मुख्य आयकर आयुक्त सिटी पैलेस देख बोले …… जीवंत हो गया प्रताप का इतिहास

 सिटी पैलेस संग्रहालय स्थित सिल्वर गैलरी का अवलोकन करते उदयपुर के मुख्य आयकर आयुक्त।
सिटी पैलेस संग्रहालय स्थित सिल्वर गैलरी का अवलोकन करते उदयपुर के मुख्य आयकर आयुक्त।

उदयपुर, । उदयपुर के मुख्य आयकर आयुक्त लाल रत्नाकर सिंह ने गत दिनों सपरिवार स्थानीय सिटी पैलेस संग्रहालय का भ्रमण किया। उन्होंने सिटी पैलेस संग्रहालय के अलावा फतहप्रकाश पैलेस कन्वेशन सेंटर स्थित क्रिस्टल गैलेरी भी देखी। सिटी पैलेस पहुंचने पर महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने उनका स्वागत किया।

सिटी पैलेस संग्रहालय भ्रमण के दौरान आउवा ने उनको संग्रहालय के इतिहास एवं वर्तमान में उनके संरक्षण एवं मेवाड़ के गौरवमयी 450 वर्ष के इतिहास की जानकारी दी। श्री भंवर सिंह ने ऐतिहासिक महल के संरक्षण, संवद्र्धन के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए फाउण्डेशन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर द्वारा मानव मूल्यों की सेवा के लिए किए जा रहे अनेकानेक सेवा कार्यों की भी सराहना की। इसके बाद उन्होंने फतहप्रकाश पैलेस कन्वेशन सेंटर स्थित क्रिस्टल गैलेरी का भ्रमण किया। संग्रहालय भ्रमण के पश्चात उन्होंने विजिटर्स बुक में लिखा कि राजमहल देख वे इतिहास से मुखरित हो उठे। भारत की शान कहे जाने वाले महाराणा प्रताप के वंशजों की अमूल्य धरोहर को इतने वर्षों के बाद फाउण्डेशन ने बड़े जतन और स्वाभिमान के साथ संजोए रखा है। पर्यटकों को परंपराओं और इतिहास से जोडऩे की यह सशक्त कोशिश है।

सुंदरता को बढाएं घरेलू नुस्खों से – NICC BEAUTY TIPS

NICC Director, Sweeti Chhabra
NICC Director, Sweeti Chhabra

हर नारी के लिए खूबसूरती आभूषणों से भी बढकर होती है, इसलिए सुंदरता और स्त्री को एक-दूसरे से कभी अलग नहीं किया जा सकता। हर स्त्री सिर से लेकर पांव तग खूबसूरत दिखना चाहती है, लेकिन यह इतना आसान नहीं होता है, क्योंकि कई बार जरा सी अनदेखी आपकी सुंदरता छीन लेती है। इसलिए अपनी खूबसूरती को बनाए रखने के लिए स्किन पर ध्यान देना जरूरी है, ताकि बढती उम्र पर भी परदा पड जाए। वो कैसे! आजमाएं आइये जानते हैं- NICC की डायरेक्टर स्वीटी छाबड़ा के घरेलु नुस्खों से

 

 

 

 

2स्किन के अनुसार आप घरेलू पैक बनाएं जैसे- 4-5 स्ट्राबेरी को कद्दूकस करके एक बडे चम्मच मटे या फिर स्टार्च के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाएं, इससे शुष्क स्किन में जान आ जाएगी।

 

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आपकी स्किन कैसी है। मतलब अगर आपकी स्किन शुष्क है, खिंची-खिंची, निस्तेज और बेजान नजर आती है तो अपने चेहरे की क्रीमयुक्त क्लींजर से साफ करें। अगर त्वचा सामान्य है व अधिक तैलीय व शुष्क है तो क्लींजिंग क्रीम से स्किन को साफ करें। यदि स्किन मिली-जुली है मतलब तैलीय व शुष्क का मिश्रण है तो खास क्लींजर व वाटर बेस्ड मॉइराइजर का प्रयोग करें।

 

 

 

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यदि स्किन तैलीय यानी सामान्य से ज्यादा चमक है तो हल्के लिक्वड क्लींजर से चेहरा कई बार धोएं या फिर अल्कोहल युक्त एस्ट्रीजेंट का यूज करें।

 

 

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एक बडे चम्मच मुल्तानी मिट्टी में एक बडा चम्मच पुदीने का चूर्ण व दही मिलाकर अच्छी तरह से पुट लें फिर इसे आधे घण्टे के लिए रख दें और 15 मिनट तक चेहरे पर लगाए रखें। सूखने के बाद हल्के गर्म पानी से धो लें। सूखी स्किन को राहत मिलेगी।

 

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स्किन संवेदनशील है मतलब एलर्जी धूल, धूप से जल्दी खराब होती है तो ऎसे क्लींजर का प्रयोग करें जो सुगंधरहित और हाइपोएलर्जेनिक हो। एक बडे चम्मच दही में एक अण्डे की सफेदी और एक बडा चम्मच शहद मिला दें और लेप बनाकर चेहरे पर लगाएं। फिर सूखने पर धो लें, मिली जुली स्किन के लिए पैक अच्छा है।

छात्र संघ चुनाव का घमासान की कहानी राम-लखन के केमरे की जुबानी

छात्र संघ चुनाव के दिन भर की कहानी मददगार के फोटो जर्नलिस्ट राम सिंह और लखन शर्मा के कमरे से। ……..

 

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मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय सहित सभी संगठक महाविद्यालयों में शनिवार सुबह आठ से एक बजे तक मतदान हुआ और शाम चार बजे से आठ बजे तक मतगणना हुई । मतदान के दौरान सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय गेट पर छात्रों और प्रत्याशियों के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था।मुख्य रूप से तीनों संगठनों के समर्थक वोटिंग होने से रिजल्ट के रूझा आने तक कोलेजों व् यूनिवर्सिटी गेट के बहार जमे रहे , पुलिस जाप्ता सुबह से लवाजमे के साथ सभी कोलेजों व् यूनिवर्सिटी में तैनात था।साइंस कॉलेज और कॉमर्स कॉलेज में दोपहर एक बजे तक तीनों उम्मीदवारों के समर्थक जुटे रहे और आखरी एक मिनट तक भी वोटरों को लेकर आते रहे।शाम को सभी समर्थक यूनवर्सिटी गेट पर जुट गए |

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लग्जरी कारों में वोटर पहुंचे: कॉमर्स कॉलेज और साइंस कॉलेजों में वोटरों को लाने-लेजाने के लिए तीनों संगठनों के समर्थकों की बड़ी-बड़ी लग्जरी कारें दौड़ती रही और छात्र-छात्राओं को कॉलेजों तक लेकर आती रही, छात्राओं के लिए स्पेशल बड़ी गाडिय़ां लगाई गई, जो उनको घर से लाने और ले जाने तक की जिम्मेदारी निभाती रही।

पल पल माहोल बदलता रहा : जैसे ही छात्र संघ चुनावों का परिणाम आता रहा वैसे वैसे बहार समर्थकों की भीड़ जुटती रही सुबह से पहला परिणाम जब एबी वि पि के पक्ष में आया तो गेट के बहार भरी संख्या में एबी वीपी के समर्थक जुट गए और ढोल नगाड़ों के साथ नारे बाजी करने लगे लेकिन धीरे धीरे जब अन्दर के रुझान बहार आये तो सी एस एस के समर्थकों की भीड़ बढती गयी |

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दीदी और भैया: कैंपनिंग के लिए खड़े छात्र व संगठन के पदाधिकारी फस्र्ट ईयर की छोटी छोटी छात्राओं को बड़ी दीदी, बड़ी दीदी करके संबोधित करते रहे, और छोटे-छोटे छात्रों को बड़े भैया बनाकर अपने कंधे पर बैठकर सैर कराने की बात करते हुए अपने पक्ष में वोटिंग के लिए निवेदन करते दिखे। फस्र्ट ईयर के छात्रों में सबसे अधिक मतदान का जोश दिखा। आटर््स कॉलेज में तो कई छात्रों ने बाहर गांव से आकर भी मतदान किया।
निशक्त छात्रों को भी लाया गया: निशक्त अपाहिज छात्रों को भी समर्थक गोद में उठाकर मतदान केंद्र तक ले गए और मतदान कराया।
हर तरफ प्रचार सामग्री: आटर््स कॉलेज से कॉमर्स कॉलेज तक रोड पर हर तरफ प्रचार सामग्री बिखरी पड़ी दिखाई दी। मतदान केंद्रों के बाहर तो यह स्थिति है कि जमीं पर पड़े पर्चों की वजह से रोड नहीं दिखाई दे रही है। कई प्रत्याशियों ने अपने नाम के टी शर्ट, बिल्ले, टोपियां भी समर्थकों को बांटी थी, जो समर्थक पहने हुए घूम रहे थे और प्रचार कर रहे थे।

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बड़े नेताओं ने भी मोर्चा संभाला: भाजपा और कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेता सुबह से माहौल पर नजरें जमाए हुए हैं। कई नेता तो मौके पर भी आकर छात्रों को उत्साहित करते दिखाई पड़े। बड़े पदाधिकारी टेलीफोन से जानकारी लेते रहे। पुराने सभी छात्र नेता और पूर्व अध्यक्ष भी सुबह से कॉलेज के बाहर जमे रहे। भाजयुमो ने कमान पूरी तरह संभाल रखी और अध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री व उपाध्यक्ष लवदेव बागड़ी सहित कई कार्यकर्ता कॉलेजों के चक्कर काटते रहे।
पुलिस छावनी बने कॉलेज और यूनिवर्सिटी : पिछले दिनों हुई छात्रों की झड़प को देखते हुए पुलिस ने सभी कॉलेजों के बाहर और अन्दर के परिसर को वोटिंग शुरू होने से लगा कर मतदान ख़त्म होने तक पुलिस छावनी बना दिया गया था। सभी अधिकारी सुबह से मौके पर मोजूद थे। कॉमर्स और साइंस कॉलेज के मुख्य द्वारों तक भी छात्रों को नहीं पहुंचने दिया। जितने भी समर्थक थे। उन्हें कॉलेज गेट से दूर रखा गया। शाम को ऍफ़ एम् एस कोलेज में अध्यक्ष की मतगणना के दौरान अन्दर अतिरिक्त जिला कलेक्टर यासीन पठान और बाहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी सहित सभी थानों के थाना अधिकारी और डिप्टी आखरी तक मौजूद रहे उधर विश्वविद्यालय प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आया और मतदान केंद्र तक वोटर छात्रों के अलावा किसी और को नहीं जाने दिया गया।

 

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MLSU के छात्र संघ अध्यक्ष पद पर अमित पालीवाल काबिज़

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छात्र संघ चुनाव
सीएसएस के अमित पालीवाल 648 मतो से विजयी
चुनाव में तीनों संगङ्गनो में रही कांटे की टक्कर

DSC_0290उदयपुर, मोहन लाल सुखाडियाविश्व विद्यालय एवं महाराणा प्रताप कृषि विश्व विद्यालय में शनिवार को 18 वे छात्रसंघ चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए। चुनाव के दौरान नये विद्यार्थियों में मतदान के प्रति रूझान कम देखा गया। मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय केन्द्रीय छात्र संघ के चुनाव में छात्र संघर्ष समिति के प्रत्याशी अमित पालीवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशी जितेन्द्रसिंह शक्तावत को 648 मतों से परास्त किया वहीं एन एस यु आई प्रत्याशी श्रीकांत श्रीवास्तव 544 वोटों में ही सिमट गया।
शनिवार को सम्पन्न मोहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय केन्द्रीय छात्र संघ के चुनाव में छात्र संघर्ष समिति के प्रत्याशी अमित पालीवाल ने विजयी पताका फहराते हुए विद्यार्थी परिषद एवं एन एस यू आई को शिकस्त दे दी। पालीवाल को 2434 मत मिले जबकि विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशी शत्त*ावत को 1786 मतों पर संतोष करना पडा। इस दौर में एन एस यु आई को करारी हार का मुंह देखना पडा जहां उसका प्रत्याशी श्रीवास्तव मात्र 544 वोटों में ही सिमट गया।
उपाध्यक्ष पद पर सीधे मुकाबले में विद्यार्थी परिषद की सुरभि जैन 434 मतों से विजयी हुई जबकि महासचिव पद पर एन एस यू आई की सुधा जाट ने परचम लहराया वहीं संयुत्त* सचिव पद पर विद्यार्थी परिषद का प्रत्याशी सुनिल कल्याणा 1068 मतों से विजयी हुआ।
कला महाविद्यालय: यहां पर एन एस यू आई प्रत्याशी प्रिंस चौधरी अध्यक्ष पद पर 686 मतों से विजयी हुआ जबकि महासचिव पद पर सिद्घार्थ सोनी ने जीत दर्ज की। उपाध्यक्ष पद पर चन्द्रप्रकाश मेघवाल एवं संयुत्त* सचिव पद पर केसरसिंह देवडा पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है।
वाणिज्य महाविद्यालय: वाणिज्य महाविद्यालय अध्यक्ष पद पर निर्दलीय मयूर ध्वजसिंह ने 142 मतों से जीत दर्ज की। मयूर को 786 मत मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी निशांत शर्मा को 644 मतों पर संतोष करना प$डा। उपाध्यक्ष पद पर ओम प्रकाश मेनारिया तथा महासचिव पद पर अविनाश यादव विजयी हुए। संयुत्त* सचिव पद पर गौरव सालवी निर्विरोध चुनेे जा चुके है।
विधि महाविद्यालय: विधि महाविद्यालय में अक्षय कुमार राणावत अध्यक्ष पद पर विजयी रहे राणावत को 234 मत मिले जबकि इसके निकटतम प्रत्याशी सूर्य सिंह बाघेला को 144 मत मिले इस प्रकार राणवत 85 मतों से जीते। यहां पर उपाध्यक्ष पद पर नरेन्द्र रावत, महासिचव पद पर निधी तिवारी तथा संयुत्त* सचिव पद पर डालचन्द पूर्व मे ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है।
विज्ञान महाविद्यालय: रोहित सुथार ने 53 मतों से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। बी एन महाविद्यालय में राजदीप सिंह राणावत तथा मीरा कन्या महाविद्यालय में अंजलि भाणावत अध्यक्ष चुनी गई।

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इसी प्रकार महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के केन्द्रीय छात्रसंघ के चुनाव में राजस्थान कृषि महाविद्यालय के किशनलाल नागा अध्यक्ष चुने गये। जबकि महासचिव पद पर सीटीएई की रूचिका जैन एवं संयुत्त* सचिव पद पर सीडीएएप*सीटी की हर्षिता जैन विजयी रही।

गुरु नानक कोलेज की छात्राओं का विजयी जुलुस

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उदयपुर. गुरुनानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुक्रवार को निर्वाचित छात्रसंघ कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ। समारोह की मुख्य अतिथि अमरपाल सिंह पाहवा और अध्यक्ष मोहिंदर पाल सिंह लिखारी ने छात्राध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण समारोह के चुने हुए महिला पदाधिकारियों ने जुलूस निकाला। वाहन पर सवार छात्राओं ने पूरे शहर का चक्कर लगाया। दिल्ली गेट, सूरज पोल, बापू बाजार और गुलाब बाग होते हुए शहर के प्रमुख चौराहों से जुलूस गुजरा।

छात्रसंघ परामर्श दाता अनिल चतुर्वेदी ने बताया की समारोह से पूर्व प्राचार्य प्रो. एन. एस. राठौड़ ने अतिथियों और नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का स्वागत किया।

निर्विरोध नव निर्वाचित कार्यकारिणी में अध्यक्ष स्नेहा बागड़ी, उपाध्यक्ष अनमोल डेम्बला, महासचिव मिताली भवनानी, वित्त सचिव वंदना गुर्जर, सांस्कृतिक सचिव अलका श्री देवड़ा, क्रीड़ा सचिव महक सनाढ्य को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

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इटीएम मशीन होगी हाइटैक

26_07-road_and_rail_734013f-300x247 (1)उदयपुर। राजस्थान रोडवेज की बसों में कंडक्टरों के हाथ में दिखने वाली इटीएम (इलेक्ट्रोनिक टिकिट मशीन) अब हाईटेक होने वाली है। इससे रोडवेज कंडक्टर की हेराफेरी से जो घाटा होता है। वह बहुत कम होने की उम्मीद है। नई आने वाली इटीएम मशीनें अब सीधे सर्वर से जुड़ी होंगी। हर यात्री वैध तरीके से यात्रा कर सकेगा।

ऐसा होगा : राजस्थान रोडवेज के कंडक्टर अब टिकिट की राशि और यात्रा के स्थलों में हेराफेरी नहीं कर सकेंगे, क्योंकि अब इटीएम मशीन ऑनलाइन सर्वर से जुड़ जाएगी और सैकड़ों किलोमीटर दूर चल रही बस में कटने वाली टिकिट और उसमे जो भी कार्य हो रहा है। उसको मुख्यालय पर बैठे अधिकारी देख पाएंगे।

हेराफेरी पर अंकुश

अभी अक्सर रोडवेज बसों में हेराफेरी होती है, कोई यात्री उदयपुर से बस में बैठता है और उसको चित्तौड़ जाना है, तो परिचालक उसका टिकिट बीच में किसी स्टेशन से बना देता है। जबकि टिकिट उदयपुर से चित्तौड़ तक का लेता है, यदि बीच में कोई फ्लाइंग आ जाती है, तो वह जल्दी से टिकिट पिछले स्टेशन उदयपुर का बना देता है। इस प्रकार फ्लाइंग को चकमा दे देता हैं। जबकि अब ऐसा नहीं हो जाएगा। अब नई सर्वर से जुड़ी मशीनों में यदि कोई स्टेशन निकल गया और परिचालक ने पिछले स्टेशन का टिकिट बनाया, तो नहीं बनेगा। स्टेशन निकलने के बाद मशीन से उस स्टेशन का नाम गायब हो जाएगा और परिचालक के हाथ में इटीएम मशीन की हर जानकारी मुख्यालय पर बैठा अधिकारी देख सकेगा।

॥यह मशीन अभी उदयपुर से चलने वाली बसों में नहीं लगी है। जयपुर से लम्बी दूरी तक चलने वाली बसों में अभी ऐसी ही मशीनें परिचालक के पास है और उनकी मॉनिटरिंग जयपुर में बैठे अधिकारी कर रहे हैं। उदयपुर में भी बहुत जल्दी नई सर्वर से जुड़ी मशीनें आ जाएगी।

-सीपी चतुर्वेदी, उदयपुर डीपो मैनेजर

महिला पत्रकार से गैंगरेप

gang950523-08-2013-10-45-23H-300x121मुंबई पुलिस ने परेल इलाके में 22 साल की महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंगरेप के मामले को सुलझा लेने का दावा किया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसका नाम अब्दुल उर्फ चांद है। बाकी 4 आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है, जिनकी तलाश की जा रही है। गौरलतब है कि गुरुवार शाम महालक्ष्मी एरिया की शक्ति मिल में अपने दोस्त के साथ फोटोग्रफी करने गई इस लड़की को 5 बदमाशों ने हवस का शिकार बनाया था।

पुलिस के मुताबिक यह घटना गुरुवार शाम 5 से 6 बजे की है। एक इंग्लिश लाइफ स्टाइल मैगजीन में इंटर्नशिप कर रही यह लड़की एक असाइनमेंट के सिलसिले में महालक्ष्मी एरिया के रेलवे ट्रैक्स के करीब शक्ति मिल में फोटोग्रफी करने गई थी। इस दौरान उसके साथ उसका दोस्त भी था। इस बीच पांच लोग वहां पहुंचे और उन दोनों को धमकाने लगे। इन बदमाशों ने लड़की और उसके दोस्त को बताया कि आप बिना इजाजत रेलवे की प्रॉपर्टी में घुस आए हैं और आपको हमारे सीनियर ऑफिसर्स से मिलना होगा। यह कहकर वे उन्हें एक तरफ ले जाने लगे। तभी बदमाशों ने लड़की के दोस्त को बंधक बनाकर पीटना शुरू कर दिया। 2 लोग उसे बंधक बनाकर बैठे रहे, जबकि 3 बदमाश लड़की को एक कोने में ले गए। तीनों ने लड़की से रेप किया और वहां से चले गए।

लड़की और उसका दोस्त जख्मी थे और सदमे में थे। दोनों कुछ देर तक मिल में ही रुके रहे और फिर बाहर आ गए। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों और परिजनों को फोन करके बुलाया और एन.एम. जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि शिकायत दर्ज करने से पहले लड़की को इलाज और मेडिकल टेस्ट के लिए जसलोक हॉस्पिटल ले जाया गया। परिजनों का कहना है कि लड़की को कई अंदरूनी चोटें आई हैं, लेकिन इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ है।

पुलिस ने पीडि़त लड़की के दोस्त का बयान दर्ज करने के बाद पांचों आरोपियों के स्केच तैयार कर लिए। पीडि़त के दोस्त ने पुलिस को बताया था कि दो आरोपी एक दूसरे नाम लेकर पुकार रहे थे। इससे पुलिस को मदद मिली और इसी दिशा में जांच आगे बढ़ाई।

इसके बाद तुरंत हरकत में आते हुए पुलिस ने इलाके से 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। बताया जा रहा है कि लड़की के दोस्त ने इनमें से एक आरोपी को पहचान लिया है, जिसने अपने गुनाह भी कबूल कर लिया। इस शख्स का नाम है अब्दुल उर्फ चांद। बाकी चार आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी आसपास के ही रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि इन लोगों को भी जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा।

पुष्पांजलि

IMG_0001उदयपुर । पूर्व मंत्री, राजस्थान सरकार एवं राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के पूर्व अध्यक्ष स्व. हनुमान प्रसाद प्रभाकर की दसवी पुण्यतिथि पर आज शुक्रवार प्रातः 10.00 बजे अशोक नगर मोक्षधाम के समीप उनकी समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।

शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता फिरोज अहमद शेख ने बताया कि पुष्पांजलि कार्यक्रम में स्व. प्रभाकर के पुत्र दिलीप प्रभाकर, पुत्री लता चौधरी, दामाद सीताराम चौधरी, सोनल प्रभाकर ने दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धा – सुमन अर्पित किया।

इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शान्तिलाल चपलोत, संसदीय सचिव गजेन्द्रसिंह शक्तावत, जिला प्रमुख मधु मेहता, यू.आई.टी. अध्यक्ष रूपकुमार खुराना, शहर कांग्रेस अध्यक्ष निलिमा सुखाडिया, देहात कांग्रेस अध्यक्ष लालसिंह झाला, कांग्रेस मीडिया सेन्टर अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा, सुरेश श्रीमाली, राजीव सुहालका, रोशन शर्मा, रामचन्द मेनारिया, त्रिलोक पूर्बिया, देवेन्द्रसिंह शक्तावत, रोशनलाल नागदा, अर्जुन राजोरा, शराफत खान, दिलीप सुखाडिया, रोडीलाल खटीक, गुणसागर कणार्वट, चन्दसिंह कोठारी, जयप्रकाश निमावत, महिला कांग्रेस अध्यक्ष चन्दा सुहालका, केवलचन्द लबाना, शारदा रोत, जसंवतसिंह टाक, दिनेश दवे, पूरण मेनारिया, राजेश जैन, गोपाल नागर, शकील खान, खुबीलाल मेनारिया, के.के.शर्मा, विनय त्यागी, प्रवीण पुरोहित, सलीम खान, प्रेम घावरी, सारिका सिंह, राधाकिशन मेहरा, के. जी. मून्दडा, पुरूषोतम डोडेचा, दयालाल चौधरी, इंटक नेता मांगीलाल अहीर, प्रकाश श्रीमाल, अशोक तंबोली, जगदीश राज श्रीमाली, कैलाश राज, महेन्द्र दीक्षित, सहित सैकडों कार्यकर्ताओं ने श्रद्धाजंलि अर्पित की।

गलत रिपोर्ट पर सुझाव बेमानी

DSC_7187ड्राफ्ट प्रस्ताव निरस्त हो, सही रिपोर्ट जारी हो।

नागरिक संस्थाओं की ड्राफ्ट मास्टर प्लान पर आपात बैठक

उदयपुर। ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2011-31 तैयार करने में निर्धारित विधिक व विभागीय प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई। वर्ष 1997-2022 के मास्टर प्लान को सरकार द्वारा वापस लेने (विड्रो) के आदेश भी नहीं हुए। ड्राफ्ट प्लान त्रुटियों से अटा पड़ा है। अतः राज्य सरकार को इस ड्राफ्ट को निरस्त करना चाहिए। निर्धारित व आवश्यक विधिक प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए पुनः संशोधित मास्टर प्लान जारी किया जाए तथा उस पर सुझाव आमंत्रित किया जाए। यह प्रस्ताव शुक्रवार को डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट में विभिन्न संस्थाओं की आपात बैठक में पारित किया गया। बैठक में झील संरक्षण समिति, चाँदपोल नागरिक समिति, झील हितेषी नागरिक विचार मंच, महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान, मेवाड़ एंगलर सोसायटी, गाँधी स्मृति मंदिर, ऑल इण्डिया मिली काउंसिल के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

बैठक में अनिल मेहता व शांतीलाल गोदावत ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव बनाने में किसी प्रकार का जमीनी सर्वेक्षण नहीं किया गया। शहर व नागरिकों की मौलिक, वर्तमान व भविष्य की आवश्यकताओं का मूल्यांकन (नीड असेसमेन्ट) नहीं किया गया। टाउन प्लानिंग एक बहुआयामी व बहुसंकायी कार्य है लेकिन उक्त ड्राफ्ट प्रस्ताव में किसी भी प्रकार का सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, पर्यावरणीय, स्थलाकृतिय, भूजलीय सर्वेक्षण व विश्लेषण नहीं हुआ है अतः ड्राफ्ट का पुनः निर्माण जरूरी है।

पूर्व अधीक्षण अभियन्ता जी.पी. सोनी ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव के लगभग सभी आंकड़े तथ्यहीन, पुराने एवं त्रृटिपूर्ण है। यह भी आश्चर्यजनक है कि ड्राफ्ट प्रस्ताव तैयार कराने की निविदा 2012 में निकाली जबकि प्राईवेट कन्सलटेन्ट को 2011 में ही कार्य पर लगा दिया।

पूर्व पार्षद अब्दुल अजीज खान एवं नूर मोहम्मद खान ने कहा कि ड्राफ्ट के लिखित भाग व नक्शों में गंभीर विसंगतिया है। यह एक षड्यंत्र व भ्रष्टाचार को इंगित करता है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख वास्तुविद् बी. एल. मंत्री ने कहा कि मास्टर प्लान के साथ ही सेक्टर प्लान भी तैयार किए जाए। उदयपुर के पूर्व के सभी मास्टर प्लान में कभी भी सेक्टर प्लान नहीं बने, यह निर्धारित प्रक्रिया व नियोजन सिद्धान्तों का उल्लंघन है। इसी से शहर को बेतरतीब व अनियंत्रित फैलाव होता है।

ट्रस्ट के सचिव नन्दकिशोर शर्मा ने कहा कि यदि नगर नियोजन विभाग के स्थानीय व आला अधिकारी एक बार ड्राफ्ट को पढ़ लेते तो शायद इतनी त्रुटियां नहीं रहती। मास्टर प्लान बनाने वाली एजेन्सी के साथ ही इससे जुड़े सभी अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उचित कार्यवाही की जानी चाहिये।

भंवर सेठ, चौसर लाल कच्छारा तथा मानमल कुदाल ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव की निरस्ती के पश्चात् नागरिकों, स्वैच्छिक संस्थाओं व विशेषज्ञों की सहभागिता से आयोजना प्रक्रिया पुनः प्रारंभ की जानी चाहिए।

तेजशंकर पालीवाल, व इस्माइल अली दुर्गा ने कहा कि लाखों रूपयों का भुगतान लेकर भी गलत रिपोर्ट लिखने वाली कम्पनी को ब्लेक लिस्टेड करना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता नन्दलाल कुम्हार ने कहा कि शहर की आबादी का घनत्व केन्द्रित नहीं होकर हर तरफ समान रूप से विरल रहे इसके लिए उपनगरों को सुविधा सम्पन्न केन्द्रों के रूप में विकसित करने का दृष्टिकोण मास्टर प्लान में नहीं है।

पूर्व अभियन्ता सोहनलाल तम्बोली व हाजी सरदार मोहम्मद ने कहा कि पिछले मास्टर प्लान में किसी भी नागकिर सुझाव को नहीं मानकर केवल सरकारी विभागों के सुझावों को ही स्वीकार किया गया। यह साबित करता है कि नियोजन प्रक्रिया में नागरिकों को कोई महत्व नहीं दिया जाता है। धन्यवाद नितेश सिंह ने ज्ञापित किया।

 

 

गलत रिपोर्ट पर सुझाव बेमानी

DSC_7187ड्राफ्ट प्रस्ताव निरस्त हो, सही रिपोर्ट जारी हो।

नागरिक संस्थाओं की ड्राफ्ट मास्टर प्लान पर आपात बैठक

उदयपुर। ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2011-31 तैयार करने में निर्धारित विधिक व विभागीय प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई। वर्ष 1997-2022 के मास्टर प्लान को सरकार द्वारा वापस लेने (विड्रो) के आदेश भी नहीं हुए। ड्राफ्ट प्लान त्रुटियों से अटा पड़ा है। अतः राज्य सरकार को इस ड्राफ्ट को निरस्त करना चाहिए। निर्धारित व आवश्यक विधिक प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए पुनः संशोधित मास्टर प्लान जारी किया जाए तथा उस पर सुझाव आमंत्रित किया जाए। यह प्रस्ताव शुक्रवार को डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट में विभिन्न संस्थाओं की आपात बैठक में पारित किया गया। बैठक में झील संरक्षण समिति, चाँदपोल नागरिक समिति, झील हितेषी नागरिक विचार मंच, महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान, मेवाड़ एंगलर सोसायटी, गाँधी स्मृति मंदिर, ऑल इण्डिया मिली काउंसिल के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

बैठक में अनिल मेहता व शांतीलाल गोदावत ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव बनाने में किसी प्रकार का जमीनी सर्वेक्षण नहीं किया गया। शहर व नागरिकों की मौलिक, वर्तमान व भविष्य की आवश्यकताओं का मूल्यांकन (नीड असेसमेन्ट) नहीं किया गया। टाउन प्लानिंग एक बहुआयामी व बहुसंकायी कार्य है लेकिन उक्त ड्राफ्ट प्रस्ताव में किसी भी प्रकार का सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, पर्यावरणीय, स्थलाकृतिय, भूजलीय सर्वेक्षण व विश्लेषण नहीं हुआ है अतः ड्राफ्ट का पुनः निर्माण जरूरी है।

पूर्व अधीक्षण अभियन्ता जी.पी. सोनी ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव के लगभग सभी आंकड़े तथ्यहीन, पुराने एवं त्रृटिपूर्ण है। यह भी आश्चर्यजनक है कि ड्राफ्ट प्रस्ताव तैयार कराने की निविदा 2012 में निकाली जबकि प्राईवेट कन्सलटेन्ट को 2011 में ही कार्य पर लगा दिया।

पूर्व पार्षद अब्दुल अजीज खान एवं नूर मोहम्मद खान ने कहा कि ड्राफ्ट के लिखित भाग व नक्शों में गंभीर विसंगतिया है। यह एक षड्यंत्र व भ्रष्टाचार को इंगित करता है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख वास्तुविद् बी. एल. मंत्री ने कहा कि मास्टर प्लान के साथ ही सेक्टर प्लान भी तैयार किए जाए। उदयपुर के पूर्व के सभी मास्टर प्लान में कभी भी सेक्टर प्लान नहीं बने, यह निर्धारित प्रक्रिया व नियोजन सिद्धान्तों का उल्लंघन है। इसी से शहर को बेतरतीब व अनियंत्रित फैलाव होता है।

ट्रस्ट के सचिव नन्दकिशोर शर्मा ने कहा कि यदि नगर नियोजन विभाग के स्थानीय व आला अधिकारी एक बार ड्राफ्ट को पढ़ लेते तो शायद इतनी त्रुटियां नहीं रहती। मास्टर प्लान बनाने वाली एजेन्सी के साथ ही इससे जुड़े सभी अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उचित कार्यवाही की जानी चाहिये।

भंवर सेठ, चौसर लाल कच्छारा तथा मानमल कुदाल ने कहा कि ड्राफ्ट प्रस्ताव की निरस्ती के पश्चात् नागरिकों, स्वैच्छिक संस्थाओं व विशेषज्ञों की सहभागिता से आयोजना प्रक्रिया पुनः प्रारंभ की जानी चाहिए।

तेजशंकर पालीवाल, व इस्माइल अली दुर्गा ने कहा कि लाखों रूपयों का भुगतान लेकर भी गलत रिपोर्ट लिखने वाली कम्पनी को ब्लेक लिस्टेड करना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता नन्दलाल कुम्हार ने कहा कि शहर की आबादी का घनत्व केन्द्रित नहीं होकर हर तरफ समान रूप से विरल रहे इसके लिए उपनगरों को सुविधा सम्पन्न केन्द्रों के रूप में विकसित करने का दृष्टिकोण मास्टर प्लान में नहीं है।

पूर्व अभियन्ता सोहनलाल तम्बोली व हाजी सरदार मोहम्मद ने कहा कि पिछले मास्टर प्लान में किसी भी नागकिर सुझाव को नहीं मानकर केवल सरकारी विभागों के सुझावों को ही स्वीकार किया गया। यह साबित करता है कि नियोजन प्रक्रिया में नागरिकों को कोई महत्व नहीं दिया जाता है। धन्यवाद नितेश सिंह ने ज्ञापित किया।