उदयपुर. मेवाड़-वागड़ की 28 में से 26 विधानसभा सीटें खोने के बावजूद कांग्रेसनीत यूपीए सरकार ने कोई सबक नहीं लिया है। इस क्षेत्र में चारों लोकसभा क्षेत्रों के लिए रेल विकास से वंचित ही रखा गया है। यह स्थिति तब है, जब संसद में मेवाड़ का मजबूत प्रतिनिधित्व है। दो बार कार्यवाहक रेल मंत्री रहे डॉ. सीपी जोशी व केंद्रीय गरीबी उन्मूलन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा और राजसमंद से सांसद गोपालसिंह शेखावत भी अपने क्षेत्रों की परियोजनाओं के लिए पैरवी नहीं कर सके। रेलवे के अंतरिम बजट को मेवाड़ के लिए बेहद निराशजनक माना जा रहा है। रेलवे सलाहकार समिति, उदयपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, मार्बल प्रोसेसर्स समिति, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने रेल बजट मे मेवाड़ की उपेक्षा पर खेद जताया है।
पदाधिकारियों ने कहा कि नई ट्रेन मिलना तो दूर, वर्तमान में चल रही ट्रेनों के रूट विस्तार, वाया बदलने या फेरे बढ़ाने की जहमत भी नहीं उठाई गई। नई रेल लाइन डालने की दो मुख्य परियोजनाओं को गति देने के लिए बजट स्वीकृति नहीं दी गई।
उदयपुर सिटी के लोगों की डिमांड
बड़ी मांग : कोटा तक इंटरसिटी
उदयपुर-जयपुर के बीच रेगुलर प्रीमियम ट्रेन चलाने, उदयपुर से बैंगलुरू या चेन्नई के लिए सुपरफास्ट ट्रेन चलाने, जोधपुर तक वाया अजमेर, मारवाड़ ट्रेन चलाने तथा उदयपुर-कोटा के बीच नियमित इंटरसिटी ट्रेन चलाने की मांग रेलवे सलाहकार समिति एवं गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा की जा रही थी।
नए प्लेटफार्म की नहीं मिली स्वीकृति
सिटी स्टेशन पर ट्रेनों के प्लेटफार्म कम पडऩे से दो नए प्लेटफार्म बनाने की स्वीकृति की मांग रेल अधिकारी भी कर रहे थे। राणा प्रतापनगर स्टेशन पर माल की उतराई व लदान बंद करके सिर्फ यात्री स्टेशन के रूप में डवलप करने की मांग भी की जाती रही है।
ये काम अब तक पूरे नहीं
सिटी स्टेशन यार्ड पर आर-पार ओवरब्रिज बनाने की निर्माण राशि नगर निगम द्वारा देने की मेयर रजनी डांगी की घोषणा के बावजूद रेल प्रशासन ने एनओसी नहीं दी। सिटी स्टेशन पर मेन प्लेटफार्म से 2-3 के बीच सेकंड फुट ओवर ब्रिज की मांग तथा एस्केलेटर्स लगाने की घोषणाओं को लटका रखा है। इसके लिए निगम की ओर से सहमति दी जा चुकी है। इसके बावजूद रेलवे की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। सिटी स्टेशन के बाहर बजट होटल के नाम से भवन का ढांचा खड़ा कर दिया गया, जिसका अधूरा निर्माण पूरा कर रेल यात्रियों को सस्ते किराए पर कमरे उपलब्ध कराने की योजना ठप कर दी गई। इस भवन का कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
26 सीटें गंवा कर भी नहीं सीखा कांग्रेस ने सबक, रेल बजट में मेवाड़ वंचित
संसद का शर्मनाक दिन
चाकू निकाला, मिर्च पाउडर छिड़का
खुदकुशी की कोशिश
udaipur नई दिल्ली। लोकसभा में तेलंगाना बिल को लेकर जारी गतिरोध के बीच बृहस्पतिवार को सदन में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब स्पीकर समेत कई सांसद अचानक खांसने लगे। इसके तुरंत बाद संसद भवन में तीन एम्बुलेंस बुलाई गई और तीन सांसदों को अस्पताल भेजा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संसद में अलग तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर जैसे ही गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बिल पेश किया वहां जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया। आंध्र प्रदेश के कुछ कांग्रेस सांसदों ने बिल की प्रति गृहमंत्री के हाथ से छीनने की कोशिश की, वहीं विजयवाड़ा से कांग्रेस सांसद लगड़ापति राजागोपाल ने अन्य सांसदों की ओर मिर्च पाउडर से भरा स्प्रे उड़ाना शुरू कर दिया। कुछ सांसदों को तेज खांसी आने लगी, जिसमें से तीन को तुंरत एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल भेजा गया। कई और सांसदों के बीमार होने की खबर है। इस बीच, तेलगूदेशम पार्टी के सांसद वेणुगोपाल रेड्डी ने माइक तोड़कर खुद के पेट में घुसाने की कोशिश की। इसके अलावा सदन में चाकू लहराने की भी बात सामने आई, लेकिन कुछ सांसद इस बात को गलत बता रहे हैं। कुछ अन्य तेलंगाना विरोधी सांसदों ने शीशे तोड़ दिए और काले कागज लहराने लगे। इस दौरान तेलंगाना समर्थक और विरोधी सांसदों के बीच हाथापाई भी हुई।
यूं चला घटनाक्रम
12:38 हंगामा खड़ा करने वालों में कांग्रेस के एल राजगोपाल और टीडीपी के सांसद वेणुगोपाल का नाम सामने आ रहा है।
12:36 स्वाभिमानी पक्ष के सांसद राजू शेट्टी ने कहा कि स्प्रे से तीन-चार सासंद बेहोश हो गए।
12:33 टीडीपी सांसद वेणुगोपाल पर लोकसभा में चाकू निकालने का आरोप।
12:31 हंगामा करने वाले सांसदों की सदस्यता रद्द करने और गिरफ्तार किए जाने की सिफारिश होगी।
12:29 श्रावस्ती से सांसद विनय पांडे बीमार पड़े। सांसदों ने एक सुर में की निंदा।
12:28 सांसदों को खांसी और आंख से पानी निकलने की शिकायत के बाद ऐंबुलेंस बुलाई गई।
12:21 कांग्रेस के सीमांध्र से निष्कासित 6 सांसदों में से एक हैं एल राजगोपाल। विजयवाड़ा से हैं सांसद।
12:21 कांग्रेस के सीमांध्र से निष्कासित 6 सांसदों में से एक हैं राजगोपाल। विजयवाड़ा से हैं सांसद।
12:15 लोकसभा में विजयवाड़ा से कांग्रेस सांसद राजगोपाल ने सदन में स्प्रे किया।
12:11 बिल पर स्प्रे छिड़कने से कुछ सांसदों की तबियत खराब। संसद में तीन एंबुलेंस बुलाई गई।
12:10 तेलंगाना बिल पर स्प्रे छिड़का गया। कुछ सांसदों की तबियत खराब हुई।
12:09 गृह मंत्री शिंदे से तेलंगाना बिल छीनने की कोशिश की गई।
12:08 लोकसभा में कांग्रेस सांसद राजगोपाल का हंगामा।
12:08 विरोध में लोकसभा में स्पीकर के माइक के तार नोचे गए।
12:07 गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने तेलंगाना बिल लोकसभा में पेश किया।
12:06 सदन की कार्यवाही शुरू होते ही तेलंगाना समर्थकों और विरोधियों का हंगामा।
12:05 शोरगुल और हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर तक के लिए स्थगित हुई।
12:04 लोकसभा में तेलंगाना के गठन पर विरोध के बीच कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
12:02 लोकसभा में तेलंगाना के गठन पर विरोध के बीच कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
11:59 तेलंगाना बिल आज पेश किया जाए या सोमवार को इस पर चर्चा की मांग की कमलनाथ ने
11:56 बिल की वजह से बुधवार को लगातार छठे दिन बाधित रहा संसद का कामकाज।
11:55 संसद के बाहर तेलंगाना बिल के समर्थक और विरोधियों की भीड़।
भूमाफियाओं व दलालों का यूआईटी में प्रवेश वर्जित
उदयपुर। भूमाफियाओं व दलालों के यूआईटी में कर्मचारियों की तरह काम-काज करने, कमीशनखोरी करने सहित कई अन्य शिकायतों की सूचना मिलने पर कलेक्टर ने ऐसे लोगों का यूआईटी में प्रवेश वर्जित करने के आदेश दिए तथा बाकायदा कुछ लोगों के नाम भी जारी किए है। इनमें ललित वारी, भग्गा गमेती, अनिशा, बबलू पूर्बिया (ताराचंद), सतीश, नरेश सोनी, सुशील हरिजन, महेश माली, राजेन्द्र शर्मा, सुरेन्द्र हरिजन, जसवन्त हरिजन प्रमुख है। इसके अलावा यूआईटी परिसर के भीतर सुरक्षाकर्मियों द्वारा पूछताछ के बाद केवल पासधारी वाहनों का ही प्रवेश करने की व्यवस्था की गई है। (चित्र में) वाहन को रोककर पूछताछ करते सुरक्षाकर्मी, पास लगा हुआ वाहन एवं यूआईटी परिसर के बाहर लगी वाहनों की कतार।
यूआईटी सचिव ने फिर लगाया अडंगा
उदयपुर। पत्रकारों को रियायती दर पर भूखंड आवंटन की प्रक्रिया फिर अटक गई है। इस बार भी इसका कारण यू.आई.टी सचिव डॉ. आर. पी. शर्मा को ही बताया जा रहा है। बताया गया है कि तीन दिन के धरने के बाद हुई वार्ता में जिला कलक्टर आशुतोष पेंढरेकर ने डॉ. शर्मा को समुचित निर्देश दिए थे। पत्रकार संघर्ष समिति ने ९५ पत्रकारों की सूची सौंपी थी, जिनमें से यू. आई. टी सचिव ६८ पत्रकारों को पात्र मानते हुए उनकी सूची लेकर जिला कलेक्टर के पास पहुंचे लेकिन वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वैसे तो ४० ही पात्र हैं। यह सुनकर श्री पेढंरेकर ने उन्हे जोरदार फटकार लगाते हुए आडे हाथों लिया। उन्होंने मसला सुलझाने के लिए शुक्रवार तक का समय दिया है।
प्रीमियम ट्रेनों के किराए सुनकर उड़ सकते हैं आपके होश
udaipur नई दिल्ली। प्रीमियम ट्रेनों के शुरू होने से बहुत ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। हो सकता है कि इन ट्रेनों के किराये को सुन कर आपके होश उड़ जाएं। क्योंकि इन ट्रेनों के किराये बाजार से तय होंगे। जब भीड़ होगी तो इनके किराये अपने आप बढ़ जाएंगे। किराया तय करने का यह तरीका इस समय एयरलाइन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। बहरहाल, रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडग़े की तरफ से घोषित सभी 17 प्रीमियम ट्रेनों को ‘जयहिंदÓ एक्सप्रेस के नाम से चलाया जाएगा। रेलवे चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार का स्पष्ट तौर पर कहना है, ‘प्रीमियम ट्रेनों में ज्यादा सहूलियत देंगे और किराया भी अधिक वसूलेंगे।Ó इन ट्रेनों में कोई स्थायी किराया नहीं होगा। दिन और मांग के हिसाब से किराया बदलेगा। यात्रा के दिन अगर करीब हैं तो किराया महंगा होगा। अगर उस रूट में ज्यादा भीड़ है और अन्य ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट काफी लंबी है तो फिर इसका किराया ज्यादा होगा। किराया क्या होगा इसके बारे में रेलवे के अधिकारी मुंह नहीं खोल रहे। मोटे तौर पर यह अनुमान है कि राजधानी के मुकाबले इन ट्रेनों का किराया 50 से 100 फीसद तक ज्यादा हो सकता है।
पदक जीतने की खुशी में कपड़े खोलने लगी खिलाड़ी
udaipur सोची। सोची ओलिंपिक गेम्स में एक स्पीड स्केटर पदक जीतने की खुशी में इतनी डूब गई कि वे अंग प्रदर्शन करने लगी। जीत की खुशी में ग्राफ ने अपने स्किन सूट की जिप खोल दी। ग्राफ ने स्किन सूट के अलावा कुछ नहीं पहना था। रूसी स्पीड स्केटर ओल्गा ग्राफ ने ओलंपिक गेम्स के 3000 मीटर्स की स्केटिंग दौड़ में कांस्य पदक जीता अपनी खुशी जाहिर करने का ग्राफ बेहद अलग तरीका अपनाया। ग्राफ ने सोचि गेम्स में रूस के लिए पहला मेडल जीता था।
ग्राफ ने खुशी में अपनी स्किन सूट की जिप खोल दी जिससे वे वॉर्डरोब मॉलफंक्शन की शिकार होने से बच गईं। खुशी के मारे ग्राफ ने अपने सूट की जिप नाभी तक खोल दी और बाहें फैलाकर दर्शकों का अभिवादन कर रही थीं।
ग्राफ ने टाइट सूट के अंदर कोई अंडरगार्मेंट्स भी नहीं पहना था। अचानक उन्हें अहसास हुआ कि वे खुशी में पागल होकर कुछ ज्यादा ही कर गई हैं, तो उन्होंने हंसते हुए जिप वापस बंद कर दी।
चिता पर महिला, पेड़ पर सांप
udaipur आगरा। इसे पुनर्जन्म की कहानी कहें या लोगों का भ्रम। वृद्ध महिला की मौत पर एक सांप सामने आया। अंतिम संस्कार के समय ये चिता के पास पहुंचा और फिर अचानक पेड़ पर चढ़ गया। महिला की चिता की आग शांत होने तक पेड़ पर बैठा रहा। इसके बाद जितने मुंह उतनी बातें। इसमें सबसे ज्यादा यह कि सांप का महिला से पुनर्जन्म का रिश्ता है।
रामबाग के पास कटरा वजीर खां निवासी 85 वर्षीय रामवती दो माह से बीमार थीं। मंगलवार रात 11 बजे उनकी मौत हो गई। परिवार के लोगों के आने का इंतजार के बाद सुबह 11 बजे परिजन उनका अंतिम संस्कार करने शव को नर्सरी में पड़ी खाली जगह में ले गए। इस बीच एक सांप लोगों को दिखाई दिया, जो चिता के पास पहुंच गया। अचानक सांप को देख लोग सहमे। इसके बाद सांप तेजी से निकला और पेड़ पर पहुंच गया।
करीब 15 फुट ऊंचे पेड़ के फलक पर बैठकर वह चिता की ओर फन करके देखने लगा। लोगों ने सोचा कि चिता की आग तेज होने पर पेड़ पर चढ़ा सांप भाग जाएगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ। चिता की आग तेज हुई और पेड़ के पत्ते झुलसने लगे। मगर, सांप फन ऊपर कर वहीं बैठा रहा। दोपहर डेढ़ बजे अंतिम संस्कार के बाद लोग तो घर लौट गए, लेकिन सांप वहीं बैठा रहा। शाम करीब छह बजे तक सांप को उसी पेड़ पर देखा गया। इस पर कहा जा रहा था कि 14 साल पहले रामवती के पति हरी सिंह की मौत हुई थी। उनका अंतिम संस्कार भी नर्सरी में किया गया था।
मृत महिला के परिजन भी सांप से रिश्ता जोडऩे लगे। वे सांप को 14 साल पहले मौत का शिकार हुए हरी सिंह का दूसरा जन्म बता रहे हैं।
बेटे बोले, कुछ तो है : रामवती के तीन बेटे हैं, जिनमें से सुभाष चंद्र कुशवाह सबसे बड़े हैं। नर्सरी संचालक सुभाष का कहना है कि जिस तरह सांप पेड़ पर बैठकर रात तक बैठा रहा। इससे लगता है कि कुछ रिश्ता तो है।
अज्ञात अधेड़ ने पेड़ पर लगाई फांसी
उदयपुर। जावरमांइस थाना के झरियाणा गांव में एक खेत में एक अधेड़ ने पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को समाचार लिखे जाने तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई।
पुलिस के अनुसार झरियाणा गांव के समीप एक खेत मालिक बुधवार को खेत पर काम करने के लिए गया। उसी दौरान उसने वहां पर स्थित एक पेड़ पर अधेड़ के शव को लटके देखा। जिस पर उसने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पंहुची पुलिस ने शव को नीचे उतार कर उदयपुर के एमबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस शव की शिनाख्त के प्रयास कर रही है। पुलिस ने बताया कि अध्ेाड की उम्र लगभग 60-65 वर्ष की हैं। मृतक आधे बांह की सफदे बनियान, व धोती पहने हुए हंै। उसके सफे द लम्बी दाढी, कमर में रेशमी धागा, लम्बाई करीब 6 फिट है। पुलिस शव को शहर के एमबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवार कर शिनाख्त के प्रयास कर रही है।
हड़ताल,धरना, प्रदर्शन का दौर चला
डाक कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर, संविदा नर्सेज कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू, रोड़वेज कर्मचारियों का दो दिवसीय धरना हुआ समाप्त
उदयपुर। शहर में गुरुवार का दिन विरोध प्रदर्शनों का दिन रहा। संविदा नर्सेज ने एमबी हॉस्पीटल के बाहर धरना लगाकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की तो मेडिकल छात्र-छात्राओं ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाहर अपनी मांगों के पक्ष में जमकर प्रदर्शन किया। इस तरह डाक कर्मचारियों ने देशव्यापी आंदोलन के तहत अपनी हड़ताल जारी रखी। उधर उदयापोल स्थित केन्द्रीय बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में धरना दूसरे दिन भी जारी रखा। इस प्रकार हर तरफ केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश का वातावरण दिखाई पड़ा। संबंधित कर्मचारियों को यह विश्वास है कि चुनाव वर्ष होने के कारण वे सरकार को दबाव में लेकर अपनी वाजिब मांगे मनवा लेंगे। इसके अलावा बजरंग सेना के कार्यकर्ताओं ने वेलेंटाईन-डे के विरोध में प्रेम कार्डों की होली जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया उनका मानना है कि यह पर्व भारतीय संस्कृति को प्रदूषित करने वाला है, इसलिए इस पर्व को नहीं मनाया जाना चाहिए।
डाक कर्मचारी भारतीय डाक कर्मचारी यूनियन ग्रुप-सी, पोस्टमेन ग्रुप-डी एवं ग्रामीण डाक कर्मचारियों के केन्द्रीय नेतृत्व के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल बुधवार से शुरू हुई। जो आज भी सभांग के सभी डाक घरों में जारी रही।
इस दौरान आज सभी डाक कर्मचारीयों ने शहर के चेटक स्थित मुख्य डाकघर के बाहर धरना प्रदर्शन कर एवं सद्बुद्धि हवन किया गया। दो दिवसीय हड़ताल के चलते एनएफपीई एवं एफएनपीओ से जुड़े सभी डाक कर्मचारी एवं ग्रामीण डाक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल से उदयपुर मण्डल के सभी डाकघरों के ताले नहीं खुले तथा डाक व्यवस्था ठप्प रही। डाक कर्मियों की हड़ताल से डाक का आदान-प्रदान, डाक वितरण, डाक की बुकिंग, रजिस्टर्ड डाक की बुकिंग, स्पीड पोस्ट बुकिंग एवं वितरण, पार्सल बुकिंग एवं वितरण, मनीऑर्डर बुकिंग एवं वितरण, ई-एमओ बुकिंग, वेस्टर्न मनी से पैसों की निकासी, बचत खातों से लेनदेन, वद्धावस्था पेंशन की निकासी, महा नरेगा का भुगतान, जननी सुरक्षा योजना का भुगतान, भारतीय पोस्टल ऑर्डर की बिक्री, आवृत्ति जमा निकासी, सीनियर सिटीजन खातों से जमा एवं निकासी, मासिक आय योजना का लेन-देन, डाक पेटियों से निकासी ठप्प रही। जिस का असर आम आदमी पर भी देखा गया।
डाक कर्मचारी के मांगें : महंगाई भत्ते का विलय, अंतरिम राहत, सातवें वेतन आयोग में जीडीएस का शामिल किया जाना, सातवें वेतन आयोग को लागू किया जाएं, कैजुअल कर्मचारियों का नियमितीकरण तथा वेतन पुनरीक्षण, पी.एफ.आर.डी.ए. एक्ट को समाप्त करना, नई पेंशन योजना को रद्द करना तथा विसंगतियों का निस्तारण करने की मांग की गई।
संविदा नर्सेज कर्मी की बेमियादी हड़ताल शुरू
नर्सेज सीधी भर्ती 2013 के जरिये स्थायीकरण की मांग को लेकर संविदा नर्सेजकर्मी की प्रदेश व्यापी हडताल के तहत बुधवार को आर एन टी मेडिकल कॉलेज के अधिनस्थ संचालित महाराणा भूपाल राजकीय सामान्य चिकित्सालय, पन्नाधाय राजकीय महिला चिकित्सालय व टी.बी. हॉस्पिटल बड़ी में अस्थायी, मेडिकेयर रिलिफ सोसायटी व व्यक्तिगत अनुबंध पर कार्यरत समस्त नर्सेजकर्मियों ने 2 घंटे विरोधस्वरूप कार्य का बहिष्कार किया ।
वहीं संविदा नर्सेजकर्मी ने आज से मांगों के चलाते अनिश्चित हड़ताल की घोषणा कर दी। वहीं बुधवार को अस्थायी संविदा नर्सेज एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत आमेटा के अनुसार इस दौरान नर्सेज प्रतिनिधीमण्ड़ल ने आर एन टी मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य व नियत्रंक को चिकित्सा मंत्री व प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा शिक्षा) के नाम ज्ञापन दिया।
संविदा नर्सेज कर्मी मांगें : संविदा नर्सेज को नियमित करने की मांग, सीधी भर्ती में कार्यरत नर्सेज को अधिकतम 30 प्रतिशत बोनस अंको के प्रावधान के चलते लम्बे अर्से से अटकी नर्सेज सीधी भर्ती को सुप्रीम कोर्ट में सरकार द्वारा दायर की गई विशेष अनुमति याचिका को वापस लेकर हाईकोर्ट द्वारा पारित निर्णय के अनुरूप 5, 10 व 15 प्रतिशत बोनस देकर भर्ती करने की मांग के लिए कई मर्तबा सरकार को ज्ञापन दिया।
रोडवेज कर्मचारियों का दो दिवसीय धरना जारी
परिवहन विभाग राज्य सरकार के बस स्टेण्ड प्राधिकरण गठन एवं राष्ट्रीयकृत मार्गो पर निजी वाहन संचालन हेतु अनुज्ञा पत्र जारी करने के प्रस्ताव के विरोध में आज सम्पूर्ण उदयपुर आगार में निगम कर्मियों द्वारा केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। वही दोपहर बाद जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया। सम्पूर्ण राजस्थान की प्रदेश स्तरीय संघर्ष समिति के आव्हान पर बुधवार से उदयपुर आगार में निगम कर्मियों द्वारा केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। बुधवार के दिए गए धरने की अध्यक्षता रमेश पोरवाल ने की वहीं अतिथि विजेन्द्र चौधरी थे। धरने के दौरान वक्ताओं द्वारा राज्य सरकार के उक्त प्रस्ताव के मूल पर विस्तार पर चर्चा की वहीं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जन सेवा को समर्पित परिवहन निगम को गुपचुप तरीके से समाप्त कर इसकी सम्पत्ति को खुर्द बुर्द करते हुए 24000 कर्मचारियों के परिवारों को सड़क पर लाने की कार्यवाही बताया। बक्साराम चौधरी द्वारा राज्य सरकार की इस नीति को भूमााफिया से सांठगाठ का आरोप लगाया। नरेन्द्र बेनीवाल, रामसिंह,अनिश मोहम्मद, लक्ष्मीनारायण नागदा, कल्लु सिंह, कौशल्या भट्ट, अशोक मेहता सहित दर्जन भर वक्ताओं ने सम्बोधित किया।
साथी की मौत से गुस्साए सीटीएई छात्रों का साढ़े तीन घंटे चला प्रदर्शन
उदयपुर। सुखेर क्षेत्र में रात सडक दुर्घटना में छात्र की मौत होने पर साथी छात्रों ने बुधवार को जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने दुर्घटना में मृत छात्र के परिजनों को १० लाख रूपये मुआवजा देने एवं आरोपी की गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं भूपालपुरा थाना पुलिस ने छात्रों के खिलाफ रोड जाम करने का मामला भी दर्ज किया है।
मंगलवार रात को कुचामन सिटी निवासी तथा उदयपुर के सीटीएई कॉलेज में अध्ययनरत छात्र नरन्द्र जाट (२२) अपने तीन साथियों के साथ बाइक पर शोभागपुरा १०० फीट रोड से जा रहा था इसी दौरान सामने से आई कार ने चपेट में ले लिया जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हा गए। दुर्घटना में नरेन्द्र की मौत हो गई थी।
इस संबंध में बुधवार प्रात: कृषि विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में छात्र देहलीगेट पर रैली के रूप में पहुंचे जहां छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर जाम लगा दिया। करीब डेढ घंटे तक देहलीगेट चौराहे पर प्रदर्शन के बाद सभी छात्र जिला कलेक्ट्री के बाहर पहुंचे और कार चालक को गिरफ्तार करने एवं मृतक के परिजनों का १० लाख रूपये की मुआवजे की राशि की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन के दौरान देहलीगेट चौराहा एवं कलेक्ट्री के बाहर जाम लग गया। मामले में पुलिस ने कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
इधर भूपालपुरा थाना पुलिस ने देहलीगेट व कलेक्ट्री पर प्रदर्शन के दौरान छात्रों रोड जाम से आम जन को हुई परेशानी के संबंध में मामला दर्ज किया है।