वह यह रकम बेटे के बिजनेस के लिए इकट्ठी कर रहा था।
एसीबी के एएसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि 11 जनवरी को एईएन के पकड़े जाने के बाद उसका बैंक लॉकर सील कर दिया गया था। शुक्रवार को निरीक्षक हरीशचन्द्र के नेतृत्व में टीम एईएन लीलानी को लेकर टाउन हॉल के सामने स्थित महिला समृद्धि बैंक पहुंची और लॉकर खुलवाया। नकदी, चांदी की पांच सिल्लियों, सोने के अलावा आर्टिफिशयल ज्वेलरी भी मिली। इन सबका बाजार भाव से मूल्यांकन किया जा रहा है।
लॉकर से नकदी और जेवर मिलने के बाद एसीबी मान रही है कि लक्ष्मण लीलानी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बन सकता है। पूछताछ में एईएन ने एसीबी अधिकारियों को बताया कि वह यह राशि इंजीनियरिंग कर रहे बेटे के व्यवसाय के लिए जोड़ रहा था। कुछ समय बाद एईएन बेटे का व्यवसाय शुरू करने की योजना थी।
एक्सईएन और महिला जेईएन निलंबित
ब्यूरो के डीएसपी राजीव जोशी ने बताया कि इस मामले में फरार जेईएन मनोज कुमारी मीणा और एक्सईएन श्रवण कुमार को बिजली निगम ने निलंबित कर दिया है।
यह था मामला
11 जनवरी को एसीबी की टीम ने साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए बिजली निगम के एईएन लक्ष्मण लीलानी को गिरफ्तार किया गया था। इसने यह राशि परिवादी से चौबीस घंटे सप्लाई वाले थ्री फेज बिजली कनेक्शन देने की एवज में मांगी थी। इस मामले में नामजद एक्सईएन श्रवण कुमार बिडिय़ासर और जेईएन मनोज कुमारी मीणा को एसीबी कार्रवाई की भनक लग गई थी तो दोनों फरार हो गए थे।
एएसबीबीजे की भींडर ब्रांच में आग
udaipur भींडर रावली पोल स्थित स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर शाखा में शुक्रवार तड़के शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। पड़ोसियों ने ट्यूबवैल से पानी पहुंचाकर आग पर काबू पा लिया। फाइलें जलने और दीवारें काली होने से शुक्रवार को बैंक में लेन देन का कार्य ठप रहा। तड़के करीब चार बजे आग की लपटें और धुआं उठता देख पड़ोसी राजेश जैन ने लोगों को जगाया।
पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष सुंदरलाल लिखमावत, प्रकाश लिखमावत, देवेन्द्र सिंह भींडर, गौरव भोपावत आदि ने खिड़कियों के कांच तोड़कर प्रवेश किया और पास के ट्यूबवेल से पाइप लगाकर आग पर काबू पाया। इस बीच तीन एसी, एक कुर्सी, एक कूलर, लकड़ी की रैक और फाइलें जल गईं। वायरिंग भी राख हो गई। परिसर की दीवारों पर कालिख पुत गई। शाखा प्रबंधक उदयलाल गमेती ने ताला खुलवाकर थाने में सूचना दी। उदयपुर से दो दमकल वाहन पहुंचे तब तक आग पर काबू पा लिया गया था।
दिनभर रहा कामकाज ठप : बैंक में आग लगने के बाद कंप्यूटर संचालन ठप रहा और दीवारें पूरी तरह काली हो चुकी थी। इसकी सूचना उदयपुर हैड ऑफिस को दी गई, जहां से सहायक महाप्रबंधक गौतम प्रसाद एवं सहायक उपप्रबंधक बी. वैष्णव ने मुआयना किया।
एमबीसी गार्ड की बंदूक चली, खोपड़ी फटी
udaipur खेरवाड़ा मेवाड़ भील कौर (एमबीसी) के क्वार्टर गार्ड की शुक्रवार रात ड्यूटी के दौरान सर्विस बंदूक चलने से मौत हो गई। गोली टोड़ी के नीचे से चली और खोपड़ी फाड़ते हुए बाहर निकल गई। जानकारी के अनुसार क्वार्टर गार्ड रमेश लाल मीणा निवासी पारेई (परसाद) शुक्रवार रात आठ से दस बजे की ड्यूटी पर चढ़ा था। उसने डबल गार्ड में से सेकंड गार्ड के रूप में गौतमलाल से चार्ज लिया था।
पहला गार्ड खाना खाने चला गया, जबकि दूसरे गार्ड क्वार्टर में आराम कर रहे थे। करीब दस मिनिट बाद ही धमाके की आवाज सुनाई दी। इसपर क्वार्टर में मौजूद संतरी थावरचंद, अरविंद और कालूलाल बाहर आए तो रमेश लाल जमीन पर गिरा हुआ मिला, और उसकी खोपड़ी फटी हुई थी। बंदूक नजदीक में ही पड़ी थी। इसकी सूचना साढ़े आठ बजे थाने पर दी गई जिसपर पुलिस ने पहुंचकर शव कब्जे में लिया। बताया गया कि उसके पास एसएलआर बंदूक थी, जिसकी फायरिंग से यह हादसा हुआ। रात में ही परिजनों को घटना की सूचना दी गई तब तक शव मौके पर ही रखे रखा।
हवा के बीच लहरों ने दिखाया खौफ का मंजर
उदयपुर लेकसिटी में शुक्रवार दोपहर 12 से चार बजे के बीच 18 से 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली। सड़कों पर सूखे पत्तों के साथ धूल के गुबार और झीलों में थपेड़े उठते रहे। फतहसागर में लहरों से अनियंत्रित होती बोट बीचोंबीच रोकनी पड़ी। इसमें सवार पश्चिम बंगाल के सात पर्यटकों की जान करीब 15 मिनट तक सांसत में रही। बंद बोट लहरों के साथ हिचकोले खाते हुए सौर वेधशाला से किनारे तक आ गई। पाल पर उतरने के साथ पर्यटकों ने राहत की सांस ली।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सौर वेधशाला के पास नाव बंद नजर आई। ड्राइवर ने जेटी पर फोन कर रेस्क्यू टीम बुलाई। यह बोट वेधशाला के पास पहुंचती, तब तक बंद नाव लहरों के साथ बहते हुए पाल की दूसरी छतरी तक आ गई। थपेड़े इतने तेज थे कि रेस्क्यू टीम के सदस्य भी पर्यटकों की नाव को काबू नहीं कर पाए। पाल पर पहुंचने के बाद भी पानी में तेज हलचल के कारण पर्यटक आसानी से नहीं उतर पाए। यह देख कुछ लोग दौड़ पड़े। इन्होंने नाव के शेड (छत) को ताकत के साथ पकड़े रखा और एक-एक कर यात्रियों को निकाला। हवा के कारण यह शेड बोर्ड भी उखड़कर पाल पर आ गिरा। पर्यटकों के पाल पर उतरने के बाद रेस्क्यू नावों से बांधकर बंद नाव को जेटी तक पहुंचा दिया।
फागुनी आहट, अगले दो-तीन दिन तेज हवा चलने के आसार
बसंत पंचमी के बाद मौसम में बदलाव के कारण तेज हवा चली। गुरुनानक गल्र्स कॉलेज के प्रो. एन.एस.राठौड़ ने बताया कि दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। इस कारण हवाओं के रुख में बदलाव हुआ है। ये हालात अगले दो-तीन दिन तक रहने के आसार हैं। हालांकि इसी माह में सर्दी का हल्का असर फिर से महसूस हो सकता है। डबोक स्थित मौसम विभाग कार्यालय के अनुसार शुक्रवार को हवा की रफ्तार 20 किमी प्रति घंटा रही। दिन के तापमान में गिरावट और रात में बढ़त आई है। अधिकतम तापमान 28.4 और न्यूनतम 16.2 डिग्री दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह क्रमश: 30 और 12.2 डिग्री था।
सरकारी बंगले रहता है ये कुत्ता, देखभाल के लिए जवान भी तैनात
udaipur जोधपुर रेजिडेंसी रोड पर सरकारी बंगला सी सैकंड 2 में एक साल से आरएएस या आरपीएस की बजाय विदेशी नस्ल का एक डॉग ‘डिओ’ रहता है। मालिक हैं अजमेर एसीबी में एएसपी करणीसिंह राठौड़। वे एक साल पहले जोधपुर में एसीपी टै्रफिक (पूर्व) थे। गत फरवरी रिलीव हो अजमेर चले गए। उन्हें 1 माह में बंगला खाली करना था, लेकिन एक साल बाद भी खाली नहीं किया। प्रशासन के 1 दर्जन नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। बाजार दर से किराया बकाया है, पर उन्होंने यह भी नहीं चुकाया।
डिओ’ की देखभाल में लगा है एक जवान
डिओ की देखभाल आरएसी का जवान स्वरूप कर रहा है। उसकी ड्यूटी तो पुलिस लाइन में है, लेकिन वह सुबह-शाम बंगले पर आकर डिओ को खाना खिलाता है, उसे नहलाता है, घुमाने के लिए भी ले जाता है। वह ड्यूटी के दौरान भी बंगले पर आता रहता है।
शहर में नील गाय ने मचाई धमाचौकड़ी
उदयपुर हिरणमगरी सेक्टर-5 स्थित आकाशवाणी कॉलोनी में शुक्रवार को नील गाय ने करीब तीन घंटे धमा-चौकड़ी मचाई। इससे वह जख्मी भी हो गई। वन विभाग की टीम ने ट्रंकुलाइज करने के लिए उस पर दो बार शॉट लगाए, लेकिन नाकाम रहे। साढ़े 12 बजे के आसपास नगर निगम की गाड़ी भी आई, जिसके लिए कॉलोनी का दरवाजा खोला गया। यह देख नील गाय इस ओर दौड़ पड़ी। तभी यह काउ कैचर में फंस गई। यहीं नील गाय वन कर्मियों के लिए सॉफ्ट टार्गेट बनी और तीसरे शॉट में बेहोश की जा सकी।