

उदयपुर । विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा के सभी मंडलों के अध्यक्षों व कार्यकर्ता अपने अपने क्षेत्रों में घर घर जाकर संपर्क कर भाजपा के कार्यों का उल्लेख करते हुए मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं। भाजपा शहर प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया व ग्रामीण प्रत्याशी फूलसिंह मीणा के समर्थन में चुनावी प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
इस जनसंपर्क के कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ता पूरे तन मन से लगे हुए हैं और इसीके चलते शुक्रवार को नगर निगम महापौर रजनी डांगी ने वार्ड नंबर 2 के अंबामाता स्कीम, राजपूत कॉलोनी, राव कॉलोनी, भट्टवाडी, अंबामाता क्षेत्र, टीचर्स कॉलोनी, हरिजन बस्ती, ओड बस्ती, पुजारी कॉलोनी आदि क्षेत्रों में संपर्क करते हुए मत व समर्थन मांगा। उनके साथ अतुल चण्डालिया, मीना बंधु, विजयलक्ष्मी कुमावत, दिनेश कल्याण, भीलू निमावत, लोकेश कोठारी, कैलाश राठौड, अनिल गहलोत, नीरज शर्मा, नंदलाल पहाडिया, दौलत सिंह आदि कार्यकर्ताओं मौजूद थे।
भट्ट ने किया चुनाव कार्यालय का उद्घाटन
-वार्ड 31 में खुला चुनाव कार्यालय-
उदयपुर शुक्रवार को पुरोहितों की मादडी रोड नं. 3 पर चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भाजपा शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, महापौर रजनी डांगी, पूर्व सभापति युधिष्ठिर कुमावत, धनपाल स्वामी आदि पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने किया। उद्घाटन अवसर पर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट ने कहा किया कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों में जाकर आमजन को भाजपा द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताए और भाजपा शहर प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया व ग्रामीण प्रत्याशी फूलसिंह मीणा के पक्ष में मतदान की अपील करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए उन्हें भाजपा की उपलब्धियों की जानकारी देना आवश्यक है तथा साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पूरे लगन व मेहनत से चुनाव प्रचार में लगे रहने के निर्देश दिए। उद्घाटन कार्यक्रम में पूनम सिंह रावत, दयालसिंह चूण्डावत, सज्जनसिंह चूण्डावत, लालसिंह शक्तावत, मदनसिंह राठौड, सुरेश जी, रामसिंह चूण्डावत, रतनलाल जोशी, भैरूलाल मेहर, पूर्व पार्षद अर्जुन माली आदि मौजूद थे।
उदयपुर। विधान सभा चुनाव के लिए अब शहर में पोस्टर युद्ध छिड़ गया है। और दोनों पार्टी एक दूसरे के शहर में लगे पोस्टर पर अपना पोस्टर लगा रही है। और विरोध होने पर फाड़े जा रहे है। या फिर निर्वाचन अधिकारी से शिकायत आचार संहिता में आने वाले पोस्टरों को हटाया जा रहा है। शुकर्वार सुबह रेती स्टेंड पर उदयपुर ग्रामीण कि प्रत्याशी सज्जन कटारा का पोस्टर चुनाव आयोग द्वारा लगाये गए होर्डिंग पर लगाये जाने से निर्दलीय प्रत्याशी देवेन्द्र मीणा और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत कि व् विरोध जाहिर किया । विरोध और शिकायत के बाद पुलिस ने आकर पोस्टर को हटाया । शाम को महाकाल चौराहे पर लगे भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया के बैनर पर कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली का बैनर लगा देने से विरोध हुआ और भाजपा के कार्य कर्ताओं ने कांग्रेस का बैनर फाड़ दिया।
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में एनएच-आठ पर ट्रोले की चपेट में आने से एक बच्ची की मौत हो गई। इसके साथ ही दुर्घटना में दो महिलाओं समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि उदयपुर से दस किलोमीटर दूर देबारी पावर हाउस के पास ये हादसा हुआ। एनएच-8 पर अनियंत्रित ट्रोले के चालक ने सामने आ रहे एक अन्य ट्रोले से बचने के लिए गलत दिशा में मोड़ दिया। इसके चलते सामने से आ रही बाइक चपेट में आ गई। हादसे में घायल सभी लोग एक ही परिवार के हैं। घायलों को उदयपुर के एम बी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
वल्लभनगर में भाजपा का टिकट मुद्दा बन गया है। वजह पिछले चुनाव में कांग्रेस के बागी रहे गणपत मेनारिया इस बार भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के बागी रणधीर सिंह भींडर ने भाजपा में टिकट बेचने का आरोप लगाया है।इसी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शक्तावत भी भींडर के बयान से सहमति जता रहे हैं। उनका कहना है कि अचानक कांग्रेस के बागी को भाजपा का टिकट मिलना बड़ा सवाल है।
वल्लभनगर सीट से भाजपा के बागी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रणधीर सिंह भींडर का कहना है कि ‘मैं यस मैन नहीं हूं इसलिए कटारिया ने मेरा टिकट कटवा दिया। उदयपुर जिले में तीन सामान्य सीटें हैं, जहां कटारिया अपना यस मैन ही चाहते हैं। टिकट बेचा गया है। नहीं तो कल तक कांग्रेस का टिकट मांगने वाले को भाजपा का टिकट कैसे मिल सकता है?’ तारावट पंचायत में चुनाव प्रचार के दौरान फुर्सत निकलकर भास्कर संवाददाता के साथ बातचीत में भींडर ने अपने दिल की बात कही।
भींडर ने बताया कि ‘पहले यह माहौल बनाया गया कि संघ के पदाधिकारी मेरा विरोध कर रहे हैं, जब मैंने पदाधिकारियों से मुलाकात कर सच्चाई जानी तो खुद संघ के लोगों ने कहा कि हमने आपका कोई विरोध नहीं किया है। पार्टी के सर्वे में मेरा नाम सबसे ऊपर था।
कांग्रेस का टिकट मांगने वाले भाजपा के प्रत्याशी कैसे बन गए : शक्तावत
इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शक्तावत का कहना है कि ‘कल तक कांग्रेस का टिकट मांगने वाले अचानक भाजपा के प्रत्याशी कैसे बन गए। यह सवाल तो है। जनता ऐसे लोगों पर कैसे विश्वास करेगी। वाजमिया गांव में प्रचार के दौरान शक्तावत ने यही बात कही ,उन्होंने बताया कि क्षेत्र में लोग आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा का टिकट पैसा देकर खरीदा गया है। वरना ऐसी क्या परिस्थिति बनी कि मेनारिया को अचानक टिकट मिल गया। उन्होंने बताया कि मेनारिया कभी कांग्रेस का बागी बन चुनाव लड़ते, कभी कांग्रेस से टिकट मांगते और कभी भाजपा का टिकट ले आते। यह बात कार्यकर्ताओं को समझ आ रही है। उनका मानना है कि भाजपा प्रत्याशी व बागी दूसरे व तीसरे नंबर के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पैसे से टिकट मिलता तो टाटा, बिड़ला भी ले आते : मेनारिया
वल्लभनगर सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गणपत लाल मेनारिया का कहना है कि ‘अगर ऐसे टिकट बिकते तो टाटा, बिड़ला भी चुनावों में टिकट ले आते। भाजपा ने मुझे लायक समझा, तभी तो प्रत्याशी बनाया है। विधानसभा क्षेत्र के नया राजपुरा गांव में प्रचार के दौरान जब मेनारिया से भींडर के आरोपों के बारे में पूछा तो उन्होंने यह जवाब दिया। भाजपा के बागी प्रत्याशी रणधीर सिंह भींडर के मुकाबले में होने के मामले में मेनारिया ने कहा कि उनका मुकाबला तो कांग्रेस प्रत्याशी से है। मेनारिया ने कहा कि ‘मैं भी निर्दलीय चुनाव लड़ा, मगर निर्दलीय का कोई वजूद नहीं होता। लोग वोट नहीं देते। पार्टी को ही वोट मिलते हैं। इसलिए मैं भी राष्ट्रीय पार्टी से टिकट लाया हूं।
संघ नहीं चाहता था कि भींडर को टिकट मिले : कटारिया
उदयपुर/जयपुर. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि भाजपा हाईकमान ने सारे विरोध और अभियानों के बावजूद वसुंधरा राजे को भावी मुख्यमंत्री तय कर दिया है। उन्होंने कहा-मुख्यमंत्री कौन होगा, ये सवाल पूछकर मुझे मत लड़वाओ। अब बार-बार मैं इस सवाल का जवाब नहीं देना चाहता। कटारिया बुधवार को भास्कर से मुखातिब थे। उदयपुर शहर विधानसभा सीट के प्रत्याशी कटारिया बेबाक बयानी के लिए जाने जाते हैं। पेश है उनसे बातचीत…
क्या टिकट वितरण सही हुआ है?
वल्लभनगर व धरियावद को लेकर जरा असंतोष है। पार्टी वल्लभनगर में रणधीरसिंह भिंडर को टिकट देना चाहती थी, लेकिन संघ के कारण गणपत मेनारिया को टिकट दिया है। वे बीजेपी बेस्ड नहीं हैं, लेकिन जातिगत समीकरण उनके ही पक्ष में बन रहे थे। भिंडर की दावेदारी थी। वे राजपूत हैं, लेकिन पहली बार भाजपा ने गैरराजपूत को टिकट दिया है।
संघ उनका विरोध क्यों कर रहा था?
संघ का कहना था कि पिछली बार वल्लभनगर में भिंडर ने एमएलए रहते हुए संघ कार्यकर्ता की एक्सीडेंटल डेथ करवा दी थी। मैंने गृहमंत्री रहते हुए मामले की जांच भी करवाई थी, पर जांच में तथ्य सामने नहीं आए। पिछली बार भी संघ के विरोध के बावजूद भिंडर को टिकट दिया था। वे हार गए थे।
क्या आपने कटवा दिया भिंडर का टिकट ?
संघ का रुख इस बार भी वही था। भाजपा भी इस झंझट को मोल नहीं लेना चाहती थी।
और धरियावद में क्या हुआ?
धरियावद में हमारे कार्यकर्ता ही हमारे प्रत्याशी गौतमलाल मीणा के खिलाफ हैं। वहां नारायण भाई मीणा जो 77, 90 व 93 में एमएलए रहे हैं। वे चुनाव में खड़े हो गए हैं। हमारे वर्कर उनके साथ लग गए हैं।
आपने सुलह नहीं करवाई?
सुलह किससे करवाते, जब वर्कर सारे नारायण भाई के साथ हो गए।
पूरे राज्य के टिकट वितरण पर आपकी राय?
कुछ तो कमियां रहती ही हैं, लेकिन इस बार रिबेल बहुत कम है। पिछली बार तो 84 थे।
पूर्व अध्यक्ष रामदास अग्रवाल ने पत्र लिखा था कि जयपुर में बाहरी लोगों को ज्यादा टिकट दिए हैं, जयपुर के कार्यकर्ता कहां जाएंगे?
जब आपने घनश्यामजी को टिकट दिया था तो वे कहां के थे। मैं देलवाड़ा का हूं, जो राजसमंद में है। यूं तो मैं भी बाहरी हो गया। मेरा मेरे इलाके में वोट भी नहीं है। मैं तो फिर पक्का बाहरी हुआ।
कहा जा रहा है कि महिलाओं को कम टिकट दिए गए हैंं?
क्या वे पहले टिकट गिनकर देते थे। गणित के हिसाब से तो आप कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन आप टिकट वितरण को टिकट वितरण ही रहने दो। उसे गणित मत बनाओ।
किरोड़ी फैक्टर पर क्या कहना है?
यहां मेवाड़ पर तो कोई असर है नहीं। बाकी का मैं जानता नहीं।
उदयपुर. नाथद्वारा न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुतोष गुप्ता ने हादसे के अभियुक्त बस ड्राइवर को 2 साल की जेल व 2 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। अभियुक्त बस ड्राइवर ने सात साल पहले ट्रक से बस की टक्कर लगा दी थी, इससे दो जनों की मौत हो गई थी।
पनवार कुम्हारों का मोहल्ला देवली जिला टोंक निवासी भागचंद्र पुत्र जगदीश प्रसाद कुम्हार को हादसे के मामले में यह सजा सुनाई है। 7 अप्रेल 2006 को करजिया घाटी स्थित मार्बल माइंस पर मार्बल खाली करने जा रहे ट्रक से निजी बस की टक्कर हो गई थी। इस हादसे में दो जनों की मौत हुई थी।
कुछ समय पहले चर्चा थी कि बॉलीवुड एक्टर सलमान खान और शाहरूख दोस्ती का हाथ बढ़ाने जा रहे है। लगता है कि अब दोनों दोस्ती बढ़ाने का फैसला कर लिया है। चर्चा है कि सलमान शाहरूख साथ काम करने जा रहे है।
सूत्रों के अनुसार शाहरूख की कंपनी रेड चिली सलमान की आगामी फिल्म “किक” के साथ काम करने को तैयार है। शाहरूख की कंपनी इस फिल्म को स्पेशल इफेक्ट देने जा रही है।
साजिद नाडियावाला निर्देशित फिल्म “किक” में सलमान खान लीड रोल में है। फिल्म अगले साल रिलीज होगी। रेड चिली ने हाल ही में ऋतिक की फिल्म “कृष-3” को स्पेशल इफेक्ट दिए थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले सलमान और शाहरूख 5 साल पुरानी कड़वाहट भुलाकर कांग्रेस विधायक बाबा सिद्दिकी की इफ्तार पार्टी में एक दूसरे से गले मिले थे। सलमान शाहरूख की दुश्मनी की खबर कैटरीना कैफ के जन्मदिन पर 2008 में सुर्खियों में आई थी। इसके बाद से ही दोनों के बीच कोल्ड वार चल रहा था। इसके बाद सलमान ने शाहरूख को बिग बॉस में अपनी फिल्म प्रमोट करने का ऑफर दिया था।
खबर है कि ऎश्वर्या राय बच्चन की अपनी सास जया बच्चन से नहीं बन रही है। एक वेबसाइट के मुताबिक ऎश्वर्या राय अपने सास-सुसर से अलग होना चाहती हैं।
वेबसाइट के अनुसार ऎश्वर्या अपने पति अभिषेक बच्चन और बेटी आराध्या के साथ अलग रहना चाहती है। सास जया बच्चन जिस तरीके से निजी जिंदगी में हस्तक्षेप करती हैं उससे ऎश खुश नहीं है। निजी जिंदगी में ज्यादा हस्तक्षेप के कारण ऎश को स्पेस नहीं मिल रहा है।
उन्हें हर छोटे मोटे काम की जानकारी अपनी सास को देनी होती है। रिपोर्ट के मुताबिक ऎश को ससुर अमिताभ बच्चन और पति अभिषेक बच्चन से कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि दोनों उन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाते लेकिन जया बच्चन ज्यादा टोका टाकी करती है।
ऎश्वर्या राय अब बॉलीवुड में वापसी करना चाहती हैं लेकिन उन्हें हर योजना के बारे में सास को बताना पड़ता है।
उदयपुर। मुहर्रम का महीना चल रहा है । शहर में जगह जगह इमाम हुसैन की न्याज लगा कर गरीबों और शहर वासियों को खाना खिलाया जारहा है। ज्यादातर ये नयाज़ मोहल्ले के युवा मिल कर करते है, लेकिन सज्जन नगर के ८० फिट रोड पर हुसैन कमेटी की ११ महिलाऐं हर वर्ष इमाम हुसैन की आम न्याज़ का प्रोग्राम रखती है । हुसैन कमेटी कि तरफ से कल हुई नयाज़ में करीब पांच हज़ार लोगों को खाना खिलाया गया । इतने बड़ी आम न्याज का सारा इंतज़ाम इन ११ महिलाओं ने ही किया । न्याज के लिए कुछ स्थानीय मोहल्ले से चन्दा किया बाकी रूपये का इंतज़ाम यह खुद करती है जिसमे सबसे अधिक आर्थिक सहायता कमेटी की मोना शैख़ कि तरफ से होती है । पिछले १५ सालों से यह महिलाओं की कमेटी इमाम हुसैन की नयाज़ का प्रोग्राम कर रही है। कमेटी की बुजुर्ग नाहिदा बानों ने इसकी शुरुआत कि थी जो धीरे धीरे बाकी की महिलाएं इस से जुड़ गयी नाहिदा बानों ने ५०० लोगों कि नयाज़ से यह खाने कि शुरुआत की थी जो आज ५ हज़ार तक पहुच गयी है। नयाज़ में खाने बनाने वाले खानसामे मंसौर से बुलवाये गए थे। न्याज़ में सज्जन नगर नगर के अलावा, मल्लातलाई , अम्बावगढ कच्ची बस्ती , मस्तान बाबा कच्ची बस्ती, खांजी पीर सिलावट वाड़ी आदि कई जगह से लोग इस नयाज़ में शिरकत करने के लिए आये थे। ये सभी ११ महिलाये गृहिणिया है | जिनमे नाहिदा बनों न, शकीला बनों , जेबा तबस्सुम, मोना शैख़, रोशन बानों , सुल्ताना बानों (मंजू ) फ़ातेमा खान (गुड्डी ) नसीम खान , सोफिया खान , शबनम खान, जेबुन्निशान मंसूरी है । इन्होने बताया कि यह भविषय में गरीब मुस्लिम बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक स्कूल तामीर करवाना चाहती है जहाँ गरीब बच्चों को निः शुल्क दिनी और दुनियावी तालीम हासिल कर सके ।