झीलों की नगरी में पहुंची जेनिफर लोपेज सहित कई फ़िल्मी हस्तियां

jenifar lopez 2
उदयपुर | झीलों की नगरी में हो रही हिंदुजा ग्रुप के संजय हिंदुजा की शाही शादी में शाही मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू होगया | मानक चौक में आयोजित महिला संगीत में जहां एक तरफ हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जेनिफर लोपेज ने अपनी आवाज़ और अदाओं से जम कर समां बांधा वही बॉलीवुड के कलाकारों ने भी खूब धमाल मचाई |
संजय हिंदुजा की शाही शादी में शिरकत करने के लिए मंगलवार शाम को डबोक एयरपोर्ट पर कई फिल्मी,व्यवसाय जगत की हस्तिया पहुंची ! इस विवाह समारोह में भाग लेने के लिए आज आइसलैंड के राष्ट्रपति ओलफर रेगनर ग्रिम्सन ,व्यवसाई लक्ष्मीनिवास मित्तल के बेटे आदित्य मित्तल,अभिनेत्री शिल्पा शेठी,प्रीति जिंटा अभिनेता संजय कपूर,डिनो मारियो,चंकी पांडे सहित कई फ़िल्मी और नामचीन हस्तिया लेकसिटी पहुंचे महिला संगीत के लिए मुख्य आकर्षण हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जेनिफर लोपेज रही “जेलो” को देखने के लिए एयर पोर्ट पर खासी भीड़ जमा हो गयी | सूत्रों के अनुसार जेनिफर लोपेज दुल्हन अनु मथानी की अच्छी दोस्त है और वह बिना पैसे लिए अपनी दोस्त की शादी में परफॉर्म करने के लिए आई है | शाम तक फ़िल्मी हस्तियां और व्यापार जगत से जुडी हस्तियों के आने का सिलसिला चलता रहा इस दौरान इन फ़िल्मी हस्तियों को देखने के लिए एयरपोर्ट पर कई प्रसंशकों का मजमा लग रहा !
गौरतलब है कि इस शाही शादी की सारी रस्मे 3 दिन तक उदयपुर की विश्व प्रसिद्ध पिछोला झील के बीच बने जगमंदिर और सिटी पैलेस के मानक चौक,जनाना महल के साथ कई ऐतिहासिक स्थलों पर आयोजित होगी ! विवाह समारोह में शिरकत करने के लिए कल भी कई राजनीति और फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियों के पहुचने की संभावना हे ! १२ फरवरी को पिछोला के बीच स्थित जगमंदिर में रिशेप्शन पार्टी का आयोजन किया जाएगा |

chanky pande

jenifar lopez

priti zinta

shilpa setthy 2

shilpa setthy

इन 6 कारणों से थमा पीएम मोदी का विजय रथ

0

150210030319_kejriwal_cartoon_624x351_bbc_nocredit
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले लगातार जीत का दम भरने वाली बीजेपी को बुरी तरह से शिकस्त का सामना करना पड़ा। दिल्ली चुनाव के नतीजों ने पीएम मोदी के विजय रथ पर ब्रेक लगा दिया है। चुनाव के बाद आए नतीजों में बीजेपी को महज तीन सीटों पर जीत मिल सकी। वहीं केजरीवाल की पार्टी आप को चुनाव में 67 सीटों पर जीत मिली है।
गौरतलब है कि 2013 में हुए चुनावों में बीजेपी को 32 सीटें मिली थी। बीजेपी की इस हार के बाद पार्टी के अंदर और बाहर हार के कारणों पर समीक्षा की जाने लगी है। इसी क्रम में हम आपको बता रहे हैं कि वो कौन से कारण हैं जिनकी वजह से बीजेपी को इतनी शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।

किरण बेदी को सीएम उम्मीदवार प्रोजेक्ट करना –
बीजेपी नेतृत्व ने चुनाव में किरण बेदी को भले ही दिल्ली के सीएम पद के लिए उपर्युक्त उम्मीदवार समझा हो लेकिन दिल्ली की जनता ने उन्हें सिरे से खारिज कर दिया। बीजेपी नेतृत्व द्वारा प्रदेश के शीर्ष पदाधिकारियों को नजरअंदाज कर किरण बेदी को पार्टी उम्मीदवार घोषित करना नेताओं और कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतारा। जिससे नाराज नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के दौरान ज्यादा सक्रिय नहीं दिखाई दिए। जिस वजह से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। पिछला विधानसभा चुनाव बीजेपी ने हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन के नेतृत्व में लड़ा था और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इस बार पार्टी ने हर्षवर्धन को दरकिनार करते हुए बेदी को चुनाव मैदान में उतारा।

विधानसभा चुनाव कराने में देरी –
दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराने में की गई देरी ने भी बीजेपी को काफी नुकसान पहुंचाया है। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सातों सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद पार्टी को अतिआत्मविश्वास के कारण लगा की वो कभी भी चुनाव जीत सकती है। अगर बीजेपी लोकसभा चुनावों के समय दिल्ली में विधानसभा चुनाव करवाती तो शायद हाल कुछ और ही होते। गौरतलब है कि 2014 में केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था।

दूसरे दल से आए नेताओं को टिकट देना –
बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बाहरी उम्मीदवारों पर बड़ा दांव खेला था। पार्टी ने जमीनी कार्यकर्ताओं और नेताओं को नजरअंदाज कर दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट दिया। इनमें आम आदमी पार्टी से आए विनोद कुमार बिन्नी, एमएस धीर के अलावा कांग्रेस से आईँ पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ शामिल है।

सस्ती बिजली और पानी –
दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी 49 दिनों की सरकार में सस्ती बिजली और मुफ्त पानी की सौगात दिल्ली की जनता को दी थी। इससे काफी तादाद में लोगों को फायदा हुआ। लोगों को इस बार भी उम्मीद थी केजरीवाल के आने से उन्हें इसी तरह की सौगात मिल सकती है। जिस कारण से इस चुनाव में उन्हें वोट देने वालों की तादाद बढ़ गई।

विकास का एजेंडा पिछड़ा –
बीजेपी जो हर चुनाव में विकास को अपना मुख्य एजेंडा घोषित करती है। इस बार अपने एजेंडे को प्रोजेक्ट करने में पिछड़ गई। बीजेपी ने इस चुनाव में विकास से ज्यादा केजरीवाल के खिलाफ नकरात्मक प्रचार करने में ज्यादा फोकस किया। जिसका परिणाम उसे इस चुनाव में देखने को मिला। बीजेपी की सीएम कैंडिडेट किरण बेदी से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक ने केजरीवाल के खिलाफ जमकर नकरात्मक भाषण दिए।

कांग्रेस के वोटों में सेंधमारी –
दिल्ली विधानसभा चुनावों में रेस से बाहर कांग्रेस पार्टी के वोट बैंक रहे दलितों और मुसलमानों को अपने पक्ष में करने में आम आदमी पार्टी और केजरीवाल कामयाब रहे। दलितों और मुसलमानों को बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक माना जाता था। इस चुनाव में कांग्रेस की निष्क्रियता से ये वोट बैंक केजरीवाल के खातें में चला गया।

जिसे कहा था एके-49, वो निकला एके-67

0

आम आदमी पार्टी- 67 पर जीत
भारतीय जनता पार्टी – 3 सीटों पर जीत
कांग्रेस- शून्य

150210112158_collage_624x351_bbc
चुनाव आयोग के अनुसार अाम आदमी पार्टी को 54.3 फ़ीसदी, भाजपा को 32.2 फ़ीसदी और कांग्रेस को 9.7 फ़ीसदी वोट मिले हैं.
‘डर लग रहा है’
‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल ने अपने समर्थकों की रैली में कहा कि ”उन्हें जो ज़िम्मेदारी मिली है उससे काफ़ी डर भी लग रहा है. मैं निवेदन करता हूं पूरी पार्टी से कि ज़रा सा भी अहंकार मत करना. कांग्रेस का हाल, बीजेपी का हाल अहंकार की वजह से हुआ. अगर किया तो यही सबक़ जनता हमें पांच साल बाद दिखाएगी. सभी को सेवा करनी है.”

150210071128_delhi_election_cartoon_624x351_bbc
केजरीवाल ने अपने सभी समर्थकों का धन्यवाद किया और कहा कि जो सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं, ब्रह्मांड की शक्तियां भी उनकी मदद करती हैं.
इस दौरान लोगों ने ‘पांच साल केजरीवाल’ के नारे भी लगाए.

150210030621_narendra_modi_cartoon_624x351_bbchindi
मोदी की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आप नेता अरविंद केजरीवाल को जीत के लिए बधाई दी है और दिल्ली के विकास के लिए पूर्ण सहयोग का वादा किया है.

150210030346_kiran_bedi_cartoon_624x351_bbchindi
भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी ने अरविंद केजरीवाल को बधाई देते हुए उन्हें इस कामयाबी के लिए ‘पूरे अंक’ दिए हैं.
माकन का इस्तीफ़ा
उधर, कांग्रेस नेता अजय माकन ने चुनाव में पार्टी की शिकस्त की ज़िम्मेदारी लेते हुए महासचिव पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
‘विपक्ष रहेगी भाजपा’
इस बीच ‘आप’ नेता कुमार विश्वास ने कहा है कि अगर भाजपा को सात से कम सीटें भी मिलती हैं तो भी उन्हें विधानसभा में विपक्ष का दर्जा दिया जाएगा.

150210023247_amit_sah_in_pensive_mood_cartoon_624x351_bbc
2013 में ‘आप’
पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थीं. इस बार चुनाव बाद के एग्ज़िट पोल में पार्टी को बहुमत के क़रीब दिखाया गया था.
2013 में केजरीवाल 49 दिनों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे थे.

वहीं भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में 31 सीटें मिली थीं.
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की ओर से किरण बेदी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार थीं.
कांग्रेस को पिछले विधानसभा में आठ सीटें मिली थीं, लेकिन तमाम सर्वेक्षणों के मुताबिक़ कांग्रेस को इस बार काफ़ी कम सीटें ही मिलती दिख रही हैं.

सो. – बीबीसी हिंदी

हार से खीजे भाजपा नेता ने पूर्व केबिनेट मंत्री के बेटों पर लगाया झूठा आरोप ( बांसवाड़ा )

राजनीति लड़ाई में बेटी को ही मोहरा बना दिया भाजपा नेता ने
results-of-panchayati-raj-elections-rajasthanउदयपुर | बांसवाड़ा में भाजपा की करारी हार से खीजे एक भाजपा नेता ने राजनीति में अपनी बेटी की इज़्ज़त को घसीट लिया और अपनी खीज मिटाने के लिए कांग्रेस के पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के बेटों पर छेड़खानी का झूठा आरोप लगा दिया | भाजपा नेता खेमराज गरासिया अपनी बेटी की इज़्ज़त की परवाह नहीं करते हुए थाने में जूठी रिपोर्ट कराने से भी बाज़ नहीं आया |
जानकारी के अनुसार रविवार रात को बांसवाड़ा के आनन्दपुरी थाने में कांग्रेस के वागड़ में कद्दावर नेता व् पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के बेटे प्रेम प्रताप सिंह और हरजीत सिंह पर भाजपा नेता खेमराज गरासिया ने घर में घुस कर बेटी के साथ छेड़खानी का झूठा आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई | पुलिस ने भी घटना कि सत्यता जाँचे बिना रिपोर्ट दर्ज कर ली | दूसरी तरफ प्रेम प्रताप सिंह जो अभी हाल ही में आनन्दपुरी के उपप्रधान बने है, ने कहा कि यह सिर्फ राजनीति से प्रेरित आरोप है | भाजपा के नेता अपनी हार की खीज मिटाने के लिए झूठा आरोप मढ़ रहे है | प्रेम ने बताया कि जिस वक़्त खेमराज अपनी बेटी को छेड़ने का आरोप लगा रहा है, उस वक़्त उसके घर में पुलिस तैनात थी और मेरे बड़े भाई हरजीत सिंह पिछले तीन दिन से दाहोद में है | प्रेम ने बताया कि भाजपा नेता पंचायती चुनाव में बांसवाड़ा क्षेत्र में अपनी करारी हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है | और इसी के चलते राजनीति की लड़ाई में माँ बहन बेटियों को घसीट रहे है | प्रेम ने कहा राजनीति की लड़ाई अपनी जगह है, लेकिन महिलाओं के साथ किसी तरह कि छेड़खानी ना हमारे क्षेत्र में कोई कांग्रेसी कार्यकर्ता करता है ना ही किसी को करने दी जाती है | ऐसी ओछी राजनीति ने भाजपा के इन नेताओं को बाज आना चाहिए |
गौरतलब है कि बांसवाड़ा में भाजपा की करारी हार हुई है, तथा वहां पर जिला प्रमुख कांग्रेस की रेशम मालवीया बनी है | दो दिन पहले गांगड़ तलाई पंचायत समिति के प्रधान पद के चुनाव के दौरान शनिवार को विधायक मालवीया की कार पर पथराव हुआ था। उसके बाद से उस क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों के भाजपा नेता और प्रत्याशियों के घर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के हमले की आशंका को देखते पुलिस का पहरा था | और सत्यता यही है कि जिस भाजपा नेता खेमराज गरासिया ने अपनी बेटी पर छेड़खानी का आरोप लगाया उसके घर भी पुलिस का पहरा था |
इधर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने भी भाजपा नेता खेमराज गरासिया द्वारा लगाये गए आरोप को राजनीति से प्रेरित बताया है, उन्होंने कहा है कि आरोप की सत्यता की जांच की जा रही है |

बहू का प्रधान प्रत्याशी से कटा पत्ता, तो ससुर की हृदय घात से हुई मौत

0

chittorgarh-54d5d5745766a_lचित्तौडगढ़ | राजस्थान में चित्तौडगढ़ जिले की राशमी पंचायत समिति में प्रधान पद की दावेदार महिला को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की सूचना पर उसके ससुर की संदिग्ध रूप से ह्वदयाघात से मौत हो गई।

कार्यकर्ताओं ने उनकी मौत के लिए क्षेत्रीय विधायक को जिम्मेदार बताते हुए आक्रोश जताया है। विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने उनकी मौत को स्वभाविक बताते हुए स्वयं को इस विवाद से बाहर बताया।

वहीं, इस घटनाक्रम के बाद पुलिस सतर्क हो गई है। राशमी पंचायत समिति के वार्ड 14 से चुनाव लड़ कर पहली बार यह सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने वाली रेखा देवी पिछले तीन दिनों से विधायक अर्जुन लाल जीनगर की बाडेबंदी में थी औैर रात तक पार्टी स्तर पर उन्हें प्रधान प्रत्याशी बनाए जाने की हरी झंडी दे दी थी।

लेकिन अचानक शनिवार सुबह उनके क्षेत्र में उनकी जगह मधुबाला नुवाल को प्रत्याशी बनाए जाने की सूचना फैल गई जिससे रेखा के ससुर गौरीशंकर व्यास को ह्वदयघात हुआ और उनकी मौत हो गई।

उनकी मौत की सूचना पर रेखा को भी पार्टी नेताओं ने बाडेबंदी से मुक्त कर राशमी पहुंचाया लेकिन उन्हें मौत की सूचना नहीं दी। इधर, प्रत्याशी बदले जाने व मौत की खबर के बाद बड़ी संख्या में रेखा के समर्थक उनके आवास पर जमा हो गए व इसके लिए क्षेत्रीय विधायक को जिम्मेदार बता उनकी प्रति आक्रोश जताया।

विधायक से इस बारे में संपर्क किए जाने पर उन्होंने स्वयं को जयपुर में होना बताते हुए कहा कि उनकी मौत का पुत्रवधू को प्रधान प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से कोई लेना देना नही है। इस दोहरी घटना के बाद राशमी पंचायत समिति में विजयी भाजपा के कुल 11 सदस्यों के भी दो फाड़ होने की जानकारी सामने आई है।

इस बार राजस्थान बोर्ड परीक्षा के प्रवेश-प्रत्र वेबसाइट पर

rajasthan-board
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस साल से परीक्षार्थियों को उनके प्रवेश-पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने की नई व्यवस्था प्रारंभ की है। अब तक शिक्षा बोर्ड प्रवेश-पत्र विद्यालयों को डाक द्वारा भिजवाता रहा है।

विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या और समय पर प्रवेश-पत्र पहुंचने में देरी की शिकायतों को देखते हुए बोर्ड प्रशासन अब ऑन लाइन प्रवेश पत्र भिजवाएगा।

शिक्षा बोर्ड की सीनियर सैकण्डरी की मुख्य परीक्षाएं १२ मार्च और सैकण्डरी की परीक्षा १९ मार्च से प्रारंभ होगी। इन परीक्षाओं में इस साल १९ लाख से भी अधिक विद्यार्थी सम्मिलित होंगे।

विद्यालय प्रभारी करेंगे सत्यापन : शिक्षा बोर्ड की नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थियों के प्रवेश-पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड होंगे। संबंधित विद्यालय प्रभारी अपने विद्यार्थियों के फोटोयुक्त प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर खुद ही सत्यापित कर विद्यार्थियों को वितरित करेंगे।

स्वयंपाठी विद्यार्थियों को भी उनके प्रवेश-पत्र उन्हींं विद्यालयों में मिलेंगे, जहां से उन्होंने परीक्षा का ऑनलाइन आवेदन भरा था।

इनका कहना है
बोर्ड की ऑनलाइन प्रवेश-पत्र भेजने की व्यवस्था की बदौलत प्रवेश पत्र भिजवाने में समय की बचत होगी। डाक से प्रवेश पत्र के गुम होने अथवा फटने की आशंका भी समाप्त होगी।
प्रो. बी. एल. चौधरी, अध्यक्ष, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड

उम्मीद्वारों को तीन दिवस में लेखा प्रस्तुत करना जरूरी

उदयपुर, पंचायत आमचुनाव २०१५ में सरपंच, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य के लिए चुनाव में खडे हुए सभी उम्मीद्वारों को मतगणना दिवस के तीन दिवस में चुनाव व्यय लेखा प्ररूप ‘क‘ में रिटर्निंग अधिकारी/सहायक रिटर्निंग अधिकारी को प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य है। इसी क्रम में सरपंच पद के उम्मीद्वार संबंधित उपखण्ड मुख्यालय पर चुनाव व्यय लेखा प्रस्तुत करेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रस्तुत चुनाव व्यय लेखा प्रस्तुत नहीं करने वाले अभ्यर्थियों के विरूद्घ नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी ने दी।

पोस्टर विमोचन

उदयपुर , रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर हेरिटेज एवं इंटरेक्ट क्लब ऑफ रायन इंटरनेशनल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार नए सेवा कार्य को गति देते हुए एक नये कार्यक्रम सोल्स ४ सोल्स के पोस्टर का आज संभागीय आयुक्त भवानीसिंह देथा ने विमोचन कर उसे लांच किया ।
क्लब अध्यक्ष दीपक सुखाडिया ने बताया की इस उपरोक्त कार्यक्रम का आज संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा द्वारा पोस्टर का विमोचन कर विधिवत आरंभ किया गया। बढती उम्र के साथ बच्चों के जूते अल्प समय में ही छोटे हो जाते हैं या और उनका सही से उपयोग नहीं किया जा सकता ऐसे में इस कार्यक्रम के अंतर्गत इंटरेक्ट क्लब के सदस्य ऐसे कम पहने हुए या नए जूते को एकत्रित कर के उन जरुरत मंद बच्चों तक पहुचाएंगे जिन के पास एक जोडी जूते भी उपलब्ध नहीं है। इस कार्यक्रम से ना केवल वह अपना सामाजिक सरोकार पूरा करने की कोशिश की जाएगी वरन् हर एक चीज की महत्ता और मूल्य के बारे में भी जान सकेंगे।

मानवीय भूल से होती है अस्सी प्रतिशत सडक दुर्घटनाएं

देश में प्रतिदिन औसतन ४०० लोग मरते है सडक दुर्घटनाओं में
उदयपुर ’’विश्व के कुल वाहनों की संख्या में से १० प्रतिशत वाहन भारत में है लेकिन इसके बावजूद विश्व के मुकाबले में भारत में सडक दुर्घटनाओं की संख्या १० प्रतिशत है जो आश्चर्यजनक है। देश में प्रतिदिन औसतन ४०० से अधिक लोग सडक दुर्घटनाओं में मरते है और ५ लाख लोग घायल होते है।
उक्त बात रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रोटरी बजाज भवन में आयोजित सडक सुरक्षा-समुदाय संवेदीकरण और परिवार की भूमिका विषयक वार्ता को संबोधित करते हुए मुस्कान स्वयंसेवी संस्था के अश्विनी बग्गा ने कही। उन्होंने कहा कि देश में १९८८ में बने मोटर व्हीकल एक्ट वर्तमान परिप्रेक्ष्य की परिस्थितियों के मद्देनजर अप्रभावी हो गया है। देश में सडक दुर्घटनाओं की बढती संख्या के सामने देश की अन्य समस्याएं गौण हो गयी है।
उन्होंने बताया कि वर्ष २००५ में भारत-चीन में सडक दुर्घटनाओं में मृत्यु दर बराबर थी लेकिन आज यह आंकडा चीन से कहीं आगे निकल चुका है। देश में सडक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए व्यक्ति को स्वयं आगे आना होगा। मानवीय गलतियों से सबक लेते हुए उस पर नियत्रंण पाना होगा।
दुर्घटना के बाद किये जाने वाले तात्कालिक उपायों एंव उपचार के बारें में बताते हुए आरएनटी मेडकील कॉलेज के एनेस्थेसिया विभाग के चिकित्सक डॉ. ललित रेगर ने कहा कि दुर्घटना के बाद उससे प्रभावित व्यक्ति का प्रथम १ घंटा काफी उपयोगी होता है यदि उसे उस समय तात्कालिक उपचार या बचाव के उपाय मिल जाए तो उसका जीवन बचाया जा सकता है। प्रभावित व्यक्ति को मस्तिष्क, ह्दय एंव फेंफडे को तुरन्त रक्त प्रभाव या ऑक्सीजन दिलाने के उपाय किये जाने चाहिये। व्यक्ति को गलत ड्राईविंग करने, कम उम्र में ड्राईविंग से बचने, शराब सेवन या ड्रग ले कर वाहन चलाने से बचना चाहिये। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति का ३. बार सीने को दबा कर २ बार अपने मुंह से उसके मुंह में श्वंास देकर उसे बचा सकते है।

वाकल प्रांत जैन परिषद का शपथ ग्रहण एवं निर्देशिक विमोचन

उदयपुर, वाकल प्रान्त जैन परिषद की नवगठित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण एवं निर्देशिका विमोचन समारोह शुक्रवार को भुवाणा स्थित देवेन्द्रधाम में हुआ।
वाकल प्रान्त जैन परिषद के सचिव अमृत सिंघवी ने बताया कि गत कार्यकारिणी के अध्यक्ष मोहनलाल पोरवाल को पिछले दिनों सम्पन्न चुनाव में सर्वसम्मति से पुन: अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी को मुख्य अतिथि नगर निगम उदयपुर महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सूरत निवासी राजेन्द्र कुमार ओरडिया ने की। विशिष्ठ अतिथि पूर्व महापौर रजनी डांगी, विरेन्द्र डांगी, दिनेश मेहता, संजय भण्डारी, भंवर सेठ, श्यामलाल झगडावत, ललित ओरडिया, रोशनलाल ओरडिया थे।
कार्यक्रम की शुरूआत णमोकार महामंत्र के जाप से हुई तत्पश्चात् मंगलाचरण का पाठ किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों का माल्र्यापण, उपरणा धारण कराकर एवं मेवाडी पाग पहना अभिनन्दन किया गया।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष मोहन पोरवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में परिषद के उद्देश्य तथा गत कार्यकाल में किये गये सामाजिक कार्यों जैसे – अमृतम जलम अभियान के तहत वाकल प्रांत के विभिन्न गांवों में प्याऊ की स्थापना, सदस्यता अभियान, सात स्नेह मिलन कार्यक्रम एवं परिषद में महिला एवं युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु महिला एवं युवाओं को प्रतिनिधित्व प्रदान करने आदि का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। वर्तमान में चिकित्सा शिविरों का आयोजन, मेधावी छात्र-तपस्वी अभिनन्दन, वरिष्ठ नागरिक अभिनन्दन आदि कार्यक्रमों को करना प्रस्तावित किया। इस अवसर पर संस्था की निर्देशिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, पूर्व महापौर रजनी डांगी एवं अन्य अतिथियों ने वाकल प्रान्त जैन परिषद् के कार्यो की प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में निर्देशिका में अर्थ सहयोग करने वाले समस्त भामाशाहों का सम्मान किया गया। परिषद के अध्यक्ष मोहनलाल पोरवाल के नेतृत्व में मंत्री अमृतलाल सिंघवी एवं सम्पूर्ण कार्यकारिणी द्वारा परिषद् के सभी सदस्यों को निर्देशिका वितरित की गई। धन्यवाद की रस्म सचिव चुन्नीलाल सांखला एवं सूरत निवासी ललित कुमार ओरडिया द्वारा अदा की गई। संचालन महेश पोरवाल ने किया।